hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
"नहीं शालिनी.. यू आर ड्रंक.. " भारत ने मूह फेर के कहा, पर उसके दिल में और उसके लंड में उसका इनकार नहीं दिख रहा था...
"ओके ... मैं लाउन्गि वाइन, खाना ला तू बस... " कहके शालिनी वहाँ से उठ गयी और अपने रूम में जाके शवर लेने लगी.. शवर में जाते ही शालिनी ने अपना टॉप और जीन्स उतार दी और नंगी होने लगी.. नंगी होते ही शालिनी शवर के नीचे खड़ी हुई और ठंडी ठंडी पानी की बूँदों के साथ खेलने लगी.. पानी के साथ खेलते खेलते शालिनी ने बॉडी शॅमपू लिया और अपनी पूरी बॉडी पे उसे फेला दिया...शॅमपू मलते मलते शालिनी अपने चुचों के साथ खेलने लगी और एक उंगली ले जाके अपनी चूत में घुसा दी... अच्छी तरह अपनी चूत पे शालिनी ने शम्पू फेलाया और दूसरा हाथ ले जाके अपनी गान्ड पे रगड़ने लगी..
चूत रगड़ते रगड़ते शालिनी गरम होने लगी और तेज़ी से अपनी चूत के अंदर बाहर उंगली करने लगी.. उसकी दो उंगलियाँ चूत के अंदर और दूसरे हाथ से अपना चुचा मसल्ने लगी....
"आहाहहहहा यआःहा आहाहहहहहहहा. ओअम्म्म्मम अहहहहाआहहा.. आज तो तू गयी ऋतु अहहहहा.... भारत सही वक़्त पे आयया अहहहहहहहहहहहहाहा" कहके शालिनी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और कुछ सेकेंड्स में वो अपना पानी छोड़ने लगी.... कुछ देर फिर नहा के शालिनी अपने कमरे में आई और अपने कपड़े पहेन लिए.. कपड़ो में उसने एक पॅडेड ब्रा और मॅचिंग पैंटी पहेन के खुद को आईने में निहारने लगी....
"उम्म्म.... मैं भी सेक्सी बन जाउन्गि अब.. आइ मीन बहुत ज़्यादा सेक्सी...." शालिनी ने खुद से आईने में देखते हुए कहा और अपने कपड़े निकालने लगी... कुछ देर तक ढूँढ ढूँढ के शालिनी ने अपने वॉर्डरोब से अपने कपड़े निकाले... कपड़े के नाम पे उसने एक वाइट मिनी ड्रेस सेलेक्ट की खुद के लिए जो उसके घुटनो के उपर तक थी, थोड़ा झुकने पे उसकी चूत और चूतड़ के दर्शन हो सकते थे.... ड्रेस पहेन के, शालिनी ने अपने बाल बनाए, और अपना फेव पर्फ्यूम छिड़क लिया.. बाहर जाके शालिनी भारत के पीछे खड़ी हुई, और कहा... " हाउ डू आइ लुक भारत"
भारत जैसे ही पलटा, वो उसे देखता ही रह गया..
"वूव्वववववववव..... लुकिंग सेक्सी बेब..." भारत अपनी जगह से उठा और शालिनी के पास गया....
"उम्म्म... यू आर ब्यूटिफुल बेबी... उम्म्म्म मवाहहहहहा उम्म्म्मम म्म्माकहहहहहा" कहके भारत ने शालिनी के होंठों से अपने होंठ मिला दिए और उन्हे चूसने लगा.... करीब 20 सेकेंड्स के चुंबन के बाद.
"शालिनी.. आइ वॉंट टू फक युवर मोम..." भारत ने अपने लंड पे हाथ घुमा के कहा
"मुझे पता था हरामी... तेरी नज़र मैं पहचान गयी... आंड मैं भी एक बात कहूँ तुझसे... आइ विल फक माइ कज़िन ब्रदर टुनाइट.. ही ईज़ सो हॉट..." शालिनी ने भारत का कॉलर पकड़ के उसे अपने चेहरे के पास खींचते हुए कहा और फिर उसके होंठ चूसने लगी....
कुछ सेकेंड्स के बाद दोनो अलग हुए और बाहर जाके खाना लिया और साथ ही एक वाइन की बॉटल के साथ एक विस्की की बॉटल ली... समान लेके जैसे ही घर आए, शालिनी ने आधी वाइन की बॉटल खाली की और उसमे विस्की मिला ली.. विस्की मिला के, शालिनी ने आधी विस्की की बॉटल बाहर जाके कचरे में गिरा दी...
"यू आर आ बिच..." भारत ने शालिनी को कहा
"देखता जा तू... इसी लिए मैं आज घर आई थी... वैसे तूने किसी घर के मेंबर के साथ सेक्स नहीं किया.." शालिनी ने भारत से सोफा पे बैठते हुए पूछा.. यह सवाल सुनके भारत को प्रीति की याद आने लगी.. और कुछ झलकियाँ उसके सामने सीमी की भी आ गयी..
"नहीं.. इन्सेस्ट नहीं पसंद मुझे.." भारत ने सीरीयस होते हुए कहा
'हाए... उसी में तो नशा है... अलग ही थ्रिल रहता है अपने घरवालों को चोदने में और चुदवाने में... " शालिनी ने अपने पैर खोलते हुए कहा, जिससे भारत को उसकी पैंटी दिख गयी
"घरवालों से चुदवाने में जो मज़ा है, आज मैं उसका अनुभव लेना चाहती हूँ भारत.. आइ वॉंट टू प्ले डर्टी टुडे.." शालिनी ने भारत से लिपट के कहा और उसके बालों में उंगलियाँ चलाने लगी... इन्सेस्ट सुनके एक साइड भारत का लंड खड़ा तो हुआ, पर उसका दिल उसका साथ नहीं दे रहा था.. प्रीति की चुदाई में उसे मज़ा तो आया और वो इन्सेस्ट भी था, पर इन्सेस्ट में माँ के साथ सेक्स का सोच के भारत को उसकी माँ सीमी की याद आने लगी... भारत बेशक इन्सेस्ट की सीमा लाँघ चुका था था, लेकिन सीमी को उसने कभी ग़लत नज़र से नहीं देखा था....
"क्या हुआ अब तुझे.." शालिनी ने भारत को यूँ सोच में डूबा हुआ देख पूछा
भारत :- "कुछ नहीं.. भूख लगी है, और अब तक तेरी मोम भी नहीं आई.."
शालिनी :- भूख और मेरी मोम की... क्या हो गया है तुझे.. खाना खाएगा या मेरी मोम को हाँ
"हाहहहा.... तेरी मोम के साथ खाना" भारत ने आँख मार के जवाब दिया.. और इतने में ऋतु भी घर पे आ गयी... यूँ भारत और शालिनी को गले में बाहें डाले देख ऋतु ने कहा
"उः.. लगता है मैं ग़लत टाइम पे आई हूँ हाँ.. क्या चल रहा है यह.." ऋतु ने अंदर आते हुए पूछा
"बिल्कुल नहीं, सही टाइम पे आई हैं आप... शालिनी और मैं एक दूसरे से प्यार करते हैं.. बस तो टाइम था, तो हम थोड़ा कोज़ी हो रहे थे.. होप यू डोंट माइंड" भारत ने चौंकाने वाला जवाब दिया, जिससे शालिनी और ऋतु एक पल के लिए खामोश सी हो गयी थी... उन्हे यूँ देख भारत ने कहा
"ओके ... मैं लाउन्गि वाइन, खाना ला तू बस... " कहके शालिनी वहाँ से उठ गयी और अपने रूम में जाके शवर लेने लगी.. शवर में जाते ही शालिनी ने अपना टॉप और जीन्स उतार दी और नंगी होने लगी.. नंगी होते ही शालिनी शवर के नीचे खड़ी हुई और ठंडी ठंडी पानी की बूँदों के साथ खेलने लगी.. पानी के साथ खेलते खेलते शालिनी ने बॉडी शॅमपू लिया और अपनी पूरी बॉडी पे उसे फेला दिया...शॅमपू मलते मलते शालिनी अपने चुचों के साथ खेलने लगी और एक उंगली ले जाके अपनी चूत में घुसा दी... अच्छी तरह अपनी चूत पे शालिनी ने शम्पू फेलाया और दूसरा हाथ ले जाके अपनी गान्ड पे रगड़ने लगी..
चूत रगड़ते रगड़ते शालिनी गरम होने लगी और तेज़ी से अपनी चूत के अंदर बाहर उंगली करने लगी.. उसकी दो उंगलियाँ चूत के अंदर और दूसरे हाथ से अपना चुचा मसल्ने लगी....
"आहाहहहहा यआःहा आहाहहहहहहहा. ओअम्म्म्मम अहहहहाआहहा.. आज तो तू गयी ऋतु अहहहहा.... भारत सही वक़्त पे आयया अहहहहहहहहहहहहाहा" कहके शालिनी ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और कुछ सेकेंड्स में वो अपना पानी छोड़ने लगी.... कुछ देर फिर नहा के शालिनी अपने कमरे में आई और अपने कपड़े पहेन लिए.. कपड़ो में उसने एक पॅडेड ब्रा और मॅचिंग पैंटी पहेन के खुद को आईने में निहारने लगी....
"उम्म्म.... मैं भी सेक्सी बन जाउन्गि अब.. आइ मीन बहुत ज़्यादा सेक्सी...." शालिनी ने खुद से आईने में देखते हुए कहा और अपने कपड़े निकालने लगी... कुछ देर तक ढूँढ ढूँढ के शालिनी ने अपने वॉर्डरोब से अपने कपड़े निकाले... कपड़े के नाम पे उसने एक वाइट मिनी ड्रेस सेलेक्ट की खुद के लिए जो उसके घुटनो के उपर तक थी, थोड़ा झुकने पे उसकी चूत और चूतड़ के दर्शन हो सकते थे.... ड्रेस पहेन के, शालिनी ने अपने बाल बनाए, और अपना फेव पर्फ्यूम छिड़क लिया.. बाहर जाके शालिनी भारत के पीछे खड़ी हुई, और कहा... " हाउ डू आइ लुक भारत"
भारत जैसे ही पलटा, वो उसे देखता ही रह गया..
"वूव्वववववववव..... लुकिंग सेक्सी बेब..." भारत अपनी जगह से उठा और शालिनी के पास गया....
"उम्म्म... यू आर ब्यूटिफुल बेबी... उम्म्म्म मवाहहहहहा उम्म्म्मम म्म्माकहहहहहा" कहके भारत ने शालिनी के होंठों से अपने होंठ मिला दिए और उन्हे चूसने लगा.... करीब 20 सेकेंड्स के चुंबन के बाद.
"शालिनी.. आइ वॉंट टू फक युवर मोम..." भारत ने अपने लंड पे हाथ घुमा के कहा
"मुझे पता था हरामी... तेरी नज़र मैं पहचान गयी... आंड मैं भी एक बात कहूँ तुझसे... आइ विल फक माइ कज़िन ब्रदर टुनाइट.. ही ईज़ सो हॉट..." शालिनी ने भारत का कॉलर पकड़ के उसे अपने चेहरे के पास खींचते हुए कहा और फिर उसके होंठ चूसने लगी....
कुछ सेकेंड्स के बाद दोनो अलग हुए और बाहर जाके खाना लिया और साथ ही एक वाइन की बॉटल के साथ एक विस्की की बॉटल ली... समान लेके जैसे ही घर आए, शालिनी ने आधी वाइन की बॉटल खाली की और उसमे विस्की मिला ली.. विस्की मिला के, शालिनी ने आधी विस्की की बॉटल बाहर जाके कचरे में गिरा दी...
"यू आर आ बिच..." भारत ने शालिनी को कहा
"देखता जा तू... इसी लिए मैं आज घर आई थी... वैसे तूने किसी घर के मेंबर के साथ सेक्स नहीं किया.." शालिनी ने भारत से सोफा पे बैठते हुए पूछा.. यह सवाल सुनके भारत को प्रीति की याद आने लगी.. और कुछ झलकियाँ उसके सामने सीमी की भी आ गयी..
"नहीं.. इन्सेस्ट नहीं पसंद मुझे.." भारत ने सीरीयस होते हुए कहा
'हाए... उसी में तो नशा है... अलग ही थ्रिल रहता है अपने घरवालों को चोदने में और चुदवाने में... " शालिनी ने अपने पैर खोलते हुए कहा, जिससे भारत को उसकी पैंटी दिख गयी
"घरवालों से चुदवाने में जो मज़ा है, आज मैं उसका अनुभव लेना चाहती हूँ भारत.. आइ वॉंट टू प्ले डर्टी टुडे.." शालिनी ने भारत से लिपट के कहा और उसके बालों में उंगलियाँ चलाने लगी... इन्सेस्ट सुनके एक साइड भारत का लंड खड़ा तो हुआ, पर उसका दिल उसका साथ नहीं दे रहा था.. प्रीति की चुदाई में उसे मज़ा तो आया और वो इन्सेस्ट भी था, पर इन्सेस्ट में माँ के साथ सेक्स का सोच के भारत को उसकी माँ सीमी की याद आने लगी... भारत बेशक इन्सेस्ट की सीमा लाँघ चुका था था, लेकिन सीमी को उसने कभी ग़लत नज़र से नहीं देखा था....
"क्या हुआ अब तुझे.." शालिनी ने भारत को यूँ सोच में डूबा हुआ देख पूछा
भारत :- "कुछ नहीं.. भूख लगी है, और अब तक तेरी मोम भी नहीं आई.."
शालिनी :- भूख और मेरी मोम की... क्या हो गया है तुझे.. खाना खाएगा या मेरी मोम को हाँ
"हाहहहा.... तेरी मोम के साथ खाना" भारत ने आँख मार के जवाब दिया.. और इतने में ऋतु भी घर पे आ गयी... यूँ भारत और शालिनी को गले में बाहें डाले देख ऋतु ने कहा
"उः.. लगता है मैं ग़लत टाइम पे आई हूँ हाँ.. क्या चल रहा है यह.." ऋतु ने अंदर आते हुए पूछा
"बिल्कुल नहीं, सही टाइम पे आई हैं आप... शालिनी और मैं एक दूसरे से प्यार करते हैं.. बस तो टाइम था, तो हम थोड़ा कोज़ी हो रहे थे.. होप यू डोंट माइंड" भारत ने चौंकाने वाला जवाब दिया, जिससे शालिनी और ऋतु एक पल के लिए खामोश सी हो गयी थी... उन्हे यूँ देख भारत ने कहा