hotaks444
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मेले के रंग सास,बहू और ननद के संग--3
गतान्क से आगे ............................................
सच पूछो तो मामी भी ज़रूर उनसे चुद्वाना चाह रही होंगी इसलिए एक बार भी ना-नुकूर किए बिना तुरंत ही मान गयी और दुल्हन की तरहा शर्मा रही थी.में और भाभी अपने हासे कंट्रोल नही कर पा रहे थी इसलिए हम किचन मे चल दिए और हँसने लगे मामी के नखरे देख कर.
मामा ने फिर मामी को कहा जाओ अपने कपड़े पॅक करो में तांगे का इंतेज़ाम करता हू और चले गये फिर मामी अपने कमरे के लिए जाने लगी तो विश्वनाथ उनके पीछे चलने लगे ,विश्वनाथ की आँख मामी की बड़ी गांद से हट ही नही रही थी मामी भी हिरण की तरह गंद हिला के चल रही थी मानो विश्वनाथ जी को उकसा रही हों, हम दोनो चुपके किचन से सब देख रहे थे फिर विश्वनाथ जी को मामी की हिलती गंद को देख कर और कंट्रोल नही हुआ और झट से उन्होने मामी की गांद को भींच दिया मामी ऊऊऊओिईइमाआ चिल्ला उठी में और भाभी तुरंत उनके पास गये और नखरे करते भाभी ने पूछा सासू मा क्या हुआ कोई? वो भोली कुछ नही बहू ख़टमल ने काट लिए और विश्वनाथ जी की तरफ़ हंस के अपने कमरे की ओर चले गयी,हम दोनो तो अब श्योर हो गये कि मामी चुदाई के लिए तैयार थी .विश्वनाथ जी तो अब भाभी की ओर देख भी नही रहे थे और मामी के पीछे उपर चले गये.
मेने भाभी को नखरे से कहा भाभी आप तेरी चूत का क्या होगा उसका लंड तो किसी और के पीछे दीवाना हो गया ,भाभी बोली चुप शैतान कोई सुन लेगा तो मे मर जाउन्गि,लेकिन में और भाभी को सता ने लगी और बोली भाभी क्या फ़ायदा तुम्हारी जवानी का जो तेरी सास के पीछे लौंदे भाग रहे हैं ,भाभी बोली चुप और किचन की तरफ चली गयी में भी भाभी के पीछे चली.कुछ समय बाद मामा तांगा लेकर आए और मामी जो कि नयी सारी पहेन कर सज धज कर आई जैसे सुहागरात पे जा रही थी मेने मज़ाक करते पूछा भी मामी आप तो दुल्हन के तारह लग रही है तो वो शर्मा कर बोली चुप कर और विश्वनाथ जी भी अपना बॅग ले कर नीचे आए और मामा ने उनसे कहा कि अपनी भाभी का ध्यान रखना वो हस के बोले आप फिकर मत करिए भाई सहाब भाभी का पूरा ध्यान रखूँगा मैं और भाभी तो मन ही मन हस रहे
और सोच रहे थे मामी की चूत का ध्यान रखेंगे विश्वनाथ जी औरमामी तांगे मे दोनो बैठ कर चले गये.
मामा ने कहा बेटी में बाज़ार जाके आता हू और चले गये में और भाभी किचन में गये और अपनी नोक झोक चालू करते घर के काम निपटा ने लगे,भाभी सब्जी काट रही थी काफ़ी चुप चाप थी तो मेने पूछा
भाभी क्यूँ चुप चाप बैठे हो वो नखरे कर के बोली मुझे तेरे भैया के याद आ रहे हे,मेंने झट से जबाब दिया भैया की याद या साली विश्वनाथ जी की लंड का याद आ रहा है,भाभी बोली चुप कर तुझ से तो बात करना ही बेकार हे ,में बोली अछा इतने नखरे साली अभी जाकर में मामा को उनकी बहू कितने लवाड़ो से अपनी चूत का उद्घाटन करवा चुकी है बोल देती हू उनको भी पता चले उनके प्यारी बहू के कारनामे,वो डर गयी और बोली मीना में तो मज़ाक कर रही थी तू तो मेरी बेस्ट फ्रेंड है सच में मुझे विश्वनाथ की रात की चुदाई याद आ रही थी कितना बड़ा लॅंड था उनका मानो भैंसे का लंड हो में तो सुबह से ठीक से चल भी नाही पा रही हू मेरे किस्मत फटी हुई है कि विश्वनाथ जी के वापस आने के पहेले मामा हमे घर छोड़देंगे मेरी चूत का क्या होगा ,में बोली मीना रानी तू तो बड़ी सायणी निकली फिकर मत कर अगर किसी लंड का इंतज़ाम नही हुआ तो तबेले में भैसा बँधा हुआ है उसके आगे घोड़ी बन जाना वो तेरी चूत की प्यास बुझा देगा ये सुनके भाभी बोली शैतान और मुझे मारने के लिए भागी और में भी भागी ,इसी वक्त मामा आ रहे थे तो भगा भागी में भाभी मामा से जा कर टकराई और मामा के उपर गिर गई ओई मा चिल्ला कर ,भाभी ने ब्लू कलर की शॉर्ट ब्लाउस पहेन रखी थी पिंक सारी के नीचे जो कि उनके जोबन को धक नाही पा रहा था ,
गतान्क से आगे ............................................
सच पूछो तो मामी भी ज़रूर उनसे चुद्वाना चाह रही होंगी इसलिए एक बार भी ना-नुकूर किए बिना तुरंत ही मान गयी और दुल्हन की तरहा शर्मा रही थी.में और भाभी अपने हासे कंट्रोल नही कर पा रहे थी इसलिए हम किचन मे चल दिए और हँसने लगे मामी के नखरे देख कर.
मामा ने फिर मामी को कहा जाओ अपने कपड़े पॅक करो में तांगे का इंतेज़ाम करता हू और चले गये फिर मामी अपने कमरे के लिए जाने लगी तो विश्वनाथ उनके पीछे चलने लगे ,विश्वनाथ की आँख मामी की बड़ी गांद से हट ही नही रही थी मामी भी हिरण की तरह गंद हिला के चल रही थी मानो विश्वनाथ जी को उकसा रही हों, हम दोनो चुपके किचन से सब देख रहे थे फिर विश्वनाथ जी को मामी की हिलती गंद को देख कर और कंट्रोल नही हुआ और झट से उन्होने मामी की गांद को भींच दिया मामी ऊऊऊओिईइमाआ चिल्ला उठी में और भाभी तुरंत उनके पास गये और नखरे करते भाभी ने पूछा सासू मा क्या हुआ कोई? वो भोली कुछ नही बहू ख़टमल ने काट लिए और विश्वनाथ जी की तरफ़ हंस के अपने कमरे की ओर चले गयी,हम दोनो तो अब श्योर हो गये कि मामी चुदाई के लिए तैयार थी .विश्वनाथ जी तो अब भाभी की ओर देख भी नही रहे थे और मामी के पीछे उपर चले गये.
मेने भाभी को नखरे से कहा भाभी आप तेरी चूत का क्या होगा उसका लंड तो किसी और के पीछे दीवाना हो गया ,भाभी बोली चुप शैतान कोई सुन लेगा तो मे मर जाउन्गि,लेकिन में और भाभी को सता ने लगी और बोली भाभी क्या फ़ायदा तुम्हारी जवानी का जो तेरी सास के पीछे लौंदे भाग रहे हैं ,भाभी बोली चुप और किचन की तरफ चली गयी में भी भाभी के पीछे चली.कुछ समय बाद मामा तांगा लेकर आए और मामी जो कि नयी सारी पहेन कर सज धज कर आई जैसे सुहागरात पे जा रही थी मेने मज़ाक करते पूछा भी मामी आप तो दुल्हन के तारह लग रही है तो वो शर्मा कर बोली चुप कर और विश्वनाथ जी भी अपना बॅग ले कर नीचे आए और मामा ने उनसे कहा कि अपनी भाभी का ध्यान रखना वो हस के बोले आप फिकर मत करिए भाई सहाब भाभी का पूरा ध्यान रखूँगा मैं और भाभी तो मन ही मन हस रहे
और सोच रहे थे मामी की चूत का ध्यान रखेंगे विश्वनाथ जी औरमामी तांगे मे दोनो बैठ कर चले गये.
मामा ने कहा बेटी में बाज़ार जाके आता हू और चले गये में और भाभी किचन में गये और अपनी नोक झोक चालू करते घर के काम निपटा ने लगे,भाभी सब्जी काट रही थी काफ़ी चुप चाप थी तो मेने पूछा
भाभी क्यूँ चुप चाप बैठे हो वो नखरे कर के बोली मुझे तेरे भैया के याद आ रहे हे,मेंने झट से जबाब दिया भैया की याद या साली विश्वनाथ जी की लंड का याद आ रहा है,भाभी बोली चुप कर तुझ से तो बात करना ही बेकार हे ,में बोली अछा इतने नखरे साली अभी जाकर में मामा को उनकी बहू कितने लवाड़ो से अपनी चूत का उद्घाटन करवा चुकी है बोल देती हू उनको भी पता चले उनके प्यारी बहू के कारनामे,वो डर गयी और बोली मीना में तो मज़ाक कर रही थी तू तो मेरी बेस्ट फ्रेंड है सच में मुझे विश्वनाथ की रात की चुदाई याद आ रही थी कितना बड़ा लॅंड था उनका मानो भैंसे का लंड हो में तो सुबह से ठीक से चल भी नाही पा रही हू मेरे किस्मत फटी हुई है कि विश्वनाथ जी के वापस आने के पहेले मामा हमे घर छोड़देंगे मेरी चूत का क्या होगा ,में बोली मीना रानी तू तो बड़ी सायणी निकली फिकर मत कर अगर किसी लंड का इंतज़ाम नही हुआ तो तबेले में भैसा बँधा हुआ है उसके आगे घोड़ी बन जाना वो तेरी चूत की प्यास बुझा देगा ये सुनके भाभी बोली शैतान और मुझे मारने के लिए भागी और में भी भागी ,इसी वक्त मामा आ रहे थे तो भगा भागी में भाभी मामा से जा कर टकराई और मामा के उपर गिर गई ओई मा चिल्ला कर ,भाभी ने ब्लू कलर की शॉर्ट ब्लाउस पहेन रखी थी पिंक सारी के नीचे जो कि उनके जोबन को धक नाही पा रहा था ,