desiaks
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तांत्रिक लोलू में जो गुइडा बनाया था वो पहले ही इरावना था, और अब ऐसे टाइम और जगह में में सब करने में बो और डरावना लग रहा था। फिर लालू ने कुछ मंत्र पढ़कर उस गुइई की आधी बाडी पे पूरा साइड पिन घुसाने लगा। फिर अपना उंगली काटकर उसे आग में डाल दिया। जिससे वो गुइडा हिलने लगा और उस गुइई के एक फिट ऊपर वैसी काली आकृति बन गई, एक काले धुप से। फिर लालू ने उस असुर को बुलाया तो लालू ने उसका ताजा खून माँगा। जिसे उसने भी हँसते हए दे दिया। क्योंकी उसके हथियार के बनने का काम जो शुरू हो गया था, और वो खून की कुछ बूंदें देकर चला गया।
तो सबसे पहले उसने अबी के खून को उस काले घेरे या आकृति में डाल दिया। जिससे खन हवा में ही उस काले (ये में मिल गया। फिर उसने उस असुर के खून को भी मिला दिया। उसके बाद उसने अपने उन्हीं गुलामों में से चार सबसे शक्तिशाली मादा डायन, चुडैल, बेताल, भूतनी को बुलाया। वो चारों सबसे पुरानी और कैंचारी श्रीं। उन सभी की चूत पे कट लगाकर खून लेकर उसे मिलाया। जिससे उन्हें अजीब सा लगा और दर्द भी हुआ। और खन मिलकर जैसे ही एक हुआ वो चमकने लगा, और बा एक 18-20 साल के लड़के के जैसे बड़ा होकर एक लड़के के जैसे आ गया। पर अब कुछ नहीं हुआ था तो उसने अपने मंत्र से उस खौफनक गुइडे पार पटने शुरू कर दिए। और अपनी ये सोच की हवस मिलने और दुनियां पे हकमत करने के अलावा कुछ नहीं। इसका लाल एक छोटे से धु का रूप देकर उस आकृति में मिला दिया।
01. चिकनी- एक डायन (डाली) 02. मची- एक बेताल मिशा) 03. गप्पी एक चुडैल (नैना) 04. उकी. एक भूतनी (रिया)
02.
जब लालू ये सब कर रहा था, तभी अवी बहुत रहो रहा था। उसे दर्द हो रहाधा। रति उसे चुप कराने की बहुत कोशिश कर रही थी, पर वो चुप ही नहीं हो रहा था तो रति इर गई। उसे समझ में ही नहीं आ रहा था की अवी दूध पिलाने से भी चुप नहीं हो रहा था, और ना वो दूध पी रहा था सिर्फ तेज-तेज बहो रहा था। तब गति अवी को हास्पिटल ले गई। डाक्टर उसे चेक करने लगे। पर डाक्टर को भी समझ में नहीं आ रहा था, तो वो अबी को स्पैशल गम में ले गये, और गति को बाहर ही रहने को बोला। राति परेशान और रोती हई बाहर ही खड़ी थी।
अब सब कुछ करने के बाद लोल जब मंत्र पद वहाँ था, तभी अबी की बाड़ी से उसकी आधी-आत्मा बाहर आ गई जिसे वो डाक्टर तो नहीं देख सकर। लेकिन अबी जरूर बहोश हो गया। जिसमें डाक्टर भी परेशान हो गये और इर गयें। क्योंकी अबी शहर के एक बड़े बिजनेंसमैन राज का बेटा था।
वो आधी-आत्मा अबी की बाड़ी से निकलकर लालू के सामने आ गई। जिसको देखकर वो पागलों की तरह हँसने लगा हाहाहाहा। फिर उसने उस आत्मा को उस आकृति में डाल दिया। जिससे उस पूरे जंगल के साथ विलाशपुर में भी एकदम काले धैये से अंधेरा हो गया। फिर जब वो हटा तो वहां अंधेरे का बादशाह खड़ा था, यानी "बलही डविल"
फिर वो आकति बोली "हाहाहाहा... हाहाहाही... हाहाहाहा... हाहाहाही... अंधेरा कायम रहे। ये काली ताकतों में आ गया, यानी काली-शक्तियों का राजा ब्लडी-डेविल हाहाहाहा... क्योंकी में अलग-अलग योनियों के खून से बना एक शैतान हूँ। इसलिए आज से मेरा नाम होगा- "बलड़ी डेबिल्ल.
***** *****
तो सबसे पहले उसने अबी के खून को उस काले घेरे या आकृति में डाल दिया। जिससे खन हवा में ही उस काले (ये में मिल गया। फिर उसने उस असुर के खून को भी मिला दिया। उसके बाद उसने अपने उन्हीं गुलामों में से चार सबसे शक्तिशाली मादा डायन, चुडैल, बेताल, भूतनी को बुलाया। वो चारों सबसे पुरानी और कैंचारी श्रीं। उन सभी की चूत पे कट लगाकर खून लेकर उसे मिलाया। जिससे उन्हें अजीब सा लगा और दर्द भी हुआ। और खन मिलकर जैसे ही एक हुआ वो चमकने लगा, और बा एक 18-20 साल के लड़के के जैसे बड़ा होकर एक लड़के के जैसे आ गया। पर अब कुछ नहीं हुआ था तो उसने अपने मंत्र से उस खौफनक गुइडे पार पटने शुरू कर दिए। और अपनी ये सोच की हवस मिलने और दुनियां पे हकमत करने के अलावा कुछ नहीं। इसका लाल एक छोटे से धु का रूप देकर उस आकृति में मिला दिया।
01. चिकनी- एक डायन (डाली) 02. मची- एक बेताल मिशा) 03. गप्पी एक चुडैल (नैना) 04. उकी. एक भूतनी (रिया)
02.
जब लालू ये सब कर रहा था, तभी अवी बहुत रहो रहा था। उसे दर्द हो रहाधा। रति उसे चुप कराने की बहुत कोशिश कर रही थी, पर वो चुप ही नहीं हो रहा था तो रति इर गई। उसे समझ में ही नहीं आ रहा था की अवी दूध पिलाने से भी चुप नहीं हो रहा था, और ना वो दूध पी रहा था सिर्फ तेज-तेज बहो रहा था। तब गति अवी को हास्पिटल ले गई। डाक्टर उसे चेक करने लगे। पर डाक्टर को भी समझ में नहीं आ रहा था, तो वो अबी को स्पैशल गम में ले गये, और गति को बाहर ही रहने को बोला। राति परेशान और रोती हई बाहर ही खड़ी थी।
अब सब कुछ करने के बाद लोल जब मंत्र पद वहाँ था, तभी अबी की बाड़ी से उसकी आधी-आत्मा बाहर आ गई जिसे वो डाक्टर तो नहीं देख सकर। लेकिन अबी जरूर बहोश हो गया। जिसमें डाक्टर भी परेशान हो गये और इर गयें। क्योंकी अबी शहर के एक बड़े बिजनेंसमैन राज का बेटा था।
वो आधी-आत्मा अबी की बाड़ी से निकलकर लालू के सामने आ गई। जिसको देखकर वो पागलों की तरह हँसने लगा हाहाहाहा। फिर उसने उस आत्मा को उस आकृति में डाल दिया। जिससे उस पूरे जंगल के साथ विलाशपुर में भी एकदम काले धैये से अंधेरा हो गया। फिर जब वो हटा तो वहां अंधेरे का बादशाह खड़ा था, यानी "बलही डविल"
फिर वो आकति बोली "हाहाहाहा... हाहाहाही... हाहाहाहा... हाहाहाही... अंधेरा कायम रहे। ये काली ताकतों में आ गया, यानी काली-शक्तियों का राजा ब्लडी-डेविल हाहाहाहा... क्योंकी में अलग-अलग योनियों के खून से बना एक शैतान हूँ। इसलिए आज से मेरा नाम होगा- "बलड़ी डेबिल्ल.
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