Kamukta Story एक और कमीना - Page 13 - SexBaba
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Kamukta Story एक और कमीना

डॉली- सन्नी क्या हम ये सब ठीक कर रहे है


सन्नी- पहले करने तो दो फिर कहना ठीक किया कि नही


डॉली- मुझे नही आना तेरे पास


सन्नी- तो ठीक है मैं ही आ जाता हू और सन्नी उठ कर डॉली के पास उससे चिपक कर बैठ जाता है


डॉली अपने दोनो हाथो को अपनी जाँघो के बीच दबाए अपनी नज़रे नीचे किए रहती है और सन्नी जब उसके पास बैठ जाता है तो डॉली की साँसे हल्के-हल्के तेज होने लगती है और उसके दूध के निप्पल अपने आप बिना सन्नी के द्वारा कुछ किए हुए ही खड़े होने लगते है और उसकी चूत मे एक अजीब सा तनाव महसूस होने लगता है, सन्नी डॉली के पास बैठ कर उसके झुके हुए चेहरे को देखने लगता है और डॉली ना चाहते हुए भी अपनी नज़रो को नीचे झुकाए हुए सन्नी को नीचे देखते हुए भी देखने की कोशिश करने लगती है,


सन्नी अपनी गरम साँसे डॉली के कानो के पास छोड़ता है और डॉली के जिस्म के रोए खड़े होने लगते है, सन्नी धीरे से

अपने होंठो को डॉली की गर्दन पर रख देता है और उसकी गर्म साँसे डॉली को पागल करने लगती है, सन्नी के होंठ डॉली

के गले पर धीरे-धीरे हरकत करने लगते है, और डॉली अपनी आँखे बंद कर लेती है, सन्नी अपने हाथो से डॉली की बाँहो को पकड़ कर अपने सीने से लगा लेता है और डॉली एक मूर्ति की तरह उसके उपर टिक जाती है, सन्नी जैसे ही अपने हाथो को डॉली की तनी हुई मोटी चुचियो पर लगता है डॉली सन्नी से कस कर चिपक जाती है और फिर सन्नी डॉली को अपने

बदन से पूरी तरह चिपका कर उसकी पीठ सहलाने लगता है, डॉली सन्नी के सीने से चिपकी हुई गहरी-गहरी साँसे लेने लगती है और सन्नी डॉली के गालो को अपने होंठो से सहलाने लगता है, सन्नी डॉली के होंठो को अपने होंठो मई भर कर

उसका रस जैसे ही पीना शुरू करता है डॉली अपने आप को रोक नही पाती है और सन्नी के होंठो को बेतहाशा चूमने लगती

है,


सन्नी डॉली के मोटे-मोटे दूध को पकड़ कर कस कर दबाता है और डॉली का बदन ऐठने लग जाता है और वह सन्नी को कस कर अपने सीने से भींच लेती है और सन्नी डॉली के दूध मे अपना मूह भर कर उसके सीने से चिपक जाता है,


सन्नी- दीदी तुम मुझसे इस तरह क्यो चिपकी हुई हो, सन्नी की बात सुन कर जैसे डॉली को होश आता है और वह एक दम से सन्नी से अलग हो जाती है और उसका चेहरा शर्म से गुलाबी हो जाता है, सन्नी डॉली को देख कर मुस्कुराता हुआ,


सन्नी- दीदी मुझे लगता है कि अब तुम रात भर सो नही पाती होगी,


डॉली- सन्नी को मुस्कुरा कर देखती हुई, क्यो


सन्नी- क्यो कि जब जागती होगी तो मेरे बिना चैन नही आता होगा और जब सो जाती होगी तो मेरे सपने तुम्हे बेचैन करने लगते होंगे,


डॉली- तुझे क्या पता मुझे नींद आती है कि नही


सन्नी- ये तो तुम्हारी आँखे खुद बया कर रही है जिन्हे देख कर कोई भी कह सकता है कि तुम रात को ठीक से सोती नही हो


डॉली- क्यो क्या हुआ है मेरी आँखो को,


सन्नी- दीदी सच बताओ तुम ऐसा क्यो कर रही हो


डॉली- सन्नी को आँखे फाड़ कर देखती हुई, क्यो क्या कर रही हू मैं


सन्नी- दीदी अगर तुम्हे मेरे बिना नींद नही आती है तो आज से मैं रोज तुम्हारे उपर चढ़ कर, मेरा मतलब है तुम्हारे साथ सोउंगा,


डॉली - मुस्कुरा कर उसकी कोई ज़रूरत नही है, मैं जानती हू तू मेरे साथ रात को क्यो सोना चाहता है,


सन्नी- मुस्कुरा कर, हाँ तो बताओ क्यो सोना चाहता हू,


डॉली- शरमाते हुए, मुझे नही मालूम


सन्नी- दीदी मैं बताऊ


डॉली- सन्नी को आँखे दिखा कर, कोई ज़रूरत नही है


सन्नी- नही दीदी मैं बता ही देता हू


डॉली- अपने कानो को अपने दोनो हाथो से बंद करते हुए, अब तू बकता रह जो बकना है मुझे कुछ सुनाई नही देगा


सन्नी- दीदी आँखो से दिखाई तो देगा मैं तुम्हे वो बात तो इशारे से भी बता सकता हू


डॉली- अपनी आँखो को भी बंद करते हुए, अब बोल


सन्नी- डॉली के बिल्कुल करीब जाकर उसके होंठो को चूमते हुए उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और डॉली एक दम से अपनी आँखे खोल देती है,
 
सारिका कॉफी लेकर आती है और सन्नी के सामने बैठ जाती है, सन्नी उसकी गदराई जवानी को अपनी आँखो से पीते हुए

अपने होंठो से कॉफी पीने लगता है,


सारिका- सन्नी तुम जिम जाते हो क्या,


सन्नी- नही आंटी


सारिका- तो फिर तुम्हारी बॉडी इतनी सॉलिड कैसे है


सन्नी- मन मे सोचते हुए, ये तो लगता है कि चुदने के लिए मरी जा रही है इससे तो मुझे खुल के ही बात करना चाहिए,

अरे आंटी मैं घर पर ही थोड़ी वेर्जिस कर लेता हू,


सारिका- वाकई सन्नी तुम्हारी बॉडी तो बहुत ही कठोर दिखाई दे रही है, सारिका मन मे, तुम्हारा लंड कितना कठोर होगा


सन्नी- आंटी अगर आप बुरा ना माने तो एक बात कहु,


सारिका - हाँ, हाँ बेटे कहो


सन्नी- आंटी आपका फिगर भी बहुत ही अच्छा है


सारिका- क्या तुम्हे मेरा फिगर बहुत पसंद है,


सन्नी- आंटी मुझे आपके जैसी फिगर वाली औरते बहुत अच्छी लगती है,


सारिका- बेटे मैं तो तुम्हारी मम्मी की उमर की हू फिर तुम्हे मेरा फिगर क्यो अच्छा लगता है


सन्नी- आंटी मेरी मम्मी का फिगर भी मुझे बहुत अच्छा लगता है आक्च्युयली मुझे 40 के पार की औरतो का भरा हुआ

फिगर बहुत पसंद है


सारिका मुस्कुराते हुए, सन्नी के पास आकर बैठ जाती है और सन्नी का हाथ अपने हाथ मे लेकर,



सारिका- सन्नी मैं तो मॅक्सी मे हू फिर तुम्हे मेरा फिगर कैसे नज़र आ गया


सन्नी- सारिका के मोटे दूध को घूरता हुआ, आंटी मैने कई बार आप को दूसरी ड्रेस मे भी देखा है


सारिका- तो मैं कौन सी ड्रेस मे सबसे अच्छी लगती हू,


सन्नी- आंटी एक दिन मैने आप को केवेल पेटिकोट और ब्रा मे ड्रेस चेंज करते हुए देखा था, तब आप मुझे बहुत अच्छी लगी थी,


सारिका सन्नी के लंड के उभार को जो उसकी पेंट मे तंबू बनाए खड़ा था को देख कर मुस्कुराती हुई

सारिका- सन्नी तुमने मुझे अगर पेंटी और ब्रा मे देखा होता तो ऐसी बात नही करते


सन्नी- आंटी मेरा ऐसा नसीब कहाँ
 
सारिका- क्यो तुम मुझे ब्रा और पेंटी मे देखना चाहते हो


सन्नी- आंटी मैं तो आपको पूरी नंगी देखना चाहता हू


सारिका- तुम्हे अपने दोस्त की मम्मी से ऐसी बात करते हुए शरम नही आती,


सन्नी- आंटी मैं तो अपनी मम्मी को भी नंगी देखने मे नही शरमाता हू फिर आप तो मेरे दोस्त की मम्मी है मैं तो आप को चोद भी सकता हू,


सारिका- खड़ी होकर सन्नी तमीज़ से बात करो


सन्नी- सारिका के मोटे चुतडो को अपने हाथ से सहलाता हुआ, आंटी आप की इस गदराई गान्ड को देखकर तो मैं सब भूल जाता हू तो फिर मुझे तमीज़ कहाँ से याद रहेगी


सारिका- झूठे ही अपनी आँखे दिखाते हुए, सन्नी मैं तुम्हारी रोहन से शिकायत करूँगी,


सन्नी रोहन की मम्मी की मोटी गान्ड के छेद मे मॅक्सी के उपर से ही अपना हाथ भरते हुए आंटी एक बार अपनी गान्ड चटा दो उसके बाद तुम मुझे गोली भी मार दोगि तो मुझे परवाह नही, और सारिका की मॅक्सी उपर उठा कर उसकी मोटी गान्ड मे अपना मूह भर देता है,


सारिका जानबूझ कर अपनी टाँगे चौड़ी करके अपने आप को सोफे पर झुका कर अपनी गान्ड खोल कर उठा देती है और सन्नी छोड़ मुझे बदतमीज़ कही का, पर सन्नी सीधे उसकी गान्ड और फूली हुई चूत को फैला कर अपनी जीभ रोहन की मम्मी की चूत मे डाल देता है और सारिका आह, क्या कर रहा है कमिने छोड़ मैं तेरी मा समान हू,


सन्नी उसकी चूत को खूब कस-कस कर चूस्ता हुआ, आंटी ऐसी गदराई गान्ड और फूली हुई चूत मेरी मम्मी की होती तो मैं उसे भी रोज पूरी नंगी करके ऐसे ही उसकी चूत और गान्ड चाट -चाट कर लाल कर देता,


सारिका- आह बेटे ऐसा मत कर सन्नी, रोहन को पता चला तो वो क्या सोचेगा,


सन्नी लगातार सारिका की चूत को फैला-फैला कर चाटने लगता है और सारिका अब अपने दोनो घुटनो को सोफे पर टिका कर अपनी मोटी गदराई हुई गोरी गान्ड को पूरा उपर उठा देती है और सन्नी बहुत प्यार से रोहन की मम्मी की गान्ड के छेद को फैला-फैला कर चाटने लगता है, सन्नी कभी उसकी चूत मे मूह मारता है कभी उसकी गान्ड मे मूह मारता है,


सारिका-- आह, आह, सी...आहह...सी आहह सन्नी मत चाट अया आहह सन्नी और ज़ोर से आहह अहहा सन्नी मैं मर जाउन्गि रे और चाट आहह..आअहह....ओह


सन्नी तभी सन्नी सारिका को खड़ी करके उसकी पूरी मॅक्सी को एक झटके मे उसके गले से उतार देता है और सारिका का भारी गदराया हुआ गोरा बदन पूरा नंगा हो जाता है सन्नी उसके नंगे बदन को देख कर एक दम से उससे चिपक जाता है और उसके मोटे-मोटे दूध उसकी गोरी गदराई गान्ड और फूली हुई बुर को पागलो की तरह अपने हाथो से मसल्ने लगता है,



सारिका से रहा नही जाता है और वह सन्नी के लंड को उसकी पेंट के उपर से ही पकड़ कर मसल्ने लगती है, सन्नी उसकी बेताबी समझ कर जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो जाता है और जब सारिका उसके मोटे लंड को देखती है तो ज़मीन पर बैठ कर अपने मूह मे उसका पूरा लंड भर लेती है और उसे पागलो की तरह चूसने लगती है,


सन्नी सारिका का मूह अपने लंड से हटाकर सोफे पर लेट जाता है और सारिका को अपने उपर आने का इशारा करता है सारिका अपने मोटे चुतडो को सन्नी के मूह पर रख कर उसके उपर लेटते हुए उसके लंड को फिर से अपने मूह मे भर लेती है


और सन्नी उसकी मोटी गान्ड और फूली हुई बुर की गदराई फांको को खूब फैला-फैला कर चाटने लगता है, सारिका की चूत का गुलाबी छेद सन्नी चाट -चाट कर लाल कर देता है और सन्नी के मोटे लंड के टोपे को सारिका अपने मूह से चूस -चूस कर लाल कर देती है दोनो 69 की पोज़िशन मे एक दूसरे की चूत और लंड को चाट-चाट कर एक दूसरे का पानी निकाल -निकाल कर पीने लगते है, और तब तक एक दूसरे की चूत और लंड चाटते है जब तक कि वह चूत और लंड पानी छोड़ते रहते है, उसके बाद कुछ देर के लिए दोनो एक दूसरे के उपर पड़े-पड़े साँसे लेते रहते है फिर सारिका को सन्नी सीधा करके पूरी नंगी ही अपने उपर सुला लेता है और उसके गदराए बदन को हल्के-हल्के मसल्ते हुए सहलाने लगता है.
 
एक और कमीना--22





सारिका- सन्नी का लंड सहलाते हुए, तुम जानते हो सन्नी जब मैने तुम्हे पहली बार देखा था तब मुझे तुम्हारे लिए ऐसी

कोई भावना नही थी, तुम जानते हो मेरे मन मे ये सब चीज़ो के लिए चाहत कहाँ से पैदा हुई,


सन्नी- उसके मोटे दूध के निप्पल को अपनी उंगलियो से मसल्ते हुए, कहाँ से आंटी


सारिका- बेटा मुझे बिगाड़ने मे रोहन का ही हाथ है और उसने मुझे नेट पर राजशर्मा की गंदी कहानिया पढ़ने का शौक लगा दिया तब से मैं ज़्यादा सेक्सी हो गई और मुझे अपने बेटे से ही सेक्स करने मे ज़्यादा मज़ा आने लगा, पहले मैं रिश्तो को महत्व देती थी लेकिन रोहन ने मेरी मानसिकता को बदलने पर मजबूर कर दिया और फिर एक समय ऐसा आया जब मैं रीलेशन के उपर रह कर सोचने लगी और जब मैने तुम्हे देखा तो तुम्हारे बलिष्ठ शरीर को देख कर अचानक मेरे मन मे यह

ख्याल आ गया कि जब तुम्हारी बॉडी इतनी सख़्त है तो तुम्हारा लंड कितना तगड़ा होगा और मैं तुम्हारे लंड को देखने के

लिए तड़पने लगी, लेकिन मैं डर और संकोच के कारण कभी अपनी भावनाओ को बयान नही कर पाई,


सन्नी- सारिका को अपने उपर खीचता हुआ, आंटी जब वासना इंसान के उपर हावी होती है तो फिर उसे कोई रीलेशन नज़र नही आता बल्कि उसे रीलेशन मे सेक्स की कल्पना से और ज़्यादा कामुकता पैदा होने लगती है,


सारिका- पर बेटे तुम्हे यह पता नही होगा कि रोहन ने ही तुम्हे मेरे साथ करने के लिए ऑफर किया था,


सन्नी- आंटी मुझे आपके और रोहन के बारे मे सब पता है और मैं यह भी जानता हू कि रोहन भी यह जानता है कि आज

मैं यहाँ आकर उसकी मम्मी को ही चोदने वाला हू.


सारिका- सन्नी का मोटा लंड सहलाते हुए, सन्नी क्या तुमने भी अपनी मम्मी के साथ ये सब किया है,


सन्नी- नही आंटी मैं इतनी हिम्मत अपनी मम्मी के साथ नही कर सकता


सारिका- पर अभी तो तुम कह रहे थे कि तुम्हे अपनी मम्मी को नंगा देखने मे अच्छा लगता है,


सन्नी- हाँ यह तो मैने कहा था लेकिन मैने यह कब कहा कि मैने अपनी मम्मी को चोदा है,


सारिका- क्या तुमने अपनी मम्मी को नंगा देखा है,


सन्नी- कई बार


सारिका- तो क्या तुम्हारा मन अपनी मम्मी को चोदने का नही करता है


सन्नी- बहुत करता है, मुझे अपनी मम्मी का गदराया शरीर बहुत अच्छा लगता है पर मैं उसे चोद नही सकता,


सारिका- क्यो


सन्नी- क्यो कि मेरी मम्मी बहुत स्टिक है और उसके सामने मैं ऐसी बात भी अगर कह दूं तो वह मुझे मार डालेगी


सारिका- तो फिर तुम सेक्स का एंजाय कैसे करते हो,


सन्नी- आंटी आज आप के साथ पहली बार सेक्स करूँगा,


सारिका- पर तुमने जिस अंदाज मे मुझे चूमा और मेरी चूत को चाटा था उससे तो लगता था कि तुम एक मंझे हुए खिलाड़ी हो,
 
सन्नी- आंटी यह सब कौन सी बड़ी बात है यह सब तो मैने ब्लू फ़िल्मो से सीखा है


सारिका- मुस्कुराते हुए और क्या-क्या सीखा है फ़िल्मो से,


सन्नी- सारिका की फूली हुई चूत को सहलाते हुए, आंटी अभी सारा प्रॅक्टिकल आपके साथ करता हू ना और सारिका को अपनी बाँहो मे भर कर उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर दबाते हुए एक हाथ से उसकी मोटी गान्ड को सहलाने लगता है, सारिका सन्नी के मोटे लंड से खेलने लगती है और फिर सन्नी सारिका को सोफे पर लिटा कर उसकी चूत को दोनो जांघे फैला कर देखता है अपना मोटा लंड उसकी चूत मे उतार देता है, सन्नी सारिका को कस-कस कर चोद्ता रहता है तभी अचानक सन्नी के मोबाइल पर डॉली का कॉल आता है और सन्नी एक दम सारिका को चोद्ते हुए रुक जाता है और सोचने लगता है कि अभी दीदी से कैसे बात करू और अभी अगर बात किया तो आंटी भी है यहाँ पर सन्नी फोन काट देता है और सारिका को जल्दी- जल्दी चोदने लगता है, तभी सन्नी का मोबाइल फिर बज उठता है,


सारिका- सन्नी ये किसका फोन बार-बार आ रहा है,


सन्नी- कुछ नही आंटी एक दोस्त का है, और सन्नी फिर सारिका की चूत मारना शुरू कर देता है लगभग आधे घंटे तक

सारिका को चोदने के बाद सन्नी अलग होता है तभी उसके मोबाइल पर एक एसएमएस आता है जिसमे लिखा होता है आइ हेट यू सन्नी और वह एसएमएस डॉली का था,


सन्नी- आंटी मुझे जाना होगा एक अर्जेंट कॉल है,


सारिका- ठीक है सन्नी लेकिन टाइम निकाल कर आते रहना


सन्नी- ओके आंटी और सन्नी गेट के बाहर हो जाता है और अपनी बाइक उड़ा कर घर पहुच जाता है, सन्नी जब घर पहुचता है तो घर का दरवाजा अंदर से बंद होता है और सन्नी कॉल बेल बजाता है थोड़ी देर बाद डॉली आकर दरवाजा खोलती है और



डॉली- मेरा फोन क्यो काटा


सन्नी- मुस्कुरा कर, अरे दीदी दोस्त के साथ था सोचा बाद मे लगाता हू


डॉली- तुनक कर मैं जानती हू तू मुझसे झूठ बोल रहा है सच, सच बता कहाँ गया था,


सन्नी- ऑफ हो दीदी मैं तुमसे झूठ क्यो बोलूँगा


डॉली- सन्नी तू कोई ग़लत काम तो नही कर रहा है ना,


सन्नी- दीदी तुम भी क्या बात कर रही हो भला मैं क्या ग़लत काम करूँगा


डॉली- सन्नी का चेहरा गौर से देखती हुई, चल अंदर चल


सन्नी- चुपचाप अंदर जाता हुआ, दीदी तुम तो मुझ पर अभी से शक करने लगी


डॉली- कॉफी पिएगा


सन्नी- पिला दो


डॉली- ठीक है तू बैठ और मैं अभी तेरे लेए कॉफी ले कर आती हू


डॉली किचन मे जाते अपने मन मे सोचती हुई कही सन्नी किसी लड़की के चक्कर मे तो नही पड़ रहा है अगर इसने ऐसा

किया तो मैं इसे जान से मार डालूंगी, डॉली मन ही मन काफ़ी खफा नज़र आ रही थी,
 
उधर सन्नी सोचता है कही मेरे चेहरे पर कुछ लगा तो नही है मैं जल्दी से शीशे मे जाकर देखता हू ये तो बिल्कुल

मेरी बीबी की तरह मुझ पर शक करने लगी है कही मुझे पकड़ लिया होता तो शायद जान से ही मार डालती,


डॉली कॉफी लाकर आती है और सन्नी मुस्कुराता हुआ कॉफी ले लेता है, डॉली उसके सामने जाकर सोफे पर बैठ जाती है और सन्नी को घूर कर देखने लगती है, सन्नी डॉली को मुस्कुरा कर देखता हुआ आँख मार देता है,


डॉली- गुस्सा दिखा कर दिन भर मे कितनी लड़कियो पर तेरी ये आँखे चलती है,


सन्नी- डॉली को फ्लाइयिंग किस देते हुए दीदी कुछ जल रहा है क्या,


डॉली- मूह बना कर उसकी बात को समझते हुए, जले मेरी जूती.


सन्नी कॉफी का कप रख कर डॉली को देखता हुआ दीदी- मेरे पास आकर बैठो ना


डॉली- गुस्से मे क्यो मैं तेरी बीबी हू जो तेरी हर बात मान कर तेरे पास चिपक कर बैठू,


सन्नी खड़ा होकर डॉली के पास जाकर उसके सोफे पर बैठता हुआ डॉली के हाथ को अपने हाथ मे लेकर


सन्नी- मेरी प्यारी दीदी क्या मुझसे नाराज़ है


डॉली- अपना मूह बना कर, मैं कौन होती हू तुझसे नाराज़ होने वाली


सन्नी- डॉली के चेहरे को अपने हाथो मे भर कर दीदी एक बात कहु


डॉली- क्या


सन्नी- दीदी तुम गुस्से मे बहुत खूबसूरत लगती हो,


डॉली- मूह बनाते हुए सन्नी तू मेरी झूठी तारीफ करना बंद कर दे


सन्नी- दीदी अगर मैं झूठ बोलू तो भगवान अभी मेरी जान ले ले,


डॉली सन्नी की बात सुन कर उसके मूह पर अपना हाथ रख देती है और


डॉली- खबरदार अगर दुबारा ऐसी खराब बात अपने मुँह से निकाली तो,


सन्नी- डॉली का हाथ चूमते हुए, दीदी तुम ये अच्छी तरह जानती हो ना कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हू, आज मैं तुम्हे

एक बात और बता देता हू कि अगर तुम मुझे नही मिली तो या तो मैं पागल हो जाउन्गा या फिर अपनी जान दे दूँगा,


डॉली- सन्नी इंसान को इतना प्यार किसी से नही करना चाहिए


सन्नी- दीदी यह बात तुम अपने आप को समझाओ तो ज़्यादा बेहतर होगा,


डॉली- अपना सर झुकाते हुए, और फिर सन्नी को देख कर सन्नी कुछ बाते ऐसी होती है कि उन पर फ़ैसला लेना जिंदगी का सबसे मुश्किल काम होता है,


सन्नी- दीदी जब फ़ैसला ना लिया जा रहा हो तो उसे वक़्त पर छोड़ देना चाहिए,


डॉली- पर सन्नी कुछ बाते इंसान को बहुत तड़पाती है वह उन बातो के लिए कब तक वक़्त का इंतजार करेगा,


सन्नी- दीदी जब इंसान किसी चीज़ को वक़्त के हर लम्हे के साथ पाने की कोशिश करता है ना तो वह चीज़ खुद ब खुद उसको हासिल हो जाती है इसलिए तुम फिकर मत करो, अगर तुम कुछ चाहती हो जिसके लिए तुम्हारा दिल हर पल को गिनने लगता है तो समझो वह मंज़िल अब तुम्हारे बिल्कुल करीब है,


डॉली- मुस्कुरा कर चल छोड़ अब इन बातो को बहुत बड़ी-बड़ी बात करने लगा है, अब कुछ दूसरी बात कर


सन्नी- मुस्कुरा कर डॉली के सामने ही उसके मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ, कौन सी बात करू दीदी,


डॉली- सन्नी की नज़रो को अपने दूध पर महसूस करती हुई मुस्कुरा कर मार खाएगा,


सन्नी- दीदी मैने क्या किया है


डॉली- ज़्यादा भोला बनने की कोशिश मत कर


सन्नी- अच्छा दीदी भोला नही बनता बदमाश बन जाउ


डॉली- मुस्कुरा कर कोई ज़रूरत नही है, अच्छा सन्नी तुझे पता है कल क्या दिन है,


सन्नी- कुछ सोच कर, ज़रूर इसका बर्थ डे होगा, लड़किया अपने बर्थ डे होने पर कुछ इसी अंदाज मे पूछती है, दीदी कल का

दिन मैं कैसे भूल सकता हू,


डॉली- खुस होती हुई क्या तुझे सच मच याद है,


सन्नी- दीदी मैं तुम्हारा बर्थ डे कभी भूल सकता हू,
 
डॉली- मुस्कुरा कर मुझे लगा तुझे याद नही होगा, अच्छा सन्नी मेरे बर्थ डे पर मुझे क्या गिफ्ट देगा,


सन्नी- कुछ सोच कर, दीदी कल मैं तुम्हे ऐसा गिफ्ट दूँगा जो तुम्हारी जिंदगी का सबसे कीमती गिफ्ट होगा,


डॉली- ऐसा क्या गिफ्ट देने वाला है मुझे,


सन्नी- डॉली को अपनी और खिच कर उसके जिस्म को अपने बदन से सटाते हुए, अभी दे दूं क्या


डॉली- उसको अलग करती हुई मुझे कोई ऐसा वैसा गिफ्ट नही चाहिए,


सन्नी- दीदी वह कोई ऐसा वैसा गिफ्ट नही होगा वह गिफ्ट ऐसा होगा जो तुम्हारी जिंदगी बदल देगा, तभी सन्नी अपनी घड़ी

देखता है और दीदी मम्मी इंतजार कर रही होगी मैं अभी उन्हे ले कर आता हू और सन्नी अपनी बाइक उठाकर उड़ जाता है,



डॉली अपने आप से बाते करती हुई, कल सन्नी मुझे क्या गिफ्ट देगा, कही वह मेरे साथ कुछ, नही-नही उसे ऐसा तो नही

करना चाहिए पर अगर उसने ऐसा कुछ करने की कोशिश की तो फिर मैं क्या करूँगी, कही वह कुछ कर ना दे, मैं उसे रोक

भी तो नही पाती, आख़िर मैं क्या करू, उससे दूर भी नही रह सकती और ....


रात को 10 बजे सन्नी डॉली के रूम मे जाकर


सन्नी- क्या हो रहा है दीदी


डॉली- कुछ नही सन्नी नींद नही आ रही है


सन्नी- दीदी नींद तो मुझे भी नही आ रही थी इसलिए सोचा दीदी के पास जाकर दूध माँग कर पी लेता हू तभी नींद

आएगी,


डॉली- मुस्कुरा कर जा किचन मे जा कर ले ले


सन्नी- दीदी मुझे तो आपका दूध पीना है,


डॉली- बेड से उठ कर सहम कर बैठते हुए, सन्नी आज कोई हरकत नही करना


सन्नी- क्यो आज ऐसा क्या है


डॉली- देख सन्नी तू जाकर अपने रूम मैं सो जा मुझे तो नींद आ रही है


सन्नी- दीदी आज तो मैं तय करके आया हू कि आज रात तुम्हारे साथ ही सोउंगा,


डॉली- क्यो


सन्नी- डॉली के करीब बैठ कर उसकी आँखो मे देखता हुआ उसकी मोटी जाँघो पर हाथ फेरते हुए, दीदी आज मेरी इच्छा पूरी कर दो, मुझसे अब और बर्दास्त नही होता,


डॉली- सीरीयस सा चेहरा बनती हुई, कौन सी इच्छा,


सन्नी- दीदी तुम सब जानती हो लेकिन फिर भी मुझसे सवाल करती हो,


डॉली- छत पर लगे पंखे की ओर अपनी नज़रे उठा कर देखती हुई, मुझे नही पता तू क्या कह रहा है,


सन्नी- डॉली के माथे के बीचो बीच अपनी एक उंगली को रख कर उसको धीरे -धीरे नीचे लाता हुआ, नाक, होंठ, से नीचे उतारता हुआ अपनी उंगली को उसकी गर्दन से नीचे उसके दूध के डीप मे से चलाता हुआ उसके पेट और उसकी नाभि पर लाकर अपनी उंगली को रोक कर,


सन्नी- दीदी एक बार बस मुझे दिखा दो ना,


डॉली- सहम कर अपने जिस्म को थोड़ा पीछे करती हुई, सन्नी प्लीज़ यहाँ से जा,


सन्नी- डॉली की मस्त मोटी जाँघो को अपने हाथो मे भर कर उसके गुलाबी चेहरे को देख कर, दीदी यू आर सो ब्यूटी,


डॉली- अपने गले को थूक उतार कर गीला करती हुई, सन्नी ये ठीक नही है,


सन्नी डॉली को एक झटके मे अपने उपर खिच कर उसके रसीले लबो को चूम कर, दीदी तुम नही जानती तुम कितनी सेक्सी हो और डॉली के होंठो को कस कर चूम लेता है,




डॉली सन्नी की हरकत का कोई विरोध नही करती है, सन्नी डॉली को अपने सीने से चिपका कर उसके गले को चूमता हुआ उसके कान मे अपना मूह लगा कर


सन्नी- दीदी


डॉली- हू


सन्नी- दीदी जानती हो तुम्हे देख कर मुझे क्या लगता है,


डॉली- सन्नी के गले मे अपनी बाँहे डाले हुए, क्या
 
सन्नी- दीदी जानती हो तुम्हे देख कर मुझे क्या लगता है,


डॉली- सन्नी के गले मे अपनी बाँहे डाले हुए, क्या


सन्नी- दीदी यही कि मैं तुम्हारे पूरे बदन को अपने होंठो से चूम लू और सन्नी डॉली के मोटे-मोटे चुतडो पर अपना हाथ फेरने लगता है और डॉली उससे ज़ोर से कस कर चिपक जाती है, सन्नी डॉली के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो से हल्के-हल्के सहलाते हुए उसके होंठो को चूमता हुआ,


सन्नी-दीदी


डॉली-हू


सन्नी- दीदी एक बार दिखा दो ना


डॉली- नही


सन्नी प्लीज़, और डॉली के दूध को थोड़ा कस कर दबाते हुए, दीदी बस एक बार और उसकी टीशर्ट मे हाथ डाल कर उसके पूरे पपीते जैसे कठोर चुचे को अपने हाथ मे भर कर कस कर दबाता है और


डॉली- आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सन्नी प्लीज़ आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह..आह्ह्ह्ह्ह्ह


सन्नी- दीदी एक बार दिखा दो ना,


डॉली- क्या, आह्ह्ह्ह्ह्ह


सन्नी- पूरी नंगी होकर डॉली चुपचाप सन्नी से अपने मोटे-मोटे दूध मिजवाती हुई अपनी आँखे बंद किए हुए उसके उपर लदी हुई थी और सन्नी ने डॉली की दोनो टाँगो को फैलाकर उसका मूह अपनी तरफ करके उसे अपनी गोद मे बैठा कर अपने सीने से चिपका लिया और डॉली पूरी तरह गरम हो कर सन्नी की जाँघो मे चढ़ कर उसके सीने से अपने मोटे दूध दबाती हुई कस कर चिपक गई, सन्नी डॉली के मोटे-मोटे चुतडो पर हाथ फेर कर उन्हे जीन्स के उपर से मसलता हुआ,


सन्नी-दीदी तुम्हारे हिप्स बहुत अच्छे है, डॉली बेसूध सी होकर सन्नी के लंड के उपर चढ़ि हुई थी और सन्नी का लंड डॉली की मोटी गान्ड के नीचे दबा हुआ था जिसकी चुभन शायद डॉली को भी महसूस हो रही थी सन्नी डॉली को अपनी गोद मे बैठाए-बैठाए अपनी पीठ को तकिये पर रख कर टिक जाता है और डॉली उसके उपर चढ़ि हुई लेट जाती है और सन्नी डॉली को अपने सीने से चिपका लेता है, सन्नी डॉली की पीठ को सहलाता हुआ एक हाथ से उसके बालो के उपर फेरता हुआ उसके सर को सहला रहा था और डॉली अपनी दोनो टाँगे सन्नी के आसपास करके उसके उपर अपनी आँखे बंद किए पड़ी हुई थी, कुछ देर इसी तरह पड़े रहने के बाद डॉली अचानक उसके उपर से उठकर उतरने लगती है तो सन्नी उसको रोकते हुए


सन्नी- दीदी कहाँ जा रही हो,


डॉली- सन्नी हट मुझे उतरने दे


सन्नी- दीदी ऐसे ही बैठी रहो ना तुम्हे अपने उपर चढ़ने पर मुझे बहुत अच्छा लगता है,


डॉली- नही सन्नी ये सब ठीक नही है,


सन्नी- डॉली का हाथ जबरन पकड़ कर उसे अपनी ओर खिचता हुआ, क्यो ठीक नही है, मैं तुमसे प्यार करता हू और तुम्हारे बिना नही रह सकता हू


डॉली- नही सन्नी ये सब ठीक नही है और हमे यह सब यही रोक देना चाहिए


सन्नी- दीदी अब मैं पीछे नही हट सकता और डॉली के दूध को पकड़ लेता है डॉली सन्नी का हाथ हटा कर झटके से उसके उपर से उतर जाती है सन्नी फिर से उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खिचता है,


डॉली अपना हाथ छुड़ाते हुए, सन्नी छोड़ मेरा हाथ और जा अपने रूम मे,


सन्नी खड़ा होकर डॉली के मूह को पकड़ कर दीदी तुम बहुत नखरा करती हो आज मैं तुम्हे चोदे बिना नही जाउन्गा और डॉली को पकड़ कर बेड पर गिरा देता है,


डॉली सन्नी को धकेलते हुए, गुस्से से सन्नी अब बहुत हो गया, अब अगर तूने मुझे छुआ भी तो मुझसे बुरा कोई नही होगा,

सन्नी- उसका हाथ छोड़ते हुए, दीदी बहुत हुई ये आँख मिचोली, क्या तुम मुझे प्यार नही करती हो जो इस तरह बिहेव कर रही हो,


डॉली- हाँ नही करती, और ना कभी करूँगी


सन्नी- तो फिर वह क्या था जो इतने दिनो से चल रहा था


डॉली- मैं वो सब नही जानती और तू जा यहाँ से


सन्नी- अच्छा तुम नही जानती, तो फिर चलो मेरे साथ और डॉली का हाथ पकड़ के भगवान के घर मे बने छोटे से मंदिर की मूर्ति के सामने लेजा कर डॉली का हाथ पकड़ कर मूर्ति पर रखते हुए, तो खाओ कसम कि तुम मुझसे प्यार नही करती, और मैं तुम्हारा हाथ इस मूर्ति से तब तक नही हटने दूँगा जब तक तुम कसम खाकर ना कह दो कि तुम मुझसे प्यार नही करती डॉली चुपचाप खड़ी रहती है और सन्नी उसको देखता रहता है, सन्नी का मूड बहुत खराब हो चुका था और वह काफ़ी गुस्से मे आ चुका था या यू समझ ले कि उसके प्यार पर एक वार हो चुका था जिसकी वजह से वह तिलमिला गया था और इस समय वह खुद के काबू मे नही था,


डॉली- मुझे नही खाना कोई कसम वसम, मैं जा रही हू और वह जाने के लिए पलटती है


तभी सन्नी उसका हाथ ज़ोर से पकड़ कर अपनी और खिचते हुए


सन्नी- दीदी तुम तो नही कह सकती ना कि तुम मुझसे प्यार नही करती और यह भी नही कर सकती कि मुझसे इज़हार कर दो कि सन्नी मैं तुझसे प्यार करती हू, लेकिन मैं यह जानता हू कि तुम मुझसे प्यार करती हो


डॉली- गुस्से से सन्नी को देखते हुए अगर मैं कह भी दूं कि मैं तुझसे प्यार करती हू तो उससे क्या होगा, हाँ ले मैं कहती हू कि मैं तुझसे प्यार करती हू, तो क्या तू मुझे सारी जिंदगी के लिए अपना बना लेगा,


सन्नी- दीदी तुमने दिल से तो नही कहा कि मैं तुझसे प्यार करती हू लेकिन तुम जानना चाहती हो कि मैं तुमसे प्यार करता हू कि नही तो आज मैं तुम्हे दिखा देता हू कि मैं तुमसे कितनी मोहब्बत करता हू और मैं तुम्हे अपना बना कर ही रहुगा, और इस बात के लिए मुझे दुनिया की कोई ताक़त नही रोक सकती, सन्नी डॉली का हाथ पकड़ कर भगवान की ओर करता है और कहता है, आज इस भगवान को साक्षी मान कर मैं तुम्हे अपनी बीबी मानता हू और वही भगवान के पास एक डिब्बी मे रखा सिंदूर चुटकी मे भरता है और एक झटके मे डॉली की माँग मे भर देता है, डॉली उसकी इस हरकत को अपनी आँखे फाडे हुए देखती रह जाती है और गुस्से मे आकर सन्नी को एक तमाचा खेंच कर उसके मूह पर मारती है और अपना हाथ छुड़ा कर चल देती है, सन्नी वही खड़ा-खड़ा दीदी रुक जाओ आइ लव यू, दीदी प्लीज़ रुक जाओ मैं तुम्हारे बिना नही जी सकता, दीदी प्लीज़ रुक जाओ और सन्नी अपने घुटनो के बल बैठ कर, दीदी रुक जाओ मैं सचमुच तुम्हारे बिना नही जी सकता, मैं सचमुच तुमसे बहुत प्यार करता हू..और सन्नी की आँखो मे आँसू आ जाते है.
 
एक और कमीना--23




डॉली अपने रूम मे जाकर पेट के बल लेट जाती है और उसकी आँखे एक टक दीवार को निहारती रहती है जैसे कि पथरा गई हो,


लगभग एक घंटे तक डॉली उसी अवस्था मे लेटी-लेटी सन्नी के द्वारा की गई हरकत को सोचती रहती है और उसकी पलके

झपकने का नाम नही लेती है, फिर डॉली फ्लेश बॅक मे जाती है और सन्नी के साथ बीते उसके सभी लम्हे उसे बारी-बारी

से नज़र आने लगते है, धीरे-धीरे उसका माइंड वापस अपने मुकाम पर आने लगता है,


इधर सन्नी अपने बिस्तेर पर लेटा- लेटा सिर्फ़ डॉली को ना पाने के गम मे उदास रहता है,


डॉली लगभग रात को 12 बजे के आस पास अपने बेड से उठती है और पानी पीने के लिए किचन मे जाती है तब उसकी नज़र सन्नी के रूम की ओर जाती है जहा लाइट ऑन थी, डॉली अपने कदम को अचानक सन्नी के रूम की ओर ले जाती है और खिड़की से अंदर झाँक कर देखती है, सन्नी के हाथो मे डॉली की तस्वीर थी और वह उसे बड़े गौर से देख रहा था, डॉली सन्नी को अपनी तस्वीर को इस तरह देखने पर उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ जाती है और वह अपने रूम मे आ जाती है,


डॉली का रिक्षन सन्नी को देख कर मुस्कुराने का इसलिए हो रहा था क्यो कि उन दो घंटो मे उसके दिल और दिमाग़ के बीच बहुत ही भयंकर लड़ाई हुई और अंत मे उसके दिल की जीत हो गई, और डॉली अपने दिल के हाथो मजबूर हो गई,

डॉली वापस जब अपने रूम मे आती है तभी उसकी नज़र ड्रेसिंग टेबल के मिरर पर पड़ती है और वह एक दम गौर से

अपने आप को देखने लगती है फिर वह धीरे-धीरे ड्रेसिंग टेबल के पास जाती है तब उसे अपना चेहरा बिल्कुल साफ नज़र आता है, वह इस समय एक नई नवेली दुल्हन की तरह लग रही थी क्यो कि उसके माँग मे सिंदूर भरा हुआ था और उसका चेहरा अचानक उसके खुद के लिए भी बदल गया था और एक नया रूप उसे दिखाई दे रहा था, पहले तो डॉली को अपनी माँग मे भरा सिंदूर देख कर एक दम से सन्नी के उपर बहुत गुस्सा आया, लेकिन फिर अगले ही पल डॉली का अपना कुँवारा होते हुए भी शादीशुदा रूप देख कर एक अंजानी सी मगर प्यारी सी मुस्कुराहट आ गई और जिसे वह रोक नही पाई और आकर अपने बेड पर लेट गई, डॉली को सन्नी की बहुत याद आने लगी और एक पल तो उसका दिल करने लगा कि अभी जाकर सन्नी से लिपट जाए, लेकिन फिर कुछ सोच कर वह तकिये को अपने सीने से लगा कर लेट जाती है,


लेकिन सन्नी को शायद यह सब होने के बाद किसी पॉज़िटिव रेस्पॉन्स की उम्मीद नही थी और वह बहुत ज़्यादा अपसेट हो गया था और डॉली की तस्वीर देखकर उसकी आँखो से ना चाहते हुए भी आँसू अपने आप बह रहे थे जिन्हे वह पोंछ भी

नही रहा था उसकी आँखे लाल हो चुकी थी और नीद उसकी आँखो से कोसो दूर थी,
 
सुबह-सुबह डॉली अपनी मम्मी के उठने से पहले ही नाहकर तैयार हो गई और कॉलेज जाने के लिए रेडी हो गई,


अंजलि- डॉली बेटा देख तो सन्नी अभी तक क्यो नही उठा,


डॉली- मम्मी आप ही जाकर जगा दो ना तब तक मैं कॉफी बना लेती हू,


अंजलि- सन्नी के रूम मे जाते हुए, सन्नी उठो बेटा कितना टाइम हो गया आज मुझे छोड़ने नही जाएगा क्या,


सन्नी- मम्मी आज मेरी तबीयत कुछ ठीक नही लग रही है इसलिए मैं कॉलेज नही जाउन्गा मुझे सोने दो आप लोग टॅक्सी

पकड़ कर चले जाओ प्लीज़,


अंजलि- सन्नी के सर पर हाथ रखते हुए, क्यो क्या हो गया है तुझे,


सन्नी- बस मम्मी कुछ वीकनेस सा फील हो रहा है, सॉरी मम्मी आज मैं आपको छोड़ने नही जा पाउन्गा,


अंजलि- मुस्कुराते हुए कोई बात नही बेटा, पर क्या मैं डॉक्टर. को फोन करके बुला लू,


सन्नी- नही मम्मी इसकी कोई ज़रूरत नही है, थोड़ा रेस्ट कर लूँगा तो अपने आप ठीक हो जाउन्गा आप फिकर ना करे,


अंजलि- ओके बेटा जैसी तेरी मर्ज़ी,


अंजलि बाहर आकर डॉली बेटे सन्नी तो कह रहा है कि उसकी तबीयत कुछ नरम-गरम है इसलिए आज वो कॉलेज नही

जाएगा, तू एक काम कर आज टॅक्सी पकड़ कर चली जा मैं भी कोई ऑटो देखती हू,


डॉली- कही बुखार तो नही आ गया सन्नी को


अंजलि- नही बुखार तो नही है कह रहा है कुछ वीकनेस सी लग रही है,


अंजलि और डॉली दोनो कॉफी पीते है और फिर अंजलि एक ऑटो पकड़ कर चली जाती है, डॉली सोफे पर बैठी हुई सोचने लगती है कि वह क्या करे, वह सन्नी के पास उसका हाल पूछने जाना चाहती थी लेकिन कल वाली बात के कारण उसकी हिम्मत नही हो रही थी, और साथ ही वह सन्नी को गुस्सा भी दिखाना चाहती थी,


डॉली- आज मैं कॉलेज जाकर क्या करूँगी, मैं तो बोर हो जाउन्गि सो आज मैं भी कल्टी मार देती हू, और डॉली भी कॉलेज जाना कॅन्सल कर देती है और जाकर सोफे पर चुपचाप बैठ जाती है, करीब आधे घंटे बाद सन्नी सोचता है कि दोनो लोग चले गये होंगे तो वह उठ कर बाहर आता है और जैसे ही उसकी नज़र डॉली पर पड़ती है डॉली अपनी नज़ारे सन्नी को देख कर झुका लेती है, सन्नी जब डॉली को अपनी नज़रे झुकाए देखता है तो मन ही मन उसको थोड़ी हसी आ जाती है, फिर भी अपना चेहरा सीरीयस बना कर वह सोफे पर ना जाते हुए बाथरूम मे घुस जाता है और फिर अपना हाथ मूह धोकर कर वापस बिना कुछ कहे अपने रूम मे चला जाता है,


डॉली उसको पीछे से जाते हुए देखती रहती है, लगभग आधे घंटे तक जब सन्नी वापस बाहर नही आता है तो डॉली का सब्र टूटने लगता है और वह मन ही मन बड़बड़ाती हुई क्या कर रहा है जब से अंदर, अच्छा भला तो दिख रहा है कहाँ है इसकी

तबीयत खराब फिर बाहर क्यो नही आता है, एक तो खुद इतनी बड़ी ग़लती करता है और फिर खुद ही मुझे अपनी नाराज़गी दिखा रहा है, और डॉली उठ कर सन्नी के रूम की ओर चल देती है,
 
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