desiaks
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- Aug 28, 2015
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पोपट भाई..........तभी पोपातलाल के कानो में आवाज़ पड़ती है.....
पोपातलाल अपने घर का दरवाज़ा बंद करना भूल गया था....और जब उसको
किसी की आवाज़ उसके कानो में पड़ी..तो वो चौंक गया....और अपनी गर्दन
पीछे मोड़ता हुआ......क्यूँ कि वो इस वक़्त उस सोफे पे बैठा था..जिससे
उसके घर का गेट नही दिख रहा था...
पोपटलाल हकलाते हुए....आआप्प्प्प्प.....याहह..न..न..कायस्स.ई.ए.ए....
बाहर खड़ी कोमल उससे एक टक देख रही थी....
पोपटलाल हड़बड़ाता हुआ उठा....जैसे ही वो उठा उसकी पैंट पूरी नीचे गिर गई..
और उसका मुरझाया हुआ ..लंड...और उसके कपड़े और पैरों पे पड़ा उसका रस..
अब उजागर हो गया था कोमल के सामने..
कोमल :- पोपट भाई ये सब क्या...
पोपटलाल तो बोलने वाली हालत में ही नही थाअ......
कोमल पोपटलाल के पास आती हुई.....उसकी नज़र तो पोपटलाल के लंड पर ही थी...
वैसे तो बता दूं..पोपटलाल है तो ढीला...उसका लंड भी ऐसा है उसकी तरह ढीला
लेकिन...उसका लंड है बहुत लंबा...शायद सबसे लंबा होगा इस सोसायटी में..
मुरझा कर भी काफ़ी लंबा लग रहा था...जिसकी वजह से कोमल की नज़र
ही नही हट रही थी वहाँ से....
जपपोपटलाल ने देखा कि कोमल की नज़र कहाँ है....तो वो होश में आया..
और हड़बड़ाते हुए..अपनी पॅंट को उपर करके बंद करने लगा..
कोमल :- पोप्पाट्ट भाई....
पोपातलाल :- कोमल भाभी...आप तो समझ ही सकती है ना..कि मेरा क्या हाल
हो रहा है.....कब से कॉसिश कर रहा हूँ..लेकिन मेरी शादी नही हो रही है...
कोमल :- पोपट भाई शादी तो हो जाएगी आपकी..लेकिन क्या ये सब..करना ठीक होगा.
पोपातलाल :- कोमल भाभी..आप तो डॉक्टर की बीवी है..आपको तो पता ही होगा
मेरी उमर के लोगों की शादी हो जाती है..और उसके बाद वो सब कुछ कर सकते
हैं....जो में नही कर सकता...
तो क्या करूँ...ये करके ही..अपने शरीर को शांत करता हूँ..
बोलते बोलते पोपातलाल मूड की..चलने लगता है..और एक जगह खड़ा हो जाता
है...
थोड़ी देर के लिए शांति हो जाती है..इधर पोपटलाल अपने मन में...हस्शह अपने
आप को बचाने के लिए....क्या मेने कोमल भाभी को बेवकूफ़ बना दिया..
लगता तो यही है....चलो पीछे मूड के खुद ही देख लेता हूँ...
और फिर पोपटलाल पीछे मुड़ता है...और सीधे टकरा जाता है कोमल के बड़े बड़े
बूब्स से.....औच्चह कोमल की एक आवाज़ निकलती है...
लेकिन हमारे पोपट भाई... का तो शरीर हिल गया....काफ़ी टाइम के बाद उसने किसी
औरत को छुआ था....उसका तो मुरझाया हुआ लंड खड़ा हो गया था....
ऐसा करते हैं हम इन्हे इसी हालत में चूस देते हैं..क्यूँ कि इस पोपटलालको पता
नही है...कि अगर ये कोमल पागल हो गई ना...तो ये पोपटलाल के सारे अंडे खा
जाएगी....और इसे नंगा कर देगी...फिर ये अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए इधर उधर
भागता फ़िरेगा......
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पोपातलाल अपने घर का दरवाज़ा बंद करना भूल गया था....और जब उसको
किसी की आवाज़ उसके कानो में पड़ी..तो वो चौंक गया....और अपनी गर्दन
पीछे मोड़ता हुआ......क्यूँ कि वो इस वक़्त उस सोफे पे बैठा था..जिससे
उसके घर का गेट नही दिख रहा था...
पोपटलाल हकलाते हुए....आआप्प्प्प्प.....याहह..न..न..कायस्स.ई.ए.ए....
बाहर खड़ी कोमल उससे एक टक देख रही थी....
पोपटलाल हड़बड़ाता हुआ उठा....जैसे ही वो उठा उसकी पैंट पूरी नीचे गिर गई..
और उसका मुरझाया हुआ ..लंड...और उसके कपड़े और पैरों पे पड़ा उसका रस..
अब उजागर हो गया था कोमल के सामने..
कोमल :- पोपट भाई ये सब क्या...
पोपटलाल तो बोलने वाली हालत में ही नही थाअ......
कोमल पोपटलाल के पास आती हुई.....उसकी नज़र तो पोपटलाल के लंड पर ही थी...
वैसे तो बता दूं..पोपटलाल है तो ढीला...उसका लंड भी ऐसा है उसकी तरह ढीला
लेकिन...उसका लंड है बहुत लंबा...शायद सबसे लंबा होगा इस सोसायटी में..
मुरझा कर भी काफ़ी लंबा लग रहा था...जिसकी वजह से कोमल की नज़र
ही नही हट रही थी वहाँ से....
जपपोपटलाल ने देखा कि कोमल की नज़र कहाँ है....तो वो होश में आया..
और हड़बड़ाते हुए..अपनी पॅंट को उपर करके बंद करने लगा..
कोमल :- पोप्पाट्ट भाई....
पोपातलाल :- कोमल भाभी...आप तो समझ ही सकती है ना..कि मेरा क्या हाल
हो रहा है.....कब से कॉसिश कर रहा हूँ..लेकिन मेरी शादी नही हो रही है...
कोमल :- पोपट भाई शादी तो हो जाएगी आपकी..लेकिन क्या ये सब..करना ठीक होगा.
पोपातलाल :- कोमल भाभी..आप तो डॉक्टर की बीवी है..आपको तो पता ही होगा
मेरी उमर के लोगों की शादी हो जाती है..और उसके बाद वो सब कुछ कर सकते
हैं....जो में नही कर सकता...
तो क्या करूँ...ये करके ही..अपने शरीर को शांत करता हूँ..
बोलते बोलते पोपातलाल मूड की..चलने लगता है..और एक जगह खड़ा हो जाता
है...
थोड़ी देर के लिए शांति हो जाती है..इधर पोपटलाल अपने मन में...हस्शह अपने
आप को बचाने के लिए....क्या मेने कोमल भाभी को बेवकूफ़ बना दिया..
लगता तो यही है....चलो पीछे मूड के खुद ही देख लेता हूँ...
और फिर पोपटलाल पीछे मुड़ता है...और सीधे टकरा जाता है कोमल के बड़े बड़े
बूब्स से.....औच्चह कोमल की एक आवाज़ निकलती है...
लेकिन हमारे पोपट भाई... का तो शरीर हिल गया....काफ़ी टाइम के बाद उसने किसी
औरत को छुआ था....उसका तो मुरझाया हुआ लंड खड़ा हो गया था....
ऐसा करते हैं हम इन्हे इसी हालत में चूस देते हैं..क्यूँ कि इस पोपटलालको पता
नही है...कि अगर ये कोमल पागल हो गई ना...तो ये पोपटलाल के सारे अंडे खा
जाएगी....और इसे नंगा कर देगी...फिर ये अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए इधर उधर
भागता फ़िरेगा......
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