hotaks444
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[font=Roboto, Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]तस्वीर का रहस्य[/font]
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लेखक - पराग-प्रेरणा
कहते हैं की रिश्तों की डोर को टाइट पकड़े रहना चाहिए वरना वो छूट जाती है। यह कहानी इन्हीं रिश्तों की डोर की है। यह कहानी है पराग की। आगे की कहानी पराग की जुबानी।
मेरा नाम पराग है और 28 साल का हूँ। मेरी शादी प्रेरणा से 5 साल पहले हुई थी और मेरा अभी एक साल का बेटा भी है। मैं एक कंपनी में जाब करता हूँ और प्रेरणा हाउसवाइफ है। मैं और मेरी वाइफ की हाइट 5'8" इंच है और दोनों ही फिट बाडी के है। प्रेरणा एकदम गोरी चिट्टी है और थोड़ी देर भी धूप में रह जाए तो स्किन लाल पड़ जाती है।
बच्चा होने के बाद जरूर प्रेरणा के मुम्मे कुछ फूलकर बड़े हो गये थे और वजन 4-5 किलो बढ़ गया था पर फिर भी वो बहुत फिट थी। हम लोगों ने एक सोसाइटी में घर खरीदा और उसमें शिफ्ट हो गये। हम दोनों ही बहुत खुश थे की लाइफ बहत सही जा रही थी। मेरी जाब की वजह से हम यहां रह रहे थे, वरना हम दोनों के ही पेरेंट्स दूसरे शहर में रहते हैं।
धीरे-धीरे प्रेरणा की दोस्ती पड़ोसियों से होने लगी मगर मैं क्योंकी आफिस में ही रहता हूँ तो इतनी अच्छी जान पहचान नहीं थी। सोसाइटी मीटिंग से मेरी हेलो हो जाती थी।
प्रेरणा की हमारी एक पड़ोसन नैना से अच्छी दोस्ती हो चुकी थी। हालांकी मैं कभी मिला नहीं था। वो लोग दोपहर में ही मिलते थे, जब मैं घर पर नहीं होता था।
प्रेरणा हमेशा नैना के साथ ही शापिंग पर जाती थी और खाली टाइम में आपस में गप्पे भी लड़ाती थी। दोपहर में जब भी मैं वाइफ प्रेरणा को फोन करता तो पता चलता की या तो वो नैना के घर होती या फिर नैना हमारे घर पर होती थी।
एक दिन सोसाइटी में फंक्सन था। प्रेरणा साड़ी पहनकर तैयार हो गई थी। हालांकी वो साड़ी इतना नहीं पहनती थी पर आज फंक्सन था तो उसने पहन ली थी। प्रेरणा ने मुझे हमारे बेटे को तैयार करने का आदेश दिया और मुझे बोल गई की उसको नैना से कुछ काम है तो वो थोड़ी देर में आ रही है।
मैं अपने बच्चे को तैयार कर ही रहा था और 5-10 मिनट के बाद डोरबेल बजी और मैंने जाकर दरवाजा खोला। प्रेरणा वापिस आ गई थी पर उसकी शकल उतरी हुई थी। मैं कुछ पूछता उसके पहले ही वो भागती हुई बेडरूम में चली गई। मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और दरवाजा बंद करके अपने बेटे को जूते पहना दिए।
देर हो रही थी और जब दो मिनट तक प्रेरणा बाहर नहीं आई तो मैं खुद बेडरूम में देखने गया की वो क्या कर रही है? मैंने देखा की वो बेड पर उल्टा लेटी हुई है और सुबकते हुए रो रही थी। उसकी साड़ी साइड में हो चुकी
थी और उसकी गोरी कमर दिख रही थी। ब्लाउज के ऊपर उसकी गोरी नंगी पीठ भी दिखाई दे रही थी।
मैंने उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए पूछा- “तुमको क्या हुआ है?"
प्रेरणा उठकर बैठ गई। उसका पल्लू तो वैसे ही उसके कंधे से उतर चुका था और ऊपर से सिर्फ ब्लाउज में वो मेरे सीने से लिपटकर रोने लगी। वो कुछ बोलते हुए सुबक रही थी और मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था, क्योंकी वो अपना सेंटेन्स ही पूरा नहीं कर पा रही थी।
मैंने उसको शांत होकर अच्छे से बताने को बोला। पर तभी डोरबेल बाजी और मैं प्रेरणा को चोदकर दरवाजा खोलने गया।
दरवाजा खुलते ही एक सुंदर सी युवती सामने खड़ी थी। उसने भी ठीक वैसी ही साड़ी पहनी थी जैसी अभी प्रेरणा ने पहनी थी। मैं उसको आश्चर्य से देखता रह गया क्योंकी मैंने उसको पहले कभी देखा नहीं था।
उस युवती ने बताया की वो नैना है और प्रेरणा के बारे में पूछने लगी। मैंने उसको बेडरूम की तरफ इशारा करकर बोला- "प्रेरणा बेडरूम में है..."
मैं साइड में हो गया और वो दनदनाते हुए मेरे बेडरूम की तरफ बढ़ी। मैं उसको पीछे से देखता ही रह गया। पीछे से वो एकदम मेरी वाइफ प्रेरणा की तरह ही लग रही थी, वही हाइट और लगभग वोही हेल्थ। बच्चा होने से पहले प्रेरणा जैसी थी एकदम वैसी ही नैना दिख रही थी। शायद प्रेरणा से 4-5 किलो वजन कम रहा होगा। उसके कूल्हे अच्छे से मटक रहे थे, जब वो चलती हुई जा रही थी।
आज तक प्रेरणा के मुँह से नैना के बारे में सुना था, आज देख भी लिया। प्रेरणा की ही तरह वो 26 साल की युवती थी। प्रेरणा के जितनी गोरी तो नहीं थी पर काफी गोरी थी। मैं उसके मटकते कूल्हे ही देख रहा था की मेरे पीछे के दरवाजे से एक भारी आवाज सुनाई दी।[/font]
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लेखक - पराग-प्रेरणा
कहते हैं की रिश्तों की डोर को टाइट पकड़े रहना चाहिए वरना वो छूट जाती है। यह कहानी इन्हीं रिश्तों की डोर की है। यह कहानी है पराग की। आगे की कहानी पराग की जुबानी।
मेरा नाम पराग है और 28 साल का हूँ। मेरी शादी प्रेरणा से 5 साल पहले हुई थी और मेरा अभी एक साल का बेटा भी है। मैं एक कंपनी में जाब करता हूँ और प्रेरणा हाउसवाइफ है। मैं और मेरी वाइफ की हाइट 5'8" इंच है और दोनों ही फिट बाडी के है। प्रेरणा एकदम गोरी चिट्टी है और थोड़ी देर भी धूप में रह जाए तो स्किन लाल पड़ जाती है।
बच्चा होने के बाद जरूर प्रेरणा के मुम्मे कुछ फूलकर बड़े हो गये थे और वजन 4-5 किलो बढ़ गया था पर फिर भी वो बहुत फिट थी। हम लोगों ने एक सोसाइटी में घर खरीदा और उसमें शिफ्ट हो गये। हम दोनों ही बहुत खुश थे की लाइफ बहत सही जा रही थी। मेरी जाब की वजह से हम यहां रह रहे थे, वरना हम दोनों के ही पेरेंट्स दूसरे शहर में रहते हैं।
धीरे-धीरे प्रेरणा की दोस्ती पड़ोसियों से होने लगी मगर मैं क्योंकी आफिस में ही रहता हूँ तो इतनी अच्छी जान पहचान नहीं थी। सोसाइटी मीटिंग से मेरी हेलो हो जाती थी।
प्रेरणा की हमारी एक पड़ोसन नैना से अच्छी दोस्ती हो चुकी थी। हालांकी मैं कभी मिला नहीं था। वो लोग दोपहर में ही मिलते थे, जब मैं घर पर नहीं होता था।
प्रेरणा हमेशा नैना के साथ ही शापिंग पर जाती थी और खाली टाइम में आपस में गप्पे भी लड़ाती थी। दोपहर में जब भी मैं वाइफ प्रेरणा को फोन करता तो पता चलता की या तो वो नैना के घर होती या फिर नैना हमारे घर पर होती थी।
एक दिन सोसाइटी में फंक्सन था। प्रेरणा साड़ी पहनकर तैयार हो गई थी। हालांकी वो साड़ी इतना नहीं पहनती थी पर आज फंक्सन था तो उसने पहन ली थी। प्रेरणा ने मुझे हमारे बेटे को तैयार करने का आदेश दिया और मुझे बोल गई की उसको नैना से कुछ काम है तो वो थोड़ी देर में आ रही है।
मैं अपने बच्चे को तैयार कर ही रहा था और 5-10 मिनट के बाद डोरबेल बजी और मैंने जाकर दरवाजा खोला। प्रेरणा वापिस आ गई थी पर उसकी शकल उतरी हुई थी। मैं कुछ पूछता उसके पहले ही वो भागती हुई बेडरूम में चली गई। मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और दरवाजा बंद करके अपने बेटे को जूते पहना दिए।
देर हो रही थी और जब दो मिनट तक प्रेरणा बाहर नहीं आई तो मैं खुद बेडरूम में देखने गया की वो क्या कर रही है? मैंने देखा की वो बेड पर उल्टा लेटी हुई है और सुबकते हुए रो रही थी। उसकी साड़ी साइड में हो चुकी
थी और उसकी गोरी कमर दिख रही थी। ब्लाउज के ऊपर उसकी गोरी नंगी पीठ भी दिखाई दे रही थी।
मैंने उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए पूछा- “तुमको क्या हुआ है?"
प्रेरणा उठकर बैठ गई। उसका पल्लू तो वैसे ही उसके कंधे से उतर चुका था और ऊपर से सिर्फ ब्लाउज में वो मेरे सीने से लिपटकर रोने लगी। वो कुछ बोलते हुए सुबक रही थी और मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था, क्योंकी वो अपना सेंटेन्स ही पूरा नहीं कर पा रही थी।
मैंने उसको शांत होकर अच्छे से बताने को बोला। पर तभी डोरबेल बाजी और मैं प्रेरणा को चोदकर दरवाजा खोलने गया।
दरवाजा खुलते ही एक सुंदर सी युवती सामने खड़ी थी। उसने भी ठीक वैसी ही साड़ी पहनी थी जैसी अभी प्रेरणा ने पहनी थी। मैं उसको आश्चर्य से देखता रह गया क्योंकी मैंने उसको पहले कभी देखा नहीं था।
उस युवती ने बताया की वो नैना है और प्रेरणा के बारे में पूछने लगी। मैंने उसको बेडरूम की तरफ इशारा करकर बोला- "प्रेरणा बेडरूम में है..."
मैं साइड में हो गया और वो दनदनाते हुए मेरे बेडरूम की तरफ बढ़ी। मैं उसको पीछे से देखता ही रह गया। पीछे से वो एकदम मेरी वाइफ प्रेरणा की तरह ही लग रही थी, वही हाइट और लगभग वोही हेल्थ। बच्चा होने से पहले प्रेरणा जैसी थी एकदम वैसी ही नैना दिख रही थी। शायद प्रेरणा से 4-5 किलो वजन कम रहा होगा। उसके कूल्हे अच्छे से मटक रहे थे, जब वो चलती हुई जा रही थी।
आज तक प्रेरणा के मुँह से नैना के बारे में सुना था, आज देख भी लिया। प्रेरणा की ही तरह वो 26 साल की युवती थी। प्रेरणा के जितनी गोरी तो नहीं थी पर काफी गोरी थी। मैं उसके मटकते कूल्हे ही देख रहा था की मेरे पीछे के दरवाजे से एक भारी आवाज सुनाई दी।[/font]