hotaks444
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मे वही पास मे बैठा था लेकिन तुम्हारे मम्मी पापा को पता नही था,बहुत अंधेरा था
तेरे पापा नीचे चले गये,मेने भी नीचे जाकर वहाँ की हालत देखी कि कितना समय लगेगा ,नीचे जाकर पता चला कि अभी 1-2 घंटे लगेगे,मे वापस उपर आकर तेरी माँ के शरीर को निहारने लगा,मे इस समय तेरी माँ के बहुत ही पास चला गया था,तेरी माँ उस समय करवट लेकर सो रही थी ऑर उनका मुँह दूसरी साइड था,मेने उस छत के उस दरवाज़े को बंद कर दिया जहा से तेरे पापा आते ऑर फिर वही तेरी माँ के पास आकर बैठ गया
तेरी माँ ने बहुत ही सेक्सी मॅक्सी पहनी हुई थी ऑर देखते ही पता चलता था कि तेरी माँ ने कोई ब्रा पैंटी नही पहनी थी
मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था,इसी बीच मेरे पाँव सरकने की आवाज़ तेरी माँ ने सुन ली ,मे थोड़ा डर गया था,लेकिन मेरा होसला तब बढ़ गया जब तेरी माँ ने कहा
सुधा:क्या हुआ,ठीक हो गया क्या
मेने बहुत ही धीमी आवाज़ मे तेरे पापा की आवाज़ निकालने की कॉसिश करते हुए कहा ""नही""
अब मेने फ़ैसला कर लिया जो होगा देखा जाएगा मे तेरी माँ के पीछे आकर लेट गया,अब हम दोनो एक ही पोज़िशन मे थे,हमारे मुँह भी एक ही साइड था((मतलब कि मेरा मुँह तेरी माँ के सिर के पीछे था)), मेरा लंड थोड़ा सा ही दूर था तेरी माँ की गान्ड से
एक तरफ की करवट लेने का ये फ़ायदा होता है पहले वाला नही जानता कि कॉन पीछे हो सकता है,ऑर इस पोज़िशन सेक्स भी कर सकते है,पॉर्न मूवीस मे इस पोज़िशन ज़्यादातर गान्ड ही मारी जाती है
तो मेने भी यही सोचा कि मे तेरी माँ को पीछे से चोद देता हूँ,तेरी माँ को पता भी नही चलेगा कॉन है पीछे,ऑर फिर भाग जाउन्गा,ये सोचकर मेने एक हाथ तेरी माँ के चुचि पे रख दिया ऑर सहलाने लगा
तेरी माँ भी मेरा साथ दे रही थी लेकिन उन्हे पता नही था मे करण नही मनोहर हूँ
थोड़ी देर मे तेरी माँ भी गरमा गयी अब मेने एक हाथ मॅक्सी के उपर से ही चूत पे रख दिया ऑर चूत को मसल्ने लगा,अब उनसे रहा नही जा रहा था वो खुद बोली
सुधा:जल्दी से चुत मे डाल दो,मुझसे रहा नही जा रहा
मे कुछ नही बोला ,अगर बोलता तो पकड़ा जाता
मेने मॅक्सी उपर की ,वास्तव मे तेरी माँ ने कुछ नही पहना था,अंधेरा होने के कारण ज़्यादा सॉफ तरीके से नही देख पाया लेकिन हाथ लगाकर मे ये कह सकता हूँ कि बहुत ही मुलायम गान्ड थी ,तेरी तो ऐश है मोहित,बहुत मस्त गान्ड है तेरी माँ की
मे:तभी तो मे पागल हुए जा रहा हूँ ,आगे बताओ ,आगे क्या हुआ
आगे अब मैं एक हाथ से चुचि दबा रहा था ऑर एक हाथ से चूत मसल रहा था,चूत बहुत पानी छोड़ रही थी,मुझसे भी रहा नही गया इतना मखमली बदन ,मस्त फूली हुई चूत,मस्त गान्ड,मेने भी अपना लंड निकाल लिया ,थोड़ा सा थूक लगाया ,ऑर रख दिया तेरी माँ की चूत पे
अब मेने अपना पूरा बदन तेरी माँ के बदन से चिपका लिया था,मेरी छाती तेरी माँ की पीठ से टच हो रही थी
मेने दोनो चुचि को पकड़के मसले जा रहा था
सुधा:अब घुसा भी दो
मे ने चूत पे लंड टिकाया ओर दोनो चुचि पकड़कर एक धक्का दिया,मेरा लंड तेरे पापा के मुक़ाबले मोटा होने के कारण अंदर घुसते घुसते रह गया इसका कारण था तेरी माँ की चूत का टाइट होना,चूत इतनी टाइट थी कि उतनी नही खुल पाई कि मेरा लंड घुस सके,उपर से मेने पूरे दम से झटका भी नही लगाया था कि वो चूत के छल्ले को फाड़ता हुआ अंदर घुस जाए
लेकिन इस झटके ने तेरी माँ को ये अहसास करा दिया था कि चोदने वाला करण नही कोई ऑर है क्योकि तेरी मम्मी को तेरे पापा से चुदते हुए इतना टाइम हो गया था कि उन्हे लंड के साइज़ का बिना देखे ही पता लग जाए, ऑर वो तुरंत पलट गयी
ऑर ज़ोर से बोली
सुधा:तुम,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे साथ ये सब करने की
मेने कुछ नही किया आप ही ने तो बोला था
सुधा:कब बोला मेने ,मे सब को बुलाती हू ऑर तुझे पोलीस के हवाले करती हूँ
मेरी तो बुरी तरह फट गयी थी
मेने तुरंत तेरी माँ के पाव पकड़ लिए ऑर बोला "मुझे माफ़ कर दो ,मे तो यूही घूमने आया था ऑर आपका शरीर देखकर मे बहक गया था ऑर उपर से आप ही बोल रही थी ,पोलीस को बुलाने से दोनो की बदनामी होगी ,मुझे माफ़ कर दो आगे से कभी नही करूगा
तेरी माँ कुछ देर सोचते हुए ठीक है ,मे अपनी इज़्ज़त का ख़याल रखने के कारण तुझे छोड़ रही हूँ आगे से कभी मेरे सामने आया तो पोलीस के हवाले करवा दूँगी,समझा
मे - ठीक है ऑर मे वहाँ से भाग गया
मे:तो ये बात है,मतलब तुम्हारे साथ तो ये बात हो गयी कि मुँह को आया हाथ ना लगा
मनोहर भी हँसता हुआ
मनोहर:हाँ यार,या तो उस दिन मुझे जल्दबाज़ी नही करनी चाहिए थी या फिर धक्का ज़ोर से लगाना चाहिए था कम से कम लंड तो अंदर घुस जाता, साला आज भी पछताता हूँ उस दिन की बात को लेकर
मे:कोई नही यार ,कम से कम तुम्हारे लंड ने मेरी माँ की चूत का रस तो पी लिया
मुझे तो वो भी नसीब नही
मनोहर:ऐसे क्यो बोलता है यार,मे हूँ ना
मे:तुम क्या करोगे
मनोहर:मे सब कुछ करूगा,तुझे तेरी माँ पे चढ़वाने के लिए
मे:मे जानता हूँ तू फोकट मे कोई काम नही करेगा,मेरे पास पैसे भी नही है
मनोहर:पैसे किसने माँगे,बस तू तो मुझे अपनी माँ से माफी दिलवा देना
मे:माफी किस चीज़ के लिए
मनोहर:वही घटना के लिए जिससे अभी अभी सुनाई है
मे:मे कैसे दिलवा सकता हूँ
मनोहा:एक बार तू अपनी माँ को चोद दे फिर तुझमें अपने आप ताक़त आ जाएगी
मे:ठीक है मे कॉसिश करूगा
तेरे पापा नीचे चले गये,मेने भी नीचे जाकर वहाँ की हालत देखी कि कितना समय लगेगा ,नीचे जाकर पता चला कि अभी 1-2 घंटे लगेगे,मे वापस उपर आकर तेरी माँ के शरीर को निहारने लगा,मे इस समय तेरी माँ के बहुत ही पास चला गया था,तेरी माँ उस समय करवट लेकर सो रही थी ऑर उनका मुँह दूसरी साइड था,मेने उस छत के उस दरवाज़े को बंद कर दिया जहा से तेरे पापा आते ऑर फिर वही तेरी माँ के पास आकर बैठ गया
तेरी माँ ने बहुत ही सेक्सी मॅक्सी पहनी हुई थी ऑर देखते ही पता चलता था कि तेरी माँ ने कोई ब्रा पैंटी नही पहनी थी
मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था,इसी बीच मेरे पाँव सरकने की आवाज़ तेरी माँ ने सुन ली ,मे थोड़ा डर गया था,लेकिन मेरा होसला तब बढ़ गया जब तेरी माँ ने कहा
सुधा:क्या हुआ,ठीक हो गया क्या
मेने बहुत ही धीमी आवाज़ मे तेरे पापा की आवाज़ निकालने की कॉसिश करते हुए कहा ""नही""
अब मेने फ़ैसला कर लिया जो होगा देखा जाएगा मे तेरी माँ के पीछे आकर लेट गया,अब हम दोनो एक ही पोज़िशन मे थे,हमारे मुँह भी एक ही साइड था((मतलब कि मेरा मुँह तेरी माँ के सिर के पीछे था)), मेरा लंड थोड़ा सा ही दूर था तेरी माँ की गान्ड से
एक तरफ की करवट लेने का ये फ़ायदा होता है पहले वाला नही जानता कि कॉन पीछे हो सकता है,ऑर इस पोज़िशन सेक्स भी कर सकते है,पॉर्न मूवीस मे इस पोज़िशन ज़्यादातर गान्ड ही मारी जाती है
तो मेने भी यही सोचा कि मे तेरी माँ को पीछे से चोद देता हूँ,तेरी माँ को पता भी नही चलेगा कॉन है पीछे,ऑर फिर भाग जाउन्गा,ये सोचकर मेने एक हाथ तेरी माँ के चुचि पे रख दिया ऑर सहलाने लगा
तेरी माँ भी मेरा साथ दे रही थी लेकिन उन्हे पता नही था मे करण नही मनोहर हूँ
थोड़ी देर मे तेरी माँ भी गरमा गयी अब मेने एक हाथ मॅक्सी के उपर से ही चूत पे रख दिया ऑर चूत को मसल्ने लगा,अब उनसे रहा नही जा रहा था वो खुद बोली
सुधा:जल्दी से चुत मे डाल दो,मुझसे रहा नही जा रहा
मे कुछ नही बोला ,अगर बोलता तो पकड़ा जाता
मेने मॅक्सी उपर की ,वास्तव मे तेरी माँ ने कुछ नही पहना था,अंधेरा होने के कारण ज़्यादा सॉफ तरीके से नही देख पाया लेकिन हाथ लगाकर मे ये कह सकता हूँ कि बहुत ही मुलायम गान्ड थी ,तेरी तो ऐश है मोहित,बहुत मस्त गान्ड है तेरी माँ की
मे:तभी तो मे पागल हुए जा रहा हूँ ,आगे बताओ ,आगे क्या हुआ
आगे अब मैं एक हाथ से चुचि दबा रहा था ऑर एक हाथ से चूत मसल रहा था,चूत बहुत पानी छोड़ रही थी,मुझसे भी रहा नही गया इतना मखमली बदन ,मस्त फूली हुई चूत,मस्त गान्ड,मेने भी अपना लंड निकाल लिया ,थोड़ा सा थूक लगाया ,ऑर रख दिया तेरी माँ की चूत पे
अब मेने अपना पूरा बदन तेरी माँ के बदन से चिपका लिया था,मेरी छाती तेरी माँ की पीठ से टच हो रही थी
मेने दोनो चुचि को पकड़के मसले जा रहा था
सुधा:अब घुसा भी दो
मे ने चूत पे लंड टिकाया ओर दोनो चुचि पकड़कर एक धक्का दिया,मेरा लंड तेरे पापा के मुक़ाबले मोटा होने के कारण अंदर घुसते घुसते रह गया इसका कारण था तेरी माँ की चूत का टाइट होना,चूत इतनी टाइट थी कि उतनी नही खुल पाई कि मेरा लंड घुस सके,उपर से मेने पूरे दम से झटका भी नही लगाया था कि वो चूत के छल्ले को फाड़ता हुआ अंदर घुस जाए
लेकिन इस झटके ने तेरी माँ को ये अहसास करा दिया था कि चोदने वाला करण नही कोई ऑर है क्योकि तेरी मम्मी को तेरे पापा से चुदते हुए इतना टाइम हो गया था कि उन्हे लंड के साइज़ का बिना देखे ही पता लग जाए, ऑर वो तुरंत पलट गयी
ऑर ज़ोर से बोली
सुधा:तुम,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे साथ ये सब करने की
मेने कुछ नही किया आप ही ने तो बोला था
सुधा:कब बोला मेने ,मे सब को बुलाती हू ऑर तुझे पोलीस के हवाले करती हूँ
मेरी तो बुरी तरह फट गयी थी
मेने तुरंत तेरी माँ के पाव पकड़ लिए ऑर बोला "मुझे माफ़ कर दो ,मे तो यूही घूमने आया था ऑर आपका शरीर देखकर मे बहक गया था ऑर उपर से आप ही बोल रही थी ,पोलीस को बुलाने से दोनो की बदनामी होगी ,मुझे माफ़ कर दो आगे से कभी नही करूगा
तेरी माँ कुछ देर सोचते हुए ठीक है ,मे अपनी इज़्ज़त का ख़याल रखने के कारण तुझे छोड़ रही हूँ आगे से कभी मेरे सामने आया तो पोलीस के हवाले करवा दूँगी,समझा
मे - ठीक है ऑर मे वहाँ से भाग गया
मे:तो ये बात है,मतलब तुम्हारे साथ तो ये बात हो गयी कि मुँह को आया हाथ ना लगा
मनोहर भी हँसता हुआ
मनोहर:हाँ यार,या तो उस दिन मुझे जल्दबाज़ी नही करनी चाहिए थी या फिर धक्का ज़ोर से लगाना चाहिए था कम से कम लंड तो अंदर घुस जाता, साला आज भी पछताता हूँ उस दिन की बात को लेकर
मे:कोई नही यार ,कम से कम तुम्हारे लंड ने मेरी माँ की चूत का रस तो पी लिया
मुझे तो वो भी नसीब नही
मनोहर:ऐसे क्यो बोलता है यार,मे हूँ ना
मे:तुम क्या करोगे
मनोहर:मे सब कुछ करूगा,तुझे तेरी माँ पे चढ़वाने के लिए
मे:मे जानता हूँ तू फोकट मे कोई काम नही करेगा,मेरे पास पैसे भी नही है
मनोहर:पैसे किसने माँगे,बस तू तो मुझे अपनी माँ से माफी दिलवा देना
मे:माफी किस चीज़ के लिए
मनोहर:वही घटना के लिए जिससे अभी अभी सुनाई है
मे:मे कैसे दिलवा सकता हूँ
मनोहा:एक बार तू अपनी माँ को चोद दे फिर तुझमें अपने आप ताक़त आ जाएगी
मे:ठीक है मे कॉसिश करूगा