hotaks444
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मासूम ननद
फ्रेंड्स आज काफ़ी दिनो बाद आपसे रूबरू हुई हूँ और आपके लिए एक मस्त कहानी लेकर आई हूँ आप अब से गुज़ारिश है कि आप अपना सहयोग ज़रूर दें . मेरा नाम डॉली है. मेरी शादी को कोई 8 - 9 महीने हुए हैं. मेरे हज़्बेंड का नाम राज है वो मेरे ऑफीस मे कोलीग था लेकिन शादी के बाद में ने जॉब छोड़ दी ऑर घर पर ही रहने लगी हूँ. राज कोई बहुत ज़्यादा अमीर आदमी नही है. उसकी फमिली शहर के पास ही एक विलेज मे रहती है. थोड़ी सी ज़मीन है जिस पर उसके घर वाले अपना गुज़ारा करते हैं. विलेज में उसका बाप, माँ ऑर सिस्टर ऑर छोटा भाई रहते हैं. उसका छोटा भाई अपने बाप के साथ ही होता है ज़मीनो पर. सिस्टर पढ़ रही थी गाओं के स्कूल मे ही. बहुत ही प्यारी लड़की है पायल , यानी मेरी ननद .
में अपने हज़्बेंड राज के साथ शहर मे ही रहती हूँ. हम ने एक छोटा सा मकान लिया हुआ है रेंट पर. इस मे एक बेडरूम वित अटॅच बाथरूम, छोटा सा टीवी लाउंज ऑर एक किचन है. एक छोटी सी बैठक है घर के अगले हिस्से में जिसका एक दरवाज़ा घर से बाहर खुलता है ऑर दूसरा टीवी लाउंज में है. घर के पीछले हिस्से में छोटा सा आँगन है. बस तक़रीबन 3 मरले का घर है ऊपेर की छत बिल्कुल खाली है. मेन गेट के अंदर थोड़ी सी जगह गैराज के तौर पर है जहाँ पर राज अपनी बाइक खड़ी करता है.
में ऑर राज अपनी शादी से बहुत खुश हैं ऑर बड़ी ही अच्छी लाइफ गुज़ार रहे थे. वैसे राज का बॅक ग्राउंड विलेज का था लेकिन फिर भी शुरू से शहर में रहने की वजह से काफ़ी हद तक शहरी ही हो गया था. रहन सहन ड्रेसिंग वाघहैरा सब शहरियों की तरह ही थी. ऑर वो काफ़ी ओपन माइंडेड भी था. घर पर हमेशा मुझ से फरमाइश करता कि में मॉडर्न किस्म के कपड़े ही पहनू. इस लिए घर पर में अक्सर टाइट लेग्गींगस ऑर टॉप्स, स्लिव लेस शर्ट्स ऑर टॉप्स ऑर हर किस्म के वेस्टर्न ड्रेसस पहन लेती थी. अक्सर बाहर जाते तब भी मैरी ड्रेसिंग काफ़ी मॉड ही होती थी. अक्सर जीन्स ऑर टी शर्ट पहनती थी या शलवार कमीज़ पहनती तो वो भी फॅशन के मुताबिक़ ही टाइट ऑफ मॉडर्न ही होते थे. घर से बाहर भी मुझे लेगिंग पहना कर ले जाता था अक्सर. घर आ जाता तो मुझ से सिर्फ़ ब्रस्सिएर ऑर लेगिंग में ही रहने की फरमाइश करता था.
राज मेरे हुश्न ऑर मेरे जिस्म का दीवाना था. हमेशा मेरे गोरे रंग ऑर खूबसूरत जिस्म की तारीफ करता था. जब भी मौका मिलता मेरे बूब्स को मसल देता था. ऑर मेरे खुले गले में हाथ डाल कर मेरे बूब्स को सहलाता रहता था. अपने पती को खुश करने ऑर उसे लुभाने के लिए में भी हमेशा डीप ऑर लो नेक की कमीज़ सिल्वाति थी जिस में से मेरे बूब्स भी नज़र आते ऑर क्लीवेज तो हर वक़्त ही ओपन होता था. दिन में जब भी मौका मिलता हम लोग सेक्स करते थे. बल्कि सच बात तो ये है कि में शादी से पहले ही अपना कंवारा पन राज पर लूटा चुकी थी. जी हां राज ही मेरी पहली ऑर आखरी मुहब्बत था ऑर ये राज की मुहब्बत ही थी जो कि मुझे शादी से पहले ही उसके बिस्तर तक ले आई थी उसकी बाहों में.
शादी के 8-9 महीने बाद भी जब हमारी सेक्स लाइफ ऑर हवस से भरी हुई ज़िंदगी पूरे चर्म पर थी तो एकदम इस में एक ब्रेक सी लग गई ऑर एक ठहराव सा आ गया . इसकी की वजह ये थी कि मेरी ननद पायल ने 10थ का एग्ज़ॅम पास कर लिया तो उस ने कॉलेज में अड्मिशन लेने का शौक ज़ाहिर किया तो मेरे ससुर जी ने पहले तो इनकार कर दिया लेकिन जब उसके चहेते बड़े भाई राज ने भी अपने बाप से बात की तो ससुर जी ने हामी भर ली कि अगर राज उसकी ज़िम्मे दारी उठा सकता है तो ठीक है. प्रॉब्लम ये था कि विलेज में कोई कॉलेज नही था ऑर उसे शहर में आना था. ऑर जब पायल ने कॉलेज में अड्मिशन लिया तो वो गाओं से शहर में आ गई ऑर ज़ाहिर है कि उसे हमारे साथ ही रहना था. सो पायल शहर में हमारे साथ उस छोटे से मकान में शिफ्ट हो गई.
फ्रेंड्स आज काफ़ी दिनो बाद आपसे रूबरू हुई हूँ और आपके लिए एक मस्त कहानी लेकर आई हूँ आप अब से गुज़ारिश है कि आप अपना सहयोग ज़रूर दें . मेरा नाम डॉली है. मेरी शादी को कोई 8 - 9 महीने हुए हैं. मेरे हज़्बेंड का नाम राज है वो मेरे ऑफीस मे कोलीग था लेकिन शादी के बाद में ने जॉब छोड़ दी ऑर घर पर ही रहने लगी हूँ. राज कोई बहुत ज़्यादा अमीर आदमी नही है. उसकी फमिली शहर के पास ही एक विलेज मे रहती है. थोड़ी सी ज़मीन है जिस पर उसके घर वाले अपना गुज़ारा करते हैं. विलेज में उसका बाप, माँ ऑर सिस्टर ऑर छोटा भाई रहते हैं. उसका छोटा भाई अपने बाप के साथ ही होता है ज़मीनो पर. सिस्टर पढ़ रही थी गाओं के स्कूल मे ही. बहुत ही प्यारी लड़की है पायल , यानी मेरी ननद .
में अपने हज़्बेंड राज के साथ शहर मे ही रहती हूँ. हम ने एक छोटा सा मकान लिया हुआ है रेंट पर. इस मे एक बेडरूम वित अटॅच बाथरूम, छोटा सा टीवी लाउंज ऑर एक किचन है. एक छोटी सी बैठक है घर के अगले हिस्से में जिसका एक दरवाज़ा घर से बाहर खुलता है ऑर दूसरा टीवी लाउंज में है. घर के पीछले हिस्से में छोटा सा आँगन है. बस तक़रीबन 3 मरले का घर है ऊपेर की छत बिल्कुल खाली है. मेन गेट के अंदर थोड़ी सी जगह गैराज के तौर पर है जहाँ पर राज अपनी बाइक खड़ी करता है.
में ऑर राज अपनी शादी से बहुत खुश हैं ऑर बड़ी ही अच्छी लाइफ गुज़ार रहे थे. वैसे राज का बॅक ग्राउंड विलेज का था लेकिन फिर भी शुरू से शहर में रहने की वजह से काफ़ी हद तक शहरी ही हो गया था. रहन सहन ड्रेसिंग वाघहैरा सब शहरियों की तरह ही थी. ऑर वो काफ़ी ओपन माइंडेड भी था. घर पर हमेशा मुझ से फरमाइश करता कि में मॉडर्न किस्म के कपड़े ही पहनू. इस लिए घर पर में अक्सर टाइट लेग्गींगस ऑर टॉप्स, स्लिव लेस शर्ट्स ऑर टॉप्स ऑर हर किस्म के वेस्टर्न ड्रेसस पहन लेती थी. अक्सर बाहर जाते तब भी मैरी ड्रेसिंग काफ़ी मॉड ही होती थी. अक्सर जीन्स ऑर टी शर्ट पहनती थी या शलवार कमीज़ पहनती तो वो भी फॅशन के मुताबिक़ ही टाइट ऑफ मॉडर्न ही होते थे. घर से बाहर भी मुझे लेगिंग पहना कर ले जाता था अक्सर. घर आ जाता तो मुझ से सिर्फ़ ब्रस्सिएर ऑर लेगिंग में ही रहने की फरमाइश करता था.
राज मेरे हुश्न ऑर मेरे जिस्म का दीवाना था. हमेशा मेरे गोरे रंग ऑर खूबसूरत जिस्म की तारीफ करता था. जब भी मौका मिलता मेरे बूब्स को मसल देता था. ऑर मेरे खुले गले में हाथ डाल कर मेरे बूब्स को सहलाता रहता था. अपने पती को खुश करने ऑर उसे लुभाने के लिए में भी हमेशा डीप ऑर लो नेक की कमीज़ सिल्वाति थी जिस में से मेरे बूब्स भी नज़र आते ऑर क्लीवेज तो हर वक़्त ही ओपन होता था. दिन में जब भी मौका मिलता हम लोग सेक्स करते थे. बल्कि सच बात तो ये है कि में शादी से पहले ही अपना कंवारा पन राज पर लूटा चुकी थी. जी हां राज ही मेरी पहली ऑर आखरी मुहब्बत था ऑर ये राज की मुहब्बत ही थी जो कि मुझे शादी से पहले ही उसके बिस्तर तक ले आई थी उसकी बाहों में.
शादी के 8-9 महीने बाद भी जब हमारी सेक्स लाइफ ऑर हवस से भरी हुई ज़िंदगी पूरे चर्म पर थी तो एकदम इस में एक ब्रेक सी लग गई ऑर एक ठहराव सा आ गया . इसकी की वजह ये थी कि मेरी ननद पायल ने 10थ का एग्ज़ॅम पास कर लिया तो उस ने कॉलेज में अड्मिशन लेने का शौक ज़ाहिर किया तो मेरे ससुर जी ने पहले तो इनकार कर दिया लेकिन जब उसके चहेते बड़े भाई राज ने भी अपने बाप से बात की तो ससुर जी ने हामी भर ली कि अगर राज उसकी ज़िम्मे दारी उठा सकता है तो ठीक है. प्रॉब्लम ये था कि विलेज में कोई कॉलेज नही था ऑर उसे शहर में आना था. ऑर जब पायल ने कॉलेज में अड्मिशन लिया तो वो गाओं से शहर में आ गई ऑर ज़ाहिर है कि उसे हमारे साथ ही रहना था. सो पायल शहर में हमारे साथ उस छोटे से मकान में शिफ्ट हो गई.