hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
सोनू- चाची एक बार तुम्हारी गंद मे लंड पेल दू,
सविता- आह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नही रे मुझे गंद मरवाने मे मज़ा नही आता है, एक बार अपनी मा को चोद ले फिर उसकी गंद मारना
तुझे बड़ा मज़ा आएगा, वैसे भी तू नही जानता तेरी मा को गंद मरवाने मे बड़ा मज़ा आता है उसने तेरे बाप
से खूब अपनी गंद मे लंड डलवाया है तभी तो उसके चूतड़ ऐसे भारी भरकम और चौड़े हो गये है उसकी गंद
मे तो हमेशा ही खुजली मची रहती है और तो और उसे अपनी गंद मे बड़ा और मोटा लंड लेने का बड़ा मन होता
है तू एक बार उसे अपना यह मूसल दिखा देना फिर देख कैसे अपनी गंद तेरे सामने मटका मटका कर तुझे उकसाएगी
कि ले बेटा देख अपनी मा के भारी भरकम चूतड़ और खूब कस कस कर चोद अपनी मा के चुतडो को,
सोनू- चाची मा को नंगी देखने का बड़ा मन करता है बहुत दिनो से मैने मा को नंगी नही देखा है और खास
कर उसके मोटे मोटे चुतडो को पूरा नंगा देखने का बड़ा मन करता है,
सविता- मुस्कुराते हुए, इसमे तेरी ग़लती नही है आज कल हर बेटे को सबसे ज़्यादा अपनी मा के ही चूतड़ सबसे
ज़्यादा अच्छे लगते है और अपनी मा को ही नंगी देखने मे सबसे ज़्यादा सुख मिलता है और तो और मैं यह भी
जानती हू कि तू चोद मुझे रहा है लेकिन महसूस यही कर रहा होगा कि अपनी मा रति पर चढ़ कर उसे पूरी
नंगी करके उसकी चूत मार रहा है,
सोनू- खूब कस कस कर धक्का सविता की गंद मे मारते हुए, हाँ चाची तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो अपनी मा
को चोदने की कल्पना भर से ही बड़ा मज़ा आता है सच मे जब मा को पूरी नंगी करके उसे खूब कस कस कर
चोदुन्गा और उसे घोड़ी बना कर जब उसके भारी भरकम और चौड़े चौड़े चुतडो को अपना मूह भरकर चाटूँगा
तब जो मज़ा आएगा वह अलग ही आनंद देने वाला होगा,
सविता- फिर तो तू कविता को चोद्ते समय भी यही सोचता होगा कि अपनी मम्मी की चूत मार रहा है,
सोनू- हाँ चाची क्या करू जब से मा को पूरी नंगी देखा है और खास कर उसके भारी चूतड़ तब से बस उसी की
गंद और चूत मारने का मन करता है, मैं तो अपनी मा रति को देखता भी हू तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है
बहुत ही गुदाज और मस्त बदन है उसका पता नही जब मैं उसे चोदुन्गा तो मुझसे संभलेगी भी या नही,
सविता- अरे सोनू तू तो अब अच्छा मजबूत हो गया है और उस पर तेरा यह घोड़े जैसा लंड लेकर जब तू अपनी
मा पर चढ़ेगा तो देखना वह भी तेरे लोड्े से चुद चुद कर एक दम पस्त हो जाएगी, हाँ यह ज़रूर है कि तुझे
उसे 2-3 घंटे तक तो कस कस कर ठोकना होगा,
सोनू- तेज तेज धक्के मारते हुए चाची के दूध को कस कस कर मसलता हुआ, अरे चाची 2-3 घंटे क्या मैं तो
मा को पूरी रात नंगी करके चोदुन्गा, बहुत मस्त माल है बहुत भारी भरकम और लंबी चौड़ी है उसे तो रात
भर पूरी नंगी करके जब तक नही थोकुन्गा तब तक उसे मज़ा नही आएगा,
सविता- अब बस कर सोनू तीन बार झाड़ चुकी हू मैं और तेरा पानी छूटने का नाम ही नही लेता
सोनू- अच्छा लो अब एक बार और झाड़ जाओ लेकिन मेरे साथ और फिर दोनो तरफ से लंड और चूत एक दूसरे को कस
कस कर चोदने लगे और सोनू ने सविता की गंद को अपने हाथो मे भर कर दबोचते हुए एक कस कर धक्का
मारा जो सविता की बच्चेदानि से जाकर लगा और सविता का बदन ऐंठ गया और उसकी चूत की गहराई मे सोनू
ने वीर्य का फव्वारा छोड़ दिया और उसकी मोटी गंद से कस कर अपने लंड को चिपका दिया,
दो मिनिट तक दोनो के लंड छूट एक दूसरे से चिपके रहे और वह गहरी साँसे लेते रहे और फिर
सोनू- अच्छा चाची मैं चलता हू मा इंतजार कर रही होगी
सविता- फिर कब चोदेगा मुझे
सोनू- कल सुबह इसी समय फिर आ जाउन्गा,
सविता- मुस्कुराते हुए क्यो रात को क्या करेगा, रात को भी आ सकता है तेरे चाचा तो खेत मे ही रहते है,
सोनू- कुछ सोचते हुए रात को तो,
सविता- मुस्कुराकर समझ गई रात को अपनी मम्मी को चोदने का जुगाड़ जमाएगा यही सोच रहा है ना
सोनू- मुस्कुराते हुए, कल की तरह आज रात को तुम मत आ जाना,
सविता- हँसते हुए ठीक है बेटे नही आउन्गि पर अगर तुझसे तेरी मम्मी ना पाटे तो मुझे बताना मैं तेरी
मदद कर दूँगी,
सोनू- पहले मैं तो कोशिश कर लू अगर नही फसि तो तुम मेरी मा को मेरे लिए तैयार कर लेना,
सविता- चल ठीक है पर अगर फस गई तो दिन मे भी तेरा मन अपनी मम्मी को चोदने का होगा फिर दिन मे
तू उसे कैसे चोदेगा दिन मे तेरा बाप घर पर ही रहता है वह तो सिर्फ़ रात को खेतो मे जाता है और दारू
पीकर पड़ा रहता है और फिर दिन मे गाँव के लोग भी घर आते जाते रहते है,
सोनू- तो दिन मे मा को चोदने के लिए क्या करूगा,
सविता- तेरा खेत बगीचे की तरफ है वहाँ दिन मे कोई नही रहता है दिन मे तू उसे खेतो मे लेजा कर दिन
भर भी चोदेगा तो किसी को कानो कान खबर नही होगी, समझा
सोनू- सच चाची तुम बड़ी समझदार हो, कल सुबह आकर तुम्हे फिर तबीयत से चोदुन्गा,
सविता- मुस्कुराते हुए चल अब ज़्यादा मेरी चापलूसी ना कर और जा नही तो तेरी रंडी मा तेरे लोड्े को ढूढ़ती
हुई यहाँ आ जाएगी,
और फिर मैं अपने घर की ओर चल दिया.
घर पहुचा तो मा टाँगे फैला कर बैठी थी मोटी जंघे अलग ही झलक रही थी लग रहा था कि अभी टाँगे उँची करके लंड पेल दूं उसे देखते ही लंड खड़ा हो चुका था और मैं खड़े खड़े मसल रहा था, सच तो यह था कि आज जब से चाची की गुदाज नंगी गंद देखी तब से मा की नंगी गंद देखने का बड़ा दिल कर रहा था अचानक मा ने मुझे अपना लंड मसल्ते हुए देख लिया और मैं उस समय अचरज मे पड़ गया जब मा ने मेरे सामने ही अपनी साड़ी के उपर से अपनी चूत खुजलाते हुए कहा आ गया बेटा कुण्डी लगा दे मैं ज़रा नहा लू पूरा बदन पसीने मे भीग गया है आज बड़ी गर्मी लग रही है,
मैने कहा ठीक है मा नहा लो फिर मैं भी नहाउन्गा गर्मी वाकई आज ज़्यादा है मा उठी और पलट कर अंदर जाने लगी और मेरा लंड उस समय ऐसा लगा कि फट जाएगा जब मा अपने चुताडो को हिलाते हुए जाने लगी और मेरे सामने ही अपनी गंद को साड़ी के उपर से खुजलाते हुए अंदर चली गई अंदर से जब आई तो सिर्फ़ पेटिकोट मे थी और उसे दांतो से दबा कर आँगन मे मेरे सामने ही झुक कर बाल्टी और मग उठाने लगी उसके भारी चुतडो और चुतडो के क्रॅक मे फसा पेटिकोट मुझे पागल कर गया और मा मुस्कुराते हुए यह कहती हुई आँगन मे बने बाथरूम मे घुस गई कि तू तो ऐसे देख रहा है जैसे मुझे पहली बार देखा हो और मैं तेरी मा नही बल्कि तेरी नई नवेली दुल्हन हू, चल आजा ज़रा मेरी पीठ रगड़ दे
मैं मा की बात सुन कर बाथरूम मे गया तब तक मा पेटिकोट को मूह से छोड़ कर बैठ चुकी थी और उसके मोटे मोटे दूध साफ नज़र आ रहे थे जैसे मुझसे कह रहे हो कि ले मुझे कस कस कर दबा और मसल दे, मा ने अपने उपर पानी डाला और मुझे पीठ रगड़ने को कहने लगी मैं पीछे उकड़ू बैठ गया और उसकी गोरी गोरी पीठ सहलाने लगा,
रति- अरे तू अपनी मा की पीठ का मेल छूटा रहा है या सहला रहा है ज़रा ज़ोर लगा के रगड़
सोनू- अरे मा तुम्हारी पीठ पर मेल है कहाँ एक दम गोरी तो नज़र आ रही है
सविता- आह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नही रे मुझे गंद मरवाने मे मज़ा नही आता है, एक बार अपनी मा को चोद ले फिर उसकी गंद मारना
तुझे बड़ा मज़ा आएगा, वैसे भी तू नही जानता तेरी मा को गंद मरवाने मे बड़ा मज़ा आता है उसने तेरे बाप
से खूब अपनी गंद मे लंड डलवाया है तभी तो उसके चूतड़ ऐसे भारी भरकम और चौड़े हो गये है उसकी गंद
मे तो हमेशा ही खुजली मची रहती है और तो और उसे अपनी गंद मे बड़ा और मोटा लंड लेने का बड़ा मन होता
है तू एक बार उसे अपना यह मूसल दिखा देना फिर देख कैसे अपनी गंद तेरे सामने मटका मटका कर तुझे उकसाएगी
कि ले बेटा देख अपनी मा के भारी भरकम चूतड़ और खूब कस कस कर चोद अपनी मा के चुतडो को,
सोनू- चाची मा को नंगी देखने का बड़ा मन करता है बहुत दिनो से मैने मा को नंगी नही देखा है और खास
कर उसके मोटे मोटे चुतडो को पूरा नंगा देखने का बड़ा मन करता है,
सविता- मुस्कुराते हुए, इसमे तेरी ग़लती नही है आज कल हर बेटे को सबसे ज़्यादा अपनी मा के ही चूतड़ सबसे
ज़्यादा अच्छे लगते है और अपनी मा को ही नंगी देखने मे सबसे ज़्यादा सुख मिलता है और तो और मैं यह भी
जानती हू कि तू चोद मुझे रहा है लेकिन महसूस यही कर रहा होगा कि अपनी मा रति पर चढ़ कर उसे पूरी
नंगी करके उसकी चूत मार रहा है,
सोनू- खूब कस कस कर धक्का सविता की गंद मे मारते हुए, हाँ चाची तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो अपनी मा
को चोदने की कल्पना भर से ही बड़ा मज़ा आता है सच मे जब मा को पूरी नंगी करके उसे खूब कस कस कर
चोदुन्गा और उसे घोड़ी बना कर जब उसके भारी भरकम और चौड़े चौड़े चुतडो को अपना मूह भरकर चाटूँगा
तब जो मज़ा आएगा वह अलग ही आनंद देने वाला होगा,
सविता- फिर तो तू कविता को चोद्ते समय भी यही सोचता होगा कि अपनी मम्मी की चूत मार रहा है,
सोनू- हाँ चाची क्या करू जब से मा को पूरी नंगी देखा है और खास कर उसके भारी चूतड़ तब से बस उसी की
गंद और चूत मारने का मन करता है, मैं तो अपनी मा रति को देखता भी हू तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है
बहुत ही गुदाज और मस्त बदन है उसका पता नही जब मैं उसे चोदुन्गा तो मुझसे संभलेगी भी या नही,
सविता- अरे सोनू तू तो अब अच्छा मजबूत हो गया है और उस पर तेरा यह घोड़े जैसा लंड लेकर जब तू अपनी
मा पर चढ़ेगा तो देखना वह भी तेरे लोड्े से चुद चुद कर एक दम पस्त हो जाएगी, हाँ यह ज़रूर है कि तुझे
उसे 2-3 घंटे तक तो कस कस कर ठोकना होगा,
सोनू- तेज तेज धक्के मारते हुए चाची के दूध को कस कस कर मसलता हुआ, अरे चाची 2-3 घंटे क्या मैं तो
मा को पूरी रात नंगी करके चोदुन्गा, बहुत मस्त माल है बहुत भारी भरकम और लंबी चौड़ी है उसे तो रात
भर पूरी नंगी करके जब तक नही थोकुन्गा तब तक उसे मज़ा नही आएगा,
सविता- अब बस कर सोनू तीन बार झाड़ चुकी हू मैं और तेरा पानी छूटने का नाम ही नही लेता
सोनू- अच्छा लो अब एक बार और झाड़ जाओ लेकिन मेरे साथ और फिर दोनो तरफ से लंड और चूत एक दूसरे को कस
कस कर चोदने लगे और सोनू ने सविता की गंद को अपने हाथो मे भर कर दबोचते हुए एक कस कर धक्का
मारा जो सविता की बच्चेदानि से जाकर लगा और सविता का बदन ऐंठ गया और उसकी चूत की गहराई मे सोनू
ने वीर्य का फव्वारा छोड़ दिया और उसकी मोटी गंद से कस कर अपने लंड को चिपका दिया,
दो मिनिट तक दोनो के लंड छूट एक दूसरे से चिपके रहे और वह गहरी साँसे लेते रहे और फिर
सोनू- अच्छा चाची मैं चलता हू मा इंतजार कर रही होगी
सविता- फिर कब चोदेगा मुझे
सोनू- कल सुबह इसी समय फिर आ जाउन्गा,
सविता- मुस्कुराते हुए क्यो रात को क्या करेगा, रात को भी आ सकता है तेरे चाचा तो खेत मे ही रहते है,
सोनू- कुछ सोचते हुए रात को तो,
सविता- मुस्कुराकर समझ गई रात को अपनी मम्मी को चोदने का जुगाड़ जमाएगा यही सोच रहा है ना
सोनू- मुस्कुराते हुए, कल की तरह आज रात को तुम मत आ जाना,
सविता- हँसते हुए ठीक है बेटे नही आउन्गि पर अगर तुझसे तेरी मम्मी ना पाटे तो मुझे बताना मैं तेरी
मदद कर दूँगी,
सोनू- पहले मैं तो कोशिश कर लू अगर नही फसि तो तुम मेरी मा को मेरे लिए तैयार कर लेना,
सविता- चल ठीक है पर अगर फस गई तो दिन मे भी तेरा मन अपनी मम्मी को चोदने का होगा फिर दिन मे
तू उसे कैसे चोदेगा दिन मे तेरा बाप घर पर ही रहता है वह तो सिर्फ़ रात को खेतो मे जाता है और दारू
पीकर पड़ा रहता है और फिर दिन मे गाँव के लोग भी घर आते जाते रहते है,
सोनू- तो दिन मे मा को चोदने के लिए क्या करूगा,
सविता- तेरा खेत बगीचे की तरफ है वहाँ दिन मे कोई नही रहता है दिन मे तू उसे खेतो मे लेजा कर दिन
भर भी चोदेगा तो किसी को कानो कान खबर नही होगी, समझा
सोनू- सच चाची तुम बड़ी समझदार हो, कल सुबह आकर तुम्हे फिर तबीयत से चोदुन्गा,
सविता- मुस्कुराते हुए चल अब ज़्यादा मेरी चापलूसी ना कर और जा नही तो तेरी रंडी मा तेरे लोड्े को ढूढ़ती
हुई यहाँ आ जाएगी,
और फिर मैं अपने घर की ओर चल दिया.
घर पहुचा तो मा टाँगे फैला कर बैठी थी मोटी जंघे अलग ही झलक रही थी लग रहा था कि अभी टाँगे उँची करके लंड पेल दूं उसे देखते ही लंड खड़ा हो चुका था और मैं खड़े खड़े मसल रहा था, सच तो यह था कि आज जब से चाची की गुदाज नंगी गंद देखी तब से मा की नंगी गंद देखने का बड़ा दिल कर रहा था अचानक मा ने मुझे अपना लंड मसल्ते हुए देख लिया और मैं उस समय अचरज मे पड़ गया जब मा ने मेरे सामने ही अपनी साड़ी के उपर से अपनी चूत खुजलाते हुए कहा आ गया बेटा कुण्डी लगा दे मैं ज़रा नहा लू पूरा बदन पसीने मे भीग गया है आज बड़ी गर्मी लग रही है,
मैने कहा ठीक है मा नहा लो फिर मैं भी नहाउन्गा गर्मी वाकई आज ज़्यादा है मा उठी और पलट कर अंदर जाने लगी और मेरा लंड उस समय ऐसा लगा कि फट जाएगा जब मा अपने चुताडो को हिलाते हुए जाने लगी और मेरे सामने ही अपनी गंद को साड़ी के उपर से खुजलाते हुए अंदर चली गई अंदर से जब आई तो सिर्फ़ पेटिकोट मे थी और उसे दांतो से दबा कर आँगन मे मेरे सामने ही झुक कर बाल्टी और मग उठाने लगी उसके भारी चुतडो और चुतडो के क्रॅक मे फसा पेटिकोट मुझे पागल कर गया और मा मुस्कुराते हुए यह कहती हुई आँगन मे बने बाथरूम मे घुस गई कि तू तो ऐसे देख रहा है जैसे मुझे पहली बार देखा हो और मैं तेरी मा नही बल्कि तेरी नई नवेली दुल्हन हू, चल आजा ज़रा मेरी पीठ रगड़ दे
मैं मा की बात सुन कर बाथरूम मे गया तब तक मा पेटिकोट को मूह से छोड़ कर बैठ चुकी थी और उसके मोटे मोटे दूध साफ नज़र आ रहे थे जैसे मुझसे कह रहे हो कि ले मुझे कस कस कर दबा और मसल दे, मा ने अपने उपर पानी डाला और मुझे पीठ रगड़ने को कहने लगी मैं पीछे उकड़ू बैठ गया और उसकी गोरी गोरी पीठ सहलाने लगा,
रति- अरे तू अपनी मा की पीठ का मेल छूटा रहा है या सहला रहा है ज़रा ज़ोर लगा के रगड़
सोनू- अरे मा तुम्हारी पीठ पर मेल है कहाँ एक दम गोरी तो नज़र आ रही है