hotaks444
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प्यास बुझती ही नही--21
गतान्क से आगे..........................
इनस्पेक्टर शर्मा, 32 य्र्स, मॅरीड हॅविंग 1 किड, पर उसकी वाइफ अक्सर अपने मयके मे रहती है और शर्मा अपने सरकारी क्वॉर्टर मे.....कभी कभी छुट्टियो मे अपनी वाइफ के पास चला जाता है और चोद कर चला आता है......पर इन सब से उसकी सेक्स सॅटिस्फॅक्षन नही होती है....उसे चाहिए पार्मेनेंट कोई मिले जो रात को रंगीन कर सके...इधर इनस्पेक्टर शर्मा सेक्स की बुक पढ़ना, इंटरनेटपर राज शर्मा की कामुक कहानियाँ देखना और चुदाई मे काफ़ी इंटेरेस्टे ले रहा था...विशेष कर रश्मि मे...वो रश्मि को हर हाल मे पाना चाहता था...पर वो ये भी चाहता था कि रश्मि उसे चाहे और उसके बिस्तेर की सोभा बने....तभी वो रश्मि को इंप्रेस कर रहा था........उसका लंड 8" लंबा...और ओरल सेक्स मे इंटेरेस्ट भी लेता था.............उसने बेडरूम मे, बाथरूम मे और यान्हा तक के लेट्रीन मे भी रश्मि के फोटो लगा रखी थी....रोज अपने लंड को रश्मि के होंठो पर रखता था और मूठ मार कर सो जाता था....
दूसरी तरह रश्मि भी इनस्पेक्टर शर्मा को अंदर ही अंदर चाहने लगी थी….पर वो अपने मुँह से आक्सेप्ट नही कर रही थी….जब वो इनस्पेक्टर शर्मा के साथ जीप पर बैठ कर जा रही थी तो दो बार वो इनस्पेक्टर शर्मा के बदन को टच किया….वो सिहर गयी थी…..पर उसे उस समय कुच्छ अजीब लगा…. पर आज राज के कुरेदे जाने पर वो टीस फिर जाग उठी………….वो मन ही मन इनस्पेक्टर शर्मा को चाहने लगी……इनस्पेक्टर शर्मा, लंबा कद, चौड़ा सीना, चौड़ी कमर, और हो ना हो उसका लंड भी बड़ा ही होगा…जैसा कि परसोनालिटी से लगता है….उसके मुँह और चूत मे पानी आ गया………ये सोचते ही फिर वो शर्मा गयी…..वैसे वो राज से कई बार चुद चुकी थी …पर फिर भी उसे एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी…..क्योकि इनस्पेक्टर शर्मा बाहर के मर्द थे……………उसने अपने मन से पूछा …क्या ये ठीक रहेगा……किसी गैर मर्द से सेक्स करना कहाँ तक उचित है…..राज तो मर्द है…इसे समाज कुच्छ नही बोलेगा…पर मे तो एक औरत हू…और वो भी विडो….समाज की नज़र मे…………..हेई भगवान ….क्या करू.
उसकी चूत मे चिंतिया चलने लगी…….पॉज़िटिव और नेगेटिव सोचते सोचते वो सो गयी…क्योकि सुबह स्मृति को वापस देहरादून जाना था….
करीब 10 बजे पर इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आया रश्मि के मोबाइल पर.....रश्मि उस समय नहाने जा रही थी....उसके बदन पर सिर्फ़ एक पेटिकोट था जो कि चुचियो को ढँके हुए था......रश्मि भाग कर अपने रूम मे गयी और मोबाइल ऑन कर सुनने लगी......दूसरी तरफ इनस्पेक्टर शर्मा थे.....
इनस्पेक्टर शर्मा: हाई.....हाउ आर यू..?
रसम: ठीक हू.....अओर आप
इनस्प. शर्मा: ठीक ठाक...क्या कर रही हो...
रश्मि: नहाने जा रही थी....
इनस्प. शर्मा: व्हाट्स आ ग्रेट सीन आइ थिंक...
रश्मि: आप पोलीस वाले इतने रोमॅंटिक कब से होने लगे?
इनस्पेक्टर शर्मा: क्यो...? पोलीस वालो की भावनाए नही होती क्या?
रश्मि: ह्म इंट्रेस्टिंग...और बताओ...? क्या चल रहा है
इनस्पेक्टर शर्मा: आज मेरा बर्तडे है और मेने एक पार्टी रखी है सिर्फ़ तुम्हारे लिए....होप सो...कि तुम आओगी....बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.
रश्मि: कुच्छ सोचते हुए.....मे वादा तो नही करूँगी पर मे कोशिश ज़रूर करूँगी...पर समय ज़्यादा नही लगना चाहिए...?
इनस्प. शर्मा: बिल्कुल नही...और फिर मे खुद छोड़ दूँगा.....
रश्मि: तब ठीक है...मे अपने जेठ जी से पुच्छ के बताउन्गि...
इनस्प. शर्मा: उनसे क्यो पुच्छना....? तुम खुद डिसिशन ले सकती हो
रश्मि: मिस्टर. मेरे घर मे एक रूल है ....सभी डिसिशन घर के बड़े लोग लेते है ...सही और ग़लत...... और फिर मेरे गार्डियन वही है...मे उनके आदेश के वगैर कुच्छ भी नही करूँगी....
इनस्प. शर्मा: इंट्रेस्टिंग...आइ इंप्रेस्ड....
रश्मि: ह्म...अब मे फोन रखती हू......बाइ...
इनस्पेक्टर शर्मा और भी कुच्छ पुच्छना चाहता था....तब तक फोन काट दिया रश्मि ने.....................................
=============================================================
इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना घर का अड्रेस रश्मि को स्मस कर दिया और स्मस पर ही इन्विटेशन दे दिया.....ये इन्विटेशन तो सभी के लिए था ...पर ज़्यादा ज़ोर रश्मि को दिया गया था....जो कि राज समझ सकता था....पर वो कुच्छ बोला नही...
सिर्फ़ इतना ही कहा.....तुम्हे बुलाया है....तुम जाओ..पर ज़्यादा वक़्त नही लगना चाहिए.
रश्मि: मे जाना तो नही चाहती पर....उसका रिक्वेस्ट आया था और फिर हमारा केस भी उसी के हाथ मे है...
राज: नही तुम जाओ.....
रश्मि: ह्म्म्म और वो अपने कमरे मे चली गयी...
शाम को करीब 5 बजे तैयार होकर घर से जैसे ही निकली....सामने इनस्पेक्टर शर्मा एक कार लेकर खड़ा था....
इनस्प. शर्मा: आइए मेडम.....
रश्मि: अरे आप??? और गाड़ी??? क्या बात है...कही नौकरी लग गयी क्या?
इनस्प. शर्मा: नही मेडम....ऐसी हमारी किस्मत कहाँ? किसी दोस्त से ली है आपके लिए...
रश्मि: हूऊ...सो नाइस ऑफ यू......
इनस्प.शर्मा: वेलकम...और कार का गेट खोल दिया...
रश्मि: अरे नही ...मे आपके बगल मे बैठूँगी....नही तो लोग समझेंगे....मालकिन बैठी है और ड्राइवर गाड़ी चला रहा है...
इनस्प. शर्मा: तो क्या हुआ..मे तो हू ही आपका ड्राइवर...
रश्मि: मेरा ड्राइवर...??? ंतलब?
इंस्पक्तॉर शर्मा: बात को सुधारते हुए...मेरा मतलब है इस कार का ड्राइवर...
रश्मि: सब कुच्छ समझती हू.........हल्की सी शर्मा गयी...
करीब 30 मीं के सफ़र के बाद दोनो एक छ्होटे से घर पर रुके.....इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना गेट का ताला खोला और उसे बोला...वेलकम मेडम...
रश्मि : अरे आप अकेले??? कोई और नही है क्या घर मे?
इनस्प. शर्मा: वाइफ मयके गयी है.....अभी 2 मंत से अकेले हू...
रश्मि: आप ने कहा था कि पार्टी है...तो लोग कहाँ है?
इनस्पेक्टर शर्मा: अरे पहले अंदर तो चलो.....रश्मि अंदर आ गयी.....और सोफे पर बैठते हुए कहा.....ह्म्म्म काफ़ी सुंदर मकान है आपका....पर जब घर दीवारो पर नज़र दौड़ाई तो वो बुरी तरह शर्मा गयी...क्योकि घर की दीवारो पर न्यूड और अर्ध-न्यूड फोनो टँगे हुए थे...कुच्छ तो बॉलीवुड हेरोयिन के थे कुच्छ पॉर्न-स्टार के थे........आप ने तो घर मे कोठा बना रखा है...
इनस्पेक्टर शर्मा : हां...मुझे ओरल सेक्स अच्छे लगते है.....और नेकेड फोटो भी....सॉरी फॉर दट.....मुझे फोटो उतरवा देना चाहिए......
रश्मि: जब लगाया है तो उतारने की कोई ज़रूरत नही है.....उन्हे वैसे ही रहने दीजिए...और बताए क्या किया जाय...क्या कर सकती हू आपके लिए....
इनस्प. शर्मा: बस कुच्छ नही...मे अभी आया....और वो चला गया...
रश्मि: साला देखने मे तो शरीफ लगता है...पर घर तो रंगीन बना रखा है....क्या इरादा है इसका??? पर वो बेचारा क्या कर सकता है...वाइफ है नही....तो इन फोटो से ही काम चला लेता होगा..............
गतान्क से आगे..........................
इनस्पेक्टर शर्मा, 32 य्र्स, मॅरीड हॅविंग 1 किड, पर उसकी वाइफ अक्सर अपने मयके मे रहती है और शर्मा अपने सरकारी क्वॉर्टर मे.....कभी कभी छुट्टियो मे अपनी वाइफ के पास चला जाता है और चोद कर चला आता है......पर इन सब से उसकी सेक्स सॅटिस्फॅक्षन नही होती है....उसे चाहिए पार्मेनेंट कोई मिले जो रात को रंगीन कर सके...इधर इनस्पेक्टर शर्मा सेक्स की बुक पढ़ना, इंटरनेटपर राज शर्मा की कामुक कहानियाँ देखना और चुदाई मे काफ़ी इंटेरेस्टे ले रहा था...विशेष कर रश्मि मे...वो रश्मि को हर हाल मे पाना चाहता था...पर वो ये भी चाहता था कि रश्मि उसे चाहे और उसके बिस्तेर की सोभा बने....तभी वो रश्मि को इंप्रेस कर रहा था........उसका लंड 8" लंबा...और ओरल सेक्स मे इंटेरेस्ट भी लेता था.............उसने बेडरूम मे, बाथरूम मे और यान्हा तक के लेट्रीन मे भी रश्मि के फोटो लगा रखी थी....रोज अपने लंड को रश्मि के होंठो पर रखता था और मूठ मार कर सो जाता था....
दूसरी तरह रश्मि भी इनस्पेक्टर शर्मा को अंदर ही अंदर चाहने लगी थी….पर वो अपने मुँह से आक्सेप्ट नही कर रही थी….जब वो इनस्पेक्टर शर्मा के साथ जीप पर बैठ कर जा रही थी तो दो बार वो इनस्पेक्टर शर्मा के बदन को टच किया….वो सिहर गयी थी…..पर उसे उस समय कुच्छ अजीब लगा…. पर आज राज के कुरेदे जाने पर वो टीस फिर जाग उठी………….वो मन ही मन इनस्पेक्टर शर्मा को चाहने लगी……इनस्पेक्टर शर्मा, लंबा कद, चौड़ा सीना, चौड़ी कमर, और हो ना हो उसका लंड भी बड़ा ही होगा…जैसा कि परसोनालिटी से लगता है….उसके मुँह और चूत मे पानी आ गया………ये सोचते ही फिर वो शर्मा गयी…..वैसे वो राज से कई बार चुद चुकी थी …पर फिर भी उसे एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी…..क्योकि इनस्पेक्टर शर्मा बाहर के मर्द थे……………उसने अपने मन से पूछा …क्या ये ठीक रहेगा……किसी गैर मर्द से सेक्स करना कहाँ तक उचित है…..राज तो मर्द है…इसे समाज कुच्छ नही बोलेगा…पर मे तो एक औरत हू…और वो भी विडो….समाज की नज़र मे…………..हेई भगवान ….क्या करू.
उसकी चूत मे चिंतिया चलने लगी…….पॉज़िटिव और नेगेटिव सोचते सोचते वो सो गयी…क्योकि सुबह स्मृति को वापस देहरादून जाना था….
करीब 10 बजे पर इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आया रश्मि के मोबाइल पर.....रश्मि उस समय नहाने जा रही थी....उसके बदन पर सिर्फ़ एक पेटिकोट था जो कि चुचियो को ढँके हुए था......रश्मि भाग कर अपने रूम मे गयी और मोबाइल ऑन कर सुनने लगी......दूसरी तरफ इनस्पेक्टर शर्मा थे.....
इनस्पेक्टर शर्मा: हाई.....हाउ आर यू..?
रसम: ठीक हू.....अओर आप
इनस्प. शर्मा: ठीक ठाक...क्या कर रही हो...
रश्मि: नहाने जा रही थी....
इनस्प. शर्मा: व्हाट्स आ ग्रेट सीन आइ थिंक...
रश्मि: आप पोलीस वाले इतने रोमॅंटिक कब से होने लगे?
इनस्पेक्टर शर्मा: क्यो...? पोलीस वालो की भावनाए नही होती क्या?
रश्मि: ह्म इंट्रेस्टिंग...और बताओ...? क्या चल रहा है
इनस्पेक्टर शर्मा: आज मेरा बर्तडे है और मेने एक पार्टी रखी है सिर्फ़ तुम्हारे लिए....होप सो...कि तुम आओगी....बाकी तुम्हारी मर्ज़ी.
रश्मि: कुच्छ सोचते हुए.....मे वादा तो नही करूँगी पर मे कोशिश ज़रूर करूँगी...पर समय ज़्यादा नही लगना चाहिए...?
इनस्प. शर्मा: बिल्कुल नही...और फिर मे खुद छोड़ दूँगा.....
रश्मि: तब ठीक है...मे अपने जेठ जी से पुच्छ के बताउन्गि...
इनस्प. शर्मा: उनसे क्यो पुच्छना....? तुम खुद डिसिशन ले सकती हो
रश्मि: मिस्टर. मेरे घर मे एक रूल है ....सभी डिसिशन घर के बड़े लोग लेते है ...सही और ग़लत...... और फिर मेरे गार्डियन वही है...मे उनके आदेश के वगैर कुच्छ भी नही करूँगी....
इनस्प. शर्मा: इंट्रेस्टिंग...आइ इंप्रेस्ड....
रश्मि: ह्म...अब मे फोन रखती हू......बाइ...
इनस्पेक्टर शर्मा और भी कुच्छ पुच्छना चाहता था....तब तक फोन काट दिया रश्मि ने.....................................
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इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना घर का अड्रेस रश्मि को स्मस कर दिया और स्मस पर ही इन्विटेशन दे दिया.....ये इन्विटेशन तो सभी के लिए था ...पर ज़्यादा ज़ोर रश्मि को दिया गया था....जो कि राज समझ सकता था....पर वो कुच्छ बोला नही...
सिर्फ़ इतना ही कहा.....तुम्हे बुलाया है....तुम जाओ..पर ज़्यादा वक़्त नही लगना चाहिए.
रश्मि: मे जाना तो नही चाहती पर....उसका रिक्वेस्ट आया था और फिर हमारा केस भी उसी के हाथ मे है...
राज: नही तुम जाओ.....
रश्मि: ह्म्म्म और वो अपने कमरे मे चली गयी...
शाम को करीब 5 बजे तैयार होकर घर से जैसे ही निकली....सामने इनस्पेक्टर शर्मा एक कार लेकर खड़ा था....
इनस्प. शर्मा: आइए मेडम.....
रश्मि: अरे आप??? और गाड़ी??? क्या बात है...कही नौकरी लग गयी क्या?
इनस्प. शर्मा: नही मेडम....ऐसी हमारी किस्मत कहाँ? किसी दोस्त से ली है आपके लिए...
रश्मि: हूऊ...सो नाइस ऑफ यू......
इनस्प.शर्मा: वेलकम...और कार का गेट खोल दिया...
रश्मि: अरे नही ...मे आपके बगल मे बैठूँगी....नही तो लोग समझेंगे....मालकिन बैठी है और ड्राइवर गाड़ी चला रहा है...
इनस्प. शर्मा: तो क्या हुआ..मे तो हू ही आपका ड्राइवर...
रश्मि: मेरा ड्राइवर...??? ंतलब?
इंस्पक्तॉर शर्मा: बात को सुधारते हुए...मेरा मतलब है इस कार का ड्राइवर...
रश्मि: सब कुच्छ समझती हू.........हल्की सी शर्मा गयी...
करीब 30 मीं के सफ़र के बाद दोनो एक छ्होटे से घर पर रुके.....इनस्पेक्टर शर्मा ने अपना गेट का ताला खोला और उसे बोला...वेलकम मेडम...
रश्मि : अरे आप अकेले??? कोई और नही है क्या घर मे?
इनस्प. शर्मा: वाइफ मयके गयी है.....अभी 2 मंत से अकेले हू...
रश्मि: आप ने कहा था कि पार्टी है...तो लोग कहाँ है?
इनस्पेक्टर शर्मा: अरे पहले अंदर तो चलो.....रश्मि अंदर आ गयी.....और सोफे पर बैठते हुए कहा.....ह्म्म्म काफ़ी सुंदर मकान है आपका....पर जब घर दीवारो पर नज़र दौड़ाई तो वो बुरी तरह शर्मा गयी...क्योकि घर की दीवारो पर न्यूड और अर्ध-न्यूड फोनो टँगे हुए थे...कुच्छ तो बॉलीवुड हेरोयिन के थे कुच्छ पॉर्न-स्टार के थे........आप ने तो घर मे कोठा बना रखा है...
इनस्पेक्टर शर्मा : हां...मुझे ओरल सेक्स अच्छे लगते है.....और नेकेड फोटो भी....सॉरी फॉर दट.....मुझे फोटो उतरवा देना चाहिए......
रश्मि: जब लगाया है तो उतारने की कोई ज़रूरत नही है.....उन्हे वैसे ही रहने दीजिए...और बताए क्या किया जाय...क्या कर सकती हू आपके लिए....
इनस्प. शर्मा: बस कुच्छ नही...मे अभी आया....और वो चला गया...
रश्मि: साला देखने मे तो शरीफ लगता है...पर घर तो रंगीन बना रखा है....क्या इरादा है इसका??? पर वो बेचारा क्या कर सकता है...वाइफ है नही....तो इन फोटो से ही काम चला लेता होगा..............