xxx indian stories आखिरी शिकार - Page 3 - SexBaba
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राज ने रिवाल्वर को अपनी पतलून की जेब में रख लिया ।

“आप ठहरे कहां हैं ?" - रोशनी ने पूछा।

"कैलवर्ली गैस्ट हाउस में ।" - राज ने बताया ।

"आप चाहें तो यहां आकर हमारे साथ रह सकते हैं ।" - जान फ्रेडरिक बोला |

"मैं इस बारे में सोचूंगा ।" - राज बोला और उठ खड़ा हुआ - "मैं अब इजाजत चाहूंगा ।"

अनिल साहनी ने एक कागज उसकी ओर बढा लिया । '

"इस पर मिसेज टेलर और मेरी शरमन का पता लिखा हुआ है ।" - वह बोला ।

राज ने कागज ले लिया और उसे तह करके अपनी जेब में रख लिया ।

"और मिस्टर राज" - जान फ्रेडरिक बोला - "मुझे बताने की जरूरत नहीं कि आपने जार्ज टेलर से ज्यादा सावधान उस आदमी से रहना है जिसने अपना नाम इन्स्पेक्टर क्राफोर्ड बताया था क्योंकि कथित इन्स्पेक्टर क्राफोर्ड आपको सूरत से जानता है लेकिन जार्ज टेलर एक बार मिलर के घर में आमना-सामना हो जाने के बावजूद आपको सूरत से नहीं जानता ।"

"मैं सावधान रहूंगा।"

"हम लोग गॉड आलमाइटी से आपकी कामयाबी की दुआ करेंगे ।" - जान फ्रेडरिक अपनी इकलौती बांह ऊपर की ओर उठाता हुआ बोला
राज चुप रहा।

जार्ज एण्ड ड्रैगन लन्दन के नगरवधुओं के इलाके सोहो का एक बड़ा आधुनिक और विशाल रेस्टोरेंट था।
जिस समय राज वहां पहुंचा उस समय रात के दस बजे थे और वहां बहुत भीड़ थी।

राज बड़ी कठिनाई से अपने लिये एक छोटी सी टेबल तलाश कर पाया ।

एक वेटर उसके समीप आ खड़ा हुआ ।

राज ने उसे सिर से पैर तक देखा और फिर बड़े सन्तुलित किन्तु धीमे स्वर से बोला - "अगर मैं तुम्हें एक पाउन्ड टिप दूं तो क्या तुम ऐसा इन्तजाम कर सकते हो कि मुझे मेरी शेरमन सर्व करे?"
जितनी सावधानी से राज ने वेटर का मुआयना किया था उतनी ही सावधानी से वेटर ने राज का मुआयना किया।

"सीरियस ?" - वेटर बोला ।

"वन हन्ड्रेड परसैन्ट ।"


“बिजनेस ?"

"यस ।"

“आप उसे पहले से जानते हैं?"

"नहीं । सिर्फ जिक्र सुना है । एक दोस्त ने बताया था ।"

"मैं कोशिश करूंगा।" “एक लार्ज गिमलेट लाओ।" - राज ने ऑर्डर दिया।
वेटर वहां से विदा हो गया। राज ने एक सिगरेट सुलगा लिया और प्रतीक्षा करने लगा।

उसने आसपास दृष्टि दौड़ाई । रेस्टोरेन्ट में वेट्रेस कई थीं और सभी खूबसूरत थीं । केवल अनुमान से यह जान पाना सम्भव नहीं
था कि उनमें से मेरी शेरमन कौन थी ।

पांच मिनट बाद वेटर उसका ऑर्डर ले आया । उसने बिल राज के सामने रख दिया ।
 
राज ने बिल की रकम में एक पाउन्ड टिप जमा करके बिल अदा कर दिया ।

वेटर वहां से विदा हो गया । राज शराब की चुस्कियां लेने लगा। कुछ मिनट बाद एक वेट्रेस उसके समीप पहुंची ।

राज ने सिर उठाकर उसे देखा ।

वह एक लगभग पच्चीस साल की बेहद सुन्दर और सुडौल लड़की थी और उसके नेत्रों में शराफत की चमक थी।

"मेरी?" - राज ने धीरे से पूछा ।

"एट योर सर्विस, सर ।" - मेरी तनिक सिर नवाकर बोली।

राज ने गिमलेट की ओर संकेत किया और बोला - "दूसरा ।"

पांच मिनट बाद मेरी राज का आर्डर ले आई। वह साथ बिल नहीं लाई थी।

"खाने का ऑर्डर ?" - उसने पूछा ।

"खाना तो मैं तुम्हें चाहता हूं ।" - राज बोला ।

"लेकिन मैं तो बहुत महंगी आइटम हूं।"

"कोई बात नहीं । मेरे पास बहुत धन है । और मैं बिल्कुल अकेला हूं।"

“यह डिश आपको रात के एक बजे से पहले सर्व नहीं हो सकती ।"

“मैं इन्तजार करूगा ?"

"लेकिन मैं ही क्यों ?"

"किसी ने सिर्फ तुम्हारी तारीफ की है ।" "ओके । एक बजे से पहले खाने के लिये क्या लाऊं?"

“जो तुम ठीक समझो ।"

मेरी उसके लिये तीसरा गिमलेट और तली हुई मछली ले आई।

राज धीरे-धीरे शराब पीता रहा और मछली खाता रहा।

ग्यारह बज गये।
मेरी उसके लिये रशियन सलाद ले आई । “मैं इन्तजार के लिये यहां से बेहतर जगह बता सकती हूं।"

"बताओ।"

"मेरे घर चले जाओ।"

"ओके ।"

मेरी वहां से हट गई। राज खाने में जुट गया ।

साढे ग्यारह बजे मेरी बिल ले आई । बिल ट्रे में रखा था । राज ने बिल की ओर हाथ बढाया । उसकी उंगलियां बिल के नीचे पड़ी किसी चीज से टकराई।

राज ने बिल के साथ उसके नीचे रखी चीज भी उठा ली।

वह एक चाबी थी।
राज ने चाबी जेब में रख ली ।

"दस पाउन्ड एडवांस ।" - मेरी धीरे से बोली ।

बिल लगभग सात पाउन्ड का था ।

राज ने दस-दस पाउन्ड के दो बिल ट्रे में डाल दिये।

मेरी वहां से विदा हो गयी।

कुछ क्षण बाद वह वापिस लौटी । उसने ट्रे राज के आगे कर दी । ट्रे में तीन पाउन्ड और कुछ चेंज पड़ी थी और बिल पड़ा था जिस पर पेड की मोहर लगी हुई थी।
राज ने ट्रे में से केवल बिल उठाया और अपने स्थान से उठ खड़ा हुआ । वह रेस्टोरेंट से बाहर निकल आया ।

बाहर आकर उसने बिल को उलटकर देखा ।

बिल के दूसरी और मेरी के विम्बलडन स्थित निवास स्थान का पता लिखा हुआ था । और वहां की चाबी पहले ही राज की जेब में थी।

राज ने एक शैम्पेन की बोतल खरीदी, टैक्सी में सवार हुआ और मेरी के बताये पते पर पहुंच गया

उसने इमारत के मुख्य द्वार में मेरी द्वारा दी हुई चाबी लगाई।
द्वार खुल गया।

राज द्वार धकेल कर भीतर प्रविष्ट हो गया । उसने द्वार को भीतर से बन्द किया और बिजली का स्विच ऑन कर दिया ।

वह एक विशाल कमरा था और उसकी हर चीज से अमीरी टपक रही थी । कमरे की साज-सज्जा और सामान एक वेट्रेस की हैसियत से बहुत ऊंचा था ।

राज ने शैम्पेन की बोतल रेफ्रीजरेटर में रख दी और दीवान पर बैठ गया ।

उसने एक सिगरेट सुलगाया और प्रतीक्षा करने लगा।

वह सोच रहा था।
क्या जे सिंहाकुल भी इसी प्रकार विम्बलडन में मेरी शेरमन के निवास स्थान पर पहुंचने के सफल हो गया होगा।

उसने अपनी पतलून की जेब में रखी रिवाल्वर को निकाला और उसे अपने कोट की जेब में डाल लिया।

वह जार्ज टेलर के लिये तैयार था । वह उसके हाथों आसानी से मरने वाला नहीं था |
राज प्रतीक्षा करता रहा।

वक्त कटता रहा।

लगभग सवा एक बजे बाहर सड़क पर टैक्सी रुकने की आवाज उसके कानों में पड़ी ।
राज ने खिड़की के समीप जाकर परदे के पीछे से बाहर झांका ।

मेरी शेरमन इमारत की ओर बढ़ रही थी ।

राज खिड़की से हट गया ।
 
कालबैल बजी। राज ने द्वार खोला। "वैलकम होम ।" - राज अपनी बांहें फैलाता हुआ बोला।

मेरी शेरमन तत्काल उसकी बाहों में आ गई। राज ने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिये ।
कुछ क्षण वे यूं ही आलिंगन में बन्धे खड़े रहे, फिर मेरी ने उसे परे धकेल दिया ।

राज ने आगे बढकर द्वार को भीतर से बन्द कर दिया।

मेरी एक सोफे पर जा बैठी।

“शैम्पेन !" - राज बोला । मेरी ने प्रश्नसूचक नेत्रों से उसकी ओर देखा । राज ने रेफ्रीजरेजर में से शैम्पेन की बातल निकाल ली।

"ओह !" - मेरी बोली - "व्हाई नॉट !"

राज ने बगल की शीशे की आलमारी में से दो गिलास निकाले । वह बोतल और गिलास लेकर मेरी की बगल में आ बैठा ।
मेरी उसके साथ सट गई।

राज ने बड़ी दक्षता से शैम्पेन की बोतल का कार्क उड़ाया और दोनों गिलास शैम्पेन से भर दिये।

उसने एक गिलास मेरी को थमा दिया और दूसरा खुद ले लिया ।

“चियर्स !" - राज उसके गिलास से गिलास टकराता हुआ बोला।

“चियर्स !" - मेरी बोली।

दोनों शैम्पेन पीने लगे।

"इतनी बड़ी इमारत में तुम अकेली रहती हो?" - राज ने पूछा।

"हां ।" - मेरी बोली।

"तुम्हें डर नहीं लगता?"

"कभी-कभी लगता है । लेकिन अक्सर डर लगने के वक्त मैं इस इमारत में अकेली नहीं होती

"जैसे आज?"

"जैसे आज।

"यह कमरा बहुत शानदार ढंग से सजा हुआ है

“इस इमारत का केवल यही कमरा शानदार ढंग से सजा हुआ है । बाकी इमारत क्योंकि इस्तेमाल नहीं होती इसलिये धूल से भरी पड़ी है।"

"इस कमरे पर इतनी मेहरबानी क्यों ?"

"क्योंकि यहां तुम्हारे जैसे दोस्त आते हैं ।"

"ओह !" दोनों चुपचाप शैम्पेन पीने लगे।

"तुम्हारे इस कमरे को देखकर मुझे अपने एक दोस्त की याद आ गई ।" - राज शैम्पेन की चुस्कियां लेता हुआ बोला।

मेरी ने प्रश्नसूचक नेत्रों से उसकी ओर देखा । "वह अपनी एक गर्ल फ्रेंड के बारे में बताया करता था ।"

"क्या ?"

"उसकी गर्ल फ्रेंड भी तुम्हारी ही तरह एक बड़ी सी इमारत में रहती थी लेकिन उस इमारत का एक ही कमरा आधुनिक ढंग से सुसज्जित था जबकि बाकी इमारत खाली पड़ी थी । और कैसा संयोग है कि मेरे उस दोस्त की गर्ल फ्रेंड का नाम भी मेरी था ।"
मेरी तनिक विचलित दिखाई देने लगी ।

राज ने अपना शैम्पेन का गिलास खाली कर दिया ।

मेरी ने भी अपना गिलास खाली करके मेज पर रख दिया।

राज ने बोतल की ओर हाथ बढाया ।

"वेट ।" - मेरी उठती हुई बोली - "मैं जरा कपड़े बदल आऊं।"

"वैरी वैल ।" - राज बोला । मेरी अपने स्थान से उठी और कमरे के पृष्ठभाग में बने एक द्वार की ओर बढी ।

उसने अपने हैण्डबैग में से एक चाबी निकालकर पिछला द्वार खोला और फिर भीतर प्रविष्ट हो गई । अपने पीछे वह द्वार बन्द करती गई ।

राज अपने स्थान से उठा । वह दबे कदमों से द्वार के पास पहुंचा । उसने धीरे से द्वार खोलकर भीतर झांका ।

वह एक छोटा-सा गलियारा था जिसमें एक जीरो वाट का बल्ब जल रहा था । उसके दायें-बायें दो दो दरवाजे थे और विपरीत सिरे पर ऊपर को जाती हुई सीढियां थीं।

मेरी कहीं दिखाई नहीं दे रही थी और न ही दायें बायें के किसी कमरे में प्रकाश था ।

राज गलियारे में आ गया । उसने दायीं ओर के द्वार को तनिक धेकल कर भीतर झांका ।

धूल मिट्टी की गन्ध से उसके नथुने भर गये । भीतर पुराना फर्नीचर भरा पड़ा था |
उसी क्षण उसे सीढियों पर किसी की आहट सुनाई दी।

राज ने जल्दी से वह द्वार बन्द किया और वापिस सजे हुये कमरे में आ गया । अपने पीछे वह द्वार बन्द करना नहीं भूला ।

वह अपने स्थान पर आकर बैठा ही था कि पिछला दरवाजा खुला और मेरी भीतर प्रविष्ट हुई

वह एक लम्बा लगभग पारदर्शक गाउन पहने हुये थी । गाउन में से उसके पुष्ट और युवा शरीर का एक-एक अंग स्पष्ट झलक रहा था ।
मेरी कुछ क्षण द्वार पर खड़ी रही और फिर इठलाती, मुस्कुराती राज की ओर बढी ।

राज ने अपनी बांहें फैलायी ।

मेरी उसकी गोद में आ बैठी ।

राज ने उसकी अपनी बांहों में जकड़ लिया । कुछ क्षण बाद मेरी उसकी बाहों से फिसल गई। वह उसकी बगल में उसके साथ सट कर बैठ गई
राज का चेहरा प्रसन्नता और आनन्द के आवेग से उत्तेजित दिखाई देने लगा । वह तेजी से अपने दोनों हाथों की हथेलियां एक-दूसरी से रगड़ने लगा।

राज ने देखा मेरी बड़े गौर से उसके हाथों के एक्शन को देख रही थी।

"यह क्या कर रहे हो ?" - एकाएक वह बोली ।
 
"ओह !" - राज ने यूं अपनी हथेलियां रगड़नी बन्द कर दी जैसे वह चोरी करते पकड़ा गया हो - "दरअसल हनी, यह मेरी बड़ी पुरानी आदत है । जब मैं बहुत खुश होता हूं तो अपने दोनों हाथों की हथेलियां एक-दूसरे से रगड़ने लगता हूं। और जब मैं बहुत क्रोधित होता हूं तो अपने दायें हाथ की मुट्ठी बांध कर अपने बायें हाथ की हथेली पर मारने लगता हूं | यूं |"
और राज ने दूसरा एक्शन भी करके दिखाया । मेरी चिन्तित दिखी देने लगी।

"सोहबत का असर है ।" - राज बोला "क्योंकि मेरा दोस्त ऐसे करता था इसलिये मैं भी ऐसा करने लगा।"

"वही दोस्त जिसकी गर्ल फ्रेंड का नाम मेरी है ?" - मेरी ने पूछा।

"हां।"

मेरी ने शैम्पेन की बोतल उठाई और शैम्पेन गिलासों में डालने लगी।

"बेचारा बहुत भला आदमी था । अपने देश के लोगों के अतिरिक्त अगर मेरी किसी से जिगरी दोस्ती हुई थी तो उसी से हुई थी।"

“अब कहां गया वह ?" - मेरी ने एक गिलास राज को थमा दिया और दूसरा खुद ले लिया ।

"पता नहीं । मुझे उससे मिले हुये बहुत अरसा हो गया है लेकिन मुझे मालूम हुआ है कि आज कल वह लन्दन में ही है ।"

मेरी शैम्पेन की चुस्कियां लेने लगी।

"इतना आकर्षक व्यक्तित्व था उसका कि लड़कियां उस पर जी-जान से फिदा हो जाती थीं लेकिन वह था कि सिर्फ मेरी से मुहब्बत करता था लेकिन बाद में बेचारे में एक खराबी पैदा हो गई थी।"

"क्या ?"

"उसके गले में गोली लग गई थी जिसकी वजह से उसकी आवाज में ऐसा नुक्स पैदा हो गया था कि वह केवल भर्राई हुई धीमी आवाज में ही बोल पाता था । वह ऊंचा बोलने की कोशिश करता था तो उसके गले से आवाज नहीं निकलती थी
मेरी ने खट्ट से अपना शैम्पेन का गिलास मेज पर रख दिया।

"क्या नाम है तुम्हारे दोस्त का ?" - वह तीव्र स्वर से बोली।

"जार्ज ।" - राज शान्ति से बोला - "जार्ज टेलर ।"

"ओह माई गॉड !" - वह हताश और क्रोधपूर्ण स्वर से बोली - "मैं फिर मूर्ख बन गई । एक जोकर और आ गया ।"

"क्या मतलब ?" - राज मासूमियत-भरे स्वर से बोला।

वह अपने स्थान से उठ खड़ी हुई और चिल्लाकर बोली - "तुम लोग मेरे पीछे क्यों पड़े हुये हो?"

"कौन तुम्हारे पीछे पड़ा हुआ है ?"

"अब ज्यादा बनने की कोशिश मत करो । फौरन यहां से दफा हो जाओ व मैं शोर मचा दूंगी।"

राज ने भी अपना शैम्पेन का गिलास मेज पर रख दिया और अपने पैरों पर उठ खड़ा हुआ ।

"तो तुम स्वीकार करती हो कि तुम जार्ज टेलर को जानती हो और तुम्हीं उसकी मेरी नाम की गर्ल फ्रेंड हो?"

"आई से गेट आउट ऑफ हियर ।"

"और तुम जे सिंहाकुल नाम के उस थाई को भी जानती हो जो कुछ दिन पहले जार्ज टेलर को तलाश करता हुआ यहां आया था लेकिन अगली सुबह इसी इमारत के समीप से गुजरती रेलवे लाइन पर उसकी कटी हुई लाश पाई गई थी?"

“मैं किसी को नहीं जानती ।"

"तुम सब जानती हो । मैडम, जे. सिंहाकुल की हत्या की गई थी और उस हत्या में तुम्हारा भी हाथ था ।"

"यह झूठ है । वह आदमी एक्सीडेन्ट से रेल के नीचे आ गया था । पुलिस भी यही कहती है ।

अखबार में भी यही छपा है ।"

"पुलिस यह कहती है । अखबार में यह छपा है लेकिन यह सच नहीं है। और सच क्या है, उसे तुम जानती हो । जे सिंहाकुल यहां आया था और जार्ज टेलर ने उसकी हत्या कर दी थी। फिर उसने ऐसी स्टेज तैयार कर दी कि तफ्तीश से ऐसा मालूम हो कि वह रेल द्वारा दुर्घटनावश कट मरा है।"

"यह सरासर झूठ है । जार्ज टेलर जे सिंहाकुल की मौत का जिम्मेदार नहीं हो सकता । मैंने महीनों से जार्ज टेलर की सूरत नहीं देखी है।"

"तुम झूठ बोल रही हो । तुम अभी उसी दिन जार्ज टेलर से मिली हो जिस दिन जे सिंहाकुल की हत्या हुई थी।"

"तुम चाहते क्या हो?"

"मैं जार्ज टेलर का पता जानता चाहता हूं।"

"मुझे नहीं मालूम उसका पता । और अगर मुझे मालूम भी होता तो मैं बताती नहीं ।"

"क्यों?"

"क्योंकि मैं किसी बखेड़े में नहीं फंसना चाहती। वह पहला आदमी भी जार्ज टेलर का पता जानने की नीयत से यहां आया था और परलोक सिधार गया था ।"
 
"लेकिन मैं आसानी से मरने वाला नहीं हूं। मैं जार्ज टेलर के लिये तैयार होकर आया हूं |"

"लेकिन मिस्टर, बाई गॉड, मुझे टेलर का पता नहीं मालूम । मैं सच कह रही हूं, मैंने महीनों से उसकी सूरत नहीं देखी ।"

"मुझे तुम्हारी बात पर विश्वास नहीं ।"

"वह थाई भी मेरी बात का विश्वास नहीं कर रहा था । लेकिन मैं सच कह रही हूं मुझे नहीं मालूम जार्ज टेलर कहां है ! जार्ज टेलर मुझसे मुहब्बत करता था । हम दोनों शादी करने वाले थे और फिर एकाएक वह कहीं गायब हो गया । मुझे खुद उसकी तलाश है।"
राज सोचने लगा।

"और अगर तुम्हारा वह थाई साथी इसीलिये मरा है क्योंकि वह जार्ज टेलर के पीछे पड़ा हुआ था तो विश्वास करो तुम्हारी भी खैर नहीं । जार्ज टेलर बहुत खतरनाक आदमी है । वह तुम्हारा भी तुम्हारे साथी की तरह काम तमाम कर देगा ।"

"तुम मुझे धमका रही हो?"

"मैं तुम्हें हकीकत बता रही हूं।"

राज कुछ क्षण अनिश्चित सा मेरी का मुंह देखता रहा । फिर उसके दिमाग में एक नया ख्याल आया । उसने अपना पर्स निकाल लिया ।

"मेरी" - वह मीठे स्वर से बोला - "मुझे जार्ज टेलर का पता बता दो । बदले में मैं तुम्हें पचास पाउन्ड दूंगा।"

मेरी की आंखें लालच से चमक उठी लेकिन लगभग फौरन ही वह चमक उसकी आंखों से गायब हो गई।

"लेकिन मुझे उसका पता मालूम तो हो !" - वह बेबस स्वर में बोली।

"मैं सौ पाउन्ड दूंगा।"

"बाई गॉड, मिस्टर, मुझे पैसे की बहुत जरूरत है । मैं इतनी बड़ी रकम का लालच भी नहीं छोड़ सकती । अगर मुझे उसका पता मालूम होता तो मैं तुम्हें जरूर बता देती ।"

"उसने तुमसे कभी सम्पर्क स्थापित नहीं किया

"कुछ महीने पहले तक कभी-कभी उसका फोन आया करता था ।"

"कहां से?"

"मालूम नहीं।"

"कोई चिट्ठी पत्री?"

मेरी कुछ क्षण हिचकिचाई और फिर बोली - "हां मेरे पास उसकी एक चिट्ठी है।"

"उस पर जार्ज टेलर का पता लिखा था ?"

"हां।"

"पता क्या था?"

"पता मुझे याद नहीं लेकिन मुझे इतना याद है कि वह चिट्ठी डेनवर से आई थी।"

"कभी उसने तुमसे डेनवर का जिक्र किया था ?"

"हां । लगभग चार साल पहले उसने मुझे एक बार बताया था कि डेनवर के समीप का एक छोटा-सा टापू उसे विरासत में मिला था । और यह कि वह उस टापू पर एक बंगला बनवाने वाला था ।"

"उस टापू का कोई नाम? कोई ठीक पता ठिकाना?"

"मुझे याद नहीं ।"

"आखिरी बार वह तुमसे कम मिला था ?"

"लगभग छ: महीने पहले ।"

"कहां?"

“यहीं।"

"और उसके बाद?"

"उसके बाद वह पता नहीं कहां गायब हो गया ! मुझे खुद उसका इन्तजार है ।" "उसके बाद तुम हाल में उससे मिली थी जब जे सिंहाकुल की हत्या हुई थी।" "बाई गॉड, नहीं।" “अच्छा, छोड़ो | कभी उसने तुम्हारे सामने किसी यार दोस्त का जिक्र किया हो ?"

"यार दोस्त तो नहीं" - मेरी सोचती हुयी बोली "लेकिन उसकी एक बहन है ।"

“बहन ?" - राज के कान खड़े हो गये ।

"हां । उसका नाम मार्गरेट टेलर है।"

"तुम कैसे जानती हो उसे ?"

"मैं जानती नहीं । एक दिन उसने फोन करके टेलर के बारे में पूछा था । जार्ज ने उसे मेरे बारे में बताया होगा । तभी तो उसने यहां फोन किया था

"यह कब की बात है ?"

"लगभग आठ महीने पहले की ।"

"फिर?"

"उस वक्त जार्ज यहां था नहीं। उसने कहा जब जार्ज आये तो अपनी बहन को फोन कर ले ।"

"उसने फोन नम्बर भी बताया होगा ?"

"हां ।"

"क्या नम्बर था ?"

"देखकर बताती हूं।"

मेरी ने टेलीफोन डायरेक्ट्री उठा ली । डायरेक्ट्री के प्रथम पृष्ट पर कुछ नम्बर लिखे हुए थे । उनमें मार्गरेट टेलर का नम्बर था-01-240-4567
राज ने वह नम्बर नोट कर लिया ।

"वह चिट्ठी कहां है जो टेलर ने तुम्हें डेनवर से लिखी थी ?"

"मेरे पास है।"

"मुझे दो।"

"ऊपर है । अभी लाती हूं।"

मेरी चली गई।

राज ने एक सिगरेट सुलगा लिया और प्रतीक्षा करने लगा।

एकाएक इमारत का वातावरण एक हृदयग्राही चीख से गूंज उठा।
 
राज रिवाल्वर निकालकर तेजी से पिछली द्वार की ओर झपटा । उसने दरवाजा खोला, कुछ क्षण प्रतीक्षा की फिर रिवाल्वर ताने गलियारे में
आ गया ।

गलियारे के दूसरे सिरे पर सीढियों के पास मेरी का शरीर दोहरा हुआ पड़ा था । राज लपककर उसके समीप पहुंचा।
मेरी की गरदन टूट चुकी थी । उसे प्राण पखेरू उड़ चुके थे।

उसी क्षण राज को बाहर एक कार स्टार्ट होने की आवाज सुनाई दी । वह वापिस सामने के कमरे की ओर दौड़ा।

कमरे में पहुंचकर उसने खिड़की का पर्दा हटाया और बाहर सड़क पर झांका । एक काले रंग की कार उसके देखते-देखते सड़क पर दौड़ी और पलक झपकते दृष्टि से ओझल हो गई।
राज वापिस गलियारे में आया और मेरी के शरीर को बचाकर सीढियां चढने लगा ।

ऊपर सीढियों के सिर पर एक कमरा था जिसका दरवाजा खुला था । बत्ती जल रही थी। कमरे के फर्श पर बीस-पच्चीस चिट्ठियां फैली थीं

राज ने उन सबको देखा ।

उनमें वह चिट्ठी नहीं थी जो टेलर ने मेरी को डेनवर से लिखी थी।

राज ने कमरे में निगाह दौड़ाई । दूसरे सिरे पर एक दरवाजा था जो बाहर एक छोटी-सी बालकनी में खुलता था ।

राज बालकनी में पहुंचा । बालकनी की रेलिंग के साथ एक पतली किन्तु मजबूत रस्सी बन्धी हुई थी जो नीचे जमीन तक लटक रही थी।
यह वापिस लौटा । सीढियां उतरकर वह नीचे आया।

एक अन्तिम दृष्टि मेरी के मृत शरीर पर डालकर वह सामने के कमरे में आ गया । उसने रिवाल्वर जेब में रखी । कमरे की बत्ती बुझाई और इमारत से बाहर निकल आया ।
रात के दो बज गये थे । सन्नाटे में वह एक ओर चल दिया।

मोड़ पर उसे टैक्सी मिल गई।
***

"मेरी शेमरन भी जार्ज टेलर का शिकार हो गई है |" - राज ने सिगरेट की राख झाड़ते हुये कहा
कई क्षण कोई कुछ नहीं बोला ।

जान फ्रेडरिक, अनिल, साहनी और रोशनी सकपकाये से एक-दूसरे का मुंह देखते रहे ।
दिन के ग्यारह बजे थे।

राज क्रामवेल रोड की उस इमारत में उन लोगों के सामने बैठा था, जहां मिलर की हत्या की रात को रोशनी उसे लायी थी।

"कैसे?" - रोशनी ने पूछा ।

"मैं पिछली रात उसके निवास पर गया था ।" - राज बोला - "टेलर को किसी प्रकार पता लग गया कि मैं शेरमन के साथ था । वह मेरी के घर में छुपा हुआ हमारी बातें सुन रहा था । मेरी ने उसके डेनवर से आये एक पत्र के बारे में बताया | वह पत्र लेने गई । एक क्षण बाद ही मैंने उसकी चीख सनी । मैं दौडा । मेरी गलियारे में मरी पडी थी। टेलर उसे मारने के बाद अपना वह पत्र भी ले गया जो उसने मेरी को लिखा था और जो वह मुझे देने वाली थी ।"
"मेरी से तुम्हें और कुछ नहीं मालूम हुआ ?" - फ्रेडरिक ने पूछा।

"टेलर की मारिट नाम की एक बहन है । मेरी ने मुझे उसका फोन नम्बर बताया है । मैंने डायरेक्ट्री में मारिट का नाम और नम्बर चैक किया वह प्रिंस एल्बर्ट रोड के मिशन कम्पाउन्ड में चार नम्बर काटेज में रहती है।"

"तुम मिले उससे ?"

"अभी नहीं । मैं गया था लेकिन वह थी नहीं । थोड़ी देर बाद मैं फिर जाऊंगा ।"

कोई कुछ नहीं बोला।
***
 
मिशन कम्पाउण्ड एक बहुत बड़ा अहाता था जिसमें लगभग पन्द्रह काटेज थे । राज चार नम्बर काटेज के सामने पहुंचा । उसने द्वार की कालबैल बजा दी और प्रतीक्षा करने लगा । उस समय एक बज चुका था ।

लगभग पच्चीस साल की बड़ी ही मामूली शक्ल वाली एक लड़की ने द्वार खोला ।

अपने सामने एक विदेशी को खड़ा देखकर वह उलझनपूर्ण स्वर से बोली - "यस !"

"गुड आफ्टरनून ।" - राज मीठे स्वर में बोला - "आर यू मिस टेलर?"

"यस ।"

"मेरा नाम राज है । मैं आपके भाई जार्ज टेलर का दोस्त हूं | मैं जार्ज से मिलना चाहता हूं।"

मार्गरेट के चेहरे पर उदासी के बादल छा गये ।

"आप बहुत देर से आये ।" - वह धीरे से बोली ।

"क्या मतलब?"

"जार्ज इस दुनिया में नहीं है । उसे परलोक सिधारे छ: महीने से ज्यादा हो गये हैं ।"

राज बुरी तरह चौंका।

"जी ?" - वह चिढंककर बोला ।

"जार्ज मर चुका है।"

"ठहरिये । कहीं कोई गलती तो नहीं हो रही है !

आपका नाम मार्गरेट हैं न?"

"हां।"

"आप जार्ज टेलर की बहन हैं ?"

"हां ।"

"और जार्ज मर चुका है ?"

"हां ।"
"ओह, माई गॉड ।"

"जार्ज आपका दोस्त था ?"

"बहुत अच्छा ।"

"भीतर आइये ।"

राज भीतर प्रविष्ट हुआ।

मार्गरेट उसे एक सजे-सजाये ड्राइंगरूम में ले आई।

"तशरीफ रखिये।"

राज बैठ गया।

"आप जार्ज को कैसे जानते थे ?"

कुछ क्षण राज को उत्तर नहीं सूझा । फिर वह सोचकर बोला - "चीन में कुछ दोस्तों के माध्यम से मेरी उससे मित्रता हो गई थी।"

"कौन दोस्त ? ज्योति विश्वास, जान फ्रेडरिक, अनिल साहनी वगैरह ?"

"आप उन्हें जानती हैं ?" - राज हैरानी से बोला।

"जिक्र सुना है ।"

"किससे?"

"जार्ज से । वह मुझे अक्सर पत्र लिखा करता था । उसके पत्रों से ही मुझे मालूम हुआ था कि वह और उसके नौ साथी चीन में कोई गुप्त कार्य कर रहे थे । मुझे उसके सारे साथियों के नाम तक याद हैं । ज्योति विश्वास, जान फ्रेडरिक, अनिल साहनी, रोशनी, तौफीक इस्माइल, जे सिंहाकुल तांग पेई, लैला, ली ता नान । लेकिन जार्ज ने कभी आपका जिक्र नहीं किया ।"
"वह भूल गया होगा।"

"जार्ज ऐसा आदमी तो नहीं था । वह अपने मित्रों के बारे में बराबर लिखा करता था ।"

"शायद उसने लिखा हो और आपको याद न हो

मार्गरेट चुप रही लेकिन उसके चेहरे पर अविश्वास के भाव थे। “जार्ज की मृत्यु कैसे हुई ?" - राज ने प्रश्न किया।

"हांगकांग में एक मोटर दुर्घटना में । मुझे यहां के विदेश मन्त्रालय से उसकी मौत की सूचना मिली थी।"

"आपने उसकी लाश देखी थी ?"

"देखी थी । बुरी तरह कुचली हुई ।" "यानी आप लाश देखकर यह नहीं कह सकती थी कि वह जार्ज था या नहीं?"

"लेकिन वह जार्ज था । वह जरूर जार्ज था ।"

"आप यह दावा कैसे कर सकती हैं जबकि उसकी शिनाख्त सम्भव नहीं थी?"

"क्योंकि लाश की जेब से जार्ज का पासपोर्ट और उसके अन्य कागजात मिले थे ।"

"फिर भी गलती हो ही जाती है ।"

“आप कहना क्या चाहते हैं ?"

"मैं कहना चाहता हूं कि आपका भाई जीवित है

“आपको कैसे मालूम ? आपने देखा है जार्ज को ?" - वह तीव्र स्वर से बोली ।

"मैंने सूरत तो नहीं देखी, आवाज सुनी थी लेकिन आप जानती हैं कि अपनी आवाज के कारण वह लाखों में पहचाना जा सकता है।"

"मुझे विश्वास नहीं होता । आपको जरूर कोई गलतफहमी हुई है । मुझे अपने देश के विदेश मंत्रालय पर पूरा विश्वास है । उनसे ऐसी भारी गलती नही हो सकती । आपने मेरा पता कैसे जाना?"

"डायरेक्ट्री में आपके भाई का पता तलाश कर रहा था टो मुझे आपका नाम दिखाई दे गया ।

जार्ज टेलर आपका जिक्र अक्सर किया था इसलिये मुझे आपका नाम याद था । मैंने सोचा शायद आप जानती हों कि आजकल जार्ज कहां है?"

"जार्ज मर चुका है ।" - मारिट पटाक्षेप सा करती हुई बोली।

"अगर वह जीवित हो तो क्या आपको खुशी नहीं होगी?"

"क्यों नहीं होगी? मगर यह सम्भव नहीं है। जार्ज मर चुका है ।"

"लेकिन..."

उसी क्षण बड़ी जोर से काटेज की घण्टी बज उठी।
मार्गरेट द्वार की ओर बढी । राज भी उठ खड़ा हुआ।

मार्गरेट ने द्वार खोला ही था कि किसी ने जोर से द्वार को धकेला । वह लड़खड़ाकर पीछे हट गई।
 
जान फ्रेडरिक घबराया हुआ भीतर आया । मारिट ने फ्रेडरिक को देखा तो उसके नेत्र फैल गये । लेकिन इससे पहले कि उसके मुंह से
आवाज निकल पाती राज ने लपककर उसके मुंह पर अपना हाथ रख दिया | फ्रेडरिक ने द्वार भीतर से बन्द कर दिया ।

राज मार्गरेट को वापिस ड्राईगरूम में ले आया | फ्रेडरिक भी लड़खड़ाता हुआ वहीं आ गया ।

"तुम यहां कैसे आ पहुंचे ?" - राज तीव्र स्वर से बोला।

"पुलिस..." - फ्रेडिरक हांफता हुआ बोला - "पुलिस ने उस इमारत पर छापा मारा था । बड़ी मुश्किल से हम बचकर निकल सके ।"

"साहनी और रोशनी कहां हैं ?"

"वहां से निकलते ही वे मुझसे अलग हो गये थे । मालूम नहीं वे इस समय कहां हैं ! मुझे कोई और जगह नहीं सूझी इसलिये यहां चला आया । मेरा ख्याल था तुम यहीं होंगे।" "पुलिस को उस इमारत की खबर कैसे लगी ?" "मेरे ख्याल से इसमें भी टेलर का हाथ है ।"

"लेकिन टेलर को ही उस इमारत का पता कैसे मालूम हुआ ?"

"क्या पता शायद उसने तुम्हारा पीछा किया हो ?"

"तुम लोग पुलिस से भयभीत क्यों हो?"

"हम लोग गैरकानूनी ढंग से इंग्लैंड में मौजूद हैं। अगर हम पकड़े गये तो हमें डिपोर्टेशन ऑर्डर भी मिल सकता है और सजा भी हो सकती है ।"

उसी क्षण मार्गरेट राज की पकड़ में तड़फड़ाई और गों-गों की आवाज निकालने लगी। “चिल्लाना नहीं ।" - राज डांटकर बोला । मार्गरेट ने सहमति से सिर हिलाया ।

राज ने उसे छोड़ दिया । वह पास ही खड़ी होकर हांफने लगी।

"मैडम" - राज बोला - "तुमने अपने भाई के जिन नौ साथियों के नाम लिये थे, यह उनमें से एक है - जान फ्रेडरिक ।"

मार्गरेट विस्फारित नेत्रों से फ्रेडरिक को देखने लगी।

"और यह मार्गरेट है - जार्ज ही बहन । इसके कथनानुसार जार्ज आज से छः महीने पहले हांगकांग में मोटर दुर्घटना का शिकार होकर मर चुका है।"

"नामुमकिन ।" - फ्रेडरिक दृढ स्वर से बोला - "टेलर जिन्दा है और लन्दन में ही है। पिछले दस दिनों में वह हमारे तीन साथियों को और एक अपनी ही सहयोगिनी को मौत के घाट उतार चुका है।"
मार्गरेट कुछ नहीं बोली।

उसी क्षण बाहर कम्पाउण्ड से कुछ आदमियों के बोलने की आवाज आने लगी।

राज ने खिड़की का पर्दा सरकाकर बाहर झांका | बाहर बीस-पच्चीस आदमियों की भीड़ दिखाई दे रही थी । उनमें कुछ पुलिस वाले भी थे
राज ने पर्दा ठीक किया और फ्रेडरिक की ओर घूमा।

"पुलिस ने यहां तक तुम्हारा पीछा किया है ?" - उसने तीव्र स्वर से पूछा।

"नहीं ।" - फ्रेडरिक दुविधा के भाव में बोला - "पुलिस मेरे पीछे तो जरूर लगी हुई थी लेकिन जहां तक मुझे विश्वास है, उन्होंने मुझे कम्पाउण्ड में घुसते नहीं देखा था ।"

"तुम्हारा विश्वास गलत है, पुलिस बाहर मौजूद है

"फिर भी उन्हें यह नहीं मालूम है कि मैं कौन से काटेज में हूं!"

"वे हर काटेज की तलाशी ले रहे हैं । तुम्हें यहां नहीं आना चाहिये था । तुम्हारे साथ मैं भी फंस जाऊंगा।"

राज का दिमाग तेजी के साथ उस स्थिति से बच निकलने की तरकीब सोच रहा था ।

"पुलिस ने तुम्हारी सूरत देखी है ?" - उसने फ्रेडरिक से पूछा।

"पता नहीं । फिर भी उन्होंने मुझे भागते हुये तो देखा ही है । वे मेरी सूरत न देखें तो भी पहचान सकते हैं । मेरी कटी हुई बांह और आंख पर लगा हुआ पैच ही मेरी शिनाख्त के लिये काफी हैं ।"
राज ने फिर खिड़की से बाहर झांका ।

“एक पुलिसमैन काटेजों की इस ओर की कतार की ओर भी बढ़ रहा है । तुम्हारे पास रिवॉल्वर है ?" - राज ने फ्रेडरिक से पूछा ।

थी । लेकिन भागते हुये रास्ते में कहीं गिर गयी

“ओ हैल !" - राज मुंह बिगाड़कर बोला । उसने अपनी रिवाल्वर निकाल ली और बोला - "मैडम, पुलिस यहां आ रही है । यह रिवाल्वर मैं इस आदमी को दे रहा हूं। अगर आप चिल्लाई या कोई भी ऐसी हकरत की जिससे पुलिस को
आपकी या इस आदमी की मौजूदगी का आभास मिला तो यह आपको शूट कर देगा । अन्डरस्टैण्ड ?"

मार्गरेट ने जल्दी से सहमति में सिर हिलाया ।
"पिछवाड़े चलो।"

तीनों पिछवाड़े की ओर बढे ।
 
पिछले भाग में एक छोटा बरामदा था जिसके एक ओर किचन थी और दूसरी ओर बाथरूम । राज ने बाथरूम का दरवाजा खोला | उसके संकेत पर मार्गरेट और फ्रेडरिक अन्दर चले गये । राज ने रिवाल्वर जान फ्रेडरिक को दे दी और बाथरूम का दरवाजा बाहर से बन्द कर दिया ।

उसी क्षण काटेज की घन्टी बज उठी । राज वापिस ड्राईगरूम में आ गया और खिड़की का पर्दा सरकाकर बाहर झांका | बाहर एक पुलिसमैन और उसकी बगल में एक गंजा अंग्रेज खड़ा था।

राज ने द्वार खोल दिया और स्वाभाविक स्वर से प्रश्न किया - "समथिंग रांग?"

पुलिसमैन बोला - "हम एक आदमी को तलाश कर रहे हैं । उसकी एक बांह कटी हुई है और आंख पर पैच लगा हुआ है । वह हरे रंग का ओवरकोट और काले रंग की फैल्ट पहने हुये था

"मैंने ऐसा कोई आदमी नहीं देखा ।" - राज बोला। "लेकिन तुम कौन हो ?" - एकाएक गंजा बोला

“मैं कौन हूं, क्या मतलब ?"

"मैं आज से पहले तुम्हें यहां नहीं देखा । यह तो मिस टेलर का काटेज है।"

"मैं मिस टेलर का मित्र हूं । मिस टेलर बाजार गई हैं।"

"मिस टेलर मेरी भी मित्र हैं । मेरा नाम हावर्ड है | मैंने तुम्हें पहले यहां कभी नहीं देखा । मिस टेलर वैसे भी काले लोगों की दोस्ती पसंद नहीं करतीं..."
राज ने यूं प्रकट किया जैसे उसे बहुत गुस्सा चढ आया हो । उसने घूरकर गंजे को देखा ।

गंजा घबरा गया।

"ऑफिसर" - राज पुलिसमैन से बोला “मिस टेलर बाजार गई हैं । एक घंटे में लौटेंगी। आप चाहें तो भीतर बैठकर इन्तजार कर सकते हैं । मिस टेलर फैसला कर देंगी कि मैं 'काला
आदमी' उनका दोस्त हूं या नहीं ।"

"उसकी जरूरत नहीं ।" - पुलिसमैन निर्णायात्मक स्वर से बोला - "आपने उस एक हाथ और एक आंख वाले को नहीं देखा न !"

"जी नहीं।"

"दैन थैक्यू ।” - और पुलिसमैन घूमने के लिये मुड़ा।

गंजे ने पुलिसमैन की बांह थाम ली और उसके कान में कुछ फुसफुसाया जिसे सुनकर पुलिसमैन अपनी बांह छुड़ाता हुआ झुंझलाये स्वर से बोला - “क्यों वक्त बरबाद करवा रहे हो ? अगर यह संदिग्ध आदमी है तो हमें इसकी तलाश तो है नहीं ।" पुलिसमैन आगे बढ गया।
गंजा बड़बड़ाता हुआ उसके पीछे चला |

राज ने द्वार बन्द कर लिया और ड्राईगरूम की खिड़की पर पहुंचकर उसने एक सिगरेट सुलगाया । फिर पर्दा थोड़ा-सा सरकाकर वह बाहर झांकने लगा । उसने गंजे को बगल के काटेज में प्रविष्ट होते देखा । कुछ क्षण बाद राज खिड़की से हट गया और पिछले बरामदे में पहुंचा । उसी क्षण कोई काटेज की पिछली दीवार फांदकर पिछले यार्ड में कूदा । राज हड़बड़ा गया । जब वह आदमी सीधा हुआ तो
राज की निगाह उसके चेहरे पर पड़ी । उसने शांति की सांस ली । वह अनिल साहनी था । फिर उसे दीवार पर रोशनी दिखाई दी । अनिल साहनी ने उसे सहारा देकर नीचे उतार लिया ।
दोनों बरामदे में आकर राज की बगल में आ खड़े हुये।

"तुम लोग यहां कैसे ?" - राज ने पूछा। "और कहां जाते ?" - रोशनी बोली - "इधर ही फ्रेडरिक आया था, तुम भी आये थे । अगर हम यहां न आते तो शायद हमारा फिर मिलाप भी नहीं हो पाता ।"
"तुमने बहुत खतरा उठाया । यहां हर कोने में पुलिस मौजूद है।"

“यह खतरा उठाना जरूरी था । फ्रेडरिक कहां है

“यहीं है ।" - राज बोला । उसने बाथरूम का दरवाजा खोला। फ्रेडरिक और मार्गरेट बाहर निकल आये। फ्रेडरिक अभी भी मार्गरेट को कवर किये हुये था

"यह मारिट है ।" - राज बोला - "जार्ज की बहन । इसके कथनानुसार टेलर मर चुका है ।"

"नानसैंस ।" - रोशनी बोली - "टेलर जिन्दा है

उसी क्षण अचानक राज की निगाह बगल के काटेज के बैकयार्ड की ओर उठ गई । दोनों । काटेजों की पिछली दीवार के पीछे हावर्ड खड़ा उनकी ओर देख रहा था।
राज बन्दूक से छूटी गोली की तरह झपटा और दीवार फांदकर उस काटेज में पहुंच गया । हावर्ड अभी बरामदा ही क्रॉस कर पाया था कि राज ने उसे जा दबोचा । उसने एक बांह हावर्ड की गरदन के गिर्द लपेट दी ताकि वह चिल्ला न पाये
और दूसरे हाथ से ताबड़तोड़ पांच-छ: घूसे उसकी पसलियों में जमा दिये ।

हाबर्ड की आंखें उलट गई । उसका निश्चेष्ट शरीर राज की बांहों में लटक गया ।

राज ने उसे वहीं डाल दिया और दीवार के पास पहुंचा और दूसरी ओर खड़े साहनी को संकेत किया ।

रोशनी, फ्रेडरिक और साहनी सब दीवार फांदकर हावर्ड के काटेज में पहुंच गये।

राज ने हावर्ड के निश्चेष्ट शरीर को उसके बैडरूम के पलंग पर डाल दिया और सबके साथ उसके ड्राईगरूम में पहुंच गया।
 
"हावर्ड यहां अकेला ही रहता है ।" - राज बोला - "वह पुलिस का विश्वसनीय व्यक्ति मालूम होता है । वह फ्रेडरिक की तलाश में सहायता कर रहा था । पुलिस को ख्वाब में भी यह नहीं सूझेगी कि हम हावर्ड के काटेज में छुये हुये हैं।"

"लेकिन कोई हावर्ड को पूछने तो यहां आ सकता है ?" - साहनी बोला ।

“आने दो । जब उसे उत्तर नहीं मिलेगा तो यह समझकर चला जायेगा कि वह घर में नहीं है ।"

“अब इरादा क्या है ?" - रोशनी बोली।

"राज के कथनानुसार मेरी ने उसे बताया है" - फ्रेडरिक बोला - "कि डेनवर के पास टेलर का कोई टापू है । उस टापू की खबर मारिट को जरूर होगी । हमें मारिट से उस टापू के बारे में पूछना चाहिये । सम्भव है टेलर वहां छुपा हुआ हो ।"

"लेकिन मार्गरेट कहती है कि टेलर मर चुका है ।" - राज बोला - "और उसको विदेश मंत्रालय द्वारा इस तथ्य की प्रमाणिक सूचना भी मिल
चुकी है।"

"वह बकवास करती है ।" - रोशनी क्रोधित स्वर से बोली - "अगर टेलर मर चुका है तो क्या तौफीक इस्माइल, जे सिंहाकल और तांग पेई उसके भूत द्वारा मारे गये हैं ? क्या मेरी को टेलर के भूत ने सीढियों से धक्का दिया था । मुझे लगता है कि टेलर के इशारे पर ही वह हमें यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि उसका भाई मर चुका है ताकि हम उसकी तलाश करना बन्द कर दें।"
“यह हो सकता है ।" - राज ने स्वीकार किया

"उससे टेलर के टापूका पता पूछो । फिर हम उसे भी अपने साथ ले जायेंगे | हावर्ड के जरिये सबको मालूम हो जायेगा कि मार्गरिट को हम अपने साथ ले गये हैं । यह बात अगर टेलर को मालूम होगी तो वह अपनी बहन की तलाश में हमारे पीछे जरूर आयेगा । फिर हम उससे निपट लेंगे।"

फ्रेडरिक और साहनी ने भी सहमति से सिर हिलाया।

“मैं मार्गरेट से अकेले में बात करना चाहता हूं।" - राज बोला।

"जरूर करो लेकिन उसे यह जरूर बता देना कि जो पूछा जायेगा उसे बताना पड़ेगा । हमें उसकी जुबान जबरदस्ती खुलवाने के तरीके भी आते हैं
राज मार्गरेट को बुला कर बगल के एक कमरे में ले आया और द्वार भीतर से बन्द कर लिया ।

"बैठो ।" - राज बोला। मार्गरेट एक कुर्सी पर बैठ गयी । राज उसके सामने बैठ गया और मीठे स्वर से बोला - "तुम बहुत अच्छी लड़की हो । मैं नहीं चाहता कि तुम्हें इन लोगों के हाथों किसी प्रकार का नुकसान पहुंचे ।"

"लेकिन ये लोग हैं कौन ?" - मार्गरेट ने पूछा । "जान फ्रेडरिक की तरह ये दोनों भी तुम्हारे भाई के नौ साथियों में से हैं । लड़की का नाम रोशनी है और उस लम्बे हिन्दोस्तानी का नाम अनिल साहनी है।"

"ये लोग चाहते क्या हैं ?"

राज कुछ क्षण हिचकिचाया फिर बोला - "ये लोग तुम्हारे भाई की हत्या करना चाहते हैं ।"

"मेरा भाई तो पहले ही मर चुका है ।"

"उन्हें इस बात का विश्वास नहीं है । रोशनी के ख्याल से तुम अपने भाई के कहने पर वह झूठी कहानी सुना रही हो ताकि ये लोग तुम्हारे भाई की तलाश बंद कर दें।"

"लेकिन ये लोग उसकी हत्या करना क्यों चाहते हैं? वह तो इनका साथी था !"

“उसने इन्हें धोखा दिया था । तुम्हारा भाई ही उस दस आदिमयों की टीम की तबाही का कारण है जो चीन में जासूसी कर रही थी।"

"क्या किया था मेरे भाई ने ?"

"उसने अपने साथियों को धोखा दिया । एक साल पहले चीन में तुम्हारा भाई फ्रेडरिक और रोशनी चीनियों की पकड़ में आ गये | चीनियों ने फ्रेडरिक और रोशनी को बुरी तरह टार्चर किया
और उनके लीडर ज्योति विश्वास का पता जानने की कोशिश की लेकिन उन्होंने अपनी जुबान नहीं खोली । फ्रेडरिक की तो उन्होंने एक बांह उखाड़ दी, एक आंख तक निकाल दी लेकिन उसने ज्योति विश्वास का पता नहीं बताया । रोशनी पर भी कम जुल्म नहीं ढाये गये लेकिन उसने भी अपनी जुबान नहीं खोली । फिर बारी आयी तुम्हारे भाई की । लेकिन उस पर कोई जोर-जबरदस्ती करने की जरूरत ही नहीं पडी। उसने टार्चर से पहले ही चीनियों को बता दिया कि ज्योति विश्वास कहां छपा हुआ था । उस गद्दारी का नतीजा यह हुआ कि ज्योति विश्वास और उसके दो सहयोगी - लैला नाम की लड़की और ली ता नान नाम का चीनी मौत के घाट उतार दिये गये । ये तीनों व्यक्ति तुम्हारे भाई से अपने साथियों की मौत का बदला लेना चाहते हैं ।"
"लेकिन यह झूठ है" - मारिट तीव्र स्वर में बोली - "असम्भव है । मेरा भाई ऐसा नहीं कर सकता | वह गद्दार नहीं । वह कमजोर दिल इन्सान नहीं | वह किसी को धोखा नहीं दे सकता ।"

"लेकिन उसने धोखा दिया ।"

"मुझे विश्वास नहीं ।"

"तुम्हारे विश्वास करने या न करने से कुछ नहीं होता । इन लोगों को तुम्हारे भाई की गद्दारी पर विश्वास है।"

"और तुम्हें भी ?"

राज चुप रहा।
 
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