hotaks444
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देवकी; बेटा चूत तो मेरी भी यही चाह रही है पर अभी बहु घर में है ना आहह आह्ह्ह्ह।
देवा;तो क्या हुआ वो तो रामु के साथ आपको देख चुकी है न।
देवकी;हाँ इसी बात से तो मै परेशान हूँ बेटा कैसे नज़रें मिलाऊँ उससे समझ नहीं आता।
देवा;अगर मै ऐसा कुछ कर दूँ की तुम्हें अपनी बहु के सामने से शर्म महसूस न हो तो.....
देवकी;अपनी छाती से देवा के मुंह को चिपका देती है। फिर तो तेरी ये मामी तेरे गुलाम बन जाएगी। तू जो कहेंगा जहाँ कहेंगा वो मै करुँगी।देवा अपनी मामी को कुछ समझा देता है फिर.....
देवा; अपने मामी के होंठ को चुमने लगता है और उसी समय कौशल्या चाय का कप ले के देवकी के रूम में आती है।
देवा;अपने होंठ देवकी के होठो से निकाल लेता है और देवकी चाय पीने लगते है।
और चाय पीके कौशल्या से बोलके खेत में चली जाती है।
कौशल्या; ये सब क्या हो रहा था देवा।
देवा;कुछ नहीं मै तो बस मामी के गले मिल रहा था ।
कौशल्या अच्छा सब देखा मैंने बड़े आये गले मिलने वाले। हूं......
वो देवा को घुरने लगती है और उसी मदमस्त निगाहो से वो देवा के सामने रखा चाय का कप उठाते हुए वापस किचन में चली जाती है।
देवा; उठके कौशल्या के पीछे पीछे चला जाता है ।
भाभी भाभी क्या हुआ ।
कौशल्या ;कुछ नहीं मुझे काम करने दो।
देवा;मेरे अच्छी भाभी मेरी भोली भाभी मेरी सुन्दर भाभी इतना गुस्सा ठीक नहीं है चलो अब हँस भी दो।
कौशल्या;हंस पडती है अच्छा बाबा अब मुझे नहाने भी दोंगे या नहीं चलो हाथो मुझे नहाने जाना है। उसके बाद बहुत से काम है ।
देवा;आप नहाने जा रही हो ।
कौशल्या ; हाँ क्यूं।
देवा;मुझे भी नहाना है मै भी साथ चलता हूँ।
कौशल्या : नहीं पागल तो नहीं हो गये न तुम।
देवा; भूल गई जो मै कहुंगा वो तुम्हें मानना होगा। वादा किया है तुमने।
देवा;तो क्या हुआ वो तो रामु के साथ आपको देख चुकी है न।
देवकी;हाँ इसी बात से तो मै परेशान हूँ बेटा कैसे नज़रें मिलाऊँ उससे समझ नहीं आता।
देवा;अगर मै ऐसा कुछ कर दूँ की तुम्हें अपनी बहु के सामने से शर्म महसूस न हो तो.....
देवकी;अपनी छाती से देवा के मुंह को चिपका देती है। फिर तो तेरी ये मामी तेरे गुलाम बन जाएगी। तू जो कहेंगा जहाँ कहेंगा वो मै करुँगी।देवा अपनी मामी को कुछ समझा देता है फिर.....
देवा; अपने मामी के होंठ को चुमने लगता है और उसी समय कौशल्या चाय का कप ले के देवकी के रूम में आती है।
देवा;अपने होंठ देवकी के होठो से निकाल लेता है और देवकी चाय पीने लगते है।
और चाय पीके कौशल्या से बोलके खेत में चली जाती है।
कौशल्या; ये सब क्या हो रहा था देवा।
देवा;कुछ नहीं मै तो बस मामी के गले मिल रहा था ।
कौशल्या अच्छा सब देखा मैंने बड़े आये गले मिलने वाले। हूं......
वो देवा को घुरने लगती है और उसी मदमस्त निगाहो से वो देवा के सामने रखा चाय का कप उठाते हुए वापस किचन में चली जाती है।
देवा; उठके कौशल्या के पीछे पीछे चला जाता है ।
भाभी भाभी क्या हुआ ।
कौशल्या ;कुछ नहीं मुझे काम करने दो।
देवा;मेरे अच्छी भाभी मेरी भोली भाभी मेरी सुन्दर भाभी इतना गुस्सा ठीक नहीं है चलो अब हँस भी दो।
कौशल्या;हंस पडती है अच्छा बाबा अब मुझे नहाने भी दोंगे या नहीं चलो हाथो मुझे नहाने जाना है। उसके बाद बहुत से काम है ।
देवा;आप नहाने जा रही हो ।
कौशल्या ; हाँ क्यूं।
देवा;मुझे भी नहाना है मै भी साथ चलता हूँ।
कौशल्या : नहीं पागल तो नहीं हो गये न तुम।
देवा; भूल गई जो मै कहुंगा वो तुम्हें मानना होगा। वादा किया है तुमने।