hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
"धत्त" मैं क्या बोलती.
कस के उन्होने मुझे भी अपनी बाहों मे बाँध लिया और कस कस के मेरी पलको, होंठो को चूमते हुए बोले,
"मुझे तुमसे कुछ कहना है.. "
"मुझे भी कुछ कहना है"मैं भी हल्के से चूमती बोली.
"पहले आप. "
"पहले आप. "
"पहले आप. पहले आप कहते कही गाड़ी ने छूट जाय तो चलो मैं ही बोलता हू. "वो बोले. तुम्हारी दो बुराया बुरा तो नही मनोगी पहले मैं सहम रहा था कि.. लेकिन अब हम आपस मे घुल मिल गये है तो अगर तुम कहो. "वो बोले.
"बोलिए ना.. "मेने कह तो दिया. कौन सी बात, मैं एकदम सहम गयी थी.
"तुम्हारे लिए जिंदगी भर की परेशानी की बात है लेकिन शुरू मे कह दे तो अच्छा रहता है है ना. "वो गमभीरता से बोले.
मैं चुप सहमी उनकी बात का इंतजार करती रही. और वो इंतजार करते रहे. थोड़ी देर बाद बोले,
"पहली बात तो ये तुम बहुत अच्छी हो. खैर इसमे परेशानी की कोई बात नही परेशानी ये है कि तू मुझे बहुत बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती है. जबसे तुम्हे देखा है बस मन करता है कि.. तुम मेरे पास रहो मैं तुम्हे देखता रहू, और तुम्हारी ज़ुल्फो से खेलता रहू (मेरे खुले लंबे गेसुओ मे उंगली डाल के वो रुके,
थोड़ा और हिम्मत जुटाई और बोले), तुम्हारे होंठो को चूमता रहू, तुम्हारे इन रसीले उरोजो को"(आगे बोलने की हिम्मत वो नही जुटा पाए लेकिन उनके हाथो ने मेरी 'चुनमुनिया' को दबोच के बता दिया. ) वो कुछ देर तक मुझे चूमते रहे और कस के मेरे कुछ सहलाते रहे, फिर मुझेसे अचानक उन्होने पूछा,
"तुम्हे मालूम है मेरी उमर.. "
"हाँ 23 साल होने वाली है"
उन्होने मेरे सामने अपना दाया हाथ बढ़ा के बोले,
"ज़रा मेरी जीवन रेखा देखो"मैं तो एक दम घबडा गई, हे क्या बात है. मम्मी की तरह मेने भी देव पीर मना डाले. और जब मेने हिम्मत कर हाथ पे नज़र डाली,
खूब लंबी, मोटी और बिना किसी कट पीट के स्वस्थ और लंबे जीवन की पाइचायक..
"ठीक तो है मैने चिंतित स्वर मे बोला.
"यही तो परेशानी है मेरी आयु बहुत लंबी है और मुझे कोई रोग सॉक नही होने वाला है. "
"ये तो अच्छी बात है.. आप को मेरी उमर लग जाय. आप को क्यो कुछ हो. "उन्हे बाहों मे भर के मैं बोली.
"नही परेशानी की बात तुम्हारे लिए है. तुम इतनी अच्छी लगती हो कि तुम्हे प्यार किए बिना मेरा मन नही मानता. एक बार करता हू तो मन करता है कि फिर दुबारा. मैं कम से कम 73 साल तक यानी अगले 50 साल तक तो तुम्हे इसी तरह प्यार करूँगा. अगर साल मे 300 दिन जोड़ो, 5 दिन तुम्हारी मासिक छुट्टी के काट के भी, तो अगले 50 साल मे पंद्रह हज़ार दिन"और ये कहते हुए उनके हाथ कस कस के मेरे जोबन का मर्दन कर रहे थे और उनकी एक उंगली भी मेरी योनि मे घचघाच जा रही थी, उनका इरादा बताते हुए. फिर हल्के से मेरे रसीले होंठो को काटते हुए उन्होने अपनी बात जारी रखी, तो अगर मैं 4 बार रोज करूँ तो साथ हज़ार बार यानी कम से कम पचास हज़ार बार, ये तुम्हारे अंदर"
"अपना अब फिर से पूरी तरह उत्थित लिंग को मेरी नितंबो के बीच उचकाते उन्होने बात पूरी की, "तो कम से कम पचास हज़ार बार तो मैं तुम्हे कच कचा के प्यार करूँगा ही. "झूठ झूठ झूठे कही के. मेने सोचा. चार बार कैसे, पिछले 24 घंटे मे 7 बार ये 'कर'चुके है और ये तो अभी शुरुआत है. तो फिर 50 हज़ार बार कैसे, एक लाख से भी ज़्यादा होगा. लेकिन मुझे क्या, मेरी भी तो यही हालत है,. एक बार वो करते है तो फिर मन करता है दुबारा लेकिन ये बात मैं कैसे कहती, मेने उसी तरह कहा जिस तरह कह सकती थी. अपनी देह की भाषा मे.
मेने कस के अपने नितंबो से उनके ठोकर दे रहे खड़े, फनफंाते लिंग को दबा के इशारा किया कि मैं तैयार हू. मेरे योनि ने खुद को उनकी उंगली पर सिकोड लिया और अपने मादक उरोज उनके चौड़े सीने से दबाते, कस के मेने उनके होंठो पे एक चुम्मि ले ली. मुझे कस के चूम के बोले,
कस के उन्होने मुझे भी अपनी बाहों मे बाँध लिया और कस कस के मेरी पलको, होंठो को चूमते हुए बोले,
"मुझे तुमसे कुछ कहना है.. "
"मुझे भी कुछ कहना है"मैं भी हल्के से चूमती बोली.
"पहले आप. "
"पहले आप. "
"पहले आप. पहले आप कहते कही गाड़ी ने छूट जाय तो चलो मैं ही बोलता हू. "वो बोले. तुम्हारी दो बुराया बुरा तो नही मनोगी पहले मैं सहम रहा था कि.. लेकिन अब हम आपस मे घुल मिल गये है तो अगर तुम कहो. "वो बोले.
"बोलिए ना.. "मेने कह तो दिया. कौन सी बात, मैं एकदम सहम गयी थी.
"तुम्हारे लिए जिंदगी भर की परेशानी की बात है लेकिन शुरू मे कह दे तो अच्छा रहता है है ना. "वो गमभीरता से बोले.
मैं चुप सहमी उनकी बात का इंतजार करती रही. और वो इंतजार करते रहे. थोड़ी देर बाद बोले,
"पहली बात तो ये तुम बहुत अच्छी हो. खैर इसमे परेशानी की कोई बात नही परेशानी ये है कि तू मुझे बहुत बहुत बहुत बहुत अच्छी लगती है. जबसे तुम्हे देखा है बस मन करता है कि.. तुम मेरे पास रहो मैं तुम्हे देखता रहू, और तुम्हारी ज़ुल्फो से खेलता रहू (मेरे खुले लंबे गेसुओ मे उंगली डाल के वो रुके,
थोड़ा और हिम्मत जुटाई और बोले), तुम्हारे होंठो को चूमता रहू, तुम्हारे इन रसीले उरोजो को"(आगे बोलने की हिम्मत वो नही जुटा पाए लेकिन उनके हाथो ने मेरी 'चुनमुनिया' को दबोच के बता दिया. ) वो कुछ देर तक मुझे चूमते रहे और कस के मेरे कुछ सहलाते रहे, फिर मुझेसे अचानक उन्होने पूछा,
"तुम्हे मालूम है मेरी उमर.. "
"हाँ 23 साल होने वाली है"
उन्होने मेरे सामने अपना दाया हाथ बढ़ा के बोले,
"ज़रा मेरी जीवन रेखा देखो"मैं तो एक दम घबडा गई, हे क्या बात है. मम्मी की तरह मेने भी देव पीर मना डाले. और जब मेने हिम्मत कर हाथ पे नज़र डाली,
खूब लंबी, मोटी और बिना किसी कट पीट के स्वस्थ और लंबे जीवन की पाइचायक..
"ठीक तो है मैने चिंतित स्वर मे बोला.
"यही तो परेशानी है मेरी आयु बहुत लंबी है और मुझे कोई रोग सॉक नही होने वाला है. "
"ये तो अच्छी बात है.. आप को मेरी उमर लग जाय. आप को क्यो कुछ हो. "उन्हे बाहों मे भर के मैं बोली.
"नही परेशानी की बात तुम्हारे लिए है. तुम इतनी अच्छी लगती हो कि तुम्हे प्यार किए बिना मेरा मन नही मानता. एक बार करता हू तो मन करता है कि फिर दुबारा. मैं कम से कम 73 साल तक यानी अगले 50 साल तक तो तुम्हे इसी तरह प्यार करूँगा. अगर साल मे 300 दिन जोड़ो, 5 दिन तुम्हारी मासिक छुट्टी के काट के भी, तो अगले 50 साल मे पंद्रह हज़ार दिन"और ये कहते हुए उनके हाथ कस कस के मेरे जोबन का मर्दन कर रहे थे और उनकी एक उंगली भी मेरी योनि मे घचघाच जा रही थी, उनका इरादा बताते हुए. फिर हल्के से मेरे रसीले होंठो को काटते हुए उन्होने अपनी बात जारी रखी, तो अगर मैं 4 बार रोज करूँ तो साथ हज़ार बार यानी कम से कम पचास हज़ार बार, ये तुम्हारे अंदर"
"अपना अब फिर से पूरी तरह उत्थित लिंग को मेरी नितंबो के बीच उचकाते उन्होने बात पूरी की, "तो कम से कम पचास हज़ार बार तो मैं तुम्हे कच कचा के प्यार करूँगा ही. "झूठ झूठ झूठे कही के. मेने सोचा. चार बार कैसे, पिछले 24 घंटे मे 7 बार ये 'कर'चुके है और ये तो अभी शुरुआत है. तो फिर 50 हज़ार बार कैसे, एक लाख से भी ज़्यादा होगा. लेकिन मुझे क्या, मेरी भी तो यही हालत है,. एक बार वो करते है तो फिर मन करता है दुबारा लेकिन ये बात मैं कैसे कहती, मेने उसी तरह कहा जिस तरह कह सकती थी. अपनी देह की भाषा मे.
मेने कस के अपने नितंबो से उनके ठोकर दे रहे खड़े, फनफंाते लिंग को दबा के इशारा किया कि मैं तैयार हू. मेरे योनि ने खुद को उनकी उंगली पर सिकोड लिया और अपने मादक उरोज उनके चौड़े सीने से दबाते, कस के मेने उनके होंठो पे एक चुम्मि ले ली. मुझे कस के चूम के बोले,