hotaks444
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अंजलि-- भाई तुम दोनो की बाते तो मुझे समझ नही आती,
सन्नी --अभी कोई शादी वादी नही चुपचाप अपनी पढ़ाई पर
ध्यान दो, और उठ कर अपने रूम की ओर चली जाती है,
सन्नी- डॉली के पास आकर क्यो दीदी तुमने मम्मी को सच क्यो नही बताया,
डॉली -सन्नी बहुत मज़ाक हो गया कभी तो सीरियस हो जाओ, मम्मी को तुम्हारी हर्कतो का पता चला ना तो तुम्हारी
खेर नही, और डॉली उठ कर मम्मी के रूम की ओर जाने लगती
है सन्नी उसका हाथ पकड़ लेता है, और उसको अपनी बाँहो मे
भरकर दीदी अपनी बीबी तो मैं तुम्हे ही बनाउन्गा, ये मेरा वादा
है और डॉली के दूध दबा कर छोड़ देता है और घर से
बाहर निकल जाता है, डॉली अवाक खड़ी खड़ी सन्नी को देखती
रह जाती है.
डॉली अपने बेड पर पड़ी पड़ी मैं क्या करू, मुझे क्या हो गया
है, मुझे बार बार सन्नी के पास जाने की इच्छा क्यो हो रही
है, क्या मैं भी सन्नी से प्यार, अरे नही नही, ऐसा कैसे हो
सकता है सन्नी तो पागल है, और मुझे उसकी ओर ध्यान नही
देना चाहिए पर मुझे सन्नी के बिना घर मे अच्छा क्यो
नही लगता है,
तभी अंजलि -बेटी सन्नी कहाँ है,
डॉली-- मम्मी सन्नी अभी अभी बाहर चला गया है पता नही बता कर भी नही गया,
अंजलि -बेटा मुझे थोड़ा मार्केट तक जाना है मैं होकर आती हू तुम अपना ख्याल रखना,
डॉली- ओके मम्मी, और अंजलि बाहर की ओर चली जाती है, डॉली कुछ सोच कर सीधे
सन्नी के कमरे मे जाती है, और उसके रूम की तलाशी लेने
लगती है, तभी उसे सन्नी के बेड के नीचे से अपनी गुलाबी
रंग की पेंटी मिलती है, डॉली अपनी पेंटी देख कर हैरान रह
जाती है, सन्नी मेरी पेंटी के साथ क्या करता है, तभी सन्नी
के तकिये के नीचे से उसे कुछ बुक्स मिलती है, एक बुक खोल
कर देखती है तो उसके माथे से पसीना बहने लगता है, उस
बुक मे एक लड़का एक लड़की की चूत को चाट रहा था, वह पेज
पलटती है तो उसके हाथ पाँव काँपने लगते है,
एक लड़की एक लड़के का मोटा लंड चुस्ती हुई नज़र आती है, डॉली उस किताब के
सारे पेज पलट पलट कर देखने लगती है और उसकी पेंटी गीली
हो जाती है, तभी डॉली के होश उड़ जाते है, उस बुक के बीचो
बीच डॉली का एक फुल साइज़ खूबसूरत सा फोटो होता है, डॉली
दूसरी बुक देखती है जो कि स्टोरी की बुक होती है और उसमे
बहन और भाई की चुदाई की कहानियाँ होती है, डॉली उन
कहानियो को पढ़ती है तो उसे पसीना आ जाता है उसकी साँसे तेज
होने लगती है, और उसके मन मे ख्याल आता है कि सन्नी भी
उसे इसी तरह चोदना चाहता है, उसे थोड़ा गुस्सा भी आता है
लेकिन अंदर ही अंदर उसे सन्नी के उपर प्यार भी आता है, डॉली
जल्दी से वह सब चीज़े वही रख कर अपने रूम मे आ जाती है,
डॉली इस समय डबल माइंड होकर कुछ तय नही कर पाती है कि
आख़िर उसे क्या करना चाहिए, तभी दरवाजा खुलता है और
सन्नी और उसकी मम्मी साथ साथ अंदर आ जाते है,
अंजलि-डॉली बेटा ज़रा कॉफी बना ले बहुत थक गये हम लोग, और आकर सोफे
पर धँस जाते है, डॉली सन्नी को देखती हुई किचन मे चली
जाती है, वह काफ़ी गरम रहती है, तभी उसे ना जाने क्या होता
है और वह किचन के दरवाजे से छुप कर सोफे की ओर देखती
है जहा सन्नी अपनी मम्मी के माथे का पसीना पोछता हुआ
उसके चेहरे पर हल्के हल्के फुक मारता है उसका मूह अपनी
मम्मी के गुलाबी और रसीले होंठो के बिल्कुल करीब होता है और
उसका एक हाथ अपनी मम्मी की मोटी मोटी जाँघो के उपर होता
है,
सन्नी --अभी कोई शादी वादी नही चुपचाप अपनी पढ़ाई पर
ध्यान दो, और उठ कर अपने रूम की ओर चली जाती है,
सन्नी- डॉली के पास आकर क्यो दीदी तुमने मम्मी को सच क्यो नही बताया,
डॉली -सन्नी बहुत मज़ाक हो गया कभी तो सीरियस हो जाओ, मम्मी को तुम्हारी हर्कतो का पता चला ना तो तुम्हारी
खेर नही, और डॉली उठ कर मम्मी के रूम की ओर जाने लगती
है सन्नी उसका हाथ पकड़ लेता है, और उसको अपनी बाँहो मे
भरकर दीदी अपनी बीबी तो मैं तुम्हे ही बनाउन्गा, ये मेरा वादा
है और डॉली के दूध दबा कर छोड़ देता है और घर से
बाहर निकल जाता है, डॉली अवाक खड़ी खड़ी सन्नी को देखती
रह जाती है.
डॉली अपने बेड पर पड़ी पड़ी मैं क्या करू, मुझे क्या हो गया
है, मुझे बार बार सन्नी के पास जाने की इच्छा क्यो हो रही
है, क्या मैं भी सन्नी से प्यार, अरे नही नही, ऐसा कैसे हो
सकता है सन्नी तो पागल है, और मुझे उसकी ओर ध्यान नही
देना चाहिए पर मुझे सन्नी के बिना घर मे अच्छा क्यो
नही लगता है,
तभी अंजलि -बेटी सन्नी कहाँ है,
डॉली-- मम्मी सन्नी अभी अभी बाहर चला गया है पता नही बता कर भी नही गया,
अंजलि -बेटा मुझे थोड़ा मार्केट तक जाना है मैं होकर आती हू तुम अपना ख्याल रखना,
डॉली- ओके मम्मी, और अंजलि बाहर की ओर चली जाती है, डॉली कुछ सोच कर सीधे
सन्नी के कमरे मे जाती है, और उसके रूम की तलाशी लेने
लगती है, तभी उसे सन्नी के बेड के नीचे से अपनी गुलाबी
रंग की पेंटी मिलती है, डॉली अपनी पेंटी देख कर हैरान रह
जाती है, सन्नी मेरी पेंटी के साथ क्या करता है, तभी सन्नी
के तकिये के नीचे से उसे कुछ बुक्स मिलती है, एक बुक खोल
कर देखती है तो उसके माथे से पसीना बहने लगता है, उस
बुक मे एक लड़का एक लड़की की चूत को चाट रहा था, वह पेज
पलटती है तो उसके हाथ पाँव काँपने लगते है,
एक लड़की एक लड़के का मोटा लंड चुस्ती हुई नज़र आती है, डॉली उस किताब के
सारे पेज पलट पलट कर देखने लगती है और उसकी पेंटी गीली
हो जाती है, तभी डॉली के होश उड़ जाते है, उस बुक के बीचो
बीच डॉली का एक फुल साइज़ खूबसूरत सा फोटो होता है, डॉली
दूसरी बुक देखती है जो कि स्टोरी की बुक होती है और उसमे
बहन और भाई की चुदाई की कहानियाँ होती है, डॉली उन
कहानियो को पढ़ती है तो उसे पसीना आ जाता है उसकी साँसे तेज
होने लगती है, और उसके मन मे ख्याल आता है कि सन्नी भी
उसे इसी तरह चोदना चाहता है, उसे थोड़ा गुस्सा भी आता है
लेकिन अंदर ही अंदर उसे सन्नी के उपर प्यार भी आता है, डॉली
जल्दी से वह सब चीज़े वही रख कर अपने रूम मे आ जाती है,
डॉली इस समय डबल माइंड होकर कुछ तय नही कर पाती है कि
आख़िर उसे क्या करना चाहिए, तभी दरवाजा खुलता है और
सन्नी और उसकी मम्मी साथ साथ अंदर आ जाते है,
अंजलि-डॉली बेटा ज़रा कॉफी बना ले बहुत थक गये हम लोग, और आकर सोफे
पर धँस जाते है, डॉली सन्नी को देखती हुई किचन मे चली
जाती है, वह काफ़ी गरम रहती है, तभी उसे ना जाने क्या होता
है और वह किचन के दरवाजे से छुप कर सोफे की ओर देखती
है जहा सन्नी अपनी मम्मी के माथे का पसीना पोछता हुआ
उसके चेहरे पर हल्के हल्के फुक मारता है उसका मूह अपनी
मम्मी के गुलाबी और रसीले होंठो के बिल्कुल करीब होता है और
उसका एक हाथ अपनी मम्मी की मोटी मोटी जाँघो के उपर होता
है,