आरोही की गोटी पहले खुलती है, और जैसे ही विशाल की गोटी खुलती है, जिसे आरोही की गोटी फिर से बंद कर देती है। आरोही की 3 गोटी खुल चुकी थी और विशाल की अभी तक चारों गोटी बंद थी। आरोही के चेहरे पर मुश्कान बढ़तीजा रही थी थी।
अचानक विशाल की गोटी खुल जाती है, और आरोही की गोटी पीट देती है। गेम फिर से इंदरस्टिंग मोड़ पर आ चुका था। आरोही की 3 गोटी जा चुकी थी सिर्फ एक गोटी बची थी। जैसे ही आरोही की गोटी खुलती है विशाल फिर से बंद कर देता है। ऐसे ही खेलते हुए विशाल की भी 3 गोटी जा चुकी थी।
आरोही का चेहरा मुरझाने लगता है। और विशाल जैसे ही अपनी चाल चलता हुआ आरोही से आगे आता है, आरोही की गोटी खुल जाती है और खुलते ही विशाल की गोटी पिट जाती हैं।
आरोही का मुग्झाया चेहरा एकदम फिर से खिल जाता है, और आरोही की गोटी को रोकने वाला अब रास्ते में कोई नहीं था। विशाल की एक ही गोटी बची थी जो बंद थी, और आरोही की गोटी जैसे ही मंजिल पर पहुँचती है। आरोही जीत की खुशी में चिल्ला पड़ती है- "हरेर... मैं जीत गई.."
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विशाल का चेहरा देखने लायक था।
और यूं ही मस्ती करते हुए दोनों के ये दो दिन यूं ही गुजर जाते हैं। सुबह करीब 10:00 बजे घर की डोर बेल बजती है।
आरोही जैसे ही दरवाजा खोलती है। मम्मी पापा के साथ मामा की लड़की प्रिया को देखकर खुशी में एकदम गर्ने में लिपट जाती है।
आरोही- अरे प्रिया तुम?
सुमन- मैं बेटा, पहले अंदर तो आने दें फिर आराम से गले मिल लेना।
आरोही- ओह आओ आओ अंदर आओ। भैया देखो कौन आया है?
विशाल भी प्रिया को देखकर बहुत खुश होता है। विशाल आगे बढ़कर प्रिया से हाथ मिलाता है- "कैसी हो प्रिया?"
प्रिया- एकदम बंदिया, तुम बताओ?
विशाल- आई आम फाइन।
राजेंश- आरोही बेटा, प्रिया को ऊपर रूम में ले जाओ। थोड़ा आराम कर लेंगी, सफर में थक गई होगी।
आरोही- "जी पापा.. और आरोही प्रिया को लेकर ऊपर चली जाती है।
नीचे राजेश और सुमन भी आराम करते हैं। विशाल होटल से खाना लेने चला जाता है।
ऊपर आरोही और प्निया बातें कर रही थी।
प्रिया- और सजाओ आरोही तेरी लाइफ कैंसी चल रही है?
आरोही- ठीक चल रही हैं। बस एक टेन्शन सी है।
प्रिया- कैसी टेन्शन?
आरोही- अबकी बार भी लगता है भाई के मार्क मुझसे ज्यादा आयेंगे।
प्रिया. तुझे पढ़ाई के अलावा भी कोई बात नहीं आती?
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आरोही- क्यों तेरी पढ़ाई कैंसी चल रही है?
प्रिया- मैंने तो पढ़ाई छोड़ दी। क्या करेंगी इतना पटकर?
आरोही- क्या?
प्रिया- इतना चकित क्यों हो रही है? कुछ दिन में शादी हो जायेंगी। फिर बस पतिदेव की सेवा। क्या होगा इस
पढ़ाई का?