hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
पायल शरमा गई. में पायल के दिल में भी हल्की सी चिंगारी जलाना चाहती थी ताकि वो भी राज की तरफ थोड़ा ध्यान दे ऑर उसे भी अंदाज़ा हो सके कि उसका भाई उसकी तरफ देखता है. ऑर में अपने मक़सद में कामयाब भी हो गई थी. पायल को शरमाते देख कर में धीरे से मुस्कराई ऑर अपने बेडरूम की तरफ बढ़ ते हुए बोली, अच्छा भाई में तो अब चली अपने जानू के साथ एंजाय करने. मेरी बात पर पायल मुस्करा दी ऑर में अपने बेडरूम की तरफ बढ़ गई.
अपने बेडरूम में आई तो राज पहले से ही लेट चुका हुआ था. में भी उसके साथ ही लेट गई. बेड पर लेटने के साथ ही राज ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया ऑर अपनी बाहों में ले कर चूमने लगा. में भी सुबह से एक भाई की अपनी बहन के लिए हवस नाक नज़रें देख देख कर गरम हो रही थी इस लिए कोई भी रेज़िस्टेन्स नही की ऑर उसका साथ देने लगा.
जैसे ही मैने उसके लंड पर हाथ रखा तो मुझे वो पहले से ही तैयार मिला, पता नही अभी तक उसके ज़हन में शायद अपनी बहन का बदन ही घूम रहा था जो वो आकड़ा हुआ था. में दिल ही दिल में मुस्कराई ऑर उसका पाजामा नीचे उतार कर उसका लंड बाहर निकाल लिया. ऑर उसे अपने बरमूडे के ऊपर से अपनी चूत पर रगड़ने लगी. राज ने मेरा बरमूडा भी उतारा ऑर फॉरन ही मेरे ऊपर को सरक कर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया जो कि पहले से ही गीली हो गई थी. धीरे धीरे राज ने मुझे चोदना शुरू कर दिया. वो मेरे होंठो ऑर मेरे गालों को चूमते हुए अपना लंड मेरी चूत में अंदर बाहर कर रहा था ऑर में भी उसकी नंगी कमर पर हाथ फेरते हुए उसको सहला रही थी.
अचानक ही में बहुत ही मस्त आवाज़ में बोली, यार तुम तो पायल का भी ख़याल नही करते हर वक़्त तुमको मुझे चोदने का ही ख़याल रहता है. मैने ये बात सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ उसके दिमाग़ में उसकी सिस्टर का इमेज लाने के लिए कही थी. ऑर अजीब बात ये है कि हुआ भी ऐसा ही कि जैसे ही मैने पायल का नाम लिया तो राज की आँखे बंद हो गई ऑर उसके धक्कों की रफ़्तार में तेज़ी आ गई ऑर वो मेरे होंठो को अपने होंठो में ले कर चूसने लगा. में समझ गई कि इस वक़्त वो अपनी बहन का चेहरा ही अपनी आँखों के सामने देख रहा है. मैने भी उसे डिस्टर्ब करना मुनासिब नही समझा ऑर भी ज़ोर से उसे अपने साथ लिपटा लिया.
अभी भी उसकी आँखे बंद थीं ऑर वो धना धन अपना लंड मेरी चूत में अंदर बाहर कर रहा था बल्कि शायद अपने ख़यालों में अपनी बहन की चूत चोद रहा था. थोड़ी देर बाद राज ने अपना वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ा ऑर धीरे से मेरी बगल में ही ढह गया. उसकी आँखे अभी भी बंद थीं ऑर वो लंबे लंबे साँस ले रहा था. उस की ऐसी हालत पहले कभी नही हुई थी चुदाई के बाद. मैने भी उसकी तरफ करवट ली ऑर धीरे धीरे उसके सीने पर हाथ फेरते हुए मुस्कराने लगी. मेरा तीर ठीक निशाने पर लगा था ऑर मेरा हज़्बेंड अभी भी अपनी बहन के बारे में ही सोच रहा था.
अगले दिन राज ने ऑफीस से छुट्टी कर ली ऑर घर पर ही था. पायल कॉलेज के लिए तैयार हुई तो राज ने बाइक निकाली ऑर उसे कॉलेज छोड़ आया. उसके वापिस आने के बाद हम दोनो ने नाश्ता क्या ऑर कुछ देर के बाद में नहाने चली गई. राज वहीं टीवी लाउंज में ही टीवी देख रहा था. नहा कर मैने बाथरूम का टीवी लाउंज वाला डोर खोला ऑर राज से बोली, यार यहाँ टेबल पर जो कपड़े पड़े हैं धुले हुए उन में से मैरी ब्रस्सिएर तो उठा दो प्लीज़.
राज: ओके डार्लिंग
कह कर कपड़ों की तरफ बढ़ा ऑर उसे जाता हुआ देख कर में मुस्कराने लगी. क्योंकि सब कुछ मेरी स्कीम के मुताबिक़ ही हो रहा था. एक्चूली मैने राज ऑर पायल के जाने के बाद उस कपड़ों के ढेर में से अपनी ब्रस्सिएर निकाल ली थी ऑर अब वहाँ पर सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ पायल की ही एक ब्रस्सिएर पड़ी हुई थी. वोही हुआ कि राज अपने कपड़ों के ढेर के पास गया ऑर उस में से कपड़े उलट पुलट करने लगा. उसे उस कपड़ों के ढेर में से सिर्फ़ एक ही काले रंग की ब्रस्सिएर मिली ओर वो उसे उठा कर मेरे पास ले आया. ऑर बोला, ये लो डार्लिंग.
मैने ब्रस्सिएर ली ऑर राज वापिस सोफे पर बैठ गया जा कर. जैसे ही वो वापिस गया तो मैने उसे दोबारा बुलाया,
में: अरे यार ये क्या है यार, ये तो तुम पायल की ब्रस्सिएर उठा लाए हो मेरी लाओ ना निकाल कर. तुमको पता नही चलता क्या कि ये कितनी छोटी है.
राज ने चौंक कर मेरी तरफ देखा ऑर मैने खुले डोर से उसकी बहन की ब्रस्सिएर उसके हाथ में पकड़ा दी. राज ने एक नज़र मेरे नंगे बूब्स पर डाली ओर मैने जान बूझ कर बाथरूम का दरवाज़ा थोड़ा बंद कर दिया ताकि वो मुझे ना देख सके लेकिन में चुप कर उसे देखने लगी कि वो क्या करता है.
जैसे के मुझे उम्मीद थी, राज अपने हाथ में पकड़ी हुई अपनी बहन की ब्रस्सिएर को देखने लगा. उस ने वो ब्रा फैलाई ऑर आहिस्ता आहिस्ता उसको फील करने लगा. मेरी नज़र उसके चेहरे पर पड़ी तो उसका चेहरा अजीब सा हो रहा था. वापिस कपड़ों की तरफ जाते हुए उस ने जो हरकत की उसे देख कर तो मेरी चूत ही गीली हो गई. राज ने अपनी बहन की ब्रस्सिएर को अपने चेहरे पर फेरा ऑर उसे स्मेल भी किया . हालाँकि धूलि हुई ब्रस्सिएर में से कहाँ उसकी बहन के जिस्म की खुसबू आनी थी.
थोड़ी देर के बाद वो वापिस आया ऑर बाथरूम का अनलॉक्ड डोर खोल कर बोला, नही यार वहाँ पर कोई नही है दूसरी ब्रस्सिएर यही पड़ी हुई है. मैने कहा अच्छा ठीक है में आकर देख लेती हूँ. अभी भी उसके हाथ में पायल की ब्रा मौजूद थी. जिसे देख कर में मुस्कराई ऑर उसके हाथ से ले लिया. फिर में एक टवल अपने नंगे जिस्म पर लपेट बाथरूम से बाहर लाउंज में ही निकल आई. राज दोबारा से सोफे पर बैठ कर टीवी देख रहा था. मैने जैसे बेखायाली में वो पायल की ब्रस्सिएर दोबारा से उसके पास ही सोफे पर फैंक दी ऑर बोली, क्या है ना यार एक काम भी नही होता तुम से मेरा.ये कह कर में अपने बेडरूम में चली गई.
अपने कमरे से मैने दोबारा बाहर झाँक कर देखने लगी ऐसे कि राज मुझे ना देख पाए. मैने देखा कि राज ने एक दो बार बेडरूम की तरफ देख कर मेरी तरफ से तसल्ली की ऑर फिर अपने क़रीब ही सोफे पर पड़ी हुई अपनी ब्रस्सिएर को दोबारा से उठा लिया. जैसे ही उस ने उसे उठाया तो मेरे चेहरे पर मुस्कान फैल गई.
राज ने दोबारा से अपनी बहन की ब्रस्सिएर उठा ली थी ऑर उसे पर आहिस्ता आहिस्ता हाथ फेरते हुए उसे फील कर रहा था जैसे कि उस में अपनी बहन के बूब्स को सोच रहा हो. में कुछ देर उसे अपनी बहन की ब्रस्सिएर से खेलते हुए देखती रही ऑर फिर मुस्करा कर अपनी अलमारी की तरफ बढ़ गई उसे ब्रा से एंजाय करते हुए छोड़ कर. मैने अपनी ब्रस्सिएर निकाल कर पहनी ऑर फिर नीचे से एक लेग्गी पहन ली लेकिन ब्रा के ऊपर टॉप नही पहना. ऑर फिर बाहर आ गई . जैसे ही मैने दरवाज़ा खोला तो फॉरन ही राज ने पायल की ब्रा फॉरन ही सोफे पर फैंक दी. में देख तो लिया था लेकिन शो ऐसे ही किया जैसे मैने कुछ भी ना देखा हो.फिर मैने कपड़ों में से पायल के कपड़े ऑर सोफे पर से उसकी ब्रस्सिएर उठाई ऑर उसकी अलमारी में रख आई. पहले तो राज थोड़ा सा घबराया था लेकिन जब उस ने देखा कि उसकी इस हरकत का मुझे कुछ भी पता नही चला तो वो काफ़ी रिलॅक्स हो गया था. में तो खुद भी उसे रीयलाइज़ करवा कर अपना काम ऑर मज़ा खराब नही करना चाहती थी ना ऑर उसे अपनी ही बहन की तरफ जाने का पूरा पूरा मौका देना चाहती थी.
2 दिन के बाद सुबह जब राज ऑफीस के लिए तैयार हो रहा था रूम में ही तो मैने उसे कहा,
में: राज प्लीज़ आज ऑफीस से आते हुए थोड़ी शॉपिंग तो करते आना.
राज: क्या मंगवाना है.
में: यार 3-4 सेट ब्रस्सिएर के ले आना लेटेस्ट ऑर खूबसूरत डिज़ाइन वाले.
राज: ओके डार्लिंग लेता आउन्गा .
में: ओह हां याद आया, वो ना साइज़ तुम 34 ले कर आना.
राज: हैरान हो कर मेरी तरफ देखते हुए बोला, क्यों 34 क्यो, तुम्हारा साइज़ तो 36 है फिर छोटा नंबर क्यूँ मंगवा रही हो.
मैने उसके उतारे हुए कपड़े समेट ते हुए बड़े ही कॅषुयल अंदाज़ में कहा, वो 34 के साइज़ की ब्रस्सिएर्स पायल के लिए मँगवाई हैं ना. उसकी सब की सब पुरानी हैं ऑर पुराने डिजाइन की हैं. कुछ अच्छे डिज़ाइन ले आना.
मैने इतने नॉर्मल अंदाज़ में कहा जैसे कि उस से बाज़ार से कोई सब्ज़ी या घर की कोई ऑर चीज़ मंगवा रही हूँ. लेकिन मेरी इस बात से राज साक़ित हो चुका था. उसे इसी हालत में छोड़ कर में मुस्कराती हुई कमरे से बाहर आ गई ऑर किचन में जा कर नाश्ता तैयार करने लगी.
जब राज ऑर पायल भी नाश्ते के लिए आगये तो हम सब नाश्ता करने लगे. में नोट किया कि आज राज बड़ी ही अजीब नज़रों से पायल को देख रहा था.आज भी उसकी नज़रें बार बार उसके बूब्स पर जा रही थीं जैसे कि वो खुद भी अपनी बहन के बूब्स के साइज़ का अंदाज़ा करना चाह रहा हो. उसकी ये हालत देख कर में दिल ही दिल में मुस्करा रही थी.
इतने दिनो में अब ये तब्दीली आ चुकी हुई थी कि पायल को भी कुछ कुछ फील होने लगा था कि उसके भाई की नज़रें उसके जिस्म के गिर्द घूमती रहती हैं लेकिन वो भी कुछ बुरा फील नही करती थी ऑर उसे नॅचुरल चीज़ ही समझती थी ऑर मैने कभी भी उसे बुरा मानते हुए या खुद को छुपाते हुए नही देखा था.
हस्ब ए मामूल शाम को राज घर वापिस आया तो उसके हाथ में एक शॉपिंग बॅग था. जिसे उसके हाथ में देख कर ही मेरे चेहरे पर मुस्कान फैल गई लेकिन मैने अपनी मुस्कराहट राज से छुपा ली. अपने रूम में आकर राज ने मुझे वो शॉपिंग बॅग दिया ऑर बोला, ये ले आया हूँ जो तुम ने मँगवाया था देख लेना ऑर अगर कुछ चेंज वेंज करना हो तो भी करवा लाउन्गा.
मैने भी बड़े ही कॅषुयल अंदाज़ में उस से बॅग लिया ऑर उसे कमरे में एक तरफ रख दिया ओके कह कर जैसे मुझे कोई ख़ास दिलचस्पी ना हो ऑर ये एक आम सी बात ही हो. लेकिन अंदर से में क्यूरियस थी कि देखूं कि राज ने अपनी बहन के लिए किस किस्म की ब्रास सेलेक्ट कर के ली है.
नेक्स्ट डे पायल घर पर ही थी तो राज के जाने के बाद मैने वो शॉपिंग बॅग उठाया ऑर बाहर आ गई जहाँ पर पायल बैठी टीवी देख रही थी. मेरे हाथ में नया शॉपिंग बॅग देख कर खुश होते हुए बोली,
वाउ भाभी शॉपिंग कर के आई हो, कब गई थी आप ऑर क्या लाई हो दिखाओ मुझे भी.
में मुस्करा कर बोली, नही यार में तो नही गई थी कुछ चीज़ें तुम्हारे भैया से ही मँगवाई है ऑर वो भी तुम्हारे लिए. में अब पायल के पास ही बैठ चुकी थी ऑर उसका भी पूरा ध्यान अब मेरी तरफ ही था.
पायल : अरे भाभी मेरे लिए क्या मंगवा लिया है दिखाओ ना मुझे भी.
मैने बॅग में से चारों बॉक्सस निकाल कर बाहर टेबल पर रख दिए हम दोनो के सामने. बॉक्सस पर ब्रा पहनी हुई मॉडेल्स की फोटोस थीं जिनको देखते ही पायल चौंक उठी.
पायल : भाभी ये क्या है???
में: अरे यार तुम्हारे लिए कुछ नई ब्रा मँगवाई है मेरा तो चक्कर नही लग रहा था मार्केट में तो इस लिए तुम्हारे भैया को ही कहा था कि ला दो. आओ खोल कर देखते हैं कि कैसे डिज़ाइन्स लाए हैं तुम्हारे भैया अपनी बहना के लिए.
मेरी बात सुन कर पायल का चेहरा सुर्ख हो गया शरम से वो झेंपती हुई बोली, भाभी आप को भैया से मंगवाने की क्या ज़रूरत थी पता नही क्या सोचते होंगे वो मेरे बारे में.
में मुस्कराई ऑर बोली अरे इस में ऐसी कॉन सी बात है मेरे लिए भी तो ले ही आते हैं ना वो खरीद कर तो तुम्हारे लिए ले आए तो कॉन सी ग़लत बात हो गई है यार.
मैने सब पॅकेट्स खोले ऑर उन में से ब्रास निकाल कर देखने लगीं. उन में से 2 तो एमब्राय्डेड थीं बहुत ही खूबसूरत डिज़ाइन की कोस्ट्ली वाली. जिन में से एक ब्लॅक ऑर दूसरी स्किन कलर की थी. तीसरी ब्रस्सिएर नेट वाली थी जिस को पहन कर सब कुछ नज़र आता हो. फोर्थ वाली ब्रा हाफ कप थी जिसके स्ट्रॅप ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक के थे.
मैने एक एक ब्रा खोल कर पायल के हाथ में दी ऑर बोली, यार बहुत ही सेक्सी ब्रा लाए हैं तेरे भैया तुम्हारे लिए. पायल उन ब्रास को हाथों में ले कर देख भी रही थी ऑर शरम से लाल भी हो रही थी.
में: अरे यार इस नेट वाली में तो तुम्हारे बूब्स बिल्कुल ही नंगे ही रह जाएँगे. मैने हँसते हुए कहा.
पायल शर्मा कर मुझे जवाब देते हुए बोली, भाभी आप के पास भी तो हैं ना नेट वाली ब्रास आप भी तो पहनती हो ना.
में फॉरन बोली, मेरी पहनी हुई नेट वाली ब्रा तो तुम्हारे भैया को दिखाने के लिए होती है तू ने भी क्या अपने भैया को दिखानी है पहन कर ये.
मेरी इस बात पर तो पायल उछल ही पड़ी ऑर बोली, भाभी कैसी बातें करती हो आप में क्यूँ दिखाउन्गी भैया को पहन कर. उसका चेहरा शरम से सुर्ख हो गया.
में मुस्करा कर बोली वैसे ला कर तो उस ने तुमको इसी लिए दी है ना शायद देखना चाहते ही हों तुम्हारे भैया तुमको इस में.
पायल बोली, भाभी आप बहुत खराब बातें करती हो क़सम से.
में भी उसके साथ मिल कर हँसने लगी. फिर पायल वो बॅग ले कर अपने रूम में चली गई. मैने भी उसे कोई इसरार नही किया क़ि वो मुझे नई ब्रा पहन कर दिखाए.
शाम की राज घर आया तो आज भी हमेशा की तरह उसकी नज़र अपनी बहन के बूब्स पर ही थी जैसे अब वो ये जान ना चाहता हो कि उस ने नई ब्रा पहनी है कि नही. मैने फील किया कि अपने भाई की नज़रों को फील कर के पायल भी थोड़ा शर्मा रही थी. ऑर में उन दोनो भाई बहन की कंडीशन को एंजाय कर रही थी.
अपने बेडरूम में आई तो राज पहले से ही लेट चुका हुआ था. में भी उसके साथ ही लेट गई. बेड पर लेटने के साथ ही राज ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया ऑर अपनी बाहों में ले कर चूमने लगा. में भी सुबह से एक भाई की अपनी बहन के लिए हवस नाक नज़रें देख देख कर गरम हो रही थी इस लिए कोई भी रेज़िस्टेन्स नही की ऑर उसका साथ देने लगा.
जैसे ही मैने उसके लंड पर हाथ रखा तो मुझे वो पहले से ही तैयार मिला, पता नही अभी तक उसके ज़हन में शायद अपनी बहन का बदन ही घूम रहा था जो वो आकड़ा हुआ था. में दिल ही दिल में मुस्कराई ऑर उसका पाजामा नीचे उतार कर उसका लंड बाहर निकाल लिया. ऑर उसे अपने बरमूडे के ऊपर से अपनी चूत पर रगड़ने लगी. राज ने मेरा बरमूडा भी उतारा ऑर फॉरन ही मेरे ऊपर को सरक कर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया जो कि पहले से ही गीली हो गई थी. धीरे धीरे राज ने मुझे चोदना शुरू कर दिया. वो मेरे होंठो ऑर मेरे गालों को चूमते हुए अपना लंड मेरी चूत में अंदर बाहर कर रहा था ऑर में भी उसकी नंगी कमर पर हाथ फेरते हुए उसको सहला रही थी.
अचानक ही में बहुत ही मस्त आवाज़ में बोली, यार तुम तो पायल का भी ख़याल नही करते हर वक़्त तुमको मुझे चोदने का ही ख़याल रहता है. मैने ये बात सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ उसके दिमाग़ में उसकी सिस्टर का इमेज लाने के लिए कही थी. ऑर अजीब बात ये है कि हुआ भी ऐसा ही कि जैसे ही मैने पायल का नाम लिया तो राज की आँखे बंद हो गई ऑर उसके धक्कों की रफ़्तार में तेज़ी आ गई ऑर वो मेरे होंठो को अपने होंठो में ले कर चूसने लगा. में समझ गई कि इस वक़्त वो अपनी बहन का चेहरा ही अपनी आँखों के सामने देख रहा है. मैने भी उसे डिस्टर्ब करना मुनासिब नही समझा ऑर भी ज़ोर से उसे अपने साथ लिपटा लिया.
अभी भी उसकी आँखे बंद थीं ऑर वो धना धन अपना लंड मेरी चूत में अंदर बाहर कर रहा था बल्कि शायद अपने ख़यालों में अपनी बहन की चूत चोद रहा था. थोड़ी देर बाद राज ने अपना वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ा ऑर धीरे से मेरी बगल में ही ढह गया. उसकी आँखे अभी भी बंद थीं ऑर वो लंबे लंबे साँस ले रहा था. उस की ऐसी हालत पहले कभी नही हुई थी चुदाई के बाद. मैने भी उसकी तरफ करवट ली ऑर धीरे धीरे उसके सीने पर हाथ फेरते हुए मुस्कराने लगी. मेरा तीर ठीक निशाने पर लगा था ऑर मेरा हज़्बेंड अभी भी अपनी बहन के बारे में ही सोच रहा था.
अगले दिन राज ने ऑफीस से छुट्टी कर ली ऑर घर पर ही था. पायल कॉलेज के लिए तैयार हुई तो राज ने बाइक निकाली ऑर उसे कॉलेज छोड़ आया. उसके वापिस आने के बाद हम दोनो ने नाश्ता क्या ऑर कुछ देर के बाद में नहाने चली गई. राज वहीं टीवी लाउंज में ही टीवी देख रहा था. नहा कर मैने बाथरूम का टीवी लाउंज वाला डोर खोला ऑर राज से बोली, यार यहाँ टेबल पर जो कपड़े पड़े हैं धुले हुए उन में से मैरी ब्रस्सिएर तो उठा दो प्लीज़.
राज: ओके डार्लिंग
कह कर कपड़ों की तरफ बढ़ा ऑर उसे जाता हुआ देख कर में मुस्कराने लगी. क्योंकि सब कुछ मेरी स्कीम के मुताबिक़ ही हो रहा था. एक्चूली मैने राज ऑर पायल के जाने के बाद उस कपड़ों के ढेर में से अपनी ब्रस्सिएर निकाल ली थी ऑर अब वहाँ पर सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ पायल की ही एक ब्रस्सिएर पड़ी हुई थी. वोही हुआ कि राज अपने कपड़ों के ढेर के पास गया ऑर उस में से कपड़े उलट पुलट करने लगा. उसे उस कपड़ों के ढेर में से सिर्फ़ एक ही काले रंग की ब्रस्सिएर मिली ओर वो उसे उठा कर मेरे पास ले आया. ऑर बोला, ये लो डार्लिंग.
मैने ब्रस्सिएर ली ऑर राज वापिस सोफे पर बैठ गया जा कर. जैसे ही वो वापिस गया तो मैने उसे दोबारा बुलाया,
में: अरे यार ये क्या है यार, ये तो तुम पायल की ब्रस्सिएर उठा लाए हो मेरी लाओ ना निकाल कर. तुमको पता नही चलता क्या कि ये कितनी छोटी है.
राज ने चौंक कर मेरी तरफ देखा ऑर मैने खुले डोर से उसकी बहन की ब्रस्सिएर उसके हाथ में पकड़ा दी. राज ने एक नज़र मेरे नंगे बूब्स पर डाली ओर मैने जान बूझ कर बाथरूम का दरवाज़ा थोड़ा बंद कर दिया ताकि वो मुझे ना देख सके लेकिन में चुप कर उसे देखने लगी कि वो क्या करता है.
जैसे के मुझे उम्मीद थी, राज अपने हाथ में पकड़ी हुई अपनी बहन की ब्रस्सिएर को देखने लगा. उस ने वो ब्रा फैलाई ऑर आहिस्ता आहिस्ता उसको फील करने लगा. मेरी नज़र उसके चेहरे पर पड़ी तो उसका चेहरा अजीब सा हो रहा था. वापिस कपड़ों की तरफ जाते हुए उस ने जो हरकत की उसे देख कर तो मेरी चूत ही गीली हो गई. राज ने अपनी बहन की ब्रस्सिएर को अपने चेहरे पर फेरा ऑर उसे स्मेल भी किया . हालाँकि धूलि हुई ब्रस्सिएर में से कहाँ उसकी बहन के जिस्म की खुसबू आनी थी.
थोड़ी देर के बाद वो वापिस आया ऑर बाथरूम का अनलॉक्ड डोर खोल कर बोला, नही यार वहाँ पर कोई नही है दूसरी ब्रस्सिएर यही पड़ी हुई है. मैने कहा अच्छा ठीक है में आकर देख लेती हूँ. अभी भी उसके हाथ में पायल की ब्रा मौजूद थी. जिसे देख कर में मुस्कराई ऑर उसके हाथ से ले लिया. फिर में एक टवल अपने नंगे जिस्म पर लपेट बाथरूम से बाहर लाउंज में ही निकल आई. राज दोबारा से सोफे पर बैठ कर टीवी देख रहा था. मैने जैसे बेखायाली में वो पायल की ब्रस्सिएर दोबारा से उसके पास ही सोफे पर फैंक दी ऑर बोली, क्या है ना यार एक काम भी नही होता तुम से मेरा.ये कह कर में अपने बेडरूम में चली गई.
अपने कमरे से मैने दोबारा बाहर झाँक कर देखने लगी ऐसे कि राज मुझे ना देख पाए. मैने देखा कि राज ने एक दो बार बेडरूम की तरफ देख कर मेरी तरफ से तसल्ली की ऑर फिर अपने क़रीब ही सोफे पर पड़ी हुई अपनी ब्रस्सिएर को दोबारा से उठा लिया. जैसे ही उस ने उसे उठाया तो मेरे चेहरे पर मुस्कान फैल गई.
राज ने दोबारा से अपनी बहन की ब्रस्सिएर उठा ली थी ऑर उसे पर आहिस्ता आहिस्ता हाथ फेरते हुए उसे फील कर रहा था जैसे कि उस में अपनी बहन के बूब्स को सोच रहा हो. में कुछ देर उसे अपनी बहन की ब्रस्सिएर से खेलते हुए देखती रही ऑर फिर मुस्करा कर अपनी अलमारी की तरफ बढ़ गई उसे ब्रा से एंजाय करते हुए छोड़ कर. मैने अपनी ब्रस्सिएर निकाल कर पहनी ऑर फिर नीचे से एक लेग्गी पहन ली लेकिन ब्रा के ऊपर टॉप नही पहना. ऑर फिर बाहर आ गई . जैसे ही मैने दरवाज़ा खोला तो फॉरन ही राज ने पायल की ब्रा फॉरन ही सोफे पर फैंक दी. में देख तो लिया था लेकिन शो ऐसे ही किया जैसे मैने कुछ भी ना देखा हो.फिर मैने कपड़ों में से पायल के कपड़े ऑर सोफे पर से उसकी ब्रस्सिएर उठाई ऑर उसकी अलमारी में रख आई. पहले तो राज थोड़ा सा घबराया था लेकिन जब उस ने देखा कि उसकी इस हरकत का मुझे कुछ भी पता नही चला तो वो काफ़ी रिलॅक्स हो गया था. में तो खुद भी उसे रीयलाइज़ करवा कर अपना काम ऑर मज़ा खराब नही करना चाहती थी ना ऑर उसे अपनी ही बहन की तरफ जाने का पूरा पूरा मौका देना चाहती थी.
2 दिन के बाद सुबह जब राज ऑफीस के लिए तैयार हो रहा था रूम में ही तो मैने उसे कहा,
में: राज प्लीज़ आज ऑफीस से आते हुए थोड़ी शॉपिंग तो करते आना.
राज: क्या मंगवाना है.
में: यार 3-4 सेट ब्रस्सिएर के ले आना लेटेस्ट ऑर खूबसूरत डिज़ाइन वाले.
राज: ओके डार्लिंग लेता आउन्गा .
में: ओह हां याद आया, वो ना साइज़ तुम 34 ले कर आना.
राज: हैरान हो कर मेरी तरफ देखते हुए बोला, क्यों 34 क्यो, तुम्हारा साइज़ तो 36 है फिर छोटा नंबर क्यूँ मंगवा रही हो.
मैने उसके उतारे हुए कपड़े समेट ते हुए बड़े ही कॅषुयल अंदाज़ में कहा, वो 34 के साइज़ की ब्रस्सिएर्स पायल के लिए मँगवाई हैं ना. उसकी सब की सब पुरानी हैं ऑर पुराने डिजाइन की हैं. कुछ अच्छे डिज़ाइन ले आना.
मैने इतने नॉर्मल अंदाज़ में कहा जैसे कि उस से बाज़ार से कोई सब्ज़ी या घर की कोई ऑर चीज़ मंगवा रही हूँ. लेकिन मेरी इस बात से राज साक़ित हो चुका था. उसे इसी हालत में छोड़ कर में मुस्कराती हुई कमरे से बाहर आ गई ऑर किचन में जा कर नाश्ता तैयार करने लगी.
जब राज ऑर पायल भी नाश्ते के लिए आगये तो हम सब नाश्ता करने लगे. में नोट किया कि आज राज बड़ी ही अजीब नज़रों से पायल को देख रहा था.आज भी उसकी नज़रें बार बार उसके बूब्स पर जा रही थीं जैसे कि वो खुद भी अपनी बहन के बूब्स के साइज़ का अंदाज़ा करना चाह रहा हो. उसकी ये हालत देख कर में दिल ही दिल में मुस्करा रही थी.
इतने दिनो में अब ये तब्दीली आ चुकी हुई थी कि पायल को भी कुछ कुछ फील होने लगा था कि उसके भाई की नज़रें उसके जिस्म के गिर्द घूमती रहती हैं लेकिन वो भी कुछ बुरा फील नही करती थी ऑर उसे नॅचुरल चीज़ ही समझती थी ऑर मैने कभी भी उसे बुरा मानते हुए या खुद को छुपाते हुए नही देखा था.
हस्ब ए मामूल शाम को राज घर वापिस आया तो उसके हाथ में एक शॉपिंग बॅग था. जिसे उसके हाथ में देख कर ही मेरे चेहरे पर मुस्कान फैल गई लेकिन मैने अपनी मुस्कराहट राज से छुपा ली. अपने रूम में आकर राज ने मुझे वो शॉपिंग बॅग दिया ऑर बोला, ये ले आया हूँ जो तुम ने मँगवाया था देख लेना ऑर अगर कुछ चेंज वेंज करना हो तो भी करवा लाउन्गा.
मैने भी बड़े ही कॅषुयल अंदाज़ में उस से बॅग लिया ऑर उसे कमरे में एक तरफ रख दिया ओके कह कर जैसे मुझे कोई ख़ास दिलचस्पी ना हो ऑर ये एक आम सी बात ही हो. लेकिन अंदर से में क्यूरियस थी कि देखूं कि राज ने अपनी बहन के लिए किस किस्म की ब्रास सेलेक्ट कर के ली है.
नेक्स्ट डे पायल घर पर ही थी तो राज के जाने के बाद मैने वो शॉपिंग बॅग उठाया ऑर बाहर आ गई जहाँ पर पायल बैठी टीवी देख रही थी. मेरे हाथ में नया शॉपिंग बॅग देख कर खुश होते हुए बोली,
वाउ भाभी शॉपिंग कर के आई हो, कब गई थी आप ऑर क्या लाई हो दिखाओ मुझे भी.
में मुस्करा कर बोली, नही यार में तो नही गई थी कुछ चीज़ें तुम्हारे भैया से ही मँगवाई है ऑर वो भी तुम्हारे लिए. में अब पायल के पास ही बैठ चुकी थी ऑर उसका भी पूरा ध्यान अब मेरी तरफ ही था.
पायल : अरे भाभी मेरे लिए क्या मंगवा लिया है दिखाओ ना मुझे भी.
मैने बॅग में से चारों बॉक्सस निकाल कर बाहर टेबल पर रख दिए हम दोनो के सामने. बॉक्सस पर ब्रा पहनी हुई मॉडेल्स की फोटोस थीं जिनको देखते ही पायल चौंक उठी.
पायल : भाभी ये क्या है???
में: अरे यार तुम्हारे लिए कुछ नई ब्रा मँगवाई है मेरा तो चक्कर नही लग रहा था मार्केट में तो इस लिए तुम्हारे भैया को ही कहा था कि ला दो. आओ खोल कर देखते हैं कि कैसे डिज़ाइन्स लाए हैं तुम्हारे भैया अपनी बहना के लिए.
मेरी बात सुन कर पायल का चेहरा सुर्ख हो गया शरम से वो झेंपती हुई बोली, भाभी आप को भैया से मंगवाने की क्या ज़रूरत थी पता नही क्या सोचते होंगे वो मेरे बारे में.
में मुस्कराई ऑर बोली अरे इस में ऐसी कॉन सी बात है मेरे लिए भी तो ले ही आते हैं ना वो खरीद कर तो तुम्हारे लिए ले आए तो कॉन सी ग़लत बात हो गई है यार.
मैने सब पॅकेट्स खोले ऑर उन में से ब्रास निकाल कर देखने लगीं. उन में से 2 तो एमब्राय्डेड थीं बहुत ही खूबसूरत डिज़ाइन की कोस्ट्ली वाली. जिन में से एक ब्लॅक ऑर दूसरी स्किन कलर की थी. तीसरी ब्रस्सिएर नेट वाली थी जिस को पहन कर सब कुछ नज़र आता हो. फोर्थ वाली ब्रा हाफ कप थी जिसके स्ट्रॅप ट्रांसपेरेंट प्लास्टिक के थे.
मैने एक एक ब्रा खोल कर पायल के हाथ में दी ऑर बोली, यार बहुत ही सेक्सी ब्रा लाए हैं तेरे भैया तुम्हारे लिए. पायल उन ब्रास को हाथों में ले कर देख भी रही थी ऑर शरम से लाल भी हो रही थी.
में: अरे यार इस नेट वाली में तो तुम्हारे बूब्स बिल्कुल ही नंगे ही रह जाएँगे. मैने हँसते हुए कहा.
पायल शर्मा कर मुझे जवाब देते हुए बोली, भाभी आप के पास भी तो हैं ना नेट वाली ब्रास आप भी तो पहनती हो ना.
में फॉरन बोली, मेरी पहनी हुई नेट वाली ब्रा तो तुम्हारे भैया को दिखाने के लिए होती है तू ने भी क्या अपने भैया को दिखानी है पहन कर ये.
मेरी इस बात पर तो पायल उछल ही पड़ी ऑर बोली, भाभी कैसी बातें करती हो आप में क्यूँ दिखाउन्गी भैया को पहन कर. उसका चेहरा शरम से सुर्ख हो गया.
में मुस्करा कर बोली वैसे ला कर तो उस ने तुमको इसी लिए दी है ना शायद देखना चाहते ही हों तुम्हारे भैया तुमको इस में.
पायल बोली, भाभी आप बहुत खराब बातें करती हो क़सम से.
में भी उसके साथ मिल कर हँसने लगी. फिर पायल वो बॅग ले कर अपने रूम में चली गई. मैने भी उसे कोई इसरार नही किया क़ि वो मुझे नई ब्रा पहन कर दिखाए.
शाम की राज घर आया तो आज भी हमेशा की तरह उसकी नज़र अपनी बहन के बूब्स पर ही थी जैसे अब वो ये जान ना चाहता हो कि उस ने नई ब्रा पहनी है कि नही. मैने फील किया कि अपने भाई की नज़रों को फील कर के पायल भी थोड़ा शर्मा रही थी. ऑर में उन दोनो भाई बहन की कंडीशन को एंजाय कर रही थी.