desiaks
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"यूं ही, आपकी खिदमत करने की ख्वाहिश हो आई। ये हैं मेरे दिली दोस्त कमर! इन्होंने अभी तक आपको देखा नहीं था।"
इतने में ही गुलाम ने भीतर प्रवेश किया और कोर्निश करते हुए कहा—"वजीर आ रहे है
.. “वजीर?...यहां कैसे?" कमर ने आश्चर्य के साथ कहा—"दोस्त! तुम उससे निपटो। मैं जाता हूं।"
"आखिर तुम वजीर से कब तक डरते रहोगे? बैठे रहो।"- परवेज ने कहा।
तब तक वजीर भी आ गया। पहले उसने मेहर को, फिर शहजादे को देखा और कोर्निश की तथा बैठ गया।
एकाएक उसकी निगाह कमर पर आ पड़ी
वह चौंक पड]T, मगर उसने अपने दिल को सम्हाल लिया—“फिर उसने कमर की मुखाकृति देखी— आप कौन है।?" वजीर ने शहजादे से पूछा।
"ये मेरे दोस्त है।।" परवेज ने कहा।
"ओह !" वजीर आश्चर्य से बोला- आपकी सूरत हमारी मल्काये-आलम से बहुत मिलती-जुलती है। खुदा का कहर ! कौन जाने वे किस हालत में होंगी?"
"तुम्हारा ख्याल गलत है वजीर! उन्हें तो जंगली जानवरों ने चीर फाड़ कर पेट के हवाले कर लिया होगा...।" परवेज ने कहा।
वजीर ने थोडा -सा उठकर कोर्निश की मानो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली हो।
अब वह मेहर की तरफ मुखातिब हुआ। बोला— शहंशाह अभी तक ख्वाबगाह से बाहर नहीं निकले हैं। पता नहीं, उनकी तबीयत कैसी है?" ___
*रात में तो तबीयत ठीक थी।" और मैहर की मुखाकृति पर चिंता की अनेक रेखाएं उभर आईं। शीघ्रता से वह वहां से चली गईं।
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इतने में ही गुलाम ने भीतर प्रवेश किया और कोर्निश करते हुए कहा—"वजीर आ रहे है
.. “वजीर?...यहां कैसे?" कमर ने आश्चर्य के साथ कहा—"दोस्त! तुम उससे निपटो। मैं जाता हूं।"
"आखिर तुम वजीर से कब तक डरते रहोगे? बैठे रहो।"- परवेज ने कहा।
तब तक वजीर भी आ गया। पहले उसने मेहर को, फिर शहजादे को देखा और कोर्निश की तथा बैठ गया।
एकाएक उसकी निगाह कमर पर आ पड़ी
वह चौंक पड]T, मगर उसने अपने दिल को सम्हाल लिया—“फिर उसने कमर की मुखाकृति देखी— आप कौन है।?" वजीर ने शहजादे से पूछा।
"ये मेरे दोस्त है।।" परवेज ने कहा।
"ओह !" वजीर आश्चर्य से बोला- आपकी सूरत हमारी मल्काये-आलम से बहुत मिलती-जुलती है। खुदा का कहर ! कौन जाने वे किस हालत में होंगी?"
"तुम्हारा ख्याल गलत है वजीर! उन्हें तो जंगली जानवरों ने चीर फाड़ कर पेट के हवाले कर लिया होगा...।" परवेज ने कहा।
वजीर ने थोडा -सा उठकर कोर्निश की मानो उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली हो।
अब वह मेहर की तरफ मुखातिब हुआ। बोला— शहंशाह अभी तक ख्वाबगाह से बाहर नहीं निकले हैं। पता नहीं, उनकी तबीयत कैसी है?" ___
*रात में तो तबीयत ठीक थी।" और मैहर की मुखाकृति पर चिंता की अनेक रेखाएं उभर आईं। शीघ्रता से वह वहां से चली गईं।
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