Kamukta Story एक और कमीना - Page 4 - SexBaba
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Kamukta Story एक और कमीना

अंजलि-- भाई तुम दोनो की बाते तो मुझे समझ नही आती,

सन्नी --अभी कोई शादी वादी नही चुपचाप अपनी पढ़ाई पर

ध्यान दो, और उठ कर अपने रूम की ओर चली जाती है,

सन्नी- डॉली के पास आकर क्यो दीदी तुमने मम्मी को सच क्यो नही बताया,

डॉली -सन्नी बहुत मज़ाक हो गया कभी तो सीरियस हो जाओ, मम्मी को तुम्हारी हर्कतो का पता चला ना तो तुम्हारी

खेर नही, और डॉली उठ कर मम्मी के रूम की ओर जाने लगती

है सन्नी उसका हाथ पकड़ लेता है, और उसको अपनी बाँहो मे

भरकर दीदी अपनी बीबी तो मैं तुम्हे ही बनाउन्गा, ये मेरा वादा

है और डॉली के दूध दबा कर छोड़ देता है और घर से

बाहर निकल जाता है, डॉली अवाक खड़ी खड़ी सन्नी को देखती

रह जाती है.

डॉली अपने बेड पर पड़ी पड़ी मैं क्या करू, मुझे क्या हो गया

है, मुझे बार बार सन्नी के पास जाने की इच्छा क्यो हो रही

है, क्या मैं भी सन्नी से प्यार, अरे नही नही, ऐसा कैसे हो

सकता है सन्नी तो पागल है, और मुझे उसकी ओर ध्यान नही

देना चाहिए पर मुझे सन्नी के बिना घर मे अच्छा क्यो

नही लगता है,

तभी अंजलि -बेटी सन्नी कहाँ है,

डॉली-- मम्मी सन्नी अभी अभी बाहर चला गया है पता नही बता कर भी नही गया,

अंजलि -बेटा मुझे थोड़ा मार्केट तक जाना है मैं होकर आती हू तुम अपना ख्याल रखना,

डॉली- ओके मम्मी, और अंजलि बाहर की ओर चली जाती है, डॉली कुछ सोच कर सीधे

सन्नी के कमरे मे जाती है, और उसके रूम की तलाशी लेने

लगती है, तभी उसे सन्नी के बेड के नीचे से अपनी गुलाबी

रंग की पेंटी मिलती है, डॉली अपनी पेंटी देख कर हैरान रह

जाती है, सन्नी मेरी पेंटी के साथ क्या करता है, तभी सन्नी

के तकिये के नीचे से उसे कुछ बुक्स मिलती है, एक बुक खोल

कर देखती है तो उसके माथे से पसीना बहने लगता है, उस

बुक मे एक लड़का एक लड़की की चूत को चाट रहा था, वह पेज

पलटती है तो उसके हाथ पाँव काँपने लगते है,

एक लड़की एक लड़के का मोटा लंड चुस्ती हुई नज़र आती है, डॉली उस किताब के

सारे पेज पलट पलट कर देखने लगती है और उसकी पेंटी गीली

हो जाती है, तभी डॉली के होश उड़ जाते है, उस बुक के बीचो

बीच डॉली का एक फुल साइज़ खूबसूरत सा फोटो होता है, डॉली

दूसरी बुक देखती है जो कि स्टोरी की बुक होती है और उसमे

बहन और भाई की चुदाई की कहानियाँ होती है, डॉली उन

कहानियो को पढ़ती है तो उसे पसीना आ जाता है उसकी साँसे तेज

होने लगती है, और उसके मन मे ख्याल आता है कि सन्नी भी

उसे इसी तरह चोदना चाहता है, उसे थोड़ा गुस्सा भी आता है

लेकिन अंदर ही अंदर उसे सन्नी के उपर प्यार भी आता है, डॉली

जल्दी से वह सब चीज़े वही रख कर अपने रूम मे आ जाती है,

डॉली इस समय डबल माइंड होकर कुछ तय नही कर पाती है कि

आख़िर उसे क्या करना चाहिए, तभी दरवाजा खुलता है और

सन्नी और उसकी मम्मी साथ साथ अंदर आ जाते है,

अंजलि-डॉली बेटा ज़रा कॉफी बना ले बहुत थक गये हम लोग, और आकर सोफे

पर धँस जाते है, डॉली सन्नी को देखती हुई किचन मे चली

जाती है, वह काफ़ी गरम रहती है, तभी उसे ना जाने क्या होता

है और वह किचन के दरवाजे से छुप कर सोफे की ओर देखती

है जहा सन्नी अपनी मम्मी के माथे का पसीना पोछता हुआ

उसके चेहरे पर हल्के हल्के फुक मारता है उसका मूह अपनी

मम्मी के गुलाबी और रसीले होंठो के बिल्कुल करीब होता है और

उसका एक हाथ अपनी मम्मी की मोटी मोटी जाँघो के उपर होता

है,
 
एक और कमीना--9

अंजलि बेटा बहुत गर्मी है और अंजलि अपनी टीशर्ट को जीन्स

के उपर से उठाकर जैसे ही उपर करती है उसकी मम्मी का

गुदाज गोरा गोरा पेट और गहरी नाभि नज़र आने लगती है सन्नी

अपनी मम्मी के गदराए गोरे गोरे पेट और मस्त गहरी नाभि

को देखता है तो उसका लंड खड़ा हो जाता है और वह अपनी

मम्मी के मसल पेट पर हाथ फेरता हुआ मम्मी आपका पेट

कितना स्मूथ और गोरा है,

अंजलि -बेटा औरतो का पेट ऐसा ही होता है,

सन्नी- मम्मी मुझे आपका पेट बहुत अच्छा लग रहा है और अपनी मम्मी के पेट को अपने हाथो से दबाने

लगता है उसे ऐसा लगता है जैसे अपनी मम्मी की फूली हुई चूत को दबा रहा है और उसका लंड झटके मारने लगता है,

सन्नी-मम्मी आप बहुत गोरी हो, आपका पेट देख कर इसे चूमने का दिल करता है,

अंजलि -बदमाश कही का अपनी मम्मी का पेट चूमेगा,

सन्नी -क्यो अपनी मम्मी का पेट नही चूम सकते क्या,

अंजलि- चूम सकते है बेटा, और सन्नी अपनी मम्मी का पेट

चूमने के लिए ही जैसे ही झुकता है एक दम उसकी नज़र डॉली

पर पड़ जाती है जो खड़े खड़े उन दोनो को देख रही थी,

सन्नी की नज़रे जैसे ही डॉली से मिलती है, सन्नी मन ही मन

मुस्कुराता हुआ, डॉली को दिखाते हुए अपनी मम्मी के गदराए

पेट को चूमता हुआ अपनी जीभ निकाल कर अपनी मम्मी की

नाभि मे डाल कर उसे चाटने लगता है और डॉली को देखता

रहता है, डॉली उसे गुस्से से देखती हुई किचन के अंदर चली

जाती है, और फिर सन्नी सीधा होकर बैठ जाता है,

तभी डॉली कॉफी लेकर आती है, और तीनो कॉफी पीते है सन्नी डॉली को

देख रहा था जो कि सन्नी से नाराज़ लग रही थी और सन्नी की

ओर एक बार भी नही देख रही थी,
 
अंजलि- सन्नी अगर तुम फ्री हो तो मेरे कुछ डॉक्युमेंट्स पीसी पर कंपोज़ कर दो,

सन्नी- क्यो नही मम्मी, और अपनी मम्मी के साथ उसके रूम मे चला

जाता है, सन्नी पीसी पर बैठ जाता है और अंजलि उसके पास चेर

लेकर बैठ जाती है, तभी रोहन का फ़ोन बजता है और वह

सन्नी को बोलता है कि कल वह कॉलेज नही आएगा क्योकि उसकी

मम्मी कल दिन भर उससे चुदवाना चाहती है, सन्नी अपनी

मम्मी के पास से उठता हुआ, यार रोहन तूने गजब अपनी

मम्मी को फसा लिया यार तुझे तो मानना पड़ेगा,

रोहन- अरे सन्नी इन औरतो की चूत बहुत पानी छोड़ती रहती है, मेरी

मम्मी तो पहले से ही अपनी चूत मरवाना चाहती थी लेकिन

कुछ पहल नही कर रही थी आख़िर पहल तो हम मर्दो को ही

करना पड़ती है ना, इसलिए मैने थोड़ी हिम्मत की और काम बन

गया, वैसे भी यहाँ या तो मम्मी नाराज़ होती या फिर चुदवा लेती इससे ज़्यादा और क्या होता,

सन्नी- हाँ यार ये तो तू ठीक कह रहा है,

रोहन-- चल अब मैं फोन रखता हू अब हम परसो ही मिलेंगे और रोहन फोन कट कर देता है, सन्नी वापस अपनी

मम्मी के पास आकर उसके पीसी को चलने लगता है,

सन्नी- मम्मी एक बात पुंच्छू आप बुरा तो नही मनोगी,

अंजलि- नही बेटे पूछ क्या बात है, मम्मी क्या आप पॉर्न साइट देखती हो,

अंजलि- हाँ बेटे कभी कभी मैं पॉर्न साइट भी ओपन कर लेती हू,

अंजलि -क्या तूने भी पॉर्न साइट देखी है,

सन्नी- नही मम्मी मैं नही देखता,

अंजलि सन्नी के गालो को मसल्ते हुए क्यो तुझे लड़किया पसंद नही आती है,

सन्नी- नही मम्मी वो बात नही है,

अंजलि -तो फिर क्या बात है,

सन्नी- मम्मी ये सब देखने से मूड खराब होता है,

अंजलि हाँ बेटे ये बात तो है, लेकिन तुझे अपनी मम्मी को न्यूड देखने मे मूड खराब नही होता है,

सन्नी- मम्मी वो तो इतफाक था कि आप मुझे न्यूड नज़र आ गई,

अंजलि -अगर इतफाक था तो फिर घूर घूर कर मुझे नंगी क्यो देख रहा था,

सन्नी-वो तो मम्मी मुझे आपकी पेंटी अच्छी लग रही थी इसलिए देख रहा था,

अंजलि -तुझे मेरी कॉन सी पेंटी अच्छी लगती है,

सन्नी- मम्मी आपकी लाल वाली पेंटी बहुत अच्छी है,

अंजलि हाँ बेटे वह पेंटी अच्छी तो है पर बहुत छोटी हो गई है,

सन्नी- हाँ मम्मी उस पेंटी मे तो आपके हिप्स पूरे नज़र आ रहे थे,

अंजलि -सन्नी का गाल दबाते हुए, अपनी मम्मी के बारे मे ऐसी बाते करते हुए तुझे

शर्म नही आती, कही तू डॉली से भी इस तरह की बाते तो नही करता,

सन्नी- नही मम्मी मैं भला दीदी से ऐसी बाते कैसे कर सकता हू,

अंजलि- मन ही मन बेटा अपनी मम्मी को बेवकूफ़ समझता है डॉली को अपनी गोद मे बैठा कर उसके दूध

मसल रहा था और अपनी मा को ही चला रहा है
 
अंजलि सन्नी के मन के विचारो को अपने बारे मे जानने के लिए मरी जा रही

थी लेकिन सन्नी कुछ भी खुल कर अपनी मम्मी से नही कह पा

रहा था, यही हाल सन्नी का भी था वह अपनी मम्मी की ओर से

कुछ ज़्यादा एक्सपेक्ट कर रहा था लेकिन उसकी मम्मी कुछ नही

बोल रही थी, कुछ देर की बतो ही बतो मे सन्नी अपनी मम्मी

के पीसी का काम करके --लो मम्मी आपका सारा वर्क कंप्लीट हो गया,

अंजलि- थॅंक्स बेटा, सन्नी मैं तोड़ा आराम कर लेती हू तुझे अगर लेटना हो तो तू भी लेट सकता है,

सन्नी- मम्मी आप लेट जाओ मैं आपके पास बैठता हू, अंजलि बेड पर लेट

जाती है, और सन्नी अपनी मम्मी के गोरे गोरे गालो पर अपने

हाथ फेरता है जैसे कोई दूल्हा अपनी दुल्हन को चोदने से

पहले उसको प्यार से पुचकार्ता है, सन्नी अपनी मम्मी के

गदराए हुस्न को अपनी आँखो ही आँखो मे पीता रहता है,

सन्नी का मन अपनी मम्मी की मोटी मोटी गान्ड पर हाथ फेरने

का होने लगता है वह अपनी मम्मी के बगल मे लेट जाता है,

अंजलि ना जाने क्यो सन्नी की नज़रो को ताड़ लेती है कि उसका बेटा

उसके मोटे मोटे चुतडो को खा जाने की नज़रो से घूर रहा है

और वह सन्नी की ओर अपनी गान्ड करके करवट ले कर लेट जाती

है, सन्नी जब अपनी मम्मी की मोटी मोटी फैली हुई गान्ड

देखता है तो वह अपने आप को रोक नही पाता है और अपनी

मम्मी की मोटी गान्ड पर अपना हाथ रख देता है,

और सन्नी अपनी मम्मी की गान्ड का एहसास करके महसूस करने लगता है

उसका लंड खड़ा हो जाता है और वह अपनी मम्मी की मोटी गान्ड

से चिपक कर लेट जाता है, अंजलि सन्नी के मोटे लंड की

चुभन अपनी गान्ड पर महसूस करती है, इस तरह दोनो मा

बेटे एक दूसरे से चिपक कर एक दूसरे की जिस्म की गर्मी लेते

रहते है, करीब एक घंटा ऐसे ही लेटे रहने के कारण अंजलि की

नींद लग जाती है और सन्नी अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को

धीरे धीरे सहलाता रहता है उसे अपनी मम्मी की गदराई गान्ड को

सहलाने मे बहुत मज़ा आता है, तभी वह अपना हाथ अपनी

मा के दूध पर रख देता है और उन्हे हल्के से दबाता है,

लेकिन तभी अंजलि को जैसे होश आता है, और बेटा मुझे तो

बहुत तेज नींद आ रही है तुम जाओ तो दरवाजा बंद करते

जाना, और वह फिर सो गई, सन्नी थोड़ी देर अपनी मा के अंगो को

सहलाता है फिर बाहर निकल जाता है तभी अंजलि अपनी आँख

खोल कर सन्नी को जाते हुए देखती है और फिर अपनी आँखे

बंद कर के सो जाती है,

सन्नी बाहर आकर देखता है तो डॉली सोफे के आस पास इस तरह टहल रही थी जैसे किसी का इंतजार कर रही हो और सन्नी को देख कर सीधे अपने रूम की ओर जाने लगती है,

सन्नी- दीदी रूको तो,

डॉली- क्यो क्या काम है तुझे मुझसे,

सन्नी-दीदी मुझे आप से बात करनी है,

डॉली -लेकिन मुझे तुझसे कोई बात नही करनी है, डॉली अपने रूम मे घुस कर जैसे ही दरवाजा लगाने लगती है सन्नी अपना हाथ अड़ा कर दरवाजा खोल देता है और डॉली पीछे हट कर अपने बेड पर बैठती हुई, तू जा यहाँ से मुझे सोना है, सन्नी-- तो तुम सो जाओ ना मैं यही तुम्हारे पास बैठूँगा,

डॉली -उसकी कोई ज़रूरत नही,

सन्नी -दीदी तुम मुझसे गुस्सा क्यो हो आख़िर मैने किया क्या है,

डॉली- मैं किसी से क्यो गुस्सा होने लगी,

सन्नी -डॉली का हाथ पकड़ कर तो फिर तुम्हारा चेहरा उतरा हुआ क्यो है,

डॉली -मैं ऐसी ही हू तुझे इससे क्या,

सन्नी -डॉली के पास आकर उससे चिपकता हुआ दीदी मैं जानता हू तुम मुझसे नाराज़ क्यो हो,

डॉली -छोड़ मुझे और दूर हो जा,

सन्नी -इतना गुस्सा और डॉली के दूध को अपने हाथो मे भर लेता है तो

डॉली- उसको झटकते हुए गुस्से से मेरे पास क्यो आता है जा मम्मी के पास जा कर चिपक,

सन्नी- ओह अब समझा तुम मम्मी से जल रही हो,

डॉली- मैं क्यो जलने लगी,

सन्नी- तो फिर मम्मी का नाम क्यो लिया,

डॉली- मुझे मम्मी पर नही तेरी हर्कतो को देख कर गुस्सा आ रहा है तू कितना बेशरम है, मम्मी के साथ सोफे पर क्या कर रहा था,

सन्नी- अरे बाबा मम्मी को गर्मी लग रही थी तो उनका पसीना पोंछ रहा था,

डॉली- मम्मी का पेट चूम कर पसीना पोछ रहा था,

सन्नी- ओह तो इस बात का गुस्सा है, कि मैने मम्मी का पेट क्यो चूमा तुम्हारा क्यो नही,

डॉली- मुझे कोई अपना पेट चुम्वाने की इच्छा नही है,

सन्नी- नही तुम इसी लिए जल रही हो तो लाओ तुम्हारा पेट भी चूम लेता हू और डॉली की टीशर्ट उपर करने लगता है डॉली अपनी टशहिर्त को पकड़ लेती है पर सन्नी तभी उसके दूध को मसल देता है और डॉली अपने हाथ जैसे ही टीशर्ट से हटाती है सन्नी उसकी पूरी टीशर्ट उपर उठा देता है और डॉली के मोटे मोटे दूध पूरे नंगे हो जाते है, सन्नी जब डॉली के दूध देखता है तो पागल हो जाता है और उसके दूध पर अपना मूह लगा देता है डॉली उसके सर को हटाने की कोशिश करती है पर सन्नी उसे कस कर अपनी बाँहो मे दबोच कर उसके नंगे दूध को अपने हाथो मे पकड़ कर खूब ज़ोर ज़ोर से मसल्ने लगता है,
 
डॉली सिसिया जाती है और सन्नी छोड़ मुझे, सन्नी डॉली के उपर चढ़ कर उसके निप्पल को अपने मूह मे भर लेता है और डॉली उसे एक जोरदार धक्का देती है और दूर हट कर दरवाजे की ओर भागती है, सन्नी दौड़ कर डॉली को पीछे से पकड़ कर अपनी गोद मे उठा लेता है, डॉली सन्नी के सीने पर मुक्के मारने लगती है सन्नी डॉली को बेड पर लाकर पटक देता है और उसको अपनी बाँहो मे भर कर उसके होंठो को चूमते हुए उसके मोटे मोटे दूध दबाने लगता है डॉली उससे छूटने की कोशिश करती है पर सन्नी उसके उपर अपनी एक टाँग रख कर उसे अपने से चिपका लेता है सन्नी का लंड खड़ा हो जाता है, डॉली के हाथ पाँव ढीले पड़ जाते है, सन्नी अब प्यार से डॉली के गले मे चूमने लगता है, डॉली सिसियाते हुए सन्नी छोड़ दे मुझे ये सब ठीक नही है,

सन्नी- उसके मूह को अपने दोनो हाथो से पकड़ कर उसकी आँखो मे देखते हुए-- डॉली मेरी बीबी बनेगी,

डॉली -अपनी आँखे दिखाते हुए-- कभी नही,

सन्नी- तो फिर इतना तड़पति क्यो है अपने भाई के लिए,

डॉली -मैं नही तड़पति तेरे लिए,

सन्नी- तो फिर इतना जलती क्यो है.

डॉली- मैं क्यो जलु, और सन्नी को धकेल कर बैठ जाती है

सन्नी- डॉली के पेट को अपने हाथो से कस कर अपनी और खिचता हुआ, डॉली एक बार बस आइ लव यू कह दे,

डॉली -आइ हेट यू,

सन्नी- डॉली को घूर कर देखता हुआ, देखो दीदी अगर तुम मुझे ऐसे ही तड़पाती रहोगी तो एक दिन मुझे तुम्हारे साथ जबर्जस्ति करना पड़ेगी,

डॉली- तू अपनी हद मे रह नही तो बहुत मार खाएगा,

सन्नी -डॉली को अपनी गोद मे बैठा लेता है, और उसके दूध को अपने हाथो मे भरकर मसल देता है

डॉली- कसमसा कर सन्नी छोड़ मुझे तू बहुत गंदी हरकत करने लगा है, पता नही तूने यह सब कहाँ से सीखा है,

सन्नी -दीदी तेरे हुस्न को देख कर मुझे कुछ सीखने की ज़रूरत ही नही पड़ती, दीदी एक बार मुझे तू नंगी होकर दिखा देना,

डॉली- तुझे शरम नही आती अपनी बहन को इस तरह कहते हुए,

सन्नी- दीदी बस एक बार प्लीज़,

डॉली- चुप कर सन्नी किसी भी बात की हद होती है, तू मेरा भाई है इसलिए मैं चुपचाप बर्दास्त कर लेती हू, नही तो तेरे जैसे लड़के से मैं कभी बात नही करती,

सन्नी-अच्छा दीदी पूरी नंगी मत हो बस अपनी ये टीशर्ट ही उतार कर दिखा दे,

डॉली- सन्नी तू अपना मूह बंद करेगा,

सन्नी- दीदी मैं तुझे नंगी देखने के लिए तड़प रहा हू,

डॉली -तू हमेशा तड़पता रहेगा, पर तेरी कोई इच्छा पूरी नही होगी,

सन्नी खड़ा होकर ठीक है दीदी तो फिर आज के बाद तुम्हारा भाई तुमसे कभी कोई बात नही करेगा और सन्नी उठ कर दरवाजे की ओर जाने लगता है, डॉली चुपचाप उसको देखती रहती है और सन्नी बाहर निकल जाता है,
 
शाम को सन्नी बालकनी मे खड़ा खड़ा घर के बाहर देख रहा था, तभी डॉली भी उसके पास आकर खड़ी हो जाती है,

सन्नी डॉली को एक बार देख कर अपना मूह फेर लेता है, डॉली भी चुपचाप खड़ी रहती है, दोनो काफ़ी देर तक खड़े

रहते है लेकिन दोनो के बीच कोई बात नही होती है, कुछ देर बार सन्नी वहाँ से आकर सोफे पर बैठ जाता है, डॉली वही

खड़ी रहती है, सन्नी अपनी बहन की मोटी गान्ड को घूरता है, तभी अचानक डॉली उसकी ओर अपना मूह करती है तो सन्नी

जल्दी से अपना मूह दूसरी ओर फेर लेता है, सुबह दोनो भाई बहन तैयार होकर कॉलेज की ओर चल देते है रास्ते भर दोनो

के बीच कोई बात नही होती है, कॉलेज के पीरियड के बाद डॉली सन्नी से मिलने पार्क मे आती है लेकिन सन्नी वहाँ नही

होता है वह पार्क की बेंच पर बैठ कर सन्नी का इंतजार करने लगती है,

सन्नी कुछ दूर छुप कर खड़ा होकर डॉली की आक्टिविटी देखने लगता, डॉली बार बार अपनी घड़ी देखती हुई कॉलेज के रास्ते की ओर देखती है, बहुत देर तक भी सन्नी जब नही आता है तो डॉली सन्नी को कॉल करती है, सन्नी दूर खड़ा मुस्कुराता हुआ डॉली का फ़ोन काट देता है, डॉली फिर से ट्राई करती है तो सन्नी फिर से उसका फोन काट देता है, डॉली उठ कर कॉलेज की ओर आ जाती है कॉलेज ख़त्म होने के बाद डॉली सन्नी की बाइक के पास आ जाती है थोड़ी देर बाद सन्नी भी आ जाता है और डॉली को देखता भी नही है और बाइक स्टार्ट करके डॉली को बैठा कर चल देता है,

डॉली -सन्नी ज़रा जूस सेंटर पर रोकना मुझे जूस पीना है,

सन्नी -अपनी बाइक को रोक देता है डॉली उतर कर जूस सेंटर की ओर जाती है लेकिन सन्नी बाइक पर ही बैठा रहता है, डॉली- सन्नी को देख कर क्या हुआ आ ना,

सन्नी- मुझे नही पीना, डॉली मत पीना आकर बैठ तो,

सन्नी -मैं यही ठीक हू, तब डॉली सन्नी का हाथ पकड़ कर उसे खिचते हुए चल ना और सन्नी डॉली के साथ जूस सेंटर पर आ जाता है,

डॉली और सन्नी एक दूसरे के सामने बैठे होते है सन्नी इधर उधर देखता है और डॉली सन्नी को बड़े गोर से देखती है और हल्का सा मुस्कुरा कर सन्नी के हाथ के उपर अपने हाथ को रखते हुए क्या बात है तू मुझसे नाराज़ है क्या,

सन्नी- अपना हाथ हटाते हुए मैं क्यो नाराज़ होने लगा,

डॉली- तो फिर तू मुझसे बात क्यो नही कर रहा है,

सन्नी -क्या बात करू तुमसे,

डॉली- अच्छा अभी तक तो मेरे आगे पीछे घूमता था अब तेरे पास बात करने को भी कुछ नही है,

सन्नी-दीदी जब तुम्हारा और मेरा रास्ता अलग है, तो फिर मैं तुम्हे क्यो परेशान करू,

डॉली- देख सन्नी जो तू चाहता है वह पॉसिबल नही है, तू हर वक़्त दिल से काम मत लिया कर कभी अपना दिमाग़ भी इस्तेमाल किया कर,

सन्नी -मेरे पास दिमाग़ नही है,

डॉली -मुस्कुराते हुए, दिमाग़ नही होता तो इतना शातिर और बदमाश नही होता,

सन्नी -दीदी तुम जैसा चाहती थी मैं वैसा बन गया तो भी तुम्हे तकलीफ़ है,

डॉली- देख सन्नी तू पागल हो गया है, तू समझता क्यो नही मैं तेरी बहन हू और अपनी बहन के साथ इस तरह नही किया जाता है और तू तो ना जाने क्या क्या कर चुका है, अब इन सब को यही ख़तम कर दे और एक भाई की तरह अपनी बहन को प्यार कर,

सन्नी- देखो दीदी मैं तुमसे बहन की तरह प्यार नही कर सकता,

डॉली- तो फिर किस तरह प्यार करना चाहता है,

सन्नी -दीदी बार बार एक ही बात क्यो पूछती हो,

डॉली- सन्नी तू बिल्कुल पागल है, पता नही कुछ दिनो से तुझे क्या हो गया है,

सन्नी- डॉली को सीरीयस देखता हुआ दीदी मुझे तुमसे सच्चा प्यार हो गया है और तुम मेरे प्यार की कद्र नही कर रही हो, डॉली- सन्नी पर यह सब का क्या एंड होगा तूने कभी यह भी सोचा है,

सन्नी-दीदी जो प्यार करते है वो अंजाम की परवाह नही करते,

डॉली -ऑफहो तुझसे तो बहस करना ही बेकार है, ना जाने तुझे ये इश्क का भूत कहाँ से चढ़ गया वो भी अपनी बहन से, क्या तुझे मैं इतनी अच्छी लगती हू,

सन्नी -दीदी मुझे तुम दुनिया की हर लड़की से अच्छी लगती हो, और मैं तुम्हारे बिना नही जी सकता हू, अब डॉली के चेहरे पर कुछ तनाव आ चुका था और वह खामोश होकर कुछ सोचने लगी,

कुछ देर बाद अच्छा सन्नी मान ले मैं भी तुझसे प्यार करने लगी फिर तू क्या करेगा, क्या तू मुझसे वह सब भी करेगा,

जो तू चाहता है, मेरा मतलब जो काम पति पत्नी करते है,

सन्नी -हाँ,

डॉली- और फिर जब हमारे घर वाले हमारी शादी के बारे मे सोचेगे तब,

सन्नी -दीदी मैं तो तुमसे ही शादी करना चाहता हू,

डॉली- सन्नी का मूह देखते हुए, पर सन्नी यह सब कैसे पसिबल है, ये दुनिया ये समाज और हमारे मम्मी पापा क्या यह सब करने देंगे वो हमे जान से मार देंगे,

सन्नी- दीदी जब तक तुम्हारा भाई जिंदा है तुम्हे कोई हाथ भी नही लगा सकता, और रही समाज और मम्मी पापा की बात तो तुम उसकी फिकर ना करो मैं सब संभाल लूँगा,

डॉली -मगर कैसे,

सन्नी-दीदी अगर कोई राज़ी नही होगा तो मैं तुम्हे अपने साथ

कही दूर ले जाउन्गा जहाँ हम दोनो के सिवा हमे कोई जानने वाला कोई नही होगा,

डॉली -सन्नी यह कोई पिक्चर नही है, तू हक़ीकत को बिना सोचे बस ख्वाबो ख्यालो मे जीटा है,
 
सन्नी- दीदी पागल मैं नही पागल तुम हो जो इतना लंबा सोचती हो लाइफ का कोई भरोसा नही है और तुम अपने बच्चो की बाते करने लगी, दीदी मैं प्रेज़ेंट मे जीता हू, और फ्यूचर को ताक पर रखता हू, और मेरा प्रेज़ेंट तुम हो, और मैं वो सब तुम्हारे साथ करना चाहता हू जो एक आदमी अपनी बीबी के साथ करता है, सीधे और सरल शब्दो मे यह कि मैं तुम्हारे इस रूप और जवानी का इतना दीवाना हो चुका हू कि मैं तुम्हे दिन रात चोदना चाहता हू, तुम्हे दिन रात नंगी करके अपनी बाँहो मे भरकर प्यार करना चाहता हू, बोलो तुम मुझे यह सब करने दोगि या नही, डॉली का चेहरा सन्नी की बाते सुन कर आश्चर्य मे डूब चुका था, और वह कुछ कहने की हालत मे नही थी, और अपनी नज़रे नीचे झुका लेती है, 
 
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सन्नी अपनी बहन की ठुड्डी को पकड़ कर उसके चेहरे को उपर उठाता है और



डॉली की आँखो मे आँखे डाल कर देखता हुआ, अब बोलो दीदी क्या तुम मुझे चोदने दोगि, डॉली अपनी नज़रे नीचे कर लेती है और उसके चेहरे पर एक शर्म सी आ जाती है, सन्नी डॉली के होंठो पर अपने हाथ के अगुठे को फेरता हुआ दीदी तुम



दुनिया की सबसे सेक्सी लड़की हो, तुम पर तो मैं अपने सात जन्मो को लूटा सकता हू, और तुम्हारी हर अदा पर मर मिटने को तैयार हू, दीदी जिस दिन तुम पूरी नंगी होकर अपने भाई की बाँहो मे आओगी वह दिन मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा दिन होगा, दीदी आइ लव यू, और डॉली उसको नज़रे उठा कर देखती है तभी उनकी टेबल पर एक ग्लास जूस आ जाता है, सन्नी जूस का ग्लास उठाकर डॉली के मूह मे लगा देता है डॉली ग्लास को अपने हाथ से पकड़ने लगती है, तो सन्नी उसका हाथ पकड़ लेता है और अपने हाथो से जूस अपनी बहन को पिलाता है, डॉली उसका इशारा समझ कर जूस का एक घुट लेती है फिर जिस जगह से डॉली ने अपने होठ लगाकर जूस पिया था सन्नी ग्लास को घुमा कर उसी जगह से खुद एक घुट पीता है, और फिर डॉली की बढ़ा देता है, डॉली आस पास देखने लगती है, सन्नी उसके मूह से ग्लास लगा देता है और डॉली फिर एक घुट पी लेती है, इस तरह सन्नी एक बार अपनी बहन को पिलाता है और एक बार खुद पीता है और जूस ख़तम करके, सन्नी डॉली का हाथ पकड़ कर उसे बाइक की ओर लेकर चल देता है, डॉली बिल्कुल चुपचाप सन्नी के साथ साथ चलने लगती है.



घर पहुच कर डॉली अपने रूम की ओर जाने लगती है तभी सन्नी दीदी एक मिनिट और डॉली उसे पलट कर देखती है डॉली का चेहरा ऐसा हो रहा था जैसे अभी अभी किसी ने उसे चोदा हो, वह बहुत ही खूबसूरत लग रही थी, सन्नी उसके पास आता है और दीदी आइ लव यू और डॉली के होंठो को जल्दी से चूम लेता है, डॉली एक दम बुत की तरह खड़ी खड़ी सन्नी को देखती रहती है और सन्नी अपने रूम मे जाता हुआ डॉली की ओर आँख मार देता है, डॉली अपना सर नीचे करके अपने रूम मे चली जाती है, डॉली अपने रूम का दरवाजा लॉक करके अपने बेड पर पेट के बल लेट जाती है, उसकी आँखे एक टक दीवार को देखती रहती है लेकिन उसकी पलके नही झपकती है, तभी उसके मोबाइल पर एक एसएमएस आता है, वह एसएमएस रीड करती है तो वह सन्नी का मसेज था जिसमे लिखा था, दीदी ज़्यादा मेरे बारे मे मत सोचो और थोड़ा आराम कर लो, डॉली के चेहरे पर हल्की मुस्कान आ जाती है, और वह अपनी आँखे बंद कर के लेट जाती है, जब वह अपनी आँखे बंद करती है तब भी उसे सन्नी का चेहरा नज़र आता है जिसमे सन्नी उसकी ओर आँख मारता है, डॉली फिर अपनी आँखे खोल लेती है, वह बहुत बैचेन हो जाती है, उसका दिमाग़ काम करना बंद कर देता है,



तभी डॉली अपने मोबाइल से एक मसेज लिखती करती है और उसमे लिखती है आइ हेट यू और सन्नी को भेज देती है, सन्नी मुस्कुराता हुआ उठ कर अपनी मम्मी के रूम की ओर जाता है अंजलि अपने पीसी पर बैठी काम कर रही थी, सन्नी पीछे से जाकर अपनी मम्मी के बाहे पकड़ कर उसके गले मे हाथ डाल कर अपनी मम्मी के गुलाबी गालो पर एक किस करता हुआ, मोम क्या कर रही हो,



अंजलि -बेटे कल एक सेमिनार है उसकी तैयारी कर रही हू, तुझे कल मेरे साथ चलना होगा, हम लोग शाम तक वापस आ जाएगे,



सन्नी -ओके मोम,


[size=large]फिर अंजलि- बेटे बैठो मैं ज़रा बाथरूम होकर आती हू, और अंजलि बातरूम की और जाने लगती है सन्नी अपनी मम्मी को पीछे से जाते हुए जीन्स मे कसी उसकी फैली हुई गदराई और मोटी गान्ड को बाथरूम के दरवाजे तक जाते हुए देखता है और उसका लंड खड़ा हो जाता है, कितनी गदराई गान्ड है मम्मी की बिल्कुल खड़े खड़े लंड ले सकती है,[/size]
 
सन्नी अपनी मम्मी के इंटरनेट की हिस्टरी चेक करने लगा उसे उसमे काफ़ी सेक्स रिलेटेड साइट्स दिखाई दी सन्नी के दिमाग़ मे एक शैतानी सूझी और उसने उन सभी पॉर्न साइट्स को ब्लॉक कर दिया, और फिर पीसी पर सॉंग लगा कर सुनने लगा अंजलि थोड़ी देर बाद वापस आकर चेर पर बैठ जाती है

अंजलि -सन्नी डॉली कहाँ है,

सन्नी -मम्मी दीदी अपने रूम मे है,

अंजलि- सन्नी ज़रा सामने की अलमारी से कपड़े निकाल कर ले आओ मुझे उनमे से कुछ सेलेक्ट करके अलग रखना है अभी मेरी एक सहेली के यहाँ शादी है तो मुझे उसके लिए भी कुछ अच्छे ड्रेस सेलेक्ट करना है, सन्नी उठ कर अलमारी की और जाता है और उसमे रखे कपड़े निकाल कर ले आता है, फिर बेड पर अपनी मम्मी के पास बैठ जाता है, सन्नी अपनी मम्मी के मोटे मोटे दूध को बड़ी हसरत भरी नज़रो से घूर रहा था, अंजलि उसकी नज़रो को रीड कर चुकी थी वह थोड़ा और झुक कर अपने कपड़े जमाने लगी तो उसकी मोटी मोटी चुचियो का पूरा साइज़ सन्नी की आँखो के सामने आ गया, सन्नी के मूह मे पानी भर आया,

तभी सन्नी को ध्यान आया कि दरवाजा खुला है और अगर डॉली अब आकर उसकी हर्कतो को देख लेगी तो बात ज़्यादा बिगड़ सकती है, तभी अंजलि ने अपनी एक पेंटी उठा कर सन्नी को दिखाते हुए अरे सन्नी ये डॉली की पेंटी यहाँ कैसे आ गई, लगता है मैं ग़लती से उठा लाई, वह रेड कलर की पेंटी थी जो अंजलि ने एक दिन पहले ही पहन रखी थी जिसको स्कर्ट के अंदर से सन्नी ने देखा था, अचानक सन्नी के मूह से निकल गया मम्मी ये डॉली की नही आप की ही पेंटी है, अंजलि सन्नी की आँखो मे देखने लगी तो सन्नी ने नज़रे इधर उधर करने लगा, अंजलि तूने कब देखा है इसे मुझे पहने हुए, सन्नी वो मम्मी कल ही तो आप ने इसे पहना था, अंजलि तो तूने कैसे देख लिया कि मैने ये पेंटी पहनी है,

सन्नी --वो मम्मी आप की स्कर्ट से यह पेंटी मुझे दिख गई थी,

अंजलि -सन्नी की आँखो मे आँखे डाल कर थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए तुम अपनी मम्मी को उस नज़र से देखते हो,

सन्नी -नही मम्मी वो तो ग़लती से दिख गई,

अंजलि -पर डॉली के पास भी इसी कलर की पेंटी है, 

सन्नी -पता नही मम्मी दीदी हमेशा जीन्स मे रहती है तो मुझे तो नही पता चलता कि उसने कॉन सी पेंटी पहनी है,

अंजलि- तो तुम उसको किन कपड़ो मे देखना चाहते हो,

सन्नी =नही मम्मी मुझे उससे क्या चाहे वह कुछ भी पहने,

अंजलि- और तुम्हे मेरा जीन्स पहनना पसंद है कि नही,

सन्नी -मम्मी आप पर जीन्स बहुत फिट लगता है, पर आप पर स्कर्ट भी अच्छी लगती है,

अंजलि =कही अब मैं बूढ़ी तो नही लगती,

सन्नी -नही मम्मी आप जब स्कर्ट पहनती है तो बहुत अच्छी लगती है,

अंजलि- बेटे एक तू है जो मेरी तारीफ कर रहा है पता नही दूसरे लोगो को मेरी ड्रेस सेलेक्षन पसंद आता होगा या नही, सन्नी- नही मोम आप कोई भी ड्रेस पहन लो आप पर सभी अच्छी लगती है,

अंजलि -सन्नी की आँखो को देखती है जो बार बार उसके मोटे मोटे दूध की ओर जा रही थी,

अंजलि- और जब तूने मुझे सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे देखा था तब भी तुझे मैं अच्छी लगी थी क्या,

सन्नी- अपनी मम्मी की बात सुन कर उसकी आँखो मे देखता है, और उसे अपनी मम्मी के चेहरे और आँखो मे एक बहुत ही चुदास पन नज़र आता है, उसे अपनी मम्मी का मूह ऐसा लग रहा था जैसे यह अभी के अभी खूब लंड लेने के मूड मे हो, वह भी अपनी मम्मी के ऐसे सवालो से थोड़ा जोश मे आ चुका था,

सन्नी-मम्मी आप भी ना औरते कम कपड़े मे किसे अच्छी नही लगती,

अंजलि -चाहे वह औरत उसकी मम्मी ही क्यो ना हो,

सन्नी का लंड अपना सर उठा चुका था, मम्मी बात वो नही है आपका फिगुर इतना अच्छा है कि आप सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे बहुत अच्छी लग रही थी,

अंजलि- अच्छा बता मैने अभी किस कलर की पेंटी पहनी है,

सन्नी -मम्मी मुझे क्या पता मैने आज तो आपको देखा ही नही,

अंजलि -बिना देखे ही गॅस कर, मैं देखती हू तू बता पता है या नही,

सन्नी- मम्मी आज अपने वाइट पेंटी पहनी है,

अंजलि- ग़लत तेरा गॅस ग़लत हो गया,

सन्नी -ओह तो आपने ब्लू कलर की पेंटी पहनी होगी,

अंजलि- नही इस बार भी तू ग़लत हो गया,

सन्नी- तो फिर अब आप ही बता दो अपने कॉन सी रंग की पेंटी पहनी है,

अंजलि- बेटा तू गॅस कर ही नही सकता चाहे तू सारे रंगो के नाम बता दे,

सन्नी -वो क्यो,

अंजलि- हँसते हुए हा हा हा हा वो इसलिए की आज मैने पेंटी पहनी ही नही है,

सन्नी =अपनी मम्मी की यह बात सुन कर एक दम चुप हो गया और अपनी मम्मी की मोटी मोटी जंघे और कमर को देखने लगा शायद वह कल्पना कर रहा था कि उसकी मम्मी आज जीन्स के नीचे पूरी नंगी है, और सन्नी का लंड झटके मरने लगा,

उसके लंड ने उसके पाजामे मे एक तंबू बना रखा था, अंजलि अपने बेटे के खड़े लंड को महसूस कर चुकी थी, तभी अंजलि खड़ी होकर कपड़ो को अलमारी मे जमा कर रखने लगी फिर कुछ कपड़े नीचे की दराज मे रखने के लिए झुकी तो उसकी मोटी मोटी गदराई गान्ड अपने बेटे के बिल्कुल सामने हो गई, सन्नी एक टक अपनी मम्मी के जीन्स के उपर से उठी हुई गान्ड देख रहा था, फिर अंजलि सीधी होकर सन्नी के पास आकर बैठते हुए, बेटे कल सुबह 7 बजे हमे निकलना है यहां से करीब 60 किमी. हमे जाना है इसलिए तुम सुबह जल्दी रेडी हो जाना हम तुम्हारी बाइक से चलेंगे,

सन्नी -ओके मम्मी और सन्नी रूम के बाहर आ जाता है,
 
सन्नी बाहर आकर रोहन को फोन करता है, पर फोन रोहन की मम्मी उठाती है, हेलो आंटी रोहन कहाँ है,

सारिका- बेटे रोहन नहा रहा है, क्या बात है,

सन्नी- कुछ नही आंटी मैं बाद मे फोन कर लेता हू, तभी रूको बेटा रोहन बाथरूम से निकल कर आगेया लो बात कर लो और रोहन को फोन दे देती है,

रोहन- हाँ बोल सन्नी,

सन्नी क्यो बे ये कोई टाइम है नहाने का,

रोहन अरे यार मैं नहा नही रहा था बल्कि आज अपनी मम्मी को बाथरूम मे नंगी करके चोद रहा था, अभी तू जब मम्मी से फोन पर बात कर रहा था तो मेरी मम्मी पूरी नंगी खड़ी थी,

सन्नी -क्या बात कर रहा है आंटी मुझसे नंगी होकर बात कर रही थी,

रोहन -अबे मेरी मम्मी को तू इस समय अगर नंगी देख ले तो तेरा लंड पानी छोड़ दे, इतनी गदराई लग रही है, आज पता है क्या हुआ, आज मम्मी को मैने पूरी नंगी करके उसके झान्ट के बाल पूरे साफ करके उसकी चूत पूरी चिकनी कर दी उसकी चूत बिल्कुल पाव रोटी की तरह फूली हुई थी, फिर मैने मम्मी को झुका कर जब पीछे से उसकी चूत देखी तो मैं पागल हो गया उसकी चूत का कटाव और छेद बिल्कुल गुलाबी था मैने मम्मी को एक चेर पर बैठा कर उसकी दोनो जाँघो को कुर्सी के हॅंडल पर चढ़ा कर उसकी चूत को पूरी तरह फैलाकर उभार दिया फिर शह्द की बोतल से उसकी चिकनी चूत पर शह्द डाल कर जब मैने उसकी चूत चाटी तो वह पागल हो गई, मैने लगभग आधे घंटे तक उसकी चूत का शह्द चाट चाट कर उसे पूरा लाल कर दिया मम्मी पूरी पागल हो रही थी फिर उसने मेरे लंड पर शह्द लगा कर उसे खूब कस कस कर चूसा और फिर हम दोनो नंगे ही बाथरूम मे जाकर एक दूसरे को नहलाने लगे मैने अपनी मम्मी की गान्ड और दूध को खूब दबोच दबोच कर लाल कर दिया और फिर उसे बाथरूम मे घोड़ी बना कर उसकी ऐसी कस कर चूत मारी है कि वह मस्त हो गई हम दोनो दुबारा नहा कर फ्री हुए थे कि तेरा फोन आ गया, और मम्मी नंगी ही मोबाइल उठा कर तुझसे बात करने लगी,

सन्नी- वाह बेटे तेरे तो घर पर ही मज़े हो गये,

रोहन -हाँ यार अपनी मम्मी को चोदने मे जो मज़ा आता है वो मज़ा कही नही मिलता,

सन्नी -चल बढ़िया है, और बता कॉलेज आएगा या नही,

रोहन- नही यार अभी तो मुझे फ़ुर्सत ही नही है, थोडा जी भर कर मुझे मज़ा ले लेने दे फिर कॉलेज भी आ जाउन्गा,

सन्नी -चल ठीक है, मैं तुझे बाद मे कॉल करता हू ओक बाइ,
 
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