hotaks444
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हम सब जल्दी से निकले भाभी भी साथ थीं सब रो रहे थे और हॉस्पिटल पहुँच गये भाई की हालत खराब थी खून से भरे हुए थे लेकिन डॉक्टर ने बताया कि कोई ख़तरा नही है लेकिन टाइम लगेगा उनको ठीक होने में.
मैं बहुत रो रहा था क्योंकि ना मेरे डॅड थे ना मोम सब कुछ भाई ही थे हमारे लिए.
सादिया बाजी ने कहा वो वहीं रुकेंगी और हम सब को वापिस भेज दिया वहाँ मेरे अंकल भी थे.
सारी रात कोई नही सोया सब जागते रहे टेन्षन थी भाई की और अगले दिन सिद्रा बाजी की रुखसती भी तो थी.
खैर सब ने हिम्मत की भाई का वालिमा तो नही हुआ लेकिन सिद्रा बाजी की रुखसती हम ने बहुत नॉर्मल कर दी मतलब दूल्हा अपने घर वालों के साथ आया और वो सिद्रा बाजी को साथ ले कर चले गये.
उस रात मैं भाभी के रूम में गया वो अकेली बैठी हुई थीं मैं भाभी के साथ बातें करने लगा.
भाभी मुझे भाई कहती थीं.
मैने भाभी से कहा कि भाभी आप परेशान ना हों भाई जल्दी ठीक हो जाएँगे इंशाह अल्लाह.
भाभी : भाई इंशाह आळ्ळाह वो जल्दी ठीक हो जाएँगे लेकिन भाई सब बातें कर रहे हैं कि मैं मनहूस हूँ मेरे क़दम इस घर में पड़े इस लिए ये सब हुआ.
नही भाभी किस ने कहा आप मुझे बताए मैं उसे नही छोड़ूँगा नही ऐसा कैसे हो सकता है बताएँ किस ने कहा आप से ऐसा?
क्या मेरी सिस्टर्स में से किसी ने कहा ये?
भाभी : नही भाई वो तो बहुत अच्छी हैं लेकिन जो और लोग आए हुए हैं वो कह रहे थे मैने सुन लिया .
भाभी रोने लग गयीं मैने भाभी को चुप कराया उन्हे अपने गले से लगा लिया .
भाभी रोना बंद करें सब बकवास करते हैं मेरी भाभी बहुत अच्छी है बहुत प्यारी है बहुत क्यूट है असल में वो जलते हैं क्योंकि आप मेरी भाभी जो बन गई हैं.
भाभी हँसने लगी और चुप हो गयीं.
भाभी : अच्छा जी में अच्छी हूँ लेकिन तुम्हे कैसे पता अभी तो मुझे यहाँ 2 दिन हुए हैं क्या पता में अच्छी ना हूँ और कुछ दिन बाद आप भी यही कह रहे हूँ कि भाभी अच्छी नही है.
नही भाभी मैं ऐसा कभी नही कहूँगा मुझे पता है आप बहुत अच्छी हैं बहुत प्यारी हैं.
फिर सादिया बाजी रूम में आ गयीं.
सादिया बाजी: अरे वाह भाभी देवेर एक साथ भाई क्या बातें हो रही हैं?
भाभी : कुछ नही बस ये जनाब मेरी तारीफे कर रहे हैं.
सादिया बाजी: अच्छा जी ज़रा हम भी तो सुनें कि कितना मक्खन लगा रहे हैं जनाब?
बाजी में कोई मक्खन नही लगा रह भाभी रो रही थीं क्योंकि उन्होने कुछ लोगों से सुना जो कह रहे थे कि भाभी की वजह से भाई का आक्सिडेंट हुआ है भाभी मनहूस हैं.
सादिया बाजी: भाई ऐसी बातें नही करते शरम करो वो बड़ी भाभी हैं क्या सोचेंगी.
भाभी : नही सादिया ये ठीक कह रहा है मैने खुद सुना लोग ऐसी बातें कर रहे थे इस लिए में रो रही थी लेकिन इस ने मुझे आ कर हंसा दिया.
सादिया बाजी: भाभी आप भी ना लोगों की बातें क्यों सुनती हैं. लोग तो किसी को नही छोड़ते और जो होना होता है हो कर रहता है किसी की वजह से नही होता जो लिखा होता है वही होता है.
देखा भाभी मैंने भी तो यही कहा था आप से.
सादिया बाजी बाहर चली गई और मैं भाभी के साथ बैठा रहा और हम बातें करने लगे.
बातें करते करते मुझे नींद आ गई और मैं भाभी के बेड पे ही सो गया.
मैं एंड में किसी के बोलने की आवाज़े सुन रहा था तो में जाग गया लेकिन मैने आँख नही खोली और बातें सुनने लगा.
साइमा बाजी: भाभी आप परेशान ना हों लोग तो बकवास करते रहते हैं लोगों की बातें दिल पे नही लेते.
भाभी आप को नींद आ रही हो गी आप सो जाएँ. लो इन जनाब को देखो यहीं सो गये.
भाई उठो अपने रूम में भाभी को सोने दो. साइमा ने मुझे उठाना चाहा शायद चुदवाना चाहती थी क्योंकि काफ़ी दिन से मैने साइमा बाजी को नही चोदा था क्योंकि घर में जगह ही नही थी मेहमान थे.
मैने कोई रिप्लाइ नही दिया और सोया रहा.
भाभी : कोई बात नही सो रहा है सोने दो इसे यहीं वैसे भी मैं अकेली हूँ.
मैं खुश हो गया ये सुन कर.
साइमा बाजी: अच्छा भाभी कुछ चाहिए तो बता दो?
भाभी : नही बस तुम जाओ सो जाओ काफ़ी रात हो गई है.
साइमा बाजी चली गई. भाभी उठी डोर लॉक किया और कपड़े चेंज करने लगी.
मैने थोड़ी सी आँख खोल कर देखा भाभी को भाभी ने पहले कमीज़ उतारी. भाभी के बूब्स ब्रा में बहुत सेक्सी लग रहे थे फिर भाभी ने दूसेरी कमीज़ उठा कर पहन ली फिर अपनी शलवार उतार दी लेकिन भाभी की कमीज़ की वजह से मैं कुछ नही देख सका.
फिर भाभी ने शलवार पहनी और ज़ीरो का बल्ब ऑन कर के बाकी लाइट ऑफ कर दीं.
भाभी मेरे पास आ कर बैठ गयीं कुछ देर बाद वो लेट गयीं मेरी बॅक भाभी की तरफ थी.
भाभी को पता था कि में सो रहा हूँ तो वो धीमी आवाज़ में खुद के साथ बातें करने लगीं.
भाभी : या अल्लाह क्या क़िस्मत है मेरी शादी हुई लेकिन सुहाग रात ना हो सकी. इतना अच्छा हज़्बेंड है और बाकी सब भी बहुत अच्छे हैं.
या अल्लाह मेरी, मेरे हज़्बेंड की और इन सब की किस्मत अच्छी कर दे सब को खुशियाँ दे.
हम सब हँसी खुश रहें हमेशा.
मैने करवट ली और आराम से आँख खोल कर भाभी को देखा. भाभी मुझे ही देख रही थीं.
भाभी आप अभी तक जाग रही हैं? मैं कब सो गया पता ही नही चला. मैं अपने रूम में जा रहा हूँ सोने आप सो जाएँ आराम से.
भाभी : नही भाई यहीं सो जाओ मैं अकेली नही सोना चाहती रात तो आंटी थीं आज तो अकेली हूँ में.
भाभी आप बहुत अच्छी हैं सच. भाई बहुत लकी हैं क्योंकि उन्हे बहुत प्यारी वाइफ मिली है.
भाभी पहली रात आप के रूम में मिल्क का जग और टिश्यू का डब्बा क्यों रखा था सादिया बाजी ने?
भाभी : भाई मिल्क हज़्बेंड और वाइफ पीते हैं इस लिए और टिश्यू तो वैसे ही होता है रूम में.
लेकिन भाभी इतना मिल्क क्यों मैं तो 1 ग्लास पीता हूँ और जग में तो काफ़ी ग्लास होते हैं.
भाभी : भाई अब क्या बताऊ तुम्हे पहली बार में यहाँ आई हूँ ना इस लिए मुझे ज़्यादा मिल्क दिया गया.
लेकिन भाभी मैने सुबह आ कर देखा था मिल्क तो पूरा ही रखा था फिर आप ने पीया क्यों नही?
भाभी : भाई इमरान हॉस्पिटल में थे इस लिए नही पीया वो यहाँ होते तो हम दोनो हाफ हाफ पीते.
क्या मैं दूध ले आऊँ में आप के साथ हूँ हम मिल के पी लेंगे?
भाभी : भाई ऐसे नही पीते वो तो रिवायत है पहली रात पीना पड़ता है बाद में नही.
आप का मतलब सुहाग रात में ही ज़्यादा मिल्क पीना पड़ता है वैसे नही?
भाभी : तुम्हे कैसे पता सुहाग रात का किस ने बताया तुम्हे?
भाभी मुझे मेरे फ्रेंड्स ने बताया था कि सुहाग रात लड़की के लिए सब से बड़ी और अच्छी रात होती है लेकिन भाभी आप की सुहाग रात तो नही हुई है ना?
भाभी : हां भाई शायद किस्मत में नही थी सुहाग रात इस लिए खैर कोई बात नही आगे और बहुत सारी रातें जो हैं.
भाभी सुहाग रात में क्या होता है मुझे बताएँ ना. अगर आप को नींद आ रही है तो सो जाएँ ये ना हो मैं आप को डिस्टर्ब कर रहा हूँ.
भाभी : नही भाई मुझे बिल्कुल नींद नही आ रही है मुझे तो अच्छा लग रहा है तुम से बातें करने में शुक्र है तुम उठ गये वरना में बोर होती रहती.
अच्छा फिर बताओ ना सुहाग रात में क्या होता है?
भाभी : भाई सच तो ये है मुझे भी नही पता हां आंटी ने इतना कहा था कि तुम्हारा हज़्बेंड जो कहे करने देना मना नही करना अब पता नही क्या होता है सुहाग रात में.
भाभी मुझे पता है क्या मैं बताऊ आप को?
भाभी : सच मे तुम्हे पता है? हां बताओ ना प्लीज़ फिर जब इमरान आ जाएँगे तो मुझे आसानी होगी क्योंकि सब पता होगा मुझे.
मैं बहुत रो रहा था क्योंकि ना मेरे डॅड थे ना मोम सब कुछ भाई ही थे हमारे लिए.
सादिया बाजी ने कहा वो वहीं रुकेंगी और हम सब को वापिस भेज दिया वहाँ मेरे अंकल भी थे.
सारी रात कोई नही सोया सब जागते रहे टेन्षन थी भाई की और अगले दिन सिद्रा बाजी की रुखसती भी तो थी.
खैर सब ने हिम्मत की भाई का वालिमा तो नही हुआ लेकिन सिद्रा बाजी की रुखसती हम ने बहुत नॉर्मल कर दी मतलब दूल्हा अपने घर वालों के साथ आया और वो सिद्रा बाजी को साथ ले कर चले गये.
उस रात मैं भाभी के रूम में गया वो अकेली बैठी हुई थीं मैं भाभी के साथ बातें करने लगा.
भाभी मुझे भाई कहती थीं.
मैने भाभी से कहा कि भाभी आप परेशान ना हों भाई जल्दी ठीक हो जाएँगे इंशाह अल्लाह.
भाभी : भाई इंशाह आळ्ळाह वो जल्दी ठीक हो जाएँगे लेकिन भाई सब बातें कर रहे हैं कि मैं मनहूस हूँ मेरे क़दम इस घर में पड़े इस लिए ये सब हुआ.
नही भाभी किस ने कहा आप मुझे बताए मैं उसे नही छोड़ूँगा नही ऐसा कैसे हो सकता है बताएँ किस ने कहा आप से ऐसा?
क्या मेरी सिस्टर्स में से किसी ने कहा ये?
भाभी : नही भाई वो तो बहुत अच्छी हैं लेकिन जो और लोग आए हुए हैं वो कह रहे थे मैने सुन लिया .
भाभी रोने लग गयीं मैने भाभी को चुप कराया उन्हे अपने गले से लगा लिया .
भाभी रोना बंद करें सब बकवास करते हैं मेरी भाभी बहुत अच्छी है बहुत प्यारी है बहुत क्यूट है असल में वो जलते हैं क्योंकि आप मेरी भाभी जो बन गई हैं.
भाभी हँसने लगी और चुप हो गयीं.
भाभी : अच्छा जी में अच्छी हूँ लेकिन तुम्हे कैसे पता अभी तो मुझे यहाँ 2 दिन हुए हैं क्या पता में अच्छी ना हूँ और कुछ दिन बाद आप भी यही कह रहे हूँ कि भाभी अच्छी नही है.
नही भाभी मैं ऐसा कभी नही कहूँगा मुझे पता है आप बहुत अच्छी हैं बहुत प्यारी हैं.
फिर सादिया बाजी रूम में आ गयीं.
सादिया बाजी: अरे वाह भाभी देवेर एक साथ भाई क्या बातें हो रही हैं?
भाभी : कुछ नही बस ये जनाब मेरी तारीफे कर रहे हैं.
सादिया बाजी: अच्छा जी ज़रा हम भी तो सुनें कि कितना मक्खन लगा रहे हैं जनाब?
बाजी में कोई मक्खन नही लगा रह भाभी रो रही थीं क्योंकि उन्होने कुछ लोगों से सुना जो कह रहे थे कि भाभी की वजह से भाई का आक्सिडेंट हुआ है भाभी मनहूस हैं.
सादिया बाजी: भाई ऐसी बातें नही करते शरम करो वो बड़ी भाभी हैं क्या सोचेंगी.
भाभी : नही सादिया ये ठीक कह रहा है मैने खुद सुना लोग ऐसी बातें कर रहे थे इस लिए में रो रही थी लेकिन इस ने मुझे आ कर हंसा दिया.
सादिया बाजी: भाभी आप भी ना लोगों की बातें क्यों सुनती हैं. लोग तो किसी को नही छोड़ते और जो होना होता है हो कर रहता है किसी की वजह से नही होता जो लिखा होता है वही होता है.
देखा भाभी मैंने भी तो यही कहा था आप से.
सादिया बाजी बाहर चली गई और मैं भाभी के साथ बैठा रहा और हम बातें करने लगे.
बातें करते करते मुझे नींद आ गई और मैं भाभी के बेड पे ही सो गया.
मैं एंड में किसी के बोलने की आवाज़े सुन रहा था तो में जाग गया लेकिन मैने आँख नही खोली और बातें सुनने लगा.
साइमा बाजी: भाभी आप परेशान ना हों लोग तो बकवास करते रहते हैं लोगों की बातें दिल पे नही लेते.
भाभी आप को नींद आ रही हो गी आप सो जाएँ. लो इन जनाब को देखो यहीं सो गये.
भाई उठो अपने रूम में भाभी को सोने दो. साइमा ने मुझे उठाना चाहा शायद चुदवाना चाहती थी क्योंकि काफ़ी दिन से मैने साइमा बाजी को नही चोदा था क्योंकि घर में जगह ही नही थी मेहमान थे.
मैने कोई रिप्लाइ नही दिया और सोया रहा.
भाभी : कोई बात नही सो रहा है सोने दो इसे यहीं वैसे भी मैं अकेली हूँ.
मैं खुश हो गया ये सुन कर.
साइमा बाजी: अच्छा भाभी कुछ चाहिए तो बता दो?
भाभी : नही बस तुम जाओ सो जाओ काफ़ी रात हो गई है.
साइमा बाजी चली गई. भाभी उठी डोर लॉक किया और कपड़े चेंज करने लगी.
मैने थोड़ी सी आँख खोल कर देखा भाभी को भाभी ने पहले कमीज़ उतारी. भाभी के बूब्स ब्रा में बहुत सेक्सी लग रहे थे फिर भाभी ने दूसेरी कमीज़ उठा कर पहन ली फिर अपनी शलवार उतार दी लेकिन भाभी की कमीज़ की वजह से मैं कुछ नही देख सका.
फिर भाभी ने शलवार पहनी और ज़ीरो का बल्ब ऑन कर के बाकी लाइट ऑफ कर दीं.
भाभी मेरे पास आ कर बैठ गयीं कुछ देर बाद वो लेट गयीं मेरी बॅक भाभी की तरफ थी.
भाभी को पता था कि में सो रहा हूँ तो वो धीमी आवाज़ में खुद के साथ बातें करने लगीं.
भाभी : या अल्लाह क्या क़िस्मत है मेरी शादी हुई लेकिन सुहाग रात ना हो सकी. इतना अच्छा हज़्बेंड है और बाकी सब भी बहुत अच्छे हैं.
या अल्लाह मेरी, मेरे हज़्बेंड की और इन सब की किस्मत अच्छी कर दे सब को खुशियाँ दे.
हम सब हँसी खुश रहें हमेशा.
मैने करवट ली और आराम से आँख खोल कर भाभी को देखा. भाभी मुझे ही देख रही थीं.
भाभी आप अभी तक जाग रही हैं? मैं कब सो गया पता ही नही चला. मैं अपने रूम में जा रहा हूँ सोने आप सो जाएँ आराम से.
भाभी : नही भाई यहीं सो जाओ मैं अकेली नही सोना चाहती रात तो आंटी थीं आज तो अकेली हूँ में.
भाभी आप बहुत अच्छी हैं सच. भाई बहुत लकी हैं क्योंकि उन्हे बहुत प्यारी वाइफ मिली है.
भाभी पहली रात आप के रूम में मिल्क का जग और टिश्यू का डब्बा क्यों रखा था सादिया बाजी ने?
भाभी : भाई मिल्क हज़्बेंड और वाइफ पीते हैं इस लिए और टिश्यू तो वैसे ही होता है रूम में.
लेकिन भाभी इतना मिल्क क्यों मैं तो 1 ग्लास पीता हूँ और जग में तो काफ़ी ग्लास होते हैं.
भाभी : भाई अब क्या बताऊ तुम्हे पहली बार में यहाँ आई हूँ ना इस लिए मुझे ज़्यादा मिल्क दिया गया.
लेकिन भाभी मैने सुबह आ कर देखा था मिल्क तो पूरा ही रखा था फिर आप ने पीया क्यों नही?
भाभी : भाई इमरान हॉस्पिटल में थे इस लिए नही पीया वो यहाँ होते तो हम दोनो हाफ हाफ पीते.
क्या मैं दूध ले आऊँ में आप के साथ हूँ हम मिल के पी लेंगे?
भाभी : भाई ऐसे नही पीते वो तो रिवायत है पहली रात पीना पड़ता है बाद में नही.
आप का मतलब सुहाग रात में ही ज़्यादा मिल्क पीना पड़ता है वैसे नही?
भाभी : तुम्हे कैसे पता सुहाग रात का किस ने बताया तुम्हे?
भाभी मुझे मेरे फ्रेंड्स ने बताया था कि सुहाग रात लड़की के लिए सब से बड़ी और अच्छी रात होती है लेकिन भाभी आप की सुहाग रात तो नही हुई है ना?
भाभी : हां भाई शायद किस्मत में नही थी सुहाग रात इस लिए खैर कोई बात नही आगे और बहुत सारी रातें जो हैं.
भाभी सुहाग रात में क्या होता है मुझे बताएँ ना. अगर आप को नींद आ रही है तो सो जाएँ ये ना हो मैं आप को डिस्टर्ब कर रहा हूँ.
भाभी : नही भाई मुझे बिल्कुल नींद नही आ रही है मुझे तो अच्छा लग रहा है तुम से बातें करने में शुक्र है तुम उठ गये वरना में बोर होती रहती.
अच्छा फिर बताओ ना सुहाग रात में क्या होता है?
भाभी : भाई सच तो ये है मुझे भी नही पता हां आंटी ने इतना कहा था कि तुम्हारा हज़्बेंड जो कहे करने देना मना नही करना अब पता नही क्या होता है सुहाग रात में.
भाभी मुझे पता है क्या मैं बताऊ आप को?
भाभी : सच मे तुम्हे पता है? हां बताओ ना प्लीज़ फिर जब इमरान आ जाएँगे तो मुझे आसानी होगी क्योंकि सब पता होगा मुझे.