Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान - Page 13 - SexBaba
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Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान

कमला: तेरी ये हिम्मत कि तू मुझ पर हाथ उठाए….आने दे तेरे बापू को सब बता दूँगी कि तू अब गाओं के लड़को से मुँह काला करवा रही है…..तेरी तो खेर नही…
सिमरन: हां-2 बता देना…..में भी सब कुछ बता दूँगी….कि तुम भी अपने बेटे की उमर के लड़के के साथ अपना मुँह काला करवा रही है…
सिमरन की ये बात सुनते ही, कमला के पैरो के नीचे से ज़मीन निकल गई…पर वो अब भी अपनी असलियत को छुपाने के कॉसिश करते हुए बोली…..”अच्छा जो झूट सच कहना कह देना….मेने कोई ग़लत काम नही किया….”
सिमरन: हां साहिल से अपनी फुद्दि की आग को ठंडा करवा कर तुमने बहुत सही काम किया है…ग़लत तो मेने किया है….मेने सब अपनी आँखों से देखा है….आने दो बापू को. में भी सब कुछ बता दूँगी….
ये कह कर सिमरन अपने रूम के तरफ चली गई……कमला को सब कुछ उल्टा होता नज़र आ रहा था….वो भी सिमरन के पीछे उसके रूम में चली गई….”बेटी मुझसे ग़लती हो गई….देख अपने बापू को इसके बारे में कुछ नही कहना…में भी कुछ नही कहूँगी….में वादा करती हूँ….”
सिमरन: पर तुम्हे मेरी एक शर्त माननी होगी….
कमला: तुम जो कहो में करने के लिए तैयार हूँ बेटा…
सिमरन: अब में तेरे सामने ही इस कमरे में सोनू से अपनी चूत मरवाउंगी, और तुम हमे कुछ नही कहोगी….
कमला: ठीक है बेटा पर तुम मेरे साहिल के बारे में किसी को नही बताना….ये कह कर कमला अपने रूम में आ गई….
अगली सुबह साहिल काफ़ी लेट उठा….जब वो उठ कर बाहर आया तो उसे पता चला कि नेहा दीप्ति के साथ गीता के घर चली गई है….क्योंकि आज गीता की सुसराल वाले शगुन लेकर उसके घर आने वाले थे….पायल घर के कामो को जल्दी -2 निपटा रही थी….साहिल उठ कर कामन बाथरूम में गया….और जब फ्रेश होकर अपने रूम में गया तो उसने देखा कि, सीमा वहाँ पर नाइटी पहने खड़ी थी…..साहिल उसे इस तरहा अचानक से अपने रूम में देख कर हैरान हो गया…..
 
छोटी सी जान चूतो का तूफान--40

साहिल अपने रूम में वापिस आ गया…..और फिर नाश्ते के बाद नेहा सीमा और साहिल गीता के घर पर आ गए…..जैसे ही साहिल घर में दाखिल हुआ , तो सबसे पहले उसके नज़र सामने गीता के साथ बैठी सिमरन पर पड़ी….जो बड़ी ही अजीब से नज़रों से उसकी ओर देख रही थी…..पर साहिल ने उस तरफ ज़्यादा गोर नही क्या….थोड़ी देर बाद गीता के ससुराल वाले शगुन लेकर आ गए….सभी रस्मो रिवाज़ो के साथ शगुन को पूरा किया.

ये सब करते हुए शाम के 4 बज चुके थे…..अगले दिन गीता की शादी थी……सिमरन और उसकी मा कमला गीता की मा से इजाज़त लेकर अपने घर वापिस आ गई….घर में आते ही सिमरन किचन में पानी पीने चली गई….तभी उसकी मा कमला भी पीछे आ गई…..”बेटा एक कप चाइ बना दे मेरे लिए…..सर में बहुत दर्द है….”

सिमरन: जी मा अभी बना देती हूँ….

कमला पलट कर वापिस जाने लगी….तो सिमरन ने उसे रोक लिया….”मा मुझे तुमसे एक ज़रूरी बात करनी है….” कमला वही रुक गई…..और सिमरन के पास आते हुए बोली” हां बोलो क्या बात है…”

सिमरन: मा मुझे तुम से कुछ पूछना है….

कमला: हां बोलो….

सिमरन: मा तुम ने साहिल के साथ मेरा मतलब साहिल तो अमित की एज का है ना. उसके साथ ही ये सब क्यों किया…..

कमला सिमरन के इस सवाल से एक दम चुप हो गई….उसे कुछ समझ में नही आ रहा था कि, आख़िर वो सिमरन को क्या जवाब दे….

सिमरन: चुप क्यों हो गई मा….बोलो ना…तुम्हे साहिल ही मिला था…और वो लड़का जो तुम्हारे बेटे की उमर का है….

कमला: अब में तुझे कैसे समझाऊ बेटा….बस समझ ले ये मेरी मजबूरी थी….

सिमरन: ऐसे भी क्या मजबूरी आन पड़ी मा…ज़रा मुझे भी तो बताओ….

कमला: देख सिमरन अब तू 18 की हो गई है…तुझे अच्छे भले की समझ है…इस लिए में तुझे सब बता दूँगी….पर वादा करो तुम ये सब किसी को नही बताओगि…

सिमरन: मा हम अब दोनो एक दूसरे के राज़ दार है…तुम बेफिकर रहो….में किसी से इसका जीकर तक नही करूँगी…..

कमला: तो सुनो….तुम्हे शायद याद भी होगा या नही….पर फिर भी तुम्हे बताती हूँ…..जब तुम और अमित दोनो बहुत छोटे थे…तब तुम्हारे बाबा का आक्सिडेंट हो गया था…उनके धड़ के निचले हिस्से के ऊपेर से ट्रॅक्टर का पिछला वाला बड़ा पहिया गुजर गया था…जिसके कारण उनके धड़ के निचले हिस्से ने काम करना बंद कर दिया था… समय के साथ वो धीरे-2 ठीक हो गया…और चलने फिरने के काबिल हो गई. पर उनकी मर्दाना ताक़त जाती रही…उनमे सेक्स करने के ताक़त नही बची थी…तुम्हारे बाबा के गुप्ताँग ने काम करना बंद कर दिया….तब तुम दोनो बड़े छोटे थे…मेने तुम्हारे और अमित के पालन पोषण की तरफ ध्यान लगा लिया…और अपनी शारीरिक ज़रूरतो को नज़र अंदाज़ करती रही थी….

पर आख़िर कार में भी तो एक औरत हूँ….मेरे अंदर के ज़ज्बात भी भड़कते है. जब साहिल साथ वाले घर में रहता था…तब मेने उसे पटा लिया था…क्योंकि वो कम उमर का था….और में उसे अपने काबू में रख सकती थी…और मुझे उससे किसी तरहा की बदनामी का डर भी नही था….

सिमरन: ये बात तो समझ में आ गई मा….पर एक बात समझ में नही आई..?

कमला: क्या समझ में नही आया तुझे….?

सिमरन: देखो मा तुम अभी भी एक जवान और तंदुरुस्त औरत हो….क्या साहिल वो बच्चा तुम्हारी आग को भुजा पाता है…..

कमला: तू ना अब हद से आगे बढ़ रही है…मुझे जितना बताना था बता दिया….

सिमरन: मा बताओ ना क्या हो गया….अब तुम मुझसे कुछ ना छुपाओ…

कमला: हां…

सिमरन: क्या ? क्या कहा वो साहिल तुम्हारी तसल्ली करा देता है…?

कमला: हां करवा देता है और कुछ…?

सिमरन: में नही मानती….

कमला: अच्छा मुझे अब समझ में आ गया है कि, आख़िर तू क्या जानना चाहती है..तो सुन साहिल का लंड 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा है….वो मेरी तो क्या किसी भी औरत की फुद्दि के तसल्ली कर सकता है….अब खुश तू यही सुनना चाहती थी ना….

ये कह कर कमला वापिस मूड कर जाने लगी…..”मा” कमला ने झुझलाते हुए पीछे मूड कर देखा और बोली “अब क्या है”

सिमरन: मा चाइ तो ले जाओ…..

ये कह कर सिमरन ने मुस्कुराते हुए चाइ का कप कमला की तरफ बढ़ा दिया….कमला चाइ का कप लेकर चली गई….दूसरी तरफ गीता के घर पर अब सब लोग कल सुबह शादी की तैयारियो में वयस्त थी….दीप्ति गीता के साथ उसकी सहलियो के साथ बैठी बातें कर रही थी…बाकी के सभी लोग कामो में मशरूफ थे….तभी सीमा नेहा के पास गई, और नेहा से कहने लगी….

सीमा: नेहा दीदी मुझे ये साड़ी उतार कर दूसरी ड्रेस पेहननि है….क्या तुम साहिल को मेरे साथ घर भेज दो गी….क्यों कि घर भी सुबह लॉक लगा कर आई थी….

नेहा: हां -2 क्यों नही बहनजी…(नेहा ने साहिल को आवाज़ लगाई और साहिल को घर की चाबी देते हुए बोली….) बेटा तुम अपनी आंटी को घर ले जाओ…इन्होने ड्रेस चेंज करनी है….

साहिल ने बिना कुछ बोले घर की कीज़ ली, और सीमा के साथ घर की तरफ चल दिया. रास्ते भर में दोनो चुप चाप चल रहे थे, कि आख़िर कार सीमा ने चुप्पी तोड़ी….

सीमा: उफ्फ ये पेंटी भी ना…

साहिल: (एक दम से चोन्कते हुए ) क्या हुआ आंटी जी….

सीमा: (अपने होंठो को दांतो से काटते हुए) कुछ नही बस ये पेंटी न बार-2 फँस जाती है….चलना भी मुस्किल हो गया….

दोनो सामने की तरफ देख कर चल रहे थे…दोनो में से कोई भी एक दूसरे की तरफ नही देख रहा था….सिर्फ़ सीमा ही बार-2 चोर नजरो से साहिल के चेहरे के भाव को पढ़ने की कॉसिश कर रही थी….साहिल को अंदाज़ा नही था कि सीमा कह क्या रही है. उसने अंजाने में ही सीमा से पूछ लिया….”कहाँ फँस रही है आंटी…”

सीमा: धत्त ये बात बताने वाले थोड़े ना है….

दोनो फिर से चुप चलने लगे….साहिल अपना सर झुकाए हुए चल रहा था….”क्या हुआ क्या सोच रहे हो….नाराज़ हो गए मुझसे” साहिल ने सीमा के चेहरे की तरफ देखा. जो अपने रसीले होंठो पर कामुक मुस्कान लिए हुए उसकी तरफ देख रही थी….”नही में क्यों नाराज़ होने लगा….आप ने मुझे कॉन सा डांटा है….”

सीमा: नही में समझ रही थी कि, शायद तुम इसीलिए नाराज़ हो गई हो कि मेने तुम्हे बताया नही….चलो कोई बात नही घर चल कर खुद ही देख लेना कहा फँस रही है.

सीमा के मुँह से ये बात सुन कर साहिल की तो जैसी बोलती ही बंद हो गई…दोनो कुछ ही देर में घर पर पहुँच गई….साहिल ने घर के मेन गेट का लॉक खोला और फिर दोनो अंदर आ गई….सीमा सीधे रूम में चली गई….साहिल ने गेट को अंदर से लॉक किया, और ऊपेर जाने लगा…अभी वो एक सीढ़ी ही चढ़ा था कि, वो सीमा की आवाज़ सुन कर रुक गया….

सीमा: साहिल क्या हुआ तुम्हे देखना नही है ?

साहिल: (घबराते हुए) क्या ?

सीमा: यही कि पेंटी कहाँ फँस रही है….
 
ये कहते हुए सीमा ने एक बार कातिल मुस्कान के साथ साहिल को देखा और फिर रूम के अंदर चली गई….साहिल भी काँपते हुए कदमो के साथ सीमा के रूम की तरफ बढ़ा. जब वो सीमा के रूम में पहुँचा, तो रूम में सीमा नही थी….सीमा बाथरूम में चली गई थी….साहिल वही बेड पर बैठ कर सीमा के बाहर आने का इंतजार करने लगा…थोड़ी देर बाद बाथरूम का डोर ओपन हुआ, और सीमा बाहर आई….अपने सामने का नज़ारा देख कर साहिल की आँखे खुली की खुली रह गई….सीमा ने अपनी साड़ी उतार दी थी. वो अब सिर्फ़ पेटिकॉट और ब्लाउस में थी…उसकी चुचियाँ उसके ब्लाउस में एक दम कसी हुई लग रही थी….सीमा के ब्लाउस के ऊपेर के दो हुक भी खुले हुए थे…सीमा इतराते हुए साहिल के सामने आकर खड़ी हो गई…..साहिल की आँखो के सामने सीमा की गहरी नाभि थी….जिसे देख कर साहिल का लंड उसकी पेंट में झटके खाने लगा…

सीमा: (बड़ी ही कामुक आवाज़ में) बोलो देखना है ?

साहिल ने अपने सर को उठा कर सीमा की आँखो में देखा….पर वो कुछ बोल नही पाया. सीमा ने एक बार फिर से अपने होंठो पर अपनी जीभ फेरते हुए, साहिल की तरफ पीठ करके खड़ी हो गई….साहिल ये सब बड़ी हैरत से देख रहा था….फिर सीमा ने अपने पेटिकॉट को दोनो तरफ से पकड़ कर धीरे-2 ऊपेर उठाना शुरू कर दिया…सीमा का दूध सा गोरा बदन दूध से सफेद जांघे धीरे-2 साहिल के आँखो के सामने आने लगी….फिर साहिल की आँखो के सामने वो नज़ारा था…जिसे हर आदमी देखने की ख्वाहिश करता है….

सीमा ने अपना पेटिकॉट अपनी कमर तक ऊपेर उठा लिया….सीमा के बड़े-2 चूतड़ ब्लू कलर के वी शेप पैंटी में कसे हुए दिखाए दे रहे थे….पीछे से पेंटी सीमा की गान्ड दरार में घुसी हुई थी….और उसके बड़े-2 मोटे चूतड़ एक दम सॉफ दिखाई दे रही थी….ये देख कर साहिल का लंड पूरी तरह खड़ा होकर पेंट में झटके खाने लगा. सीमा ने जब पीछे मूड कर देखा तो उसे पता चला कि साहिल उसकी गान्ड को खा जाने वाले नज़रो से बिना पलके झपकाए देख रहा था…उसका हाथ उसके पेंट के ऊपेर से अपने लंड पर था….जिसे साहिल धीरे-2 अपने लंड को सहला रहा था….

ये देख कर सीमा की ख़ुसी का ठिकाना नही रहा….”अब देखते ही रहोगे क्या…इसे ठीक करो ना” सीमा ने पीछे गर्दन घुमा कर साहिल की ओर देखते हुए कहा. साहिल ने अपने गाले का थूक निगलते हुए हां में सर हिला दिया….और फिर काँपते हुए हाथों से सीमा के चुतड़ों की दरार में फँसी पेंटी को पकड़ा और ठीक करने लगा…जिससे साहिल के उंगलियाँ सीमा के चुतड़ों की दरार में रगड़ खाने लगी…सीमा का पूरा बदन मस्ती में काँप गया…”सीईईई अह्ह्ह्ह साहिल ठीक करने को कहा है…..ओह्ह्ह तुम बहुत शरारती हो…” ये कहते हुए सीमा अपने दोनो हाथ पीछे लेगई….और अपनी पेंटी को सेट करने लगी…..

साहिल ने अपने हाथ हटा लिए…..सीमा हँसती हुई बाथरूम में घुस गई….साहिल बेचारो के तरहा अपना लंड मसलते हुए रह गया…

उसके बाद सीमा ने ड्रेस चेंज के, और फिर से साहिल के साथ गीता के घर पर आ गई. क्योंकि आज रात का खाना गीता के घर पर ही था….खाना खाने के बाद नेहा पायल साहिल सब वापिस जाने के तैयारी करने लगी…पर नीलम ने सब को रोक लिया. और नीलम के कहने पर सब को रुकना पड़ा…रात के करीब 1 बजे तक सब नाचते गाते रहे. और फिर नीलम और पूनम ने सब के सोने का इंतज़ाम किया…..कुछ मेहमानो के लिए नीलम के रूम में सोने का इंतज़ाम किया गया…कुछ का गेस्ट रूम…कुछ ड्रॉयिंग रूम में किया….पूनम ने साहिल के लिए ड्रॉयिंग रूम में नीचे ज़मीन पर बिस्तर लगा दिया. पूरे रूम का समान ऊपेर स्टोर रूम में शिफ्ट कर दिया गया था….ड्रॉयिंग रूम कुछ बुजर्ग औरतें भी थी….जिनके एज 75 साल के ऊपेर के थी….

साहिल जाकर नीचे बिछे हुए बिस्तर पर लेट गया….तभी सीमा भी वहाँ अंदर आ गयी. साहिल के साथ वाला बिस्तर एक दम खाली था….सीमा ने एक बार साहिल की ओर मुस्कुराते हुए देखा और फिर उस खाली बिस्तर की तरफ बढ़ने लगी…तभी पूनम रूम में दाखिल हुई, और सीमा को वहाँ पर देख बोली….

पूनम: अर्रे भाभी आप यहाँ क्या कर रही है…..आप मेरे रूम में मेरे बेड पर सो जाए….आप को नीचे सोने के आदत नही है….

सीमा: और तुम कहाँ सोने वाली हो…?

पूनम: में और कहाँ सोने वाली हूँ…वही अपने रूम में बेड पर भाभी इतना बड़ा बेड है तीन चार लोग तो आराम से सो ही सकते है….

सीमा: नही में यही सो जाती हूँ….तुम को खमखा तकलीफ़ होगी…

पूनम ने इशारे से सीमा को बाहर आने का कहा, और फिर रूम से बाहर चली गई. सीमा भी रूम से बाहर आई, तो पूनम वही डोर पर खड़ी थी….”भाभी क्या इरादा है…तुम्हे तो मखमली बिस्तर पर सोने की आदत है….आज कैसे नीचे सोने का फ़ैसला कर लिया…”

सीमा: वो तो में ऐसे ही सोचा कहाँ तुम सब लोग परेशान होते रहोगे….

पूनम: ह्म्म मुझे पता कि आज रात तुम किसे तकलीफ़ देने वाली हो….

सीमा: चुप कर गस्ति….में तो वैसे ही….वैसे भी रूम में और भी लोग है..

पूनम: अच्छा वो तो है….वैसे अगर तुम चाहो तो आज रात तुम्हारा काम बन सकता है…अगर तुम चाहो तो….?

सीमा: (थोड़ी देर सोचने के बाद) क्या मतलब तुम्हारा…..

पूनम: चलो जाने दो जी….में तो आपकी मदद करना चाहती थी…(ये कह कर पूनम पलट कर जाने लगी)

सीमा: अच्छा बोलो क्या कहना है…

पूनम: (पलट कर सीमा की तरफ देख कर मुस्कुराते हुए) भाभी रूम तो सिर्फ़ वो तीन बूढ़ी ही है….उनको भला कुछ पता लगाने वाला है….मेरी बात ध्यान से सुनो… देखो ना तो उन तीनो को ठीक से दिखाई देता है….और ना ही सुनाई देता है…बस लाइट ऑफ कर लेना….और फिर जितने चाहे मज़े कर लेना…

सीमा: पर ये कपड़े. अगर कोई आ गया तो और जल्दी में डोर खोलना पड़ा तो अंधेरे में कैसे कपड़े ढूँढती रहूंगी….

पूनम: भाभी तुम मेरे साथ चलो….मेरी नाइटी पहन लो….वैसे भी आज तुम्हे नीचे पैंटी पहनने की ज़रूरत तो पड़ेगी नही…हाहाहा…

सीमा: तू ना बहुत बेशरम है…चल….

पूनम सीमा को अपने साथ अपने रूम में ले गई…वहाँ पर से उसने सीमा को अपनी एक नाइटी अलमारी से निकल कर दे….”ये लो भाभी जाकर बाथरूम में चेंज कर लो…” सीमा ने बिना कुछ बोले पूनम से नाइटी ली, और बाथरूम में जाने लगी…”भाभी बाथरूम में आयिल भी रखा है….अपनी फुद्दि के मालिश भी कर लेना….” पूनम ने धीरे से सीमा को खिजते हुए कहा….सीमा इस पर कुछ ना बोल पाई…और बाथरूम में चली गई….उसने वहाँ पर अपना सलवार कमीज़ उतार कर नाइटी पहन ले. और फिर ड्रॉयिंग रूम के तरफ जाने लगी….सीमा ने नाइटी के नीचे कुछ नही पहना हुआ था.

सीमा ने के अंदर आते हे रूम का डोर अंदर से लॉक कर लिया….और फिर लाइट ऑफ करके अंदाज़े से उस खाली बिस्तर पर आकर लेट गयी….सीमा जान बुझ साहिल के बेहद करीब लेटी हुई थी….सीमा के बदन से उठ रही मादक खुसबू साहिल को और बेचैन करने लगी थी…साहिल अपने पास लेटी हुई सीमा की सांसो को भी अपने चेहरे पर महसूस कर सकता था…पर साहिल दीप्ति को अब दिलो जान से चाहने लगा था….इसीलिए वो किसी भी तराह का रिस्क नही लेना चाहता था….पर सीमा के दिमाग़ में तो शायद और कुछ ही चल रहा था.
 
करीब 15 मिनिट बाद तीनो बूढ़ी औरतों के खर्रातो की आवाज़ रूम में गूंजने लगी. सीमा इसी पल के इंतजार में थी….उसने धीरे से अपने सर को उठा कर साहिल के चेहरे के पास लेजा ते हुए कहा….”साहिल ओ साहिल सो गए क्या….”

साहिल: नही आंटी जी…(साहिल ने भी दबी हुई आवाज़ में बोला…)

सीमा: साहिल देखो ना ये बूढ़ी औरतें कैसे ख़र्राटों भर रही है….मुझे तो इन ख़र्राटों की आवाज़ सुन कर बड़ा डर लग रहा है….

ये कहते हुए सीमा ने अपने हाथ से टोटालते हुए, साहिल का हाथ पकड़ लिया….और साहिल की तरफ लेटे -2 खिसकते हुए उसके करीब आ गई…”साहिल मुझे पर अपना हाथ रखो ना…मुझे सच में बहुत डर लग रहा है….ऐसे मुझे नींद नही आएगे…”

साहिल ने भी अपना एक हाथ सीमा के कमर के ऊपेर रख दिया….जैसे ही साहिल ने अपना हाथ सीमा के कमर पर रखा…सीमा ने नीचे से अपनी कमर को आगे तरफ खिसका दिया….और अपना एक हाथ साहिल के पीठ पर रख कर उसके साथ चिपक गई….

सीमा की बड़ी-2 38 साइज़ की चुचिया साहिल की छाती में दबाने लगी….जिसे महसूस करके साहिल का लंड एक दम तन कर खड़ा हो गया….जो नीचे सीमा की नाइटी के ऊपेर से उसकी चूत पर रगड़ खाने लगा….नाइटी के ऊपेर से साहिल के लंड की सख्ती को महसूस करते ही सीमा का पूरा बदन थरथरा उठा….मस्ती में आते हुए उसने साहिल को और कस के जाकड़ लिया…और उसके गाल पर एक प्यार और गरम सा चुंबन देकर बोली,

सीमा: ओह्ह साहिल तुम्हारा हथियार क्यों खड़ा हो गया ?

साहिल: वो वो आंटी….

सीमा: हां बोलो ना में बुरा नही मानूँगी…..

साहिल: आंटी वो आपकी फुद्दि के गरमी के कारण खड़ा हो गया है….

सीमा: सच कह रहे हो साहिल….?

साहिल: हां आंटी…..

सीमा: नही तुम झूट बोल रहे हो…..(सीमा ने साहिल का हाथ पकड़ा और , दूसरे हाथ से अपनी नाइटी को अपनी कमर तक ऊपेर करके साहिल का हाथ अपनी चूत पर रख दिया) देखो ना ये तो बिल्कुल ठंडी है……)

सीमा की चूत पर हाथ लगते ही, साहिल का दिल जोरो से धड़कने लगा…अब साहिल भी पूरी तरहा गरम हो चुका था…उसने धीरे-2 अपने हाथ की उंगलियो को सीमा की चूत की फांको में रगड़ना शुरू कर दिया….जैसे ही साहिल की उंगलियाँ सीमा की चूत की फांको को फेला कर चूत के छेद पर टच हुई, सीमा के पूरे बदन में मस्ती की लहर दौड़ गई…..पूरा बदन झझहना सा गया…..उसने साहिल को फिर से अपनी बाहों में कसते हुए अपने ऊपेर खेंचना शुरू कर दिया…

साहिल खुद ही सीमा के ऊपेर आ गया…..साहिल को अपनी उंगलियो से महसूस हो चुका था कि, सीमा अब पूरी तरह गरम हो चुकी है…और उसकी फुद्दि पानी छोड़ कर चुदने को तैयार है…..साहिल ने उसकी चूत की फांको को मसलते हुए अपने होंठो को सीमा के होंठो पर रख दिया….जवाब में सीमा ने भी अपने होंठो को खोल कर ढीला छोड़ दिया. साहिल सीमा के होंठो को चूस्ते हुए धीरे-2 उसकी चूत की फांको को मसल रहा था…सीमा भी एक हाथ से साहिल के लंड को उसके पयज़ामे के ऊपेर से धीरे-2 सहलाने लगी….साहिल का लंड और अकड़ गया…..

सीमा के सबर का बाँध टूटने लगा, और उसने साहिल के लंड से अपना हाथ हटा लिया, और अपनी नाइटी को और ऊपेर करते हुए अपने गले तक उठा लिया….सीमा की 38 साइज़ की चुचियाँ अब बाहर आ चुकी थी….भले ही अंधेरे में साहिल उसकी चुचियों को नही देख पा रहा था….पर साहिल को अहसास हो चुका था…..उसने भी बिना कोई देर किए, सीमा के होंठो से अपने होंठो को अलग किया…..और दोनो हाथों में सीमा की चुचियाँ को पकड़ कर मसलते हुए, लेफ्ट चुचि के बड़े मोटे से निपल को मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया…जैसे ही साहिल ने सीमा के निपल को सक करना शुरू किया, सीमा के मुँह से मस्ती भरी आह निकल गई….उसने अपनी दोनो बाहों से साहिल के सर को कस्के जकड़ते हुए, अपनी चुचियों पर दबाना शुरू कर दिया…..

सीमा: अह्ह्ह्ह साहिल बेटा चुस्स्स ले, आह पीजा इनको निचोड़ डाल और ज़ोर से मसल मेरी चुचियों को ऊहह साहिल बहुत मज़ा आ रहा है….और ज़ोर से चुस्स्स बेटा….

साहिल भी सीमा की मस्ती भरी सिसकारियो और बातें सुन कर और जोश में आ गया, और सीमा की चुचियों को और कस कस्के मसलते हुए, चूसने लगा….सीमा ने भी जोशाले अंदाज़ में साहिल के लंड को उसके पजामे के ऊपेर से मसलना शुरू कर दिया….और फिर दोनो हाथों से साहिल के पयज़ामे के इलास्टिक में हाथ डाल कर उसे जाँघो तक सरका दिया….जैसे ही साहिल का लंड पयज़ामे से बाहर आया….सीमा ने बड़ी उत्सकता से उसे अपने राइट हॅंड में पकड़ लिया….और ऊपेर से लेकर नीचे तक मुट्ठी में भर कर उसकी लंबाई का जायज़ा लेने लगी…जैसे ही सीमा को साहिल के लंड के असली लंबाई का अंदाज़ा हुआ, सीमा की चूत ने और पानी छोड़ना शुरू कर दिया….

सीमा: हाई साहिल तेरा लंड तां बहुत वाडा है…..

साहिल: तुम्हे पसंद नही आंटी ?

सीमा: आह काट मत बेटा मम्मो पर निशान पड़ जाएँगे….ओह्ह्ह्ह साहिल ऐसे लंड तो हर औरत चाहती है……बेटा अब मुझसे सबर नही होता…आह घुसा दे इसे मेरी फुददी में….और चोद डाल अपनी इस आंटी को…..

ये कहते हुए, सीमा ने साहिल के लंड के सुपाडे को अपनी फांको के बीच रगड़ा और फिर जैसे ही फांको ने फेल कर साहिल के लंड के सुपाडे को आगे जाने का रास्ता दिया…सीमा ने अपनी टाँगो को उठा कर फेला लिया….साहिल ने भी अपनी कमर को नीचे की ओर झुका दिया. साहिल का गरम मोटा सुपाडा ठीक निशाने पर जा लगा….सीमा की चूत साहिल के लंड का अहसास पाते ही, मचल उठी…और साहिल के लंड को अपने अंदर लेने के लिए, सिकुड़ने और फेलने लगी…

सीमा: ओह्ह्ह साहिल बेटा अब मार भी दे अपनी आंटी की ठंडी फुद्दि….

साहिल ने धीरे-2 अपने लंड के सुपाडे को सीमा की चूत के छेद पर दबाना शुरू कर दिया….सीमा ने मस्ती में आकर अपनी आँखें बंद कर ली, और अपना हाथ साहिल के लंड से हटा कर साहिल की पीठ पर अपनी बाहों को कसते हुए, उसे अपने से चिपका लिया…साहिल के लंड का सुपाडा सीमा की चूत के छेद को बुरी तरहा फैलाता हुआ धीरे-2 अंदर घुस रहा था, और सीमा धीरे-2 अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उठा कर साहिल के लंड को जल्द से जल्द अपनी चूत की गहराईयो में महसूस करना चाहती थी…..

सीमा को आज पहली बार अहसास हो रहा था कि, 8 इंच लंबे और 4 इंच मोटे लंड से चुदवाने में कैसे मज़ा आता है…साहिल के लंड का मोटा सुपाडा किसी टमाटर की तरह फूला हुआ, सीमा की चूत की दीवारों को बुरी तरहा से रगड़ कर अंदर की तरफ अपना रास्ता बना रहा था….सीमा तो मस्ती के असीम सागर में डूबती जा रही थी….

जैसे ही साहिल का आधा लंड सीमा की चूत में घुसा….साहिल एक दम से रुक गया….और फिर से सीमा की चुचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा…सीमा भी मस्ती में आकर , साहिल के सर को दोनो हाथों से थामे हुए, उसके बालों में अपनी लंबी-2 उंगलियाँ घुमा रही थी…..और नीचे से अपनी कमर को धीरे-2 ऊपेर की तरफ झटके दे रही थी… सीमा आज रात को पूरा मज़ा लेना चाहती थी…

इस लिए दोनो में से कोई भी जल्दबाज़ी नही करना चाहता था….पर साहिल के मोटे लंड ने जो हलचल सीमा की चूत में पैदा की थी….सीमा की बर्दास्त से बाहर था….और वो उसे बार-2 पूरा लंड अंदर करने को कह रही थी….साहिल ने भी सीमा को ज़्यादा देर वेट नही करवाया…और अपना बाकी का बचा आधा लंड भी सीमा की चूत की गहराईयो में उतार दिया….जैसे ही साहिल के लंड का सुपाडा जाकर सीमा की बच्चेदानी से टकराया. सीमा ने उसकी पीठ पर बाहों को कसते हुए, अपनी टाँगो को उठा कर उसकी कमर पर चढ़ा कर लप्पेट लिया…..और गहरी-2 साँसे लेने लगी….
 
उसकी सांसो में वैसा इतमीनान था…..जैसे उसने कोई बहुत ही कीमती चीज़ पा ली हो.. साहिल थोड़ी देर के लिए रुका, और फिर धीरे-2 अपने लंड को सीमा की चूत के अंदर बाहर करना शुरू कर दिया…सीमा भी साहिल के झटको में अपनी कमर उठा कर जवाब दे रही थी…सीमा की चूत पानीसे एक दम गीली हो चुकी थी….जिससे साहिल का लंड चिकना होकर आसानी से सीमा की चूत के अंदर बाहर हो रहा था…सीमा की हल्की मस्ती भरी सिसकारियों सुन कर साहिल अपनी स्पीड को धीरे-2 बढ़ा रहा था….और सीमा भी उसी रफ़्तार से अपनी गान्ड को ऊपेर की ओर उछाल रही थी….साहिल ने फिर से सीमा के होंठो को अपने होंठो में भर कर चूसना शुरू कर दिया….और फिर फुल स्पीड में अपना लंड चूत के अंदर बाहर करने लगा…..सीमा साहिल के झटको से एक दम से तड़प उठी….और अपनी टाँगो को पूरा खोल कर फेला दिया…..

सीमा: (अपने होंठो को साहिल के होंठो से अलग करते हुए) ओह्ह साहिल हां फाड़ दे आज मेरी फुद्दि अहह देख मेरी फुद्दि पानी छोड़ने वाली है….अहह्ा आहह अह्ह्ह ओह्ह्ह साहिल और तेज कर ना…..मार ले मेरी फुद्दि अहह साहिल में तुम से रोज फुद्दि मर्वाउन्गि…

ये कहते हुए, सीमा की चूत से पानी का सैलाब सा बह निकाला, उसका पूरा बदन रुक-2 कर झटके खाने लगा….और कुछ ही पॅलो बाद साहिल ने भी अपना पानी सीमा की चूत में निकाल दिया…साहिल सीमा के ऊपेर ढेर हो गया….दोनो एक दूसरे से लिपटे हुए काफ़ी देर तक पड़े रहे…
 
छोटी सी जान चूतो का तूफान--41

साहिल का लंड सिकुड कर सीमा की चूत से बाहर आ गया…..साहिल सीमा के ऊपेर से उठ कर उसकी बगल में लेट गया….सीमा थोड़ी देर चुप पड़ी रही….और साहिल भी….थोड़ी देर बाद सीमा ने करवट बदली और साहिल की तरफ मुँह करके एक हाथ से उसके बदन को टटोलते हुए, उसके सिकुडे हुए लंड पर रख दिया…..”साहिल एक बात कहूँ….”

साहिल: जी कहिए…..

सीमा: साहिल तुम हो तो छोटे से……पर तुम्हारा लंड सच में बहुत बड़ा है…. तुम्हारी जिसके साथ भी शादी होगी….वो बड़ी किस्मत वाली होगी….अच्छा एक बात पूछूँ ?

साहिल: जी…..

सीमा: वैसे तुम्हारी कोई गर्ल फ्रेंड है क्या ?

साहिल: जी नही है…..

सीमा: पर क्यों तुम इतने हॅंडसम हो और फिर भी तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही है…. ऐसा हो ही नही सकता…..

साहिल: जी में सच कह रहा हूँ….

सीमा: चलो मान लेती हूँ….पर क्या तुम्हे आजतक कोई लड़की पसनद नही आई….

साहिल: जी वो वो में….

सीमा: ह्म्‍म्म इसका मतलब कोई तो है जिसे तुम पसंद करते हो….अच्छा ये बताओ कि तुमने मेरे से पहले किसके साथ ये सब किया है …..

साहिल: जी जी नही….मेने कभी नही किया…..

सीमा: तुम सच कह रहे हो….?

साहिल: जी…..

सीमा: अच्छा वैसे ये बताओ कि तुम्हे पसंद कॉन है…..?

साहिल: जी वो में अभी नही बता सकता…..

सीमा: चलो रहने दो अगर नही बताना चाहते तो…..

सीमा लगतार साहिल के लंड को अपने हाथ में लेकर हिला रही थी…जिसके कारण साहिल का लंड फिर से धीरे-2 खड़ा होने लगा था…..”साहिल फिर करना है “ सीमा ने साहिल के लंड को मुट्ठी में भर कर तेज़ी से हिलाते हुए कहा….पर साहिल कुछ ना बोला…..”बोलो ना साहिल तुम्हारा फिर से दिल कर रहा है ना” ये कहते हुए, उसने साहिल को अपने ऊपेर खेंचा तो साहिल भी बिना कुछ बोले उसके ऊपेर आ गया….साहिल का लंड अब फिर से पूरी अकड़ पर आ चुका था….जैसे ही साहिल सीमा के ऊपेर आया, सीमा ने अपनी जाँघो को खोल कर फेला लिया, और अपना एक हाथ नीचे लेजाकार साहिल के लंड को पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर लगा दिया…..

सीमा: बोल ना साहिल फिर से लेगा मेरी….

साहिल: हां….

सीमा: तो डाल ना अपना लंड मेरी फुद्दि में….

साहिल ने सीमा की जाँघो के बीच में घुटनो के बल बैठते हुए, एक ज़ोर दार धक्का मारा…. साहिल का लंड सीमा की चूत के छेद को फैलाता हुआ अंदर घुसता चला गया. “ओह्ह्ह हाई साहिल आराम से करो ना आह….तुम्हारा लंड सच में बहुत मोटा है रे..” साहिल कुछ देर के लिए रुका, और फिर धीरे-2 अपने लंड को सीमा की चूत के अंदर बाहर करने लगा…..सीमा साहिल के लंड की रगड़ को अपनी फुद्दि में महसूस करके उसके नीचे आहहे भरने लगी…..सीमा ने उसे कंधो से पकड़ कर अपने ऊपेर झुका लिया….और उसके होंठो पर अपने होंठो को रख दिया….

साहिल सीमा के होंठो को चूस्ते हुए, धीरे-2 अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा…सीमा भी नीचे से अपनी गान्ड को ऊपेर की तरफ उछाल रही थी….चुदाई का ये दौर 10 मिनिट तक चला….और फिर से दोनो झाड़ कर निढाल हो गए…..”साहिल बताओ ना तुम्हे कॉन सी लड़की पसनद है….” साहिल बिना कुछ बोले, सीमा के ऊपेर से उठा, और उसकी बगल में लेट कर अपने पयज़ामे को पहनने लगा….

सीमा: साहिल मुझे भी नही बताओगे….

साहिल: जी आप बुरा तो नही मनोगे…..?

सीमा: भला में क्यों बुरा मानने लगी….मुझे कॉन सा तुमसे शादी करनी है….जो में बुरा मानूँगी……

साहिल: जी वो बात नही है….

सीमा: तो बताओ ना कॉन है वो लड़की….

साहिल: जी दीप्ति……

सीमा: (एक दम चोन्कते हुए) क्या क्या कहा तुमने….

साहिल: जी मुझे दीप्ति बहुत पसंद है….
 
थोड़ी देर रूम में एक दम सन्नाटा पसर गया…दोनो में से कोई भी कुछ नही बोल रहा था….साहिल को लगा कि, शायद उसने सीमा को दीप्ति के बारे में बता कर ग़लती कर दी है…”आंटी आप चुप क्यों हो गई…” साहिल ने परेशान होकर चुप्पी को तोड़ा…”साहिल बहुत रात हो गई है…अब तुम सो जाओ…” सीमा की आवाज़ में रूखा पन था..इसीलिए वो कुछ नही बोला, और चुप चाप लेट गया….अगली सुबह 6 बजे ही, घर में शोर मच गया था….क्योंकि गीता की शादी थी….सब तैयार होने नाश्ता करने में बिज़ी थे….जब साहिल उठा तो उसे सीमा नज़र नही आई. साहिल उठ कर बाहर आया तो नेहा को देखा….

नेहा: अर्रे साहिल उठ गया….जा घर जाकर जल्दी से तैयार हो जा….हम भी वहाँ आ रहे है…तैयार होकर सीधा मॅरेज पॅलेस में पहुँचे गे….

साहिल बिना कुछ बोले घर की तरफ चला गया….उसे वहाँ भी ना तो सीमा नज़र आई, और ना ही दीप्ति…..थोड़ी देर बाद सब तैयार होकर मॅरेज पॅलेस के लिए निकल गए… बारात आने में अभी समय था….जब साहिल हाल में अंदर गया तो उसने देखा कि सीमा दीप्ति के साथ चेर पर बैठी हुई थी….सीमा ने एक बार साहिल की तरफ देख और फिर दूसरी तरफ मुँह घुमा लिया जैसे उसने साहिल को देखा ही ना हो….

धीरे-2 सभी मेहमान वहाँ पहुँचने लगे…. साहिल गाओं के कुछ दोस्तो के साथ खाने पीने में मगन था….पर उसका मन बैचेन था…दूसरी तरफ पूनम ने जब सीमा को अकेले बैठे देखा तो वो उसके पास चली गई….”तो भाभी कल रात कैसी गुज़री हां….” सीमा ने एक बार रूखे अंदाज़ में पूनम की तरफ देखा और फिर बोली. “यार तू कोई और बात कर सकती है या नही इन फज़ूल की बातों के लिए मेरे पास टाइम नही है….”

पूनम को सीमा का रवय्या ठीक ना लगा….वो झट ही ताड़ गई कि, कुछ तो दाल में काला है….इसीलिए पूनम ने बड़े ही नरम अंदाज़ में पूछा…”हाए भाभी क्या हुआ, इतनी उदास क्यों हो….क्या साहिल ने कल कुछ बदतमीज़ी की है तुम्हारे साथ….मुझे बातों में उसकी खबर लेती हूँ….”

सीमा: नही उसकी कोई ज़रूरत नही है…..

पूनम: तो फिर हुआ क्या है….तुमहरा मुँह क्यों लटका हुआ है….

सीमा: यार मुझे नही पता था कि, ये गाओं के लोग इतने हरामी होते है….

पूनम: ओह्ह हो भाभी सीधे -2 बताओ ना हुआ क्या है….

सीमा: उस हराम खोर की इतनी हिम्मत कि, वो मेरे बेटी के साथ शादी करने के सपने देख रहा है….यार हंस कर बात क्या कर ली, ये तो सीधा रिस्तेदारि बनाने पर उतर आया….

पूनम: (हंसते हुए) हाहः भाभी तुम भी ना….अर्रे अभी उनकी उमर है भला. तुम तो बच्चो की बात को भी सीरियस्ली ले रही हो….यार इस उमर ये सब होता है….

सीमा: नही पूनम अगर बच्चो को इस समय आज़ादी दी तो बच्चे हाथ से निकल सकते है. और वैसे उनकी औकात ही क्या है….जो में अपनी बेटी का रिस्ता ऐसे घर में करू…

पूनम: भाभी वैसे में आप कुछ ज़्यादा ही बोल रही हो….वो तो आपकी मर्ज़ी पर है कि, आपने दीप्ति का रिस्ता किससे और कहाँ करना है…पर साहिल के घर में भी किसी चीज़ की कमी नही है…..चले भाभी में आप को कुछ दिखाती हूँ….

ये कह कर पूनम ने सीमा का हाथ पकड़ा और उसे दूसरी तरफ ले गई…जहाँ पर कुलवंत रवि और रमेश खड़े थे…..”भाभी तुम इन को जानती हो….” पूनम ने थोड़ी दूर से कुलवंत रवि और रमेश की तरफ इशारा करते हुए कहा….”हां वो साहिल के पापा और वो उसके चाचा है….तो….?”

पूनम: तुम्हे पता है वो तीसरे भाई साहब कॉन है…..

सीमा: नही में नही जानती…..पर तू कहना क्या चाहती है…..

पूनम: नही जानती ना तो सुनो…वो रमेश है….साहिल के पापा…..

सीमा: साहिल के पापा….मतलब में समझी नही….

पूनम: समझाती हूँ….वो साहिल के पापा है…..बहुत बड़े बिज़्नेस मॅन है….कई शहरों में फाइव स्टार होटेल्स है…पता नही कितनी ज़मीन ज़्यादाद के मलिक है…आप तो उनके सामने कुछ भी नही हो भाभी…रमेश कुलवंत भाई साहब के जीजा है….उनकी पत्नी की मौत हो गई थी….तब साहिल बहुत छोटा था….और बिज़्नेस के चलते वो साहिल की देखभाल नही कर पा रहे थे…..नेहा और कुलवंत जीजू के घर औलाद ना थी…इसीलिए रमेश भाई साहब ने साहिल को उन्हे सोन्प दिया….कल जब रमेश भाई साहब आए थे, तो उन्हे कुलवंत जीजू से बात करते हुए सुना था कि, जैसे ही साहिल 18 साल का हो जाएगा, तो वो अपनी सारी जायदाद बिज़्नेस साहिल के नाम कर देंगे….

सीमा: तू ये सब क्या कह रही है….?

पूनम: सच कह रही हूँ….अगर मेरी बात पर यकीन ना हो तो नेहा दीदी से पूछ लेना….पायल से पूछ लो….या फिर मम्मी जी से….अब बोलो साहिल की औकात का पता चला…..

पूनम की बातें सुन कर सीमा की बोलती बंद हो गई….वो वहाँ से चल कर अपने पति के पास आई, और उसे रमेश के बारे में पूछा तो, उसके पति ने भी वही जवाब दिया. जो पूनम ने बताया था…..सीमा की ऐसे हालत हो गई थी जैसे काटो तो खून ना हो. सीमा चुप चाप जाकर एक कोने में बैठ गई…..पूनम दूर से ही सीमा की हालत को देख कर खुस हो रही थी…थोड़ी देर बाद पूनम सीमा के पास गई….
 
पूनम: तो दीदी अब तो आप को सब पता चल गया है…..अब बोलो साहिल और दीप्ति के रिस्ते के बारे में क्या ख्याल है…..

सीमा: पूनम प्लीज़ ऐसी बात ना कर….यार अमीर होना अलग बात है…..पर यार सोच जो लड़का अपनी मा की उमर की औरत के साथ सेक्स कर सकता है….उस के भरोसे में अपनी बेटी का रिस्ता कैसे उसके साथ कर दूं….

पूनम: ओह्ह तो ये बात है….देखो भाभी…..आग तब तक नही जलती…जब तक उसे कोई जलाए ना…. ऐसा तो हुआ नही कि, साहिल ने तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती की हो….अब अगर तुम खुद शादी शुदा होकर अपनी बेटे की उमर के लड़के के साथ सेक्स कर सकती हो तो वो ठीक है….पर साहिल ग़लत हां….देखो भाभी सेक्स है ही ऐसे चीज़ कि आप खुद पर काबू नही रख सकते….

सीमा: शायद तुम सही कह रही हो….पर मुझे सोचने के लिए वक़्त चाहिए…..

पूनम: हां सोच लो, जल्दी किसे है….वैसे एक बात तो है,….साहिल दीप्ति के साथ तेरा भी बाजा दिया करेगा….क्यों है ना फ़ायदे का सौदा…..

पूनम ये कहते हुए वहाँ से उठ कर चली गई…..और पायल के पास गई, वहाँ पर उसने सारी बात पायल और नेहा को बताई……”दीदी में तो कहती हूँ….मोका अच्छा है.. सब रिस्तेदार भी इकट्ठे है….सब के सामने ही दीप्ति का रिस्ता साहिल के लिए माँग लो…”

नेहा: पर पूनम साहिल की जिंदगी का इतना बड़ा फैंसला में अकेले नही ले सकती. जब से रमेश भाई साहब ने कहा कि, वो अपनी सारी जायदाद साहिल के नाम करने वाले है..तब से में उलझन में पड़ गई हूँ…क्या पता रमेश भाई साहब इस बात के लिए माने या ना माने……

पूनम: तो क्या हुआ दीदी बात करने में क्या जाता है….आप रमेश भाई साहब से भी बात करके देखो तो सही वो क्या कहते है……

पूनम की बात सुन कर नेहा थोड़ी देर के लिए सोच में डूब गई…..”चलो मेरे साथ” नेहा ने पायल और पूनम की ओर देखते हुए कहा…..और फिर तीनो रमेश की तरफ चल पड़ी….रमेश के साथ पूनम के पति विजय कुलवंत रवि बैठे हुए थे…..नेहा उनके पास जाकर बैठ गई…..”भाई साहब आप से एक बात करनी थी…..”

रमेश: जी कहिए ना क्या कहना है…..?

नेहा: भाई साहब मुझे नही पता कि आपने साहिल के लिए आगे क्या सोचा है…पर में आप से कुछ कहना चाहती हूँ…..

रमेश: जी आप जो भी है कहिए….पर उससे पहले मेरी एक बात सुन लीजिए…साहिल पर मुझसे पहले आपका हक़ है….और में नही चाहता कि, साहिल आप सब को छोड़ कर मेरे पास चला आए…ये सब में साहिल के ऊपेर छोड़ता हूँ, कि वो आगे क्या करना चाहता है….

नेहा: दरअसल मेने साहिल के लिए एक लड़की पसंद की हुई है….में उसी सिल्सले में आपसे बात करना चाहती थी…..

रमेश: आप ने की है ना….तो भला मुझे क्या प्राब्लम हो सकती है….साहिल आप का बेटा है….आप जो चाहे ठीक समझे वैसे करिए….

नेहा: जी बहुत शुक्रिया…..

रमेश: अर्रे इसमे शुक्रिया की बात ही कहाँ है…वैसे लड़की है कॉन…..

पूनम: जी मेरे भाई और भाभी की बेटी है दीप्ति……

कुलवंत: यार तुम क्यों फिर से वही बात लेकर आड़ गई हो….अभी उमर है क्या उनकी शादी के बारे में सोचने की…..

रमेश: कुलवंत यार ये तो होता ही है….साहिल को नेहा ने बड़े प्यार दुलार से पाला है, और अगर वो साहिल के बारे में ये सब सोचती है, तो इसमे बुरा ही क्या है….चलो पहले ज़रा में लड़की भी देखूं…..
 
छोटी सी जान चूतो का तूफान--42

उसके बाद सब उठ कर दीप्ति के पास गई….जो उस वक़्त अपनी मा सीमा और पापा मुकेश के साथ थी…..मुकेश ने जैसे ही रमेश को देखा तो उसने उठ कर रमेश से हाथ मिलाया….”अर्रे रमेश जी आइए बैठिए…और कैसे चल रहा है आप का बिज़्नेस….”

रमेश: सब ठीक है आप सुनाए….

मुकेश: जी सब ठीक है…..ये मेरे पत्नी सीमा….और ये मेरी बेटी दीप्ति है….

सीमा और दीप्ति ने रमेश को विश किया, और फिर सब बैठ गए….सब आपस में इधर उधर की बातें करने लगे…तभी पायल ने पूनम को कोहनी मारते हुए, बात शुरू करने का इशारा किया….

पूनम: भैया आप ने साहिल को तो देखा है ना…..?

मुकेश: हां भाई देखा है….

पूनम: भैया नेहा दीदी को आपकी दीप्ति बहुत पसंद है….और वो साहिल का रिस्ता दीप्ति से करना चाहती है…..

मुकेश: (एक दम चोन्कते हुए) क्या पर….दीप्ति ने तो अभी अपना स्कूल ही ख़तम किया है…..अभी तो उम्र ही नही है उसकी….

पूनम: तो साहिल की कॉन सी उमर है……भैया वो तो सिर्फ़ रिस्ते की बात करना चाहती है.

मुकेश: नेहा जी में आपका शुक्रगुज़ार हूँ कि, आपने साहिल के लिए मेरी बेटी का रिस्ता माँगा पर…..इस का फैंसला तो सिर्फ़ सीमा ही कर सकती है….आप सीमा से ही पूछ लो..

नेहा ने सीमा की तरफ देखा, जो अभी अपने हाथों को मसल रही थी…..”क्यों सीमा बेहन हमारा साहिल पसंद है ना आप को….” सीमा ने चोंक कर नेहा की तरफ देखा. और फिर मुस्कुराते हुए बोली……”जी मुझे कोई इतराज नही है….पर आप से एक बात कहना चाहती हूँ कि, जब तक दीप्ति अपनी कोल्लेज की स्टडी पूरी नही कर लेती, तब तक में उसकी शादी नही करूँगी….

नेहा: हां में भी तो यही चाहती हूँ कि, साहिल भी अच्छे से पढ़ लिख ले. और अपना बिज़्नेस संभाल ले, फिर ही इसकी शादी करूँगी….

मुकेश: हां भाई ये पढ़ाई भी तो ज़रूरी है….इतना बड़ा बिज़्नेस तो आगे चल कर साहिल को ही संभालना है….और अगर दीप्ति भी पढ़ती है तो साहिल के बिज़्नेस में हेल्प भी कर देगी….”

गीता की शादी सभी रस्मो और रिवाजो के साथ पूरी हो गई…..दीप्ति जब भी साहिल की तरफ देखती तो वो शर्मा जाती…..साहिल अभी तक इस बात से अंज़ान था कि, सीमा उसके और दीप्ति के रिस्ते के लिए राज़ी हो गई है…..रात को सब घर वापिस आए तो, कुलवंत और रवि रमेश को छोड़ने के लिए सहर चले गए…वहाँ से वो सीधा मंडी जाने वाले थे….

नेहा और पायल दोनो पूनम के घर पर पूनम के कहने पर रुक गई थी…सीमा दीप्ति और साहिल ही घर पर थे….रात के करीब 12 बजे जब सीमा ने देखा कि, दीप्ति सो चुकी है, तो वो उठ कर ऊपेर गई, और साहिल के रूम का डोर नॉक किया….थोड़ी देर बाद साहिल ने डोर खोला, और सीमा को बाहर खड़ा देख कर थोड़ा पीछे हट गया. सीमा रूम के अंदर आकर बेड पर बैठ गई….थोड़ी देर तक सीमा कुछ सोचती रही और फिर बोली…..

सीमा: साहिल दीप्ति को खुस रखो गे ना…..?

साहिल: (बेटा मन में लड्डू फूटा…. साहिल को ये टीवी आड याद आ गई….शायद साहिल के मन भी लड्डू फूटा था…..) जी हां बहुत खुस रखूँगा…..

सीमा बेड से खड़ी हुई, और साहिल के पास आकर एक प्यार से चपत उसके गाल पर लगाते हुए बोली….”खुस रखना हां दीप्ति को…..” और फिर बाहर की तरफ जाने लगी और डोर के पास जाकर रुक गई…..साहिल सीमा को ही देख रहा था….सीमा ने मूड कर साहिल की तरफ देखा और मुस्कुराते हुए बोली…..”और मुझे….मुझे भी खुस रखोगे ना….” साहिल ने मुस्कुराते हुए हां में सर हिला दिया…..सीमा नीचे आ गई….

अगली सुबह सीमा दीप्ति अपने घर के लिए निकल गई....घर पर नेहा और पायल अब दोनो बहुत खुस थी.....इस बीच नेहा और पायल दोनो को बच्चा ठहर गया था. जाहिर सी बात है कि ये दोनो बच्चे साहिल के ही थे....पर पायल और नेहा इस बात को लेकर घबराई हुई थी....नेहा तो ख़ासतोर पर ज़्यादा घबराई हुई थी....क्योंकि नेहा को कई सालो से बच्चा नही ठहरा था....पायल नेहा के लिए परेशान थी....शाम का वक़्त था दोनो बैठी हुई बातें कर रही थी....

पायल: दीदी आप परेशान क्यों हो रही है...अभी कुछ ही दिन तो हुए है आपके दिन चढ़े हुए....आप मेरे साथ चलना शहर....वहाँ पर एक नर्सिंग होम के डॉक्टर से मेरी जान पहचान है....वहाँ जाकर मेडिसिन ले लेते है....

नेहा: और तुम तुम भी बच्चा गिराना चाहती हो क्या...?

पायल: नही दीदी में नही गिराउन्गि.....

नेहा: पायल सुन ना मेरा भी मन नही है बच्चा गिराने का.....

पायल: तो फिर मत गिराए ना....

नेहा: पर घर पर कैसे क्या कहूँगी....के अचानक से बच्चा कैसे हो गया..?

पायल: देखो दीदी जितना में कुलवंत भाई साहब को जानती हूँ....उस हिसाब से वो ज़्यादा सोचेंगे नही....और ना ही कोई सवाल जवाब करेंगे....बस एक रात जी भर कर उनसे चुदवा लेना....फिर कह देना के बच्चा ठहर गया है....

नेहा: ये काम करेगा....

पायल : एक बार उनका रिक्षन देख लेना कि क्या कहते है....अगर काम बिगड़ता हुआ देखे तो कह देना कि अभी आप भी पूरी तरह शुवर नही है...और फिर हम शहर जाकर अबॉर्षन करवा लेंगे....अगर सब सही रहा तो आप की गोद भी हरी हो जाएगी.....

उस रात को नेहा ने अपनी पति कुलवंत से पूरी रात चुदवाया....और एक हफ्ते बाद अपनी डेट ना आने का बताया....कुलवंत ये बात सुन कर हैरान तो हुआ पर वो उसके साथ खुस भी था....उसके चेहरे पर शक या शिकन के निशान नही थे. 9 महीनो बाद पायल ने एक प्यारी सी बेटी और नेहा ने एक बेटे को जनम दिया.... साहिल अब 12थ के एग्ज़ॅम क्लियर कर चुका था.......इस दोरान बीच-2 में साहिल की दीप्ति से फोन पर ही बात होती रहती थी....

बच्चो की वजह से नेहा और पायल अब साहिल से दूर ही रहती थी....नेहा और पायल ने अब फैंसला कर लिया था कि, जो वक़्त उन दोनो ने साहिल के साथ बीताया है. वो उसी के सहारे अब अपनी आगे की जिंदगी बीता देंगी....क्योंकि वो दोनो जानती थी कि, अब साहिल की आगे की जिंदगी पर सिर्फ़ दीप्ति का हक़ है....साहिल भी ये बात समझ चुका था....सब नॉर्मल चल रहा था....पर शायद साहिल की जिंदगी में एक और टर्न आना बाकी था....जो उसकी आगे आने वाली जिंदगी को और खुशहाल बना सकता था...

इस दौरान हुआ ये कि साहिल को एंट्रेन्स एग्ज़ॅम देने के लिए दीप्ति के सहर जाना पड़ा. सीमा को जब ये बात पता चली के साहिल उनके सहर में आ रहा है, तो उसने नेहा से बात करके कहा कि, साहिल उनके घर पर ही ठहरेगा.....इसीलिए साहिल एग्ज़ॅम देने के बाद सीधा सीमा के घर पर पहुँच गया...सीमा का पति मुकेश उस समय बिज़्नेस के सिलसिले में आउट ऑफ सिटी गया हुआ था.....रात के खाने के बाद जब साहिल का गेस्ट रूम में सोने का अरेंज्मेंट कर दिया गया था....

साहिल के मुन्सल जैसे लंड से चुद चुकी सीमा की बुर साहिल के आने के टाइम से कुलबुला रही थी...दीप्ति का रूम ऊपेर वाली मंज़िल पर था....जब गेस्ट रूम और सीमा का रूम नीचे ग्राउंड फ्लोर पर ही था.....रात के करीब 1 बजे, सीमा ने गेस्ट रूम का डोर नॉक किया....जब साहिल ने रूम का डोर खोला तो सामने सीमा को खड़े देखा....सीमा ब्लू कलर के शॉर्ट नाइटी में खड़ी थी...साहिल समझ चुका था कि, सीमा इस समय क्यों आई है......साहिल डोर से पीछे हट कर बेड पर जाकर लेट गया.....सीमा रूम के अंदर आई, और डोर बंद करके, साहिल की तरफ घूमी....साहिल अंडरवेर में बेड पर लेटा हुआ था....
 
सीमा ने अपनी नाइटी को नीचे से पकड़ कर ऊपेर उठाते हुए उतारना शुरू कर दिया......सीमा ने नीचे कुछ नही पहना हुआ था....उसने अपनी नाइटी उतार कर नीचे फेंक दी.....और साहिल के बेड पर चढ़ कर उसके शॉर्ट्स को पकड़ कर नीचे सरका दिया....साहिल का मुन्सल जैसा लंड बाहर आकर झटके खाने लगा... साहिल के लंड को देखते ही सीमा की आँखो में चमक आ गई...उसने साहिल के लंड को मुट्ठी में कसते हुए उसके लंड के सुपाडे को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया....साहिल भी पिछले कई महीनो से चूत के लिए तरस रहा था.....उसने अपने हाथ नीचे लेजा ते हुए सीमा की 36 साइज़ की चुचियों को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया......

इधर सीमा हवस के खेल में इस कदर मसगूल थी कि, वो ये भी भूल बैठी थी कि उसकी जवान बेटी घर में है....उधर दीप्ति प्यास लगने के कारण उठ चुकी थी...उसके रूम में पानी नही था....वो नीचे आई और किचन से पानी की बॉटल लेकर ऊपेर जाने लगी तो उसकी नज़र सीमा के रूम की तरफ गई...रूम का डोर खुला हुआ था और लाइट ऑन थी.....दीप्ति सीमा के रूम की तरफ बढ़ी. जब उसने डोर पर जाकर अंदर देखा तो अंदर कोई नही था.....दीप्ति को लगा कि शायद उसकी मा बाथरूम में हो.....पर बेड पर पड़ी पैंटी और ब्रा देख दीप्ति को अजीब सा लगा....

दीप्ति रूम में अंदर आ गई...और बेड पर पड़ी हुई अपनी मा के पैंटी को उठा कर देखने लगी....सीमा की पैंटी से उसकी चूत से निकले हुए कामरस की तेज महक आ रही थे....सामने बाथरूम का डोर खुला था....और अंदर कोई ना था... दीप्ति ने हाथ में पकड़ी पैंटी को ध्यान से देखा तो वो चूत वाले हिस्से से एक दम गीली थी....मतलब सॉफ था कि, सीमा एक दम चुदास से भरी हुई थी. अब ये सवाल दीप्ति के मन में था कि, मा आख़िर है कहाँ.....

दीप्ति जो कि अब जवान हो चुकी थी.....उसके मन में अजीब सा डर दौड़ गया.... वो उठ कर बाहर आई, उसके हाथ में अभी भी अपनी मम्मी की भीगी हुई पैंटी थी....और दीप्ति गेस्ट रूम के डोर के पास आकर खड़ी हो गई....उसे अंदर से हल्की सिसकारियो की आवाज़ सुनाई दे रही थी....उसके हाथ पैर काँपने लगे... पर फिर भी हिम्मत जुटा तक उसने की होल से अंदर झाँका.....तो उसके आँखे फटी की फटी रह गई...कलेजा जैसे मुँह को आ गया....धड़कने मानो थम सी गई हो....

अंदर साहिल सीमा की जाँघो के बीच बैठा हुआ था….उसने सीमा की टाँगो को घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठा रखा था….और अपनी कमर को तेज़ी से हिलाते हुए अपने लंड को सीमा की चूत के अंदर बाहर कर रहा था….और सीमा भी अपनी गान्ड को ऊपेर के और उछाल कर अपनी चूत को साहिल के लंड पर पटक रही थी….”हां साहिल चोदो मुझे अपनी सास की चूत फाड़ दो आज….आह साहिल तुम्हारा लंड सच में बहुत मोटा है….जब से तुम आए हो…मेरी चूत ने मुझे एक पल भी चैन नही लेने दिया….आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मेरे जमाई राजा फाड़ दो अपनी सास की चूत को….”

अपनी मा को साहिल से यूँ चुदते हुए देख दीप्ति की आँखें जैसे पथरा गई हो…हलक में जैसे उसकी साँसे अटक गई हो….वो काँपते हुए पैरो के साथ आगे बढ़ कर ऊपेर जाने लगी….एक दम बुत सी बनी हुई….तभी उसकी मा की मस्ती भरी सिसकारी ने मानो उसके कानो के पर्दे फाड़ दिए हो….”अह्ह्ह्ह साहिल देख तेरी सासू मा की चूत ने तेरे लंड पर पानी छोड़ना शुरू कर दिया है हाई साहिल ये ले अपनी सास की चूत का पानी आह अहह माआ….”

दीप्ति ये सब सुन कर एक दम से झन्झना उठी और बेखयाली में वो सीडयों के पास रखे टेबल पर पड़े फ्लवर पोर्ट से जा टकराई….टेबल और फ्लवर पोर्ट के गिरने से तेज आवाज़ हुई….अभी-2 झड़ी सीमा और साहिल आवाज़ सुन कर एक दम से घबरा गए….सीमा जल्दी से खड़ी हुई और अपनी नाइटी को फरश उठा कर पहना और डोर खोल कर बाहर आई, तो उसके पैरो तले से ज़मीन खिसक गई…सामने दीप्ति सीडयों पर खड़ी थी…उसके हाथ में अभी भी सीमा की पैंटी थी…. जिसे देख कर सीमा का रंग उड़ गया…

सीमा: दीप्ति में वो में वो साहिल को पानी देने…..

दीप्ति के बदन में मानो जैसे आग सुलग रही थी….उसने अपने हाथ में पकड़ी हुई पैंटी सीमा के मुँह पर दे मारी…..”पानी देने आई थी या अपनी छीईईईईईईई….” ये कहते हुए दीप्ति ऊपेर अपने रूम में भाग गई…..और अंदर से रूम लॉक कर लिया… डोर की आड़ में खड़ा साहिल ये सब सुन कर एक दम से घबरा गया….सीमा ने एक बार साहिल की तरफ देखा और फिर अपने रूम में आ गई….

अगली सुबह साहिल जलदी ही वहाँ से निकल कर अपने गाओं के लिए रवाना हो गया… दीप्ति रात भर अपने रूम में रोती रही थी….और करीब सुबे 4 बजे सोई थी… वो करीब 11 बजे उठी….तो घर में एक दम सन्नाटा छाया हुआ था….वो नीचे उतरी और किचन की तरफ जाने लगी तो, हाल में सोफे पर बैठी सीमा ने उसे आवाज़ लगाई…दीप्ति सोच रही थी कि उसकी मा शायद कल की बात के लिए उससे माफी माँगे गी…पर ऐसा कुछ नही हुआ….दीप्ति आपनी मा के पास जाकर खड़ी हो गई…..
 
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