hotaks444
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रानी;फिर से देवा का हाथ अपने ब्रैस्ट पे रख के उसे दबाती है जिससे देवा के हाथ में फँसे हुए परी के ब्रैस्ट भी दबने लगते है।
देवा;के लंड में हलचल से होने लगती है मरद खुद को कितना भी कण्ट्रोल रखने के कोशिश कर ले। पर जब सामने वाली खुले आम चूत परोस रही हो तो कौन नहीं बहकना चाहेगा।
रानी;अपना गाल देवा के गाल पे रगडते हुए धीरे धीरे अपनी ब्रैस्ट मसलवाने लगती है।
देवा;मालकिन मालिक मुझे जान से मार देंगे अगर उन्हें पता चला की......
रानी;आहह कुछ नहीं होंगा तुम्हें। जब तक मै हूँ बस तुम आहः
देवा;नहीं नहीं मालकिन ये गलत है और देवा रानी को अपने गोद में से उठाके साइड में बैठा देता है।
रानी को यक़ीन नहीं होता की मछली चारा मुंह में लेने के बाद उगल गई
वो चुप चाप बैठ जाते है और देवा कार हवेली की तरफ दौड़ा देता है।
रास्ते में रानी ज़ोर से चीखती है ।
देवा;घबरा के कार रोक देता है।क्या हुआ मालकिन
रानी; आहह मुझे कोई चीज़ काट रही है आहह माँ लगता है बिच्छु है।
देवा;कहाँ मॉल्किन
रानी;इशारे से अपनी जांघ के पास इशारा करती है।
देवा; हम हवेली चलते है आप को वहां देख लेंगे।
रानी;कैसे इंसान हो तुम मै यहाँ दर्द से मर रही हूँ और तुम मुझे देख भी नहीं रहे मुझे बहुत दर्द हो रहा है आहः
देवा;अपना हाथ रानी के जांघ पे रख के देखने लगता है यहाँ दर्द हो रहा है क्या।
रानी;आहह नहीं ऊपर आहह जल्दी कुछ करो न। माँ.....
देवा;क्या करू क्या करुं
रानी;अरे मेरी शलवार उतार के देखो कही ज़हर न चढ़ जाये मुझे आहः
देवा;नहीं कुछ नहीं होंगा मालकिन आप को। देवा काँपते हाथों से रानी की शलवार का नाड़ा खोल देता है।
देवा;के लंड में हलचल से होने लगती है मरद खुद को कितना भी कण्ट्रोल रखने के कोशिश कर ले। पर जब सामने वाली खुले आम चूत परोस रही हो तो कौन नहीं बहकना चाहेगा।
रानी;अपना गाल देवा के गाल पे रगडते हुए धीरे धीरे अपनी ब्रैस्ट मसलवाने लगती है।
देवा;मालकिन मालिक मुझे जान से मार देंगे अगर उन्हें पता चला की......
रानी;आहह कुछ नहीं होंगा तुम्हें। जब तक मै हूँ बस तुम आहः
देवा;नहीं नहीं मालकिन ये गलत है और देवा रानी को अपने गोद में से उठाके साइड में बैठा देता है।
रानी को यक़ीन नहीं होता की मछली चारा मुंह में लेने के बाद उगल गई
वो चुप चाप बैठ जाते है और देवा कार हवेली की तरफ दौड़ा देता है।
रास्ते में रानी ज़ोर से चीखती है ।
देवा;घबरा के कार रोक देता है।क्या हुआ मालकिन
रानी; आहह मुझे कोई चीज़ काट रही है आहह माँ लगता है बिच्छु है।
देवा;कहाँ मॉल्किन
रानी;इशारे से अपनी जांघ के पास इशारा करती है।
देवा; हम हवेली चलते है आप को वहां देख लेंगे।
रानी;कैसे इंसान हो तुम मै यहाँ दर्द से मर रही हूँ और तुम मुझे देख भी नहीं रहे मुझे बहुत दर्द हो रहा है आहः
देवा;अपना हाथ रानी के जांघ पे रख के देखने लगता है यहाँ दर्द हो रहा है क्या।
रानी;आहह नहीं ऊपर आहह जल्दी कुछ करो न। माँ.....
देवा;क्या करू क्या करुं
रानी;अरे मेरी शलवार उतार के देखो कही ज़हर न चढ़ जाये मुझे आहः
देवा;नहीं कुछ नहीं होंगा मालकिन आप को। देवा काँपते हाथों से रानी की शलवार का नाड़ा खोल देता है।