“ह्म्म्म असल में ये तुम्हारे शारीरिक थकान और मानसिक थकान के कारण हुआ की तुम इस स्तिथि में भी सो गए और तुमने जो देखा उसे तुम सच मान रहे हो “
“लेकिन वो इतना असली सा था,और मैं लगभग 1 घण्टे तक की चीजे देखी सपने में लेकिन नेहा ने कहा की मैं कुछ 5 मिनट ही सोया था,”
“साले तूने इन्सेप्शन नही देखी है क्या ??सपने में दिमाग ज्यादा तेज चलता है,और जितनी गहरी नींद उतना ही तेजी से दिमाग चलता है,आधे मिनट की नींद में भी तू कई साल जी सकता है,”
“हा लेकिन इतने डिटेल में कैसे “
“वो सब तेरा दिमाग खुद ही सोच लेता है की तूने सब डिटेल में देखा है बल्कि हम बस कोर चीजे ही सपने में देखते है,फिर जिन चीजो में हमारा ध्यान जाता है वो सब दिमाग क्रिएट करने लगता है…”
मेरे लिए समझना थोड़ा मुश्किल था लेकिन मैं इतना तो समझ गया की ये सपना था ,
“और तुझे क्या लगता है की टाइगर जैसा हरामी आदमी काजल को ऐसे ही जाने दे देगा जो तूने सपने में देखा “मेरा मन डूब गया,काश वो सपना सच होता लेकिन ये तो बस सपना ही था असल में तो काजल अब भी टाइगर के बांहो में थी,
“क्या सच में तेरी और टाइगर की कोई डील नही हुई है,साले कर ही लेता कोई ऐसी डील “मैं मायूस हो गया था
“जो कुछ मेरे टाइगर के बीच में हुआ था वो तो तू जानता ही है,मुझे लगता है ये सब तेरे लिए ज्यादा हो रहा है,काजल मजबूत लड़की है वो सब कुछ सम्हाल लेगी लेकिन तेरे लिए ये सब सम्हालना बहुत ही मुश्किल है और मैं ये चीज समझता हु ,तू वापस आ जा मत देख ,तुझसे नही सम्हाला जाएगा,तेरे दिमाग ने बगावत कर दी है,आजा तू “डॉ ने इतना कहकर फोन रख दिया,मैं सोच में ही पड़ा हुआ था,मैंने स्क्रीन में देखा ,काजल को टाइगर अब भी किस ही कर रहा था लेकिन अब वो उसके होठो में अपने होठो को भरे हुए किस कर रहा था,मैं बुझे हुए मन से और बहुत ही तकलीफ से नेहा के पास पहुचा और अपने पेंट को उठाने लगा,
“कहा जा रहे हो “
“मुझसे नही देखा जाएगा “लेकिन नेहा ने मेरे हाथो से मेरा पेंट छीन लिया
“तुम्हारे कारण मैंने भी ड्रग्स मिली शराब पी ली और तुम मुझे ऐसे छोड़कर जा रहे हो,अपनी हालत देखो,तुम्हारा लिंग देखो कैसे अकड़े हुए है,”
जब एक सुखद सपना टूटता है तो कैसे लगता है ये मुझे आज ही पता चला था और उस सपने के सामने ये हकीकत बहुत ही दुखदाई थी,
“मुझे जाने दो “
नेहा के चहरे में एक कमीनी सी मुस्कान आ गई वो जाकर शराब की वही बोलत उठा लाई और मेरे होठो से लगा दिया मैं पीना नही चाहता था,
“बड़े दुख में लग रहे हो इसका एक ही इलाज है पी लो और मस्ती करो “मैंने नेहा की आंखों में देखा और 3-4 घुट अंदर कर गया दिमाग फिर से चकराया ,नेहा तुरंत ही नीचे झुककर मेरे लिंग को अपने होठो के अंदर ले ली ,वो उसे चूसने लगी ,सपने की सारी यादे और दर्द धीरे धीरे गायब होने लगा था,मैं फिर से उसी अवस्था में पहुचने लगा था जहा से मुझे नींद आयी थी लेकिन इसबार नशा थोड़ा ज्यादा था ,मैं नेहा के सर को पकड़े हुए उसे अपने लिंग में दबा रहा था ,वही मेरी नजर स्क्रीन पर पड़ी,सामने टाइगर ने काजल को पलटा लिया था और उसका चहरा सीधे कैमरे के सामने था उसकी आंखे कैमरे को ही देख रही थी ,वो मादक सिसकिया लेने लगी जब टाइगर ने उसके पीठ को अपने सीने से लगा कर उसके यौवन से भरे हुए स्तनों को छूना शुरू किया,वो उसे हल्के हल्के से मसलने लगा था ,काजल की सिसकिया बढ़ने लगी थी वही मेरी स्पीड भी लेकिन मैं झड़ नही रहा था जिससे मेरी बेचैनि और भी बढ़ने लगी थी नेहा ने मेरी हालत को देखा और उठाकर मुझे खिंचते हुए उसी कुर्सी में बिठा दिया ,वो खुद भी मेरे ऊपर बैठ गई हम फिर से उसी पोजिशन में थे,नेहा की पीठ मेरे सीने से लगी हुई थी वही उसने कमर उठाकर मेरे लिंग को अपनी योनि में डाल दिया,गर्म और तपती हुई उसकी योनि के अहसास ने मेरे लिंग की अकड़न को बहुत ही सुकून दिया था,वो पलटी और अपने मुह को मेरे मुह में धकेल दिया मैं उसके होठो को चूसने लगा,पुरानी यादे अब हवस की आंधी में धूल चुकी थी ,............
इधर काजल को टाइगर बहुत ही बेताबी से चूमे जा रहा था,उसका हाथ काजल की कमर पर गया,वही करधनी जो मैंने काजल को ला कर दी थी ,काजल की आंखों से एक आंसू टपका ना जाने वा खुसी का आंसू था या दुख का,उसका चहरा ऊपर हो चुका था आंखे बंद थी और होठ थोड़े खुले हुए थे,काजल जिस्म की आग के गिरफ्त में पूरी तरह से आ चुकी थी ,रॉकी और बाउंसर मुह फाडे देख रहे थे,टाइगर ने काजल को बिस्तर में पटक दिया,
“आह “बिस्तर गद्देदार था लेकिन फिर भी काजल को थोड़ा दर्द तो हुआ होगा,उसका चहरा अब बिस्तर में ढंका हुआ था वही टाइगर ने बाउंसर को इशारा किया ,वो अपने कपड़े निकालने लगा,उसका शरीर देख के मेरे दिल की धड़कन और भी बढ़ गई थी मेरा लिंग अब नेहा की योनि में आराम से अंदर बाहर हो रहा था ,मेरी उत्तेजना भी बढ़ती ही जा रही थी,पहलवान का चौड़ा शरीर अब काजल के पास था उसके सामने काजल एक फूल सी बच्ची ही लग रही थी,उसका वो विशालकाय मजबूत शरीर ,उभरी हुई मांसपेशियां जो की उत्तेजना में फड़क रही थी ,और सबसे ज्यादा डराने वाला था उसका लिंग...मेरा और रॉकी का मुह भी आश्चर्य से खुल गया था,वही काजल अब भी अपने पेट के बल ही लेती हुई थी टाइगर उसके बाजू में बैठा हुआ था और वो भी लेट कर काजल के सर को अपनी ओर करता है जिससे काजल के होठ टाइगर के होठो से मिल जाते है ,काजल की आंखे बंद थी जो तब खुली जब उसे किसी अनजाने हाथो का स्पर्श हुआ ,वो पलट कर देखी एक नंगा लंबा चौड़ा ,काला सा पहलवान उसके सामने खड़ा था,जिसका लिंग आज उसके पूरे आकर में था जो किसी भी लड़की को डराने के लिए काफी था अगर वो ऐसे नशे में ना होती,काजल के आंखों ने हवस साफ साफ दिख रही थी,वो टाइगर से अलग हुई और उस आदमी के पास पहुच गई ,उसने काजल को हवा में किसी गुड़िया की तरह उठा दिया,अब तक का कर्ताधर्ता टाइगर भी अब बस देखने वालो में शमिल् हो गया था,वो थोड़ा हट कर काजल और उस विशाल मानुष के खेल को देखने लगा,और अपने जीन्स के ऊपर से ही अपने खड़े हुए लिंग को सहलाने लगा,
वो बाउंसर काजल को हवा में उठा कर उसके होठो को अपने होठो तक लाया,मेरी काजल के गुलाबी होठ उसके खुरदुरे होठो से मिलने को थे,और मैं बेताबी से नेहा को धक्के लगा रहा था,मेरा लिंग ये सब देख कर फटा जा रहा था ,ये मजा था या जलन लेकिन जो भी था बड़ा ही अजीब सा था…
दोनो के होठो के मिलान ने सारे वातावरण में एक आग सी लगा दी ,नेहा कहरने लगी,मैं अपनी जिंदगी की सबसे ताबड़तोड़ चुदाई कर रहा था,और मेरी फूल सी काजल उस पहाड़ के हाथो में मचल रही थी ,उसने काजल को बड़े ही प्यार से बिस्तर में लिटाया,काजल के साड़ी का एक धागा भी अभी नही खुला था,उसकी काली साड़ी में उसका कुंदन सा बदन निखार रहा था,उसने काजल के पल्लू को अलग किया ,मेरी जान के उजोरो की चोटिया सामने आ गई थी ,जो की उसके काले ब्लाउज़ और ब्रा में अब भी कैद थी लेकिन उसके उन्नत शिखरों को इससे कोई भी फर्क नही पड़ रहा था वो अब भी वैसे ही पूरे अदा में तने हुए थे,कोमल से उरोजों में उस हबसी के कठोर हाथो में चलना शुरू किया वो बहुत ही प्यार से ही उसे मसल रहा था ,और काजल की सिसकियों से पूरा कमरा गूंज गया,इतना तो नेहा चुदने के बाद भी नही चिल्ला रही थी जितना काजल ने उसके छूते ही शुरू कर दिया था…
“आआआआआ हहहहहहह “काजल के मदभरी आवाज ने सभी मर्दो के लिंग में खून भर दिया,हबसी के लिंग काजल के साड़ी के ऊपर से ही काजल के जांघो के बीच घुसने की कोशिस में था,वो उसे वँहा रगड़े जा रहा था,काजल का गोरा बदन और हबसी के काले पहाड़ जैसे शरीर का मिलन एक अद्भुत कॉकटेल को जन्म दे रहा था,जिसका नशा सभी मर्दो के लिंग की अकड़ से ही पता चलता था,काजल की सांसे तेज थी और वो हवस के अंधी आंधी में बहने के तैयार थी ,हबसी ने काजल के गोरे कमर पर अपना हाथ रखा जो की साड़ी और ब्लाउज़ के बीच में नंगा पड़ा था ,वो नीचे झुका और मेरी बीवी के नाभि में अपने जीभ को घुसाने लगा ,काजल का हाथ उसके सर को पकड़े हुए था वो उसे और भी नीचे दबा रही थी ,काजल के चहरे में मजे के भाव को देखकर मैं और भी जोर से धक्के लगाने लगा,मैं थोड़ा रुकता फिर काजल के चहरे को देखकर जोरो से चालू हो जाता था ,ना जाने इन्होंने मुझे क्या दिया था मैं झर ही नही रहा था,और ये सोच कर मैं और भी उत्तेजित हो गया की यही दवाई वो हबसी और टाइगर भी खा कर बैठे है,ना जाने आज काजल का क्या हाल होने वाला है,..
रॉकी से रहा नही गया वो अपने लिंग को बाहर निकाल कर हिलाने लगा था ,वो थोड़ा बढ़कर काजल के मुह के पास पहुचा लेकिन टाइगर ने उसे फिर से वापस बिठा दिया उसके चहरे पर एक गुस्सा और दुख साफ था लेकिन फिर भी वो अपने लिंग को हिलाना नही छोड़ रहा था,वही टाइगर की हालत भी खराब हो रही थी वो अपने लिंग को मसले जा रहा था लेकिन उसे बाहर नही निकाल रहा था,
हबसी ने काजल के पेट को जी भर चूमने के बाद ऊपर आकर उसके होठो को फिर से अपने खुरदुरे होठो में भर लिया,इसबार उसके हाथ काजल की कठोर लेकिन गद्देदार उरोजों पर थे और वो इसे आराम से नही पर ताकत से मसल रहा था,वो भी अब उत्तेजित हो गया था,काजल ने अपने नाखून उसके पीठ में गड़ा दिए थे जिससे थोड़े थोड़े खून का रिसाव भी हो रहा था लेकिन इस हालत में दर्द किसी होता है…..
वो हबसी अब काजल के ब्लाउज़ के पीछे के हिस्से में अपने हाथ ले जाकर उसके चैन को खोल देता है और उसे उतारने को उतावला से उसे फडाने की कोसिस करने लगता है,काजल उसे बड़ी मुश्किल में अलग अपने ब्लाउज़ को अलग कर फेक देती है,
अब मेरी काजल ब्रा में उस हबसी ने नीचे थी,ब्रा इतना पतला था की काजल के उरोजों का हर एक हिस्सा साफ साफ दिखाई देने लगा था ,वो कभी कभी उसे मसलता तो कभी काजल के होठो को ,वो नीचे होकर काजल के उरोजों को चूसने लगा,ब्रा पूरी तरह से हबसी के थूक से गीला हो चुका था,मैंने भी नेहा को अपने से और सटाया और उसके उरोजों को चूसने लगा,नेहा की सिसकारी और काजल की सिसकारी में फर्क करना मुश्किल हो गया था दोनो ही कभी जोरो से तो कभी बड़े ही मदभरे अंदाज में सिसक रहे थे,
काजल की कमर कभी कभी उचक जाती जैसे अब उसे सहन नही हो पा रहा है,वो अपनी योनि को हबसी के लिंग में रगड़ने की कोशिस कर रही थी,और हबसी भी रगड़ रहा था लेकिन दोनो के ही बीच साड़ी की दीवार थी दोनो को ही पता था की थोड़ी ही देर में ये दीवार भी गिर ही जानी है,मेरी बीवी उसके सामने नंगी हो ही जाएगी ये तो मुझे भी पता चल गया था ,टाइगर से भी अब सम्हालना मुश्किल हो गया उसने भी अपने लिंग को आजाद कर दिया और काजल के होठो के पास पहुच गया,वो अपने लिंग को काजल के होठो में रगड़ने लगा,काजल पहली बार थोड़ी शांत हुई वो फिर से कैमरे की तरफ देखी जैसे मुझे देखकर कुछ कहना चाहती हो ,और अगले ही पल हम दोनो की आंखे मिली,और साथ ही टाइगर का लिंग काजल के होठो को चीरता हुआ उसके गले तक जा पहुचा ,मुझे नही पता था की काजल इस चीज में इतनी एक्सपर्ट थी ,टाइगर के लिंग को वो आराम से चूस रही थी वही हबसी भी काजल के ब्रा को खोल चुका था,और उसके निप्पलों को अपने होठो में भरकर चूस रहा था,काजल के बाल फैल चुके थे ,मांग का सिंदूर बिखरा हुआ था हाथो की चूड़ियां खन खन की आवाज कर रही थी ,और काजल की सिसकारी टाइगर के लिंग को अपने मुह में रखने के कारण अंदर ही दब जा रही थी ,बस गु गु की आवाजे ही आ रही थी ,काजल की वो काली साड़ी अब ज्यादा खिंचने की कारण थोड़ी ढीली हो चुकी थी ना जाने किस पल उतर जाए,उसका वो मासूम सा चहरा पसीने से तर था और लाल हो गया था,
हवसी ने काजल के कमर के नीचे से उसके नितम्भो को अपने हाथो में भरा और जोरो से अपनी ओर खिंचा काजल के मुह से टाइगर का लिंग भी निकल गया वो उठकर हबसी की गोद में आ बैठी ,काजल अब उसके गोद में बैठी थी उसने काजल के साड़ी को ऊपर किया जिससे वो काजल के घुटनो से ऊपर तक पहुच चुकी थी काजल के पैर अब हबसी के कमर को घेरे हुए थे ,बिखरे हुए और गले में लटकता हुआ मेरे नाम का मंगलसूत्र काजल के नंगे बदन की सोभा कई गुना बड़ा रहे थे ,चहरे में पसीने से उसका सिंदूर थोड़ा बिखर गया था,उसका लाल रंग उसके माथे तक आ पहुचा था,उसकी आंखे बड़ी मुश्किल से खुल रही थी और होठ बड़ी मुश्किल से बंद हो रहे थे,होठो पर तो मानो खून ही उतर आया हो वो लाल हो चुके थे और फिर से मसलवाने को आमंत्रित कर रहे थे,काजल ने अपनी बांहो को हबसी के सीने में भरना चाहा लेकिन हबसी की नियत अलग थी वो काजल को नीचे धकेल दिया उसने काजल को उसके कमर से पकड़े हुए थे ,कजल उसके हाथो में ही झूल गई ,उसका पूरा शरीर नीचे झूल रहा था और कमर हबसी के हाथो के सहारे में था ,जिससे उसके उन्नत स्तन खिल गए वो और भी बड़े लगने लगे थे,हबसी खुद को काजल के पास लाया और उसके स्तनों को अपने मुह में भर लिया….
वो किसी भूखे बच्चे सा काजल के वक्षो को चूस रहा था,कभी कभी जब उसके दांत काजल के स्तनों पर पड़ते तो काजल चुहक उठती थी,
“ओह हा फक फक मी “नेहा की आवाज ने मेरा ध्यान उसकी ओर खिंचा,नेहा के भी चुदड बड़े ही कमाल के लग रहे थे,मैंने एक जोर का तमाचा उसके नितम्भो पर मार दिया ,
“यस बेबी ,आह माँ “वो मजे के सागर में गोते खा रही थी,