hotaks444
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जैसे ही रेहान ने रीत को अपनी गिरफ़्त में से आज़ाज़ किया तो उसका पैर ज़ख्मी होने की वजह से उसका भार नही उठा पाया और उसके पैर में से दर्द निकलकर उसके पूरे शरीर में होने लगा. काफ़ी देर तक एक टाँग के सहारे खड़ी रहने से रीत को चक्कर आ गया और वो नीचे गिर गई. रेहान जल्दी से उसके पास बैठ गया और रीत को उठाने लगा. रीत कुछ नही बोल रही थी. शायद वो चक्कर आने की वजह से बेहोश हो गई थी. रेहान रीत को कुछ ना बोलते देख घबरा गया और उसने रीत को अपनी गोद में उठाया और वापिस उसके बिस्तेर पे ले आया. वो रीत को हिला रहा था मगर रीत बेहोशी की हालत में सोई हुई थी. रेहान ने जल्दी से रीत का मोबाइल उठाया और उसमे से कूटी का नंबर. निकल कर डाइयल किया.
प्राची-हेलो दीदी.
रेहान-कूटी मैं रेहान बोल रहा हूँ जल्दी यहाँ पे आओ रीत को कुछ हो गया है.
प्राची-क्याआआ......???
रेहान-हां कूटी वो बेहोश हो गई है मुझे कुछ समझ नही आ रहा जल्दी आओ.
प्राची ने फोन कट किया और भागती हुई फ्लॅट की तरफ जाने लगी. फ्लॅट के अंदर जाते ही वो सीधा रीत जहाँ पड़ी थी वहाँ गई तो देखा कि रीत बिस्तेर पे आँखें बंद किए लेटी थी.
प्राची ने रीत को हिलाया मगर उसने कोई रेस्पॉन्स नही दिया. प्राची रीत को ऐसी हालत में देखकर घबरा गई और रेहान के उपर भड़कती हुई बोली.
प्राची-क्या किया तुमने रीत दीदी के साथ.
रेहान-कूटी मैने कुछ नही किया मैं तो इसे वॉशरूम में लेकर गया था और वहाँ पे ये गिर गई और बेहोश हो गई.
रीत का पूरा शरीर गरम हो रहा था. प्राची जल्दी से किचन में गयी और पानी लेकर वापिस रीत के पास आ गई. और रीत के उपर पानी के छिट गिराती रही. कोई 5 मिनट बाद रीत को होश आया तो प्राची उसके गले लगकर रोने लगी. रीत ने उसे संभाला और कहा.
रीत-कूटी ऐसे बच्चो की तरह क्यू रो रही है तू.
प्राची रोते हुए बोली.
प्राची-दीदी क्या हो गया था आपको.
रीत-अरे पगली चक्कर आ गया था मुझे जिसकी वजह से मैं गिर गयी.
प्राची ने रीत के माथे पे हाथ रखकर देखते हुए कहा.
प्राची-दीदी आपका शरीर तो बहुत गरम हो रहा है लगता है आपको बुखार है.
रीत-कुछ नही हुआ मुझे ठीक हूँ मैं.
प्राची-नही दीदी सच में आपका शरीर पूरा तप रहा है. देखो रेहान.
रेहान ने भी रीत के माथे पे हाथ रखते हुए कहा.
रेहान-हां रीत कूटी सही कह रही है. चलो मैं तुम्हे किसी डॉक्टर के पास ले जाता हूँ.
रीत-अरे मैं ठीक तो हूँ बिल्कुल.
प्राची-चुप चाप चलो दीदी ज़्यादा नौटंकी मत करो.
रेहान अपनी गाड़ी में रीत न्ड प्राची को एक सरकारी. हॉस्पिटल में ले गया और वहाँ डॉक्टेर'स ने चेक किया तो पता चला रीत को 102 बुखार था. डॉक्टेर ने गुलुकोज की बोतल लगा दी और रीत को वहीं एक बेड पे आराम करने को कहा.
प्राची-देखा दीदी कितना बुखार है आपको. आप मान ही नही रही थी.
रीत ने कुछ ना बोलते हुए प्राची का हाथ अपने दोनो हाथों में पकड़ लिया.
इतने में रेहान की जेब में रखा रीत का फोन बजने लगा. रेहान ने फोन रीत को पकड़ाते हुए कहा.
रेहान-लो रीत करू का फोन है.
रीत-हां करू.
करू-कहाँ हो दीदी आप हम फ्लॅट में हैं और आप कहाँ चली गई.
रीत-करू मुझे थोड़ा बुखार था इसलिए मैं और कूटी रेहान के साथ डॉक्टर के पास आए थे. हम बस आते हैं अभी.
करू थोड़ा घबराते हुए.
करू-सब ठीक तो हैं ना रीत.
रीत-हां करू हम बस आते हैं.
करू-ओके जल्दी आना.
गुलुकोज लगाने के बाद रीत न्ड प्राची रेहान के साथ वापिस फ्लॅट की ओर चल पड़े. डॉक्टर ने कुछ मेडिसेंस लिखी थी वो उन्होने एक मेडिकल स्टोर से ली और रेहान कूटी और रीत को फ्लॅट में छोड़ कर वापिस अपने फ्लॅट की ओर चल पड़ा.
रीत के अंदर जाते ही करू न्ड नीतू भाग कर उसके पास आई और उसका हाल पूछने लगी.
रात हो चुकी थी और प्राची, करू न्ड नीतू रीत के पास बैठी थी. रीत बेड पे लेटी हुई थी और वो तीनो रीत के मना करने के बावज़ूद रीत के शरीर को दबा कर उसकी सेवा कर रही थी. कूटी न्ड नीतू जहाँ रीत की टाँगें दबा रही थी वहीं पे करू ने रीत के सर को अपनी गोद में रखा हुया था और उसके सर पे गर्म पट्टी रखकर दबा रही थी. रीत भले ही उनके सामने नॉर्मल दिखने की कोशिश कर रही थी मगर असल में वो अपने अंदर कमज़ोरी महसूस कर रही थी. वो आपस में बातें कर रही थी कि करू का मोबाइल बजा. करू ने देखा हॅरी का फोन था.
करू ने वहीं बैठे बैठे फोन उठाया और कहा.
करू-हेलो हॅरी.
हॅरी-हाई करू कैसी हो.
करू-म गुड. आप बताओ.
हॅरी- मैं भी ठीक हूँ. रीत कैसी है अब रेहान ने बताया था कि वो काफ़ी बीमार है.
करू-वो भी ठीक है.
हॅरी-मैने तो ये पूछना था करू कि कल वेडनेसडे है आपने घूमने जाने को कहा था कल के दिन.
करू-हॅरी सॉरी यार. रीत बीमार है इसलिए मैं कल नही आ सकती. किसी और दिन चलेंगे.
हॅरी-ओके ओके कोई बात नही. वैसे भी उनका ख्याल रखना ज़्यादा ज़रूरी है.
रीत ने अंदाज़ा तो लगा लिया था कि क्या बात हो रही है. उसने करू से फोन लिया और बोली.
रीत-हेलो जीजू. रीत बोल रही हूँ.
हॅरी-हाई रीत. अब कैसी तबीयत है आपकी.
रीत-मैं बिल्कुल ठीक हूँ. आपका कही घूमने का प्लान है क्या कल.
हॅरी-हां रीत मैने और करू ने बनाया तो था मगर अब आप बीमार हो तो आपकी केर ज़्यादा ज़रूरी है. इसलिए कॅन्सल कर दिया.
रीत-कोई कॅन्सल नही हुआ आप कल सुबह आकर करू को ले जाना. ये तैयार रहेगी.
और रीत ने कॉल काट दिया.
जैसे ही रेहान ने रीत को अपनी गिरफ़्त में से आज़ाज़ किया तो उसका पैर ज़ख्मी होने की वजह से उसका भार नही उठा पाया और उसके पैर में से दर्द निकलकर उसके पूरे शरीर में होने लगा. काफ़ी देर तक एक टाँग के सहारे खड़ी रहने से रीत को चक्कर आ गया और वो नीचे गिर गई. रेहान जल्दी से उसके पास बैठ गया और रीत को उठाने लगा. रीत कुछ नही बोल रही थी. शायद वो चक्कर आने की वजह से बेहोश हो गई थी. रेहान रीत को कुछ ना बोलते देख घबरा गया और उसने रीत को अपनी गोद में उठाया और वापिस उसके बिस्तेर पे ले आया. वो रीत को हिला रहा था मगर रीत बेहोशी की हालत में सोई हुई थी. रेहान ने जल्दी से रीत का मोबाइल उठाया और उसमे से कूटी का नंबर. निकल कर डाइयल किया.
प्राची-हेलो दीदी.
रेहान-कूटी मैं रेहान बोल रहा हूँ जल्दी यहाँ पे आओ रीत को कुछ हो गया है.
प्राची-क्याआआ......???
रेहान-हां कूटी वो बेहोश हो गई है मुझे कुछ समझ नही आ रहा जल्दी आओ.
प्राची ने फोन कट किया और भागती हुई फ्लॅट की तरफ जाने लगी. फ्लॅट के अंदर जाते ही वो सीधा रीत जहाँ पड़ी थी वहाँ गई तो देखा कि रीत बिस्तेर पे आँखें बंद किए लेटी थी.
प्राची ने रीत को हिलाया मगर उसने कोई रेस्पॉन्स नही दिया. प्राची रीत को ऐसी हालत में देखकर घबरा गई और रेहान के उपर भड़कती हुई बोली.
प्राची-क्या किया तुमने रीत दीदी के साथ.
रेहान-कूटी मैने कुछ नही किया मैं तो इसे वॉशरूम में लेकर गया था और वहाँ पे ये गिर गई और बेहोश हो गई.
रीत का पूरा शरीर गरम हो रहा था. प्राची जल्दी से किचन में गयी और पानी लेकर वापिस रीत के पास आ गई. और रीत के उपर पानी के छिट गिराती रही. कोई 5 मिनट बाद रीत को होश आया तो प्राची उसके गले लगकर रोने लगी. रीत ने उसे संभाला और कहा.
रीत-कूटी ऐसे बच्चो की तरह क्यू रो रही है तू.
प्राची रोते हुए बोली.
प्राची-दीदी क्या हो गया था आपको.
रीत-अरे पगली चक्कर आ गया था मुझे जिसकी वजह से मैं गिर गयी.
प्राची ने रीत के माथे पे हाथ रखकर देखते हुए कहा.
प्राची-दीदी आपका शरीर तो बहुत गरम हो रहा है लगता है आपको बुखार है.
रीत-कुछ नही हुआ मुझे ठीक हूँ मैं.
प्राची-नही दीदी सच में आपका शरीर पूरा तप रहा है. देखो रेहान.
रेहान ने भी रीत के माथे पे हाथ रखते हुए कहा.
रेहान-हां रीत कूटी सही कह रही है. चलो मैं तुम्हे किसी डॉक्टर के पास ले जाता हूँ.
रीत-अरे मैं ठीक तो हूँ बिल्कुल.
प्राची-चुप चाप चलो दीदी ज़्यादा नौटंकी मत करो.
रेहान अपनी गाड़ी में रीत न्ड प्राची को एक सरकारी. हॉस्पिटल में ले गया और वहाँ डॉक्टेर'स ने चेक किया तो पता चला रीत को 102 बुखार था. डॉक्टेर ने गुलुकोज की बोतल लगा दी और रीत को वहीं एक बेड पे आराम करने को कहा.
प्राची-देखा दीदी कितना बुखार है आपको. आप मान ही नही रही थी.
रीत ने कुछ ना बोलते हुए प्राची का हाथ अपने दोनो हाथों में पकड़ लिया.
इतने में रेहान की जेब में रखा रीत का फोन बजने लगा. रेहान ने फोन रीत को पकड़ाते हुए कहा.
रेहान-लो रीत करू का फोन है.
रीत-हां करू.
करू-कहाँ हो दीदी आप हम फ्लॅट में हैं और आप कहाँ चली गई.
रीत-करू मुझे थोड़ा बुखार था इसलिए मैं और कूटी रेहान के साथ डॉक्टर के पास आए थे. हम बस आते हैं अभी.
करू थोड़ा घबराते हुए.
करू-सब ठीक तो हैं ना रीत.
रीत-हां करू हम बस आते हैं.
करू-ओके जल्दी आना.
गुलुकोज लगाने के बाद रीत न्ड प्राची रेहान के साथ वापिस फ्लॅट की ओर चल पड़े. डॉक्टर ने कुछ मेडिसेंस लिखी थी वो उन्होने एक मेडिकल स्टोर से ली और रेहान कूटी और रीत को फ्लॅट में छोड़ कर वापिस अपने फ्लॅट की ओर चल पड़ा.
रीत के अंदर जाते ही करू न्ड नीतू भाग कर उसके पास आई और उसका हाल पूछने लगी.
रात हो चुकी थी और प्राची, करू न्ड नीतू रीत के पास बैठी थी. रीत बेड पे लेटी हुई थी और वो तीनो रीत के मना करने के बावज़ूद रीत के शरीर को दबा कर उसकी सेवा कर रही थी. कूटी न्ड नीतू जहाँ रीत की टाँगें दबा रही थी वहीं पे करू ने रीत के सर को अपनी गोद में रखा हुया था और उसके सर पे गर्म पट्टी रखकर दबा रही थी. रीत भले ही उनके सामने नॉर्मल दिखने की कोशिश कर रही थी मगर असल में वो अपने अंदर कमज़ोरी महसूस कर रही थी. वो आपस में बातें कर रही थी कि करू का मोबाइल बजा. करू ने देखा हॅरी का फोन था.
करू ने वहीं बैठे बैठे फोन उठाया और कहा.
करू-हेलो हॅरी.
हॅरी-हाई करू कैसी हो.
करू-म गुड. आप बताओ.
हॅरी- मैं भी ठीक हूँ. रीत कैसी है अब रेहान ने बताया था कि वो काफ़ी बीमार है.
करू-वो भी ठीक है.
हॅरी-मैने तो ये पूछना था करू कि कल वेडनेसडे है आपने घूमने जाने को कहा था कल के दिन.
करू-हॅरी सॉरी यार. रीत बीमार है इसलिए मैं कल नही आ सकती. किसी और दिन चलेंगे.
हॅरी-ओके ओके कोई बात नही. वैसे भी उनका ख्याल रखना ज़्यादा ज़रूरी है.
रीत ने अंदाज़ा तो लगा लिया था कि क्या बात हो रही है. उसने करू से फोन लिया और बोली.
रीत-हेलो जीजू. रीत बोल रही हूँ.
हॅरी-हाई रीत. अब कैसी तबीयत है आपकी.
रीत-मैं बिल्कुल ठीक हूँ. आपका कही घूमने का प्लान है क्या कल.
हॅरी-हां रीत मैने और करू ने बनाया तो था मगर अब आप बीमार हो तो आपकी केर ज़्यादा ज़रूरी है. इसलिए कॅन्सल कर दिया.
रीत-कोई कॅन्सल नही हुआ आप कल सुबह आकर करू को ले जाना. ये तैयार रहेगी.
और रीत ने कॉल काट दिया.