desiaks
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इस पर मैं उठ कर सीधा उसके पास जाकर लेट गया, तृप्ति मेरे ऊपर आई, अपने होठों को मेरे होठों पर दबा कर मेरे लिंग को अपने हाथ में रखकर धीरे-धीरे मेरे होठों से लेकर गले सीने पर अपनी जुबान फिर आती हुई किस करने लगी। उसने हाथों ने मेरे सिक्स पैक को महसूस किया और वहां पर चुम्बनों की बारिश कर दी। वह इस सिक्स पैक्स बॉडी वाली की दीवानी थी, उसने चुम्बनों की ऐसे बारिश की थी जो कि मुझे कभी प्रिया से नहीं मिली थी, इतनी मेहनत से बनाए हुए सिक्स पैक का प्रिया को कोई शौक नहीं था। लेकिन आज मुझे महसूस हुआ कि इस मेहनत का नतीजा मुझे तृप्ति के चुम्बनों के इनाम में मिल गया।
तृप्ति ने कहा- अरे यार, हमारे पास समय की बहुत कमी है, तुमने जो तुम्हारी इच्छा का जिक्र किया था, पूरा करना नहीं चाहोगे? तुम्हारे इस शरीर के साथ तो मेरी भी इच्छा हो रही है कि मैं भी वह करूं। मैं 69 की बात कर रही हूं।
तृप्ति ने मेरे मन की बात छीन ली थी लेकिन मैं डर रहा था कि शायद वह लिंग को मुंह में लेकर चूसना पसंद नहीं करे। पर लग रहा था कि आज मेरे सारे अरमान पूरे होने जा रहे हैं।
हम 69 की पोजीशन में आ गए। क्या खुशबू थी उसकी जांघों के बीच बसी ज़न्नत की।
क्या गोरी जांघें थी... जिनके बीच में मैंने अपने मुंह को दबाया उसके इस गहरे भाग को देखकर मेरा लिंग करंट मारने लगा था। कोई भी ऐसे गोरे शरीर को जो एकदम स्वच्छ निर्मल और बालों से रहित हो, बिना किसी झिझक के चूमना चाटना और खाना भी पसंद करेगा। इतने में मुझे अपने लिंग पर तृप्ति के लब महसूस हुए, उसके मुंह की लार ने मेरे लिंग को गीला कर दिया और वह मुझे उत्तेजना में पागल करने के लिए जोर जोर से अपने होठों को मेरे लिंग पर रगड़ने लगी और गंदे तरीके से उसे चूसने चाटने लगी। ऐसा लग रहा था कि किसी ब्लू फिल्म की हीरोइन आज मेरे लिंग पर सवार है। मैंने उत्तेजित होते हुए उसकी चूत को चूसना चाटना शुरू कर दिया और जीभ से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया। उसके गदराये हुए शरीर को देखकर मैं पागल हुए जा रहा था। उसकी गोरी गांड मेरी आंखों के सामने थी जो कि इतनी आकर्षक थी कि कब मेरा मुंह उसके गांड के छेद पर चला गया मुझे पता ही नहीं चला।
अपनी जीभ को मैंने उसकी गांड के छेद पर पूरी तरह से फिराया। कभी-कभी मैं उसकी गांड के छेद को और कभी उसकी फांक को जो भी मुंह में आ रही थी, पागलों की तरह चूसने चाटने लगा और उसका पूरा निचला भाग आगे पीछे से मैंने चाट चाट कर गीला कर दिया अपनी लार से। इस प्रकार तृप्ति इतनी उत्तेजित हो गई कि वह अपनी गांड को मेरे मुंह पर जोर जोर से गिराने लगी इससे मेरी नाक पर चोट तो लगी लेकिन मैंने उस मीठे दर्द को बर्दाश्त किया और उसकी चूत को जोर-जोर से जीभसे चोदना शुरू किया। इसी प्रकार उत्तेजना में वह मेरे लिंग को जोर जोर से चूस रही थी और उसकी चूत ने एकदम से पानी छोड़ दिया... मगर वह रुक नहीं रही थी और मेरे लिंग को लगातार चूस रही थी। अतः मेरे लिंग ने भी पानी छोड़ दिया हम एक दूसरे के ऊपर ही 69 की अवस्था में निढाल होकर गिर गए। मुझे अपने जीवन में अब से पहले कभी ऐसी उत्तेजना और ऐसा चरमोत्कर्ष कभी प्राप्त नहीं हुआ था।
तृप्ति ने कहा- अरे यार, हमारे पास समय की बहुत कमी है, तुमने जो तुम्हारी इच्छा का जिक्र किया था, पूरा करना नहीं चाहोगे? तुम्हारे इस शरीर के साथ तो मेरी भी इच्छा हो रही है कि मैं भी वह करूं। मैं 69 की बात कर रही हूं।
तृप्ति ने मेरे मन की बात छीन ली थी लेकिन मैं डर रहा था कि शायद वह लिंग को मुंह में लेकर चूसना पसंद नहीं करे। पर लग रहा था कि आज मेरे सारे अरमान पूरे होने जा रहे हैं।
हम 69 की पोजीशन में आ गए। क्या खुशबू थी उसकी जांघों के बीच बसी ज़न्नत की।
क्या गोरी जांघें थी... जिनके बीच में मैंने अपने मुंह को दबाया उसके इस गहरे भाग को देखकर मेरा लिंग करंट मारने लगा था। कोई भी ऐसे गोरे शरीर को जो एकदम स्वच्छ निर्मल और बालों से रहित हो, बिना किसी झिझक के चूमना चाटना और खाना भी पसंद करेगा। इतने में मुझे अपने लिंग पर तृप्ति के लब महसूस हुए, उसके मुंह की लार ने मेरे लिंग को गीला कर दिया और वह मुझे उत्तेजना में पागल करने के लिए जोर जोर से अपने होठों को मेरे लिंग पर रगड़ने लगी और गंदे तरीके से उसे चूसने चाटने लगी। ऐसा लग रहा था कि किसी ब्लू फिल्म की हीरोइन आज मेरे लिंग पर सवार है। मैंने उत्तेजित होते हुए उसकी चूत को चूसना चाटना शुरू कर दिया और जीभ से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया। उसके गदराये हुए शरीर को देखकर मैं पागल हुए जा रहा था। उसकी गोरी गांड मेरी आंखों के सामने थी जो कि इतनी आकर्षक थी कि कब मेरा मुंह उसके गांड के छेद पर चला गया मुझे पता ही नहीं चला।
अपनी जीभ को मैंने उसकी गांड के छेद पर पूरी तरह से फिराया। कभी-कभी मैं उसकी गांड के छेद को और कभी उसकी फांक को जो भी मुंह में आ रही थी, पागलों की तरह चूसने चाटने लगा और उसका पूरा निचला भाग आगे पीछे से मैंने चाट चाट कर गीला कर दिया अपनी लार से। इस प्रकार तृप्ति इतनी उत्तेजित हो गई कि वह अपनी गांड को मेरे मुंह पर जोर जोर से गिराने लगी इससे मेरी नाक पर चोट तो लगी लेकिन मैंने उस मीठे दर्द को बर्दाश्त किया और उसकी चूत को जोर-जोर से जीभसे चोदना शुरू किया। इसी प्रकार उत्तेजना में वह मेरे लिंग को जोर जोर से चूस रही थी और उसकी चूत ने एकदम से पानी छोड़ दिया... मगर वह रुक नहीं रही थी और मेरे लिंग को लगातार चूस रही थी। अतः मेरे लिंग ने भी पानी छोड़ दिया हम एक दूसरे के ऊपर ही 69 की अवस्था में निढाल होकर गिर गए। मुझे अपने जीवन में अब से पहले कभी ऐसी उत्तेजना और ऐसा चरमोत्कर्ष कभी प्राप्त नहीं हुआ था।