hotaks444
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वर्तमान में
फोन के घनघनाने की आवाज से अजय का ध्यान टूटा और साथ ही चम्पा का भी ..
अजय ने अपने फोन को अजीब निगाह से देखा
“साला यंहा तो टॉवर ही नही मिलता और आज जब इतनी इंटरेस्टिंग कहानी सुन रहा हु तो पता नही कहा से फोन आ गया “
अजय ने फोन काट कर फिर से चम्पा की ओर देखा
“तुम्हे ये सब कहानी लग रही है ,जाओ मैं कुछ नही बताती “
“अरे मेरी जान मेरा मतलब वो नही था ,मैं जानता हु की ये सब सच में हुआ था ..”
तभी फोन फिर से बजा ,अजय ने उसे उठा लिया
“क्या जी सर “वो अब खड़ा हो चुका था
“जी जी जी सॉरी सर जी सर…”
उसने फोन काटा
“इसकी मा की “
“क्या हुआ ??”चम्पा के चहरे में एक डर आ गया
“कुछ नही बस साली मोंगरा ने फिर से एक कांड कर दिया ..”
“क्या हुआ …???”
“SP साहब का फोन था,विक्रांत की बीवी को मार दिया गया है जो की शहर में रह रही थी ,”
“नही बुआ …”चम्पा खड़ी हो गई उसके आंखों से आंसुओ की धार टपकने लगी
“बुआ ????? विक्रांत ठाकुर की पत्नी यानी कनक “
चम्पा ने हा में सर हिलाया
“कैसे “
“अभी कुछ नही बता सकती आप जल्दी जाओ ..और ये काम मोंगरा का नही हो सकता वो बुआ से बहुत ही प्यार करती थी ,ये काम जरूर ठाकुर ने किया होगा “
वो सुबक रही थी ,
“मोंगरा ठाकुर को कभी नही छोड़ेगी “
चम्पा ने सुबकते हुए ही कहा ,कुछ देर के लिए अजय बस उसे देखता ही रह गया ……
*************
शहर का थाना प्रभारी जांच में जुटा हुआ था ,अजय के जाते ही पहले उसने उसे पकड़ लिया ,
“अबे यंहा इतना बड़ा कांड हो गया तू अभी आ रहा है ..”
“अरे सर मुझे जैसे ही पता चला मैं दौड़ा चला आया ,लेकिन ये तो आपके एरिये का केस है मुझे क्यो बुलाया “
“क्योकि वो डकैत तो तेरे एरिये की है ,और जमीदार साहब ने इस्पेसल तुझे बुलवाया है …जल्दी जा साहब भड़के हुए है “
अजय को पहले तो सभी ने अजीब निगाह से देखा लेकिन जब ठाकुर ने उसे अपने पास बुलाया और उसके कन्धे पर हाथ रखा सभी की आंखे और भी फैल गई ..
“उसे पकड़ने की कितने करीब पहुचे ??”
ठाकुर का पहला प्रश्न था
“समझलीजिये साथ ही सोता हु “
ठाकुर ने अजय को अजीब निगाहों से देखा
“जब कालिया को आप अपने घर में ही नही पकड़ पाए तो थोड़ा धैर्य रखिये अभी अभी तो आया हु,थोड़ा समझने तो दीजिये ,इतने सालो में क्या हुआ ,कनक आखिर विक्रांत की बीवी कैसे बन गई ???”
प्राण के होठो में मुसकान आ गई
“लगता है तुम ये काम कर ही लोगे जिसके लिए तुम्हे बुलाया गया है,आज तक किसी को ये बात पता नही चल पाई थी की कालिया मेरे घर आता था,तुमने तो बहुत कुछ पता कर लिया “
अजय थोड़ा हंसा
“सब इसका कमाल है “
उसने नजर नीचे करके अपने पेंट की तरफ इशारा किया ,प्राण भी हँस पड़ा लेकिन फिर उसे ख्याल आया की वो कहा है ,प्राण अजय को ले कर थोडा दूर हट गया ..
“इसी के चक्कर में मेरे भाई ने उस रांड से शादी कर ली,साला मुझे मरना चाहता था आज देखो ,खुद की बीवी मरी पड़ी है और लड़कियों के जैसे रो रहा है…”
अजय ने उस ओर देखा एक अधेड़ आदमी सिसक रहा था साथ ही एक और लड़की थी जो उम्र चम्पा जितनी ही लग रही थी वो भी उससे लिपटे हुए रो रही थी,
“ये विक्रांत और उसकी बेटी है…”
“ह्म्म्म तो कनक को अपने मरवाया है ..”
अजय ने मुस्कुराते हुए प्राण की ओर देखा
प्राण के चहरे में भी मुस्कुराहट आ गई
“बहुत खूब तुम आदमी तेज हो ,साली बहुत तकलीफ दे रही थी,हवेली और जायजाद तो पहले ही छोड़ दिया था इन्होंने,भाई की खातिर इन्हें जिंदा भी रखा और यंहा घर भी दिया,इनकी बेटी को भी कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करवाया , लेकिन पता चला की इसने मोंगरा को शरण दिया था ,और वो यंहा रह कर मुझे मारने की प्लानिंग कर रही थी ,साला अब मेरे बेटे से नही रहा गया ,ठोक दिया साली को “
अजय ने फिर से उस लड़की की तरफ देखा ,बड़ी ही मासूम थी लेकिन आंखे लाल ..शायद रो रो कर या फिर गुस्से में ???
वो अजय को ही घूर रही थी ,जैसे उसे खा जाएगी ..
अजय ने तुरंत ही आंखे मोड़ ली ..
“मुझे इस लड़की के तेवर कुछ सही नही लग रहे “
अजय तुरंत ही प्राण से कह गया
“जानता हु,गुस्सा तो उसके खून में है,विक्रांत की बेटी जो है ..और जब उसकी मा का कातिल उसके सामने खड़ा हो तो गुस्सा तो उसे आएगा ही “
अजय चौका ..
“मतलब उसे पता है “
“इन दोनो के सामने ही तो मारा था ,लेकिन फिक्र मत करो कोई कुछ नही कहेगा,विक्रांत का एक छोटा बेटा भी है जो की होस्टल में रहता है और हमारी निगरानी में है ,बाकी तो तुम समझ ही गए होंगे “
अजय मन ही मन ठाकुर को गालियां देता है लेकिन चहरे में बस एक मुस्कान ले आता है ,और फिर से उस लड़की को देखता है ,उसे देखकर ही उसे आभस हो गया की कनक कितनी सुंदर रही होगी ,पतली दुबली सी लंबी लड़की बड़ी बड़ी आंखों वाली,दूध सी गोरी लेकिन अभी चहरा लाल था ,उसके तेवर से ही लग रहा था की वो कितनी गुस्सेल है,लेकिन फिर भी अजय को बहुत ही प्यारी लगी,उसकी साली जो थी …
प्राण अजय को देखता रहा
“क्या हुआ लड़की भा गई क्या “
अजय बुरी तरह से झेंपा
“फिक्र मत कर अगर मेरा काम कर दिया तो दोनो तेरे “
“दोनो ???”
“हा तेरी चम्पा और ये साली रांड की औलाद भावना ,रखैल बना कर रख लेना दोनो को ..”
‘भावना ‘अजय ने मन में ही दोहराया ,लेकिन उसे प्राण पर गुस्सा भी आया ,क्योकि भावना रिश्ते में उसकी बेटी जैसे थी …
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अजय ने अपने फोन को अजीब निगाह से देखा
“साला यंहा तो टॉवर ही नही मिलता और आज जब इतनी इंटरेस्टिंग कहानी सुन रहा हु तो पता नही कहा से फोन आ गया “
अजय ने फोन काट कर फिर से चम्पा की ओर देखा
“तुम्हे ये सब कहानी लग रही है ,जाओ मैं कुछ नही बताती “
“अरे मेरी जान मेरा मतलब वो नही था ,मैं जानता हु की ये सब सच में हुआ था ..”
तभी फोन फिर से बजा ,अजय ने उसे उठा लिया
“क्या जी सर “वो अब खड़ा हो चुका था
“जी जी जी सॉरी सर जी सर…”
उसने फोन काटा
“इसकी मा की “
“क्या हुआ ??”चम्पा के चहरे में एक डर आ गया
“कुछ नही बस साली मोंगरा ने फिर से एक कांड कर दिया ..”
“क्या हुआ …???”
“SP साहब का फोन था,विक्रांत की बीवी को मार दिया गया है जो की शहर में रह रही थी ,”
“नही बुआ …”चम्पा खड़ी हो गई उसके आंखों से आंसुओ की धार टपकने लगी
“बुआ ????? विक्रांत ठाकुर की पत्नी यानी कनक “
चम्पा ने हा में सर हिलाया
“कैसे “
“अभी कुछ नही बता सकती आप जल्दी जाओ ..और ये काम मोंगरा का नही हो सकता वो बुआ से बहुत ही प्यार करती थी ,ये काम जरूर ठाकुर ने किया होगा “
वो सुबक रही थी ,
“मोंगरा ठाकुर को कभी नही छोड़ेगी “
चम्पा ने सुबकते हुए ही कहा ,कुछ देर के लिए अजय बस उसे देखता ही रह गया ……
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शहर का थाना प्रभारी जांच में जुटा हुआ था ,अजय के जाते ही पहले उसने उसे पकड़ लिया ,
“अबे यंहा इतना बड़ा कांड हो गया तू अभी आ रहा है ..”
“अरे सर मुझे जैसे ही पता चला मैं दौड़ा चला आया ,लेकिन ये तो आपके एरिये का केस है मुझे क्यो बुलाया “
“क्योकि वो डकैत तो तेरे एरिये की है ,और जमीदार साहब ने इस्पेसल तुझे बुलवाया है …जल्दी जा साहब भड़के हुए है “
अजय को पहले तो सभी ने अजीब निगाह से देखा लेकिन जब ठाकुर ने उसे अपने पास बुलाया और उसके कन्धे पर हाथ रखा सभी की आंखे और भी फैल गई ..
“उसे पकड़ने की कितने करीब पहुचे ??”
ठाकुर का पहला प्रश्न था
“समझलीजिये साथ ही सोता हु “
ठाकुर ने अजय को अजीब निगाहों से देखा
“जब कालिया को आप अपने घर में ही नही पकड़ पाए तो थोड़ा धैर्य रखिये अभी अभी तो आया हु,थोड़ा समझने तो दीजिये ,इतने सालो में क्या हुआ ,कनक आखिर विक्रांत की बीवी कैसे बन गई ???”
प्राण के होठो में मुसकान आ गई
“लगता है तुम ये काम कर ही लोगे जिसके लिए तुम्हे बुलाया गया है,आज तक किसी को ये बात पता नही चल पाई थी की कालिया मेरे घर आता था,तुमने तो बहुत कुछ पता कर लिया “
अजय थोड़ा हंसा
“सब इसका कमाल है “
उसने नजर नीचे करके अपने पेंट की तरफ इशारा किया ,प्राण भी हँस पड़ा लेकिन फिर उसे ख्याल आया की वो कहा है ,प्राण अजय को ले कर थोडा दूर हट गया ..
“इसी के चक्कर में मेरे भाई ने उस रांड से शादी कर ली,साला मुझे मरना चाहता था आज देखो ,खुद की बीवी मरी पड़ी है और लड़कियों के जैसे रो रहा है…”
अजय ने उस ओर देखा एक अधेड़ आदमी सिसक रहा था साथ ही एक और लड़की थी जो उम्र चम्पा जितनी ही लग रही थी वो भी उससे लिपटे हुए रो रही थी,
“ये विक्रांत और उसकी बेटी है…”
“ह्म्म्म तो कनक को अपने मरवाया है ..”
अजय ने मुस्कुराते हुए प्राण की ओर देखा
प्राण के चहरे में भी मुस्कुराहट आ गई
“बहुत खूब तुम आदमी तेज हो ,साली बहुत तकलीफ दे रही थी,हवेली और जायजाद तो पहले ही छोड़ दिया था इन्होंने,भाई की खातिर इन्हें जिंदा भी रखा और यंहा घर भी दिया,इनकी बेटी को भी कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करवाया , लेकिन पता चला की इसने मोंगरा को शरण दिया था ,और वो यंहा रह कर मुझे मारने की प्लानिंग कर रही थी ,साला अब मेरे बेटे से नही रहा गया ,ठोक दिया साली को “
अजय ने फिर से उस लड़की की तरफ देखा ,बड़ी ही मासूम थी लेकिन आंखे लाल ..शायद रो रो कर या फिर गुस्से में ???
वो अजय को ही घूर रही थी ,जैसे उसे खा जाएगी ..
अजय ने तुरंत ही आंखे मोड़ ली ..
“मुझे इस लड़की के तेवर कुछ सही नही लग रहे “
अजय तुरंत ही प्राण से कह गया
“जानता हु,गुस्सा तो उसके खून में है,विक्रांत की बेटी जो है ..और जब उसकी मा का कातिल उसके सामने खड़ा हो तो गुस्सा तो उसे आएगा ही “
अजय चौका ..
“मतलब उसे पता है “
“इन दोनो के सामने ही तो मारा था ,लेकिन फिक्र मत करो कोई कुछ नही कहेगा,विक्रांत का एक छोटा बेटा भी है जो की होस्टल में रहता है और हमारी निगरानी में है ,बाकी तो तुम समझ ही गए होंगे “
अजय मन ही मन ठाकुर को गालियां देता है लेकिन चहरे में बस एक मुस्कान ले आता है ,और फिर से उस लड़की को देखता है ,उसे देखकर ही उसे आभस हो गया की कनक कितनी सुंदर रही होगी ,पतली दुबली सी लंबी लड़की बड़ी बड़ी आंखों वाली,दूध सी गोरी लेकिन अभी चहरा लाल था ,उसके तेवर से ही लग रहा था की वो कितनी गुस्सेल है,लेकिन फिर भी अजय को बहुत ही प्यारी लगी,उसकी साली जो थी …
प्राण अजय को देखता रहा
“क्या हुआ लड़की भा गई क्या “
अजय बुरी तरह से झेंपा
“फिक्र मत कर अगर मेरा काम कर दिया तो दोनो तेरे “
“दोनो ???”
“हा तेरी चम्पा और ये साली रांड की औलाद भावना ,रखैल बना कर रख लेना दोनो को ..”
‘भावना ‘अजय ने मन में ही दोहराया ,लेकिन उसे प्राण पर गुस्सा भी आया ,क्योकि भावना रिश्ते में उसकी बेटी जैसे थी …
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