राहुल आज जल्दी कॉलेज की और जा चुका था, और बाकी सब डाइनिंग टेबल की और जाने लगे। खाने के वक्त आशा और रमोला गौर से उन तीन तीन नटखट लड़कियों को देखी जा रही थी, रिमी, नमिता और रेवती, जो पूरी तरह थकी हुई नज़र आ रही थीं। सच में, जो कुछ भी हुआ था कमरे में, अंदाज़ा लगाया जा सकता था के काफी हद तक थकावट होना लाजमी था। खैर, भूख तो इन तीनों को काफी लगी थी, और खास करके रेवती, जो अभी भी मानसिक दौर पे उत्तेजित थी। बार बार वोह चमच को एक अनदेखा सा लिंग समाझकर टटोल रही थी, और इस बरताव से दोनों रिमी और नमिता मुस्कुरा उठे। बात कुछ इस तरह थी के, अभी भी रेवती की खयालों में रिमी की कहीं बातें गूंज रही थी "उंगली और तगड़ी होती तो!"
इन शब्दो को याद करती हुई, बार बार वोह उस चमच को उंगलियों में उलझने लगी, उससे खेलने लगी। उसके यह हरकत को देखकर रमोला बोल परी "अरे, क्या हुआ? क्या देख रही ऐसे चमच के साथ?" रेवती सच में मानो कोई उधेड़बुन में उलझी थी, और बस अपने मा की और देखकर मुस्कुराई। लेकिन पास में ही बैठी यशोधा देवी गौर से अपनी इस प्यारी पोती को देखे जा रही थी, और यह भी देख रही थी के किस अंदाज़ में वोह चमच के साथ खेल रही थी। ताजुरबेदार तो वोह इतनी थी के बीन लिफाफा खोले, चिट्ठी भांप लेती थी, और अपने पोती की खुफिया इरादों को भी जान गई थी।
अपने बहू के तरफ देखकर, यशोधा प्यार से बोली "अरे, रमोला, खेलने दे उसे, इस उम्र में इन सब करियो में अलग ही लुफ्त मिलती है, क्यों मेरी बच्ची?" रेवती की और देखकर वोह इस अंदाज़ में बोली, के दादी की बातो से बहुत शरमा जाती है वोह। सुर्ख लाल गाल लिए, वोह नॉरमल अंदाज़ में चमच से खाने लगती है। उसके यह हरकत देखकर, नमिता और रिमी एक दूसरे को आंख मारने लगी। रिमी खास करके खुद काफी शरारती अंदाज में थीं आज "आज नमिता दीदी ने जम के रेवती दी कि क्लास ली थी, बेचारी बहुत थक चुकी है!"।
आशा परोसते हुए अपने छोटी बेटी को डांट दि "अब बस भी करो! कया लगाया रखी है! दीदी को खाने भी तो दो!"। तभी वकालत करती हुई
यशोधा बोल परी "अरे बहू रहने दो, बात में तो वैसे बहुत दम है! वैसे, देखा जाए तो चमच से खेलने का ही उम्र है, तू भी खेली थी, में भी तो अपने वक्त में" इतना करके वहीं सबके सामने यशोधा देवी एक लंबी अंगराई लेती है, बेशर्मी से। इनकी यह हरकत देखकर, आशा अपनी हाथ को मु पे रख देती है, और मन ही मन सोचने लगी "हाय री! यह घर ही बदल रहा है धीरे धीरे", लेकिन सच पहुंचिए तो चोर सबके मन में बराबर थी।
दादी के शब्दो से, रमोला भी खिलखिला उठी, पता नहीं क्यों, रेवती की और देखकर, उसके मुंह से ऐसे ही निकल गई "अरे चमच से क्या होगा बेटी! कड़ाई वगेरह भी हाथ में लेकर देख, मज़ा आता है", यह कहते वक्त कुछ अजीब सा खुमारी थी उसकी चेहरे पर, और यह थी राहुल की चुदाई के वजह से। रेवती बार बार अपनी मा की ऐसी स्तिथि देख रही थी, औरे उसे लगा कुछ तो बात है के मा और दादी, दोनों ऐसी अजीब हरकते क्यों कर रही थी।
खैर, खाने के बाद अब के सब अपने अपने कमरे में विराजमान हुए और वहा कॉलेज में राहुल बार बार वहीं वीडियो देख रही थी जिसमे नमिता, रिमी और रेवती, टेनो का लीला चल रही थी। बात यह था, के नमिता ने खुफिया तौर पे सारे के सारे लम्हे को रिकॉर्ड की थी अपनी फोन कैमरा से, दूर शेल्फ पे रखकर। इस बात का ना तो रिमी को पता थी, और ना ही रेवती को। उभरे हुए लिंग लिए वोह बार बार उसी क्लिप को देखे जा रहा था, के तभी दूर से आती है मीनल।
मीनल : जनाब क्या देखे जा रहे हों?
राहुल : (हड़बड़ाकर फोन से क्लिप क्लोज करके) कुछ नहीं... नहीं बस ऐसे ही! तुम कब अाई??
मीनल : बरसो होगाए! तुम तो देखना भी भूल गए मुझे!
मीनल झूठ मूठ की रूठ गई थी राहुल से। लेकिन सच तो यह थी के आज वोह कयामत लग रही थी लाल रंग की टॉप और काली जीन्स जो खुद हद तक स्किन टाईट थी। और यह राहुल भला कैसे ना देखता। वोह सीधा मीनल को बाहों में लेकर, उसके रस भरे होंठो को चूमने लग जाता है। बदले में मीनल भी भरपूर साथ देने लगी। मीनल जो प्यार से राहुल को चूमे जा रही थी, आज अचानक से हुआ यूं के उसकी हाथ नीचे जाती हुई राहुल के हाथ पकड़े सीधे अपनी सुडौल गांड़ पर रख देती है। यह पहली बार हुआ था के मीनल ने यह नियोता दिया था उसे।
इस बात से बहुत खुश होता हुआ राहुल भी उस गांड़ के आकार को जीन्स के उपर से ही महसूस करने लग गया और बहुत प्यार से मसलने लग जाता है उसे। अब उंगली से सीधे हाथ को खींचना तो इंसान की फितरत थी! गांड़ से हाथ जब उपर होते होते स्तन की और जाने लगा तो फौरन मीनल रोक देती है, अलग होकर "नो! सोरी मिस्टर! इतनी जल्दी भी नहीं!"। राहुल समझ गया था के मीनल के कदम धीरे धीरे ही बढ़ेंगे, लेकिन जल्दी तो उसे भी नहीं था, और होगा भी क्यों! जो माहौल अब उसके घर में था, वोह तो बस काफी था राहुल के लिए।
दोनों पार्क के एक कोने में बैठे रहे। राहुल गौर कर रहा था के मीनल कुछ ज़्यादा ही खुश थीं। उसने उसके हाथ अपने हाथ में लिए और चूम लिया "क्या बात है? कुछ ज़्यादा ही खुश लग रही हो?"। इस सवाल पर मीनल ने फौरन उसे गले लगा ली "खुश तो मै हूं ही! मा खुद हमारी शादी को लेकर बहुत खुश है!! क्या तुम्हारे घर में.."। राहुल ने फिर से वोह हाथ चूम की "बिल्कुल! मा भी राज़ी है!"। राहुल मुस्कुरा ही रहा था के उसे मीनल अचानक टोक देती है "वैसे तुम फोन पे इतने गौर से क्या देख रहे थे?", यह सुनके राहुल पसीना पसीना हो गया और हड़बड़ाकर "नहीं कुछ खास नहीं... बस ऐसे ही", लेकिन मीनल कहां मानने वाली थी "डोंट लाई! शो मी!"। राहुल मीनल की और देखकर, नज़रें झुकाए स्क्रीन को उसकी तरफ दिखने लगा।
स्क्रीन की और देखकर मीनल की आंखे चौड़ी हो गई और दिल जोरों से धड़क उठी।
राहुल के फोन पे एक क्लिप थी जहा मीनल बारिश का मज़ा लिए हुए एक प्यारी सी पोज में खड़ी थीं, जुल्फे भीगे भीगे और हाथ छत्री के बगैर। जी हां! यही वोह क्लिप थी जो इस वक्त मीनल देख रही थी राहुल के फोन पे। खुशी से वोह शरमा गई "यह कब लिया तुमने!?"। राहुल ने फिर से जोड़ दिए और कुछ कहने, या सुनने की जरूरत नहीं थी।
दोनों फिर यहां वहा के बाते करने लग गए और हाथ में हाथ डाले शाम भी हो गया।
......
वहा दूसरे और, घर पे रेवती की मन पड़ाईं पे बिल्कुल भी नहीं लग रही थी, उसकी यह दशा देखकर नमिता और रिमी, दोनों उसके आजू बाजू बैठ जाते है। नमिता की हाथ में एक लैपटॉप थी और रिमी भी कुछ ज़्यादा ही मुस्कुरा रही थी "बहुत हो गया पड़ाई रेवती दी! चलो इट्स गर्ल्स हैव फन टाइम!!"। नमिता भी साथ देने लगी "बिल्कुल! चलो मज़े करते है!" इतना कहना था के वोह लैपटॉप पे एक वेबसाइट पर जाती है, जो पॉर्न साइट थी। पोर्न साइट पे आते ही, कुछ क्लिप्स दिख गए, जिसे देख रेवती की सांसे तेज़ हो गई "दीदी यह तो..."।
"उफ़ चुप भी हो जा! और चल मज़े लेते है!" नमिता जान बूझकर एक पुरुष स्त्री की क्लिप चला लेती है जहा पहले तो वोह लड़की उस पुरुष के लिंग को ३चूस रही थी। यह घिनौनी चीज देखकर रेवती को कुछ अजीब लगने लगी "छी! यह सब क्या है दीदी???" हैरानी से वोह नमिता की और देखने लगी, तो रिमी उसकी कमर पर चीकोटी मारने लगी "अरे दी! एन्जॉय करो, देखो उस लड़की की और, जैसे लोलीपोप की तरह (होंठ को कान की और लेजाकर) चूस रही है!"। रेवती कुछ बोलने ही वाली थी के उसकी कमर की दूसरे और नमिता
चीकोटी मारने लगीं "अरे गौर से देख! क्या कर थी है तू! इट्स ओके टू सी!" रेवती हैरानी से अपने दीदी कि और देख रही थी, और फिर ना चाहते हुए भी, उसकी नज़रे बार बार उस क्लिप में लड़की की चुसाई की और जाने लगी।
गौर से अब तेनों उस क्लिप में जैसे खो गए। वोह लड़की लड़के के लिंग को दिल से एैसे चूस रही थी, के मानो खा ही जाएगी अभी के अभी, और केवल इतना ही नहीं, चूसती हुई वोह कमेरा की और भी देख रही थी, कुछ हद तक ऐसा लगा रेवती को, के मानो वोह लड़की मुंह में लीग को लिए उसे ही देख रही हो। उसके आजू बाजू बैठी रिमी और नमिता उसे और उकसाने में लग गई।
नमिता : मस्त है ना रेव?
रिमी : कितना मोटा और बड़ा लिंग है ना!
नमिता : मेरी..... उंगली से कहीं ज़्यादा तगड़ी है ना!
रिमी : रेवती दी! (मासूम बनकर) वोह लड़की है ना! आप से कुछ कहना चाहती है!! देखो तो, कब से आप को ही देखे जा रही है!!!!
नमिता : (और आग देती हुई) मुझे तो लगती है के वोह तेरे साथ यह शेयर करना चाहती है, क्यों रिमी!
रिमी : हम्म! आई थिंक सो टू!
बीच में बैठी रेवती की तो मानो जैसे हालात खराब हो रही थीं। सच तो यह थी के उसकी नज़रें उस लड़की से हट ही नहीं रहे थे। चुसाई के आवाज़ रेवती की कानो में मानो शहद घोल रहे हो। बार बार वोह नज़रे हटाने की कोशिश करती रही क्लिप में से, लेकिन फिर उतनी ही बार, वोह फैल होने लगी। यह इंसान की प्रक्कृत थीं के ऐसी कामुक दृश्य को अनदेखा नहीं किया जा सकता था। जहा रिमी और नमिता प्राय दो दो बार भोगे जा चुके थे राहुल से, वहा रेवती अभी भी बेजान बंजर ज़मीन थी, जिसपे राहुल ने अब तक हल नहीं चलाया था।
खैर, उस चुसाई के बाद अब बारी थी लड़के का, जो अब उस लड़की के स्तन को चूसने लग जाता है और वैसे वैसे लड़की फिर से कैमरा की और देखकर सिसकियां देने लगी, जिसका असर भी रेवती की मन में हो रही थी। बहुत उत्सुक और व्याकुल हो रही थी अब वोह। उसकी यह व्याकुलता को नमिता और रिमी भांप लेती है और पीठ के पीछे से, दोनों हाई फाइव करने लगे।
फिर क्लिप आगे जाते हुए, सीधे उस मोड़ पर अगया जब लड़का लड़की को चोदने वाला था। यह दृश्य देखकर रेवती की आंखे और चौड़ी हो गई, और सासें भी काफी तेज हो गई। दोनों बहनों ने उसके एक एक स्तन अपने हाथ में लिए और एक कस के दबाई दे दी, जिससे रेवती और सिसक उठी "ओह! दिस्ट्रब मत करो दीदी!" वोह खुद नहीं जानती थी के कितनी उत्सकुता से वोह उस क्लिप में खो चुकी थी, और जब लड़के ने लिंग को योनि में धकेला, तो एक कतरा इस रेवती की जांग पे फैल गई, उसके ट्रैकपंट के अंदर।
फिर धीरे धीरे चुदाई और गंभीर होता गया, इस बार रिमी और नमिता दो दो क्लिप के मज़े ले रहे थे। जहां एक तरफ क्लिप की चुदाई, वहा दूसरे तरफ उनके बीच बैठी रेवती, अपनी पैंट को नीचे किए हुए, अपनी योनि में उंगली किए जा रही थी लगातार। जैसे तैसे, उसे यह खुजली मिटानी थी, क्योंकि क्लिप में उस लड़की के मुंह से "आई फॅक मी!!!" उसे पागल कर रही थीं।
उस चुदाई के दौरान नमिता बार बार अपनी बहन को उकसाने लगी "उंगली से तगड़ी है ना?"। रेवती अपनी उंगली को मगन रखती हुई केवल प्यार से से हिलाई। दोनों, नमिता और रिमी खुश थे, के अब राहुल के चंगुल ने रवति को लाना कोई बड़ी बात नहीं होगी।
__________