hotaks444
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मेरे आते ही दोनो संम्भल कर बैठ गये. में महसूस कर रही थी कि दोनो बहन भाई के बीच बिना कोई बात चीत ओपन किए हुए ही एक ताल्लुक सा बनता जा रहा था. पायल को अपने भाई के टच से लुफ्त आने लगा था ऑर शायद राज को भी पता चलता जा रहा था कि उसकी बहन भी कुछ कुछ एंजाय करने लगी है. में अब जा कर राज की दूसरी तरफ बैठ गई ऑर उसे बीच में ही बैठा रहने दिया. ऐसे ही चाइ पीते ऑर गप शप लगाते हुए हम लोग टीवी देखते रहे.
पूरा दिन घर में हम दोनो ननद भाभी ने इसी ड्रेस में अपने जिस्म के नंगे पन की बिजलियाँ गिराते हुए गुज़ारा. पूरे दिन हम दोनो के नंगे जिस्मो को देख कर राज पागल होता रहा. कई बार जब भी उस ने मुझे अकेले पाया तो मुझे दबोच लिया अपनी बाहों में ऑर चूमते हुए अपनी प्यास बुझाने लगा. मैने भी उसके लंड को सहलाते हुए उसे खड़ा किया लेकिन हर बार उस केएलपीडी करते हुए भाग आई उस की बाँहों से फिसल कर ताकि उसकी प्यास ऑर उसके अंदर जलती हुई आग इसी तरह ही भड़कती रहे ऑर ठंडी ना होने पाए.
मैने महसूस किया कि अब पायल भी घर में उस बिल्कुल ही नंगे ड्रेस में फिरने में कोई भी शरम महसूस नही कर रही थी ऑर बड़े आराम से उस हाफ शॉर्ट बरमूडे ऑर उस स्लिवलेस लेस नाइट-शर्ट में घूम रही थी जिस में उसका खूबसूरत सीना ओर बूब्स का ऊपरी हिस्सा बिल्कुल ही ओपन नज़र आ रहा था. अब वो भी अपने भाई की नज़रून से बचने की कोशिश नही कर रही थी बल्कि उसके आस पास ही रह रही थी.
में ऑर पायल किचन में थी तो राज भी अंदर ही आ गया . बोला, हां भाई क्या पक रहा है. मैने बताया कि चिकन बना रही हूँ. राज पायल के नंगे जिस्म की तरफ देखते हुए बोला, यार आज मौसम इतना प्यारा हो रहा है आज तो कुछ मीठा भी होना चाहिए साथ में. मैने मुस्करा कर राज की तरफ देखा ऑर बोली, बेफिकर रहें आप आज आपका मुँह भी मीठा करवा देंगे. क्यों पायल . जैसे ही आखरी बात मैने पायल से पूछी तो वो मेरे सवाल पर झेंप सी गई ऑर बोली, हां हां भैया बताओ क्या बना ना है. राज ने मुस्करा कर अपनी बहन के बूब्स की तरफ एक नज़र डाली ऑर फिर बाहर निकलते हुए बोला, कुछ भी बना लो यार.
क़रीब 5 बजे राज के एक दोस्त का फोन आ गया उस ने उसे अपने घर बुलाया था. मुझे सॉफ लग रहा था कि घर में घूम रही दो दो खूबसूरत अध नंगी लड़ककियों को छोड़ कर जाने को उसका दिल बिल्कुल भी नही कर रहा था लेकिन उसे जाना ही पड़ा. उसका ये दोस्त दो तीन गली छोड़ कर ही रहता था. राज के जाने के बाद मैने ऑर पायल ने जल्दी से रात का खाना तैयार कर लिया ऑर राज की फरमाइश के मुताबिक़ मीठा भी बना लिया. किचन से निकलते हुए मैने पायल को मासूमयत से छेड़ा यार पता नही तुम्हारे भैया को ये मीठा पसंद आता भी है कि नही. या कुछ ऑर चीज़ से मुँह मीठा करना चाह रहे हों. मेरी बात सुन कर पायल शरमा कर मुस्कराई ऑर अपने कमरे की में चली गई.
राज के जाने के बाद में अपने कमरे में आ गई ऑर अपना लॅपटॉप खोल कर बैठ गई. अक्सर मैं टीवी पर ट्रिपल एक्स मूवीस देखती थी. ट्रिपलएक्स मूवीस का मुझे ऑर राज दोनो को शौक था बल्कि सच कहो तो राज ने ही मुझे इस का आदि बनाया था. मेरा दिल आज चाहा कि में आज लेज़्बीयन मूवीस देखूं. मैने एक पॉर्न साइट पर जा कर लेज़्बीयन मूवीस निकाली ऑर उनको देखने लगी. मुझे आज पहली बार इन मूवीस में मज़ा आ रहा था वरना कभी भी मैने इस क़दर शौक से ये मूवीस नही देखीं थी . मुझे हमेशा से ही स्ट्रेट सेक्स ही पसंद रहा था. एक मर्द के साथ एक औरत के जिस्म का मिलाप. लेकिन आज जब से मैने पायल के जिस्म को छूआ ऑर उसे चूमा था तो मुझे इस में भी बहुत मज़ा आ रहा था. अपने बेड पर बैठ कर अपनी थाइस पर लॅपटॉप रख कर में पॉर्न एंजाय कर रही थी.
कुछ देर गुज़री तो अचानक से पायल मेरे कमरे में आ गई . वो अभी भी उसी ड्रेस में थी सुबह वाले. उसे देखने के साथ ही एक बार फिर से मेरी आँखे चमक पड़ीं. मैने जल्दी से उस मूवी को ऑफ कर दिया. पायल मेरे पास आ गई बेड ऑर मेरे पास बैठ ती हुई बोली,
पायल : भाभी क्या देख रही थी लॅप टॉप पर.
में: कुछ नही यार तेरे देखने की चीज़ नही है.'
पायल : क्यूँ क्यूँ भाभी ऐसी कॉन सी चीज़ है जो मेरे देखने की नही है. ऑर क्यूँ नही है मेरे देखने की
में: वो इस लिए नही है क्योंकि तू अभी बच्ची है. हाहहहहहा
पायल मेरे बाज़ू पर मुक्का मारते हुए बोली: वाह जी वाह भाभी जी में अब बड़ी हो गई हुई हूँ कोई बच्ची वाच्ची नही हूँ.
में: हँसते हुए: अच्छा जी वो कहाँ से बड़ी हो गई हो बताओ मुझे भी पायल .
पायल अपना सीना तान कर अपने बूब्स को बाहर को निकालते हुए बोली, देख लो कितनी बड़ी हो गई हूँ में ऑर सुबह भी तो आप ने देखा ही था ना कॉन सा में कोई बच्ची जैसी हूँ.
में हँसने लगी. अच्छा बाबा अच्छा ठीक है. आओ तुमको भी देखा देती हूँ लेकिन फिर ना कहना कि कैसी चीज़े दिखा दी हैं भाभी ने मुझे.
पूरा दिन घर में हम दोनो ननद भाभी ने इसी ड्रेस में अपने जिस्म के नंगे पन की बिजलियाँ गिराते हुए गुज़ारा. पूरे दिन हम दोनो के नंगे जिस्मो को देख कर राज पागल होता रहा. कई बार जब भी उस ने मुझे अकेले पाया तो मुझे दबोच लिया अपनी बाहों में ऑर चूमते हुए अपनी प्यास बुझाने लगा. मैने भी उसके लंड को सहलाते हुए उसे खड़ा किया लेकिन हर बार उस केएलपीडी करते हुए भाग आई उस की बाँहों से फिसल कर ताकि उसकी प्यास ऑर उसके अंदर जलती हुई आग इसी तरह ही भड़कती रहे ऑर ठंडी ना होने पाए.
मैने महसूस किया कि अब पायल भी घर में उस बिल्कुल ही नंगे ड्रेस में फिरने में कोई भी शरम महसूस नही कर रही थी ऑर बड़े आराम से उस हाफ शॉर्ट बरमूडे ऑर उस स्लिवलेस लेस नाइट-शर्ट में घूम रही थी जिस में उसका खूबसूरत सीना ओर बूब्स का ऊपरी हिस्सा बिल्कुल ही ओपन नज़र आ रहा था. अब वो भी अपने भाई की नज़रून से बचने की कोशिश नही कर रही थी बल्कि उसके आस पास ही रह रही थी.
में ऑर पायल किचन में थी तो राज भी अंदर ही आ गया . बोला, हां भाई क्या पक रहा है. मैने बताया कि चिकन बना रही हूँ. राज पायल के नंगे जिस्म की तरफ देखते हुए बोला, यार आज मौसम इतना प्यारा हो रहा है आज तो कुछ मीठा भी होना चाहिए साथ में. मैने मुस्करा कर राज की तरफ देखा ऑर बोली, बेफिकर रहें आप आज आपका मुँह भी मीठा करवा देंगे. क्यों पायल . जैसे ही आखरी बात मैने पायल से पूछी तो वो मेरे सवाल पर झेंप सी गई ऑर बोली, हां हां भैया बताओ क्या बना ना है. राज ने मुस्करा कर अपनी बहन के बूब्स की तरफ एक नज़र डाली ऑर फिर बाहर निकलते हुए बोला, कुछ भी बना लो यार.
क़रीब 5 बजे राज के एक दोस्त का फोन आ गया उस ने उसे अपने घर बुलाया था. मुझे सॉफ लग रहा था कि घर में घूम रही दो दो खूबसूरत अध नंगी लड़ककियों को छोड़ कर जाने को उसका दिल बिल्कुल भी नही कर रहा था लेकिन उसे जाना ही पड़ा. उसका ये दोस्त दो तीन गली छोड़ कर ही रहता था. राज के जाने के बाद मैने ऑर पायल ने जल्दी से रात का खाना तैयार कर लिया ऑर राज की फरमाइश के मुताबिक़ मीठा भी बना लिया. किचन से निकलते हुए मैने पायल को मासूमयत से छेड़ा यार पता नही तुम्हारे भैया को ये मीठा पसंद आता भी है कि नही. या कुछ ऑर चीज़ से मुँह मीठा करना चाह रहे हों. मेरी बात सुन कर पायल शरमा कर मुस्कराई ऑर अपने कमरे की में चली गई.
राज के जाने के बाद में अपने कमरे में आ गई ऑर अपना लॅपटॉप खोल कर बैठ गई. अक्सर मैं टीवी पर ट्रिपल एक्स मूवीस देखती थी. ट्रिपलएक्स मूवीस का मुझे ऑर राज दोनो को शौक था बल्कि सच कहो तो राज ने ही मुझे इस का आदि बनाया था. मेरा दिल आज चाहा कि में आज लेज़्बीयन मूवीस देखूं. मैने एक पॉर्न साइट पर जा कर लेज़्बीयन मूवीस निकाली ऑर उनको देखने लगी. मुझे आज पहली बार इन मूवीस में मज़ा आ रहा था वरना कभी भी मैने इस क़दर शौक से ये मूवीस नही देखीं थी . मुझे हमेशा से ही स्ट्रेट सेक्स ही पसंद रहा था. एक मर्द के साथ एक औरत के जिस्म का मिलाप. लेकिन आज जब से मैने पायल के जिस्म को छूआ ऑर उसे चूमा था तो मुझे इस में भी बहुत मज़ा आ रहा था. अपने बेड पर बैठ कर अपनी थाइस पर लॅपटॉप रख कर में पॉर्न एंजाय कर रही थी.
कुछ देर गुज़री तो अचानक से पायल मेरे कमरे में आ गई . वो अभी भी उसी ड्रेस में थी सुबह वाले. उसे देखने के साथ ही एक बार फिर से मेरी आँखे चमक पड़ीं. मैने जल्दी से उस मूवी को ऑफ कर दिया. पायल मेरे पास आ गई बेड ऑर मेरे पास बैठ ती हुई बोली,
पायल : भाभी क्या देख रही थी लॅप टॉप पर.
में: कुछ नही यार तेरे देखने की चीज़ नही है.'
पायल : क्यूँ क्यूँ भाभी ऐसी कॉन सी चीज़ है जो मेरे देखने की नही है. ऑर क्यूँ नही है मेरे देखने की
में: वो इस लिए नही है क्योंकि तू अभी बच्ची है. हाहहहहहा
पायल मेरे बाज़ू पर मुक्का मारते हुए बोली: वाह जी वाह भाभी जी में अब बड़ी हो गई हुई हूँ कोई बच्ची वाच्ची नही हूँ.
में: हँसते हुए: अच्छा जी वो कहाँ से बड़ी हो गई हो बताओ मुझे भी पायल .
पायल अपना सीना तान कर अपने बूब्स को बाहर को निकालते हुए बोली, देख लो कितनी बड़ी हो गई हूँ में ऑर सुबह भी तो आप ने देखा ही था ना कॉन सा में कोई बच्ची जैसी हूँ.
में हँसने लगी. अच्छा बाबा अच्छा ठीक है. आओ तुमको भी देखा देती हूँ लेकिन फिर ना कहना कि कैसी चीज़े दिखा दी हैं भाभी ने मुझे.