hotaks444
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शाम को सात बजे तैयार होकर मैं मीना के घर के लिए निकल लिया . गेट पर मनोहर मुझे मिला
'' मास्टर जी कल उस छोकरी को जवान कर दिए या नही ''
'' अरे मनोहर भाई कैसी बाते करते हो ''
'' मास्टर जी हमको सब पता है हमसे ना शरमाओ , सेठानी आज भी तुम्हारे लिए एक गदराई माल लेकर आई है ''
'' सच कह रहे हो मनोहर भैया ''
'' हाँ बहुत ही कमसिन माल है ....... मास्टर जी आप के तो वारेन्यारे हैं हमको भूल ना जाना '' मनोहर ने खीँसे निपोरते हुए कहा
मैं मनोहर का इशारा समझ चुका था मैने उसे पाँच सौ का नोट दिया तो वह बहुत खुश हुआ
मैं अंदर पहुँचा तो देखा मीना टीवी देख रही थी . उसने शलवार सूट पहना हुआ था जिसमे वो एकदम कयामत लग रही थी मुझे देखते ही मीना मेरे पास आई
'' नमस्ते मास्टर जी ''
'' नमस्ते बेटा ... और बताओ क्या रही हो '' मैने मीना के टमाटर जैसे गालों को सहलाते हुए पूछा
'' कुछ नही मास्टर जी आप का इंतजार कर रही थी मन लग नहीं रहा था इसलिए टीवी चला ली थी वही देख रही थी अब आप आ गये हैं मन अपने आप लग जाएगा '' मीना ने नज़रें झुकाते हुए मुस्कुराते हुए बड़ी मासूमियत से कहा
मैं मीना की इस मासूमियत से घायल हो गया
'' चलो कुछ देर पढ़ाई कर लेते है अपनी किताब लेकर कमरे में आ जाओ ''
'' जी मास्टर जी '' कहती हुई लोन्डिया कुलाँचे भरती चली गई
'' मास्टर जी कल उस छोकरी को जवान कर दिए या नही ''
'' अरे मनोहर भाई कैसी बाते करते हो ''
'' मास्टर जी हमको सब पता है हमसे ना शरमाओ , सेठानी आज भी तुम्हारे लिए एक गदराई माल लेकर आई है ''
'' सच कह रहे हो मनोहर भैया ''
'' हाँ बहुत ही कमसिन माल है ....... मास्टर जी आप के तो वारेन्यारे हैं हमको भूल ना जाना '' मनोहर ने खीँसे निपोरते हुए कहा
मैं मनोहर का इशारा समझ चुका था मैने उसे पाँच सौ का नोट दिया तो वह बहुत खुश हुआ
मैं अंदर पहुँचा तो देखा मीना टीवी देख रही थी . उसने शलवार सूट पहना हुआ था जिसमे वो एकदम कयामत लग रही थी मुझे देखते ही मीना मेरे पास आई
'' नमस्ते मास्टर जी ''
'' नमस्ते बेटा ... और बताओ क्या रही हो '' मैने मीना के टमाटर जैसे गालों को सहलाते हुए पूछा
'' कुछ नही मास्टर जी आप का इंतजार कर रही थी मन लग नहीं रहा था इसलिए टीवी चला ली थी वही देख रही थी अब आप आ गये हैं मन अपने आप लग जाएगा '' मीना ने नज़रें झुकाते हुए मुस्कुराते हुए बड़ी मासूमियत से कहा
मैं मीना की इस मासूमियत से घायल हो गया
'' चलो कुछ देर पढ़ाई कर लेते है अपनी किताब लेकर कमरे में आ जाओ ''
'' जी मास्टर जी '' कहती हुई लोन्डिया कुलाँचे भरती चली गई