hotaks444
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मैने बाइक स्टार्ट की और मार्केट मैं चला गया….वहाँ इधर उधर घूमता रहा….और तकरीबन आधे घंटे बाद मैं फिर से आज़म के घर के तरफ चल पड़ा…जैसे ही मैं आज़म के घर के नज़दीक पहुँचा तो, मेरे मोबाइल रिंग करने लगा…..मैने ब्रेक लगाई और अपना मोबाइल निकाल कर देखा तो अब्बू की कॉल आ रही थी….मैने कॉल पिक की तो दूसरी जानिब से अब्बू की आवाज़ आइ…. “कहाँ हो बर्खूदर… ?”
मैं: जी अब्बू सलाम…
अब्बू: सलाम बेटा….कहाँ हो….?
मैं: जी वो मैं अपने दोस्त के घर जा रहा था…
अब्बू: अच्छा यार वो नाज़िया की कॉल आई थी….उसने बताया कि वो घर पहुँच गयी है… और तुम काफ़ी देर से घर से बाहर हो….
मैं: क्या…..?
अब्बू: हां….अब ऐसा करो….जल्दी से घर जाओ…और नाज़िया से पूछ लो कि, घर में किसी समान की ज़रूरत तो नही है….बाज़ार से लेके देना….
मैं: जी अब्बू….
मैने कॉल कट की और सोचने लगा कि, नाज़िया तो एक महीने की छुट्टी लेकर गयी थी… फिर वो ऐसे अचानक वापिस कैसे आ गयी…..मैने बाइक टर्न की और घर की तरफ चल पड़ा….20 मिनिट बाद मैं घर के बाहर था….मैने बाइक का हॉर्न मारा तो थोड़ी देर बाद नाज़िया ने गेट खोला….और मुझे देख कर हल्की सी स्माइल दी…मैने नाज़िया को इग्नोर किया और बाइक अंदर करके स्टॅंड पर लगाई….”कोई समान लाना हो तो बता दो… मैं ले आता हूँ….” मैने बिना नाज़िया की तरफ देखते हुए कहा….नाज़िया बिना कुछ बोले अपने रूम में चली गयी….मैं बाहर सहन में चारपाई पर बैठ गया…. और सोचने लगा कि ये अचानक ऐसे क्यों वापिस आ गयी है….
थोड़ी देर बाद नाज़िया अपने रूम से बाहर आई….और उसने मुझे एक लिस्ट और पैसे पकड़ाए….मैने एक बार लिस्ट देखी जिसमे घर का कुछ राशन का समान था… मैने पैसे जेब मे डाले और फिर अब्बू की बाइक लेकर मार्केट चला गया….सारा समान खरीद कर नाज़िया को दिया और फिर थोड़ी देर घर पर रुका..पर मेरा दिल वहाँ नही लग रहा था…..मैं उठ कर बाहर चला आया…..और फ़ैज़ के घर की तरफ चल पड़ा…. जैसे ही मैं फ़ैज़ के घर के करीब पहुँचा तो, फ़ैज़ मुझे बाइक पर बैठा नज़र आया… फ़ैज़ ने मुझे देख कर बाइक मेरे पास आकर रोक ली….” कहाँ जा रहे हो…..?” मैने फ़ैज़ से हाथ मिलाया और पूछा….”चल बैठ सिटी जा रहा हूँ…..दोस्तो ने खाने पीने का प्रोग्राम बनाया है…..” खाने पीने से फ़ैज़ का मतलब शराब से था….नाज़िया को देख कर मेरा मूड भी पता नही क्यों खराब था….
इस लिए बिना कुछ सोचे समझे…..मैं उसकी बाइक के पीछे बैठ गया….और हम सिटी आ गये….वहाँ दोस्तो के साथ मोज मस्ती करते रहे….आज नाज़िया की वजह से मैने कुछ ज़यादा ही शराब पी ली थी….कुछ ज़यादा ही नशा हो गया था….खैर सिटी में हमें काफ़ी देर हो चुकी थी….शाम के 5 बजे हम वहाँ से गाओं वापिस आ गये…. फ़ैज़ ने मुझे मेरे घर के बाहर उतार दिया…..और वो अपने घर चला गया….मैने डोर बेल बजाई तो थोड़ी देर बाद नाज़िया ने गेट खोला….जैसे ही उसने गेट खोला मैं नाज़िया को देख कर एक दम से चोंक गया…..नाज़िया ने वाइट कलर की कमीज़ और ऑरेंज कलर की शलवार पहनी हुई थी….नाज़िया ने फुल मेकप किया हुआ था….जैसे कहीं जाने की तैयारी में हो…ऐसी खूबसूरती कि किसी का भी दिल बहक जाए….
पर जैसे ही मैं नाज़िया को इग्नोर करके अंदर जाने के लिए आगे बढ़ा…तो नाज़िया को मेरी सांसो से शराब की स्मेल आ गयी….और वो मुझपर बरस पड़ी
नाज़िया: कहाँ था इतनी देर क्यों लगा दी… शराब पी कर कहीं गिर तो नही गया ऐसे यहाँ नही चले गा अपनी उम्र तो देखो क्या हालत बना रखी है घर पर अगर तुम्हारे अब्बू नही है तो इसका मतलब ये नही कि तुम जो दिल में आए करते रहो….
नाज़िया की बातों को अनसुना करते हुए मैं सीधा अपने रूम में आ गया….और जैसे ही मैं बेड पर लेटा…नाज़िया भी अंदर आ गयी…
मैने बाइक स्टार्ट की और मार्केट मैं चला गया….वहाँ इधर उधर घूमता रहा….और तकरीबन आधे घंटे बाद मैं फिर से आज़म के घर के तरफ चल पड़ा…जैसे ही मैं आज़म के घर के नज़दीक पहुँचा तो, मेरे मोबाइल रिंग करने लगा…..मैने ब्रेक लगाई और अपना मोबाइल निकाल कर देखा तो अब्बू की कॉल आ रही थी….मैने कॉल पिक की तो दूसरी जानिब से अब्बू की आवाज़ आइ…. “कहाँ हो बर्खूदर… ?”
मैं: जी अब्बू सलाम…
अब्बू: सलाम बेटा….कहाँ हो….?
मैं: जी वो मैं अपने दोस्त के घर जा रहा था…
अब्बू: अच्छा यार वो नाज़िया की कॉल आई थी….उसने बताया कि वो घर पहुँच गयी है… और तुम काफ़ी देर से घर से बाहर हो….
मैं: क्या…..?
अब्बू: हां….अब ऐसा करो….जल्दी से घर जाओ…और नाज़िया से पूछ लो कि, घर में किसी समान की ज़रूरत तो नही है….बाज़ार से लेके देना….
मैं: जी अब्बू….
मैने कॉल कट की और सोचने लगा कि, नाज़िया तो एक महीने की छुट्टी लेकर गयी थी… फिर वो ऐसे अचानक वापिस कैसे आ गयी…..मैने बाइक टर्न की और घर की तरफ चल पड़ा….20 मिनिट बाद मैं घर के बाहर था….मैने बाइक का हॉर्न मारा तो थोड़ी देर बाद नाज़िया ने गेट खोला….और मुझे देख कर हल्की सी स्माइल दी…मैने नाज़िया को इग्नोर किया और बाइक अंदर करके स्टॅंड पर लगाई….”कोई समान लाना हो तो बता दो… मैं ले आता हूँ….” मैने बिना नाज़िया की तरफ देखते हुए कहा….नाज़िया बिना कुछ बोले अपने रूम में चली गयी….मैं बाहर सहन में चारपाई पर बैठ गया…. और सोचने लगा कि ये अचानक ऐसे क्यों वापिस आ गयी है….
थोड़ी देर बाद नाज़िया अपने रूम से बाहर आई….और उसने मुझे एक लिस्ट और पैसे पकड़ाए….मैने एक बार लिस्ट देखी जिसमे घर का कुछ राशन का समान था… मैने पैसे जेब मे डाले और फिर अब्बू की बाइक लेकर मार्केट चला गया….सारा समान खरीद कर नाज़िया को दिया और फिर थोड़ी देर घर पर रुका..पर मेरा दिल वहाँ नही लग रहा था…..मैं उठ कर बाहर चला आया…..और फ़ैज़ के घर की तरफ चल पड़ा…. जैसे ही मैं फ़ैज़ के घर के करीब पहुँचा तो, फ़ैज़ मुझे बाइक पर बैठा नज़र आया… फ़ैज़ ने मुझे देख कर बाइक मेरे पास आकर रोक ली….” कहाँ जा रहे हो…..?” मैने फ़ैज़ से हाथ मिलाया और पूछा….”चल बैठ सिटी जा रहा हूँ…..दोस्तो ने खाने पीने का प्रोग्राम बनाया है…..” खाने पीने से फ़ैज़ का मतलब शराब से था….नाज़िया को देख कर मेरा मूड भी पता नही क्यों खराब था….
इस लिए बिना कुछ सोचे समझे…..मैं उसकी बाइक के पीछे बैठ गया….और हम सिटी आ गये….वहाँ दोस्तो के साथ मोज मस्ती करते रहे….आज नाज़िया की वजह से मैने कुछ ज़यादा ही शराब पी ली थी….कुछ ज़यादा ही नशा हो गया था….खैर सिटी में हमें काफ़ी देर हो चुकी थी….शाम के 5 बजे हम वहाँ से गाओं वापिस आ गये…. फ़ैज़ ने मुझे मेरे घर के बाहर उतार दिया…..और वो अपने घर चला गया….मैने डोर बेल बजाई तो थोड़ी देर बाद नाज़िया ने गेट खोला….जैसे ही उसने गेट खोला मैं नाज़िया को देख कर एक दम से चोंक गया…..नाज़िया ने वाइट कलर की कमीज़ और ऑरेंज कलर की शलवार पहनी हुई थी….नाज़िया ने फुल मेकप किया हुआ था….जैसे कहीं जाने की तैयारी में हो…ऐसी खूबसूरती कि किसी का भी दिल बहक जाए….
पर जैसे ही मैं नाज़िया को इग्नोर करके अंदर जाने के लिए आगे बढ़ा…तो नाज़िया को मेरी सांसो से शराब की स्मेल आ गयी….और वो मुझपर बरस पड़ी
नाज़िया: कहाँ था इतनी देर क्यों लगा दी… शराब पी कर कहीं गिर तो नही गया ऐसे यहाँ नही चले गा अपनी उम्र तो देखो क्या हालत बना रखी है घर पर अगर तुम्हारे अब्बू नही है तो इसका मतलब ये नही कि तुम जो दिल में आए करते रहो….
नाज़िया की बातों को अनसुना करते हुए मैं सीधा अपने रूम में आ गया….और जैसे ही मैं बेड पर लेटा…नाज़िया भी अंदर आ गयी…