desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
तारक :- क्या हुआ..अंजलि..कुछ बात हुई..
अंजलि :- कहाँ तारक बबीता जी..तो गेट ही नही खोल रही हैं...
जेठालाल :- क्या बबीता जी..ने गेट बंद कर लिया है..
दया :- हाँ टप्पू के पापा...
अईयर :- बबीता प्लीज़ खोलो...मेहता साब...कुछ करिए..
तारक :- अईयर मेने तुम्हारे सामने कॉसिश की ना..बबीता जी मानने को तैयार नही है..
तो में क्या कर सकता हूँ..
दया :- टप्पू के पापा आप बात करके देखिए ना..
जेठालाल :- ठीक है दया....और फिर वो दरवाजा नॉक करने लगता है..
बबीता जी..में जेठा जी...दरवाजा खोलिए...
बबीता :- नही जेठा जी..में नही खोलूँगी डोर.
जेठालाल :- बबीता जी..आप मुझसे बात नही करेंगी..प्लीज़.....एक बार मुझे तो अंदर
आने दीजिए...
बबीता :- जेठा जी प्लीज़..
जेठालाल :- बबीता जी सिर्फ़ में आउन्गा..प्लीज़...मेरे अलावा कोई अंदर नही आएगा..
अईयर :- जेठालाल क्या बोल रहे हो तुम..
जेठालाल :- अरे आप शांति रखो ना..बबीता जी को मनाना है कि नही..मेहता साब..
समझाइये इस भाई को..
तारक :- अईयर....तुम शांति रखो जेठालाल को बात करने दो ना..
जेठालाल :- प्लीज़ बबीता जी....एक बार मुझसे तो बात कर लीजिए..
कुछ 2 मिनट के बाद..
बबीता :- ओके जेठा जी..लेकिन सिर्फ़ आप आ सकते हैं..और कोई आया..तो मुझसे बुरा
कोई नही होगा...
जेठालाल :- हस्स्शह....ओके बबीता जी..जैसा आप कहें...कोई नही आएगा..आप गेट तो
खोलिए....
और कुछ सेकेंड में अंदर से गेट का लॉक खुल जाता है...
अईयर :- चलो में भी अंदर चलता हूँ..
जेठालाल :- क्या अंदर चलता हूँ...अभी बबीता जी ने क्या बोला आपको समझ नही आया..
मेहता साब..समझाइये ..
तारक :- अईयर ट्राइ टू अंडरस्टॅंड दा सिचुयेशन....उसे जानने दो भाई..
दया :- टप्पू के पापा में चलूं..
जेठालाल :- तेरा दिमाग़ तो ठीक है दया...अभी में अईयर भाई को क्या समझा रहा
था...तू भी शुरू हो गई..
दया :- सॉरी....
तारक :- जेठालाल तुम अंदर जाओ..
जेठालाल :- आप सब देखना....में अंदर सब कुछ ठीक कर दूँगा..
बॅक ग्राउंड.म्यूज़िक.......शेर की दहाड़ने की आवाज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.....
और जेठालाल अंदर घुस जाता है...और दरवाजा को थोड़ा पुश करता है..
और गेट लॉक.............
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अंजलि :- कहाँ तारक बबीता जी..तो गेट ही नही खोल रही हैं...
जेठालाल :- क्या बबीता जी..ने गेट बंद कर लिया है..
दया :- हाँ टप्पू के पापा...
अईयर :- बबीता प्लीज़ खोलो...मेहता साब...कुछ करिए..
तारक :- अईयर मेने तुम्हारे सामने कॉसिश की ना..बबीता जी मानने को तैयार नही है..
तो में क्या कर सकता हूँ..
दया :- टप्पू के पापा आप बात करके देखिए ना..
जेठालाल :- ठीक है दया....और फिर वो दरवाजा नॉक करने लगता है..
बबीता जी..में जेठा जी...दरवाजा खोलिए...
बबीता :- नही जेठा जी..में नही खोलूँगी डोर.
जेठालाल :- बबीता जी..आप मुझसे बात नही करेंगी..प्लीज़.....एक बार मुझे तो अंदर
आने दीजिए...
बबीता :- जेठा जी प्लीज़..
जेठालाल :- बबीता जी सिर्फ़ में आउन्गा..प्लीज़...मेरे अलावा कोई अंदर नही आएगा..
अईयर :- जेठालाल क्या बोल रहे हो तुम..
जेठालाल :- अरे आप शांति रखो ना..बबीता जी को मनाना है कि नही..मेहता साब..
समझाइये इस भाई को..
तारक :- अईयर....तुम शांति रखो जेठालाल को बात करने दो ना..
जेठालाल :- प्लीज़ बबीता जी....एक बार मुझसे तो बात कर लीजिए..
कुछ 2 मिनट के बाद..
बबीता :- ओके जेठा जी..लेकिन सिर्फ़ आप आ सकते हैं..और कोई आया..तो मुझसे बुरा
कोई नही होगा...
जेठालाल :- हस्स्शह....ओके बबीता जी..जैसा आप कहें...कोई नही आएगा..आप गेट तो
खोलिए....
और कुछ सेकेंड में अंदर से गेट का लॉक खुल जाता है...
अईयर :- चलो में भी अंदर चलता हूँ..
जेठालाल :- क्या अंदर चलता हूँ...अभी बबीता जी ने क्या बोला आपको समझ नही आया..
मेहता साब..समझाइये ..
तारक :- अईयर ट्राइ टू अंडरस्टॅंड दा सिचुयेशन....उसे जानने दो भाई..
दया :- टप्पू के पापा में चलूं..
जेठालाल :- तेरा दिमाग़ तो ठीक है दया...अभी में अईयर भाई को क्या समझा रहा
था...तू भी शुरू हो गई..
दया :- सॉरी....
तारक :- जेठालाल तुम अंदर जाओ..
जेठालाल :- आप सब देखना....में अंदर सब कुछ ठीक कर दूँगा..
बॅक ग्राउंड.म्यूज़िक.......शेर की दहाड़ने की आवाज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.....
और जेठालाल अंदर घुस जाता है...और दरवाजा को थोड़ा पुश करता है..
और गेट लॉक.............
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,