hotaks444
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शाम को 5 बजे मेरी आँख खुलती है। बारिश रुक चुकी थी। मैं वही दुकान के बाथरूम में फ्रेश होकर मनोज को फ़ोन करता हु और उसको।अपने रूम पर बुलाता हु। मैं भी बाइक लेकर दुकान से निकल लेता हूं।
रास्ते मे वाइन शॉप से एक वाइन बोतल और दो बियर और कुछ खाने का सामान लेकर कमरे पर पहुचता हूं।
थोड़ी देर में मनोज भी आ जाता है ।उसके साथ मे उसके मोहल्ले के एक लड़का राजेश भी था।
,और भाई क्या हाल चाल है आपके , मिलते ही नही काफी बिजी रहने लगे हो" राजेश बोला
"कही नही यार बस घर और दुकान में बिजी हु थोड़ा" मैने जवाब दिया।
और बताओ कोई नई मछली फाँसी जाल में----राजेश
मैं-- नही यार ये तो मनोज का काम है हमारी कहा किस्मत।
र---- हा सही कह रहा है तू, अभी भी एक नई चिड़िया के लिए जाल बिछा रहा। मेरा मोबाइल लिया है दो दिन के लिए बोल रहा है किसी से फसबूक पर बात करनी है।
मेरा दिमाग ठनक गया। साला बहन चोद मेरी बहन को चोदने की पूरी तैयारी में है कमीना। लेपटॉप नही दिया तो इसका फोन मांग लिया।
चुतिये कहा तक बात बनी, मैंने मनोज से पूछा।
यार आज ही लिया है फ़ोन रात को देखता हूं कुछ बात बने तो--मनोज
मैंने भी सोच लिया कि आज रात जग कर देखूंगा की कौन रात को बात करता है इससे।
फिर ड्रिंक करके मैं घर आ गया और सीधा अपने रूम में आ गया ऊपर।
बस मेरे दिमाग मे आज रात की बात ही घूम रही थी।
रोशनी आयी खाने का पूछने एक बार तो आया मन मे के इस साली को अभी नँगा करके गांड में लण्ड गुसा कर पुछु की बात क्या है।
किरण को लेकर झूठ क्यो बोला।
लेकिन मेने रात का वैट करने की सोची। और मना कर दिया खाने को।
मैंने लेपटॉप पर पूरे कैमेरे का व्यू देखने लगा।
किरण अभी हाल में टीवी देख रही थी। रीटा रूम में कोई बुक पढ़ रही थी। मम्मी भी कमरे में लेट चुकी थी।
रोशनी रसोई में थी।
मैने फोन में फसबूक id ओपन की फेक वाली और देखा कि मेरी फ्रेंड रिकवेस्ट एक्सेप्ट नही हुई है।
मैं अपनी रियल id से ऑनलाइन हुआ और देखा कि मनोज ऑनलाइन है
मैंने मसेज किया ..... गांडू क्या कर रहा है।
कुछ देर में उसका रिप्लाई आया---साले डिस्टर्ब न कर अभी उससे बात चल रही है। कल अपने प्लाट की चाभी देना वो आ रही है।
मेरी गांड के नीचे आग लग गयी। मैंने कैमरे देखे---- किरण तो tv देख रही है। फिर इस लोड़ू से कौन बात कर रहा है।
मैं तुरन्त नीचे गया छुपके , पहले रीटा दीदी को चेक किया। वो सो चुकी थी। फिर धीरे से नीचे आया और पिलर के पीछे जाके देखा कि किरण क्या कर रही है वहा से नजर आया कि वो सोफे पर लेट कर tv देख रही है।
मैं अपना सिर खुजाने लगा साला चक्कर क्या है। ये मनोज से बात कौन कर रहा है।
मैं वापिश ऊप्पर जाने के लिए मुड़ा ही था कि मुझे गुग्गुगु की आवाज हुई जैसे मोबाइल वाइब्रेट कर रहा हो मैने नजर दोबारा किरण की तरफ की, उसकी साइड में हल्की लाइट सफेद कलर की पड रही थी। शायद मोबाइल की । अब कन्फर्म हो चुका था कि किरण ही मनोज से बात कर रही है और बाहर जाकर चुदवाना चाहती है।
मैं ने कुछ सोचा और एक दम से रसोई में जाकर फ्रीज़ ओपन किया और कुछ आवाज की जिससे कि किरण दी हड़बड़ा सी गयी और एक दम से रसोई में देखा---
मुझे देख कर घबरा गई।
मैंने पूछा दीदी सोई नही अभी तक।
नही संजू वो में tv देख रही थी धीमे से दीदी ने जवाब दिया।
दीदी ने अपनी कमर के नीचे मोबाइल दबा लिया था लकीन उसमे अभी भी वाइब्रेट और रोशनी हो रही थी।
मैने इग्नोर किया और दीदी के पैरों की साइड सोफे पर बैठ गया।
Tv पर निगाह रखते हुए कहा-- दीदी , आज बाहर खाना खा लिया था तो आकर सीधा सो गया। अब कुछ प्यास लगी तो देखा रूम में पानी नही था तो नीचे आना पड़ा।
दीदी ऐसे हो गयी जैसे सांप सूंघ गया हो पास में बैठने पर।
हम्म्म्म दीदी के मुह से निकला।
दीदी यार चाय पीने की इच्छा हो रही है, अगर आपको प्रोब्लम न हो तो एक कप चाय बना दो।
अब दीदी बोलती भी क्या
हां बनाती हु।
और दीदी उठकर रसोई में चली गयी। दीदी के जाते ही मैने फ़ोन उठाया और अपनी जेब मे रख लिया।
दीदी चाय बना कर ले आयी । एक कप मुझे पकड़ा दिया और दूसरा खुद पिने लगी।
मैं चाय पीते हुए मामा के घर की बात छेड़ दी। दीदी भी अब नार्मल बात कर रही थी। फिर मैंने चाय ख़त्म की और दीदी से बोला कि मैं ऊपर जा रहा हु और टाइम भी ज्यादा हो गया है आप भी सो जाओ।
दीदी हम्म करके उठी और अपने रूम में चली गयी। मैं ऊपर आकर दीदी वाले फ्लोर पर ही रुक गया।
दीदी थोड़ी देर में वापिश रूम से बाहर आई और उप्पेर देखा और वापिश सोफे पर जाकर फोन ढूढ़ने लगी।
दीदी की जब फोन नही मिला तो वो घबरा सी गयी और मायूश होकर सोफे पर बैठ गयी।
फिर कुछ देर में उठकर अपने रूम में चली गयी।
मैं अपने रूम में आ गया
और फोन चेक किया।
फ़ोन पर दीदी की id स्टार्ट थी रेड एंजेल के नाम से ।
मनोज के 10 मैसेज आये हुए थे hello , r there, kya huaa jan, kha ho, naraj ho gyi kya, sorry yar sirf milne aa jaoo aur kuchh nhi kruga. इत्यादि।
मैने बैक मैसेज चेक किया ।
ज्यादतर नार्मल मैसेज थे लकीन आज कुछ ज्यादा ही सेक्सी बातें मनोज ने की थी और दीदी ने भी खुल कर चुदाई की बातें की हुई थी।
काल दीदी मिलने वाली थी मनोज से , दीदी की बात से लगा कि वो चुदाई के लिए रेडी है। दीदी ने बताया कि दीदी ने कभी लड़के से सेक्स नही किया लेकिन उनकी चुत कुँवारी नही है उनकी सील टूट चुकी है और वो लड़के से सेक्स का मजा लेना चाहती है।
दीदी ने मनोज को अपना पता थोड़ा घूमा कर बताया हुआ था। अगर सीधा बताती तो वो जान चुका होता कि वो मेरे घर की ही किसी लड़की से बात कर रहा है।
मैंने सब मैसेज का बैकअप अपनी मेल id पर ले लिया और नीचे जाकर फ़ोन वापिश सोफे की साइड में फसा दिया ताकि दीदी को मालुम न चले कि फ़ोन मैं ने उठाया था।
और अपना नया प्लान बनाते हुए सो गया।
रास्ते मे वाइन शॉप से एक वाइन बोतल और दो बियर और कुछ खाने का सामान लेकर कमरे पर पहुचता हूं।
थोड़ी देर में मनोज भी आ जाता है ।उसके साथ मे उसके मोहल्ले के एक लड़का राजेश भी था।
,और भाई क्या हाल चाल है आपके , मिलते ही नही काफी बिजी रहने लगे हो" राजेश बोला
"कही नही यार बस घर और दुकान में बिजी हु थोड़ा" मैने जवाब दिया।
और बताओ कोई नई मछली फाँसी जाल में----राजेश
मैं-- नही यार ये तो मनोज का काम है हमारी कहा किस्मत।
र---- हा सही कह रहा है तू, अभी भी एक नई चिड़िया के लिए जाल बिछा रहा। मेरा मोबाइल लिया है दो दिन के लिए बोल रहा है किसी से फसबूक पर बात करनी है।
मेरा दिमाग ठनक गया। साला बहन चोद मेरी बहन को चोदने की पूरी तैयारी में है कमीना। लेपटॉप नही दिया तो इसका फोन मांग लिया।
चुतिये कहा तक बात बनी, मैंने मनोज से पूछा।
यार आज ही लिया है फ़ोन रात को देखता हूं कुछ बात बने तो--मनोज
मैंने भी सोच लिया कि आज रात जग कर देखूंगा की कौन रात को बात करता है इससे।
फिर ड्रिंक करके मैं घर आ गया और सीधा अपने रूम में आ गया ऊपर।
बस मेरे दिमाग मे आज रात की बात ही घूम रही थी।
रोशनी आयी खाने का पूछने एक बार तो आया मन मे के इस साली को अभी नँगा करके गांड में लण्ड गुसा कर पुछु की बात क्या है।
किरण को लेकर झूठ क्यो बोला।
लेकिन मेने रात का वैट करने की सोची। और मना कर दिया खाने को।
मैंने लेपटॉप पर पूरे कैमेरे का व्यू देखने लगा।
किरण अभी हाल में टीवी देख रही थी। रीटा रूम में कोई बुक पढ़ रही थी। मम्मी भी कमरे में लेट चुकी थी।
रोशनी रसोई में थी।
मैने फोन में फसबूक id ओपन की फेक वाली और देखा कि मेरी फ्रेंड रिकवेस्ट एक्सेप्ट नही हुई है।
मैं अपनी रियल id से ऑनलाइन हुआ और देखा कि मनोज ऑनलाइन है
मैंने मसेज किया ..... गांडू क्या कर रहा है।
कुछ देर में उसका रिप्लाई आया---साले डिस्टर्ब न कर अभी उससे बात चल रही है। कल अपने प्लाट की चाभी देना वो आ रही है।
मेरी गांड के नीचे आग लग गयी। मैंने कैमरे देखे---- किरण तो tv देख रही है। फिर इस लोड़ू से कौन बात कर रहा है।
मैं तुरन्त नीचे गया छुपके , पहले रीटा दीदी को चेक किया। वो सो चुकी थी। फिर धीरे से नीचे आया और पिलर के पीछे जाके देखा कि किरण क्या कर रही है वहा से नजर आया कि वो सोफे पर लेट कर tv देख रही है।
मैं अपना सिर खुजाने लगा साला चक्कर क्या है। ये मनोज से बात कौन कर रहा है।
मैं वापिश ऊप्पर जाने के लिए मुड़ा ही था कि मुझे गुग्गुगु की आवाज हुई जैसे मोबाइल वाइब्रेट कर रहा हो मैने नजर दोबारा किरण की तरफ की, उसकी साइड में हल्की लाइट सफेद कलर की पड रही थी। शायद मोबाइल की । अब कन्फर्म हो चुका था कि किरण ही मनोज से बात कर रही है और बाहर जाकर चुदवाना चाहती है।
मैं ने कुछ सोचा और एक दम से रसोई में जाकर फ्रीज़ ओपन किया और कुछ आवाज की जिससे कि किरण दी हड़बड़ा सी गयी और एक दम से रसोई में देखा---
मुझे देख कर घबरा गई।
मैंने पूछा दीदी सोई नही अभी तक।
नही संजू वो में tv देख रही थी धीमे से दीदी ने जवाब दिया।
दीदी ने अपनी कमर के नीचे मोबाइल दबा लिया था लकीन उसमे अभी भी वाइब्रेट और रोशनी हो रही थी।
मैने इग्नोर किया और दीदी के पैरों की साइड सोफे पर बैठ गया।
Tv पर निगाह रखते हुए कहा-- दीदी , आज बाहर खाना खा लिया था तो आकर सीधा सो गया। अब कुछ प्यास लगी तो देखा रूम में पानी नही था तो नीचे आना पड़ा।
दीदी ऐसे हो गयी जैसे सांप सूंघ गया हो पास में बैठने पर।
हम्म्म्म दीदी के मुह से निकला।
दीदी यार चाय पीने की इच्छा हो रही है, अगर आपको प्रोब्लम न हो तो एक कप चाय बना दो।
अब दीदी बोलती भी क्या
हां बनाती हु।
और दीदी उठकर रसोई में चली गयी। दीदी के जाते ही मैने फ़ोन उठाया और अपनी जेब मे रख लिया।
दीदी चाय बना कर ले आयी । एक कप मुझे पकड़ा दिया और दूसरा खुद पिने लगी।
मैं चाय पीते हुए मामा के घर की बात छेड़ दी। दीदी भी अब नार्मल बात कर रही थी। फिर मैंने चाय ख़त्म की और दीदी से बोला कि मैं ऊपर जा रहा हु और टाइम भी ज्यादा हो गया है आप भी सो जाओ।
दीदी हम्म करके उठी और अपने रूम में चली गयी। मैं ऊपर आकर दीदी वाले फ्लोर पर ही रुक गया।
दीदी थोड़ी देर में वापिश रूम से बाहर आई और उप्पेर देखा और वापिश सोफे पर जाकर फोन ढूढ़ने लगी।
दीदी की जब फोन नही मिला तो वो घबरा सी गयी और मायूश होकर सोफे पर बैठ गयी।
फिर कुछ देर में उठकर अपने रूम में चली गयी।
मैं अपने रूम में आ गया
और फोन चेक किया।
फ़ोन पर दीदी की id स्टार्ट थी रेड एंजेल के नाम से ।
मनोज के 10 मैसेज आये हुए थे hello , r there, kya huaa jan, kha ho, naraj ho gyi kya, sorry yar sirf milne aa jaoo aur kuchh nhi kruga. इत्यादि।
मैने बैक मैसेज चेक किया ।
ज्यादतर नार्मल मैसेज थे लकीन आज कुछ ज्यादा ही सेक्सी बातें मनोज ने की थी और दीदी ने भी खुल कर चुदाई की बातें की हुई थी।
काल दीदी मिलने वाली थी मनोज से , दीदी की बात से लगा कि वो चुदाई के लिए रेडी है। दीदी ने बताया कि दीदी ने कभी लड़के से सेक्स नही किया लेकिन उनकी चुत कुँवारी नही है उनकी सील टूट चुकी है और वो लड़के से सेक्स का मजा लेना चाहती है।
दीदी ने मनोज को अपना पता थोड़ा घूमा कर बताया हुआ था। अगर सीधा बताती तो वो जान चुका होता कि वो मेरे घर की ही किसी लड़की से बात कर रहा है।
मैंने सब मैसेज का बैकअप अपनी मेल id पर ले लिया और नीचे जाकर फ़ोन वापिश सोफे की साइड में फसा दिया ताकि दीदी को मालुम न चले कि फ़ोन मैं ने उठाया था।
और अपना नया प्लान बनाते हुए सो गया।