hotaks444
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मेरी चूत पसंद है पार्ट--1
करिश्मा अपने मा-बाप की एकलौती लड़की है और देल्ही मे रहती
है. करिश्मा के पिताजी, मिस्टर. सुन्दीप वेर्मा देल्ही मे ही एल.आइ.सी. मे
ऑफीसर थे और पछले चार साल पहले स्वरगवसी हो गये थे और
करिश्मा की माताजी, स्म्ट. रजनी एक हाउस वाइफ है. करिश्मा के और
दो भाई भी है और उनकी शादी भी हो गयी है. करिश्मा ने पीछले
साल ही एम.ए. (इंग्लीश) पास किया है. करिश्मा का रंग बहुत गोरा
है और उसकी फिगर 36-25-38 है. वो जब चलती है तो उसकी कमर
एक अजीब सी बल खाती है और चलते वक़्त उसके चूतर बहुत हिलते
है. उसके हिलते हुए चूतर को देख कर परोस के कयी नवजवान,
और बूढ़े आदमी का दिल मचल जाता है और उनका लंड खड़ा हो जाता
है. परोस के कई लड़को ने काफ़ी कोशिश की लेकिन करिश्मा उनके
हाथ नही आई. करिश्मा अपनी पढ़ाई और यूनिवर्सिटी के सन्गी
साथी मे ही मुशगूल रहती थी. थोड़े दीनो के बाद करिश्मा की
शादी उसी सहर के रहने वाले एक पोलीस ऑफीसर से तय हो
गयी.उस लड़के के नाम रमेश था और उसके पिताजी का नाम
रसिकलाल था और सब उनको रसिकलाल जी कहकर बुलाते थे. रसिकलाल
जी अपने जवानी के दिनो मे और अपनी शादी के बाद भी हर औरत को
अपनी नज़र से चोद्ते थे और जब कभी मौका मिलता था तो उनको अपनी
लंड से भी चोद्ते थे. रसिकलाल जी की पत्नी का नाम स्नेहलाता है
और वो एक लेखिका है. अब तब गिरिजा जी करीब 8-10 किताबे लिख
चुकी है. रसिकलाल जी बहुत चोदु है और अब तक वो अपने घर
मे कई लड़की और औरतो को चोद चुके थे और अब जब कि उनका काफ़ी
उमर हो गया था मौका पाते ही कोई ना कोई औरत को पटा कर अपनी
बिस्तेर गरम करते थे. रसिकलाल जी का लंड की लंबाई करीब 8 1/2"
लंबा और मोटाई करीब 3 ½" है और वो जब कोई औरत की चूत मे
अपना लंड डालते तो करीब 25-30 मिनट के पहले वो झरते नही है.
इसीलिए जो औरत उनसे अपनी चूत चुदवा लेती है फिर दोबारा मौका
पाते ही उनका लंड अपनी चूत मे पिलवा लेती हैं.आज करिश्मा का
सुहागरात है. परसों ही उसकी शादी रमेश के साथ हुई थी.
करिश्मा इस समय अपने कमरे मे सज धज कर बैठी अपनी पति
का इन्तिजार कर रही है. उसका पति कैसे उसके साथ पेश आएगा, एह
सोच सोच कर करिश्मा का दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा है. सुहागरात
मे क्या क्या होता है, ये उसको उसकी भाभी और सहेलिओ ने सब
बता दिया था. करिश्मा को मालूम है कि आज रात को उसका पति कमरे
मे आ कर उसको चूमेगा, उसकी चुचियो को दबाएगा, मसलेगा और
फिर उसके कपड़ो को उतार कर उसको नंगी करेगा. फिर खुद अपने
कपरे उतार कर नंगा हो जाएगा. इसके बाद, उसका पति अपने खड़े लंड
से उसकी चूत की चटनी बनाते हुए उसको चोदेगा.वैसे तो
करिश्मा को चुदवाने का तजुर्बा शादी के पहले से ही है.
करिश्मा अपने कॉलेज के दिनो मे अपने क्लास के कई लड़को का लंड
अपने चूत मे उतरवा चुकी है. एक लड़के ने तो करिश्मा को उसकी
सहली के घर ले जा कर सहेली के सामने ही चोदा था और फिर
सहेली की गंद भी मारी थी. एक बार करिश्मा अपने एक सहली के
घर पर शादी मे गयी हुई थी. वहाँ उस सहली के भाई, सुरेश,
ने उसको अकेले मे छेड़ दिया और करिश्मा की चूंची दबा दिया.
करिश्मा ने सिर्फ़ मुस्कुरा दिया. फिर सहली के भाई ने आगे बढ़ कर
करिश्मा को पकड़ लिया और चूम लिया. तब करिश्मा ने भी बढ़ कर
सहेली के भाई को चूम लिया. तब सुरेश करिश्मा के ब्लाउस के
अंदर हाथ डाल उसकी चूंची मसलने लगा और करिश्मा भी गरम
हो कर अपनी चूंची मसलवाने लगी और एक हाथ उसके पॅंट के
उप्पेर से उसके लंड पर रख दिया. तब सुरेश करिश्मा को पकड़
कर छत पर ले गया . छत पर कोई नही था, क्योंकी सारे घर के
लोग नीचे शादी मे ब्यस्त थे. छत पर जा कर सुरेश ने
करिश्मा को छत की दीवार से खड़ा कर दिया और करिश्मा से लिपट
गया . सुरेश एक हाथ से करिश्मा की चूंची दबा रहा था और
दूसरा हाथ सारी के अंदर डाल कर उसकी बुर को सहला रहा था.थोरी
देर मे ही करिश्मा गरमा गयी और उसकी मुँह से तरह तरह की
आवाज़ निकलने लगी. फिर जब सुरेश ने करिश्मा की सारी को उतारना
चाहा तो करिश्मा ने मना कर दिया और बोली, "नही सुरेश हमको
एकदम से नंगी मत करो. तुम मेरी सारी उठा कर, पीछे से
अपना गधे जैसा लंड मेरी चूत मे पेल कर मुझे चोद दो." लेकिन
सुरेश ना माना और उसने करिश्मा को पूरी तरह नंगी करके उसको
छत के मुंडेर से खड़ा करके उसके पीछे जा कर अपना लंड उसकी
चूत मे पेल कर उसको खूब रगड़ रगड़ कर चोदा. चोदते समय
सुरेश अपने हाथों से करिश्मा की चुचियो को भी मसल रहा
था. करिश्मा अपनी चूत की चुदाई से बहुत मज़ा ले रही थी और
सुरेश के हर धक्के के साथ साथ अपनी कमर हिला हिला कर सुरेश का
लंड अपनी चूत से खा रही थी. थोरी देर के बाद सुरेश
करिश्मा की चूत चोद्ते चोद्ते झार गया . सुरेश के झरते ही
करिश्मा ने अपनी चूत से सुरेश का लंड निकाल दिया और खुद
सुरेश के सामने बैठ कर उसका लंड अपने मुँह मे ले कर चाट चाट
कर साफ कर दिया. थोरी देर के बाद करिश्मा और सुरेश दोनो छत से
नीचे आ गये.आज करिश्मा अपनी सुहागरात की सेज पर अपनी कई बार की
चूदी हुए चूत ले कर अपने पति के लिए बैठी थी. उसकी दिल ज़ोर ज़ोर
से धड़क रही थी क्योंकी करिश्मा को डर था कि कहीं उसके
पति ये ना पता चल जाए कि करिश्मा पहले ही चुदाई का आनंद ले
चुकी है. थोरी देर के बाद कमरे का दरवाजा खुला. करिश्मा ने
अपनी आँख तिरछी करके देखा कि उसकी ससुरजी, रसिकलाल जी,
कमरे मे आए हुए हैं. करिश्मा का माथा ठनका, कि सुहागरात के
दिन ससुरजी का क्या काम आ गया है. खैर करिश्मा चुपचाप अपने
आप को सिकोर बैठी रही. थोरी देर के बाद रसिकलाल जी सुहाग की
सेज के पास आए और करिश्मा के तरफ देख कर बोला,"बेटी मैं जानता
हूँ कि तुम अपने पति के लिए इन्तिजार कर रहीहो. आज की सब लड़किया अपने
पति का इंतिज़ार करती है. इस दिन के लिए सब लड़कियो को बहुत दीनो से
इंतिज़ार रहता है. लेकिन तुम्हारा पति, रमेश, आज तुमसे सुहागरात
मनाने नही आ पाएगा. अभी अभी थाने से फोन आया था और
वो अपनी यूनिफॉर्म पहन कर थाने चला गया . जाते जाते, रमेश
ये कह गया कि सहर के किसी भाग मे डकैती पड़ी है और वो
उसके छानबीन करने जा रहा है.
करिश्मा अपने मा-बाप की एकलौती लड़की है और देल्ही मे रहती
है. करिश्मा के पिताजी, मिस्टर. सुन्दीप वेर्मा देल्ही मे ही एल.आइ.सी. मे
ऑफीसर थे और पछले चार साल पहले स्वरगवसी हो गये थे और
करिश्मा की माताजी, स्म्ट. रजनी एक हाउस वाइफ है. करिश्मा के और
दो भाई भी है और उनकी शादी भी हो गयी है. करिश्मा ने पीछले
साल ही एम.ए. (इंग्लीश) पास किया है. करिश्मा का रंग बहुत गोरा
है और उसकी फिगर 36-25-38 है. वो जब चलती है तो उसकी कमर
एक अजीब सी बल खाती है और चलते वक़्त उसके चूतर बहुत हिलते
है. उसके हिलते हुए चूतर को देख कर परोस के कयी नवजवान,
और बूढ़े आदमी का दिल मचल जाता है और उनका लंड खड़ा हो जाता
है. परोस के कई लड़को ने काफ़ी कोशिश की लेकिन करिश्मा उनके
हाथ नही आई. करिश्मा अपनी पढ़ाई और यूनिवर्सिटी के सन्गी
साथी मे ही मुशगूल रहती थी. थोड़े दीनो के बाद करिश्मा की
शादी उसी सहर के रहने वाले एक पोलीस ऑफीसर से तय हो
गयी.उस लड़के के नाम रमेश था और उसके पिताजी का नाम
रसिकलाल था और सब उनको रसिकलाल जी कहकर बुलाते थे. रसिकलाल
जी अपने जवानी के दिनो मे और अपनी शादी के बाद भी हर औरत को
अपनी नज़र से चोद्ते थे और जब कभी मौका मिलता था तो उनको अपनी
लंड से भी चोद्ते थे. रसिकलाल जी की पत्नी का नाम स्नेहलाता है
और वो एक लेखिका है. अब तब गिरिजा जी करीब 8-10 किताबे लिख
चुकी है. रसिकलाल जी बहुत चोदु है और अब तक वो अपने घर
मे कई लड़की और औरतो को चोद चुके थे और अब जब कि उनका काफ़ी
उमर हो गया था मौका पाते ही कोई ना कोई औरत को पटा कर अपनी
बिस्तेर गरम करते थे. रसिकलाल जी का लंड की लंबाई करीब 8 1/2"
लंबा और मोटाई करीब 3 ½" है और वो जब कोई औरत की चूत मे
अपना लंड डालते तो करीब 25-30 मिनट के पहले वो झरते नही है.
इसीलिए जो औरत उनसे अपनी चूत चुदवा लेती है फिर दोबारा मौका
पाते ही उनका लंड अपनी चूत मे पिलवा लेती हैं.आज करिश्मा का
सुहागरात है. परसों ही उसकी शादी रमेश के साथ हुई थी.
करिश्मा इस समय अपने कमरे मे सज धज कर बैठी अपनी पति
का इन्तिजार कर रही है. उसका पति कैसे उसके साथ पेश आएगा, एह
सोच सोच कर करिश्मा का दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा है. सुहागरात
मे क्या क्या होता है, ये उसको उसकी भाभी और सहेलिओ ने सब
बता दिया था. करिश्मा को मालूम है कि आज रात को उसका पति कमरे
मे आ कर उसको चूमेगा, उसकी चुचियो को दबाएगा, मसलेगा और
फिर उसके कपड़ो को उतार कर उसको नंगी करेगा. फिर खुद अपने
कपरे उतार कर नंगा हो जाएगा. इसके बाद, उसका पति अपने खड़े लंड
से उसकी चूत की चटनी बनाते हुए उसको चोदेगा.वैसे तो
करिश्मा को चुदवाने का तजुर्बा शादी के पहले से ही है.
करिश्मा अपने कॉलेज के दिनो मे अपने क्लास के कई लड़को का लंड
अपने चूत मे उतरवा चुकी है. एक लड़के ने तो करिश्मा को उसकी
सहली के घर ले जा कर सहेली के सामने ही चोदा था और फिर
सहेली की गंद भी मारी थी. एक बार करिश्मा अपने एक सहली के
घर पर शादी मे गयी हुई थी. वहाँ उस सहली के भाई, सुरेश,
ने उसको अकेले मे छेड़ दिया और करिश्मा की चूंची दबा दिया.
करिश्मा ने सिर्फ़ मुस्कुरा दिया. फिर सहली के भाई ने आगे बढ़ कर
करिश्मा को पकड़ लिया और चूम लिया. तब करिश्मा ने भी बढ़ कर
सहेली के भाई को चूम लिया. तब सुरेश करिश्मा के ब्लाउस के
अंदर हाथ डाल उसकी चूंची मसलने लगा और करिश्मा भी गरम
हो कर अपनी चूंची मसलवाने लगी और एक हाथ उसके पॅंट के
उप्पेर से उसके लंड पर रख दिया. तब सुरेश करिश्मा को पकड़
कर छत पर ले गया . छत पर कोई नही था, क्योंकी सारे घर के
लोग नीचे शादी मे ब्यस्त थे. छत पर जा कर सुरेश ने
करिश्मा को छत की दीवार से खड़ा कर दिया और करिश्मा से लिपट
गया . सुरेश एक हाथ से करिश्मा की चूंची दबा रहा था और
दूसरा हाथ सारी के अंदर डाल कर उसकी बुर को सहला रहा था.थोरी
देर मे ही करिश्मा गरमा गयी और उसकी मुँह से तरह तरह की
आवाज़ निकलने लगी. फिर जब सुरेश ने करिश्मा की सारी को उतारना
चाहा तो करिश्मा ने मना कर दिया और बोली, "नही सुरेश हमको
एकदम से नंगी मत करो. तुम मेरी सारी उठा कर, पीछे से
अपना गधे जैसा लंड मेरी चूत मे पेल कर मुझे चोद दो." लेकिन
सुरेश ना माना और उसने करिश्मा को पूरी तरह नंगी करके उसको
छत के मुंडेर से खड़ा करके उसके पीछे जा कर अपना लंड उसकी
चूत मे पेल कर उसको खूब रगड़ रगड़ कर चोदा. चोदते समय
सुरेश अपने हाथों से करिश्मा की चुचियो को भी मसल रहा
था. करिश्मा अपनी चूत की चुदाई से बहुत मज़ा ले रही थी और
सुरेश के हर धक्के के साथ साथ अपनी कमर हिला हिला कर सुरेश का
लंड अपनी चूत से खा रही थी. थोरी देर के बाद सुरेश
करिश्मा की चूत चोद्ते चोद्ते झार गया . सुरेश के झरते ही
करिश्मा ने अपनी चूत से सुरेश का लंड निकाल दिया और खुद
सुरेश के सामने बैठ कर उसका लंड अपने मुँह मे ले कर चाट चाट
कर साफ कर दिया. थोरी देर के बाद करिश्मा और सुरेश दोनो छत से
नीचे आ गये.आज करिश्मा अपनी सुहागरात की सेज पर अपनी कई बार की
चूदी हुए चूत ले कर अपने पति के लिए बैठी थी. उसकी दिल ज़ोर ज़ोर
से धड़क रही थी क्योंकी करिश्मा को डर था कि कहीं उसके
पति ये ना पता चल जाए कि करिश्मा पहले ही चुदाई का आनंद ले
चुकी है. थोरी देर के बाद कमरे का दरवाजा खुला. करिश्मा ने
अपनी आँख तिरछी करके देखा कि उसकी ससुरजी, रसिकलाल जी,
कमरे मे आए हुए हैं. करिश्मा का माथा ठनका, कि सुहागरात के
दिन ससुरजी का क्या काम आ गया है. खैर करिश्मा चुपचाप अपने
आप को सिकोर बैठी रही. थोरी देर के बाद रसिकलाल जी सुहाग की
सेज के पास आए और करिश्मा के तरफ देख कर बोला,"बेटी मैं जानता
हूँ कि तुम अपने पति के लिए इन्तिजार कर रहीहो. आज की सब लड़किया अपने
पति का इंतिज़ार करती है. इस दिन के लिए सब लड़कियो को बहुत दीनो से
इंतिज़ार रहता है. लेकिन तुम्हारा पति, रमेश, आज तुमसे सुहागरात
मनाने नही आ पाएगा. अभी अभी थाने से फोन आया था और
वो अपनी यूनिफॉर्म पहन कर थाने चला गया . जाते जाते, रमेश
ये कह गया कि सहर के किसी भाग मे डकैती पड़ी है और वो
उसके छानबीन करने जा रहा है.