XXX Kahani जोरू का गुलाम या जे के जी - Page 22 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

XXX Kahani जोरू का गुलाम या जे के जी

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]उनकी सास बनी मेरी सास[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-124823798-373549123900556-4141568815513203958-n.jpg
[/font]






[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]दस मिनट बाद बाथरूम के पीछे के दरवाजे के खुलने की आवाज आयी।



मैं और मम्मी दोनों बेडरूम ही थे , पहले से पूरी तरह तैयार। आल लाइट्स आफ , नाइट लैम्प भी।


और करीब पंद्रह मिनट बाद , उनकी आवाज आयी मेरी सास का नाम ले ले के जोर जोर से सडका मारने की और साथ में उह्ह्ह ओह्ह ,एकदम गरम थे वो।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
jerking.gif
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मैंने मुस्करा के माँ की ओर उनकी सास की ओर देखा ,



और थोड़ी देर बाद जब बाथरूम से बेडरूम का दरवाजा खुला ,

वो सिर्फ ब्लाइंड फोल्ड पहने और औजार एकदम पागल ,पूरी तरह खड़ा ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
blindfold.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


मैं दरवाजे के बगल में ही थी ,उन्हें पकड़ के सहारा देकर सीधे डबल बेड पर लाने के लिए ,



जहां मेरी सास बनी उनकी सास


इन्तजार कर रहीं थी ,एकदम उन्ही की हालत में ,बेताब ।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-Backless-126131941-4044088485635294-9015401169906746429-o.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


……और मैं उन्हें पकड़के सीधे पलंग पर ले आयी , एक तो अँधेरा था ,ऊपर से काला फोल्ड, उन्हें कुछ दिखने का सवाल ही नहीं था।


" अरे जरा मातृभूमि का स्वाद तो ले "

मैंने उन्हें खुली चिकनी मोटी मोटी मखमली जाँघों के बीच झुकाते हुए बोला।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-Backless-124065068-154339243075045-5484445001169639023-o.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

बुर वैसी ही गीली हो रही थी , उसकी रसीली महुए दारु सी महक ,


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Mummy-147145-13.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


अगले ही पल उनके होंठ चुम्बक से सीधे भोंसड़ी से चिपक गए।

चूत चटोरे तो वो पैदायशी थे ,और भोंसडे की महक ,उसके स्वाद का लालच, बस।



जो उनकी आदत थी , आग भड़काने की , ....


पहले तो उन्होंने अपनी मांसल जीभ की नोक से हलके हलके , रसीली बुर के दोनों मांसल पपोटों के बाहरी ओर ,

और फिर बाज की तरह हलके से उनके होंठ जैसे झपट्टा मार के सीधे रस में गीली बुर के ऊपर, और उतनी ही तेजी से दूर हो गए।

भोंसडे के रस की गमक के साथ सिसकियों से कमरा गूँज उठा।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Pussy-licking-man-tumblr-o89jy1zn-J11ujuybio2-500.gif
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और उन्होंने गियर चेंज कर दिया ,
अब उनकी जीभ रसीली बुर की दोनों फांको के बीच कभी गोल गोल कभी आगे पीछे
और साथ में जैसे कोई लन्ड से चोद रहा हो ,अंदर बाहर ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Pussy-licking-M-tumblr-n3tcv62m-Fm1qaoeoqo1-400.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

उसका असर हुआ ,सिसकियाँ सिर्फ तेज नही हुयी बल्कि चूतड़ भी तेजी से ऊपर नीचे,


और अब उनकी उँगलियाँ भी कभी बुर को रगडती मसलती तो कभी क्लीट को नोच लेते

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
pussy-clit-tumblr-ndlejxayco1rm4a5do7-500.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और तेजी से निकलती सिसकियों के बीच बीच में , हलकी हलकी मस्ती की चीखें


उफ़ ओह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह उई उई

' माँ 'की आवाज चीखों और सिसकियों के बीच,



" अरे मुन्ना बहुत मस्त चूस रहे हो ,बहुत दिन से मन था तुझसे चुसवाने का चटवाने का ,ओह्ह उईईई "


लेकिन उनके होंठ तो ' माँ ' की बुर से चिपके थे ,हाँ कान जरूर खुले थे. कान पारे वो हर बात सुन रहे थे।[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
pussy-licking-G.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]'माँ'-बेटे का संवाद चालू हो गया था।


" बहुत दिन से मन था मेरा मुन्ना ,हाँ हाँ मुन्ना ऐसे ही चूस न , ओह्ह ओह्ह हाँ हाँ "


और साथ साथ उनके हाथों ने जोर से उनका पकड़ कर भोंसड़ी पर रगड़ना शुरू करदिया।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-boobs-aa.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



" ओह्ह सिर्फ चुस्वाने का ही नहीं तुझे अपने ऊपर चढाने का भी ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]अरे शुरू से जब तेरी नूनी थी ,खोल खोल के मैं बिना नागा कड़वा तेल लगाती थी और चारो और भी, मुन्ना "[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]उन्होंने और जोर जोर से चूस के जैसे हामी भरी की उन्हें अच्छी तरह याद है।

" अरे जब तुम थोड़े बड़े होगये थे मुन्ना ,स्कूल जाने लगे थे ,तब भी याद है तू कितना चिढ़ता था ,शरमाता झिझकता था ,

तब भी ,तुझे लिटा के ,अपनी जाँघों के नीचे जबरदस्ती दबा के , याद है मुन्ना , तेरी नेकर सरका के , खोल के ,कडुवा तेल , ...

और एक बार तेरी बुआ ,

अरे तुझसे ६-७ साल ही तो बड़ी है वो उस समय शायद दसवीं ग्यारहवीं में पढ़ती थी ,

कच्चे कच्चे टिकोरे आ गये थे ,हो गए थे मिजवाने लायक, वो आ गयी उसी समय और मुझे तेरे तेल लगाते देख के चिढा के बोली की[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]"भौजी इतना तेल लगा रही हो की एकदम मस्त कड़क मोटा हथियार हो मेरे भतीजे का ,इसे अंदर लेने का इरादा है क्या। "[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
school-1e2c61aa812fadeb1704ef298cb74355.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

याद है तुझे ,मैंने पलट के तेरी बुआ को बोला था ,

"अरे तो उसमें गड़बड़ क्या है , मेरा प्यारा प्यारा मुन्ना है मैं चाहे जो करूँ , और सुन तेरा मन है तो तू ही नेवान कर लेना।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]बुआ भतीजे का तो खुल्लम खुल्ला चलता है। "[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]अब पल भर के लिए उन्होंने भोंसड़ी से मुंह हटा के झिझकते हुए माना ,

" हाँ याद है, बुआ मुझे बहुत चिढाती थी मुझे , "[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
school-girl-friendsmanianetschoolcollegegirls10.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और फिर अपने काम में लग गए , भोंसड़ी चूसने के ,




लेकिन ' माँ ' -बेटा संवाद जारी था।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,] माँ ' -बेटा संवाद '[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
boobs-jethani-champa-15095573-132538260557328-79165503984823502-n.jpg
[/font]






[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
अब पल भर के लिए उन्होंने भोंसड़ी से मुंह हटा के झिझकते हुए माना ,


" हाँ याद है, बुआ मुझे बहुत चिढाती थी मुझे , '

और फिर अपने काम में लग गए , भोंसड़ी चूसने के ,


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Pussy-licking-M-19630368.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


लेकिन ' माँ ' -बेटा संवाद जारी था।


माँ ने समझाया ,

" अरे तू समझता नहीं अपनी बुआ को , वो लाइन मारती थी तेरे पे , मुझसे भी कई बार बोली , भाभी कच्चा केला खाने का मन करता है तो मैं बोली पटा ले ,खोल ले खा ले।[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
अरे तेरी बुआ तो बचपन से चलती थी , जब से कच्चे कच्चे टिकोरे आये थे , नौवीं में थी ,तब से ही दबवाने मिजवाने लगी थी।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Girl-a0ea21b4e83e420067614039c6e65952.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मेरी ससुराल वालियों की साली झांटे बाद में आती है लेकिन चूत में खुजली पहले मचनी लगती है ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और ऊपर से तेरी बुआ थी भी मस्त माल। '



'सच में बुआ मुझे भी ,... जब कालेज से लौटती थीं तो मेरा गाल जोर से चिकोट लेती

तो कभी चिढाते हुए मेरी नेकर खींचने की कोशिश करती। "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
school-girl-J-anaswara-kumar-new-photo-school-uniform-03.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

उन्होंने भी कबूल किया ,

बुआ की बात से बात बदल कर वो बोलीं ,


"लेकिन ये भी तो बोल तू भी तो मुझे देख के मुट्ठ मारता था , है न "



अब शरमाने की बारी उनकी थी ,

" नहीं नहीं हाँ , बस एक दो बार , "

झिझकते हुए उन्होंने कबूल किया।

" झूठे " जोर से डांट पड़ी उन्हें ,


" रोज मेरी ब्रा में तेरी मलाई रहती थी। "


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
boobs-B41-F2-B3-D-3347-4466-9-D64-DC235-DA939-BA.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



वो बिचारे घबड़ा गए लेकिन उन्हें पकड़ के ऊपर ,...

अब उनके होंठ सीधे गद्दर रसीले जोबन पे ,और जैसे कोई छोटे बच्चे को दुद्धू पिलाये , उनके होंठों के बीच बड़े बड़े निपल ठूंस दिए , ...





गाल पे एक चपत पड़ी सो अलग।



" अरे घबड़ा काहें रहे हो , इसमें क्या , ...अरे मैं जान बूझ के तुझसे पहले नहाने जाती थी और अपनी ब्रा खूँटी पे छोड़ देती थी , फिर तुझे भेजती थी , मुझे ,मालुम था तू , ब्रा के अंदर मुट्ठ मारने को तड़प रहा होगा। "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bra-white.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

" फिर आपको गुस्सा नहीं आता था , धोना पड़ता होगा। "

" गुस्सा क्यों आएगा , अरे जवान होता लड़का ,सब लड़के उस उम्र में मुट्ठ मारते हैं ,तेरी बस रेख आ रही थी , और धोऊंगी क्यों , मेरे मुन्ना की सोना मोना की गाढ़ी मेहनत की मलाई मैं तो बहुत प्यार से उसे ऐसे ही पहन लेती थी।

वो जो थक्केदार मेरे उभारों पर लगती थी गीली गीली बहुत अच्छा लगता था।



और तू कितनी देर मुट्ठ मारता था तो निकलती थी मलाई ,देख के ही मन खुश हो जाता था। "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bra-MIL-soa3e6861b48cf3078849e6c281e9b86f18-16.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


वो बोलीं।


फिर सोच कर पिघलती बोलीं ,

' उस उम्र में तेरी कित्ती ढेर सारी गरम गरम गाढ़ी थक्केदार मलाई निकलती थी , सोच के ही गीली हो जाती है।[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और जब चपड़ चपड़ वो थक्केदार सफ़ेद मलाई मेरी छाती पे , ... इत्ता अच्छा लगता था , सोचती थी एकदिन जिन कबूतरों के बारे में सोच सोच के तू मुट्ठ मारता है न बस

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
tit-fuck-16828578.gif
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]एक दिन तुझे पकड़ के जबरदस्ती उन्ही कबूतरों में दबा दबा के तेरा सारा माल निकालूंगी। "

तो निकाला क्यों नहीं ,वो बुरा सा मुंह बना के बोले।

" अरे हर चीज का टाइम होता है , एक तो तू इत्ता लौंडियों की तरह शरमाता झिझकता था ,[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
मुझे लगा की अगर कहीं घबड़ा के तूने मेरी ब्रा में मुट्ठ मारना बंद कर दिया तो अभी जो तेरी मलाई का स्वाद मेरे जोबन को मिलता है वो भी बंद हो जाएगा।

फिर लगता था की कहीं उस तेरी छिनार बुआ ने देख लिया तो ,... वो भी तेरे बारे में सोच सोच के ऊँगली करती थी ,

पर चल आज मौक़ा मिला है न अब रोज तेरी पिचकारी से अपनी छाती से दबा दबा के ,

आज मौक़ा मिल गया है न दबा कस के ,जैसे मुट्ठ मारते समय सोचते थे ,... "
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
उन्हें जवाब मिला और खींच के उनके हाथ ३६ डी डी पर



"लेकिन आप , आप कैसे देखतीं थी। "

घबड़ा के वो बोल पड़े। पर उनके दोनों हाथ बड़ी बड़ी चूँचियों को गूंथने में ज़रा भी नहीं हिचक रहे थे।



" अरे जिधर से तू देखता था , बाथरूम के दरवाजे में जो छेद तूने बनाया था , मुझे नहाते देखने को , बस उसी छेद से बिना नागा मुट्ठ मारता था मेरी ब्रा में । "

हँसते हुए उन्होंने बोला और फिर उनके गाल सहलाते पूछ लिया ,

" मुन्ना तू ब्रा में लपेट के मुट्ठ मारता था तुझे ब्रा अच्छी लगती थी या , ... "

उन्होंने चिढाते हुए उनके कान का पान बनाते हुए पूछा।

" वो ब्रा , ब्रा के अंदर , वो ,... " वो हकला रहे थे।

" अरे साफ़ साफ़ बोल न , मुझे तो बहुत अच्छा लगता था ये सोच सोच के की तुझे मेरी , बोल न। "

" वो आपकी चूंची , " हिम्मत करके मुंह खुला उनका।

" तो ले ले न ,क्या अब भी मुट्ठ मार के काम चलाएगा। "

और ' माँ' ने खुद उनका हाथ पकड़ के गदराई बड़ी बड़ी कड़ी कड़ी चूंची पे रख दिया ,और अब वो खुल के दबाने मसलने लगे।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मातृभूमि[/font][font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,] [/font][font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]की सेवा[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-tumblr-0e9251eae91adfaeff7f19c120828624-cc997c8a-640.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]" तो ले ले न ,क्या अब भी मुट्ठ मार के काम चलाएगा। "


और ' माँ' ने खुद उनका हाथ पकड़ के गदराई बड़ी बड़ी कड़ी कड़ी चूंची पे रख दिया ,और अब वो खुल के दबाने मसलने लगे।

" यही मन करता था न तेरा ,उस समय भी जब मुझे नहाते देखता था "

चिढाते हुए फिर पूछा उन्होंने और साथ ही उनका तन्नाया खूँटा पकड़ के मसलने रगडने लगीं।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-AK-BOOBS-1896184-196-a818.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और मुठियाते हुए बोलीं ,

" मुन्ना ,ये इत्ता मोटा तगड़ा जबरदस्त इसी लिए हुआ है की बचपन में मैं इतना कडुवा तेल इसे पिलाया ,[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
holding-cock-jkg-3.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जम कर मल मल कर मालिश की इसकी। और मैं बस यही सोचती थी की बड़ा हो के जब खूब टनाटन होगा न तो एकदिन , .... "

और ये कहते हुए उन्होंने अपने अंगूठे से उनके सुपाड़े को जोर से रगड़ दिया।

वो जोर से सिसक उठे।[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]" तलवार तो तेरी जबरदस्त है , ज़रा चला के तो दिखाओ। आ न बचपन से तेरा मन करता था न चल आ आज तुझे असल में मादरचोद बनाती हूँ , आ मेरे ऊपर।[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
holding-cock-qq12328831.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]अगर असल में अपनी माँ का बेटा है न माँ का दूध पिया तो आज मेरे भोंसडे के परखच्चे उड़ा देगा ,चल न , पेल दे। "





बस इतना कहना काफी था ,और भले ही ब्लाइंड फोल्ड बंधा था ,


लेकिन दोनों लंबी लंबी गोरी टाँगे उनके कंधे पे ,लन्ड सीधे बुर के मुहाने पे और दोनों हाथ बड़ी बड़ी चूँचियों पे ,

पहले धक्के पे ही आधा लन्ड अंदर , और नीचे से भी चूतड़ उठा के जवाब मिला।

" चोद मुन्ना चोद , चोद माँ को तेरा बहुत मन करता न मादरचोद बनने को , और मेरा भी मन करता था तुझे मादरचोद बनाने को ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Fucking-G-ruff-17221178.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]चल चोद रगड़ रगड़ के। '


कुछ ही देर में बातें बंद थी सिर्फ रगड़घिस चालु थी , चूँचियों की बुर की ,


उनका मोटा लन्ड पिस्टन की तरह भोंसड़ी के अदंर सटासट ,लन्ड का बेस सीधे क्लीट पे


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Fucking-G-ruff-tumblr-m6z3jrm-Zi-Y1r9jrf8o1-500.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

होंठ जोबन का रस ले रहे थे तो कभी कचकचा के निपल काट लेते।और तभी उन्होंने दोनों चूंचियां पकड़ के ,

आलमोस्ट लन्ड पूरा बाहर निकाल के जो करारा धक्का मारा तो जैसे उनकी चूलें ढीली हो गयी ,

और एक बार फिर वो बोल पड़ी,

" अरे , मादरचोद , ओह्ह आज पता चल रहा है भोंसडे से एक मर्द को निकाला है , रगड़ के रख दिया तूने। बचपन से जो खोल खोल के मैंने इसमें तेल लगाया था आज सुफल हुआ।[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Fucking-close-up-17378912.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]अरे ये धक्का अपने बूआ की बुर में मारो न तो पता चले उस छिनार को बचपन से मेरे मुन्ने को देख के ललचाती रहती थी। "[/font]
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

बूआ का नाम सुनते ही जैसे उनका जोश दस गुना हो गया और फिर तो क्या कोई धुनिया रुई धुनेगा, जिस तरह उन्होंने

और जवाब भी उसी तरह ,

'अरे सिर्फ तेरी बुआ क्या , तेरी मौसी , तेरी चाची सब मेरे मुन्ने के इस मोटे लन्ड के लिए मचल रही हैं ,"[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-tumblr-mhbhxl-FNrt1rbq0iso1-400-1.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]उनके सीने पे मोटी मोटी चूंचियां रगडती वो बोलीं।


( उनके बाथरूम के छेद में से देखने की बात , ब्रा में मुट्ठ मारने की बात , उनकी बुआ की बातें सारी की सारी सोलह आने सही थीं। यहाँ तक की मम्मी की समधन की उन्हें मुट्ठ मारते हुए देखने की बात भी ,...
हुआ ये की तिजहरिया को जो मेरी सास का फोन आया तो मम्मी ने उनसे सारी बातें उगलवा ली ).



सारी रात , बार बार ,

आह से आह्हा तक ,

पोज बदल बदल कर ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Fucking-G-ruff-tumblr-pef0rm8q5-W1xv9pwyo1-540.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


उनके 'मातृ प्रेम ' का एक नया रूप , चाहे मैं और मॉम हो या मंजू -गीता , माँ का नाम लेके जो उन्हें चिढाते थे ,गालियां देते थे ,

आज सच में ,

दूसरे राउंड में , जब वो निहुरा के ,झुका के अपनी फेवरिट डॉगी पोज में ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-doggy-ruff-tumblr-p6nwhr-EOk-C1wgsvito1-540.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


सटासट सटासट ,घचाघच घचाघच ,पूरी ताकत से , तो खुद उन्होंने

सब कुछ उगल दिया , उनके मन की बात , कैशोर्य की फैंटेसीज

क्या उनको भाता था ,


और जो तिजहरिया को मम्मी ने मेरी सासू को बातों में बहला फुसला के, पता किया था ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-Jethani-103462902-638212580375399-3142991529040417070-n.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


अपनी समधन से उगलवाया था , सब कुछ एकदम उस से मेल खाता था।


रोल प्ले में तो मम्मी का जवाब नहीं था , मेरी सास बनी वो हर धक्के का जवाब धक्के से , और खुद उकसा उकसा के




उनके कैशोर्य की बातों को याद दिला दिला के , और जोश दिला रही थीं।[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मादर...[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-girls-dp-for-whatsapp-facebook-1723.jpg
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]( उनके बाथरूम के छेद में से देखने की बात , ब्रा में मुट्ठ मारने की बात , उनकी बुआ की बातें सारी की सारी सोलह आने सही थीं। यहाँ तक की मम्मी की समधन की उन्हें मुट्ठ मारते हुए देखने की बात भी ,...


हुआ ये की तिजहरिया को जो मेरी सास का फोन आया तो मम्मी ने उनसे सारी बातें उगलवा ली ).

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-07-EAD1-B3-4848-4478-892-F-B45370657-C38.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

सारी रात , बार बार ,

आह से आह्हा तक ,


पोज बदल बदल कर ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-side-ways-tumblr-b81b1d20e0def8be1ba1a1469a0e3b74-28643704-500.webp
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



उनके 'मातृ प्रेम ' का एक नया रूप ,

चाहे मैं और मॉम हो या मंजू -गीता , माँ का नाम लेके जो उन्हें चिढाते थे ,

गालियां देते थे ,

आज सच में ,

दूसरे राउंड में ,


जब वो निहुरा के ,झुका के अपनी फेवरिट डॉगी पोज में ,


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-doggy-tumblr-ovik33-JCr-C1vb90roo1-500.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

सटासट सटासट ,घचाघच घचाघच ,पूरी ताकत से ,


तो खुद उन्होंने

सब कुछ उगल दिया , उनके मन की बात , कैशोर्य की फैंटेसीज



क्या उनको भाता था ,


और जो तिजहरिया को मम्मी ने मेरी सासू को बातों में बहला फुसला के, पता किया था ,

अपनी समधन से उगलवाया था , सब कुछ एकदम उस से मेल खाता था।


रोल प्ले में तो मम्मी का जवाब नहीं था ,

मेरी सास बनी वो हर धक्के का जवाब धक्के से , और खुद उकसा उकसा के


उनके कैशोर्य की बातों को याद दिला दिला के , और जोश दिला रही थीं।



उनका असली रंग अगले राउंड में देखने को मिला , ...


शुरू में तो मेरी सास बनी उनकी सास रोल प्ले कर रही थीं , उन्हें उकसा रही थीं ,

और उनके आँखों में ब्लाइंड फोल्ड भी लगा था , कमरे में पूरा अँधेरा था

लेकिन अगली बार , ...

ब्लाइंड फोल्ड उतर गया था हाँ कमरे में अँधेरा अभी था , ...


असल में प्लानिंग ये मम्मी की ही थी , अपने दामाद को अपनी समधन पर चढाने की , ...

मैं तो सिर्फ उन्हें उनके बचपन के माल पर चढ़ा कर , ... उसकी कोरी कच्ची कली उन्ही से फड़वाकर ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
aa741ea64141d4d874e2072c7a227566.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लेकिन मैंने भी देखा उन्हें एम आई एल ऍफ़ पसंद थी ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-104480969-374449980180986-3165964182941316625-n.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


और अपनी सास को लेकर जब भी मम्मी उन्हें चिढ़ाती थीं ,

उनका एकदम टनटना जाता था ,


फिर तो मैं भी , और फिर मंजू भी , और उसकी बेटी गीता भी , ...

जिस रात वो गीता और मंजू के साथ , ...


गीता खूब उन्हें मादरचोद कह के चिढ़ाती ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Geeta-bcfc7830101b88acde98f3ebb2d5c69c.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



जरा माँ के भोसड़े में मुंह मार ले , ...


कह कर उकसाती ,...


मम्मी ने अपनी समधन को भी , और वो भी , मामला मज़ाक से असलियत में बदल गया।

बस , मम्मी ने अपनी समधन से बात करके , ...

फिर तो कुछ सच , कुछ फैंटेसी , कुछ उनकी दबी छिपी इच्छाएं ,


सब कुछ मेरी सास बनी उनकी सास ने सब उगलवा लिया , ...[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-saree.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मम्मी ने मुझे बोला था ,

की बस एक बार ये खुल के सोचे न की वो अपनी माँ चोद रहा है , तेरे सामने बोल बोल के ,

मजे ले ले के अपनी माँ को चोदेगा न देखना एक दिन सच में तेरे सामने ही अपनी माँ चोदेगा ये , ...

बस , ...

और अब जब तय हो गया था की मेरे इनके मायके से आने के आठ दस दिन बाद मम्मी खुद इनकी माँ को लेकर आएँगी ,

तो बस ये तो अब ,...

और आज जिस तरह से , ये खुल के ,...

लेकिन सेकडं राउंड में अपनी सास को मेरी सास समझ के , अपनी फेवरिट पोज में , ... डॉगी पोज़ में

और अब वो ज्यादा बोल रहे थे ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-doggy-13562557.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मम्मी सिर्फ उकसा रही थीं , मम्मी उन्हें मुन्ना कह के बुला रही थीं ( जो मेरी सास का उनके लिए पेट नेम था और वही सिर्फ ये नाम लेती थीं ),

" मुन्ना अच्छा बोल तुझे मेरी कौन सी चीज अच्छी लगती थी , क्या सोच के मुट्ठ मारता था? " मम्मी ने छेड़ा ,


और फिर तो वो चालू हो गए ,

" माँ वो आपकी , वो आपके , ... " वो थोड़ा हकलाए और डांट पड़ गयी , ...


" मुन्ना पिटेगा तू मेरे हाथ से , माँ चोदने में लाज नहीं लग रही और बोलने में , ... बोल खुल के , ... "

उनके साथ यही प्रॉब्लम थी , झिझक हिचक ,.. लेकिन उनकी सास थीं न , उनकी ' लैंग्वेज ' सुधारने के लिए ,

वो अब खुल के बोलने लगे ,

" माँ , वो आपके उभार , आपकी चूँची ,... सच में बहुत , ... इसलिए तो मैं आपकी ब्रा में मुट्ठ मारता था ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
boobs-MIL-tumblr-p8t7r6ni691v2ao5to3-540.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

लगता था की आपकी बड़ी बड़ी चूँची पर मुट्ठ मार रहा हूँ ,


मन करता था कचकचा के दोनों जोबन कस के दबा दूँ , रगड़ दूँ , मल दूँ , चूस लूँ कस के के , ... "

और जैसे वो उन दिनों में लौट गए , कस के दोनों उभार दबाने लगे , रगड़ने लगे झुकी हुयी अपनी सास को मेरी सास समझ कर ,

उनके दोनों उभार मसलते रगड़ते हचक हचक के चोद रहे थे , दोनों निपल कस के पुल कर रहे थे ,

" सच में आपके उभार , आपकी दोनों चूँचियाँ , ...[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जब मैं पढ़ता था न तब भी वो सोच सोच के मेरा टनटना जाता था , मेरा वो , ... मेरा लंड खड़ा हो जाता था ,

मेरा मन करता था माँ की कभी मौका मिले तो आपकी दोनों चूँची पकड़ के , कस के हचक हचक के पेल दूँ , पूरा , ...



[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
boobs-big-tumblr-fc543d51323829852d9bcf296777c9a3-909de819-2048.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

पढ़ते समय भी मेरा मन मुट्ठ मारने का करता था लेकिन मैं किसी तरह सोचता था , ...

बस कल आपके नहाने के समय बाथरूम में छेद से देखूंगा , ...
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और फिर बाद में आपकी वो ३६ नंबर वाली ब्रा में लंड को , ... मुट्ठ मारूंगा , ... "[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bra-and-panties-17.jpg
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
मैं सोच रही थी , घबड़ा मत मेरे बालम , ... मन तो कर रहा था बोल दूँ , ...
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-tumblr-959eda185c8976030a3a02d1b72d5d82-e736d33f-540.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
बस कुछ दिन की बात है , ये सारे सपने तेरे सच होंगे , इसी बिस्तर पर पे मेरे सामने चोदेगा तू अपनी माँ को , ... मैं अपने हाथ से तेरा खूंटा पकड़ के तेरी माँ के भोंसडे में लगाउंगी , ...



लेकिन मम्मी ने मना किया था की मैं कुछ मत बोलूं , बस मजे लूँ और मोबाइल पर 'माँ बेटे' का संवाद रिकार्ड करू

और अब वो हचक हचक के चोद रहे थे , मेरी सास बनी अपनी सास को , ...



ब्लाइंड फोल्ड भले ही मैंने उतार दिया था , लेकिन एक तो घुप अंधेरा था , दूसरे दो समय उनकी आँखे एकदम बंद हो जाती थी ,[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]माँ की ,...[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
MIL-LARGE-geet-shah-yellow-saree31.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मैं सोच रही थी , घबड़ा मत मेरे बालम , ... मन तो कर रहा था बोल दूँ , ...बस कुछ दिन की बात है , ये सारे सपने तेरे सच होंगे , इसी बिस्तर पर पे मेरे सामने ,

चोदेगा तू अपनी माँ को , ...[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मैं अपने हाथ से तेरा खूंटा पकड़ के तेरी माँ के भोंसडे में लगाउंगी , ...


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-213114cf95e56ccb45690330cd81ea79.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


लेकिन मम्मी ने मना किया था की मैं कुछ मत बोलूं ,

बस मजे लूँ और मोबाइल पर 'माँ बेटे' का संवाद रिकार्ड करू

और अब वो हचक हचक के चोद रहे थे , मेरी सास बनी अपनी सास को , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-ruff-J-tumblr-nzoih1-E4-Kq1ut7eizo1-500.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


ब्लाइंड फोल्ड भले ही मैंने उतार दिया था , लेकिन एक तो घुप अंधेरा था , दूसरे दो समय उनकी आँखे एकदम बंद हो जाती थी ,

जब वो खूब मस्त होके चोदते थे और दूसरे[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जब वो सु सु करते थे , ...


और वो सोच यही रहे थे की अपनी माँ चोद रहे हैं ,

बहुत कम बार इतने हचक हचक के चोदते मैंने देखा था उन्हें[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-ruff-j-tumblr-ncjvwwl-Td-K1smcfy6o1-500.gif
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
कस के वो दोनों हाथों से उभार रगड़ रहे थे

और झुकी हुयी उनकी माँ बनी , सास के ,

एकदम फुल स्पीड से ,


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
CU-fucking-19437736.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


हर दूसरे तोसरे धक्के के बाद उनका बांस सीधे बच्चेदानी पर धक्का मार रहा था ,

कुछ तो मेरी और मेरी मम्मी की मेहनत , और उससे ज्यादा गीता की पहलौठी के दूध का कमाल ,

पहले भी वो बिना मुझे झाड़े कभी नहीं झड़े , लेकिन अब तो , ... बिना तीन बार झाड़े ,...

और एकदम जैसा मजमे वाले कहते हैं न एकदम लोहे का खम्भा , टनाटन

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-hard-bw-G.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मेरी सास बनी मम्मी , मजे से सिसक रही थीं ,


उनके धक्के का जवाब धक्के से दे रही थीं , कभी कस कस के निचोड़ रहे थीं अपने दामाद के खूंटे को अपनी बिल में

और अब वो खुद पूछ रहे थे ,

" क्यों माँ कैसा लग रहा है ,

जवाब में मेरी सास बनी उनकी सास ने जोर से सिसकी भरी , ...



और मारे जोश के , ...

मंजू ने उनको एक से एक ट्रिक सिखा दिया था , ...

सच में नम्बरी छिनार थी वो , ...

अपने दोनों पैरों से पहले तो उन्होंने झुकी मम्मी की दोनों टाँगे फैलायीं ,

फिर जब खूंटा उनका एकदम जड़ तक गड़ा था , अपने दोनों टांगों के बीच में मम्मी की टांगों को एकदम दबोच लिया ,

उनकी दोनों टाँगे , जाँघे एकदम चिपक गयी थीं ,

मंजू ने उन्हें सिखाया था , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Fucking-doggy-CU-14916228.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]इस स्टाइल में कोई चार चार बच्चे जनने वाली भोंसडी वाली हो तो उसे भी गौने की रात याद आ जाएगी , चीख निकल जायेगी ,

मेरी मम्मी ने तो सिर्फ मुझे जना था , और वो भी सिजेरियन , ...

जब तक उन्होंने बाहर निकाला ,

आलमोस्ट आधा सुपाड़ा , भी , ... और पूरी ताकत से धक्का मारा , ... दोनों टांगों मम्मी की उनकी टांगों के बीच एकदम कस के दबोच रखी थी , जाँघे एकदम चिपकी , बुर एकदम सटी कसी , और

दोनों जोबन पकड़ के वो करारा धक्का मारा ,
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-doggy-tumblr-o2p09ikz-Ru1uklrrho1-400.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


रगड़ते , दरेररते , घसीटते , एकदम आधा ४ इंच से ज्यादा , पहले धक्के में ,

मम्मी की चीख निकल गयी , ...

( सच में , मुझे बहुत मजा आया ,

शादी के बाद रोज मुझसे पूछती थी , क्यों कैसा है मेरा दामाद , ...


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Joru-K-0f25da48ac5bc64adfd5301df6fe34f9.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मुझे मालूम था वो असल में क्या पूछना चाहती हैं , मम्मी से ज्यादा मेरी सहेली थीं , वो और मैंने एक दिन बोल ही दिया , ...

अरे मम्मी एक दिन आइये न खुद देख लीजियेगा , ...
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-Sajal-Ali-Latest-Pics.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




और जवाब में बोलीं वो , ... वो भी न , ..

.एकदम छोडुंगी नहीं , और शरमायेगा ज्यादा तो रेप कर दूंगीं उसका

और आज उनको सच में पता चलगया था की उनका दमाद रोज उनकी बेटी के कैसे परखच्चे उडाता है )

लेकिन वो रुके नहीं , मम्मी चीखती रहीं वो धक्के मारते रहे ,

तीसरे धक्के में उनका खूंटा सीधे उनकी सास की बच्चेदानी पर जहां से मैं निकली थी ,



और मम्मी कांपने लगी ,

वो चीखती रहीं , सिसकती रहीं ,

और वो धक्के मारते रहे , चोदते रहे बिना रुके उन्हें उसी तरह निहुराये , कुतिया बनाये ,

अपनी टांगों के बीच उनकी टांगों को दबोचे ,

मम्मी की बुर छिल रही थी , रगड़ रही थी ,



मम्मी झड़ रही थीं , जोर जोर से

और वो अभी भी ये समझ रहे थे की जैसे अपनी माँ चोद रहे हों , वो अभी भी बोल रहे थे ,

ले माँ ले , बोल मजा आ रहा है ,

मम्मी अब बोलने की हालत में नहीं थी ,

झाड़ झाड़ कर उन्होंने एकदम उन्हें थेथर कर दिया था ,

और उनके झड़ने का सवाल नहीं था



उनका मूसल वैसा ही कड़ा , टनाटन , पत्थर ऐसा , धक्के धक्के पर धक्का ,

हाँ जब उन्होंने देखा की मम्मी एकदम थेथर हो गयी हैं , तो बिना एक इंच भी बाहर निकाले उन्होंने आसन बदल लिया ,[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मलाई , गाढ़ी , थक्केदार[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-16298436.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]




जब उन्होंने देखा की मम्मी एकदम थेथर हो गयी हैं , तो बिना एक इंच भी बाहर निकाले उन्होंने आसन बदल लिया ,


अब मेरी सास बनी उनकी सास उनके नीचे , टाँगे , जाँघे एकदम फैली ,


और उन्होंने उनके चूतड़ के नीचे तकिया कुशन लगा के एकदम उठा दिया था ,

धक्के उनके अब रुके लेकिन होंठ और हाथ चालू हो गए ,

जिस जोबन के वो दीवाने थे ,

अब उनके होंठ के बीच , चुसूर चुसूर चूस रहे थे वो अपनी सास की चूँची ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
nip-suck-18602421.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


जीभ से निप्स फ्लिक करते और दूसरा जोबन उनके हाथ के नीचे कुचला मसला जा रहा था ,

लंड एकदम जड़ तक धंसा था , लोहे की तरह कड़ा ,

और दूसरा हाथ , अब पहले तो कुछ देर फैली जांघों को सहला रहे थे , और धीरे धीरे उनका हाथ जादू के बटन की ओर ,



क्लिट छेड़ने के मामले में तो वो एकदम एक्सपर्ट थे , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
pussy-clitoris-close-up-pics-600x400.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

बस पहले तो उनका अंगूठा , कुछ देर तक तो मम्मी की क्लिट वो हलके हलके दबाते रहे फिर अंगूठे और तर्जनी के बीच ,



उनकी सास की हालत खराब , वो सिसक रही थीं चूतड़ पटक रही थीं , मोटा खूंटा दामाद का अंदर धंसा हुआ था ,

" करो न " हलके से वो बोलीं ,


लेकिन दामाद भी उनका अब एकदम उन्ही की तरह , ... उन्होंने निप्स और क्लिट दोनों कस कस के मसलना शुरू कर दिया ,

मम्मी को भी याद आया की वो तो इनकी माँ बनी है ,


एकदम मेरी सास की आवाज में ,

कोई कह नहीं सकता था की किसी और की आवाज है ,

" मुन्ना कर न , चोद न अपनी माँ को , "

बस फिर तो वो एकदम तूफ़ान मेल हो गए , धक्के पर धक्का , ...

" ले माँ , ले , घोंट पूरा , ... अपने मुन्ना का "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Fucking-G-CU-17378912.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

मम्मी नीचे से चूतड़ उठा उठा कर हर धक्के का जवाब जोर जोर धक्के से दे रही थीं ,


अपनी बाहों में उन्होंने अपने दामाद को भींच लिया था , उनके लम्बे नाख़ून उनके कंधो पर धंस रहे थे ,

और साथ में गालियां

" चोद स्साले चोद , देखती हूँ ताकत तेरी "

और अपनी समधन की ऐक्टिंग कर रही थी तो उन्हें मौका मिल गया , उनकी , मेरी सास की खिंचायी करने की बोलीं ,



" ,आह ओह्ह , ... जब पहली बार राखी के दिन तेरे मामा ने फाड़ी थी मेरी झिल्ली ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
rakhi-6.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
उस दिन भी इतना दर्द नहीं हुआ था , ओह्ह चोद न कस कस के ,

इतने मर्दों से शादी के बाद मैंने चुदवाया , इत्ते लौंडो से शादी के पहले ,




[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लेकिन मुन्ना जो मजा तुझसे चुदवाने में आ रहा है , ... "

फिर तो उनका हर धक्का सीधे बच्चेदानी पर , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-teen.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और मम्मी फिर थोड़े देर बाद झड़ने लगीं ,

पर अबकी न वो रुके न उन्होंने पोज बदला ,

पूरे आधे घंटे तक बिना रुके ,

मेरी मम्मी को अपनी माँ समझ कर चोदने के बाद ही वो झड़े ,

और देर तक ,

पूरी कटोरी भर मलाई छोड़ी उन्होंने अपनी सास की बुर के अंदर , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
fucking-cum-tumblr-b8210ae211e8f90a5af25e283f1b3949-e22336dc-640.webp
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और मैंने लाइट जला दी , ...

लेकिन उनकी सास ने उन्हें छोड़ा नहीं , वो भी साथ साथ झड़ती रही ,



मेरी बात पर उन्हें यकीन नहीं आता था की उनका दमाद बिना मुझे तीन बार झाड़े कभी भी ,...


लेकिन आज वो खुद तीन बार तब उनके दामाद ने मलाई उनकी बिल में ऊगली थी।

बड़ी देर तक वो दोनों एक दूसरे को पकडे दबोचे लेटे रहे।

दो बार की मलाई उनकी सास की बुर में बजबजा रही थी ,


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
creampie-19365291.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

एक तो हर बार कम से कम कटोरी भर मलाई छोड़ते थे ,


और दूसरे उनकी सास ने , जब वो उनकी माँ बनी उनसे चुदवा रही थीं ,


दोनों बार की मलाई एक एक बूँद अपनी बुर में भींच के रोक रखी थी ,

बस जैसे ही वो अलग होने लगे , ...

मम्मी ने उन्हें खींच कर , सीधे उनका मुंह अपनी बुर पे , जिसमें से उनकी मलाई छलछला रही थी ,

और कस के अपने दोनों हाथों से उनका सर , अपनी जाँघों के बीच ,


सच में उनका दमाद पक्का कम स्लट था , ...

और एक्सपर्ट भी ,




पहले तो उन्होंने अपनी जीभ की नोक से जांघ के ऊपरी हिस्से पर , अपनी सास की गुलाबो के चारो और , एक एक बूँद चाट डाली ,

फिर जैसे कोई आम की दो फांको को फैला के चाटे , ..दोनों भगोष्ठों को उन्होंने फैलाया , और पूरा मुंह सीधे वहीँ लगा के ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Pussy-Licking-G-tumblr-nc0nj8-XCfx1rlzxido1-500.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

सपड़ , सपड़ ,

मम्मी ने कस के दोनों हाथों से उनके सर को पकड़ के अपनी रस से डूबी रसमलाई पर चिपका रखी थी , वो इंच भर सरक नहीं सकते थे

वीर्य से लिथड़ी बुर को कस कस के पहले तो उन्होंने चाटा , फिर जम कर चूसना शुरू कर दिया ,

सच में देख कर मेरी हालत भी ख़राब होने लगी थी ,





हम तीनों एक साथ बिस्तर पर लेटे थे ,

लाइट मैंने सब जला दी थीं , एक एक चीज साफ़ साफ़ दिख रही थी ,

उन की सास ने मुझसे तीन तिरबाचा भरवाया था की आज रात सिर्फ उनकी सास के नाम ,

और आज वो उसे पक्का मादरचोद बना के छोड़ेंगी , ...



आज वो मूसल मुझे नहीं मिलेगा ,

लेकिन चोर चोरी से जाय , हेरा फेरी से थोड़े ही जाता है , ...


मैं पलंग के दूसरी ओर बैठी , सास दामाद की प्रेम लीला देख रही थी , ...

लेकिन मुंह उनका सास की सेवा कर रहा था ,


पर ' वो ' ऊन के मोटे मूसलचंद तो खाली थे ,

हाँ दो बार अपनी सास को मेरी सास समझ कर जो उन्होंने पूरे जोश से चोदा था , ....


तो वो भी थोड़ा सोया , थोड़ा थका ,...[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]जोरू का गुलाम भाग ५४[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]पग घुंघुर बाँध[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feet-f8fc4fb8c2a4aa65ddac8a227fa55af3.jpg
[/font]





[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]उन की सास ने मुझसे तीन तिरबाचा भरवाया था की आज रात सिर्फ उनकी सास के नाम ,

और आज वो उसे पक्का मादरचोद बना के छोड़ेंगी , ...




आज वो मूसल मुझे नहीं मिलेगा ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
cock-hard-download-8.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लेकिन चोर चोरी से जाय , हेरा फेरी से थोड़े ही जाता है , ...


मैं पलंग के दूसरी ओर बैठी , सास दामाद की प्रेम लीला देख रही थी , ...

मुंह उनका सास की सेवा कर रहा था ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Pussy-licking-CU-tumblr-nndkm84-XZP1ut80j1o1-400.gif
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]पर ' वो ' ,... मोटे मूसलचंद तो खाली थे ,

हाँ दो बार अपनी सास को मेरी सास समझ कर जो उन्होंने पूरे जोश से चोदा था , ....तो वो भी थोड़ा सोया , थोड़ा थका ,...


पर मुझे इससे क्या फरक पड़ता था , .... वो मुझे छोड़ते थे क्या , ...



मैंने अपने महावर लगे गोरे गोरे पैरों की ओर देखा ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feet-alta.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]इन पैरों के तो वो , ... सच्ची में वो चरणदास थे ,

और मेरे बिछुओं की रुनझुन , ...

मैंने हलके से अपने पैरों को हिलाया ,

बिछुए मेरे झुंझुनाये , ...[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feet-77c4d8bf72d5e3bcefaf78790f769eed.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]असर उनके सोते खूंटे पर हुआ , ...



और अगले पल वो ' मोटू ' मेरे गोरे चिकने मखमली पैरों के बीच ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feetjob-1.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]कई बार ' मेरे उन पांच दिनों में ' मैंने उन्हें सिर्फ तलुवों से रगड़ के पैर से रगड़ के झाड़ चुकी थी , ...



कुछ देर तक मैं सिर्फ अपने दोनों पैरों के बीच ' उसे ' दबाये रही ,

फिर हलके हलके मेरे पैरों ने हिलना शुरू किया ,[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feet-massage-8852344.gif
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मम्मी मेरी शरारत देख रही थीं , मुस्करा रही थीं ,

उनके दामाद की हम दोनों मिल के रगड़ाई कर रहे थे ,

मेरे घुंघरू वाले बिछुए गुनगुना रहे थे ,

थोड़ी देर में मेरे पायल के घुंघरू भी गाने लगे साथ साथ , मैंने रफ़्तार बढ़ा दी थी , और सोया शेर जाग रहा था , ...[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feet-job-18104404.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मम्मी ने उनके सर पर जोर कुछ कम किया ,


और वो भी अब मम्मी का एक एक इशारा समझने लगे थे ,

हलके से उन्होंने सर उठाया , मम्मी की बुर में लगी सब मलाई उन्होंने चाट चाट कर साफ़ कर दी थी ,

पर प्रेम गली के अंदर अभी भी ,


बस अपनी दोनों उँगलियों से उन्होंने अपनी सास की दोनों फांकों को फैलाया और कस एक जीभ पूरी जड़ तक ठेल दी ,

और फिर गोल गोल , ...[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Pussy-Licking-M-tumblr-nsl94z-JFTZ1scpfa4o1-400.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मैंने पैरों के बीच मथानी की तरह , उनके उस मोटे मुस्टंडे को मसल रगड़ रही थी।

अब वह जग गया था

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
feet-job-20324564.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और उधर वो पूरी तरह मुंह अपनी सास की बिल से चिपकाए , जीभ अंदर ठेले , पूरी ताकत से सास की बुर से अपनी मलाई की एक एक बूँद चाट रहे थे

उनकी सास कस के अपने दामाद का सर अपनी जाँघों के बीच में दबाये अपनी बुर चुसवा , चटवा रही थीं , ...

दामाद के दोनों होंठ सास की बुर से चिपके , वैक्यूम क्लीनर से भी जोर से चूस रहे थे , ..

और जीभ उनकी सास की पूरी गहराई में घुसी , उनके अपने लंड की मलाई चाट चाट के साफ़ कर रही थी , ...


मम्मी मेरी ओर तारीफ़ की नजर से देख रही थीं की कैसे पक्का कम स्लट मैंने इन्हे बना दिया , ...

और तभी उनकी निगाह मेरे दोनों पैरों के बीच में दबे इनके मोटू की ओर पड़ी तो वो मुस्करा उठीं ,




अब वो एकदम जग गया था , पूरा तन्नाया , खड़ा , फनफनाया , कड़ा , मोटा , ... पूरे बालिश्त भर का ,

अब वो भी एक एक बून्द अपनी सास के अंदर से मलाई चाट चुके थे , ...

बस झुक के सास ने मोटा खूंटा गड़प कर लिया ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
BJ-tumblr-p5y5z5-Ol-C21s90odyo1-1280.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]दामाद के चूसने चाटने का असर उनपर भी होगया था वो भी एकबार फिर से गरमा रही थीं ,



मेरे चेहरे की ओर देख कर मम्मी समझ गयीं ,


और उन्होंने इशारा किया मैं भी आ जाऊं उनके दामाद का खूंटा चूसने चाटने में ,

ऐसी तैसी करने में ,

बस हम दोनों मिल के , ...


लेकिन मैं मान गयी मम्मी को [/font]
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,],[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]उनकी सास,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
jethani-1-5dc9f479b1853acd30a572bc8934082a.jpg
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और सास की बेटी

Teej-Y-15977694-737626826395363-6679236335120229912-n.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मेरे चेहरे की ओर देख कर मम्मी समझ गयीं , और उन्होंने इशारा किया मैं भी आ जाऊं उनके दामाद का खूंटा चूसने चाटने में , ऐसी तैसी करने में ,


बस हम दोनों मिल के , ... लेकिन मैं मान गयी मम्मी को ,

सिर्फ जीभ की टिप से , ...



पहले तो मम्मी ने अपने दोनों होंठों से दबा के बहुत हलके से सुपाड़ा का चमड़ा हटा दिया ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bj-slow-11641080.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


वो मोटा , पहाड़ी आलू ऐसा सुपाड़ा पूरी तरह खुल गया था ,

और अब मम्मी की सिर्फ जीभ की टिप से सुपाड़े के चारों ओर ,

बहुत हलके से फिर सीधे पेशाब वाले छेद के अंदर उन्होंने जीभ की टिप गड़ा दी ,

और लगी सुरसुरी करने ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
BJ-lick-tumblr-p0svv1hmy-L1ueo5r9o1-500.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

उनकी हालत खराब हो रही थी , वो सिसक रहे थे ,उचक रहे थे ,

पर उनकी सास इत्ती जल्दी छोड़ने वाली नहीं थी , अब वो जीभ से चाट रही थीं , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
bj-lick-55.jpg
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

लेकिन इतना मोटा गन्ना , रसदार , उनसे भी नहीं रहा गया ,

गप्पांक से उन्होंने पूरा सुपाड़ा घोंट लिया , ...

और लगी चुभलाने चूसने , जीभ से साथ लिक भी कर रही थी ,

और अब दोनों हाथों से कस के अपने दामाद के मोटे गन्ने को उन्होंने पकड़ भी लिया ,

मुठिया भी रही थीं , चूस भी रही थीं ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
BJ-slow-1121.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

और मैं देख रही थी ललचा रही थी

मम्मी ने कनखियों से देखा मुझे और इशारा किया ,

बस ,

अब गन्ना सास चूस रही थी , और

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
FFM-2.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

दोनों रसगुल्ले सास की बेटी , ....

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
BJ-balls-17013872.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]



कुछ ही देर में मम्मी ने इनका पूरा बित्ते का घोंट लिया ,

और मुझे भी कुछ इशारा किया

उनका सबसे सेंसिटव प्वाइट , ...पिछवाड़े का छेद

रसगुल्ले के चूसने के साथ , मेरी उंगलिया अब गोलकुंडा के आस पास चक्कर काट रही थीं , ..

फिर सीधे छेद पर , पहले तो दबाया फिर ऊँगली की टिप हलके हलके ,



उनकी हालत अब एकदम खराब हो रही थी ,

उनका सुपाड़ा अब बार मम्मी की हलक में ठोकर मार रहा था ,

वो कस कस के चूस रही थी ,

साथ में उनकी जीभ दामाद के मूसल के निचले हिस्से को रगड़ रगड़ के चाट रही थीं ,

और अब उनका मन कर रहा था सास उनकी अब चूस चूस कर के ही झाड़ दें ,


[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,][img=1x1]data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAIAAAAAAAP///yH5BAEAAAAALAAAAAABAAEAAAIBRAA7[/img][/font]
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


मम्मी ने उन्हें छोड़ दिया ,

और मैंने भी ,...


हम दोनों दूर बैठे , मम्मी उन्हें देख के मुस्करा रहीं थी , उनका खूंटा एकदम खड़ा , परेशान ,

लेकिन मम्मी से बहुत देर देखा नहीं गया और अपने दामाद को खींच के अपने पास बुला लिया और सीधे अपने गदराये ३६ डी डी के जोबन को ,

पहले उनके हाथों में , फिर होंठों पर , ...

हम दोनों को मालूम था मम्मी के उभार उन्हें किस तरह ललचाते थे ,

लेकिन असली चीज तो कुछ और थी ,


मम्मी ने खुद उनके खूंटे को पकड़ के अपने उभारों के बीच , और खुद उनके ऊपर चढ़ कर टिट फक करने लगीं ,

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,][img=1x1]data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAIAAAAAAAP///yH5BAEAAAAALAAAAAABAAEAAAIBRAA7[/img][/font]
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

कुछ देर बाद वो ऊपर थे ,

अपने सुपाड़े को मम्मी के निप्स के ऊपर फ्लिक कर रहे थे

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,][img=1x1]data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAIAAAAAAAP///yH5BAEAAAAALAAAAAABAAEAAAIBRAA7[/img][/font]
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

पर कुछ देर में ही अपने मोटे बालिस्त भर लम्बे लंड से अपनी सास की बड़ी बड़ी चूँचियों को चोद रहे थे ,

मम्मी भी न

अपनी लम्बी जीभ निकाल के उनके खुले सुपाड़े को चाट लेती थीं।

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,][img=1x1]data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAIAAAAAAAP///yH5BAEAAAAALAAAAAABAAEAAAIBRAA7[/img][/font]
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]


लेकिन अब उनकी सास ने नहीं रहा गया ,


उन्होंने धक्का देकर दामाद को पलंग पर पटक दिया , और खुद ऊपर[/font]
 
[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]सास चढ़ीं दामाद पर


wot-tumblr-mkufqbjh661qivwiwo1-1280.jpg
[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]लेकिन अब उनकी सास ने नहीं रहा गया , उन्होंने धक्का देकर दामाद को पलंग पर पटक दिया , और खुद ऊपर


कुछ ही देर में दामाद का खूंटा , उनकी बुर में और अपनी नज़रों से उन्होंने बरज दिया था



अब हिलना मत , जो कुछ करुँगी मैं ,

मैं करुँगी तू करवाएगा ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Joru-K-wot-jjj.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]और फिर क्या धक्के मारे उन्होंने ,

किसी कच्ची उमर वाली कुँवारी की सील तोड़ते समय कोई चोदू मर्द भी उत्ते जोर जोर से धक्के नहीं मारता होगा ,



सास ने उनके दोनों कंधे जोर से दबोच रखे थे ,

और हर दूसरे तीसरे धक्के में पूरा का पूरा खूंटा उनके अंदर होता था ,



फिर वो बिना हिले डूले ,

सिर्फ आगे पीछे हिल हिल कर अपने दामाद का खूंटा अपनी बिल में ,

और उसके बाद फिर धक्के पर धक्के ,

८-१० मिनट तक इसी जब्बरदस्त अपने दामाद को चोदने के बाद ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-G-tumblr-p6x008-CJmq1s1bhx2o1-540.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]एक बार जब पूरा खूंटा उनके अंदर था वो रुकी और दामाद के दोनों हाथ पकड़ कर सीधे अपने जोबन पर

और जब उनके दामाद ने कस के मसलना रगड़ना शुरू किया , ... तो

वो जोर से मुस्करायीं ,,

और मैं समझ गयी उनकी ऐसी की तैसी होने वाली है ,


वही हुआ ,



और उनके चेहरे पर उनकी हालत देख कर किसी तरह मुस्कान रोकी मैंने ,

मैं समझ गयी थी क्या हो रहा है ,

नट क्रैकर ,



किसी संस्कृत के कामशास्त्र से , ... थोड़ी बहुत मम्मी से मैंने भी सीखा था , (मम्मी के पास पूरा संकलन था , और कुछ तो बहुत ही दुर्लभ , मूल संस्कृत में )

और जितना सीखा था उतने से ही इनकी हालत मैं खराब कर देती थी ,

योनि में लिंग को पकड़ के कस के भींचना ,

एकदम जैसे कोई निचोड़ ले , पूरी ताकत से , इसके लिए केजल एक्सरसाइज से योनि की मसल्स एकदम टाइट और पावरफुल रहती हैं ,

लेकिन मम्मी तो अल्टीमेट , ...

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
wot-cu-11.gif
[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]

जैसे अजगर दबोच कर हड्डी हड्डी तोड़ देता है , एकदम वैसे , ...

योनि का अंतिम भाग जब सुपाड़े को कस के निचोड़ता है तो हिस्सा नामरमल रहता है , उसके बाद का हिस्सा जब लिंग के बीच के भाग को दबोचता है तो निचला भाग ढीला हो जाता है , और फिर उसी तरह जब लिंग का बेस सिकोड़ जाता है , बाकी हिस्सा ढीला हो जाता है ,

मम्मी लेकिन इतनी तेजी से करती थीं ये की एक वेव की तरह ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-tumblr-inline-mxiuuo-OPv-R1rm1gfu.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]कोई दूसरा होता तो दो मिनट में पानी फेंक देता , लेकिन ये तो उनके दामाद थे ,

पर उनके दामाद भी समझ गए थे की बिना सास की इज्जाजत के कुछ नहीं होने वाला था , ...


उन्होंने लाख कोशिश की , अपने चूतड़ पटके , नीचे से धक्का लगाने की कोशिश की ,

सास को अपनी ओर पकड़ कर खींचने की कोशिश की ,

लेकिन कुछ नहीं , ...

" स्साले , मंम्मी सही कह रही हैं , बड़ा मजा आएगा जब जिस भोंसडे से निकला है उसी में घुसेगा "

बीच बीच में बगल में बैठी मैं अपना इनपुट भी दे रही थी , आग में घी डाल रही थी , मैंने और उकसाया ,

" जल्दी से हाँ बोल दे , वरना न मम्मी की मिलेगी न मेरी "

बस उन्होंने हाँ बोल दी , पर मैं इतनी आसानी से नहीं छोड़ने वाली थी मैं अब मम्मी से बोली ,तेरी

" बस एक बार आपका दमाद मादरचोद बन गया न ,... "

और जैसा की मम्मी की आदत थी , मेरी बात काट कर अपने दामाद की ओर से बोलना , बस वही ,

" मादरचोद बनेगा क्या , है ही , पक्का पैदायशी मादरचोद , ... मेरे तेरे दोनों के सामने , ... "

" बस एक बार उसके बाद ,देखना एक से एक रसीले भोंसडे ,... तेरी बुआ चाची ,मौसी सब , कोई भी नहीं बचेंगी सब की लेनी पड़ेगी , ... "

मैंने और बात बढ़ाई।[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
Teej-tumblr-a621f93ccb64e5a473ffb56de67fb01f-7591d5c3-640.jpg
[/font]




[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मंम्मी सिर्फ उन्हें देख कर मुस्करा रही थी और अपनी बुर से उनके लंड को कस के निचोड़ रही थीं ,

फिर प्यार से एक हल्का चांटा मारते हुए बोलीं ,

" बोल अपनी माँ के भँड़ुये , चोदेगा न। "

" हाँ , ... "


मुस्कराते हुए वो बोले , और अबकी मम्मी का चांटा पूरी तेजी से उनके गाल पर पड़ा ,

" स्साले , खुल के बोल "

[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-pi-17663944.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]" हां , मैं अपनी माँ चोदूगा , हचक ह्च्चक के पेलुँगा अपना लंड। "[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]अबकी वो खुल के बोले पर मम्मी इत्ती आसानी से थोड़े छोड़ने वाली थीं ,

आज वो उन की सारी शरम ख़तम करने वाली थीं जिससे जब वो अपनी समधन को फुसला के पटा के यहाँ ले आएँगी ,
उसी रात में अपनी समधन पर उनके बेटे को चढ़ा दें , और एक दो बार नहीं , जबतक मेरी सास यहाँ रहें तब तक , रोज लगातार ,

मम्मी अभी भी नहीं मानी , बोली ,[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]स्साली रंडी छिनार का नाम ले कर बोल , ,[/font]

[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-Pi16081278.jpg
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मुझे अपने कान पर विश्वास नहीं हुआ , ...

वो मेरी सास का नाम ले ले कर बोल रहे थे , ...

और मम्मी ने ऊपर से धक्के लगाने शुरू कर दिए ,

धीरे मम्मी ने चोदने की रफ़्तार बढ़ाई , साथ में इंस्ट्रक्शन ,

स्साले अगर मेरी समधन को तेरी गालियां बंद हुयी न , तो मैं न सिर्फ रुकूंगी , बल्कि तुझे न सास मिलेगी , न माँ , चल बोल मादरचोद ,

मान गयी मैं मम्मी को ,

कोई भी गाली बची नहीं थी जो अपनी माँ को वो नहीं दे रहे थे ,

रंडी , छिनार , गदहा चोदी , कुत्ता चोदी ,

कुछ गालियां तो उन्होंने मम्मी से सीखीं थी ,

मम्मी उनसे उनकी माँ के बारे में बिना गाली के बात नहीं करती थीं ,

पर कुछ में तो उन्होंने हद पार कर दी , आज रात में जब उनकी सास बनी जो कुछ थोड़ी फैंटेसी ,

थोड़ी लगा बढ़ा के बातें कर रही थीं , वो सब उन्होंने सच मान लिया था और वो जोड़ के ,

" अपने भाई से मामा से राखी के दिन फड़वाती हो , ..आओ अबकी तेरे भोंसडे को , ... "

मम्मी इत्ती खुश हुईं की झुक के उनके गाल चूम लीं और हलके हलके अब वो नीचे से धक्के उन्हें मारने दिया ,[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]
WOT-MIL-21403098.gif
[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]मैं चुपचाप बैठी देख रही थी , सास दामाद की काम क्रीड़ा और उम्मीद कर रही थी की जल्द ही माँ बेटा की भी ऐसी ही , ...

लेकिन मुझसे नहीं रहा गया , उनके गाल पर जोर से पिंच करती बोली

" अरे स्साले बहनचोद , तेरे मामा ने तेरी माँ चोद दी , तो तू अबकी जब अपने मायके जाएगा तो उसकी बेटी चोद लेना। "[/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,][img=1x1]data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAIAAAAAAAP///yH5BAEAAAAALAAAAAABAAEAAAIBRAA7[/img][/font]


[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]वो जोर से मुस्कराये और जैसे मेरी बात की हामी भरते हुए नीचे से अपनी सास की बुर में पूरी तेजी से धक्का मारा जैसे अपनी ममेरी बहन , गुड्डी की कच्ची कसी चूत में लंड पेल रहे हों ,


फिर तो दोनों ओर से धक्का पेल चुदाई ,

लेकिन मम्मी ऊपर ही रहीं , आधे घंटे से भी ज्यादा , बिना रुके ,

न नीचे से उनके धक्के रुक रहे थे न ऊपर से उनकी सास के धक्के , ...

बीच बीच में उनकी सास कभी अपने बड़े बड़े जोबन अपने दामाद की छाती पर रगड़ देतीं तो कभी अपनी बुरिया में लंड को दबोच कर निचोड़ देती



और उनके दामाद अपनी माँ को लगातार गाली , एक से एक ,...

लेकिन झड़ी वो दामाद से पहले , ...

और कैसे झड़ी एकदम बार बार , पूरी देह उनकी काँप रही थी , जैसे तूफ़ान में पत्ता ,

और साथ में ये भी , .... बार बार , अपनी पिचकारी अपनी सास की बुर में , ...[/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,][img=1x1]data:image/gif;base64,R0lGODlhAQABAIAAAAAAAP///yH5BAEAAAAALAAAAAABAAEAAAIBRAA7[/img][/font]



[font=Roboto, -apple-system, BlinkMacSystemFont,]बाहर रात की कालिख पुंछ रही थी , पूरब से हलकी हलकी लालिमा की हलकी सी झलक दिख रही थी ,


तीन राउंड चोदा उन्होंने मेरी सास बनी अपनी सास को , और वो भी खुल के बोल के।


रोल प्ले खत्म हुआ जब सुबह वो बेड टी ले के आये ,[/font]
 
'बेड टी '











रोल प्ले खत्म हुआ जब सुबह वो बेड टी ले के आये ,


लेकिन उसके पहले हम दोनों ने उन्हें 'बेड टी ' पिलाई।



असल में मेरी चुनमुनिया कुलबुला रही थी , सास दामाद की प्रेमलीला देख देख कर ,


लेकिन उससे भी ज्यादा जिस तरह से वो आदरणीया सास की , अपनी माँ को एक से एक मस्त गालियां दे रहे थे ,


अब ये पक्का हो गया था ये बेटा बिना अपनी माँ को चोदे नहीं रहेगा ,

और ये सुन सुन के मैं और , ... रहा नहीं जा रहा था




मैंने मम्मी को प्रॉमिस किया था की आज रात इनके खूंटे को मैं हाथ भी नहीं लगाउंगी , ...

( इसीलिए तो मैंने पैर से उस मोटे को पकड़ जकड के रगड़ा था )

और अपने किसी भी छेद में इनका मूसल नहीं घोंटूंगी ( इसलिए बहुत ललचायी , तो इनके 'रसगुल्ले ' को ही घोंट के ही ,.. )



लेकिन ये तो मेरी चुनमुनिया को चाट चूस सकते थे ,

इसलिए जैसे ही ये अपने सास से अलग हुए , इनकी सास इनके ऊपर से हटीं , मैं चढ़ गयी ,




मेरी चुनमुनिया सीधे इनके मुंह के ऊपर , ...

ये न एकदम पक्के लालची , नदीदे , लगे चाटने चूसने ,

पर मैंने अपनी जाँघों को थोड़ा सा ऊपर कर दिया , और कंधो को कस के दबा दिया ,


अब बेचारे वो सर उठा के अपनी जीभ निकाल के मेरी गुलाबो पर , नीचे से ही ,



लेकिन मन तो मेरा भी उतना ही कर रहा था मैं एक बार फिर से बैठ गयी ,


और उनके खुले होंठों के बीच अपने निचले होंठों को ,

जैसे थोड़ी देर पहले उनकी सास उन्हें चोद रही थीं , कस कस के ,

उसी तरह मेरी गुलाबो भी कस कस के उनके होंठों को रगड़ रही थी



सच में चूसने में उनका जवाब नहीं था , पक्का चूत चटोरा , ... दोनों होंठ मेरी फांको के ऊपर और चूत के अंदर उनकी जीभ ,


क्या कोई लंड से चोदेगा जैसे वो जीभ से चोद रहे थे , हुआ वही जो होना था , दस मिनट और मैं ऐसी झड़ी की , ....


एकदम थेथर लेकिन उनका चूसना चाटना बंद नहीं हुआ ,


और मैं भी ,

लेकिन थोड़ी देर में एक और परेशानी आ गयी , ... सुनहली धूप की पहली किरण छन के आना शुरू हो गयी थी , पिघलते सोने की तरह ,

और जो सुबह सुबह होता है ,...

बहुत जोर से आ रही थी ,

मैंने छुड़ाने की कोशिश की


लेकिन मम्मी के दामाद की पकड़ , पहली रात से ही मैं समझ गयी थी की मैं इससे छूट नहीं सकती थी ,

मैंने हलके से बोला भी , ...


छोड़ न यार , ...आ रही है बहुत जोर से , ...

जवाब में उन्होंने और कस के पकड़ लिया मुझे ,

मुस्कराते , उन्हें समझाते मैंने हलके से एक चपत लगाई और वार्न किया ,



" हे छोड़ यहीं हो जायेगी यहीं "



पर वो ऐसे मुस्कराये जैसे कह रहे हों , हो जाने दो न ,...

और फिर कस के अपने दोनों होंठ मेरी गुलाबो से चिपका दिया एकदम और इतनी जोर से चूसने लगे की ,

किसी तरह से मैंने अपनी गुलाबो को उठाने की कोशिश की ,


उनका मुंह एकदम खुला था ,

सुनहली धुप हम दोनों पर बरस रही थी ,

और मेरी गुलाबो से



एक सुनहली बूंद ,

दूसरी सुनहली बूंद ,...

और फिर तो मैं चाह के भी नहीं रोक सकती थी ,

तेज धार छलछल ,

सीधे मेरे निचले होंठों से उनके होंठ के बीच ,

वो मुंह खोल के एक एक बूँद रोप रहे थे , ...

मुझे बहुत प्यार आ रहा था , उनपर

प्यार से उनके गाल पर चपत मारते हुए मैंने बोला ,

" देख , स्साले माँ के भंडुए , ... एक भी बूँद अगर बाहर छलकी न तो बहुत मारूंगी मैं, ... "

मम्मी मुझे देख कर मुस्करा रही थीं ,




मुझे उकसा रही थीं , और फिर तो जैसे बाँध टूट पड़ा ,

लेकिन सच में एक भी बूद बाहर नहीं छलकी ,

और फिर मैंने अपनी चुनमुनिया उनके होंठों के बीच चिपका दिया , और अब सीधे मेरे निचले होंठों से उनके होंठों से होते हुए , ...


कुछ देर तक उनका गाल फुला रहा , फिर सब का सब पेट में , ...

और मेरे बाद मम्मी ने नंबर लगाया लेकिन टिपिकल उनकी सास , उनसे खुल कर कहलवाया , उनसे बुलवाया

न गोल्डन शावर , न सुनहली शराब , बल्कि साफ साफ ,




और उसके बाद जम कर ,




दो कप बेड टी उन्हें हम माँ बेटी ने पिलाई , सुबह हो रही थी


और उसके बाद हम दोनों सो गए , वो घर के काम में लग गए।

सुबह का ब्रेकफास्ट , बाकी सब कुछ,

ब्रेकफास्ट टेबल पर हम दोनों ,मैं और मम्मी उन्हें चिढाते रहे ,खूब छेड़ते रहे। उनकी माँ का नाम ले ले ,



मम्मी तो सीधे उन्हें मादरचोद कह के ही बुला रही थीं ,

अरे चोदने में लाज नहीं तो नाम में क्या लाज , बिचारे बीरबहूटी हो रहे थे।

और मैं भी उन्हें बार बार याद दिला रही थी ,

" याद हैं न आज से ठीक २२ दिन ,बल्कि २१ दिन बाद ,देखते देखते २१ दिन बीत जाएंगे पता ही नहीं चलेगा तुझे , लांग वीकेंड है , दो तीन दिन की छुट्टी ले ले ,बल्कि आज ही अप्लाई कर देना , चार पांच दिन मातृभूमि की सेवा में , है न। "



और जब मेरी निगाह सामने टंगे कैलेण्डर पर गयी ,

उनकी चोरी पकड़ी गयी , मैं और मम्मी खिलखिलाहटों में डूब गए।

२१ दिन बाद वाली ' उस तारीख ' को आलरेडी उन्होंने लाल गोले से घेर दिया था।


" आफिस में आज एक जल्दी मीटिंग है ,निकलना है। "

कह के शरमाते लजाते वो उठ खड़े हुए , लेकिन मम्मी भी उनके उठते उठते भी उनकी पेंट खोल चेक चेक कर लिया।

सब ठीक था , फार्मल ग्रे पैंट के अंदर


मम्मी की दो दिन की पहनी पैंटी ,





और उनका ' वो ' भी थोड़ा सोया ज्यादा जागा।

अपनी पैंटी के ऊपर से ' उसे ' रगड़ते मम्मी बोलीं ,

" बहुत याद आ रही है मेरी छिनार चूत मरानो समधन के भोंसडे की न , जा जा अरे जल्द ही दिलवाऊंगी तुझे रसीले भोंसडे का रस , उन के भी भोंसडे में तुझ से ज्यादा चींटे काट रहे हैं , अभी आता होगा बुरचोदो का फोन। "

और सच में वो निकले भी नहीं थे की मेरी सास का फोन आ गया , आफ कोर्स स्पीकर फोन था ,


और आज तो कल से भी दस गुना ज्यादा खुल्लम खुला दोनों समधनों के बीच बातें हो रही थी।
 
Back
Top