hotaks444
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इतना मोटा लंड अपनी चूत में घुसते ही दर्द से रीना की आँख खुल जाती है और वह बोलती है।
रीना- आहह उहह पापा आह्ह.. मुझे उठा लिया होता… ऐसे सोते हुए ही चोद रहे हो.. आहह..
बंसल- मेरी प्यारी बच्ची.. ओह्ह ओह्ह.. कब से तेरे उठने का इन्तजार कर रहा हूँ साला लौड़ा तेरी कमसिन जवानी देख कर झटके मार रहा था.. इसी लिए मैंने सोचा अब लौड़ा चूत में जाएगा तब अपने आप तू उठ जाएगी।
रीना- आह्ह.. आह.. चोदो पापा.. आह्ह.. मज़ा आने लगा है.. उई आप कितने अच्छे हो.. आह्ह.. चोदो.. मेरी चूत की आज आह्ह.. सारी खुजली मिटा दो आह्ह..
बंसल ने तो जैसे चुदाई की डिग्री ले रखी थी.. उसका लौड़ा तो लोहे की रॉड जैसा तना हुआ था और शॉट पर शॉट मार रहा था, मगर बेचारी रीना तो बिना अनुभव के ही चूत में लौड़ा ले रही थी।
उसकी चूत तो वक्त पर ही लावा उगलेगी ना..
लगभग 15 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद रीना सिसकने लगी.. ठंडी ‘आहें’ भरने लगी।
रीना- आह्ह.. सस्स ऊह्ह पापा आह्ह.. बहुत मज़ा आ रहा है उई… धपाधप चोदो और ज़ोर से आह उफ़फ्फ़ कककक सी मेरी चूत आह्ह.. का बाँध टूटने वाला है अई फास्ट आह्ह.. फास्ट.. फाड़ दो आह्ह.. मेरी चूत को उफ़फ्फ़ मैं गई आह्ह..
रीना ने आँखें बन्द कर लीं.. वो झड़ने लगी और चरमसुख का आनन्द लेने लगी और 2 मिनट बाद उसका बदन ढीला पड़ गया मगर बंसल अब भी उसको ठोके जा रहा था।
रीना- आह्ह.. आह मेरे पापा.. आह्ह.. अब निकाल भी लो आह.. लौड़ा बाहर..
मेरी चूत में से.. आह आह जलन होने लगी है.. आईईइ आहइ आह।
बंसल- अभी कहाँ जानेमन.. आह्ह.. उहह अभी तो मेरे लौड़े में करंट भी पैदा नहीं हुआ आह्ह.. आज तुझे इतना चोदूँगा आह्ह.. तेरी चूत की सारी खुजली मिटा दूँगा आह्ह..
रीना- आहह उहह पापा आह्ह.. मुझे उठा लिया होता… ऐसे सोते हुए ही चोद रहे हो.. आहह..
बंसल- मेरी प्यारी बच्ची.. ओह्ह ओह्ह.. कब से तेरे उठने का इन्तजार कर रहा हूँ साला लौड़ा तेरी कमसिन जवानी देख कर झटके मार रहा था.. इसी लिए मैंने सोचा अब लौड़ा चूत में जाएगा तब अपने आप तू उठ जाएगी।
रीना- आह्ह.. आह.. चोदो पापा.. आह्ह.. मज़ा आने लगा है.. उई आप कितने अच्छे हो.. आह्ह.. चोदो.. मेरी चूत की आज आह्ह.. सारी खुजली मिटा दो आह्ह..
बंसल ने तो जैसे चुदाई की डिग्री ले रखी थी.. उसका लौड़ा तो लोहे की रॉड जैसा तना हुआ था और शॉट पर शॉट मार रहा था, मगर बेचारी रीना तो बिना अनुभव के ही चूत में लौड़ा ले रही थी।
उसकी चूत तो वक्त पर ही लावा उगलेगी ना..
लगभग 15 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद रीना सिसकने लगी.. ठंडी ‘आहें’ भरने लगी।
रीना- आह्ह.. सस्स ऊह्ह पापा आह्ह.. बहुत मज़ा आ रहा है उई… धपाधप चोदो और ज़ोर से आह उफ़फ्फ़ कककक सी मेरी चूत आह्ह.. का बाँध टूटने वाला है अई फास्ट आह्ह.. फास्ट.. फाड़ दो आह्ह.. मेरी चूत को उफ़फ्फ़ मैं गई आह्ह..
रीना ने आँखें बन्द कर लीं.. वो झड़ने लगी और चरमसुख का आनन्द लेने लगी और 2 मिनट बाद उसका बदन ढीला पड़ गया मगर बंसल अब भी उसको ठोके जा रहा था।
रीना- आह्ह.. आह मेरे पापा.. आह्ह.. अब निकाल भी लो आह.. लौड़ा बाहर..
मेरी चूत में से.. आह आह जलन होने लगी है.. आईईइ आहइ आह।
बंसल- अभी कहाँ जानेमन.. आह्ह.. उहह अभी तो मेरे लौड़े में करंट भी पैदा नहीं हुआ आह्ह.. आज तुझे इतना चोदूँगा आह्ह.. तेरी चूत की सारी खुजली मिटा दूँगा आह्ह..