desiaks
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मैं दिवाना बहनों का
मैं राजाबाबू एक बार फिर। मैं अब 22 साल का हो गया हूँ.. पहले से थोड़ा और हैण्डसम भी हो गया हूँ। मेरे घर में माँ-पापा के अलावा मैं और मेरी दो बहनें हैं.. डॉली और कांता। डॉली मुझ से 3 साल बड़ी है।
वो बीटेक पूरी करके एक सॉफ़्टवेयर कंपनी में जॉब कर रही है। दूसरी है कांता.. जो 19 साल की है.. वो पूनमढिल्लो जैसी हो गई है। लेकिन पहले सिर्फ़ चेहरे से ही पूनमढिल्लो जैसी लगती थी.. पर जिस्म से भी वैसी ही हो गई है। कांता बीटेक के पहले साल में है।
बात शुरू यहाँ से हुई कि एक दिन मेरे निम्बज आईडी (एक चैट पोर्टल) में एक रिक्वेस्ट ‘हॉट & सेक्सी गर्ल’ के नाम से आई.. तो मैंने उसको अपनी फ्रेंड लिस्ट में ज़ोड़ लिया और उसको ‘हाई’ लिख कर भेजा.. तो उधर से भी ‘हाई’ लिख कर आया।
मैंने उसका नाम पूछा.. तो वो बोली- नाम में क्या रखा है?
तो मैं बोला- तो मैं आपको किस नाम से बुलाऊँ?
‘सेक्सी गर्ल बोल सकते हो..’
मैंने उससे कुछ देर तक यूँ ही फॉर्मल बात की.. फिर मैंने उससे सेक्स चैट करना चाहा.. और पूछा।
मैं- आपकी उम्र?
सेक्सी गर्ल- 24 और तुम्हारी?
मैं- सेक्सी एज.. 22..
सेक्सी गर्ल- थैंक यू.. तुम तो मुझसे छोटे हो..
मैं- छोटा हूँ तो क्या हुआ.. मेरा दिल बड़ा है।
सेक्सी गर्ल- ऊऊऊऊऊओह..
मैं- आपका ब्वॉयफ्रेण्ड है?
सेक्सी गर्ल- नहीं..
मैं- क्यों?
सेक्सी गर्ल- कोई अच्छा लड़का मिला नहीं.. तुम्हारी गर्लफ्रेंड है?
मैं- नहीं..
सेक्सी गर्ल- क्यों?
मैं- कोई हॉट & सेक्सी गर्ल मिली नहीं या ये बोलूँ कि बस आप से जो मिलना था इसलिए कोई मिली ही नहीं..।
सेक्सी गर्ल- हा हा हा हा..
वो हँसने लगी।
मैं- आप रियली हॉट & सेक्सी हो..
सेक्सी गर्ल- हाँ वो तो मैं हूँ..
मैं- पर तुम कितनी सेक्सी हो.. ज़रा हमें भी बताओ अपना फिगर..
सेक्सी गर्ल- 36बी-28-32..
मैं- वाउ.. मस्त है.. मम्मे इतने बड़े कैसे हुए.. और पतली कमर?
सेक्सी गर्ल- जब चैट करती हूँ.. तो मैं खुद अपने दबाती रहती हूँ।
मैं- खुद से.. कभी किसी लड़के ने नहीं दबाए?
सेक्सी गर्ल- हाँ..
मैं- किसने?
सेक्सी गर्ल- एक ब्वॉयफ्रेण्ड था.. उसने दबाए थे..
मैं- था.. मतलब अब नहीं है.. चलो मेरी लाइन तो क्लियर है..
सेक्सी गर्ल- हा हा अह आहा हाहा.. नो.. मैंने खुद ही उसे छोड़ दिया..
मैं- क्यों?
सेक्सी गर्ल- पसंद नहीं था..
मैं- ऊओह.. तो ब्वॉयफ्रेण्ड ने सिर्फ़ चुचों को ही दबाया या कुछ किया भी?
सेक्सी गर्ल- हाँ.. किया था..
मैं- क्या.. क्या.. बताओ भी?
सेक्सी गर्ल- किस किया.. चुचों को दबाया..
मैं- बस.. और कुछ नहीं.. मतलब उसने तुम्हें चोदा नहीं?
सेक्सी गर्ल- नहीं..
मैं- तो तुम्हारी बुर ने अभी तक लंड नहीं चखा है..?
सेक्सी गर्ल- नहीं..
मैं- वाउ.. पूरे 24 साल की हो गई हो.. और बुर कुँवारी है?
सेक्सी गर्ल- नहीं.. मैंने उसमें उंगली की है।
मैं- ऊऊओह..
सेक्सी गर्ल- हाँ.. तुमने कभी सेक्स किया है?
मैं- हाँ..
सेक्सी गर्ल- किसके साथ?
मैं- एक स्कूल फ्रेंड.. एक पड़ोसी.. एक दोस्त की बहन.. एक भाभी और पापा के एक दोस्त की बीवी और बेटी और उसकी बेटी की एक दोस्त.. गर्ल-फ्रेंड.. कईयों के साथ चुदाई की है..
सेक्सी गर्ल- वाउ.. यार इतने लोगों को चोदा.. मतलब तुमको चोदना अच्छा लगता है?
मैं- हाँ.. ये मेरा पसंदीदा खेल है.. क्यों तुमको चुदना अच्छा नहीं लगता है क्या?
सेक्सी गर्ल- हाँ यार.. मेरा मन तो बहुत करता है..
मैं- तो तुमको चुदने का मौका नहीं मिला क्या?
सेक्सी गर्ल- हाँ मेरा मन तो बहुत होता है.. लेकिन मैं किसी से भी नहीं चुद सकती.. सामने कोई अच्छा लड़का भी तो मिलना चाहिए ना..
मैं- हाँ.. वो तो है.. मतलब आप मेरे बारे में बोल रही हो?
सेक्सी गर्ल- नोओ.. तुम्हारे लंड का साइज़ कितना है?
मैं- 8.5″ लंबा और 3.5″ मोटा..
सेक्सी गर्ल- वाउ.. सो सेक्सी लंड.. क्या तुम अपने लंड की एक पिक्चर सेंड कर सकते हो?
मैं- हाँ.. क्यों नहीं.. आप बोलें तो पूरा लंड लेकर ही आपके पास आ जाऊँ..
वो हँसने लगी- पहले दिखाओ तो..
मैंने एक पिक्चर सेंड कर दी।
सेक्सी गर्ल- वाउ यार.. इतना सेक्सी लंड है..
मैं- थैंक्स.. अब तुम भी अपने चुचों या बुर की पिक्चर सेंड करो ना..
उस दिन तो पट्ठी ने टाल दिया.. लेकिन अगले दिन एक फोटो बिना चेहरे की भेज दी जिसमें मम्मे और बुर दिख रहे थे।
मैं- सच में यार तेरे मम्मे तो उम्मीद से ज्यादा सेक्सी हैं।
सेक्सी गर्ल- थैंक्स..
मैं- वीडियो चैट करो न.. बिना फेस के..
सेक्सी गर्ल- अभी नहीं..
मैं- डर रही हो क्या..? खैर.. कोई बात नहीं.. जब भरोसा हो जाए.. तब ही करना..
सेक्सी गर्ल- ओके..
कुछ दिन वैसे ही बात करने के बाद.. फिर एक दिन रात में मैंने पूछा- वीडियो चैट करोगी?
तो वो मान गई और उसने अपना कैमरा ऑन कर दिया.. लेकिन कैमरे में सिर्फ़ गर्दन के नीचे का जिस्म दिख रहा था। उसने गुलाबी रंग की एक स्लीबलैस नाइट ड्रेस पहनी हुई थी.. जो उसकी आधी चूचियों और पेट को ढके हुई थी।
बाकी उसकी गर्दन.. दोनों हाथ और चुचों के ऊपर का गोरा बदन दिख रहा था। उसने हाथ हिलाया तो मैंने भी हाथ हिला कर ‘हाय’ बोला..
मैं- सो सेक्सी बॉडी..
सेक्सी गर्ल- थैंक्स..
मैं- अपने चुचों को सहलाओ ना..
तो उसने अपने चुचों को कैमरा के और पास ला कर उन्हें हल्का सा हिला दिया और हाथ से सहला दिया। फिर उसने कैमरा को नीचे किया.. नीचे उसने सिर्फ़ एक काली और लाल मिक्स रंग की पैंटी पहनी हुई थी और नीचे से पूरी नंगी थी। उसकी टाँगें भी बहुत चिकनी और सेक्सी लग रही थीं।
मैं- तुम्हारे पैर भी बहुत सेक्सी हैं.. थोड़ा और दिखाओ न..
सेक्सी गर्ल- ओके..
उसने थोड़ा पीछे हो कर कैमरे को एड्जस्ट किया और गर्दन के नीचे के अपने पूरे बदन को दिखाया.. उसने ब्रा और पैंटी के ऊपर कुछ पारदर्शी ड्रेस पहनी थी। फिर वो पीछे मुड़ गई.. उफ्फ.. क्या मस्त गान्ड थी उसकी यार..
कपड़ों के ऊपर से ही मन कर रहा था कि कैमरे में हाथ डाल कर दबा दूँ.. लेकिन मैं देखने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता था।
फिर वो गान्ड मटकाते हुए आगे को बढ़ी.. जब वो चल रही थी तो उसके बुरड़ और भी सेक्सी लग रहे थे।
फिर उसने गान्ड के पास से अपने झीने से टॉप को उठाया तो सिर्फ़ पैंटी में उसके बुरड़ों की गोरी चमड़ी और उस पर एक काला तिल तो और भी हॉट लग रहा था। जैसे किसी ने बुरी नजर से बचाने के लिए काला टीका लगा दिया हो।
मैं- वाउ.. यार क्या मस्त गान्ड है.. इसको देख कर मेरा तो लंड खड़ा हो गया है.. और इस पर वो तिल तो.. और भी क़यामत लग रही हो।
सेक्सी गर्ल- ऊऊऊहह.. सच में.. तुम भी तो दिखाओ अपना लंड..
मैं- लो देखो..
मैं अपना लंड कैमरे के सामने ले गया तो लंड को देख कर बोली- सच में.. बहुत अच्छा लंड है.. बड़ा और मोटा भी है.. छूने का मन हो रहा है..
मैं- हाहहहहह.. तो छू लो.. रोका किसने है..
सेक्सी गर्ल- हाहहहहहहाहा..
मैं- अब कुछ और दिखाओ.. अपने कपड़े उतारो न..
उसने अपनी गुलाबी पारदर्शी ड्रेस को खोल दिया.. तो मुझे उसके गुलाबी ब्रा और काली पैंटी दिखने लगी और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में सामने थी।
मैं- अपनी चूचियों को कैसे दबाती हो..?
वो अपनी रसीली सी चूचियों को मसलने लगी।
मैं- ज़रा अपनी ब्रा हटा कर अपने नंगी चूचियों का दीदार तो करवाओ यार..
उसने अपनी ब्रा को हटा दिया.. ब्रा के हटते ही उसकी दोनों चूचियों बाहर उछल कर आ गईं, उसकी बड़ी-बड़ी चूचियों पर लाल निप्पल और भी क़यामत लग रहे थे।
मैं- तुम्हारी चूचियाँ तो और भी हॉट हैं.. इसको देख कर मेरे लौड़े को कंट्रोल ही नहीं हो रहा है.. अगर तुम पास होतीं.. तो मैं इनको चूसता ही रहता।
सेक्सी गर्ल ने अपने बुब्बू दबाते हुए एक आह सी निकाली- ऊऊऊओह..
मैं- हाँ.. लेकिन क्या करूँ.. इन्हें देख कर ही संतुष्ट हो जाता हूँ.. मेरे बदले तुम ही उनको मसलो न.. और हिलाओ भी..
सेक्सी गर्ल- ठीक है..
अब वो अपनी चूचियों को मसलने लगी हिला-हिला कर मुझे दिखा रही थी। फिर अपने निप्पल को दो उंगली के बीच में फंसा कर चूचियों को हिलाने लगी।
मैं- सिर्फ़ एक कपड़ा अच्छा नहीं लग रहा है तुम्हारे ऊपर.. उसको भी उतार दो..
तो वो पीछे मुड़ गई और अपने बुरड़ों को दबाते हुए उसने अपनी पैन्टी भी उतार दी।
उसके बाद उसके नंगे बदन को देख कर मजा आ गया। वो अपने गोल बुरड़ों को कैमरे के सामने लाई और हिलाने लगी।
मैं- ज़रा अपनी गुलाबी बुर तो दिखाओ?
तो वो आगे को घूम गई और कैमरा को अपनी बुर के सामने ले गई.. क्या हॉट और चिकनी चमेली बुर थी.. उसकी बुर को देख कर ही लग रहा था कि ये अब तक सच में ही कुँवारी है.. मानो मेरे लंड को बुला रही है.. कि आओ और मेरे अन्दर समा जाओ।
कुछ देर तक ये सब चलता रहा.. फिर वो एक बॉडी लोशन ले आई और उसको अपने पूरे बदन में लगा लिया। एक तो वो इतनी गोरी.. ऊपर से बदन पर बॉडी लोशन.. अब वो और क़यामत लग रही थी।
मैं- अब ज़रा अपनी बुर में उंगली करो न..
सेक्सी गर्ल- ठीक है.. लेकिन तुम भी अपना लंड हिलाओ न..
मैं अपना लंड हिलाने लगा और वो बुर में उंगली करने लगी। कुछ देर ऐसा करने के बाद हम दोनों झड़ गए और फिर आज के खेल का अंत हो गया.. इसके बाद हम दोनों लगभग रोज वीडियो चैट करने लगे थे।
कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा, फिर एक दिन।
मैं- हम दोनों बहुत दिन से चैट कर रहे हैं.. क्यों ना एक बार रियल में मिला जाए..।
सेक्सी गर्ल- आइडिया बुरा नहीं है.. लेकिन किधर मिलोगे?
मैं- तुम जहाँ बोलो..
सेक्सी गर्ल- मैं पटना से हूँ.. लेकिन कोलकाता में रहती हूँ।
मैं- मैं भी पटना से ही हूँ.. लेकिन दिल्ली में रहता हूँ।
सेक्सी गर्ल- तो कहाँ मिलें?
मैं- पटना में।
सेक्सी गर्ल- मैं अभी पटना नहीं जाऊँगी!
मैं- ओके.. तो मैं कोलकाता आ जाता हूँ। लेकिन कोलकाता में कहा पर मिलोगी?
सेक्सी गर्ल- हाँ ये सही रहेगा.. यहाँ मैं एक होटल में 2 कमरे बुक करती हूँ.. वहीं मिलूँगी।
मैं- ठीक है..’क्या अब भी अपना चेहरा नहीं दिखाओगी?’
सेक्सी गर्ल- अब चेहरा क्या चीज है तुम मुझे सीधे होटल में पूरा खोल कर ही देख लेना..
मैं हँस दिया और बात खत्म हो गई।
दूसरे दिन..
सेक्सी गर्ल- मैंने एक होटल बुक किया है दो कमरे हैं.. 212 & 213 तुम रविवार को कोलकाता आ जाओ।
मैं- मैं रविवार क्या.. मैं तो शुक्रवार को ही पहुँच जाऊँगा..
सेक्सी गर्ल- तुम जब भी आओ.. लेकिन मैं मिलूँगी रविवार को ही..
मैं- ठीक है..
मैं घर पर बोला कि मेरा एक एग्जाम है.., मैं कोलकाता जा रहा हूँ। वैसे कोलकाता मे मेरी बड़ी दीदी रहती हैं.. सो वहीं रुक जाऊँगा और मैं कोलकाता पहुँच गया।
वहाँ मेरी दीदी मुझे लेने आईं.. मैं दीदी से 2 साल के बाद मिल रहा था.. क्योंकि जब वो आती थीं.. तो मैं नहीं होता था.. और जब मैं आता था.. तो वो नहीं होती थीं।
दो साल में दीदी बहुत बदल गई थीं.. पहले से सुंदर हो गई थीं। मैं दीदी के साथ उनके कमरे पर गया ये फ्लैट दीदी और उसकी एक दोस्त को कंपनी ने ही दिया था.. लेकिन अभी उसकी दोस्त अपने घर गई हुई थी। वो रविवार को आने वाली थी।
फिर कुछ देर दीदी के साथ बात करता रहा.. फिर मैं फ्रेश हो गया और दोनों ने खाना खा लिया। दीदी ऑफिस चली गईं.. तब मैं अकेला था.. तो मैंने सेक्सी गर्ल को मैसेज किया।
मैं- मैं कोलकाता पहुँच गया हूँ।
सेक्सी गर्ल- अभी मैं ऑफिस में हूँ.. रात में बात करती हूँ।
मैं घूमते हुए दीदी के कमरे में गया.. तो मुझे कमरा कुछ जाना-पहचाना सा लग रहा था.. लेकिन मैं तो पहली बार कोलकाता आया हूँ.. तो ये कमरा मैंने कैसे देखा??
तभी अचानक से कैमरे में देखा हुआ कमरा याद आया और एकदम से मेरे मन में आया कि कहीं दीदी ही तो सेक्सी गर्ल नहीं हैं।
मैं दीदी की ड्रेस वगैरह ढूँढने लगा.. तो मुझे वो कपड़े भी दिख गए.. जिसको पहन कर सेक्सी गर्ल चैट करती थी। अब तो मुझे भरोसा हो गया कि दीदी ही सेक्सी गर्ल हैं। तो मुझे अपने आप में बहुत बुरा लग रहा था कि मैं अपनी ही बहन को नंगी देख चुका हूँ और उसी के साथ सेक्स करने दिल्ली से कोलकाता आ गया हूँ। फिर मैंने सोचा कि सिर्फ़ मैं ही तो नहीं हूँ.. जो अपनी बहन को चोदूँगा..
कुछ देर तक मैं अपने आपसे जूझता रहा फिर मैं भाई-बहन वाली कहानियाँ पढ़ने लगा।
करीब 10-15 कहानियाँ पढ़ने के बाद मैंने सोचा- नहीं यार.. अगर कोई कुँवारी बुर मिल रही है तो उसे छोड़ना नहीं चाहिए और मैं दीदी को चोदने के लिए तैयार हो गया।
शाम को जब दीदी आईं.. तो उसको देखने का मेरा नज़रिया ही बदल चुका था। अब मुझे वो दीदी नहीं.. सेक्सी गर्ल नज़र आ रही थी।
फिर सारा दिन भी उसी तरह बीत गया..
रात को हम दोनों फिर से ऑनलाइन आए..
कुछ देर बात करने के बाद पूछा- तुम कितने भाई-बहन हो?
सेक्सी गर्ल- 3… एक भाई और 2 बहन और तुम?
मैं- एक भाई और 2 बहन.. तुमको तुम्हारा भाई कैसा लगता है?
सेक्सी गर्ल- अच्छा है..
मैं- अगर मौका मिला तो तुम उसके साथ सेक्स करोगी?
सेक्सी गर्ल - नहीं ऐसा कुछ नहीं सोचा है..
मैं - और अगर वो तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहे तो करोगी?
सेक्सी गर्ल- पता नहीं.. तब की तब देखी जाएगी।
मैं - तो आओ वीडियो चैट पर आज अपना चेहरा तो दिखाओगी ना?
सेक्सी गर्ल- ठीक है..
वो वीडियो चैट पर आई.. तब मैं न्यूड था और वो भी सिर्फ़ तौलिया लपेटी हुई थी। जैसे ही मैं उसको अपना चेहरा दिखाया..
वो चौंकते हुए बोली- तुम?
उसने तत्काल चैट ऑफ कर दी। तो मैं नंगा ही उठा और उसके कमरे में चला गया और लाइट जला दी।
वो बोली- तुम जाओ यहाँ से.. ये सब ग़लत है..
मैं- दीदी प्लीज़.. सिर्फ आज.. फिर कभी नहीं..
दीदी- पागल हो गया क्या तू.. हट दूर..
मैं- नहीं दीदी..
दीदी- यह ग़लत है.. और मैं तेरी बहन हूँ।
मैं- नहीं.. आज हम दोनों भाई-बहन नहीं.. एक लड़का और लड़की हैं और हम दोनों को अभी एक-दूसरे की ज़रूरत है.. हम दोनों ने एक-दूसरे का सब कुछ देख लिया है और अगर मैं तुम्हारा भाई नहीं होता.. तो क्या तुम वो सब नहीं करतीं?
यह बोल कर मैं दीदी को चूमने लग गया, मैं उसके चुचों को दबाने लग गया।
अब दीदी का विरोध कम हो गया। मैंने अपनी एक उंगली उसकी बुर पर लगाई.. दीदी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली।
दीदी- नहीं.. मेरे को अजीब लग रहा है..
मैं समझ गया था कि दीदी वर्जिन है और अपनी ही सग़ी बहन की सील तोड़ने में बहुत मज़ा आएगा। दीदी अब गरम हो चुकी थी.. मेरा लंड भी अब बुर को सलाम कर रहा था.. लेकिन फिर दीदी ने मुझे अलग कर दिया।
मैंने उसे समझाया और कहा- प्लीज़ मान जाओ.. हम दोनों को सेक्स की जरूरत है..
जब मैं समझा रहा था.. तो वो मेरे लंड को ही देख रही और तभी मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखा और अपनी तरफ खींचा और उसने गाल पर किस किया।
वो बोली- यह पाप है.. हम दोनों भाई-बहन हैं और किसी को पता चल गया तो बदनामी हो जाएगी। तब मैंने उसे समझाया कि किसी को पता नहीं चलेगी.. ये बात हम दोनों के बीच ही रहेगी। अब मैंने उसके होंठों पर अपने होंठों को रख दिया, वो छूटने की कोशिश करने लगी, मैंने ढील नहीं छोड़ी.. कुछ देर में वो भी गरम होने लगी और उसने छूटने की जद्दोजहद भी खत्म कर दी। तभी मैंने उसके मम्मे पर अपना हाथ रखा और उसे सहलाना चालू कर दिया। करीब 15 मिनट तक ऐसा ही चलता रहा.. फिर वो भी मेरा साथ देने लगी।
अब वो भी मान गई थी और मुझसे गले लग गई.. तो मैं उसके सिर पर हाथ फेरने लगा और उसके कंधे पर किस करने लगा। उसको भी अच्छा लग रहा था.. अब मेरा लंड उसकी बुर के पास स्पर्श हो रहा था। मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मेरा लवड़ा उसके कपड़े को फाड़ कर बुर में चला जाएगा।
फिर मैं हाथ नीचे ले जाकर उसके बुरड़ों को दबाने लगा और चूचियों के ऊपर किस करने लगा। मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके चुचों को दबाने लगा।
वो सिसकरियाँ लेने लगी ‘आआअह.. अहहह..’
मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उसकी तौलिया को हटा दिया.. वो मेरे सामने ब्रा-पैंटी में थी।
आह.., क्या माल लग रही थी.. मैं बता नहीं सकता..
उसके गोरे बदन पर काली ब्रा और पैन्टी.. आह्ह.. पूछो मत कि क्या दिख रही थी। वो जैसे कोई जन्नत की हूर अप्सरा लग रही थी।
फिर मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध दबाने आरम्भ किए.. वो सिसकारियाँ भरने लगी और ‘आआआहह.. आआहह..’ करने लगी।
धीरे-धीरे मैंने उसके पेट पर हाथ फिराते हुए उसकी जाँघों पर हाथों को ले गया और सहलाने लगा। उसने मेरा हाथ अपनी जाँघों में दबा लिया और अकड़ गई।
अब मैं अपने हाथ को पीठ पर ले जाकर सहलाने लगा और गर्दन और चूचियों के ऊपरी भाग पर किस कर रहा था। मैंने हाथ को पीछे ब्रा के हुक में फंसा दिया और उसको खोल दिया। अब ब्रा सिर्फ़ उसकी चूचियों पर टिकी हुई थी.. तो मैंने अपने मुँह से ही ब्रा को हटा दिया। जैसे ही मैंने ब्रा हटाई.. उसकी दोनों चूचियों मेरे सामने आ गई थीं.. जिसको देख कर मेरे मुँह में पानी आने लगा।
अब तक इसको कपड़े के अन्दर या नंगा देखा था.. तो बस लैपटॉप पर ही देखा था.. आज ये सच में मेरे सामने थीं.. वो भी पूरी नंगी।
मैं तो कुछ देर देखता ही रह गया.. नज़दीक से तो ये और भी सेक्सी लग रही थी और इसके गुलाबी निप्पल तो और कयामत ढा रहे थे.. जैसे दो मलाई के ढेर हों.. और उनके ऊपर एक-एक छोटा गुलाबजामुन रखा हुआ हो।
मैं देर ना करते हुए नंगी चूचियों पर झपट्टा मारा और पूरी चूचियों को एक बार में ही अपने मुँह में लेना चाहा। लेकिन उसके मम्मे बड़े थे.. सो नहीं जा पाए.. लेकिन जितना भी गए.. उतने को ही पीने लगा और एक हाथ से दूसरे चूचे के निप्पल को दबाने लगा.. वो तड़प उठी और बोली- भाई रहने दो ना प्लीज़.. अब और नहीं मैं मर जाऊँगी..
वो वासना से ‘आआअहह.. आआहह..’ करने लगी। फिर भी मैं रुका नहीं.. उल्टे मैंने पैंटी के ऊपर से ही उसकी बुर पर हाथ रखा और सहलाने लगा। उसने मेरा लंड पकड़ लिया और अचानक छोड़ दिया।
मैं बोला- क्या हुआ?
तो बोली- यह तो बहुत मोटा और बड़ा है.. मेरे अन्दर नहीं जाएगा..
मैं अपना खड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिया और कहा- इस किस करो..
वो बोली- नहीं मुँह से नहीं होगा..
तो मैं बोला- कोई बात नहीं.. एक काम करो.. इसको थोड़ा पकड़े हुए ही रहो।
थोड़ा ना-नुकर के बाद उसने लंड को पकड़ लिया और सहलाने लगी, फिर हल्का सा चूमा भी.. मेरे लण्ड के मुँह में पानी आने लगा।
अब हम दोनों बिस्तर पर नंगे ही 69 अवस्था में आ गए थे और एक-दूसरे से लिपटे हुए थे। मैंने उसकी बुर पर हाथ रखा और एक उंगली अन्दर डाल दी.. वो तड़प उठी और मेरे लंड को ज़ोर से दबा कर पकड़ लिया। ऊऊओह गॉड.. क्या सीन था..
मैंने अपना लंड उसके होंठों के पास रखा और मुँह में देने लगा.. कुछ देर मना करने के बाद वो मजे से चूसने लगी और मैं उसकी बुर को चूसता रहा और बुर के अन्दर जीभ घुमाता रहा।
इस काम को करते हुए हमें 45 मिनट हो गए थे और वो भी झड़ भी चुकी थी। फिर मैंने मुँह से लंड निकाल लिया, मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा.. तो वो डरते हुए घोड़ी बन गई..
मैं अपने लंड का सुपारा उसकी बुर पर रगड़ने लगा और वो तड़फ रही थी, उसके मुँह से सिसकारी निकल रही थी। उसकी सिसकारी सुन कर मुझे इतना मजा आ रहा था.. जैसे वो बोल रही हो प्लीज़ जान डाल दो अन्दर.. प्लीज़ भाई चोद दो अपनी बहन को..
मैंने लंड उसकी बुर पर रखा और हल्का सा धक्का लगाया तो लंड अन्दर नहीं गया.. क्योंकि उसकी बुर बहुत टाइट थी। वो दर्द से कराह कर आगे को हो गई तो मैंने उसकी चूची को कस कर पकड़ा और थोड़ा ज़ोर से धक्का लगाया.. तो अबकी बार लंड का टोपा बुर में अन्दर फंस गया।
वो दर्द से चिल्ला उठी.. बोली- प्लीज़ निकाल लो.. वरना मर जाऊँगी.. प्लीज़..
उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे.. तभी मैंने एक और धक्का लगाया, लंड आधा अन्दर घुस गया और उसके मुँह से ज़ोरदार चीख निकली- उउउइईई.. ममाआ.. आआह… आआअ मर गई.. आआआहह.. वो रो रही थी.. मैंने उसका मुँह नहीं पकड़ा हुआ था.. क्योंकि हमारा घर बंद था और मकान से बाहर आवाज़ नहीं जाती थी।
मैं ऐसे ही रुका रहा.. उसकी बुर से खून निकल रहा था.. वो आगे की तरफ़ झुकी ताकि छूट सके… लेकिन उसकी इस हरकत से लंड और टाइट हो गया क्योंकि अब उसका मुँह नीचे बिस्तर पर टिका था और घुटने उठे हुए थे।
‘उओ आआहह.. आअहह..’ चिल्ला रही थी और मुझसे लौड़े को बाहर निकालने के लिए कह रही थी लेकिन मैं उसे नहीं छोड़ा.. वरना वो फिर से अन्दर नहीं डलवाती..
कुछ देर मैं ऐसे ही रुका रहा और उसके दूध दबाता रहा। वो कुछ देर बाद नॉर्मल हो गई और मैंने धक्के लगाने शुरु कर दिए, धीरे-धीरे पूरा लंड अन्दर पेल दिया..
वो अभी भी दर्द से कराह रही थी लेकिन कुछ ही देर में वो नॉर्मल हो गई और गान्ड उठा कर मेरा साथ देने लगी.. उसके मुँह से ‘आआहह.. उउऊहह उउउइ.. आअहह..’ की कामुक आवाजें निकलने लगी थीं और ‘छप.. छा..’ की आवाजों से पूरा कमरा गूँज रहा था।
अब मैं झड़ने ही वाला था और तेज-तेज धक्के लगा रहा था, हर धक्के पर उसके मुँह से ‘आअहह..’ निकलती।
करीब 30 मिनट की धकापेल चुदाई के बाद मैं उसकी बुर से बाहर निकल कर झड़ गया। इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी.. झड़ने के बाद मैं उसके ऊपर ही लेट गया और उसे चूमने लगा। मैंने उससे पूछा- कैसा लगा?
तो बोली- पहले बहुत दर्द हुआ.. लेकिन बाद में बहुत मजा आया..
फिर कुछ देर बाद हमने एक-दूसरे को चूमना चाटना शुरु किया और हम फिर से तैयार हो गए। वो मना कर रही थी लेकिन गरम होकर मान गई।
उस रात हमने 4 बार चुदाई की.. सुबह वो चल भी नहीं पा रही थी और उसकी बुर सूज गई थी.. तो मैं बर्फ का टुकड़ा ले कर उसकी बुर की सिकाई करने लगा, तब जा कर कहीं उसकी बुर की सूजन ठीक हुई।
उसके बाद जब वो ठीक हुई तो फिर मैंने उसको चोदा.. मैं वहाँ 5 दिन रहा और इन 5 दिनों में मैंने घर के हर कोने में उसको चोदा और शायद जितने पोज़ मैं जानता था.. हर उस पोज़ में उसको चोदा।
उसके बाद तो मैं अक्सर कोलकाता आने-जाने लगा और जब भी आता.. मन भर के चोद कर आता था। जब वो घर भी आती थी तो भी मैं आ जाता था और हम दोनों खूब मजे करते थे।
*****
मैं राजाबाबू एक बार फिर। मैं अब 22 साल का हो गया हूँ.. पहले से थोड़ा और हैण्डसम भी हो गया हूँ। मेरे घर में माँ-पापा के अलावा मैं और मेरी दो बहनें हैं.. डॉली और कांता। डॉली मुझ से 3 साल बड़ी है।
वो बीटेक पूरी करके एक सॉफ़्टवेयर कंपनी में जॉब कर रही है। दूसरी है कांता.. जो 19 साल की है.. वो पूनमढिल्लो जैसी हो गई है। लेकिन पहले सिर्फ़ चेहरे से ही पूनमढिल्लो जैसी लगती थी.. पर जिस्म से भी वैसी ही हो गई है। कांता बीटेक के पहले साल में है।
बात शुरू यहाँ से हुई कि एक दिन मेरे निम्बज आईडी (एक चैट पोर्टल) में एक रिक्वेस्ट ‘हॉट & सेक्सी गर्ल’ के नाम से आई.. तो मैंने उसको अपनी फ्रेंड लिस्ट में ज़ोड़ लिया और उसको ‘हाई’ लिख कर भेजा.. तो उधर से भी ‘हाई’ लिख कर आया।
मैंने उसका नाम पूछा.. तो वो बोली- नाम में क्या रखा है?
तो मैं बोला- तो मैं आपको किस नाम से बुलाऊँ?
‘सेक्सी गर्ल बोल सकते हो..’
मैंने उससे कुछ देर तक यूँ ही फॉर्मल बात की.. फिर मैंने उससे सेक्स चैट करना चाहा.. और पूछा।
मैं- आपकी उम्र?
सेक्सी गर्ल- 24 और तुम्हारी?
मैं- सेक्सी एज.. 22..
सेक्सी गर्ल- थैंक यू.. तुम तो मुझसे छोटे हो..
मैं- छोटा हूँ तो क्या हुआ.. मेरा दिल बड़ा है।
सेक्सी गर्ल- ऊऊऊऊऊओह..
मैं- आपका ब्वॉयफ्रेण्ड है?
सेक्सी गर्ल- नहीं..
मैं- क्यों?
सेक्सी गर्ल- कोई अच्छा लड़का मिला नहीं.. तुम्हारी गर्लफ्रेंड है?
मैं- नहीं..
सेक्सी गर्ल- क्यों?
मैं- कोई हॉट & सेक्सी गर्ल मिली नहीं या ये बोलूँ कि बस आप से जो मिलना था इसलिए कोई मिली ही नहीं..।
सेक्सी गर्ल- हा हा हा हा..
वो हँसने लगी।
मैं- आप रियली हॉट & सेक्सी हो..
सेक्सी गर्ल- हाँ वो तो मैं हूँ..
मैं- पर तुम कितनी सेक्सी हो.. ज़रा हमें भी बताओ अपना फिगर..
सेक्सी गर्ल- 36बी-28-32..
मैं- वाउ.. मस्त है.. मम्मे इतने बड़े कैसे हुए.. और पतली कमर?
सेक्सी गर्ल- जब चैट करती हूँ.. तो मैं खुद अपने दबाती रहती हूँ।
मैं- खुद से.. कभी किसी लड़के ने नहीं दबाए?
सेक्सी गर्ल- हाँ..
मैं- किसने?
सेक्सी गर्ल- एक ब्वॉयफ्रेण्ड था.. उसने दबाए थे..
मैं- था.. मतलब अब नहीं है.. चलो मेरी लाइन तो क्लियर है..
सेक्सी गर्ल- हा हा अह आहा हाहा.. नो.. मैंने खुद ही उसे छोड़ दिया..
मैं- क्यों?
सेक्सी गर्ल- पसंद नहीं था..
मैं- ऊओह.. तो ब्वॉयफ्रेण्ड ने सिर्फ़ चुचों को ही दबाया या कुछ किया भी?
सेक्सी गर्ल- हाँ.. किया था..
मैं- क्या.. क्या.. बताओ भी?
सेक्सी गर्ल- किस किया.. चुचों को दबाया..
मैं- बस.. और कुछ नहीं.. मतलब उसने तुम्हें चोदा नहीं?
सेक्सी गर्ल- नहीं..
मैं- तो तुम्हारी बुर ने अभी तक लंड नहीं चखा है..?
सेक्सी गर्ल- नहीं..
मैं- वाउ.. पूरे 24 साल की हो गई हो.. और बुर कुँवारी है?
सेक्सी गर्ल- नहीं.. मैंने उसमें उंगली की है।
मैं- ऊऊओह..
सेक्सी गर्ल- हाँ.. तुमने कभी सेक्स किया है?
मैं- हाँ..
सेक्सी गर्ल- किसके साथ?
मैं- एक स्कूल फ्रेंड.. एक पड़ोसी.. एक दोस्त की बहन.. एक भाभी और पापा के एक दोस्त की बीवी और बेटी और उसकी बेटी की एक दोस्त.. गर्ल-फ्रेंड.. कईयों के साथ चुदाई की है..
सेक्सी गर्ल- वाउ.. यार इतने लोगों को चोदा.. मतलब तुमको चोदना अच्छा लगता है?
मैं- हाँ.. ये मेरा पसंदीदा खेल है.. क्यों तुमको चुदना अच्छा नहीं लगता है क्या?
सेक्सी गर्ल- हाँ यार.. मेरा मन तो बहुत करता है..
मैं- तो तुमको चुदने का मौका नहीं मिला क्या?
सेक्सी गर्ल- हाँ मेरा मन तो बहुत होता है.. लेकिन मैं किसी से भी नहीं चुद सकती.. सामने कोई अच्छा लड़का भी तो मिलना चाहिए ना..
मैं- हाँ.. वो तो है.. मतलब आप मेरे बारे में बोल रही हो?
सेक्सी गर्ल- नोओ.. तुम्हारे लंड का साइज़ कितना है?
मैं- 8.5″ लंबा और 3.5″ मोटा..
सेक्सी गर्ल- वाउ.. सो सेक्सी लंड.. क्या तुम अपने लंड की एक पिक्चर सेंड कर सकते हो?
मैं- हाँ.. क्यों नहीं.. आप बोलें तो पूरा लंड लेकर ही आपके पास आ जाऊँ..
वो हँसने लगी- पहले दिखाओ तो..
मैंने एक पिक्चर सेंड कर दी।
सेक्सी गर्ल- वाउ यार.. इतना सेक्सी लंड है..
मैं- थैंक्स.. अब तुम भी अपने चुचों या बुर की पिक्चर सेंड करो ना..
उस दिन तो पट्ठी ने टाल दिया.. लेकिन अगले दिन एक फोटो बिना चेहरे की भेज दी जिसमें मम्मे और बुर दिख रहे थे।
मैं- सच में यार तेरे मम्मे तो उम्मीद से ज्यादा सेक्सी हैं।
सेक्सी गर्ल- थैंक्स..
मैं- वीडियो चैट करो न.. बिना फेस के..
सेक्सी गर्ल- अभी नहीं..
मैं- डर रही हो क्या..? खैर.. कोई बात नहीं.. जब भरोसा हो जाए.. तब ही करना..
सेक्सी गर्ल- ओके..
कुछ दिन वैसे ही बात करने के बाद.. फिर एक दिन रात में मैंने पूछा- वीडियो चैट करोगी?
तो वो मान गई और उसने अपना कैमरा ऑन कर दिया.. लेकिन कैमरे में सिर्फ़ गर्दन के नीचे का जिस्म दिख रहा था। उसने गुलाबी रंग की एक स्लीबलैस नाइट ड्रेस पहनी हुई थी.. जो उसकी आधी चूचियों और पेट को ढके हुई थी।
बाकी उसकी गर्दन.. दोनों हाथ और चुचों के ऊपर का गोरा बदन दिख रहा था। उसने हाथ हिलाया तो मैंने भी हाथ हिला कर ‘हाय’ बोला..
मैं- सो सेक्सी बॉडी..
सेक्सी गर्ल- थैंक्स..
मैं- अपने चुचों को सहलाओ ना..
तो उसने अपने चुचों को कैमरा के और पास ला कर उन्हें हल्का सा हिला दिया और हाथ से सहला दिया। फिर उसने कैमरा को नीचे किया.. नीचे उसने सिर्फ़ एक काली और लाल मिक्स रंग की पैंटी पहनी हुई थी और नीचे से पूरी नंगी थी। उसकी टाँगें भी बहुत चिकनी और सेक्सी लग रही थीं।
मैं- तुम्हारे पैर भी बहुत सेक्सी हैं.. थोड़ा और दिखाओ न..
सेक्सी गर्ल- ओके..
उसने थोड़ा पीछे हो कर कैमरे को एड्जस्ट किया और गर्दन के नीचे के अपने पूरे बदन को दिखाया.. उसने ब्रा और पैंटी के ऊपर कुछ पारदर्शी ड्रेस पहनी थी। फिर वो पीछे मुड़ गई.. उफ्फ.. क्या मस्त गान्ड थी उसकी यार..
कपड़ों के ऊपर से ही मन कर रहा था कि कैमरे में हाथ डाल कर दबा दूँ.. लेकिन मैं देखने के अलावा और कुछ नहीं कर सकता था।
फिर वो गान्ड मटकाते हुए आगे को बढ़ी.. जब वो चल रही थी तो उसके बुरड़ और भी सेक्सी लग रहे थे।
फिर उसने गान्ड के पास से अपने झीने से टॉप को उठाया तो सिर्फ़ पैंटी में उसके बुरड़ों की गोरी चमड़ी और उस पर एक काला तिल तो और भी हॉट लग रहा था। जैसे किसी ने बुरी नजर से बचाने के लिए काला टीका लगा दिया हो।
मैं- वाउ.. यार क्या मस्त गान्ड है.. इसको देख कर मेरा तो लंड खड़ा हो गया है.. और इस पर वो तिल तो.. और भी क़यामत लग रही हो।
सेक्सी गर्ल- ऊऊऊहह.. सच में.. तुम भी तो दिखाओ अपना लंड..
मैं- लो देखो..
मैं अपना लंड कैमरे के सामने ले गया तो लंड को देख कर बोली- सच में.. बहुत अच्छा लंड है.. बड़ा और मोटा भी है.. छूने का मन हो रहा है..
मैं- हाहहहहह.. तो छू लो.. रोका किसने है..
सेक्सी गर्ल- हाहहहहहहाहा..
मैं- अब कुछ और दिखाओ.. अपने कपड़े उतारो न..
उसने अपनी गुलाबी पारदर्शी ड्रेस को खोल दिया.. तो मुझे उसके गुलाबी ब्रा और काली पैंटी दिखने लगी और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में सामने थी।
मैं- अपनी चूचियों को कैसे दबाती हो..?
वो अपनी रसीली सी चूचियों को मसलने लगी।
मैं- ज़रा अपनी ब्रा हटा कर अपने नंगी चूचियों का दीदार तो करवाओ यार..
उसने अपनी ब्रा को हटा दिया.. ब्रा के हटते ही उसकी दोनों चूचियों बाहर उछल कर आ गईं, उसकी बड़ी-बड़ी चूचियों पर लाल निप्पल और भी क़यामत लग रहे थे।
मैं- तुम्हारी चूचियाँ तो और भी हॉट हैं.. इसको देख कर मेरे लौड़े को कंट्रोल ही नहीं हो रहा है.. अगर तुम पास होतीं.. तो मैं इनको चूसता ही रहता।
सेक्सी गर्ल ने अपने बुब्बू दबाते हुए एक आह सी निकाली- ऊऊऊओह..
मैं- हाँ.. लेकिन क्या करूँ.. इन्हें देख कर ही संतुष्ट हो जाता हूँ.. मेरे बदले तुम ही उनको मसलो न.. और हिलाओ भी..
सेक्सी गर्ल- ठीक है..
अब वो अपनी चूचियों को मसलने लगी हिला-हिला कर मुझे दिखा रही थी। फिर अपने निप्पल को दो उंगली के बीच में फंसा कर चूचियों को हिलाने लगी।
मैं- सिर्फ़ एक कपड़ा अच्छा नहीं लग रहा है तुम्हारे ऊपर.. उसको भी उतार दो..
तो वो पीछे मुड़ गई और अपने बुरड़ों को दबाते हुए उसने अपनी पैन्टी भी उतार दी।
उसके बाद उसके नंगे बदन को देख कर मजा आ गया। वो अपने गोल बुरड़ों को कैमरे के सामने लाई और हिलाने लगी।
मैं- ज़रा अपनी गुलाबी बुर तो दिखाओ?
तो वो आगे को घूम गई और कैमरा को अपनी बुर के सामने ले गई.. क्या हॉट और चिकनी चमेली बुर थी.. उसकी बुर को देख कर ही लग रहा था कि ये अब तक सच में ही कुँवारी है.. मानो मेरे लंड को बुला रही है.. कि आओ और मेरे अन्दर समा जाओ।
कुछ देर तक ये सब चलता रहा.. फिर वो एक बॉडी लोशन ले आई और उसको अपने पूरे बदन में लगा लिया। एक तो वो इतनी गोरी.. ऊपर से बदन पर बॉडी लोशन.. अब वो और क़यामत लग रही थी।
मैं- अब ज़रा अपनी बुर में उंगली करो न..
सेक्सी गर्ल- ठीक है.. लेकिन तुम भी अपना लंड हिलाओ न..
मैं अपना लंड हिलाने लगा और वो बुर में उंगली करने लगी। कुछ देर ऐसा करने के बाद हम दोनों झड़ गए और फिर आज के खेल का अंत हो गया.. इसके बाद हम दोनों लगभग रोज वीडियो चैट करने लगे थे।
कुछ दिन तक ऐसा ही चलता रहा, फिर एक दिन।
मैं- हम दोनों बहुत दिन से चैट कर रहे हैं.. क्यों ना एक बार रियल में मिला जाए..।
सेक्सी गर्ल- आइडिया बुरा नहीं है.. लेकिन किधर मिलोगे?
मैं- तुम जहाँ बोलो..
सेक्सी गर्ल- मैं पटना से हूँ.. लेकिन कोलकाता में रहती हूँ।
मैं- मैं भी पटना से ही हूँ.. लेकिन दिल्ली में रहता हूँ।
सेक्सी गर्ल- तो कहाँ मिलें?
मैं- पटना में।
सेक्सी गर्ल- मैं अभी पटना नहीं जाऊँगी!
मैं- ओके.. तो मैं कोलकाता आ जाता हूँ। लेकिन कोलकाता में कहा पर मिलोगी?
सेक्सी गर्ल- हाँ ये सही रहेगा.. यहाँ मैं एक होटल में 2 कमरे बुक करती हूँ.. वहीं मिलूँगी।
मैं- ठीक है..’क्या अब भी अपना चेहरा नहीं दिखाओगी?’
सेक्सी गर्ल- अब चेहरा क्या चीज है तुम मुझे सीधे होटल में पूरा खोल कर ही देख लेना..
मैं हँस दिया और बात खत्म हो गई।
दूसरे दिन..
सेक्सी गर्ल- मैंने एक होटल बुक किया है दो कमरे हैं.. 212 & 213 तुम रविवार को कोलकाता आ जाओ।
मैं- मैं रविवार क्या.. मैं तो शुक्रवार को ही पहुँच जाऊँगा..
सेक्सी गर्ल- तुम जब भी आओ.. लेकिन मैं मिलूँगी रविवार को ही..
मैं- ठीक है..
मैं घर पर बोला कि मेरा एक एग्जाम है.., मैं कोलकाता जा रहा हूँ। वैसे कोलकाता मे मेरी बड़ी दीदी रहती हैं.. सो वहीं रुक जाऊँगा और मैं कोलकाता पहुँच गया।
वहाँ मेरी दीदी मुझे लेने आईं.. मैं दीदी से 2 साल के बाद मिल रहा था.. क्योंकि जब वो आती थीं.. तो मैं नहीं होता था.. और जब मैं आता था.. तो वो नहीं होती थीं।
दो साल में दीदी बहुत बदल गई थीं.. पहले से सुंदर हो गई थीं। मैं दीदी के साथ उनके कमरे पर गया ये फ्लैट दीदी और उसकी एक दोस्त को कंपनी ने ही दिया था.. लेकिन अभी उसकी दोस्त अपने घर गई हुई थी। वो रविवार को आने वाली थी।
फिर कुछ देर दीदी के साथ बात करता रहा.. फिर मैं फ्रेश हो गया और दोनों ने खाना खा लिया। दीदी ऑफिस चली गईं.. तब मैं अकेला था.. तो मैंने सेक्सी गर्ल को मैसेज किया।
मैं- मैं कोलकाता पहुँच गया हूँ।
सेक्सी गर्ल- अभी मैं ऑफिस में हूँ.. रात में बात करती हूँ।
मैं घूमते हुए दीदी के कमरे में गया.. तो मुझे कमरा कुछ जाना-पहचाना सा लग रहा था.. लेकिन मैं तो पहली बार कोलकाता आया हूँ.. तो ये कमरा मैंने कैसे देखा??
तभी अचानक से कैमरे में देखा हुआ कमरा याद आया और एकदम से मेरे मन में आया कि कहीं दीदी ही तो सेक्सी गर्ल नहीं हैं।
मैं दीदी की ड्रेस वगैरह ढूँढने लगा.. तो मुझे वो कपड़े भी दिख गए.. जिसको पहन कर सेक्सी गर्ल चैट करती थी। अब तो मुझे भरोसा हो गया कि दीदी ही सेक्सी गर्ल हैं। तो मुझे अपने आप में बहुत बुरा लग रहा था कि मैं अपनी ही बहन को नंगी देख चुका हूँ और उसी के साथ सेक्स करने दिल्ली से कोलकाता आ गया हूँ। फिर मैंने सोचा कि सिर्फ़ मैं ही तो नहीं हूँ.. जो अपनी बहन को चोदूँगा..
कुछ देर तक मैं अपने आपसे जूझता रहा फिर मैं भाई-बहन वाली कहानियाँ पढ़ने लगा।
करीब 10-15 कहानियाँ पढ़ने के बाद मैंने सोचा- नहीं यार.. अगर कोई कुँवारी बुर मिल रही है तो उसे छोड़ना नहीं चाहिए और मैं दीदी को चोदने के लिए तैयार हो गया।
शाम को जब दीदी आईं.. तो उसको देखने का मेरा नज़रिया ही बदल चुका था। अब मुझे वो दीदी नहीं.. सेक्सी गर्ल नज़र आ रही थी।
फिर सारा दिन भी उसी तरह बीत गया..
रात को हम दोनों फिर से ऑनलाइन आए..
कुछ देर बात करने के बाद पूछा- तुम कितने भाई-बहन हो?
सेक्सी गर्ल- 3… एक भाई और 2 बहन और तुम?
मैं- एक भाई और 2 बहन.. तुमको तुम्हारा भाई कैसा लगता है?
सेक्सी गर्ल- अच्छा है..
मैं- अगर मौका मिला तो तुम उसके साथ सेक्स करोगी?
सेक्सी गर्ल - नहीं ऐसा कुछ नहीं सोचा है..
मैं - और अगर वो तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहे तो करोगी?
सेक्सी गर्ल- पता नहीं.. तब की तब देखी जाएगी।
मैं - तो आओ वीडियो चैट पर आज अपना चेहरा तो दिखाओगी ना?
सेक्सी गर्ल- ठीक है..
वो वीडियो चैट पर आई.. तब मैं न्यूड था और वो भी सिर्फ़ तौलिया लपेटी हुई थी। जैसे ही मैं उसको अपना चेहरा दिखाया..
वो चौंकते हुए बोली- तुम?
उसने तत्काल चैट ऑफ कर दी। तो मैं नंगा ही उठा और उसके कमरे में चला गया और लाइट जला दी।
वो बोली- तुम जाओ यहाँ से.. ये सब ग़लत है..
मैं- दीदी प्लीज़.. सिर्फ आज.. फिर कभी नहीं..
दीदी- पागल हो गया क्या तू.. हट दूर..
मैं- नहीं दीदी..
दीदी- यह ग़लत है.. और मैं तेरी बहन हूँ।
मैं- नहीं.. आज हम दोनों भाई-बहन नहीं.. एक लड़का और लड़की हैं और हम दोनों को अभी एक-दूसरे की ज़रूरत है.. हम दोनों ने एक-दूसरे का सब कुछ देख लिया है और अगर मैं तुम्हारा भाई नहीं होता.. तो क्या तुम वो सब नहीं करतीं?
यह बोल कर मैं दीदी को चूमने लग गया, मैं उसके चुचों को दबाने लग गया।
अब दीदी का विरोध कम हो गया। मैंने अपनी एक उंगली उसकी बुर पर लगाई.. दीदी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली।
दीदी- नहीं.. मेरे को अजीब लग रहा है..
मैं समझ गया था कि दीदी वर्जिन है और अपनी ही सग़ी बहन की सील तोड़ने में बहुत मज़ा आएगा। दीदी अब गरम हो चुकी थी.. मेरा लंड भी अब बुर को सलाम कर रहा था.. लेकिन फिर दीदी ने मुझे अलग कर दिया।
मैंने उसे समझाया और कहा- प्लीज़ मान जाओ.. हम दोनों को सेक्स की जरूरत है..
जब मैं समझा रहा था.. तो वो मेरे लंड को ही देख रही और तभी मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखा और अपनी तरफ खींचा और उसने गाल पर किस किया।
वो बोली- यह पाप है.. हम दोनों भाई-बहन हैं और किसी को पता चल गया तो बदनामी हो जाएगी। तब मैंने उसे समझाया कि किसी को पता नहीं चलेगी.. ये बात हम दोनों के बीच ही रहेगी। अब मैंने उसके होंठों पर अपने होंठों को रख दिया, वो छूटने की कोशिश करने लगी, मैंने ढील नहीं छोड़ी.. कुछ देर में वो भी गरम होने लगी और उसने छूटने की जद्दोजहद भी खत्म कर दी। तभी मैंने उसके मम्मे पर अपना हाथ रखा और उसे सहलाना चालू कर दिया। करीब 15 मिनट तक ऐसा ही चलता रहा.. फिर वो भी मेरा साथ देने लगी।
अब वो भी मान गई थी और मुझसे गले लग गई.. तो मैं उसके सिर पर हाथ फेरने लगा और उसके कंधे पर किस करने लगा। उसको भी अच्छा लग रहा था.. अब मेरा लंड उसकी बुर के पास स्पर्श हो रहा था। मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे मेरा लवड़ा उसके कपड़े को फाड़ कर बुर में चला जाएगा।
फिर मैं हाथ नीचे ले जाकर उसके बुरड़ों को दबाने लगा और चूचियों के ऊपर किस करने लगा। मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके चुचों को दबाने लगा।
वो सिसकरियाँ लेने लगी ‘आआअह.. अहहह..’
मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उसकी तौलिया को हटा दिया.. वो मेरे सामने ब्रा-पैंटी में थी।
आह.., क्या माल लग रही थी.. मैं बता नहीं सकता..
उसके गोरे बदन पर काली ब्रा और पैन्टी.. आह्ह.. पूछो मत कि क्या दिख रही थी। वो जैसे कोई जन्नत की हूर अप्सरा लग रही थी।
फिर मैंने उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध दबाने आरम्भ किए.. वो सिसकारियाँ भरने लगी और ‘आआआहह.. आआहह..’ करने लगी।
धीरे-धीरे मैंने उसके पेट पर हाथ फिराते हुए उसकी जाँघों पर हाथों को ले गया और सहलाने लगा। उसने मेरा हाथ अपनी जाँघों में दबा लिया और अकड़ गई।
अब मैं अपने हाथ को पीठ पर ले जाकर सहलाने लगा और गर्दन और चूचियों के ऊपरी भाग पर किस कर रहा था। मैंने हाथ को पीछे ब्रा के हुक में फंसा दिया और उसको खोल दिया। अब ब्रा सिर्फ़ उसकी चूचियों पर टिकी हुई थी.. तो मैंने अपने मुँह से ही ब्रा को हटा दिया। जैसे ही मैंने ब्रा हटाई.. उसकी दोनों चूचियों मेरे सामने आ गई थीं.. जिसको देख कर मेरे मुँह में पानी आने लगा।
अब तक इसको कपड़े के अन्दर या नंगा देखा था.. तो बस लैपटॉप पर ही देखा था.. आज ये सच में मेरे सामने थीं.. वो भी पूरी नंगी।
मैं तो कुछ देर देखता ही रह गया.. नज़दीक से तो ये और भी सेक्सी लग रही थी और इसके गुलाबी निप्पल तो और कयामत ढा रहे थे.. जैसे दो मलाई के ढेर हों.. और उनके ऊपर एक-एक छोटा गुलाबजामुन रखा हुआ हो।
मैं देर ना करते हुए नंगी चूचियों पर झपट्टा मारा और पूरी चूचियों को एक बार में ही अपने मुँह में लेना चाहा। लेकिन उसके मम्मे बड़े थे.. सो नहीं जा पाए.. लेकिन जितना भी गए.. उतने को ही पीने लगा और एक हाथ से दूसरे चूचे के निप्पल को दबाने लगा.. वो तड़प उठी और बोली- भाई रहने दो ना प्लीज़.. अब और नहीं मैं मर जाऊँगी..
वो वासना से ‘आआअहह.. आआहह..’ करने लगी। फिर भी मैं रुका नहीं.. उल्टे मैंने पैंटी के ऊपर से ही उसकी बुर पर हाथ रखा और सहलाने लगा। उसने मेरा लंड पकड़ लिया और अचानक छोड़ दिया।
मैं बोला- क्या हुआ?
तो बोली- यह तो बहुत मोटा और बड़ा है.. मेरे अन्दर नहीं जाएगा..
मैं अपना खड़ा हुआ लंड उसके सामने कर दिया और कहा- इस किस करो..
वो बोली- नहीं मुँह से नहीं होगा..
तो मैं बोला- कोई बात नहीं.. एक काम करो.. इसको थोड़ा पकड़े हुए ही रहो।
थोड़ा ना-नुकर के बाद उसने लंड को पकड़ लिया और सहलाने लगी, फिर हल्का सा चूमा भी.. मेरे लण्ड के मुँह में पानी आने लगा।
अब हम दोनों बिस्तर पर नंगे ही 69 अवस्था में आ गए थे और एक-दूसरे से लिपटे हुए थे। मैंने उसकी बुर पर हाथ रखा और एक उंगली अन्दर डाल दी.. वो तड़प उठी और मेरे लंड को ज़ोर से दबा कर पकड़ लिया। ऊऊओह गॉड.. क्या सीन था..
मैंने अपना लंड उसके होंठों के पास रखा और मुँह में देने लगा.. कुछ देर मना करने के बाद वो मजे से चूसने लगी और मैं उसकी बुर को चूसता रहा और बुर के अन्दर जीभ घुमाता रहा।
इस काम को करते हुए हमें 45 मिनट हो गए थे और वो भी झड़ भी चुकी थी। फिर मैंने मुँह से लंड निकाल लिया, मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा.. तो वो डरते हुए घोड़ी बन गई..
मैं अपने लंड का सुपारा उसकी बुर पर रगड़ने लगा और वो तड़फ रही थी, उसके मुँह से सिसकारी निकल रही थी। उसकी सिसकारी सुन कर मुझे इतना मजा आ रहा था.. जैसे वो बोल रही हो प्लीज़ जान डाल दो अन्दर.. प्लीज़ भाई चोद दो अपनी बहन को..
मैंने लंड उसकी बुर पर रखा और हल्का सा धक्का लगाया तो लंड अन्दर नहीं गया.. क्योंकि उसकी बुर बहुत टाइट थी। वो दर्द से कराह कर आगे को हो गई तो मैंने उसकी चूची को कस कर पकड़ा और थोड़ा ज़ोर से धक्का लगाया.. तो अबकी बार लंड का टोपा बुर में अन्दर फंस गया।
वो दर्द से चिल्ला उठी.. बोली- प्लीज़ निकाल लो.. वरना मर जाऊँगी.. प्लीज़..
उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे.. तभी मैंने एक और धक्का लगाया, लंड आधा अन्दर घुस गया और उसके मुँह से ज़ोरदार चीख निकली- उउउइईई.. ममाआ.. आआह… आआअ मर गई.. आआआहह.. वो रो रही थी.. मैंने उसका मुँह नहीं पकड़ा हुआ था.. क्योंकि हमारा घर बंद था और मकान से बाहर आवाज़ नहीं जाती थी।
मैं ऐसे ही रुका रहा.. उसकी बुर से खून निकल रहा था.. वो आगे की तरफ़ झुकी ताकि छूट सके… लेकिन उसकी इस हरकत से लंड और टाइट हो गया क्योंकि अब उसका मुँह नीचे बिस्तर पर टिका था और घुटने उठे हुए थे।
‘उओ आआहह.. आअहह..’ चिल्ला रही थी और मुझसे लौड़े को बाहर निकालने के लिए कह रही थी लेकिन मैं उसे नहीं छोड़ा.. वरना वो फिर से अन्दर नहीं डलवाती..
कुछ देर मैं ऐसे ही रुका रहा और उसके दूध दबाता रहा। वो कुछ देर बाद नॉर्मल हो गई और मैंने धक्के लगाने शुरु कर दिए, धीरे-धीरे पूरा लंड अन्दर पेल दिया..
वो अभी भी दर्द से कराह रही थी लेकिन कुछ ही देर में वो नॉर्मल हो गई और गान्ड उठा कर मेरा साथ देने लगी.. उसके मुँह से ‘आआहह.. उउऊहह उउउइ.. आअहह..’ की कामुक आवाजें निकलने लगी थीं और ‘छप.. छा..’ की आवाजों से पूरा कमरा गूँज रहा था।
अब मैं झड़ने ही वाला था और तेज-तेज धक्के लगा रहा था, हर धक्के पर उसके मुँह से ‘आअहह..’ निकलती।
करीब 30 मिनट की धकापेल चुदाई के बाद मैं उसकी बुर से बाहर निकल कर झड़ गया। इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी.. झड़ने के बाद मैं उसके ऊपर ही लेट गया और उसे चूमने लगा। मैंने उससे पूछा- कैसा लगा?
तो बोली- पहले बहुत दर्द हुआ.. लेकिन बाद में बहुत मजा आया..
फिर कुछ देर बाद हमने एक-दूसरे को चूमना चाटना शुरु किया और हम फिर से तैयार हो गए। वो मना कर रही थी लेकिन गरम होकर मान गई।
उस रात हमने 4 बार चुदाई की.. सुबह वो चल भी नहीं पा रही थी और उसकी बुर सूज गई थी.. तो मैं बर्फ का टुकड़ा ले कर उसकी बुर की सिकाई करने लगा, तब जा कर कहीं उसकी बुर की सूजन ठीक हुई।
उसके बाद जब वो ठीक हुई तो फिर मैंने उसको चोदा.. मैं वहाँ 5 दिन रहा और इन 5 दिनों में मैंने घर के हर कोने में उसको चोदा और शायद जितने पोज़ मैं जानता था.. हर उस पोज़ में उसको चोदा।
उसके बाद तो मैं अक्सर कोलकाता आने-जाने लगा और जब भी आता.. मन भर के चोद कर आता था। जब वो घर भी आती थी तो भी मैं आ जाता था और हम दोनों खूब मजे करते थे।
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