hotaks444
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दुध पिने के बाद तीनो एक दूसरे को देखते है जैसे पूछ रहे हो अब क्या।
अरुण: चलो तैयार हो जाओ मेर होने वाले बच्चो की माँ
और दोनों शरमा जाती है।
और दोनों अरुन के कान में। हमें इंतज़ार रहेगा।
अरुन: चिंता मत करो अगले महिने दोनों के पीरियड्स नहीं आने दुँगा।
और दोनों को बेड के सहारे झुका कर फर्श पर खड़ा कर देता है।
पोसिशन दोनों बेड पे अपने हाथ टीका कर और फर्श पे पैर फेला कर खड़ी थी।
और अरुन दोनों के पीछे जा कर खड़ा हो जाता है
और दोनों के टाँगे फैला देता है और इस पोजीशन में दोनों माँ बेटी की गाण्ड का छेद साफ़ नज़र आ रहा था।
उनके पीछे घुटनो पर बैठ जाता है और दोनों की गाँडो के छेद में अपने दोनों हाथों की एक एक ऊँगली में थूक लगा के पेल देता है।
और दोनों के मुह से सिसकारी निकल जाती है।
सरला को तो कम पर नीतू को बहुत दर्द हुआ।
नीतू: आह माँ मार ड़ाला ।
सरला: धीरे नीतू ।
नीतू: आह स स माँ बहुत दर्द हो रहा है।
सरला: जानती हु पर बेटी अभी तो अरुन ने अपनी एक ऊँगली डाली है जब पूरा मुसल जायेगा तो क्या होगा।
नीतू: आह ओह माँ आह से आ माँ दर्द सह लुंगी पर मुझे अपने पापा का लंड अपनी चुत और गाण्ड दोनों में लेना है तभी मैं आप की तरह पापा की पक्का वाली रांड बन पाऊँगी इसलिये मुझे जितना भी दर्द सहना पड़ेगा मैं सह लुंगी ।
सरला: ये हुई न बात मेरी रानी बेटी ।
अरुन और तेज़ तेज़ अंदर बाहर करो अपनी ऊँगली
और अरुन तेज़ तेज़ करने लगता है और सरला की गाण्ड से ऊँगली निकाल कर उसकी गाण्ड पे जीभ लगा कर चाटने लगता है।
सरला: आह जान क्यों गन्दी जगह अपनी जीभ लगाते हो।
आआआह आ माँ माँ आह कितना अच्छा लगता है मेरे राजा
नीतु देख रही थी की अरुण माँ की गाण्ड चाट रहा था
नीतू; आह माँ आहहह नहीं मेरी भी चाटो ना पापा।
और अरुन नीतू के गाण्ड से ऊँगली निकाल कर उसके गाण्ड के छेद में जीभ लगा कर चाटने लगता है।
और नीतू सीसीसीसी मज़ा आ गया था ।
क्या चाटते हो।
सरला: जान अब पेल दो न।
अरुण: किसके में डालुँ पहले ।
सरला: नीतू के गाँड में जान ।उसे बहुत दर्द होगा तो उसी हिसाब से उसकी गाण्ड मारनी पडेगी।
और जेली को उठा कर नीतू के गाण्ड के भूरे छेद में मल देती है।
अरुण: जान इसको खड़ा तो करो अपना लंड को हिलाते हुए।
और उसकी ये बात सुन कर दोनों माँ बेटी एकदम से अरुन के लंड के पास मुह करके बैठ जाती है और दोनों उसके लंड को चुसने लगती है ।
कभि कोई टट्टों को
कोई लंड को।
फिर टोपे को।
तो कोई ज़ड को और
एक दूसरे से छिनने लगती है जैसे होड लगी हो किसी चीज़ की।
अरुण: हो गया भाई खड़ा करना है निचोड़ना नहीं है
और दोनों उसकी ओर देख के भी नहीं रूकती है पागलो की तरह चुसती रहती है।
अरुण: आ आह और चूसो ऐसे हे आह ओह माँ मर गया उफ मज़ा आ रह है चुसो मेरी रांडो चुसो मेरे लंड को मजा आ गया निकालो मेरा पानी और पि जाओ
आह ओह माँ आह से आ माँ मार ड़ाला रांडो मेरी रण्डियों ने।
और वो दोनों तो जैसे कुछ सुन ही नहीं रही थी
और दोनों एक दूसरे से छिना झपटी कर रही थी।
जैसे लड रही हो की ये मेरा है की मेरा है।
तभी अरुन का शरीर अकडने लगता है सरला समझ जाती है।
और अरुन के टोपे को नीतू से छिन कर अपने मुह में लेती है और जोर जोर से चुसने लगती है।
और तभी अरुन पिचकारी छोड देता है और सरला उसका पानी पिने लगती है और फिर अपने मुह से निकाल कर नीतू के मुँह में देती है और दोनों माँ बेटी अरुन का पानी पी जाती है और चाट चाट कर साफ़ कर देती है ।
अरुण: चलो तैयार हो जाओ मेर होने वाले बच्चो की माँ
और दोनों शरमा जाती है।
और दोनों अरुन के कान में। हमें इंतज़ार रहेगा।
अरुन: चिंता मत करो अगले महिने दोनों के पीरियड्स नहीं आने दुँगा।
और दोनों को बेड के सहारे झुका कर फर्श पर खड़ा कर देता है।
पोसिशन दोनों बेड पे अपने हाथ टीका कर और फर्श पे पैर फेला कर खड़ी थी।
और अरुन दोनों के पीछे जा कर खड़ा हो जाता है
और दोनों के टाँगे फैला देता है और इस पोजीशन में दोनों माँ बेटी की गाण्ड का छेद साफ़ नज़र आ रहा था।
उनके पीछे घुटनो पर बैठ जाता है और दोनों की गाँडो के छेद में अपने दोनों हाथों की एक एक ऊँगली में थूक लगा के पेल देता है।
और दोनों के मुह से सिसकारी निकल जाती है।
सरला को तो कम पर नीतू को बहुत दर्द हुआ।
नीतू: आह माँ मार ड़ाला ।
सरला: धीरे नीतू ।
नीतू: आह स स माँ बहुत दर्द हो रहा है।
सरला: जानती हु पर बेटी अभी तो अरुन ने अपनी एक ऊँगली डाली है जब पूरा मुसल जायेगा तो क्या होगा।
नीतू: आह ओह माँ आह से आ माँ दर्द सह लुंगी पर मुझे अपने पापा का लंड अपनी चुत और गाण्ड दोनों में लेना है तभी मैं आप की तरह पापा की पक्का वाली रांड बन पाऊँगी इसलिये मुझे जितना भी दर्द सहना पड़ेगा मैं सह लुंगी ।
सरला: ये हुई न बात मेरी रानी बेटी ।
अरुन और तेज़ तेज़ अंदर बाहर करो अपनी ऊँगली
और अरुन तेज़ तेज़ करने लगता है और सरला की गाण्ड से ऊँगली निकाल कर उसकी गाण्ड पे जीभ लगा कर चाटने लगता है।
सरला: आह जान क्यों गन्दी जगह अपनी जीभ लगाते हो।
आआआह आ माँ माँ आह कितना अच्छा लगता है मेरे राजा
नीतु देख रही थी की अरुण माँ की गाण्ड चाट रहा था
नीतू; आह माँ आहहह नहीं मेरी भी चाटो ना पापा।
और अरुन नीतू के गाण्ड से ऊँगली निकाल कर उसके गाण्ड के छेद में जीभ लगा कर चाटने लगता है।
और नीतू सीसीसीसी मज़ा आ गया था ।
क्या चाटते हो।
सरला: जान अब पेल दो न।
अरुण: किसके में डालुँ पहले ।
सरला: नीतू के गाँड में जान ।उसे बहुत दर्द होगा तो उसी हिसाब से उसकी गाण्ड मारनी पडेगी।
और जेली को उठा कर नीतू के गाण्ड के भूरे छेद में मल देती है।
अरुण: जान इसको खड़ा तो करो अपना लंड को हिलाते हुए।
और उसकी ये बात सुन कर दोनों माँ बेटी एकदम से अरुन के लंड के पास मुह करके बैठ जाती है और दोनों उसके लंड को चुसने लगती है ।
कभि कोई टट्टों को
कोई लंड को।
फिर टोपे को।
तो कोई ज़ड को और
एक दूसरे से छिनने लगती है जैसे होड लगी हो किसी चीज़ की।
अरुण: हो गया भाई खड़ा करना है निचोड़ना नहीं है
और दोनों उसकी ओर देख के भी नहीं रूकती है पागलो की तरह चुसती रहती है।
अरुण: आ आह और चूसो ऐसे हे आह ओह माँ मर गया उफ मज़ा आ रह है चुसो मेरी रांडो चुसो मेरे लंड को मजा आ गया निकालो मेरा पानी और पि जाओ
आह ओह माँ आह से आ माँ मार ड़ाला रांडो मेरी रण्डियों ने।
और वो दोनों तो जैसे कुछ सुन ही नहीं रही थी
और दोनों एक दूसरे से छिना झपटी कर रही थी।
जैसे लड रही हो की ये मेरा है की मेरा है।
तभी अरुन का शरीर अकडने लगता है सरला समझ जाती है।
और अरुन के टोपे को नीतू से छिन कर अपने मुह में लेती है और जोर जोर से चुसने लगती है।
और तभी अरुन पिचकारी छोड देता है और सरला उसका पानी पिने लगती है और फिर अपने मुह से निकाल कर नीतू के मुँह में देती है और दोनों माँ बेटी अरुन का पानी पी जाती है और चाट चाट कर साफ़ कर देती है ।