hotaks444
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इतना बोलते ही दीदी वहाँ से जाने लगी मैं खड़ा हुआ ऑर दीदी को खिचकर अपने सीने से चिपका लिया. दीदी ने अपना मुँह मेरे सीने मे छुपा लिया मेरी पीठ पर अपनी दोनो बाहों को कसते हुए चिपक गयी. मैं दीदी की पीठ को सहलाने लगा.बहुत देर तक हम गले से लगे रहे कोई नही बोल रहा था.............................
तभी मेने दीदी के ब्लाउज के उपर से उसकी पीठ को सहलाते हुए' अनिता डार्लिंग'
मेरे इतना बोलते ही दीदी ने अपना चेहरा उपर उठाया ऑर मेरे पूरे चेहरे को चूमने लगी. दीदी एकदम पागल हो गयी. कुच्छ देर मेरे चेहरे को चूमने के बाद.
दीदी- आइ लव यू राज
राज- लव यू टू अनिता डार्लिंग
दीदी फिर से मेरे सीने से चिपक गयी. मेने अपने दोनो हाथो से दीदी का चेहरा पकड़कर अलग किया. उनके होंठो को चूम लिया दीदी ने भी मेरे होंठो को चूम लिया. मेने अपने दोनो हाथो मे दीदी को उपर उठाया ऑर लाकर उनके रूम मे लाकर बेड पर बैठा दिया.
मैं दीदी के कान मे बोलते हुए' मैं ड्रॉयिंग रूम मे सोने जा रहा हूँ जब मैं उठु तब मेरी अनिता बीवी मेरे बिस्तर पर केवल दो पीसेस ब्रा-पैंटी मे मिलनी चाहिए समझी. इतना बोलकर मैं ड्रॉयिंग रूम मे आया ऑर सोफे सो गया.
लगभग दो घंटे के बाद नींद खुली तो मैं बाथरूम मे घुसा ओर जब मैं फ्रेश होकर आया तो तभी मुझे कुच्छ याद आया अरे मेरी अनिता डार्लिंग मेरा इंतज़ार कर रही होगी. मेने जल्दी से जाकर मेन गेट को बंद किया ऑर अपने रूम मे चल दिया.
दरवाजा अंदर से बंद था जब मेने दरवाजा को अंदर की तरफ धकेला तो दरवाजा खुल गया. मैं अंदर घुसा बेड पर दीदी एक चादर ओढ़ कर बैठी हुई थी. मेने दरवाजे को अंदर से बंद किया. धीरे-धीरे बेड की तरफ बढ़ गया
मैं जल्दी से अपने सारे कपड़े निकाल कर एक अंडरवेरमे हो गया. बेड पर चढ़ गया. मैं एकदम दीदी के सामने हो गया धीरे-धीरे चादर को पकड़ते हुए चादर को एक झटके मे नीचे फेक दिया. दीदी के सरीर पर मात्र एक ब्रा था वो भी पारदर्शी उसमे मे से चुचिया पूरी दिखाई दे रही थी. निप्पल्स भी स्पष्ट दिखाई दे रहे थे मेरा तो गला सूखने लगा. मैं जैसे ही दीदी की ओर बढ़ा दीदी खड़ी हो गई टेबल पर से ग्लास उठाया मेरे मुँह के सामने कर दिया मैने ग्लास अपने हाथ मे लिया दीदी के मुँह से लगाकर पहले तुम. दीदी ने दो घुट पीया फिर मुँह हटा लिया फिर तो मैं एक ही सांस मे पूरा पी गया.. दीदी ने एक वाइट कलर की ब्रा-पैंटी पहनी हुई थी. गले मे मंगलसूत्र माँग मे सिंदूर.
मेरा मूसल जैसा लंड मेरे अंडरवेर मे झटके मार रहा था. मेने दीदी को पीठ के बल लिटाया. धीरे-धीरे उनके होंठो के उपर झुकने लगा. जल्दी ही हमारे होंठ आपस मिल गये.
हम दोनो एक दूसरे के होंठो को खा जाना चाहते थे मैं दीदी को बाहों कस लिया उनके होंठो को चुसते हुए करवट बदला अब दीदी उपर थी ऑर मैं नीचे. मैने दीदी के होंठो को चूस्ते हुए अपनी जीभ दीदी के मुँह मे डाल दी अपने दोनो हाथों को दीदी की नंगी पीठ पर घूमाते हुए ब्रा के हुक खोल दिए पूरे पीठ पर हाथ घूमने लगा, फिर से दीदी को पलटा ऑर अपने नीचे कर लिया
ब्रा को निकाल कर फेक दिया. दोनो चुचियो को पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से मसलने लगा. दीदी मेरे होंठो को काटने लगी मेने उनके होंठो को छोड़ा ऑर नीचे सरकते हुए एक चुचि के निपल्स को होंठो मे भरा ज़ोर-ज़ोर से चुसते हुए दूसरी को मसलने लगा. दीदी के मुँह से सिसकरी पे सिसकारी फूट रही थी..एयेए.....एयेए....हह...एयेए .....घह....हह.......आआआ....हह...एयेए .....आआआ....हह...एयेए
मैं दीदी की दोनो चुचियो को मसलते हुए चुसते हुए एक हाथ को नीचे किया पैंटी मे घुसाते हुए कच से अपनी दो उंगलियो को दीदी की चूत मे पेलकर दोनो उंगलियो को अंदर-बाहर करने लगा. दीदी बुरी तरह छटपटाने लगी.. ज़ोर से चीखते हुए... आआआ....हह...एयेए ......हा...ग्ग्गाअ.......आआआ..राज ..कहते झड गयी. उनके चूत रस से मेरी दोनो उंगलिया भीग गयी मैं खड़ा हुआ अंडरवेर निकाल कर फेक दिया. फिर दीदी की पैंटी को पकड़ते हुए निकाल कर फेक दिया. दीदी मस्ती मे आँखे बंद करते हुए ऑर्गॅज़म का मज़ा ले रही थी. मैने तुरंत ही दीदी की दोनो जाँघो को अलग किया ऑर उनकी चूत पर झुक गया दीदी की चूत अपने ही रस से भरी हुई थी. मैने अपना जीभ निकली और उपर से नीचे तक पूरी चूत को चाट लिया.
दीदी..आआआ....हह...एयेए
मेने चूत की फांको को अलग किया ऑर चूत रस पीने लगा. थोड़ी देर में दीदी फिर से सिसकारी भरने लगी मेने जीभ को नुकीला बनाया ऑर चूत को जीभ से चोदने लगा . दीदी की चूत भल-भल पानी फेक रही थी मैं सारे पानी को पिए जा रहा था............................. थोड़ी देर मे दीदी मेरे सर को अपने चूत पर दबाने लगी..ज़ोर से चीखते हुए फिर से झड गयी. और मेरे सर को अपने चूत पर दबा दी. मैं दीदी के सारे पानी को पी गया............................ थोड़ी देर मे दीदी एकदम शांत पड़ गयी. मेरे सर को चोद दी मेने सर उपर उठाया अब मेरा बुरा हाल था. मेरा लंड झटके मार रहा था. मैं दीदी की दोनो टाँगो के बीच मे आ गया. लंड को चूत की दरार मे रगड़ने लगा. फिर लंड को चूत के गुलाबी छेद मे सेट किया थोड़ा धक्का लगाया मेरे लंड का सुपाडा चूत मे समा गया दीदी कसमसा गयी. मैं दीदी के उपर झुका और उनकी दोनो चुचियो को पकड़ते हुए मसलने लगा ऑर पूरा ताक़त लगाकर एक जबर्दस्स्त धक्का लगाया. लगभग आधा से ज़्यादा लंड चूत मे समा गया लेकिन मैं रुका नही फिर से एक ऑर धक्का लगाया. लंड पूरा का पूरा चूत मे समा गया............................
चूत बहुत ही टाइट थी. दीदी सत्पटाने लगी अपने होंठो को अपने दाँतों मे दबा लिया. मैं दीदी की दोनो चुचियो को मसलते हुए उनके होंठो को चूसने लगा. दीदी अपने दोनो हाथो से बालो को पकड़ते हुए मेरे होंठ चूसे जा रही थी. 5 मिनिट्स के बाद मैं पूरे लंड को दीदी की चूत मे अंदर-बाहर करने लगा.. दीदी भी नीचे से अपनी गान्ड उछाल्ने लगी मैं ज़ोर-ज़ोर से लंड अंदर-बाहर किए जा रहा था.............................
अपने दोनो हाथो से दीदी की चुचियो को मसलते हुए धक्का लगाए जा रहा था. 10मिनिट्स के बाद दीदी के होंठो को चुसते हुए उनके चुचियो को मसलते हुए एक जोरदार धक्का लगाया ऑर लंड को चूत की घहराई मे उतारते हुए झडने लगा मेरा वीर्य सीधा दीदी की बच्चेदानी मे गिर रहा था............................. दीदी भी मेरे झड्ते ही झड गयी उनकी चूत से चूत रस की नादिया बह निकली. मैं कुच्छ देर उसी तरह पड़ा रहा दीदी मेरी पीठ को सहलाए जा रही थी.
मेने लंड को चूत से नही निकाला कुच्छ देर मे मेरी ऑर दीदी की साँसे नॉर्मल हो गयी. मैं दीदी की दोनो चुचियो को दोनो हाथो से दबोचते हुए ज़ोर-ज़ोर से मसलने लगा. निपल्स को चूसने लगा. दीदी सिसकारी भरने लगी .....आआआ....हह...एयेए ...र्रा....ज्ज्ज्ज्ज्ज....रा...ज्ज..आआआ....हह...एयेए
मैं चुचियो को मसलते हुए चुचियो के निपल्स को चूसने लगा. इधर मेरा लंड दीदी की चूत मे ही खड़ा हो गया. ऑर झटके मारने लगा. दीदी के निपल्स पत्थर की टाइट हो गये.
दीदी मेरे सर को अपनी चुचियो पर दबाए जा रही थी ....आआआ....हह...एयेए ...आ..आआआ....हह...एयेए ..ज्ज .....आआआ....हह...एयेए
दीदी मेरे सर को पकड़ते हुए होंठो को चूसने लगी अपनी जीभ निकाल कर मेरे मुँह मे डाल दी. मैं दीदी की जीभ को आइसक्रीम की तरह चूसने लगा. लंड चूत के अंदर मूसल की तरह झटके मार रहा था.
तभी मेने दीदी के ब्लाउज के उपर से उसकी पीठ को सहलाते हुए' अनिता डार्लिंग'
मेरे इतना बोलते ही दीदी ने अपना चेहरा उपर उठाया ऑर मेरे पूरे चेहरे को चूमने लगी. दीदी एकदम पागल हो गयी. कुच्छ देर मेरे चेहरे को चूमने के बाद.
दीदी- आइ लव यू राज
राज- लव यू टू अनिता डार्लिंग
दीदी फिर से मेरे सीने से चिपक गयी. मेने अपने दोनो हाथो से दीदी का चेहरा पकड़कर अलग किया. उनके होंठो को चूम लिया दीदी ने भी मेरे होंठो को चूम लिया. मेने अपने दोनो हाथो मे दीदी को उपर उठाया ऑर लाकर उनके रूम मे लाकर बेड पर बैठा दिया.
मैं दीदी के कान मे बोलते हुए' मैं ड्रॉयिंग रूम मे सोने जा रहा हूँ जब मैं उठु तब मेरी अनिता बीवी मेरे बिस्तर पर केवल दो पीसेस ब्रा-पैंटी मे मिलनी चाहिए समझी. इतना बोलकर मैं ड्रॉयिंग रूम मे आया ऑर सोफे सो गया.
लगभग दो घंटे के बाद नींद खुली तो मैं बाथरूम मे घुसा ओर जब मैं फ्रेश होकर आया तो तभी मुझे कुच्छ याद आया अरे मेरी अनिता डार्लिंग मेरा इंतज़ार कर रही होगी. मेने जल्दी से जाकर मेन गेट को बंद किया ऑर अपने रूम मे चल दिया.
दरवाजा अंदर से बंद था जब मेने दरवाजा को अंदर की तरफ धकेला तो दरवाजा खुल गया. मैं अंदर घुसा बेड पर दीदी एक चादर ओढ़ कर बैठी हुई थी. मेने दरवाजे को अंदर से बंद किया. धीरे-धीरे बेड की तरफ बढ़ गया
मैं जल्दी से अपने सारे कपड़े निकाल कर एक अंडरवेरमे हो गया. बेड पर चढ़ गया. मैं एकदम दीदी के सामने हो गया धीरे-धीरे चादर को पकड़ते हुए चादर को एक झटके मे नीचे फेक दिया. दीदी के सरीर पर मात्र एक ब्रा था वो भी पारदर्शी उसमे मे से चुचिया पूरी दिखाई दे रही थी. निप्पल्स भी स्पष्ट दिखाई दे रहे थे मेरा तो गला सूखने लगा. मैं जैसे ही दीदी की ओर बढ़ा दीदी खड़ी हो गई टेबल पर से ग्लास उठाया मेरे मुँह के सामने कर दिया मैने ग्लास अपने हाथ मे लिया दीदी के मुँह से लगाकर पहले तुम. दीदी ने दो घुट पीया फिर मुँह हटा लिया फिर तो मैं एक ही सांस मे पूरा पी गया.. दीदी ने एक वाइट कलर की ब्रा-पैंटी पहनी हुई थी. गले मे मंगलसूत्र माँग मे सिंदूर.
मेरा मूसल जैसा लंड मेरे अंडरवेर मे झटके मार रहा था. मेने दीदी को पीठ के बल लिटाया. धीरे-धीरे उनके होंठो के उपर झुकने लगा. जल्दी ही हमारे होंठ आपस मिल गये.
हम दोनो एक दूसरे के होंठो को खा जाना चाहते थे मैं दीदी को बाहों कस लिया उनके होंठो को चुसते हुए करवट बदला अब दीदी उपर थी ऑर मैं नीचे. मैने दीदी के होंठो को चूस्ते हुए अपनी जीभ दीदी के मुँह मे डाल दी अपने दोनो हाथों को दीदी की नंगी पीठ पर घूमाते हुए ब्रा के हुक खोल दिए पूरे पीठ पर हाथ घूमने लगा, फिर से दीदी को पलटा ऑर अपने नीचे कर लिया
ब्रा को निकाल कर फेक दिया. दोनो चुचियो को पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से मसलने लगा. दीदी मेरे होंठो को काटने लगी मेने उनके होंठो को छोड़ा ऑर नीचे सरकते हुए एक चुचि के निपल्स को होंठो मे भरा ज़ोर-ज़ोर से चुसते हुए दूसरी को मसलने लगा. दीदी के मुँह से सिसकरी पे सिसकारी फूट रही थी..एयेए.....एयेए....हह...एयेए .....घह....हह.......आआआ....हह...एयेए .....आआआ....हह...एयेए
मैं दीदी की दोनो चुचियो को मसलते हुए चुसते हुए एक हाथ को नीचे किया पैंटी मे घुसाते हुए कच से अपनी दो उंगलियो को दीदी की चूत मे पेलकर दोनो उंगलियो को अंदर-बाहर करने लगा. दीदी बुरी तरह छटपटाने लगी.. ज़ोर से चीखते हुए... आआआ....हह...एयेए ......हा...ग्ग्गाअ.......आआआ..राज ..कहते झड गयी. उनके चूत रस से मेरी दोनो उंगलिया भीग गयी मैं खड़ा हुआ अंडरवेर निकाल कर फेक दिया. फिर दीदी की पैंटी को पकड़ते हुए निकाल कर फेक दिया. दीदी मस्ती मे आँखे बंद करते हुए ऑर्गॅज़म का मज़ा ले रही थी. मैने तुरंत ही दीदी की दोनो जाँघो को अलग किया ऑर उनकी चूत पर झुक गया दीदी की चूत अपने ही रस से भरी हुई थी. मैने अपना जीभ निकली और उपर से नीचे तक पूरी चूत को चाट लिया.
दीदी..आआआ....हह...एयेए
मेने चूत की फांको को अलग किया ऑर चूत रस पीने लगा. थोड़ी देर में दीदी फिर से सिसकारी भरने लगी मेने जीभ को नुकीला बनाया ऑर चूत को जीभ से चोदने लगा . दीदी की चूत भल-भल पानी फेक रही थी मैं सारे पानी को पिए जा रहा था............................. थोड़ी देर मे दीदी मेरे सर को अपने चूत पर दबाने लगी..ज़ोर से चीखते हुए फिर से झड गयी. और मेरे सर को अपने चूत पर दबा दी. मैं दीदी के सारे पानी को पी गया............................ थोड़ी देर मे दीदी एकदम शांत पड़ गयी. मेरे सर को चोद दी मेने सर उपर उठाया अब मेरा बुरा हाल था. मेरा लंड झटके मार रहा था. मैं दीदी की दोनो टाँगो के बीच मे आ गया. लंड को चूत की दरार मे रगड़ने लगा. फिर लंड को चूत के गुलाबी छेद मे सेट किया थोड़ा धक्का लगाया मेरे लंड का सुपाडा चूत मे समा गया दीदी कसमसा गयी. मैं दीदी के उपर झुका और उनकी दोनो चुचियो को पकड़ते हुए मसलने लगा ऑर पूरा ताक़त लगाकर एक जबर्दस्स्त धक्का लगाया. लगभग आधा से ज़्यादा लंड चूत मे समा गया लेकिन मैं रुका नही फिर से एक ऑर धक्का लगाया. लंड पूरा का पूरा चूत मे समा गया............................
चूत बहुत ही टाइट थी. दीदी सत्पटाने लगी अपने होंठो को अपने दाँतों मे दबा लिया. मैं दीदी की दोनो चुचियो को मसलते हुए उनके होंठो को चूसने लगा. दीदी अपने दोनो हाथो से बालो को पकड़ते हुए मेरे होंठ चूसे जा रही थी. 5 मिनिट्स के बाद मैं पूरे लंड को दीदी की चूत मे अंदर-बाहर करने लगा.. दीदी भी नीचे से अपनी गान्ड उछाल्ने लगी मैं ज़ोर-ज़ोर से लंड अंदर-बाहर किए जा रहा था.............................
अपने दोनो हाथो से दीदी की चुचियो को मसलते हुए धक्का लगाए जा रहा था. 10मिनिट्स के बाद दीदी के होंठो को चुसते हुए उनके चुचियो को मसलते हुए एक जोरदार धक्का लगाया ऑर लंड को चूत की घहराई मे उतारते हुए झडने लगा मेरा वीर्य सीधा दीदी की बच्चेदानी मे गिर रहा था............................. दीदी भी मेरे झड्ते ही झड गयी उनकी चूत से चूत रस की नादिया बह निकली. मैं कुच्छ देर उसी तरह पड़ा रहा दीदी मेरी पीठ को सहलाए जा रही थी.
मेने लंड को चूत से नही निकाला कुच्छ देर मे मेरी ऑर दीदी की साँसे नॉर्मल हो गयी. मैं दीदी की दोनो चुचियो को दोनो हाथो से दबोचते हुए ज़ोर-ज़ोर से मसलने लगा. निपल्स को चूसने लगा. दीदी सिसकारी भरने लगी .....आआआ....हह...एयेए ...र्रा....ज्ज्ज्ज्ज्ज....रा...ज्ज..आआआ....हह...एयेए
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दीदी मेरे सर को अपनी चुचियो पर दबाए जा रही थी ....आआआ....हह...एयेए ...आ..आआआ....हह...एयेए ..ज्ज .....आआआ....हह...एयेए
दीदी मेरे सर को पकड़ते हुए होंठो को चूसने लगी अपनी जीभ निकाल कर मेरे मुँह मे डाल दी. मैं दीदी की जीभ को आइसक्रीम की तरह चूसने लगा. लंड चूत के अंदर मूसल की तरह झटके मार रहा था.