desiaks
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अनु ने अपने हाथ में सोप डाला और मेरे सीने पर लगाना शुरू कर दिया। फिर मेरी टांगों पर लगाने लगी। अन् नीचे बैठ गई और मेरे लण्ड पर सोप लगाने लगी। मुझे अच्छा लग रहा था अनु ने उठकर जब मेरी कमर पर सोप लगाया तो मेरे मुँह में हल्की सी आह्ह... निकली। अनु ने मुझे देखा की क्या हुआ?
मैंने उसको कहा- "वहां मत लगाओ..."
अनु ने कहा- वहा क्या हुआ है?
मैंने कहा- "तुम खुद ही देख लो... और उसकी तरफ अपनी कमर कर दी।
देखते ही अनु के मुँह से निकला- "हाय रीई... ये क्या हुआ?"
मैंने अनु को कहा- "ये सब तुम्हारा किया हुआ है.."
-
अनु बोली- मैंने कब किया?
मैंने कहा- जब तुम होश में नहीं थी तब्ब।
सुनकर अनु ने अपने मुह को झुका लिया और बोली. "सारी मैंने जानकर नहीं किया..."
मैंने उसको कहा- "कोई बात नहीं, ये तो प्यार की हद है.." फिर हम दोनों शवर के नौचं खड़े रहे।
अनु ने मेरे लण्ड को सहलाते हुए कहा- "ये तो फिर से खड़ा हो गया.."
में अनु के मन की बात समझ गया मैंने अनु से कहा- "अगर तुम्हारा मन कर रहा है तो इसको चूस लो। अब ये तुम्हारा ही तो है जो मन में आए वो करो..."
अनु के चेहरा पर चमक आ गई। अनु घुटनों के बल नीचे बैठ गई और मेरे लौड़े को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। अनु के लिए लण्ड चूसना एक नया अनुभव था। इसलिए उसके मन में केज था। मैं अनु के मुँह में अपना लण्ड डालकर खड़ा रहा।
फिर मैंने अनु से कहा- "इसको ऐसे ही डालकर नहीं रखते, अपनी जीभ से चाटो.."
अनु ने अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया। अनु अभी लण्ड चूसने में अनाड़ी थी। पर वो जो भी कर रही थी दिल से। मैंने उसको कुछ नहीं कहा। जैसा वो करती रही, मैंने करने दिया।
जब मेरा लण्ड फुल फार्म में आ गया, तो मैंने अनु से कहा- "अब तुम उठकर खड़ी हो जाओ...' कहकर मैंने अनु को खड़ा करके उसकी चूची को सहलाया। मैंने उसके निपल को हाथ से दबाया तो उसमें से दूध की धार निकली, तो मैं समझ गया माल तैयार है।
मैंने कहा- "मुझे नहाकर भूख लगने लगी है, आओ तुम्हारा स्टाक कुछ कम कर दूं.."
अन् मझे घरकर देखने लगी। मैंने उसका निपल मुँह में ले लिया और चूसने लगा। अन् का दूध फिर से मेरे मुँह में आने लगा। सच में अनु दुधारू औरत थी।
मैंने अनु से कहा- "फेश स्टाक आ गया.."
इसपर अनु ने मुझे जोर की चुटकी काटी। मैं हँसने लगा। अनु ने अपना निपल मेरे मुँह से खींच लिया और बोली- "अब मैं भी आपको तड़पाऊँगी..."
मैंने कहा- "जान प्लीज... पीने दो ना, बड़ी भूख लगी है.."
अनु ने मुझे चिढ़ाते हुए कहा- "अब मुझे परेशान करोगे?'
मैंने कान पकड़ते हुए कहा- "अब नहीं करूंगा..."
अन् ने अपना निप्पल फिर से मेरे मुँह में डाल दिया। फिर अनु ने प्यार से मेरे सिर में अपना हाथ फेरते हए कहा- "पी ला जितना मन करें..."
मैंने उसको कहा- "वहां मत लगाओ..."
अनु ने कहा- वहा क्या हुआ है?
मैंने कहा- "तुम खुद ही देख लो... और उसकी तरफ अपनी कमर कर दी।
देखते ही अनु के मुँह से निकला- "हाय रीई... ये क्या हुआ?"
मैंने अनु को कहा- "ये सब तुम्हारा किया हुआ है.."
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अनु बोली- मैंने कब किया?
मैंने कहा- जब तुम होश में नहीं थी तब्ब।
सुनकर अनु ने अपने मुह को झुका लिया और बोली. "सारी मैंने जानकर नहीं किया..."
मैंने उसको कहा- "कोई बात नहीं, ये तो प्यार की हद है.." फिर हम दोनों शवर के नौचं खड़े रहे।
अनु ने मेरे लण्ड को सहलाते हुए कहा- "ये तो फिर से खड़ा हो गया.."
में अनु के मन की बात समझ गया मैंने अनु से कहा- "अगर तुम्हारा मन कर रहा है तो इसको चूस लो। अब ये तुम्हारा ही तो है जो मन में आए वो करो..."
अनु के चेहरा पर चमक आ गई। अनु घुटनों के बल नीचे बैठ गई और मेरे लौड़े को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। अनु के लिए लण्ड चूसना एक नया अनुभव था। इसलिए उसके मन में केज था। मैं अनु के मुँह में अपना लण्ड डालकर खड़ा रहा।
फिर मैंने अनु से कहा- "इसको ऐसे ही डालकर नहीं रखते, अपनी जीभ से चाटो.."
अनु ने अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया। अनु अभी लण्ड चूसने में अनाड़ी थी। पर वो जो भी कर रही थी दिल से। मैंने उसको कुछ नहीं कहा। जैसा वो करती रही, मैंने करने दिया।
जब मेरा लण्ड फुल फार्म में आ गया, तो मैंने अनु से कहा- "अब तुम उठकर खड़ी हो जाओ...' कहकर मैंने अनु को खड़ा करके उसकी चूची को सहलाया। मैंने उसके निपल को हाथ से दबाया तो उसमें से दूध की धार निकली, तो मैं समझ गया माल तैयार है।
मैंने कहा- "मुझे नहाकर भूख लगने लगी है, आओ तुम्हारा स्टाक कुछ कम कर दूं.."
अन् मझे घरकर देखने लगी। मैंने उसका निपल मुँह में ले लिया और चूसने लगा। अन् का दूध फिर से मेरे मुँह में आने लगा। सच में अनु दुधारू औरत थी।
मैंने अनु से कहा- "फेश स्टाक आ गया.."
इसपर अनु ने मुझे जोर की चुटकी काटी। मैं हँसने लगा। अनु ने अपना निपल मेरे मुँह से खींच लिया और बोली- "अब मैं भी आपको तड़पाऊँगी..."
मैंने कहा- "जान प्लीज... पीने दो ना, बड़ी भूख लगी है.."
अनु ने मुझे चिढ़ाते हुए कहा- "अब मुझे परेशान करोगे?'
मैंने कान पकड़ते हुए कहा- "अब नहीं करूंगा..."
अन् ने अपना निप्पल फिर से मेरे मुँह में डाल दिया। फिर अनु ने प्यार से मेरे सिर में अपना हाथ फेरते हए कहा- "पी ला जितना मन करें..."