Incest Kahani दीदी और बीबी की टक्कर - Page 5 - SexBaba
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Incest Kahani दीदी और बीबी की टक्कर

उधर पूनम अनिता के बाल को पकड़ कर उसका मुँह चूत में घुसाने का प्रयास कर रही थी।
वह भी ‘उईईइ आह्ह्ह..’ की आवाज़ निकाल रही थी।
राज तो अब जोर-जोर से लंड को अनिता की चूत में पेले जा रहा था।

तभी उसे एक तरकीब सूझी, राज ने अपने एक हाथ के अंगूठे को थूक में भिगो कर अनिता की गुदा के अन्दर डालने लगा।
थोड़ी जोर-आजमाईश के बाद राज का काम सफ़ल हुआ।
अब अनिता की चूत और गुदा और मुँह तीनों काम पर लगे हुए थे।

अनिता की चूत से भी अब लावा निकलने वाला था।

राज ने उसके बोबों की घुंडियों को एक हाथ से मसलना चालू कर दिया और पूनम ने भी अनिता का मुँह चूत से हटा कर अपने मुँह से लगा लिया और जोर-जोर से उसके मुँह में अपनी जुबान फ़िराने लगी।

इन सबसे अनिता जल्दी ही अपनी पहली मंजिल पर पहुँच गई और एक तेज़ फ़व्वारा चूत से फूट पड़ा।

राज ने अपना लंड उसकी चूत से निकाल लिया और उसकी चूत से निकल रहे रस से तरबतर कर लिया। सच में स्वर्ग की सैर कर रहा था।

फ़िर राज ने उठ कर उनके सामने लंड कर दिया.. तो दोनों भूखी शेरनियों की तरह लंड पर टूट पड़ीं और अपने मुँह में ले कर अन्दर-बाहर करने लगीं।

दोनों लंड के लिए एक-दूसरे को गुस्से से देखने लगीं.. और एक-दूसरे में होड़ मचाने लगीं।
जब अनिता के मुँह से पूनम लंड निकाल के छीन लेती, तो पूनम के मुँह से अनिता लौड़ा खींचने लगती।

फ़िर राज ने ऐसे ही खड़ी हुई अवस्था में दोनों के बोबों के बीच थोड़ा-थोड़ा थूक लगाया और लंड को दोनों के बोबों के बीच में बारी-बारी से फंसा कर लंड रगड़ने लगा और उनके मुँह को आपस में मिलाने लगा। पूनम के बोबों की घाटी ज्यादा गहरी थी.. तो लंड उसमें फ़िट हो रहा था। लेकिन अनिता भी कम नहीं थी वह भी बराबरी से बोबों को चिपका कर राज के लंड को अपने बोबों में फंसाए जा रही थी।

दोनों चिल्ला-चिल्ला कर बड़बड़ा रही थीं- चोद जोर से मेरे राजा.. मेरे घोड़े..
राज ने कुछ देर और करने के बाद दोनों को ऊपर उठाया और तीनों एक-दूसरे से किस करने लगे। राज उन दोनों के बोबों से भी खेलने लगा।

दोनों ही कद में लम्बी थीं.. तो राज का मुँह उनके बोबों तक आसानी से पहुँच रहा था।

उनके हाथ राज के लंड पर थे और वे दोनों लंड को.. और नीचे लटक रही गोटियों को.. अपने-अपने हाथ से मसल रही थीं।

लंड में अब थोड़ा-थोड़ा दर्द होने लगा.. तो राज ने उन्हें हटाया और बिस्तर पर इस तरह से बैठाया कि दोनों एक-दूसरे के ऊपर लेट जाएं। दोनों के पेट आपस में चिपक गए थे और एक-दूसरे के बोबे और मुँह भी सामने थे।

अनिता जो पीठ के बल लेटी थी.. उसकी टाँगें राज ने ऊपर हवा में उठा दी थी। फ़िर वह दोनों एक-दूसरे को किस करने लगीं और राज उठ कर बिस्तर के नीचे उन दोनों की चूत के पास थोड़ा झुक कर बैठ गया।

राज ने दोनों की चूत में एक-एक हाथ की उंगली डाल दीं और उनकी चूतड़ पर किस करने लगा।
अब राज ने एक की चूत को मुँह में लिया और दूसरी की चूत में उंगली तेज़ी से आगे-पीछे करने लगा।

दोनों आगे से ‘ऊउह्ह.. ऊऊह्ह्ह..’ की आवाजें निकाल रही थीं।
पूनम ऊपर थी और अनिता नीचे थी।

फ़िर राज ने पाली बदली और अनिता की चूत मुँह में ली और पूनम की चूत में उंगली की।
कुछ मिनट राज ये ही करता रहा।

फ़िर दोनों एक साथ अकड़ने लगीं.. तो राज ने अपने दोनों हाथ की दोनों उंगलियों को दोनों की चूत में घुसेड़ दीं और अन्दर-बाहर करने लगा।
दोनों ‘आआआअ.. उईईईईइ.. ओह माय गॉड.. फ़क मी हार्ड..’ की आवाजों के साथ एक साथ झड़ गईं।
 
राज ने तुरन्त अपनी जुबान निकाल ली और दोनों के अमृत रस को पीने लगा। वो दोनों भी आगे एक-दूसरे को ‘ऊह्ह्ह्ह.. उह्ह्ह..’ करते हुए किस कर रही थीं।

फ़िर राज अपने पैरों को थोड़ा झुका कर लंड का निशाना बना कर पूनम की चूत पर सैट कर रहा था।
तभी पूनम ने कहा- एक और भी छेद बाकी है मेरे राजा.. वहाँ भी तो अपनी कुतुबमीनार की सलामी दे दे.. मेरी जान।
राज ने कहा- हाँ क्यों नहीं.. मेरी रानी.. अभी लो।

राज ने पूनम के छेद पर बहुत सारा थूक गिरा दिया, लंड को पूनम की गांड के छेद पर सैट करने लगा। गीला तो वह था ही.. लेकिन राज ने उस पर थोड़ा थूक और डाल दिया और थोड़ा मेरे लंड पर भी लगा लिया।

फ़िर राज ने निशाना लगाया.. थोड़ा जोर लगाया तो सुपारा छेद के अन्दर उतर गया।
पूनम के मुँह से जोर की चीख निकली.. तो अनिता ने अपना एक बोबा पूनम का सर पकड़ कर उसके मुँह में दे दिया।
उसकी ‘आआह्ह्ह..’ की आवाज़ अब उसके मुँह में ‘ऊऊऊ..’ में बदल गई।

राज ने फ़िर थोड़ी ताकत और लगाई आधा लंड गांड के अन्दर चला गया।
अनिता में राज का हौसला बढ़ाया और बोली- अरे मेरे घोड़े थोड़ा जोर लगा।
फ़िर राज ने एक जोर का धक्का लगाया.. और राज का पूरा लंड पूनम की गांड में उतरता चला गया।

पूनम अनिता का बोबा निकाल कर जोर से बोली- ओ.. भोसड़ी के घोड़े.. आह्ह.. मादरचोद जरा प्यार से कर.. फाड़ेगा क्या बहन के लौड़े।

वह थोड़ा गुस्से में बोल रही थी.. जो कि उसे अनिता पर आ रहा था।
फ़िर राज धीरे-धीरे लंड को आगे-पीछे करने लगा। थोड़ी देर बाद पूनम सामान्य हो गई और राज ने भी अपनी चाल बढ़ा दी।
उधर नीचे से अनिता.. पूनम के निप्पलों को मुँह में ले रही थी।
पूनम को अब मजे आ रहे थे।

राज ने उसी वक्त अपने एक हाथ की उंगली को अनिता की चूत के अन्दर डाल दिया और उसके जी-स्पॉट को कुरेदने लगा।
अनिता भी अपनी कमर उचकाने लगी थी और अपने हाथ से पूनम की चूत के दाने को सहला रही थी।
फ़िर कुछ देर बाद राज ने अनिता की गांड पर निशाना लगाया और लंड को छेद के अन्दर पेलने लगा। उसकी गांड तो पूनम से भी ज्यादा गीली थी और अनिता की चूत से निकलने वाला पानी भी गांड के छेद को और गीला कर रहा था।
राज ने उसी रस में अपने सुपारे को भिगाया और एक झटका लगाया, तो सुपारा अन्दर चला गया।
अनिता ने भी एक जोर की सिसकारी ली।

फ़िर राज ने कुछ सेकन्ड रुक कर फ़िर से एक धक्का लगाया.. तो अबकी बार आधे से ज्यादा लंड अन्दर चला गया। अब राज तेज़ी से लौड़े को अन्दर-बाहर करने लगा।

अनिता की गांड कुछ ज्यादा खुली हुई थी तो इसमें मुझे ज्यादा देर नहीं लगी। राज पूनम के चूतड़ पकड़ कर अनिता की गांड में लंड पेल रहा था और पूनम की पीठ को चूम भी रहा था।
यह काफ़ी रोमांचक नज़ारा था।

फ़िर थोड़ी-थोड़ी देर दोनों की गांड बजाने लगा.. अब कभी राज का लंड पूनम की गांड में.. तो कभी अनिता की मजा ले रहा था।
मुझे चूत से ज्यादा गांड मारने में मजा आ रहा था और उन दोनों को भी लज्जत मिल रही थी।
फ़िर आखिर में राज का छूटने का टाईम भी आ गया.. तो राज ने पूनम से कहा- राज जाने वाला हूँ।
तो बोली- रुको.. हम दोनों के मुँह में करना।

राज रुक गया और लंड को पूनम की गांड से निकाल कर खड़ा हो गया। फ़िर दोनों उठीं और मेरे लंड के पास अपना मुँह रख कर दोनों ने अपनी-अपनी जुबान बाहर निकाल ली.. राज मुठ मारने लगा।

दोनों ने अपने-अपने मुँह आपस में चिपका लिए थे और फ़िर राजके लंड से तेज़ पानी की धार निकल पड़ी।
दोनों के मुँह और जुबान पर गिरी।
कुछ तेज पिचकारियाँ बारी-बारी से दोनों के मुँह में मारीं।

दोनों ने अपने मुँह बन्द कर लिए और राज के लंड से निकले हुए रस को गटक गईं।

फ़िर एक दूसरी के चेहरे पर लगे हुए लंड के पानी को जुबान से चाट कर साफ़ कर दिया।

कुछ पल बाद राज के नरम होते लंड को पकड़ कर बारी-बारी से अपने-अपने मुँह में लेकर उसकी एक-एक बूंद निचोड़ ली।
राज निढाल होकर बिस्तर पर गिर गया, दोनों उसके आस-पास आकर बैठ गईं.. और मेरे गाल.. होंठ.. मेरे निप्पल.. को चूसने लगीं।

थोड़ी देर बाद दोनो बाथरूम मे चली गयी और राज वहाँ से उठ कर अपने रूम मे आया और उसने देखा स्वेता अभी भी गहरी नींद मे सो रही है तो उसने सोचा एक बार और मस्ती कर ली जाए पता नही ऐसा मौका कब मिले .
राज थोड़ी देर के बाद पूनम के कमरे में गया।
पूनम और अनिता दोनों बैठी थी।
राज ने पूछा- तैयार हो ना?
तो दोनों मुस्कुरा दी।

इस समय पूनम नाइटी पहने थी और अनिता सूट।
राज ने अनिता को अपनी गोद में बिठा लिया और उसकी चूचियों को दबाने लगा, वो थोड़ा शर्मा रही थी तो राज ने पूनम को पास खींच लिया और उसकी चूचियाँ भी दबाने लगा।

धीरे धीरे वो आपस में खुल रही थी, सामान्य हो रही थी।
 
इस समय पूनम नाइटी पहने थी और अनिता सूट।
राज ने अनिता को अपनी गोद में बिठा लिया और उसकी चूचियों को दबाने लगा, वो थोड़ा शर्मा रही थी तो राज ने पूनम को पास खींच लिया और उसकी चूचियाँ भी दबाने लगा।

धीरे धीरे वो आपस में खुल रही थी, सामान्य हो रही थी।

ab aage .................

राज ने अनिता की पजामी का नाड़ा खोल दिया, उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया और उसकी चूत सहलाने लगा।
उसे भी मजा आ रहा था, वो गर्म भी हो गई थी।

अब राज ने उसकी ब्रा और पैंटी छोड़ कर सारे कपड़े उतार दिए।
अब अनिता ब्रा और पैंटी में थी।
अब राज ने पूनम को अपनी तरफ खींचा और उसकी नाईटी उतार दी।
अब दोनों ब्रा और पैंटी में थी।

राज ने अनिता की ब्रा खोली और उसकी चूचियों को चूसने लगा और अपना लंड निकाल कर पूनम को चूसने बोला।
पूनम राज का लंड चूस रही थी और राज अनिता की चूचियाँ चूस रहा था।

पूनम राज की गोद में सर रख कर राज का लंड चूस रही थी और राज का एक हाथ अनिता की पीठ पर था और दूसरा पूनम की चूत सहला रहा था।

अजीब सा रोमांच का अनुभव हो रहा था, एक राज का लंड चूस रही थी और दूसरे की चूचियाँ उसके मुँह में थी।
अब राज ने दोनों की ब्रा और पैंटी उतार दी और दोनों को बेड पर लिटा दिया।

दोनों पैर मोड़ कर लेटी थी, क्या हसीन नजारा था, दो दो फ़ुद्दियाँ उसके सामने थी, पूनम के पास ओलिव आयल था, राज ने उसे निकाला और दोनों की चूत की मसाज की तैयारी में लग गया।

दोनों की चूत मस्त थीं, पूनम थोड़ा ज्यादा चुद चुकी थी इसलिए उसकी चूत थोड़ी काली होनी शुरू हो गई थी, लेकिन अनिता की चूत मस्त थी, एकदम गोरी। किसी का भी दिल उसकी चूत चाटने के लिए मचल जाए।

वैसे भी चूत चाटना राज को बहुत पसंद है। राज ने सोचा कि तेल लगाने से पहले दोनों की चूत चाट लूँ।

राज ने पूनम के पैरों को अपने कंधे पर रखा और उसकी चूत पर झुक गया और धीरे-धीरे उसकी चूत चाटने लगा।
उसकी चूत के होंठों को एक-एक करके मुँह में लेकर चूसने लगा।
उसे मजा आ रहा था पर अनिता थोड़ी शर्मा रही थी।

वो पास में लेटी थी और बड़े गौर से चूत को चाटते हुए देख रही थी।
राज ने देखा वो अपने पैरों को सिकोड़ रही है, शायद वो भी उत्तेजित हो गई थी।

राज ने पूनम की कमर के नीचे तकिया लगा दिया ताकि उसकी चूत थोड़ी ऊपर उठ जाए, वाकयी उसकी चूत ऊपर आ गई थी। बिल्कुल फूली हुई, राज की आँखों के सामने, उसके होठों के करीब।

राज थोड़ा सा झुका, पूनम के पैरों के बीच से हाथ ले जाकर उसके दोनों नितम्बों को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया।

अब उसकी चूत राज होठों के करीब थी। राज ने अपनी जीभ उसकी चूत के बीच में रखी और धीरे-धीरे चाटने लगा, फिर राज ने अपनी जीभ को उसकी चूत में घुसेड़ दिया और अन्दर-बाहर करने लगा।

उसे बहुत मजा आ रहा था लेकिन इसी बीच राज ने अनिता को देखा, वो बार-बार अंगड़ाई ले रही थी, राज समझ गया।
किसी को भी ऐसा देखकर खुद पर काबू रख पाना मुश्किल होता है।


अब राज ने पूनम की जगह अनिता को लिटा दिया और फिर उसकी चूत वैसे ही चाटने लगा और कुछ देर तक उसकी चूत चाटी।
राज ने महसूस किया कि जब राज एक की चूत चाट रहा होता है तो दूसरी एक तरफ लेट कर उसे देखती है, तो उसके मन में ख्याल आया कि क्यों न कुछ ऐसा किया जाए कि दोनों साथ में मजे लें।

यह सोच कर राज लेट गया और पूनम को अपना लंड चूसने बोला, वो राज का लंड चूसने लगी और राज ने अनिता को बोला- वो उसके ऊपर दोनों पैर दोनों तरफ करके आ जाए और अपनी चूत उसके मुँह के सामने लाए।

वाह क्या एहसास था, पूनम राज का लंड चूस रही थी और अनिता उसके ऊपर बैठी थी, उसकी चूत के होंठ राज के होठों को छू रहे थे।

राज पूनम के नितम्बों को सहला रहा था और उसकी चूत चाट रहा था।

थोड़ी देर के बाद राज ने पूनम को अनिता की जगह और अनिता को पूनम की जगह कर दिया। अनिता राज का लंड चूस रही थी और पूनम की चूत राज चाट रहा था।

एक बात राज को महसूस हुई कि अनिता लंड ज्यादा अच्छे से चूस रही थी। वो उसके लंड को हाथों से पकड़ कर और जोर-जोर से मुँह में अन्दर-बाहर कर रही थी।

पूनम का तरीका थोड़ा अलग था, वो लंड पूरा मुँह में नहीं लेती थी, लेकिन कुछ भी हो जब कोई भी लड़की लंड चूसे तो अच्छा तो लगता ही है।

अब राज ने दोनों को लिटा दिया, अनिता सीधी लेटी थी, पूनम पेट के बल थी। राज ने ओलिव आयल निकाला और पूनम के नितम्बों पर डाल दिया और धीरे-धीरे गोल-गोल अपने हाथ उसके नितम्ब पर घुमाने लगा।
 
राज दोनों हाथों से उसके नितम्बों को जोर-जोर से अब मसल रहा था और अपना हाथ उसकी जांघों तक ले जाता और फिर वापस ऊपर तक अपना हाथ फेरता चला जाता।

राज बिस्तर के नीचे खड़ा हो गया और उसकी कमर को दोनों हाथों से मसाज देने लगा।
इसी बीच अचानक अनिता राज लंड को सहलाने लगी।

अब राज ने पूनम को सीधा किया और उसकी चूत पर तेल डाला और उसकी चूत की मसाज करने लगा।
राज ने उसकी चूत को फैला दिया और अनिता को उसकी चूत में थोड़ा तेल डालने बोला।

अब छोटी बड़ी की चूत में तेल डाल रही थी। राज ने उसकी चूत फैला कर उसकी चुटकी से उसकी चूत सहलाने लगा।
फिर राज उसकी चूत में ऊँगली डाल कर अन्दर-बाहर करने लगा।

अब तक अनिता काफी गर्म हो गई थी, राज ने उसे अब लिटा दिया और उसकी मालिश करने लगा, उसके नितम्बों की मालिश करते करते राज उसके नितम्बों पर बैठ गया और उसकी चूचियों को दबाने लगा।

राज ने उसे अब सीधा किया और थोड़ा तेल ले कर उसकी चूचियों की मींजने लगा।
धीरे-धीरे राज नीचे आ रहा था और उसके पेट से होते हुए उसकी कमर तक आ गया था और उसकी कमर पर तेल लगा कर उसे मसाज देने लगा।

अब पूनम की बारी थी, राज ने उसे अनिता की चूत में तेल डालने बोला, राज अनिता की चूत को फैला दिया और पूनम ने उसकी चूत में तेल डाल दिया और फिर राज ने उसी तरह से उसकी चूत की भी मालिश की।

अब दोनों पूरी तरह तैयार थीं, उनमें कोई शर्म बाक़ी नहीं रही थी, दोनों चुदने को बेताब थीं।

राज को अब दो-दो चूतों को चोदना था तो राज लेट गया और पूनम को ऊपर आने बोला।
पूनम राज के ऊपर आ गई और अनिता बगल में बैठ कर राज का लंड अपने हाथों से सीधा करने अपनी बहन की चूत के निशाने पर कर रही थी।

अनिता ने राज का लंड पूनम की चूत के सामने रखा और पूनम उसके लंड पर बैठती चली गई।
जैसे जैसे वो बैठती गई, लंड उसकी चूत में अन्दर घुसता चला गया। वो अब लंड पर उछल रही थी।

राज लेटा हुआ चुदाई का मजा ले रहा था और अनिता को बगल में लिटा कर उसकी चूचियों को चूस रहा था। कुछ देर तक पूनम ऊपर रही और अब पूनम राज का लंड खड़ा कर रही थी और अनिता लंड पर बैठ रही थी।

अनिता की चूत कसी हुई थी, उसकी चूत में लंड अन्दर जाने में थोड़ा मुश्किल हो रहा था।
वो अपनी चूत में धीरे-धीरे लंड ले रही थी, राज उसकी कमर पकड़ कर धीरे-धीरे दबा रहा था। आखिर लंड चूत में चला गया और चूत कसी हुई होने के कारण लंड को काफी जकड़े हुए थी।

यह सही बात है कि कसी हुई चूत चोदने का मजा कुछ और ही है।

थोड़ी देर तक वो वैसे ही बैठ कर लंड अन्दर-बाहर करती रही, ऐसा करने से अब लंड आसानी से अन्दर-बाहर होने लगा था।
राज ने अब अनिता को नीचे किया और राज कुछ कोल्ड ड्रिंक लाकर रखे था, तीनों ने कोल्ड ड्रिंक पिया।

ऐसा करने से चुदाई में थोड़ा अंतराल मिल गया, ताकि राज की उत्तेजना एकदम न बढ़े और राज दोनों को अच्छे से चोद सके
दो-दो चूत एक साथ चोदना वो भी दूसरी बार कोई आसान काम नहीं है, इसलिए राज ने पहले उनको ऊपर बैठा कर चोदा।

कोल्ड ड्रिंक ख़त्म करके राज ने उन दोनों को लिटा दिया और कमर के नीचे तकिया लगा दिया।

इस बार राज ने अनिता की चूत में लंड डाला, राज उसके पैरों के बीच से हाथ ले जाकर उसकी नितम्ब पकड़ कर उसकी चूत चोद रहा था।

राज जोर से धक्का लगाता और लंड पूरा उसकी चूत में चला जाता और फिर पूरा निकाल कर वैसे ही करता।
कुछ देर के बाद राज ने लंड निकाला, पूनम जो बगल में लेट कर चुदाई देख रही थी, उसे खींच कर अपने पास किया और उसकी चूत में लंड पेल दिया और उसकी चुदाई करने लगा।

थोड़ी देर तक पूनम की चूत चोदता रहा फिर राज ने लंड निकाल लिया और फिर से कोल्ड ड्रिंक तीनों ने पिया ताकि थोड़ा आराम मिल जाए और राज नए सिरे से तैयार हो जाए .
 
राज ने अब अनिता को घोड़ी बनाया और पूनम से कहा- राज का लंड पकड़ कर अनिता की चूत में डालो।
पूनम ने राज का लंड पकड़ कर अनिता की चूत को फैला कर थोड़ा सा अन्दर किया और राज ने एक जोर का धक्का मारा और लंड पूरा चूत में चला गया।

राज अनिता की कमर पकड़ कर उसकी जोर-जोर से चुदाई कर रहा था।
सच में क्या नया अनुभव था.. शानदार, मजेदार।

अब पूनम की बारी थी, राज ने पूनम को घोड़ी बनाया और अनिता ने राज का लंड पकड़ कर पूनम की चूत के सामने रखा और राज ने एक धक्का मारा और लंड चूत में पेल दिया।

फिर उसकी कमर पकड़ कर उसकी चूत चोदने लगा, कभी राज उसके नितम्ब मसलता और कभी उसकी लटकती चूचियों को पकड़ता।

अब बारी थी आखिर राउंड की, राज लेट गया और पूनम ऊपर से आकर चोदने लगी, राज उसके नितम्ब पकड़ कर मसल रहा था और वो ऊपर से चोद रही थी।

कुछ देर के बाद जब राज को लगा कि अब वो किसी भी समय स्खलित हो सकती है, तो उसे नीचे लिटाया और उसके पैर ऊपर करके जोर-जोर से चोदने लगा।

कुछ धक्कों में वो स्खलित हो गई और थक कर लेट गई, जबकि अनिता की चुदाई अभी पूरी नहीं हुई थी।

अब फिर से राज लेटा था और अनिता ऊपर से आकर लंड चूत में लेकर चोदने लगी, अनिता पूनम से ज्यादा समय ले रही थी, लेकिन राज को क्या, उसे तो मजा आ रहा था, बिना किसी परिश्रम के मजा मिल रहा था।

आखिर अब राज को लगा कि अब वो भी झड़ने वाली है, तो राज ने उसे भी नीचे लिटाया और कमर के नीचे तकिया लगाया और चोदने लगा।

थोड़ी देर चोदने के बाद वो झड़ गई लेकिन अब राज की बारी थी, राज उसे चोद रहा था, धक्के पर धक्के लगा रहा था।
जब राज को लगा कि अब उस का गिरने वाला है, तो राज ने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकला और अपना वीर्य अनिता की चूत पर और पूनम, जो बगल में लेटी थी, उसकी चूत पर भी गिरा दिया।

फिर तीनों इकठ्ठे बाथरूम में गए, वहाँ जाकर तीनों एक साथ नहाए।

राज ने ठीक से उन दोनों की चूत में उंगली डाल कर साफ किया, उन दोनों ने राज का लंड साफ किया।

तीनो काफ़ी हद तक थक चुके थे पूनम अपने कपड़े लेकर अपने कमरे में चली गई और राज और अनिता एक दूसरे को बाहों में लिए आराम करने लगे
 
राज ने अनिता के होंठो पर अपने होंठ रखे और बड़े प्यार से उन्हें चूसने लगा राज का मूसल जैसा लंड उसके अंडरवेर मे झटके मार रहा था. फिर राज ने अनिता को पीठ के बल लिटाया. धीरे-धीरे उसके होंठो के उपर झुकने लगा. जल्दी ही उनके होंठ आपस मिल गये.

दोनो एक दूसरे के होंठो को खा जाना चाहते थे राज ने अनिता को बाहों कस लिया उनके होंठो को चुसते हुए करवट बदला अब अनिता उपर थी ऑर राज नीचे. राज ने अनिता के होंठो को चूस्ते हुए अपनी जीभ अनिता के मुँह मे डाल दी अपने दोनो हाथों को अनिता की नंगी पीठ पर घूमाते हुए ब्रा के हुक खोल दिए पूरी पीठ पर हाथ घूमने लगा, फिर से अनिता को पलटा ऑर अपने नीचे कर लिया

ब्रा को निकाल कर फेक दिया. दोनो चुचियो को पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से मसलने लगा. अनिता राज के होंठो को काटने लगी राज ने उसके होंठो को छोड़ा ऑर नीचे सरकते हुए एक चुचि के निपल्स को होंठो मे भरा ज़ोर-ज़ोर से चुसते हुए दूसरी को मसलने लगा. अनिता के मुँह से सिसकरी पे सिसकारी फूट रही थी..एयेए.....एयेए....हह...एयेए .....घह....हह.......आआआ....हह...एयेए .....आआआ....हह...एयेए

राज ने अनिता की दोनो चुचियो को मसलते हुए चुसते हुए एक हाथ को नीचे किया पैंटी मे घुसाते हुए कच से अपनी दो उंगलियो को अनिता की चूत मे पेलकर दोनो उंगलियो को अंदर-बाहर करने लगा. अनिता बुरी तरह छटपटाने लगी.. ज़ोर से चीखते हुए... आआआ....हह...एयेए ......हा...ग्ग्गाअ.......आआआ..राज ..कहते झड गयी. उसके चूत रस से राज की दोनो उंगलिया भीग गयी राज खड़ा हुआ अंडरवेर निकाल कर फेक दिया. फिर अनिता की पैंटी को पकड़ते हुए निकाल कर फेक दिया. अनिता मस्ती मे आँखे बंद करते हुए ऑर्गॅज़म का मज़ा ले रही थी. राज ने तुरंत ही अनिता की दोनो जाँघो को अलग किया ऑर उसकी चूत पर झुक गया अनिता की चूत अपने ही रस से भरी हुई थी. राज ने अपनी जीभ निकाली और उपर से नीचे तक पूरी चूत को चाट लिया.

अनिता..आआआ....हह...एयेए

राज ने चूत की फांको को अलग किया ऑर चूत रस पीने लगा. थोड़ी देर में अनिता फिर से सिसकारी भरने लगी राज ने जीभ को नुकीला बनाया ऑर चूत को जीभ से चोदने लगा . अनिता की चूत भल-भल पानी फेक रही थी राज सारे पानी को पिए जा रहा था............................. थोड़ी देर मे अनिता राज के सर को अपने चूत पर दबाने लगी..ज़ोर से चीखते हुए फिर से झड गयी. और उसके सर को अपने चूत पर दबा दी. राज अनिता के सारे पानी को पी गया............................ थोड़ी देर मे अनिता एकदम शांत पड़ गयी. और राज के सर को छोड़ दिया मेने सर को उपर उठाया अब राज का बुरा हाल था. राज का लंड झटके मार रहा था.
अनिता अपने दोनो हाथो को सोफे पर रख कर घोड़ी बन जाती है तो उसकी बड़ी-बड़ी गान्ड उभर कर राज के सामने आ जाती है राज अनिता की गान्ड को फैलाते हुए अपनी जीभ निकाल कर उसकी गान्ड के भूरे छेद को चाटने लगता है..

गान्ड के छेद पर राज की जीभ को महसूस करते ही अनिता काँप जाती है उसके मुँह से सिसकारी फुट जाती है.. आआआआआआआआअहवक्ककककककककककककककाअक्ककककचहाआआआआआआआआ

राज गान्ड के छेद पर थूक देता है ऑर अपनी जीभ से पूरी गान्ड को चाटने लगता है..अनिता का बुरा हाल होने लगता है थोड़ी देर तक गान्ड को चाटने के बाद राज अपनी दो उंगलियों को अपने थूक से गीला करता है एक बार मे ही दोनो उंगलियों को उसकी गान्ड मे पेलकर अंधाधुंध अंदर-बाहर करने लगता है..अपनी जीभ निकाल कर उसकी गान्ड को चाटने लगता है..अनिता मस्ती के मारे सिसकने लगती है..


उसकी चूत रस बहाने लगती है..राज अपनी दीदी की गान्ड मे अपनी दोनो उंगलियो को ज़ोर-ज़ोर से अंदर-बाहर करने लगता है..राज का लंड बुरी तरह अकड़ने लगता है..राज अपने लंड पर बहुत सारा थूक लगा कर मल लेता है ऑर अनिता की गान्ड पर सेट करके उसकी कमर को पकड़ के एक जोरदार धक्का लगाता है एक ही बार मे राज का आधा से ज़्यादा अनिता की गान्ड मे समा जाता है अनिता के मुँह से दर्द भरी सिसकारी निकल जाती है राज तुरंत अनिता की पीठ पर अपनी जीभ निकाल कर चाटने लगता है अपने दोनो हाथो को नीचे करते हुए उसकी दोनो चुचियो को मसलने लगता है थोड़ी देर मे ही अनिता अपनी गान्ड को हिलाने लगती है राज उसकी कमर को पकड़ के ज़ोर-ज़ोर से उसकी गान्ड को मारन लगता है..

अनिता बुरी तरह सिसकने लगती. उसके मुँह से सिसकारिया फूटने लगती है..आअहह्क्कक......आहहक्क..आह्ह्ह्ह्ह्ह..ह..सीसी...आ ..ह...सीसी..

राज ऑर ज़ोर से उसकी गान्ड मे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगता है..अनिता की गान्ड अंदर से भट्टी की तरह गरम थी..राज का लंड उसकी भट्टी की तरह गरम गान्ड मे अंदर-बाहर होने लगता है..तभी अनिता का बदन अकड़ जाता है वो बुरी तरह काँपते हुए झडने लगती.. राज भी उसकी गान्ड की गरमी को सहन नही कर पाता है एक जोरदार धक्का लगा कर अपने लंड को उसकी गान्ड मे जड़ तक उतारते हुए झडने लगता है उसके लंड से वीर्य की पिचकारिया निकल के गान्ड को भरने लगता है..तभी वहाँ एक जोरदार चीख गूँज जाती है.. राज तुरंत अनिता के उपर से उठ कर खड़ा हो जाता है.. अनिता भी तुरंत खड़ा हो जाती है..सामने नज़र पड़ते ही दोनो भाई-बहन का पूरा बदन काँप जाता है

सामने जो भी खड़ी थी उसे देखकर राज के पसीने छूट गये..अनिता बुरी तरह घबरा गयी लेकिन थोड़ी देर के बाद मुस्कुराने लगी..सामने राज की बीवी स्वेता खड़ी थी उसकी दोनो भवें तनी हुई थी वो क्रोध के मारे कांप रही थी कोई भी औरत अपने पति को दूसरी औरत के साथ चुदाई वाली अवस्था मे नही देख सकती...उसे कभी भी बर्दास्त नही होगा कि उसका पति दूसरी औरत के साथ जायज़ या नाजायज़ संबंध बनाए..चाहे कोई भी क्यो ना हो... राज की बीवी स्वेता भी ये देख के काफ़ी गुस्से मे हो गयी उसका पति उसके सामने अपनी ही बहन की चुदाई कर रहा है..स्वेता इतनी ज़ोर से चीखी थी कि उसकी आवाज़ सुनकर राज की मौसी पूनम भी आ गई .


.स्वेता गुस्से मे काँपते हुए....छि..छि..छि...छि...आप इतने गिर जाओगे राज सोच भी नही सकती राज माजी क्या चली गयी आप अपनी सग़ी बहन के साथ मुँह काला रहे हो..इतनी गरमी चढ़ गयी है तो मुझे क्यो जाने दिया मुझे रोक लेते राज आपकी वासना को शांत करती..आपके जैसा पापी आदमी राज ने आज तक नही देखा.. जो अपनी ही बहन के साथ मुँह काला कर रहा है मुझे तो आपको अपना पति कहने मे भी पाप लगता है... आप एक नंबर के कमीने हो..
 
राज के दोनो कान सुन्न होने लगे उससे बर्दास्त नही हो रहा था...स्वेता बहुत बुरा-भला सुना रही थी. राज की दीदी अनिता ने जब देखा कि अब राज गुस्से मे ज़यादा आ गया है तो अनिता कुच्छ सोचते हुए,,स्वेता..

स्वेता एक दम अनिता पर गुस्सा होते हुए,,चुप कर रंडी अपने भाई से मुँह काला करवाने मे तुझे शर्म नही आई अपनी गंदी ज़ुबान से राज का नाम मत ले राज तेरा मुँह नोच लूँगी..तू एक नंबर की रंडी है बल्कि रंडियो से भी बदतर है..

अपनी बीवी स्वेता के मुँह से अपनी दीदी अनिता के बारे मे इतनी घटिया गालियाँ सुनकर राज को लकवा मार गया वो गुस्से से एक दम पागल हो गया उसका पूरा बदन काँपने लगा. राज अपनेआप से बाहर हो गया.. वो गुस्से मे काँपते हुए अपनी बीवी स्वेता के सामने आया और खीच कर एक ऐसा थप्पड़ स्वेता के गाल मे मारा कि स्वेता का दिमाग़ सुन्न पड़ गया..स्वेता की आँखो के आगे अंधेरा छाने लगा..वो बेहोश होकर नीचे गिरने लगी तभी अनिता ने दौड़ कर स्वेता को अपनी बाहों मे थाम लिया.. राज गुस्से मे आकर अपने रूम मे चला गया..अनिता ने स्वेता को सोफे पर लिटाया ऑर दौड़ कर एक ग्लास पानी ले आई..ऑर स्वेता के मुँह पर छिड़कने लगी. स्वेता तुरंत होश मे आ गई उसके गालो पर राज की पाँचो उंगलिया छप गयी थी..एक ही थप्पड़ मे उसका दिमाग़ शांत हो गया होश मे आते ही स्वेता की आँखो से आँसू बहने लगे..अनिता उसके पास मे बैठते हुए,,उसकी आँखो से बहे आँसुओ को पोछने की चेस्टा करने लगी तो स्वेता अचानक अनिता के हाथो को झटक कर अपने रूम मे चली गयी...अनिता वहाँ से उठी ऑर वो भी स्वेता के पिछे चली गयी..अंदर घुसते ही अनिता ने रूम को अंदर से बंद कर दिया..राज बेड पर किनारे बैठा हुआ था स्वेता अपने दोनो पैरो को लटका कर बैठी हुई थी..

राज काफ़ी गुस्से मे लग रहा था अनिता अपने दोनो को जोड़ कर स्वेता के सामने अपने घुटनो के बल बैठते हुए,,प्लीज़ स्वेता अगर तुम्हारे दिल मे थोड़ी सी भी जगह मेरे लिए है तो मुझे माफ़ कर दे.. मुझे प्लीज़ माफ़ कर दे राज तुम्हारी ऑर राज की जिंदगी मे कभी नही आउन्गी ..इतना बोलते ही अनिता की आँखो से आँसू बहने लगे... लेकिन स्वेता पर कोई प्रभाव नही पड़ा उसने अपना मुँह दूसरी तरफ घुमा लिया.

.अनिता ये देख कर चुप-चाप वहाँ से रोते हुए रूम से बाहर निकलने लगी.. राज अपनी दीदी अनिता को रोता देखकर एक झटके मे बेड पर से नीचे उतरा ऑर दौड़ कर अपनी दीदी अनिता को गले से लगा लिया..अनिता अपने भाई के गले से बुरी तरह चिपक कर रोने लगी..प्लीज़ माफ़ कर दो राज तुम्हारी जिंदगी मे दखल नही दे सकती..अब तुम अपनी बीवी के साथ सुख शांति से रहो..

अपनी दीदी की बातो को सुनकर राज का कलेज़ा फॅट गया उसने अपनी दीदी को ज़ोर से अपनी सीने मे चिपकाते हुए,,नही अनिता तुम भी मेरी बीवी हो राज तुमसे बहुत प्यार करता हूँ राज तुम्हारे बगैर एकपल भी जिंदा नही रह सकता.

तुम मेरे ही पास ही रहोगी..तुम मेरी हो.. आइ लव यू अनिता जान..

अनिता अपने भाई के सीने पर अपने गालो को रगड़ते हुए,,आइ लव टू राज.. राज भी तुम्हारे बगैर जिंदा नही रह सकती..

बहुत देर तक राज ने अपनी दीदी को अपनी बाहों मे चिपकाए रखा..स्वेता इन्दोनो भाई-बहन के प्यार को देख कर जुल-भुन गयी..थोड़ी देर के बाद राज अपनी दीदी को अपने साथ लिए स्वेता के सामने आया ऑर उसके आँखो मे देखते हुए,,अपनी आँखो को खोल कर देख ये मेरी दीदी पहले थी लेकिन अब मेरी बीवी है इनके गले मे बँधा मंगलसूत्र कोई शोभा की वस्तु नही है ये राज ने बँधा है.. माँग मे दमकता सिंदूर भी चीख -चीख कर राज का नाम पुकार रहा है..ये मेरी प्यारी दीदी पहले थी लेकिन अब मेरी जान बन गयी है ये मुझसे अलग हो गयी तो राज एक पल भी जिंदा नही रह पाऊँगा..इनके शरीर मे मेरे प्राण बसते है.. अब तू फ़ैसला कर ले कि तुझ को रहना है या नही..अगर तुम मिलकर रहोगी तो रह सकती हो नही तो यहाँ से जा सकती हो..

स्वेता अपने पति की बातो को सुनकर अवाक रह गयी..राज ने बिना कुच्छ बोले अनिता को अपनी बाहों मे उठा लिया ऑर लाकर उसे बेड के दूसरे किनारे पर लिटा दिया..स्वेता खून के घूँट पीते हुए,,ठीक है राज भी यहाँ एक पल भी नही रह सकती.. राज सुबह होने से पहले ही चली जाउन्गी..इतना कहते ही स्वेता लेट गयी बीच मे राज ऑर दूसरे तरफ अनिता


तीनो सोने की कोशिस करने लगे लेकिन किसी की भी आँखो मे नींद नही थी. कब कौन सो गया पता ही नही चला..सुबह जब लगभग 8:00 राज की आँखे खुल गयी..राज जैसे ही उठा तो चॉक पड़ा राज स्वेता को अपनी बाहों मे भरे सो रहा था. राज उठ कर बैठ गया उसने इधर-उधर देखा तो अनिता उसके पास मे नही थी राज नीचे उतरा तभी उसके बेड पर एक काग़ज़ दिखाई दिया राज ने उसे उठाया...वो एक चिट्ठी थी वो उसे पढ़ने लगा,,
 
तभी उसके बेड पर एक काग़ज़ दिखाई दिया राज ने उसे उठाया...वो एक चिट्ठी थी वो उसे पढ़ने लगा,,

मेरे प्यार भाई राज राज अनिता आज सदा के लिए यहाँ से तुम्हारी जिंदगी से जा रही हूँ..क्योकि राज जानती हूँ कि मेरे रहते तुम्हारी बीवी नही रह सकती मुझसे जो भी ग़लती हो गयी हो उसे माफ़ कर देना ऑर हाँ मुझे खोजने की कोशिस मत करना..क्योकि राज अब नही मिलूंगी .अब तुम सोच रहे होगे कि राज कैसे तुम्हारे बगैर रह पाउँगी तो भूल मत जाना कि मेरे पेट मे तुम्हारा बच्चा पल रहा है राज उसी के सहारे अपनी पूरी जिंदगी बिता दूँगी..आज दस बज़े की ट्रेन से राज मुंबई जा रही हूँ.. जबतक तुम्हें ये काग़ज़ मिलेगा तबतक राज शायद इस शहर से निकल जाउन्गी..
तुम्हारी दीदी ऑर बीवी अनिता..?

राज ने लेटर को बोलकर पढ़ा था..स्वेता भी नींद से जाग चुकी थी जब उसने लेटर की बातो को सुना तो उसे भी पछतावा होने लगा.. इधर राज लेटर पढ़ते ही धडाम से नीचे गिर पड़ा उसकी आँखे बंद हो गयी वो बेहोश हो गया..आज राज का दिल शीशे की तरह चकनाचूर हो गया था उसमे थोड़ी सी भी ताक़त नही बची कि खड़ा भी रह पाए..राज नीचे गिरते ही बेहोश हो गया .. स्वेता पानी के छीन्टे मारकर उसको होश मे लाने की चेस्टा करने लगी लेकिन राज बिल्कुल प्राणहीन हो गया उसके बदन मे मानो प्राण ही नही बचे हों वो भी अनिता के साथ चला गया हो .

लगभग दस मिनिट्स के बाद जब राज होश मे नही आया तो वो स्वेता ज़ोर से रोने लगी...उसका रोना सुनकर राज की मौसी पूनम दौड़ती हुई आई..राज को इतनी बुरी हालत मे बेहोश होता देख कर पूनम की साँसे रुक गयी, वो अपने आप को काबू मे रखते हुए स्वेता को चुप कराई ऑर तुरंत राज को लेकर एक हॉस्पिटल मे ले गयी..हॉस्पिटल मे राज को आइ.सी.यू.मे भरती कर दिया गया..लगभग दो घंटे के बाद राज अपने होश मे आया..होश मे आनेपर राज केवल अनिता के नाम को रटने लगा..अनिता..अनिता..अनिता..अनिता

डॉक्टर राज के होश मे आते ही.. हेलो मिस्टर.राज आप कैसा महसूस कर रहे है. राज डॉक्टर की ओर बिना देखे हुए,,अनिता...अनिता..अनिता..अनिता.

ये जबाव सुनकर डॉक्टर.अवाक होकर बाहर निकले..स्वेता दौड़ते हुए डॉक्टर.के पास आकर,,क्या हुआ डॉक्टर साहब अभी तक मेरे पति होश मे आए कि नही..

डॉक्टर चिंता भाव से स्वेता की ओर देखते हुए,,आपके पति तो होश मे आ गये लेकिन वो केवल अनिता..अनिता की रट लगाए जा रहे है..लगता है उनको बहुत बड़ा सदमा लग चुका है आप जल्दी से अनिता को लाकर उनसे मिला दीजिए नही तो बहुत बड़ा ख़तरा हो जाएगा आपके पति को ब्रेन हमरेज़ हो जाएगा.. स्वेता डॉक्टर की बातो को सुनकर काँप गयी अब उसे समझ आ गया कि राज अपनी दीदी से बहुत प्यार करता है..सच मे उनका प्राण उनकी दीदी मे है..स्वेता बिना राज को देखे हॉस्पिटल से निकली ऑर एक टॅक्सी पकड़ कर रेलवे स्टेशन की ओर चल दी....इधर रेलवे स्टेशन पर अनाउसमेंट हो गया कि मुंबई जानी वाली ट्रेन प्लॅटफॉर्म पर थोड़ी ही देर मे आ रही है.... सारे यात्रियो मे अनिता भी अपना सूटकेस लेकर खड़ी हो गयी ऑर ट्रेन का इंतजार करने लगी....

स्वेता जब टॅक्सी से नीचे उतरी ऑर टॅक्सी से नीचे उतरते ही प्लतेफोर्म की ओर भागी....तबतक गाड़ी प्लॅटफॉर्म पे लग चुकी थी स्वेता गिरते हुए प्लेटफार्म पे आ गई ऑर चारो ऑर अनिता को देखने लगी..तभी बोगी नंबर.6 के पास अनिता दिख गयी जो ट्रेन मे चढ़ने जा रही थी..स्वेता दौड़ते हुए अनिता की ओर बढ़ी तभी उसके पैर का अंगूठा उसकी साड़ी मे फस गया वो धडाम से अपने मुँह के बल गिर पड़ी ऑर उसके मुँह से एक भयंकर चीख निकल गयी...दीदी..

अनिता के कानो मे जब आवाज़ पड़ी तो वो पहचान गयी कि ये स्वेता की आवाज़ है वो अपने सूटकेस लेकर जैसे ही मूडी तभी उसके सामने स्वेता दिखाई पड़ी जो गिरी हुई थी उसके मुँह से थोड़ा-थोड़ा खून बह रहा था..अनिता तुरंत स्वेता के पास आई ऑर स्वेता के कंधो को पकड़ते हुए खड़ा होने में मदद की..खड़ा होते ही स्वेता अनिता से बिल्कुल चिपक गयी ऑर फुट-फुट के रोने लगी..स्वेता को रोता देख अनिता ने उसके सर को पकड़ कर अपने सीने मे छुपा लिया..उसकी पीठ को सहलाने लगी थोड़ी देर के बाद ट्रेन वहाँ से निकल गयी..

अनिता अपने हाथो से स्वेता की पीठ को सहलाने लगी उसकी आँखो से आँसू गिरकर अनिता के ब्लाउस को भिगो रहे थे. कुच्छ देर के बाद स्वेता ने अपने सर को उपर उठाते हुए..दीदी प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो आपके बगैर राज बेहोश होकर बीमार पड़े हुए है ऑर हॉस्पिटल मे होश मे आने पर भी केवल आपके नाम को पुकार रहे है प्लीज़ राज आपसे खफा नही हूँ...
इतना बोलते ही स्वेता बुरी तरह अनिता के सीने से चिपक गयी...अनिता उसको अपने सीने से हटाते हुए अपनी साड़ी के पल्लू से उसके आँसुओ को पोछते हुए,,चुप हो जा राज तुझसे खफा नही हूँ..स्वेता चुप होकर अनिता का सूटकेस उठाते हुए,,हाँ दीदी जल्दी से चलो..अनिता जल्दी से स्वेता के साथ मे निकल गयी..

अब स्वेता ने भी मन ही मन अनिता को स्वीकार कर लिया था..दोनो रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते ही हॉस्पिटल की ओर बढ़ गये..इधर राज केवल अनिता का ही नाम ले रहा था....राज की मौसी पूनम उसके पास मे बैठी हुई थी. टॅक्सी करने के बाद अनिता ऑर स्वेता हॉस्पिटल की ओर निकल गये..हॉस्पिटल मे आते ही अनिता दौड़ते हुए,,आइ.सी.यू.मे घुसी..राज के सामने आकर अनिता का दिल हिल गया क्योकि राज उसका ही नाम ले रहा था..अनिता राज की ओर देखते हुए,,देखिए राज अब आ गई हूँ आपकी अनिता आपके सामने हाज़िर है आप होश मे आइए राज आपसे बात करना चाहती हूँ....प्लीज़ मुझसे बात कीजिए..इतना बोलते ही अनिता बेड पर बैठते हुए राज के सीने पर अपना सर रख कर लेट गयी..राज के कानो मे जब अनिता की आवाज़ गूँजी तो उसके दिमाग़ ने तुरंत पहचान लिया कि ये आवाज़ उसकी जान अनिता की है..उसने अपनी दोनो बाहों मे अनिता को कस लिया..ऑर अनिता के पूरे चेहरे को पकड़ कर अंधाधुंध चूमने लगा. अनिता भी उसको चूमने लगी..जैसे वो जन्मो-जन्मो के बिच्छड़े हुए हो..बहुत देर तक वो दोनो उसी तरह एक दूसरे को चूमते रहे ..


थोड़ी देर के बाद तीनो हॉस्पिटल से निकल गये..अब कोई दुख नही था..स्वेता भी अनिता ऑर राज के प्यार को देख कर हार मान गयी ऑर उनके साथ खुशी से रहने लगी..एक माह बाद राज ने ये सहर छोड़ दिया..अब राज का प्रमॉशन हो गया था.. और उसका ट्रांसफर भी मुंबई हो गया . राज अपनी बीवी स्वेता ऑर अनिता के साथ मे मुंबई शिफ्ट हो गया..यहाँ पर उसने पूनम से भी बिबाह कर लिया.. समय आने पर अनिता ने एक बेटे को जन्म दिया ऑर पूनम ने भी एक बेटे को जन्म दिया..स्वेता भी प्रेगनेंट है.. अब राज अपनी तीनो बीवियो के साथ हँसी-खुशी से रहता है........

दोस्तो इस कहानी में आप सब का सहयोग और उत्साहवर्धन क़ाबिले तारीफ़ रहा जिसके लिए आप सब का आभारी हूँ दोस्तो ये कहानी यहीं समाप्त होती है फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ तब तक के लिए विदा
...........................................................समाप्त ............................................
दा एंड
 
:heart: [font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]उनकी चूत से वीर्य नीचे जाँघो पर गिर रहा था. दीदी अपने दोनो पैरो को फैलाते हुए बैठ गयी और पैंटी निकालते हुए चूत को पोछने लगी :s [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]Ahh Mai hota to panty se nahi jibhe se chus chat kar bur saf kar deta [/font]
 
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