hotaks444
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अब मैं मम्मी से सॅट कर बैठा था और मम्मी के बदन से उठती हुई खुश्बू ने मेरे लंड को फिर से खड़ा होने के लिए मजबूर कर दिया था, मैं समझ गया था कि मम्मी को अगर चोदने को मिल जाए तो साली मस्त कर देगी, उसकी भारी भरकम गुदज जवानी ने मुझे पागल कर रखा था और मैं हिम्मत करके मम्मी की मोटी जाँघो पर अपने हाथ को रख कर उनकी जाँघो की मोटाई और गुदाज मुलायम एहसास को महसूस करके मस्त हो रहा था,
करीब 5 बजे के लगभग हम लोग शिर्डी पहुच गये और फिर उस दिन हम लोगो ने दर्शन करने के बाद खूब घूमे फिरे और शाम को 4 बजे वापस चल दिए, इस बार ना मम्मी सोई और ना ही संगीता को सोने का मोका मिला और हम लोग रास्ते भर बाते करते हुए घर पहुच गये,
अगले दिन सुबह से ही संगीता मेरे आस पास मंडरा रही थी और मैं समझ गया था कि मेरी रंडी बहना की चूत खूब पानी छ्चोड़ रही है मैने देखा मम्मी किचन मे है और मैने संगीता को पकड़ कर अपनी गोद मे बैठा कर उसके गालो को चूमते हुए हल्के से उसके दूध को च्छू लिया और संगीता मेरे सीने से चिपकते हुए गहरी साँसे लेने लगी,
संगीता- भैया आज मुझे भी अपने साथ घुमाने ले चलो ना
राज- अरे बेबी मैं वहाँ घूमने थोड़े ही जाता हू जो तू कह रही है मैं वहाँ काम करने जाता हू
संगीता- भैया आप ने ही कहा था कि तुझे गन्ने चुसाने ले जाउन्गा और अब मना कर रहे हो
राज- अच्छा जा मम्मी से पुच्छ ले यदि मम्मी हाँ कह देगी तो ले चलूँगा,
संगीता मेरी गोद से उठी और दौड़ कर किचन मे चली गई और मम्मी से कहने लगी आज मुझे भी भैया के साथ गाँव घूमने जाना है,
रति- अरे पागल तू क्या करेगी वहाँ गाँव मे बोर हो जाएगी
संगीता- मूह बना कर मैं कुच्छ नही जानती मुझे तो बस भैया के साथ जाना है,
रति- ठीक है जा लेकिन अपने भैया को परेशान मत करना
संगीता खुशी से मम्मी का मूह चूम लेती है और फिर मेरे सीने से आ कर लिपटते हुए कहती है भैया अब तो मम्मी ने भी हाँ कह दिया है अब तो मुझे ले चलोगे ना,
राज- मैने संगीता के होंठो को एक दम से गहराई से चूम लिया और संगीता मुझसे चिपक गई, मैने कहा एक शर्त पर तुझे ले जाउन्गा
संगीता- वो क्या
राज- वहाँ मैं तुझसे जो कहूँगा वह तुझे करना पड़ेगा,
संगीता- मुस्कुराते हुए, भैया आप मुझे नही भी ले जाते तो भी आप जो कहते मैं वह ज़रूर करती आख़िर अपने भैया की बात कैसे टाल सकती हू
राज- मैने संगीता की चुचियों को अपने दोनो हाथो से हल्के से दबाते हुए कहा मेरी गुड़िया रानी को बड़ा ख्याल है अपने भैया का, अब तो मुझे अपनी बहना को आज लेजाना ही पड़ेगा और खूब मस्त गन्ने चुसवाने पड़ेंगे, बोल चुसेगी अपने भैया का गन्ना
संगीता- इठलाते हुए, मैं तो कब से यही चाहती हू भैया लेकिन आपको मेरा ख्याल ही कहाँ रहता है
करीब 5 बजे के लगभग हम लोग शिर्डी पहुच गये और फिर उस दिन हम लोगो ने दर्शन करने के बाद खूब घूमे फिरे और शाम को 4 बजे वापस चल दिए, इस बार ना मम्मी सोई और ना ही संगीता को सोने का मोका मिला और हम लोग रास्ते भर बाते करते हुए घर पहुच गये,
अगले दिन सुबह से ही संगीता मेरे आस पास मंडरा रही थी और मैं समझ गया था कि मेरी रंडी बहना की चूत खूब पानी छ्चोड़ रही है मैने देखा मम्मी किचन मे है और मैने संगीता को पकड़ कर अपनी गोद मे बैठा कर उसके गालो को चूमते हुए हल्के से उसके दूध को च्छू लिया और संगीता मेरे सीने से चिपकते हुए गहरी साँसे लेने लगी,
संगीता- भैया आज मुझे भी अपने साथ घुमाने ले चलो ना
राज- अरे बेबी मैं वहाँ घूमने थोड़े ही जाता हू जो तू कह रही है मैं वहाँ काम करने जाता हू
संगीता- भैया आप ने ही कहा था कि तुझे गन्ने चुसाने ले जाउन्गा और अब मना कर रहे हो
राज- अच्छा जा मम्मी से पुच्छ ले यदि मम्मी हाँ कह देगी तो ले चलूँगा,
संगीता मेरी गोद से उठी और दौड़ कर किचन मे चली गई और मम्मी से कहने लगी आज मुझे भी भैया के साथ गाँव घूमने जाना है,
रति- अरे पागल तू क्या करेगी वहाँ गाँव मे बोर हो जाएगी
संगीता- मूह बना कर मैं कुच्छ नही जानती मुझे तो बस भैया के साथ जाना है,
रति- ठीक है जा लेकिन अपने भैया को परेशान मत करना
संगीता खुशी से मम्मी का मूह चूम लेती है और फिर मेरे सीने से आ कर लिपटते हुए कहती है भैया अब तो मम्मी ने भी हाँ कह दिया है अब तो मुझे ले चलोगे ना,
राज- मैने संगीता के होंठो को एक दम से गहराई से चूम लिया और संगीता मुझसे चिपक गई, मैने कहा एक शर्त पर तुझे ले जाउन्गा
संगीता- वो क्या
राज- वहाँ मैं तुझसे जो कहूँगा वह तुझे करना पड़ेगा,
संगीता- मुस्कुराते हुए, भैया आप मुझे नही भी ले जाते तो भी आप जो कहते मैं वह ज़रूर करती आख़िर अपने भैया की बात कैसे टाल सकती हू
राज- मैने संगीता की चुचियों को अपने दोनो हाथो से हल्के से दबाते हुए कहा मेरी गुड़िया रानी को बड़ा ख्याल है अपने भैया का, अब तो मुझे अपनी बहना को आज लेजाना ही पड़ेगा और खूब मस्त गन्ने चुसवाने पड़ेंगे, बोल चुसेगी अपने भैया का गन्ना
संगीता- इठलाते हुए, मैं तो कब से यही चाहती हू भैया लेकिन आपको मेरा ख्याल ही कहाँ रहता है