hotaks444
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राहुल आज बड़ा ही उदास है और स्कूल में भी चुप ही रहता है ,मुझे ये देखकर बहुत ही चिंता होती है की आखिर मेरा प्यारा दोस्त यु खोया खोया सा क्यों लग रहा है ,
'क्या हुआ बे साले इतना उदास सा क्यों रह रहा है तू ,'राहुल चुप
'बता दे तुझे दीदी की कसम है 'मुझे थोडा गुस्सा आ जाता है ,
'भाई दीदी की कसम मत दिया कर,कुछ बताने लायक होता हो तुझे नहीं बताता क्या ,अपने दोस्त को ऐसा समझ रखा है तूने ,'राहुल भी थोडा गुस्सा हो गया ,
मैंने मन ही मन उसे गलिया दि ''साले कोण सा तुम लोग मुझे कुछ बताते हो ''
'बोल दे ना भाई '
'कुछ नहीं दोस्त '
'बोल भोसड़ीके 'राहुल ने मुझे घूर के देखा
'कुछ नहीं बोला ना बे क्यों आंड खा रहा है ,'मैंने राहुल के आँखों में देखा कुछ तो गलत था ,
'हुम्म ओके चल आज बियर पीते है ,'राहुल ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा
'साले तू कब से पिने लगा,'
'जब से तू मुझसे चीजे छिपाने लगा है ,अब चल '
'सच भाई कोई प्रोब्लम नहीं है,तू क्यों टेंशन ले रहा है ,'
'साले आजकल मैं धयान करता हु ,तेरी आँखे बता रही है की तू छुपा रहा है ,ठीक है नहीं बताना है तो मत बता (मैं कुछ देर सोच में पड़ा रहता हु )अच्छा एक बात बता जो प्रीति ने मुझे बताया वो सच है क्या ,'मेरी बात से राहुल बिलकुल ही काप सा गया जो मैंने भाप लिया
'क्या बताया 'मुझे प्रीति ने कुछ भी नहीं बताया था ,
'वही आयशा और दीदी और प्रीति और परमिंदर नानू विक्की ,तू तो मुझसे कोई बात नहीं छुपता ना तो इतनी बड़ी बात कैसे ...'मैंने कुछ भी नहीं किया था पर ना जाने क्यों मेरी आँखों में आंसू आ गए ,राहुल को लगा की शायद इसे सब पता चल गया है ,वो डर गया
'भाई कुछ तो नहीं हुआ 'मैंने उसे देखा मेरी आँखे लाल हो चुकी थी ,पता नहीं आजकल मैं अपने इमोशन को काबू से बाहर कर देता था ,राहुल सच में डर से कापने लगा ,
'भाई सॉरी वो दीदी ने कहा था की ...'मेरे आँख लावो की तरह उबलने लगे थे और आंसू की धार बह चली थी मुझे खुद समझ नहीं आ रहा था की ये क्या हो रहा है ,पर डॉ के कहे मुताबिक मैं बस अपने को छोड़ देना चाहता था,
'मुझे विडिओ देखना है ,'विडिओ के नाम सुनकर राहुल पसीने से लथपथ हो गया और वहा से भागने लगा ,,मैंने उसका हाथ पकड़ कर खीचा वो मेरे आगे किसी गुडिया से जादा ताकतवर नहीं लग रहा था मैंने अपने हाथो से उसकी गर्दन पकड़ी और उसे हवा में उठा दिया ,राहुल मेरे इस रूप को देखकर दंग था ,सायद मैं भी
'भाई ये क्या कर रहा है ,विडिओ मेरे पास नहीं है ,'मुझे अपने आप का अहसास हुआ तो मैंने उसे निचे उतार दिया ,वो अब भी डरा हुआ था ,
'मैं डॉ चुतिया से मिला था ,और मैं जनता हु की विडिओ कहा कहा पर है ,अब तू बतायेगा की नहीं ,तू मेरा भाई है ,पर ये मेरी दीदी का सवाल है ,बाकि तू समझदार है,'राहुल ने एक गहरी सांसे ली और डॉ को गाढ़ी गाढ़ी गालीया अपने मन में दिया ,
'ठीक है चल ,पर मुझसे एक वचन कर अगर तू मुझे अपना भाई मानता है तो ,'मैं थोडा नार्मल हो चूका था ,मेरे मुह से मेरे ही राज निकल गए थे और मैंने अँधेरे में तीर मारा था ,
'तेरे लिए कुछ भी कर सकता हु तू जानता है ना ,'
'हां भाई पर ये दीदी से जुड़ा मामला है ,पता नहीं तू इसे देखने के बाद कैसा रियेक्ट करेगा ,'मुझे लगा की जो फोटोज मैंने दीदी के मोबाईल में देखि थी शायद ये वही होंगी और मैं सम्हाल लूँगा ...
'ठीक है बता क्या वादा चाहिए तुझे ,'
'तुझे मेरी कसम है ,तुझे दीदी की कसम है की तू उसे देख कर कोई भी उल्टा सीधा या जल्दबाजी में कुछ भी नहीं करेगा ,पहले जा कर दीदी से मिलेगा उन्हें इनके बारे में मत बताना ,पर मैं जनता हु तू दीदी से मिलकर शांत हो जायेगा तो पहले दीदी से मिलकर बात करेगा फिर ही तू कुछ और करेगा ,मंजूर 'मैं थोड़ी देर उसे देखता रहा
'अगर मंजूर ना हो तो तू मेरी जान ले ले मैं तुझे कुछ नहीं दिखाऊंगा 'मैंने उसे हसकर देखा और उसे अपने गले लगा लिया ,वो साला बड़ा प्यारा लग रहा था ,
'ठीक है मंजूर ,लेकिन अभी चल '
राहुल ने अपने रूम में लेपी खोली पासवर्ड डाला और उस फोल्डर को खोला मुझे तुरंत दीदी का नाम दिख गया ,
'तू हट मुझे देखना है ,'
'पर भाई मैं दिखा रहा हु ना 'मैंने उसके कंधे को पकड़ कर उसे पीछे धकेल दिया और खुद लेपी के पास चला गया वो लडखडाता हुआ पीछे की आ गया और मुझे आश्चर्य से देखने लगा ,
मैंने दीदी वाला फोल्डर खोलने के लिए कर्सल वह ले गया,राहुल की दिल की धड़कने बढ़ी हुई थी जिसकी आवाज मुझे भी सुनाई दे रही थी ,जब इसकी धड़कने इतनी बडी हुई है तो मेरा क्या होगा क्या मैं सच में इसे सम्हाल पाउँगा अगर कुछ नया दिख गया तो ,मैं लगातार 15 गहरी सांसे ली राहुल मुझे ऐसे देख रहा था जैसे मैं कोई भूत हु ,मेरा मन जब पूरी तरह से शांत हो गया तो मैंने उसे मुस्कुरा के देखा और क्लिक कर दिया ,
इतने विडिओ मेरी धड़कने बड रही थी मैंने फिर 10 गहरी सांसे ली खुद को सम्हाल कर मैंने पहले विडिओ में क्लीक किया राहुल वह से जाने लगा मैंने उसका हाथ पकड़ उसे रोक लिया ,
पहले विडिओ को देखते देखते मेरी आँखों में अंगारे थे मेरा पूरा शारीर काप रहा था मैं जमीन में बैठ गया और आँखे बंद कर बाद दीदी के चहरे को देखने लगा ,
''दीदी मेरी प्यारी दीदी क्या क्या नहीं सहा है तुमने इतना क्यों उससे प्यार किया जिसने तुम्हे धोखा दिया...तुम्हारी कोई गलती नहीं थी दि तुम प्यार में थी उस लड़के के ,तुमने मुझे नहीं बताया राहुल से छुपाया क्योकि तुम प्यार में थी अपने भाइयो के ,सब अकेली सहती रही ना '
राहुल के आँखों से भी आंसू की धरा बहाने लगी ,वो मुझसे आकर लिपट गया ,
'भाई मैं भी तेरा गुनाहगार हु ,जब परमिंदर और आयशा वाला केस हुआ तब से ये विडिओ मेरे पास है ,तब से मैं ये दर्द अपने जेहन में दबा के रख्खा हु ,मुझे माफ़ कर दे मेरे भाई ,'मैं राहुल से लिपट के रोता रहा और वो मुझसे जब तक हमारे आंसू नहीं थम गए ,अब मेरा दिल बिलकुल हल्का था और रास्ता साफ ...
मैं उठा और दूसरे विडिओ को चलाने के लिए क्लीक किया ,लेकिन राहुल ने मुझे टोक दिया ...
'भाई सब में वही है ,लेकिन अगर तुझमे हिम्मात है और तू ये देख पाए तो आखरी विडिओ देख ले ...'मैंने आखरी विडिओ चलायी पहला नजारा देख कर ही मैं पास राखी खुर्सी पर गिर गया मैं किसी बुत की तरह सब देख रहा था लेकिन राहुल ने उसे फ़ास्ट फारवर्ड किया उसने मुझे इंजेक्शन के बारे में बताया और उस जगह विडिओ को ले गया जहा मेरी और दीदी की बात हुई थी मेरी आँखों में आंसू थे और उस दिन का मंजर साफ़ हो चला था...इतने पर राहुल ने विडिओ बंद कर दिया मेरे अंग अंग में बस अंगारे थे आँखों में पानी था ,जो मेरी जलती हुई आँखों को थोडा सकून दे रही थी ,मेरे दांत आपस में पिस रहे थे ,चहरा किसी अंगारे सा तपता हुआ किसी टमाटर सा लाल हो चूका था,मै८न बेसुध सा अपनी जगह पर बैठा निर्वात(खाली स्थान) को ताक रहा था ...
'भाई इन लोगो ने दीदी के साथ 8 घंटो तक बलात्कार किया'मैंने सर उठाकर राहुल को देखा
'हा भाई ये बलात्कार ही था ,मैंने भी ये विडिओ कल ही देखा,पर ठहरा नामर्द ,हा भाई मैं नामर्द हु जो ये सब देखकर भी चुप बैठा हु एक जन तो अब जा चूका है,पर बाकि दो को तडफा तडफा के मरना भाई,उन्होंने हमारी दीदी के जिस्म से कपडे उतारे है ,उनके जिस्म से चमड़ी उखाड़नी चाहिए 'राहुल के भी हाथ पाँव कापने लगे थे ,मैं अपनी जगह से उठा और राहुल को गले से लगा लिया वो फफककर रो पड़ा ...
'भाई जो तूने किया उसके लिए भी हिम्मत चाहिए ,अब गुस्से से काम नहीं चलेगा हमें इस पेड़ के जड़ तक को काट के फेकना है ,तू अपने को रिलेक्स कर और जा कर विक्की और नानू से मिल और इस पते पर ले आ (मैंने डॉ वाला पता उसे दिया ),याद रहे उन्हें पता नहीं चलना चाहिए की तू गुस्से में है ,और तू उन्हें कॉल नहीं करेगा और ऐसे मिलना की कोई देखे नहीं ,तेरे साथ आते भी कोई नहीं देखना चाहिए,,,अब हम दोनों भाई मिलकर कुछ करेंगे पर दीदी को पता नहीं चलना चाहिए ,पुरे विडिओ मैं अभी डिलीट कर रहा हु ,तुझे कोई प्रोब्लम तो नहीं 'राहुल बड़े आश्चर्य से मुझे देख रहा था ,उसके आँखों में मेरे लिए आंसू था ,उसने बड़े प्यार से मुझे नहीं कहा ,
'मैंने तुझसे वादा किया था ना की दीदी से मिलकर ही जाऊंगा तो मैं दीदी से मिलाने जा रहा हु'
वो मेरे गालो पर अपने हाथ रख कर मुझे बड़े प्यार से देख रहा था ,
'साले आज तो तू दीदी की तरह समझदारी वाली बात कर रहा है ,इतना समझ कहा से आ गया'
'दीदी से '....
मैंने पुरे विडिओ डेलेट कर डी और घर को चला गया मुझे नहीं पता था की मैं दीदी से कैसे डील करूँगा ,दीदी के रूम को नोक किया दीदी ने बड़े प्यार से मुझे देखा ,
'क्या हुआ भाई थका हुआ लग रहा है ,काफी पिएगा क्या ,बनाकर लाऊ"मैंने ना में अपना सर हिलाया ,दीदी की बातो में प्यार था ,उनकी आँखों में प्यार था ,मैं उनके पास आकार बैठ गया वो एक किताब की ओर देख रही थी ,मैंने दीदी के आँखों में आते बालो को अपने हाथो से हटाया ,उन्होंने मेरी तरफ देखा और प्यार से मेरे होठो पर एक चुम्मन दे दि,दीदी के चहरे पर एक मुस्कान खिल रही थी अब वही मुस्कान मेरे चहरे पर भी थी ,मैं उनके प्यारे चहरे को निहारे जा रहा था की उन्होंने मुझे आँखों से इशारा किया ,क्या हुआ ,
'आप पढो ना मुझे बस आपको देखने का मन हो रहा है ,'वो मेरे गालो पर अपना हाथ रख सहला डी और फिर से किताब पड़ने लगी ,जाने कैसे मेरी दीदी ने मुझे अपनी काले कल से अलग रखा होगा ,हमारे बीच इतना सब हुआ कैसे वो अपनी आग को उस दवाई के इतने स्ट्रोंग असर के बाद भी सिर्फ प्यार ही दिखाया ,तुमने बहुत सहा है दीदी ,बहुत जली होगी तुम भी अपने वासना के आग में पर कभी मुझपर अपनी आंच तक नहीं आने दि ,हमेशा अपने प्यार की छाव तले मुझे बिठाया ,जब मैं रुका तो तुम भी रुक गयी उस आग को तुमने कैसे सम्हाला होगा,इतना कुछ सहती रही ,इतना जलील किया है उन लोगो ने तुम्हे और तुम बस हमें खुशिया और प्यार ही देती रही ,क्या बीती होगी तुमपर जब वो गिध्ध तुम्हे नोच रहे थे और तुम अपने भाई के लिए रो रही थी ,उन्होंने तुम्हारा बलात्कार किया ,हा ये बलात्कार ही था और तुम तुम बस मुझे याद करती रही ,तुमने मुझे जो दिया है उसका एक तिनका भी तुम्हे दे पाऊ तो मेरा तुम्हारा प्यार सफल हो जाएगा ,तुमने तो खुद को मेरे प्यार में भूला दिया और मैं ,मैं अनजान सा बस....लेकिन अब नहीं दीदी हां सच कहता है राहुल उनके शारीर से उनकी चमड़ी तक खीच लूँगा मैं ,तुमपर कोई आंच अब नहीं आएगी नहीं आएगी ,तुम्हे पता चलने भी नहीं दूंगा ,तुम्हारे इस हालत के जिम्मेदारो को ढूंड ढूंड कर मरूँगा जड़ से मिटा दूंगा ....
मेरी आँखों में आंसू की बुँदे देख दीदी घबरा गयी और मेरे आंसुओ को अपने होठो में ले लिया ,मेरे चहरे पर फिर एक मुस्कान आ गयी ,
'क्या हुआ पागल ऐसे क्यों देख रहा है ,'दीदी ने मेरे गालो को सहलाते हुए पूछा ,मैं आगे बढ़कर उनके होठो को अपने होठो में लिया और उनमे खो गया जब हम अलग हुए तो दीदी मुस्कुरा रही थी ,
'इसलिए देख रहा हु ,क्योकि मेरी प्यारी दीदी हस्ते हुए इतनी प्यारी दिखाती है ,'दीदी ने मेरी आँखों में देखा उस प्यार भरे अहसास को देखकर दीदी ने मुझे अपनी ओर खीचा और मेरे होठो को अपने होठो में भर लिया .....
एक बड़ा कमरा जो एक सुनसान जगह पर था राहुल उसपर टहल रहा था ,वो बड़ा ही बेचैन लग रहा था,विक्की और नानू भी किसी का बेसब्री से इन्तजार कर रहे थे,लेकिन वो एक टेबल पर बैठे सिगरेट पी रहे थे ,
'अबे कब आएगी तेरी वो item साला इतनी देर हो गए और उसे करेंगे कहा यार,यहाँ तो बिस्तर भी नहीं है .'नानू ने अपने हाथो से सिगरेट फेकते हुए कहा,राहुल ने बस एक नजर उन्हें देखा और चुप ही रहा ...
इधर मैं उस जगह पर पहुच चूका था और मैंने दरवाजा खटखटाया राहुल दरवाजा खोलते ही उन दोनों के तरफ इशारा करते हुए एक कातिल मुस्कान में मुस्काया..मुझे देख कर वो दोनों सकते में आ गए
'आकाश तुम यहाँ 'विक्की ने कहा
'हा मैं 'मैं हस्ते हुए उनके पास जाता हु और हाथ मिलाता हु ,विक्की जैसे ही हाथ आगे बढाया मैंने उसे अपनी ओर खीच लिया और बड़ी जोरो से एक लात उसके टांगो के बीच लगा दि,वो तिलमिलाता हुआ बैठ जाता है ,और मुझे आश्चर्य से देखने लगता है ,उसका चहरा देखकर मेरे सर में खून चढ़ गया,मुझे वो सभी दृश्य दिखाई पड़ने लगे जो दीदी के साथ हुए थे ,इससे पहले की नानू कुछ समझ पता मैं नानू पर भी झपटा और उसके गर्दन को दबाते हुए उसका सर टेबल पर दे मारा,एक ही वार दोनों के लिये काफी थी पर मुझे देख कर राहुल को ना जाने कौन सा जोश आ गया की उसने पास रखे एक लोहे के सरिये से नानू के सर पर एक वार कर दिया ,नानू का सर फटा और वो जमीन में बेहोश हो पद गया ,इधर विक्की ने कुछ होश सम्हाला और खड़े होने की कोसीसी की पर राहुल ने लगातार कुछ वार उस सरिये से कर दिए..मैंने राहुल को रोका और इशारा किया ,हमने दोनों को खुर्सियो में बांध दिया,पास में ही पानी से भरी एक बाल्टी राखी थी ना जाने कब से उसे भरकर रखा गया हो ,मैंने उसे अपने पास ले लिया ...और नानू के सर पर उधेल दिया ,नानू को होश आने लगा और विक्की ने हमें सवाल भरे निगाहों से देखा,,
'ये सब क्या है ,'मैंने उसे गुस्से दे देखने लगा ,मेरे अंदर की जवाला इतनी बढ़ रही थी मुझे नहीं पता था की मैं कितने देर में अपना आप खो दूंगा
'तम्हारी सच्चाई हमें पता चल चुकी है ,अब तुम्हरे पास एक ही आप्शन है की तुम हमें बताओ की वो दवाई तुम्हे कहा से मिली,'मेरी बात सुनकर विक्की का चहरा लाल हो गया ,वो डर से कुछ बोल नहीं पा रहा था पर उसने उसने थोड़ी हिम्मत जुटाई,,
'हमें नहीं पता वो परमिंदर जानता था,'मेरे चहरे पर एक अजीब सी मुस्कान आई और राहुल ने अपना हाथ चलाया और कई घुसे एक साथ जड़ दिए ,विकी बोखला गया पर कुछ कह ना सका मैं पास ही पड़े सरिये को पकड़ कर आया और विक्की के गले में रख दिया ,
'तुमने जो किया मन तो कर रहा है की तुम्हारे शारीर से तुम्हारी चमड़ी भी नोच लू ,पर तुम्हारे पास बचने का एक रास्ता है ,एक नाम और तुम आजाद ,बताओ जो भी पता है ,'मेरी आँखों में दीदी का चहरा घूम गया पर मैंने अपने को खोने से रोका ...विक्की जानता था की मेरे सर पर खून चढ़ा हुआ
'प्रफुल्ल ,एक फार्मसिस्ट है ,उसने ये दवाई बनायीं है पर उसका भी कुछ दिन पहले क़त्ल हो चूका है ,आगे का मुझे नहीं पता ,उन लडकियों को परमिंदर को तैयार करने कहा गया था,ताकि उन्हें हाई क्लास के लिए तैयार किया जाय ,हम लोग एक दो बार प्रफुल्ल के लेब गए थे पर ये उससे या परमिंदर से कोण करता था ये किसी को नहीं पता ,प्लीज् भाई अब हमें छोड़ दो 'राहुल और मैं एक दुसरे को देखते है,
'अच्छा एक बात और बता की प्रीति को तो तुमने धंधा कराया था ना ,तो ग्राहक कहा से लाते थे और कहा ले जाते थे ,'प्रीति का नाम सुन मैं थोडा हैरान तो हुआ पर मुझे पता था की राहुल को हो पता है वो मुझे नहीं पता ,
'वो वो परमिंदर ही सब करता था हमें कुछ नहीं पता ,'मैंने सरिया उसके गले में धकेल दिया
'जब तुझे कुछ नहीं पता तो तू जी कर क्या करेगा ,'एक खून की फुहार फूटी और मेरे चहरे पर आ लगी ,
ये मंजर देख नानू का तो पेसाब निकल गया ,राहुल उसे लात घुसे से मारने लगा और आख़िरकार तब तक मेरे हाथ से सरिया लेकर उसने उसका काम भी खत्म कर दिया ...
लेकिन राहुल का गुस्सा शांत नहीं हुआ उसने अपने जेब से एक चाकू निकला और उन्दोनो के चमड़े को उनके शरीर से उधेड़ने लगा ,राहुल को देख मुझे लगा जैसे वो विक्षिप्त हो चूका है ,मैंने उसे उसके मन की भड़ास निकलने से नहीं रोका और आश्चर्य जनक रूप से मेरा मन बहुत ही शांत हो चूका था,मैंने डॉ चुतिया को कॉल किया और पूरी कहानी बताई ,उन्होंने हमें वह से जल्दी निकलने और लाश को वही छोड़ देने को कहा ,,...मैंने फिर एक बार मुड़कर राहुल को देखा वो अब अपना सर पकडे बैठा था उसके कपडे तक खून से रंग चुके थे ,मैंने फिर डॉ को कॉल लगाया
'डॉ वाश रूम कहा है ,'
'मकान के पीछे वाले हिस्से में देखना '
'क्या हुआ बे साले इतना उदास सा क्यों रह रहा है तू ,'राहुल चुप
'बता दे तुझे दीदी की कसम है 'मुझे थोडा गुस्सा आ जाता है ,
'भाई दीदी की कसम मत दिया कर,कुछ बताने लायक होता हो तुझे नहीं बताता क्या ,अपने दोस्त को ऐसा समझ रखा है तूने ,'राहुल भी थोडा गुस्सा हो गया ,
मैंने मन ही मन उसे गलिया दि ''साले कोण सा तुम लोग मुझे कुछ बताते हो ''
'बोल दे ना भाई '
'कुछ नहीं दोस्त '
'बोल भोसड़ीके 'राहुल ने मुझे घूर के देखा
'कुछ नहीं बोला ना बे क्यों आंड खा रहा है ,'मैंने राहुल के आँखों में देखा कुछ तो गलत था ,
'हुम्म ओके चल आज बियर पीते है ,'राहुल ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा
'साले तू कब से पिने लगा,'
'जब से तू मुझसे चीजे छिपाने लगा है ,अब चल '
'सच भाई कोई प्रोब्लम नहीं है,तू क्यों टेंशन ले रहा है ,'
'साले आजकल मैं धयान करता हु ,तेरी आँखे बता रही है की तू छुपा रहा है ,ठीक है नहीं बताना है तो मत बता (मैं कुछ देर सोच में पड़ा रहता हु )अच्छा एक बात बता जो प्रीति ने मुझे बताया वो सच है क्या ,'मेरी बात से राहुल बिलकुल ही काप सा गया जो मैंने भाप लिया
'क्या बताया 'मुझे प्रीति ने कुछ भी नहीं बताया था ,
'वही आयशा और दीदी और प्रीति और परमिंदर नानू विक्की ,तू तो मुझसे कोई बात नहीं छुपता ना तो इतनी बड़ी बात कैसे ...'मैंने कुछ भी नहीं किया था पर ना जाने क्यों मेरी आँखों में आंसू आ गए ,राहुल को लगा की शायद इसे सब पता चल गया है ,वो डर गया
'भाई कुछ तो नहीं हुआ 'मैंने उसे देखा मेरी आँखे लाल हो चुकी थी ,पता नहीं आजकल मैं अपने इमोशन को काबू से बाहर कर देता था ,राहुल सच में डर से कापने लगा ,
'भाई सॉरी वो दीदी ने कहा था की ...'मेरे आँख लावो की तरह उबलने लगे थे और आंसू की धार बह चली थी मुझे खुद समझ नहीं आ रहा था की ये क्या हो रहा है ,पर डॉ के कहे मुताबिक मैं बस अपने को छोड़ देना चाहता था,
'मुझे विडिओ देखना है ,'विडिओ के नाम सुनकर राहुल पसीने से लथपथ हो गया और वहा से भागने लगा ,,मैंने उसका हाथ पकड़ कर खीचा वो मेरे आगे किसी गुडिया से जादा ताकतवर नहीं लग रहा था मैंने अपने हाथो से उसकी गर्दन पकड़ी और उसे हवा में उठा दिया ,राहुल मेरे इस रूप को देखकर दंग था ,सायद मैं भी
'भाई ये क्या कर रहा है ,विडिओ मेरे पास नहीं है ,'मुझे अपने आप का अहसास हुआ तो मैंने उसे निचे उतार दिया ,वो अब भी डरा हुआ था ,
'मैं डॉ चुतिया से मिला था ,और मैं जनता हु की विडिओ कहा कहा पर है ,अब तू बतायेगा की नहीं ,तू मेरा भाई है ,पर ये मेरी दीदी का सवाल है ,बाकि तू समझदार है,'राहुल ने एक गहरी सांसे ली और डॉ को गाढ़ी गाढ़ी गालीया अपने मन में दिया ,
'ठीक है चल ,पर मुझसे एक वचन कर अगर तू मुझे अपना भाई मानता है तो ,'मैं थोडा नार्मल हो चूका था ,मेरे मुह से मेरे ही राज निकल गए थे और मैंने अँधेरे में तीर मारा था ,
'तेरे लिए कुछ भी कर सकता हु तू जानता है ना ,'
'हां भाई पर ये दीदी से जुड़ा मामला है ,पता नहीं तू इसे देखने के बाद कैसा रियेक्ट करेगा ,'मुझे लगा की जो फोटोज मैंने दीदी के मोबाईल में देखि थी शायद ये वही होंगी और मैं सम्हाल लूँगा ...
'ठीक है बता क्या वादा चाहिए तुझे ,'
'तुझे मेरी कसम है ,तुझे दीदी की कसम है की तू उसे देख कर कोई भी उल्टा सीधा या जल्दबाजी में कुछ भी नहीं करेगा ,पहले जा कर दीदी से मिलेगा उन्हें इनके बारे में मत बताना ,पर मैं जनता हु तू दीदी से मिलकर शांत हो जायेगा तो पहले दीदी से मिलकर बात करेगा फिर ही तू कुछ और करेगा ,मंजूर 'मैं थोड़ी देर उसे देखता रहा
'अगर मंजूर ना हो तो तू मेरी जान ले ले मैं तुझे कुछ नहीं दिखाऊंगा 'मैंने उसे हसकर देखा और उसे अपने गले लगा लिया ,वो साला बड़ा प्यारा लग रहा था ,
'ठीक है मंजूर ,लेकिन अभी चल '
राहुल ने अपने रूम में लेपी खोली पासवर्ड डाला और उस फोल्डर को खोला मुझे तुरंत दीदी का नाम दिख गया ,
'तू हट मुझे देखना है ,'
'पर भाई मैं दिखा रहा हु ना 'मैंने उसके कंधे को पकड़ कर उसे पीछे धकेल दिया और खुद लेपी के पास चला गया वो लडखडाता हुआ पीछे की आ गया और मुझे आश्चर्य से देखने लगा ,
मैंने दीदी वाला फोल्डर खोलने के लिए कर्सल वह ले गया,राहुल की दिल की धड़कने बढ़ी हुई थी जिसकी आवाज मुझे भी सुनाई दे रही थी ,जब इसकी धड़कने इतनी बडी हुई है तो मेरा क्या होगा क्या मैं सच में इसे सम्हाल पाउँगा अगर कुछ नया दिख गया तो ,मैं लगातार 15 गहरी सांसे ली राहुल मुझे ऐसे देख रहा था जैसे मैं कोई भूत हु ,मेरा मन जब पूरी तरह से शांत हो गया तो मैंने उसे मुस्कुरा के देखा और क्लिक कर दिया ,
इतने विडिओ मेरी धड़कने बड रही थी मैंने फिर 10 गहरी सांसे ली खुद को सम्हाल कर मैंने पहले विडिओ में क्लीक किया राहुल वह से जाने लगा मैंने उसका हाथ पकड़ उसे रोक लिया ,
पहले विडिओ को देखते देखते मेरी आँखों में अंगारे थे मेरा पूरा शारीर काप रहा था मैं जमीन में बैठ गया और आँखे बंद कर बाद दीदी के चहरे को देखने लगा ,
''दीदी मेरी प्यारी दीदी क्या क्या नहीं सहा है तुमने इतना क्यों उससे प्यार किया जिसने तुम्हे धोखा दिया...तुम्हारी कोई गलती नहीं थी दि तुम प्यार में थी उस लड़के के ,तुमने मुझे नहीं बताया राहुल से छुपाया क्योकि तुम प्यार में थी अपने भाइयो के ,सब अकेली सहती रही ना '
राहुल के आँखों से भी आंसू की धरा बहाने लगी ,वो मुझसे आकर लिपट गया ,
'भाई मैं भी तेरा गुनाहगार हु ,जब परमिंदर और आयशा वाला केस हुआ तब से ये विडिओ मेरे पास है ,तब से मैं ये दर्द अपने जेहन में दबा के रख्खा हु ,मुझे माफ़ कर दे मेरे भाई ,'मैं राहुल से लिपट के रोता रहा और वो मुझसे जब तक हमारे आंसू नहीं थम गए ,अब मेरा दिल बिलकुल हल्का था और रास्ता साफ ...
मैं उठा और दूसरे विडिओ को चलाने के लिए क्लीक किया ,लेकिन राहुल ने मुझे टोक दिया ...
'भाई सब में वही है ,लेकिन अगर तुझमे हिम्मात है और तू ये देख पाए तो आखरी विडिओ देख ले ...'मैंने आखरी विडिओ चलायी पहला नजारा देख कर ही मैं पास राखी खुर्सी पर गिर गया मैं किसी बुत की तरह सब देख रहा था लेकिन राहुल ने उसे फ़ास्ट फारवर्ड किया उसने मुझे इंजेक्शन के बारे में बताया और उस जगह विडिओ को ले गया जहा मेरी और दीदी की बात हुई थी मेरी आँखों में आंसू थे और उस दिन का मंजर साफ़ हो चला था...इतने पर राहुल ने विडिओ बंद कर दिया मेरे अंग अंग में बस अंगारे थे आँखों में पानी था ,जो मेरी जलती हुई आँखों को थोडा सकून दे रही थी ,मेरे दांत आपस में पिस रहे थे ,चहरा किसी अंगारे सा तपता हुआ किसी टमाटर सा लाल हो चूका था,मै८न बेसुध सा अपनी जगह पर बैठा निर्वात(खाली स्थान) को ताक रहा था ...
'भाई इन लोगो ने दीदी के साथ 8 घंटो तक बलात्कार किया'मैंने सर उठाकर राहुल को देखा
'हा भाई ये बलात्कार ही था ,मैंने भी ये विडिओ कल ही देखा,पर ठहरा नामर्द ,हा भाई मैं नामर्द हु जो ये सब देखकर भी चुप बैठा हु एक जन तो अब जा चूका है,पर बाकि दो को तडफा तडफा के मरना भाई,उन्होंने हमारी दीदी के जिस्म से कपडे उतारे है ,उनके जिस्म से चमड़ी उखाड़नी चाहिए 'राहुल के भी हाथ पाँव कापने लगे थे ,मैं अपनी जगह से उठा और राहुल को गले से लगा लिया वो फफककर रो पड़ा ...
'भाई जो तूने किया उसके लिए भी हिम्मत चाहिए ,अब गुस्से से काम नहीं चलेगा हमें इस पेड़ के जड़ तक को काट के फेकना है ,तू अपने को रिलेक्स कर और जा कर विक्की और नानू से मिल और इस पते पर ले आ (मैंने डॉ वाला पता उसे दिया ),याद रहे उन्हें पता नहीं चलना चाहिए की तू गुस्से में है ,और तू उन्हें कॉल नहीं करेगा और ऐसे मिलना की कोई देखे नहीं ,तेरे साथ आते भी कोई नहीं देखना चाहिए,,,अब हम दोनों भाई मिलकर कुछ करेंगे पर दीदी को पता नहीं चलना चाहिए ,पुरे विडिओ मैं अभी डिलीट कर रहा हु ,तुझे कोई प्रोब्लम तो नहीं 'राहुल बड़े आश्चर्य से मुझे देख रहा था ,उसके आँखों में मेरे लिए आंसू था ,उसने बड़े प्यार से मुझे नहीं कहा ,
'मैंने तुझसे वादा किया था ना की दीदी से मिलकर ही जाऊंगा तो मैं दीदी से मिलाने जा रहा हु'
वो मेरे गालो पर अपने हाथ रख कर मुझे बड़े प्यार से देख रहा था ,
'साले आज तो तू दीदी की तरह समझदारी वाली बात कर रहा है ,इतना समझ कहा से आ गया'
'दीदी से '....
मैंने पुरे विडिओ डेलेट कर डी और घर को चला गया मुझे नहीं पता था की मैं दीदी से कैसे डील करूँगा ,दीदी के रूम को नोक किया दीदी ने बड़े प्यार से मुझे देखा ,
'क्या हुआ भाई थका हुआ लग रहा है ,काफी पिएगा क्या ,बनाकर लाऊ"मैंने ना में अपना सर हिलाया ,दीदी की बातो में प्यार था ,उनकी आँखों में प्यार था ,मैं उनके पास आकार बैठ गया वो एक किताब की ओर देख रही थी ,मैंने दीदी के आँखों में आते बालो को अपने हाथो से हटाया ,उन्होंने मेरी तरफ देखा और प्यार से मेरे होठो पर एक चुम्मन दे दि,दीदी के चहरे पर एक मुस्कान खिल रही थी अब वही मुस्कान मेरे चहरे पर भी थी ,मैं उनके प्यारे चहरे को निहारे जा रहा था की उन्होंने मुझे आँखों से इशारा किया ,क्या हुआ ,
'आप पढो ना मुझे बस आपको देखने का मन हो रहा है ,'वो मेरे गालो पर अपना हाथ रख सहला डी और फिर से किताब पड़ने लगी ,जाने कैसे मेरी दीदी ने मुझे अपनी काले कल से अलग रखा होगा ,हमारे बीच इतना सब हुआ कैसे वो अपनी आग को उस दवाई के इतने स्ट्रोंग असर के बाद भी सिर्फ प्यार ही दिखाया ,तुमने बहुत सहा है दीदी ,बहुत जली होगी तुम भी अपने वासना के आग में पर कभी मुझपर अपनी आंच तक नहीं आने दि ,हमेशा अपने प्यार की छाव तले मुझे बिठाया ,जब मैं रुका तो तुम भी रुक गयी उस आग को तुमने कैसे सम्हाला होगा,इतना कुछ सहती रही ,इतना जलील किया है उन लोगो ने तुम्हे और तुम बस हमें खुशिया और प्यार ही देती रही ,क्या बीती होगी तुमपर जब वो गिध्ध तुम्हे नोच रहे थे और तुम अपने भाई के लिए रो रही थी ,उन्होंने तुम्हारा बलात्कार किया ,हा ये बलात्कार ही था और तुम तुम बस मुझे याद करती रही ,तुमने मुझे जो दिया है उसका एक तिनका भी तुम्हे दे पाऊ तो मेरा तुम्हारा प्यार सफल हो जाएगा ,तुमने तो खुद को मेरे प्यार में भूला दिया और मैं ,मैं अनजान सा बस....लेकिन अब नहीं दीदी हां सच कहता है राहुल उनके शारीर से उनकी चमड़ी तक खीच लूँगा मैं ,तुमपर कोई आंच अब नहीं आएगी नहीं आएगी ,तुम्हे पता चलने भी नहीं दूंगा ,तुम्हारे इस हालत के जिम्मेदारो को ढूंड ढूंड कर मरूँगा जड़ से मिटा दूंगा ....
मेरी आँखों में आंसू की बुँदे देख दीदी घबरा गयी और मेरे आंसुओ को अपने होठो में ले लिया ,मेरे चहरे पर फिर एक मुस्कान आ गयी ,
'क्या हुआ पागल ऐसे क्यों देख रहा है ,'दीदी ने मेरे गालो को सहलाते हुए पूछा ,मैं आगे बढ़कर उनके होठो को अपने होठो में लिया और उनमे खो गया जब हम अलग हुए तो दीदी मुस्कुरा रही थी ,
'इसलिए देख रहा हु ,क्योकि मेरी प्यारी दीदी हस्ते हुए इतनी प्यारी दिखाती है ,'दीदी ने मेरी आँखों में देखा उस प्यार भरे अहसास को देखकर दीदी ने मुझे अपनी ओर खीचा और मेरे होठो को अपने होठो में भर लिया .....
एक बड़ा कमरा जो एक सुनसान जगह पर था राहुल उसपर टहल रहा था ,वो बड़ा ही बेचैन लग रहा था,विक्की और नानू भी किसी का बेसब्री से इन्तजार कर रहे थे,लेकिन वो एक टेबल पर बैठे सिगरेट पी रहे थे ,
'अबे कब आएगी तेरी वो item साला इतनी देर हो गए और उसे करेंगे कहा यार,यहाँ तो बिस्तर भी नहीं है .'नानू ने अपने हाथो से सिगरेट फेकते हुए कहा,राहुल ने बस एक नजर उन्हें देखा और चुप ही रहा ...
इधर मैं उस जगह पर पहुच चूका था और मैंने दरवाजा खटखटाया राहुल दरवाजा खोलते ही उन दोनों के तरफ इशारा करते हुए एक कातिल मुस्कान में मुस्काया..मुझे देख कर वो दोनों सकते में आ गए
'आकाश तुम यहाँ 'विक्की ने कहा
'हा मैं 'मैं हस्ते हुए उनके पास जाता हु और हाथ मिलाता हु ,विक्की जैसे ही हाथ आगे बढाया मैंने उसे अपनी ओर खीच लिया और बड़ी जोरो से एक लात उसके टांगो के बीच लगा दि,वो तिलमिलाता हुआ बैठ जाता है ,और मुझे आश्चर्य से देखने लगता है ,उसका चहरा देखकर मेरे सर में खून चढ़ गया,मुझे वो सभी दृश्य दिखाई पड़ने लगे जो दीदी के साथ हुए थे ,इससे पहले की नानू कुछ समझ पता मैं नानू पर भी झपटा और उसके गर्दन को दबाते हुए उसका सर टेबल पर दे मारा,एक ही वार दोनों के लिये काफी थी पर मुझे देख कर राहुल को ना जाने कौन सा जोश आ गया की उसने पास रखे एक लोहे के सरिये से नानू के सर पर एक वार कर दिया ,नानू का सर फटा और वो जमीन में बेहोश हो पद गया ,इधर विक्की ने कुछ होश सम्हाला और खड़े होने की कोसीसी की पर राहुल ने लगातार कुछ वार उस सरिये से कर दिए..मैंने राहुल को रोका और इशारा किया ,हमने दोनों को खुर्सियो में बांध दिया,पास में ही पानी से भरी एक बाल्टी राखी थी ना जाने कब से उसे भरकर रखा गया हो ,मैंने उसे अपने पास ले लिया ...और नानू के सर पर उधेल दिया ,नानू को होश आने लगा और विक्की ने हमें सवाल भरे निगाहों से देखा,,
'ये सब क्या है ,'मैंने उसे गुस्से दे देखने लगा ,मेरे अंदर की जवाला इतनी बढ़ रही थी मुझे नहीं पता था की मैं कितने देर में अपना आप खो दूंगा
'तम्हारी सच्चाई हमें पता चल चुकी है ,अब तुम्हरे पास एक ही आप्शन है की तुम हमें बताओ की वो दवाई तुम्हे कहा से मिली,'मेरी बात सुनकर विक्की का चहरा लाल हो गया ,वो डर से कुछ बोल नहीं पा रहा था पर उसने उसने थोड़ी हिम्मत जुटाई,,
'हमें नहीं पता वो परमिंदर जानता था,'मेरे चहरे पर एक अजीब सी मुस्कान आई और राहुल ने अपना हाथ चलाया और कई घुसे एक साथ जड़ दिए ,विकी बोखला गया पर कुछ कह ना सका मैं पास ही पड़े सरिये को पकड़ कर आया और विक्की के गले में रख दिया ,
'तुमने जो किया मन तो कर रहा है की तुम्हारे शारीर से तुम्हारी चमड़ी भी नोच लू ,पर तुम्हारे पास बचने का एक रास्ता है ,एक नाम और तुम आजाद ,बताओ जो भी पता है ,'मेरी आँखों में दीदी का चहरा घूम गया पर मैंने अपने को खोने से रोका ...विक्की जानता था की मेरे सर पर खून चढ़ा हुआ
'प्रफुल्ल ,एक फार्मसिस्ट है ,उसने ये दवाई बनायीं है पर उसका भी कुछ दिन पहले क़त्ल हो चूका है ,आगे का मुझे नहीं पता ,उन लडकियों को परमिंदर को तैयार करने कहा गया था,ताकि उन्हें हाई क्लास के लिए तैयार किया जाय ,हम लोग एक दो बार प्रफुल्ल के लेब गए थे पर ये उससे या परमिंदर से कोण करता था ये किसी को नहीं पता ,प्लीज् भाई अब हमें छोड़ दो 'राहुल और मैं एक दुसरे को देखते है,
'अच्छा एक बात और बता की प्रीति को तो तुमने धंधा कराया था ना ,तो ग्राहक कहा से लाते थे और कहा ले जाते थे ,'प्रीति का नाम सुन मैं थोडा हैरान तो हुआ पर मुझे पता था की राहुल को हो पता है वो मुझे नहीं पता ,
'वो वो परमिंदर ही सब करता था हमें कुछ नहीं पता ,'मैंने सरिया उसके गले में धकेल दिया
'जब तुझे कुछ नहीं पता तो तू जी कर क्या करेगा ,'एक खून की फुहार फूटी और मेरे चहरे पर आ लगी ,
ये मंजर देख नानू का तो पेसाब निकल गया ,राहुल उसे लात घुसे से मारने लगा और आख़िरकार तब तक मेरे हाथ से सरिया लेकर उसने उसका काम भी खत्म कर दिया ...
लेकिन राहुल का गुस्सा शांत नहीं हुआ उसने अपने जेब से एक चाकू निकला और उन्दोनो के चमड़े को उनके शरीर से उधेड़ने लगा ,राहुल को देख मुझे लगा जैसे वो विक्षिप्त हो चूका है ,मैंने उसे उसके मन की भड़ास निकलने से नहीं रोका और आश्चर्य जनक रूप से मेरा मन बहुत ही शांत हो चूका था,मैंने डॉ चुतिया को कॉल किया और पूरी कहानी बताई ,उन्होंने हमें वह से जल्दी निकलने और लाश को वही छोड़ देने को कहा ,,...मैंने फिर एक बार मुड़कर राहुल को देखा वो अब अपना सर पकडे बैठा था उसके कपडे तक खून से रंग चुके थे ,मैंने फिर डॉ को कॉल लगाया
'डॉ वाश रूम कहा है ,'
'मकान के पीछे वाले हिस्से में देखना '