hotaks444
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रात अपने पूरे शबाब पे थी रुक्मणी देवा को गलियां देते हुए आखिर कर अपनी ऊँगली से चूत से पानी निकाल के सो जाती है।
देवा को काफी गहरी नींद लगी हुई थी।
उसे अपने जिस्म पे किसी के हाथ घूमते हुए महसूस होता है वो घबराके उठ के बैठ जाता है और पास में किसी को बैठा देख बुरी तरह डर जाता है।
एक ख़ौफ़नाक चीख़ उसके मुँह से निकल जाती है।
कौन।
रानी;झट से अपना हाथ उसके मुँह पे रख देती है अरे मै हूँ रानी।
चिल्ला क्यों रहे हो।
देवा चैन की साँस लेता है और वापस बिस्तर पे लेट जाता है उसे सच में उस वक़्त बहुत नींद आ रही थी।
मगर रानी की चूत में से तो चिंगारियाँ निकल रही थी।
रानी;उठ ना देवा ।
देवा;सोने दो ना मालकिन।
रानी: मालकिन के बच्चे मुझे ये रोग लगा के खुद चैन से सो रहा है चल उठ जा जल्दी से।
मगर देवा नहीं उठता।
रानी;से ये ज़ुल्म देखा नहीं जाता और वो अपनी नाइटी बदन से निकाल देती है।
सिर्फ पेंटी में बैठी रानी सीधा देवा के नंगे जिस्म पे लेट जाती है।
देवा उस वक़्त सिर्फ पयजामे में सोया हुआ था।
रानी;अपने बड़े बड़े चूचि उसके छाती पे घीसने लगती है ये सोच के की इससे देवा उठ जायेंगा मगर देवा टस से मस नहीं होता।
आखीर रानी से रहा नहीं जाता और वो देवा का पैजामा खोल के उसे निचे खीच देती है।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
रात अपने पूरे शबाब पे थी रुक्मणी देवा को गलियां देते हुए आखिर कर अपनी ऊँगली से चूत से पानी निकाल के सो जाती है।
देवा को काफी गहरी नींद लगी हुई थी।
उसे अपने जिस्म पे किसी के हाथ घूमते हुए महसूस होता है वो घबराके उठ के बैठ जाता है और पास में किसी को बैठा देख बुरी तरह डर जाता है।
एक ख़ौफ़नाक चीख़ उसके मुँह से निकल जाती है।
कौन।
रानी;झट से अपना हाथ उसके मुँह पे रख देती है अरे मै हूँ रानी।
चिल्ला क्यों रहे हो।
देवा चैन की साँस लेता है और वापस बिस्तर पे लेट जाता है उसे सच में उस वक़्त बहुत नींद आ रही थी।
मगर रानी की चूत में से तो चिंगारियाँ निकल रही थी।
रानी;उठ ना देवा ।
देवा;सोने दो ना मालकिन।
रानी: मालकिन के बच्चे मुझे ये रोग लगा के खुद चैन से सो रहा है चल उठ जा जल्दी से।
मगर देवा नहीं उठता।
रानी;से ये ज़ुल्म देखा नहीं जाता और वो अपनी नाइटी बदन से निकाल देती है।
सिर्फ पेंटी में बैठी रानी सीधा देवा के नंगे जिस्म पे लेट जाती है।
देवा उस वक़्त सिर्फ पयजामे में सोया हुआ था।
रानी;अपने बड़े बड़े चूचि उसके छाती पे घीसने लगती है ये सोच के की इससे देवा उठ जायेंगा मगर देवा टस से मस नहीं होता।
आखीर रानी से रहा नहीं जाता और वो देवा का पैजामा खोल के उसे निचे खीच देती है।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]