hotaks444
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इस में एक नाइटी एक ब्रा था जो नेट का था और काफी ठीक था, निपल्स वाली जगह पर एक फूल बना हुआ था और ब्रा के नीचे गोल्डन रंग के सारे सितारे लगे हुए थे। ब्रा के पीछे हुक नहीं थी बल्कि एक डोरी ही थी जो कमर पर बांधी जाती थी। नीचे एक पैन्टी थी कैथेटर और उसके ऊपर एक सलवार की तरह सफेद वस्त्र था, नेट की यह सलवार बिल्कुल ठीक थी जिसके आरपार दिखाई देता था और साईडों से कटी हुई थी। यानी इसमें एक तो नेट के पार आकर्षक दिखती थी ऊपर से साईडों से कटा होने के कारण डयरैक्ट भी आकर्षक दिखती थी। और चेहरे पर एक नकाब था जो अच्छे कपड़े का था, उसमें से लाल गुलाबी होंठ स्पष्ट दिखते थे और घूंघट पर भी नीचे गोल्डन रंग के सितारे लगे हुए थे। मैंने मैम के हाथ में अपना लंड पकड़ाया तो उन्होंने उसको छोड़ा नहीं बल्कि मस्ती मे कसकर पकड़ लिया और जैसे ही मैंने उनके होंठों पर अपने होंठ रखे तो मैम ने मेरे लंड की मुठ मारनी शुरू कर दी।
में भी अपने हाथ लैला मैम के पेट से पीछे की ओर ले गया और उनकी कमर तक ले गया और फिर नीचे हाथ करके उनके चूतड़ों को जोर से पकड़ लिया। लैला मैम के चूतड़ों पर पैन्टी थी नहीं थी, पैन्टी जी स्ट्रिंग की थी जिसकी दुम चूतड़ों की लाइन में घुसी हुई थी , लेकिन नेट वाली सलवार चूतड़ों के ऊपर थी, मगर उसके ऊपर भी मैम के चूतड़ों का स्पर्श महसूस हो रहा था और मैंने चूतड़ों को दबाते हुए लैला मैम के रसीले होंठ चूसने शुरू कर दिए , कुछ देर तक ऐसे ही लैला मैम के होंठ चूसने के बाद मैंने उनका नकाब उतार दिया और उनके मुंह में अपनी जीभ डाल दी जिसको लैला मैम ने तुरंत ही अपनी ज़ुबान के साथ लपेट कर चूसना शुरू कर दिया। इस दौरान लैला मैम मेरी सलवार का नाड़ा खोल चुकी थीं, नाड़ा खुलते ही मेरी सलवार नीचे गिर गई थी और अब मेरा नंगा लंड लैला मैम के नरम और मुलायम हाथ में मज़े ले रहा था। कुछ देर तक लैला मैम के होंटों को चूसने और उनके मुंह में अपनी ज़ुबान घुमाकर मैं मम्मों की ओर बढ़ गया जो नेट की ब्रा में बहुत सुंदर लग रहे थे। मैंने लैला मैम कमर से उनके ब्रा डोरी खोली तो ब्रा को उनकी गर्दन से निकाल कर उतार दिया जिससे लैला मैम के 36 साइज़ के बड़े बड़े मम्मे मेरे सामने किसी खरबूजे की तरह खड़े हो गए। लैला मैम के छोटे तने हुए हल्के ब्राउन रंग के निप्पल बहुत सेक्सी लग रहे थे जो देखते ही देखते मेरे मुंह में जा चुके थे और मैं लैला मैम का मीठा मीठा दूध पीने में व्यस्त था।
लैला मैम ने एक हाथ मेरी गर्दन में डाला हुआ था जबकि दूसरा हाथ लगातार मेरे लंड पर था और उसकी वह मुठ मार रही थीं। इस दौरान लैला मैम ने एक बार मुझसे कहा कि प्लीज़ सलमान मुझे जाने दो फिर कोई दिन मिलेगा, मगर मैंने कहा नहीं मैम, कितनी बार आपकी चूत मेरे लंड के पास आकर निकल गई, लेकिन आज नहीं। आज तो अपना लंड आपकी चूत में डाल कर ही रहूँगा।
लैला मैम ने कहा फिर मुझे जल्दी जल्दी चोदो ताकि मुझे देर न हो। मैंने कहा मैम आपका शरीर ऐसा नहीं कि उसको केवल चोदा जाए और छोड़ दिया जाए। आपका ये संग मर मर का तराशा हुआ बदन तो प्यार करने के लायक है, चुदाई तो बस लंड और योनी की प्यास बुझाने के लिए होगी, लेकिन वास्तविक शांति तो आपके शरीर को प्यार करने में है। यह कह कर मैंने लैला मैम को अपनी गोद में उठा लिया और ट्राई रूम से बाहर ले आया। गोद में उठा कर 5 मिनट तक लैला मैम के बूब्स को चूसता रहा और निप्पल्स को दांतों के बीच दबा कर काटता रहा जिससे लैला मैम बहुत गर्म हो रही थीं। फिर मैंने लैला मैम नीचे उतारा तो लैला मैम तुरंत ही मेरे सामने बैठ गई और मेरा लोड़ा अपने हाथ में पकड़ते ही तुरंत मुंह में डाल कर उसकी चुसाइ शुरू कर दी . लैला मेम को अपने लंड की चुसाइ करता देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही थी और मज़ा भी आ रहा था, उस दौरान मैंने अपनी कमीज और बनियान भी उतार दी। लैला मैम के दोनों हाथ मेरे चूतड़ों पर थे और वह मेरा लंड अपने मुंह में डाले अपना मुँह आगे पीछे करके मेरे लंड की चुसाइ लगा रही थीं।
लैला मैम मुंह की गर्मी और उनकी ज़ुबान से लगने वाली लार मेरे लंड को आनंद पहुंचा रहे थे। काफी देर तक लैला मैम ने मेरे लंड की चुसाइ की, तो मैंने लैला मैम को खड़ा करके उनकी नेट वाली सलवार के साथ साथ उनकी पैन्टी भी उतार दी। फिर मैंने लैला मैम को उनके सीने से पकड़ कर उठाया और अपने सामने काउन्टर पर बिठा दिया। काउन्टर पर बिठाने के बाद मैंने लैला मैम के पैर उठाकर भी काउन्टर पर रखकर फैला दिए और उन्हें चूतड़ों से पकड़ कर थोड़ा आगे कर दिया जिससे लैला मैम की योनी मेरे पास आ गई। लैला मैम को यूँ काउन्टर पर बिठाने के बाद मैंने अपनी ज़ुबान निकाली और लैला मैम की चूत के टाइट लबों के बीच मे रख कर उनके दाने को तेज तेज मसलना शुरू कर दिया। जैसे ही मेरी जीभ लैला मैम की चूत के दाने पर लगी उनका शरीर कांपने लगा और उन्होंने तेज तेज सिसकियाँ लेना शुरू कर दिया आह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ह ह ऊऊह ..... आह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ह ह ह खा जाओ सलमान मेरी चूत को। । । । आह ह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ह ह ह ह ... जोर से मसलो अपनी ज़ुबान। । .. आह ह ह ह हुह हुम्म्म्म ममममममम हु हुम्म्म्म मममममममम ... उफ़ एफ एफ एफ एफ एफ एफ एफउफफफफफफ्फ़ मेरी चूत .. । । । आह ह ह ह ओह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .... आह ह ह .... आह ह ह ह .... आह ह ह ह .. । खा जाओ, खा जाओ ,,,, आह ह ह ह ... आह ह ह हहहिईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ... जोर से ... आह ह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ... आह ह ह ह लैला मैम की बेमेल आवाज़ें मेरी दुकान में गूंज रही थीं और मैं लैला मैम की चूत के दाने को चाट चाट कर और अपनी जीभ से रगड़ रगड़ कर लाल कर चुका था। लैला मैम के पैर खुले हुए थे और वो मेरे सामने काउन्टर पर बैठी थीं जबकि मैं खड़ा होकर उनकी योनी चाट रहा था। फिर लैला मैम की सिसकियाँ और भी तेज हो गईं और उन्होंने अपने दोनों हाथों से मेरे सिर के बालों को जोर से पकड़ कर जकड़ लिया और अपनी चूत को आगे पीछे हिलाना शुरू कर दिया। लैला मैम की चूत ने अचानक ही पानी छोड़ दिया मगर मैंने लैला मैम की योनी को चाटना लगातार जारी रखा। पानी छोड़ते हुए लैला मैम ने लगातार अपनी योनी आगे पीछे हिलाना जारी रखी।
जब लैला मैम का सारा पानी निकल गया तो उन्होंने मेरा मुँह ऊपर किया और खुद नीचे झुक कर मेरे चेहरे पर लगा अपनी चूत का सारा पानी चाटना शुरू कर दिया। लैला मैम ने अपनी चूत का सारा पानी मेरे चेहरे से चाट लिया तो बोलीं अब अपनी जीभ बाहर निकालो, उस पर जो मेरी चूत का पानी लगा है मैं वह भी चाटना है। यह सुनकर मैंने अपनी ज़ुबान भी निकाल दी जिसे लैला मैम ने अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। जब लैला मैम ने मेरी ज़ुबान को भी चूस चूस कर साफ कर दिया तो मैंने लैला मैम को काउन्टर से उतारा और सोफे पर लिटा दिया।
लैला के मैम पैर नीचे की ओर थे जबकि उनकी कमर और सिर सोफे के ऊपर की ओर था। मैं लीला मैम की योनी के पास हुआ और उनके दोनों पैर उठा कर अपने कंधेों पर रख दिए और अपना एक घुटना सोफे पर रखकर लंड को पकड़ का मैम की चूत के पास कर दिया। लैला मैम ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ कर पहले उसे अच्छी तरह देखा और उसको अपनी योनी के छेद पर सेट करके बोलीं, काफी समय से ये चूत लंड की प्यासी है, आज ऐसी चुदाई करना कि बीते वर्षों की सारी प्यास भूल जाऊं। मैंने कहा मैम आप चिंता न करें आपकी चूत को आज ऐसा मज़ा मिलेगा जैसा हनीमून पर मिला था। यह कह कर मैंने एक जोरदार धक्का लगाया, लेकिन लैला मैम की चूत मेरी उम्मीद से ज्यादा टाइट थी। मेरे लंड की टोपी के अलावा केवल एक इंच लंड ही अंदर जा सका और लैला मैम की चीख दुकान में गूंज गई।
मुझे पता नहीं था कि लैला मैम को इतनी तकलीफ भी होगी और मेरा लंड आगे जाने में कठिनाई का सामना करेगा . चीख पर तो लैला मैम ने तुरंत ही नियंत्रण कर लिया, शायद उन्हें भी पता नहीं था कि इतने सालों से चुदाई न होने की वजह से उनकी चूत बिल्कुल कुंवारी चूत की तरह टाइट हो चुकी होगी। तभी मैंने अपना लंड एक बार बाहर निकाला और उस पर अपना थूक फेंक कर उसकी टोपी पर अच्छी तरह मसल दिया। फिर मैं लैला मैम की चूत पर भी थूक फेंका और अपनी उंगली लैला मैम की चूत में डाल कर उसको अंदर से अच्छी तरह रगड़ दिया। उंगली चूत में पाकर लैला मैम की चूत की चिकनाहट वापस आ गई,
मैंने फिर से लंड लैला मैम की चूत पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया। अब की बार लैला मैम को अनुमान था इसीलिए उन्होंने अपने दोनों हाथों को अपने मुँह में रख कर अपनी चीख को रोक लिया था, जबकि मेरा आधा लंड लैला मैम की चूत को चीरता हुआ अंदर दर्ज हो चुका था। लैला मैम ने धीमी आवाज में कहा, रोकना नहीं अपने घोड़े को, मेरी तकलीफ की परवाह मत करो, बस इस घोड़े को मेरी चूत में दौड़ाते रहो बिना रुके। लैला मैम की बात सुनकर मैंने लैला मैम की चूत से लंड वापस खींचा और फिर एक जोरदार धक्का लगाया और पूरा लंड लैला मैम की चूत में उतार दिया।
लैला मैम की चूत बहुत टाइट थी, मुझे उम्मीद नहीं थी कि 32 से 34 साल की औरत की चूत इतनी टाइट भी हो सकती है। बहरहाल मैंने अब लैला मैम की चूत में धक्के लगाने शुरू कर दिए थे। 2 मिनट की चुदाई के बाद लैला मैम को अब मेरा लंड चोट नहीं दे रहा था और अब लैला मैम मेरे लंड से अपनी चुदाई को एंजाय कर रही थीं। और तेज चोदो .... आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह हहहिईीईईईई ह ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह ... और तेज मेरे राजा ... और तेज .... आह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह ह ह ह .... आह ह हुम्म्म्म मममममम मेरी चूत .. । । .. । । उफ़ एफ एफ एफ एफफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ ..... आह ह ह ... आह ह ह ... पिटाई ... तेज ..... आह ह ह ह ... आह ह ह ह ह ह .... उफ़ एफ एफ एफ ... उफ़ एफ एफ एफ एफ .... आह ह ह ह ह आह ह ह ह ह .... आह ह ह ह ..... क्या लोड़ा है तुम्हारा ..... आह ह हुहईईईईईईईई ... चोदते जाओ, रुकना नहीं ... आह ह ह ह ... तेज ..... और तेज ....
चुदाई की ऐसी ही आवाज़ों से मेरी दुकान गूंज रही थी और मैं लैला मैम की आँखों में आँखें गढ़ाए उनकी रोमांचक चुदाई कर रहा था। जो चूत इतनी मुश्किलों से मिले उसको चोदने का अपना ही मजा आता है और अगर वह चूत इतनी टाइट हो फिर तो मज़ा दुगुना हो जाता है। यही हाल इस समय मेरा हो रहा था। 6 से 7 मिनट तक मैं लैला मैम को ऐसे ही चोदता रहा और फिर लैला मैम की चूत की दीवारों से गरम पानी निकल कर मेरे लंड को नहलाने लगा। चूत का पानी निकालते हुए लैला मैम ने अपनी चूत को और भी अधिक टाइट कर लिया था जिससे मेरा लंड लैला मैम की चूत में फंस गया था।
सारा पानी निकालने के बाद लैला मैम अपनी जगह से उठीं और मेरा लंड हाथ में पकड़ कर उस पर लगा अपनी चूत का पानी चाटने लगी। जब लैला मैम ने मेरा लोड़ा चूस चूस कर सुखा दिया तो मैम ने खुशी से मेरी ओर देखा और बोलीं आज बहुत समय बाद किसी लोड़े से अपनी चूत का स्वाद चखा है, यह कह कर लैला मैम खड़ी हो गईं और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख मुझे प्यार करने लगी साथ ही लैला मैम ने अपनी एक टांग उठा कर मेरे चूतड़ों के आसपास लपेट ली और एक हाथ से मेरा लोड़ा पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर रख दिया। जैसे ही मुझे अपने लोड़े पर लैला मैम की चूत की गर्मी का एहसास हुआ, मैंने एक धक्का लगाया और आधे से अधिक लंड लैला मैम की चूत में घुस गया, तो साथ ही एक और धक्का लगाया और लैला मैम की चूत में अपने लंड से खुदाई करना शुरू कर दिया। योनी में लंड को लेकर लैला मैम बहुत तीव्रता से मेरे होंठ चूस रही थीं उन्हें मुझ पर शायद बहुत ज़्यादा प्यार आ रहा था कि मैंने काफ़ी समय बाद उनकी चूत की प्यास बुझाई है। मेरे लंड ने जब लैला मैम की चूत से पानी निकाला तो तभी उसको आराम मिला था अब तो बोनस चुदाई जारी थी जिसमें मज़ा ही मज़ा था।
में भी अपने हाथ लैला मैम के पेट से पीछे की ओर ले गया और उनकी कमर तक ले गया और फिर नीचे हाथ करके उनके चूतड़ों को जोर से पकड़ लिया। लैला मैम के चूतड़ों पर पैन्टी थी नहीं थी, पैन्टी जी स्ट्रिंग की थी जिसकी दुम चूतड़ों की लाइन में घुसी हुई थी , लेकिन नेट वाली सलवार चूतड़ों के ऊपर थी, मगर उसके ऊपर भी मैम के चूतड़ों का स्पर्श महसूस हो रहा था और मैंने चूतड़ों को दबाते हुए लैला मैम के रसीले होंठ चूसने शुरू कर दिए , कुछ देर तक ऐसे ही लैला मैम के होंठ चूसने के बाद मैंने उनका नकाब उतार दिया और उनके मुंह में अपनी जीभ डाल दी जिसको लैला मैम ने तुरंत ही अपनी ज़ुबान के साथ लपेट कर चूसना शुरू कर दिया। इस दौरान लैला मैम मेरी सलवार का नाड़ा खोल चुकी थीं, नाड़ा खुलते ही मेरी सलवार नीचे गिर गई थी और अब मेरा नंगा लंड लैला मैम के नरम और मुलायम हाथ में मज़े ले रहा था। कुछ देर तक लैला मैम के होंटों को चूसने और उनके मुंह में अपनी ज़ुबान घुमाकर मैं मम्मों की ओर बढ़ गया जो नेट की ब्रा में बहुत सुंदर लग रहे थे। मैंने लैला मैम कमर से उनके ब्रा डोरी खोली तो ब्रा को उनकी गर्दन से निकाल कर उतार दिया जिससे लैला मैम के 36 साइज़ के बड़े बड़े मम्मे मेरे सामने किसी खरबूजे की तरह खड़े हो गए। लैला मैम के छोटे तने हुए हल्के ब्राउन रंग के निप्पल बहुत सेक्सी लग रहे थे जो देखते ही देखते मेरे मुंह में जा चुके थे और मैं लैला मैम का मीठा मीठा दूध पीने में व्यस्त था।
लैला मैम ने एक हाथ मेरी गर्दन में डाला हुआ था जबकि दूसरा हाथ लगातार मेरे लंड पर था और उसकी वह मुठ मार रही थीं। इस दौरान लैला मैम ने एक बार मुझसे कहा कि प्लीज़ सलमान मुझे जाने दो फिर कोई दिन मिलेगा, मगर मैंने कहा नहीं मैम, कितनी बार आपकी चूत मेरे लंड के पास आकर निकल गई, लेकिन आज नहीं। आज तो अपना लंड आपकी चूत में डाल कर ही रहूँगा।
लैला मैम ने कहा फिर मुझे जल्दी जल्दी चोदो ताकि मुझे देर न हो। मैंने कहा मैम आपका शरीर ऐसा नहीं कि उसको केवल चोदा जाए और छोड़ दिया जाए। आपका ये संग मर मर का तराशा हुआ बदन तो प्यार करने के लायक है, चुदाई तो बस लंड और योनी की प्यास बुझाने के लिए होगी, लेकिन वास्तविक शांति तो आपके शरीर को प्यार करने में है। यह कह कर मैंने लैला मैम को अपनी गोद में उठा लिया और ट्राई रूम से बाहर ले आया। गोद में उठा कर 5 मिनट तक लैला मैम के बूब्स को चूसता रहा और निप्पल्स को दांतों के बीच दबा कर काटता रहा जिससे लैला मैम बहुत गर्म हो रही थीं। फिर मैंने लैला मैम नीचे उतारा तो लैला मैम तुरंत ही मेरे सामने बैठ गई और मेरा लोड़ा अपने हाथ में पकड़ते ही तुरंत मुंह में डाल कर उसकी चुसाइ शुरू कर दी . लैला मेम को अपने लंड की चुसाइ करता देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही थी और मज़ा भी आ रहा था, उस दौरान मैंने अपनी कमीज और बनियान भी उतार दी। लैला मैम के दोनों हाथ मेरे चूतड़ों पर थे और वह मेरा लंड अपने मुंह में डाले अपना मुँह आगे पीछे करके मेरे लंड की चुसाइ लगा रही थीं।
लैला मैम मुंह की गर्मी और उनकी ज़ुबान से लगने वाली लार मेरे लंड को आनंद पहुंचा रहे थे। काफी देर तक लैला मैम ने मेरे लंड की चुसाइ की, तो मैंने लैला मैम को खड़ा करके उनकी नेट वाली सलवार के साथ साथ उनकी पैन्टी भी उतार दी। फिर मैंने लैला मैम को उनके सीने से पकड़ कर उठाया और अपने सामने काउन्टर पर बिठा दिया। काउन्टर पर बिठाने के बाद मैंने लैला मैम के पैर उठाकर भी काउन्टर पर रखकर फैला दिए और उन्हें चूतड़ों से पकड़ कर थोड़ा आगे कर दिया जिससे लैला मैम की योनी मेरे पास आ गई। लैला मैम को यूँ काउन्टर पर बिठाने के बाद मैंने अपनी ज़ुबान निकाली और लैला मैम की चूत के टाइट लबों के बीच मे रख कर उनके दाने को तेज तेज मसलना शुरू कर दिया। जैसे ही मेरी जीभ लैला मैम की चूत के दाने पर लगी उनका शरीर कांपने लगा और उन्होंने तेज तेज सिसकियाँ लेना शुरू कर दिया आह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ह ह ऊऊह ..... आह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ह ह ह खा जाओ सलमान मेरी चूत को। । । । आह ह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ह ह ह ह ... जोर से मसलो अपनी ज़ुबान। । .. आह ह ह ह हुह हुम्म्म्म ममममममम हु हुम्म्म्म मममममममम ... उफ़ एफ एफ एफ एफ एफ एफ एफउफफफफफफ्फ़ मेरी चूत .. । । । आह ह ह ह ओह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .... आह ह ह .... आह ह ह ह .... आह ह ह ह .. । खा जाओ, खा जाओ ,,,, आह ह ह ह ... आह ह ह हहहिईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ... जोर से ... आह ह हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह ... आह ह ह ह लैला मैम की बेमेल आवाज़ें मेरी दुकान में गूंज रही थीं और मैं लैला मैम की चूत के दाने को चाट चाट कर और अपनी जीभ से रगड़ रगड़ कर लाल कर चुका था। लैला मैम के पैर खुले हुए थे और वो मेरे सामने काउन्टर पर बैठी थीं जबकि मैं खड़ा होकर उनकी योनी चाट रहा था। फिर लैला मैम की सिसकियाँ और भी तेज हो गईं और उन्होंने अपने दोनों हाथों से मेरे सिर के बालों को जोर से पकड़ कर जकड़ लिया और अपनी चूत को आगे पीछे हिलाना शुरू कर दिया। लैला मैम की चूत ने अचानक ही पानी छोड़ दिया मगर मैंने लैला मैम की योनी को चाटना लगातार जारी रखा। पानी छोड़ते हुए लैला मैम ने लगातार अपनी योनी आगे पीछे हिलाना जारी रखी।
जब लैला मैम का सारा पानी निकल गया तो उन्होंने मेरा मुँह ऊपर किया और खुद नीचे झुक कर मेरे चेहरे पर लगा अपनी चूत का सारा पानी चाटना शुरू कर दिया। लैला मैम ने अपनी चूत का सारा पानी मेरे चेहरे से चाट लिया तो बोलीं अब अपनी जीभ बाहर निकालो, उस पर जो मेरी चूत का पानी लगा है मैं वह भी चाटना है। यह सुनकर मैंने अपनी ज़ुबान भी निकाल दी जिसे लैला मैम ने अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। जब लैला मैम ने मेरी ज़ुबान को भी चूस चूस कर साफ कर दिया तो मैंने लैला मैम को काउन्टर से उतारा और सोफे पर लिटा दिया।
लैला के मैम पैर नीचे की ओर थे जबकि उनकी कमर और सिर सोफे के ऊपर की ओर था। मैं लीला मैम की योनी के पास हुआ और उनके दोनों पैर उठा कर अपने कंधेों पर रख दिए और अपना एक घुटना सोफे पर रखकर लंड को पकड़ का मैम की चूत के पास कर दिया। लैला मैम ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ कर पहले उसे अच्छी तरह देखा और उसको अपनी योनी के छेद पर सेट करके बोलीं, काफी समय से ये चूत लंड की प्यासी है, आज ऐसी चुदाई करना कि बीते वर्षों की सारी प्यास भूल जाऊं। मैंने कहा मैम आप चिंता न करें आपकी चूत को आज ऐसा मज़ा मिलेगा जैसा हनीमून पर मिला था। यह कह कर मैंने एक जोरदार धक्का लगाया, लेकिन लैला मैम की चूत मेरी उम्मीद से ज्यादा टाइट थी। मेरे लंड की टोपी के अलावा केवल एक इंच लंड ही अंदर जा सका और लैला मैम की चीख दुकान में गूंज गई।
मुझे पता नहीं था कि लैला मैम को इतनी तकलीफ भी होगी और मेरा लंड आगे जाने में कठिनाई का सामना करेगा . चीख पर तो लैला मैम ने तुरंत ही नियंत्रण कर लिया, शायद उन्हें भी पता नहीं था कि इतने सालों से चुदाई न होने की वजह से उनकी चूत बिल्कुल कुंवारी चूत की तरह टाइट हो चुकी होगी। तभी मैंने अपना लंड एक बार बाहर निकाला और उस पर अपना थूक फेंक कर उसकी टोपी पर अच्छी तरह मसल दिया। फिर मैं लैला मैम की चूत पर भी थूक फेंका और अपनी उंगली लैला मैम की चूत में डाल कर उसको अंदर से अच्छी तरह रगड़ दिया। उंगली चूत में पाकर लैला मैम की चूत की चिकनाहट वापस आ गई,
मैंने फिर से लंड लैला मैम की चूत पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया। अब की बार लैला मैम को अनुमान था इसीलिए उन्होंने अपने दोनों हाथों को अपने मुँह में रख कर अपनी चीख को रोक लिया था, जबकि मेरा आधा लंड लैला मैम की चूत को चीरता हुआ अंदर दर्ज हो चुका था। लैला मैम ने धीमी आवाज में कहा, रोकना नहीं अपने घोड़े को, मेरी तकलीफ की परवाह मत करो, बस इस घोड़े को मेरी चूत में दौड़ाते रहो बिना रुके। लैला मैम की बात सुनकर मैंने लैला मैम की चूत से लंड वापस खींचा और फिर एक जोरदार धक्का लगाया और पूरा लंड लैला मैम की चूत में उतार दिया।
लैला मैम की चूत बहुत टाइट थी, मुझे उम्मीद नहीं थी कि 32 से 34 साल की औरत की चूत इतनी टाइट भी हो सकती है। बहरहाल मैंने अब लैला मैम की चूत में धक्के लगाने शुरू कर दिए थे। 2 मिनट की चुदाई के बाद लैला मैम को अब मेरा लंड चोट नहीं दे रहा था और अब लैला मैम मेरे लंड से अपनी चुदाई को एंजाय कर रही थीं। और तेज चोदो .... आहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह हहहिईीईईईई ह ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह ... और तेज मेरे राजा ... और तेज .... आह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह ह ह ह .... आह ह हुम्म्म्म मममममम मेरी चूत .. । । .. । । उफ़ एफ एफ एफ एफफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ ..... आह ह ह ... आह ह ह ... पिटाई ... तेज ..... आह ह ह ह ... आह ह ह ह ह ह .... उफ़ एफ एफ एफ ... उफ़ एफ एफ एफ एफ .... आह ह ह ह ह आह ह ह ह ह .... आह ह ह ह ..... क्या लोड़ा है तुम्हारा ..... आह ह हुहईईईईईईईई ... चोदते जाओ, रुकना नहीं ... आह ह ह ह ... तेज ..... और तेज ....
चुदाई की ऐसी ही आवाज़ों से मेरी दुकान गूंज रही थी और मैं लैला मैम की आँखों में आँखें गढ़ाए उनकी रोमांचक चुदाई कर रहा था। जो चूत इतनी मुश्किलों से मिले उसको चोदने का अपना ही मजा आता है और अगर वह चूत इतनी टाइट हो फिर तो मज़ा दुगुना हो जाता है। यही हाल इस समय मेरा हो रहा था। 6 से 7 मिनट तक मैं लैला मैम को ऐसे ही चोदता रहा और फिर लैला मैम की चूत की दीवारों से गरम पानी निकल कर मेरे लंड को नहलाने लगा। चूत का पानी निकालते हुए लैला मैम ने अपनी चूत को और भी अधिक टाइट कर लिया था जिससे मेरा लंड लैला मैम की चूत में फंस गया था।
सारा पानी निकालने के बाद लैला मैम अपनी जगह से उठीं और मेरा लंड हाथ में पकड़ कर उस पर लगा अपनी चूत का पानी चाटने लगी। जब लैला मैम ने मेरा लोड़ा चूस चूस कर सुखा दिया तो मैम ने खुशी से मेरी ओर देखा और बोलीं आज बहुत समय बाद किसी लोड़े से अपनी चूत का स्वाद चखा है, यह कह कर लैला मैम खड़ी हो गईं और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख मुझे प्यार करने लगी साथ ही लैला मैम ने अपनी एक टांग उठा कर मेरे चूतड़ों के आसपास लपेट ली और एक हाथ से मेरा लोड़ा पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर रख दिया। जैसे ही मुझे अपने लोड़े पर लैला मैम की चूत की गर्मी का एहसास हुआ, मैंने एक धक्का लगाया और आधे से अधिक लंड लैला मैम की चूत में घुस गया, तो साथ ही एक और धक्का लगाया और लैला मैम की चूत में अपने लंड से खुदाई करना शुरू कर दिया। योनी में लंड को लेकर लैला मैम बहुत तीव्रता से मेरे होंठ चूस रही थीं उन्हें मुझ पर शायद बहुत ज़्यादा प्यार आ रहा था कि मैंने काफ़ी समय बाद उनकी चूत की प्यास बुझाई है। मेरे लंड ने जब लैला मैम की चूत से पानी निकाला तो तभी उसको आराम मिला था अब तो बोनस चुदाई जारी थी जिसमें मज़ा ही मज़ा था।