hotaks444
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"रिकी, तुम और शीना ही जाओ... वैसे भी तुम लोग ही देखने वाले हो यह प्रॉजेक्ट... और हां, अगर मेरी इज़्ज़त करते हो तो ज्योति को भी ले जाओ, ठीक है वो प्रॉजेक्ट में नहीं रहेगी, लेकिन यह उसे अच्छा लगेगा... लेकिन मर्ज़ी तुम्हारी है.. ऑल दा बेस्ट" अमर ने रिकी से कहा और बिना उसका जवाब सुने अंदर चला गया
अमर की बात सुन रिकी एक असमंजस में फस गया, दिल से वो ज्योति को ले जाना चाहता था, लेकिन शीना की वजह से वो उसे नही ले जा पाएगा यह सोच वो दुविधा में ही था के उसके मोबाइल पे एसएमएस आया
"ज़्यादा नही सोचो, ले चलो साथ में.. आइ आम फाइन" शीना का एसएमएस पढ़ उसके चेहरे पे स्माइल आ गयी और तीनो विलसन की टीम के साथ महाबालेश्वर निकल गये..
"मुबारक हो रिकी... नया रिज़ॉर्ट....... बहुत बहुत मुबारक हो..." उस शक़्स ने एक काग़ज़ पे लिखा और फिर जला दिया..
"ओके मिस्टर राइचंद, वी आर गुड टू गो, वी कॅन स्टार्ट वेनेवर यू से.. " विलसन ने रिकी से कहा जब सब लोग ज़मीन देख आए थे...
"लेट'स स्टार्ट इमीडीयेट्ली, आइ मीन प्लीज़ अस्क युवर टीम व्हेन कॅन दे बी हियर, आंड वी आर फाइन.. डॉन'ट वॉंट टू डेले दिस एनीवे" शीना ने तपाक से विलसन को जवाब दिया
"हः, एग्ज़ाइटेड यंग लेडी, आइ लाइक दिस एन्थुसिअस्म... नो प्राब्लम एमेस राइचंद... आइ विल अस्क माइ टीम टू बी हियर इन 3 डेज़...आइ शल टेक आ लीव नाउ पीपल.. हॅव आ गुड डे" विलसन ने सब से हाथ मिलाया और वहाँ से चला गया.. रिकी ने फोन करके अमर को सब बताया, अमर को बहुत खुशी थी इस बात की, बहुत ही जल्द उसका बेटा अपने पहले बड़े काम की ओर बढ़ने वाला था.. अमर ने यह खबर राजवीर और सुहसनी को सुनाई तो वो दोनो भी बहुत खुश हुए
"यह तो बहुत अच्छी बात है भैसाब, बचे सेट्ल हो जाएँगे इससे ज़्यादा हमें क्या चाहिए... काश..." राजवीर इतना कहके रुक गया और उसकी यह बात अमर ने पूरी की
"काश विक्रम हमारे बीच होता राजवीर, यह देख आज वो भी बहुत खुश होता" अमर की आँखें हल्की सी नम हुई यह कहते कहते पर सुहसनी ने उसे संभाल लिया
"वुहू...... फिनल्ल्लययययी येअह यअहह..." शीना सोफा पे कूद कूद के बच्चों की तरह चिल्लाने लगी... तीनो इस वक़्त राइचंद'स के महाबालेश्वर वाले घर में थे
"हाहाहा, ईज़ी ईज़ी डियर.. अभी काम शुरू नहीं हुआ..." रिकी ने हल्की हसी के साथ उसे कहा
"अरे हुआ नहीं है तो 3 दिन में हो जाएगा... अब कैसी फ़िक्र है,आइ एम सो हॅपी फाइनली हमारा अपना, हमारे अपने नाम का एक रिज़ॉर्ट होगा... एक्सक्लूसिव हम दोनो का..मैने तो नाम भी सोच रखा है" शीना काफ़ी उत्साह में थी, वो नहीं जानती थी कि खुशी खुशी में उसकी एक बात ज्योति को काफ़ी चुबी
"अच्छा, क्या नाम रखोगी जी, हमें भी बताओ.." रिकी उसकी बातों में साथ देने लगा था
"आरएस..." शीना ने जवाब दिया, रिकी अभी भी उसके आगे कुछ उम्मीद कर रहा था, लेकिन शीना ने अपनी आँखें दिखाई उसे
"आरएस.... बस इतना ?" रिकी ने शीना से पूछा
"इतना ही मतलब, हम को कहाँ किसी के खानदान का नामकरण करना है.. आरएस ईज़ हमारा नाम, आंड आरएस स्टॅंड्स फॉर रॉ सीज़न्स ऐज वेल.. रॉ सीज़न्स इसलिए बिकॉज़ दिस विल बी बेस्ड ऑन हिल्स, तो यहाँ ठंडी भी एक्सट्रीम आंड गर्मी भी एक्सट्रीम, बारिश भी काफ़ी होती है.. तो हर सीज़न का मज़ा फुल फ्लो में आता है, इसलिए रॉ सीज़न्स, मैने वैसे फोर सीज़न्स सोचा था, बट देन देअर ईज़ आ रिज़ॉर्ट ऑफ सेम नेम इन बलि ऐज वेल.. इसलिए यह.. आंड लोगो भी डिज़ाइंड है... यह देखिए" कहके शीना ने अपना फोन निकाला और उसे दिखाने लगी... रिकी कुछ और कहता उसके पहले शीना फिर बोल पड़ी
अमर की बात सुन रिकी एक असमंजस में फस गया, दिल से वो ज्योति को ले जाना चाहता था, लेकिन शीना की वजह से वो उसे नही ले जा पाएगा यह सोच वो दुविधा में ही था के उसके मोबाइल पे एसएमएस आया
"ज़्यादा नही सोचो, ले चलो साथ में.. आइ आम फाइन" शीना का एसएमएस पढ़ उसके चेहरे पे स्माइल आ गयी और तीनो विलसन की टीम के साथ महाबालेश्वर निकल गये..
"मुबारक हो रिकी... नया रिज़ॉर्ट....... बहुत बहुत मुबारक हो..." उस शक़्स ने एक काग़ज़ पे लिखा और फिर जला दिया..
"ओके मिस्टर राइचंद, वी आर गुड टू गो, वी कॅन स्टार्ट वेनेवर यू से.. " विलसन ने रिकी से कहा जब सब लोग ज़मीन देख आए थे...
"लेट'स स्टार्ट इमीडीयेट्ली, आइ मीन प्लीज़ अस्क युवर टीम व्हेन कॅन दे बी हियर, आंड वी आर फाइन.. डॉन'ट वॉंट टू डेले दिस एनीवे" शीना ने तपाक से विलसन को जवाब दिया
"हः, एग्ज़ाइटेड यंग लेडी, आइ लाइक दिस एन्थुसिअस्म... नो प्राब्लम एमेस राइचंद... आइ विल अस्क माइ टीम टू बी हियर इन 3 डेज़...आइ शल टेक आ लीव नाउ पीपल.. हॅव आ गुड डे" विलसन ने सब से हाथ मिलाया और वहाँ से चला गया.. रिकी ने फोन करके अमर को सब बताया, अमर को बहुत खुशी थी इस बात की, बहुत ही जल्द उसका बेटा अपने पहले बड़े काम की ओर बढ़ने वाला था.. अमर ने यह खबर राजवीर और सुहसनी को सुनाई तो वो दोनो भी बहुत खुश हुए
"यह तो बहुत अच्छी बात है भैसाब, बचे सेट्ल हो जाएँगे इससे ज़्यादा हमें क्या चाहिए... काश..." राजवीर इतना कहके रुक गया और उसकी यह बात अमर ने पूरी की
"काश विक्रम हमारे बीच होता राजवीर, यह देख आज वो भी बहुत खुश होता" अमर की आँखें हल्की सी नम हुई यह कहते कहते पर सुहसनी ने उसे संभाल लिया
"वुहू...... फिनल्ल्लययययी येअह यअहह..." शीना सोफा पे कूद कूद के बच्चों की तरह चिल्लाने लगी... तीनो इस वक़्त राइचंद'स के महाबालेश्वर वाले घर में थे
"हाहाहा, ईज़ी ईज़ी डियर.. अभी काम शुरू नहीं हुआ..." रिकी ने हल्की हसी के साथ उसे कहा
"अरे हुआ नहीं है तो 3 दिन में हो जाएगा... अब कैसी फ़िक्र है,आइ एम सो हॅपी फाइनली हमारा अपना, हमारे अपने नाम का एक रिज़ॉर्ट होगा... एक्सक्लूसिव हम दोनो का..मैने तो नाम भी सोच रखा है" शीना काफ़ी उत्साह में थी, वो नहीं जानती थी कि खुशी खुशी में उसकी एक बात ज्योति को काफ़ी चुबी
"अच्छा, क्या नाम रखोगी जी, हमें भी बताओ.." रिकी उसकी बातों में साथ देने लगा था
"आरएस..." शीना ने जवाब दिया, रिकी अभी भी उसके आगे कुछ उम्मीद कर रहा था, लेकिन शीना ने अपनी आँखें दिखाई उसे
"आरएस.... बस इतना ?" रिकी ने शीना से पूछा
"इतना ही मतलब, हम को कहाँ किसी के खानदान का नामकरण करना है.. आरएस ईज़ हमारा नाम, आंड आरएस स्टॅंड्स फॉर रॉ सीज़न्स ऐज वेल.. रॉ सीज़न्स इसलिए बिकॉज़ दिस विल बी बेस्ड ऑन हिल्स, तो यहाँ ठंडी भी एक्सट्रीम आंड गर्मी भी एक्सट्रीम, बारिश भी काफ़ी होती है.. तो हर सीज़न का मज़ा फुल फ्लो में आता है, इसलिए रॉ सीज़न्स, मैने वैसे फोर सीज़न्स सोचा था, बट देन देअर ईज़ आ रिज़ॉर्ट ऑफ सेम नेम इन बलि ऐज वेल.. इसलिए यह.. आंड लोगो भी डिज़ाइंड है... यह देखिए" कहके शीना ने अपना फोन निकाला और उसे दिखाने लगी... रिकी कुछ और कहता उसके पहले शीना फिर बोल पड़ी