desiaks
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विशाल चाय का कप उठाकर एक सिप लेता है, और कहता है- "बहुत अच्छी चाय बनाई है.."
आरोही- "बैंक यू भैया... और आरोही भी चाय का सिप लेते हुए साथ में चिप्स भी लेती है, और लूडा का गेम स्टार्ट करके पहली चाल आरोही खुद चलती है। एकदम से आरोही की गोटी खुल जाती है।
विशाल का चेहरा देखने लायक था, और विशाल अपनी चाल चलता है मगर विशाल की गोटी नहीं खुली। आरोही का लक आज और भी बदिया चल रहा था। हर चाल में आरोही की गोटी खुल रही थी और आरोही अपनी गोटी को विशाल के पास ले जाती है, और जैसे ही विशाल की गाटी खलती है। आरोही फिर से विशाल की गोटी पीट देती है।
इस बार इतनी बुरी हार मिलती है विशाल को की बिना तोड़ के मारी गोटी अंदर बंद थी और आरोही की चारों गोटी मंजिल पर पहुँच चुकी थी।
आरोही को जैसे ही आखिरी गोटी जाती है, खुशी के मारे एक जोरदार चीख मारती है- "हाई मैं जीत गईई..."
विशाल- हाँ हाँ इतना क्यों चीख रही है? चल कैरम खेलते हैं, तब पता चलेगा कौन जीतता है?
आरोही- वो सब बाद में पहले मुझे जीतने की खुशी में चाकलेट खिलाओ।
विशाल- अच्छा बाबा खिला दूँगा।
तभी टीवी पर 'आशिक बनाया आपने' का मुख्य घाना शुरू हो गया, और किसिंग सीन पर आरोही और विशाल की नजर पड़ती है। विशाल एकदम से चैनल बदल देता है। आरोही चाय के खाली कप लेकर किचेन में चली जाती है, और फिर थोड़ी देर बाद वापस आकर विशाल के पास बैठकर टीवी देखने लगती है।
आरोही- विशाल भैया एक बात पूछ?
विशाल- हाँ पूछो आरोही क्या बात है?
आरोही- भैया जो प्रिया ने किया है क्या वो सही है?
विशाल- लब मैरेज?
आरोही- जी।
.
.
.
.
विशाल- लोब मैरेज तो ठीक है मगर उसे इस तरह घर से भागना नहीं चाहिए था।
आरोही- मगर भैया इस तरह भी तो घर वाले राजी नहीं होते।
विशाल- हाँ वो तो है। उनकी लाइफ वो जाने हमें क्या लेना?
आरोही- भैया अगर आपको किसी से प्यार हो गया तो क्या आप भी ऐसा ही करोगे?
विशाल- मुझे प्यार व्यार के चक्कर में नहीं पड़ना पहले पढ़ लिख जाऊँ, फिर जहां मम्मी पापा कहेंगे मैं वहीं शादी कर लूँगा।
आरोही- क्या भैया.. आप बिना देखे ही तैयार हो जाओगे?
आरोही- "बैंक यू भैया... और आरोही भी चाय का सिप लेते हुए साथ में चिप्स भी लेती है, और लूडा का गेम स्टार्ट करके पहली चाल आरोही खुद चलती है। एकदम से आरोही की गोटी खुल जाती है।
विशाल का चेहरा देखने लायक था, और विशाल अपनी चाल चलता है मगर विशाल की गोटी नहीं खुली। आरोही का लक आज और भी बदिया चल रहा था। हर चाल में आरोही की गोटी खुल रही थी और आरोही अपनी गोटी को विशाल के पास ले जाती है, और जैसे ही विशाल की गाटी खलती है। आरोही फिर से विशाल की गोटी पीट देती है।
इस बार इतनी बुरी हार मिलती है विशाल को की बिना तोड़ के मारी गोटी अंदर बंद थी और आरोही की चारों गोटी मंजिल पर पहुँच चुकी थी।
आरोही को जैसे ही आखिरी गोटी जाती है, खुशी के मारे एक जोरदार चीख मारती है- "हाई मैं जीत गईई..."
विशाल- हाँ हाँ इतना क्यों चीख रही है? चल कैरम खेलते हैं, तब पता चलेगा कौन जीतता है?
आरोही- वो सब बाद में पहले मुझे जीतने की खुशी में चाकलेट खिलाओ।
विशाल- अच्छा बाबा खिला दूँगा।
तभी टीवी पर 'आशिक बनाया आपने' का मुख्य घाना शुरू हो गया, और किसिंग सीन पर आरोही और विशाल की नजर पड़ती है। विशाल एकदम से चैनल बदल देता है। आरोही चाय के खाली कप लेकर किचेन में चली जाती है, और फिर थोड़ी देर बाद वापस आकर विशाल के पास बैठकर टीवी देखने लगती है।
आरोही- विशाल भैया एक बात पूछ?
विशाल- हाँ पूछो आरोही क्या बात है?
आरोही- भैया जो प्रिया ने किया है क्या वो सही है?
विशाल- लब मैरेज?
आरोही- जी।
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विशाल- लोब मैरेज तो ठीक है मगर उसे इस तरह घर से भागना नहीं चाहिए था।
आरोही- मगर भैया इस तरह भी तो घर वाले राजी नहीं होते।
विशाल- हाँ वो तो है। उनकी लाइफ वो जाने हमें क्या लेना?
आरोही- भैया अगर आपको किसी से प्यार हो गया तो क्या आप भी ऐसा ही करोगे?
विशाल- मुझे प्यार व्यार के चक्कर में नहीं पड़ना पहले पढ़ लिख जाऊँ, फिर जहां मम्मी पापा कहेंगे मैं वहीं शादी कर लूँगा।
आरोही- क्या भैया.. आप बिना देखे ही तैयार हो जाओगे?