desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
टीना दबे पांव समीर के रूम में पहुँचती है। समीर बेड पर लेटा मोबाइल में कुछ देख रहा था- “हाय समीर क्या देख रहे हो मोबाइल में?"
समीर- कुछ नहीं।
टीना ने समीर के हाथों से मोबाइल छीन लिया- "ओह माई गोड..” उसमें पार्न वीडियो चल रही थी एक लड़का
और एक लड़की दोनों एकदम नंगे चूत में लण्ड अंदर-बाहर हो रहा था। टीना बोली- "ये सब क्या चल रहा है?"
समीर- "अभी बताता हूँ क्या चल रहा है?" और समीर ने टीना का हाथ पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया- "मेरी जान अब ये सब रियल में चलने वाला है डार्लिंग.."
समीर ने टीना को अपनी बाँहो में जकड़ लिया। टीना भी तो यही चाह रही थी। समीर ने टीना के होंठों से अपने होंठ मिला दिए। टीना को भी पूरा मजा आ रहा था और टीना भी समीर का पूरा साथ दे रही थी। और ये सब लाइव प्रोग्राम नेहा की दो आँखें बड़े गौर से देख रही थीं।
नेहा सोच रही थी- "भइया कितना अच्छा प्यार करते हैं। काश मुझसे भी ऐसा प्यार करें। किस्सिंग भी क्या मस्त है भइया की..." नेहा बड़ी ललचाई नजरों से देख रही थी।
उधर समीर ने टीना की चूचियां अपने हाथों में भींच ली।
टीना- “हाय भइया, धीरे करो दर्द होता है..."
समीर कहां सुनने वाला था. एक हाथ चूचियों पर और एक हाथ अब तक पैंटी में घुस चुका था। समीर ने अपनी पैंट शर्ट उतार फेंकी सिर्फ अंडरवेर में टीना से लिपट गया।
नेहा के कानों तक टीना की सिसकारी र | थी। नेहा ने अपनी सलवार का नाड़ा खोलकर हाथ से चूत की फांकों को सहलाने लगी। अफफ्फ... नेहा के सामने क्या मस्त सीन चल रहा था।
टीना- “सस्सीई... समीर भइया अच्छा लग रहा है इसस्स्स ... उम्म्म्म ... अहह..”
समीर- मेरी जान, आज की रात बहुत मजा आने वाला है तुझे। बस थोड़ा दर्द बर्दाश्त कर लियो।
टीना- “तुम्हारे लिए हर दर्द सहने को तैयार हूं। कहां है तुम्हारा मुन्ना, जरा बाहर तो निकालो." कहकर टीना ने समीर का अंडरवेर उतार फेंका और लण्ड अपने हाथों में पकड़ लिया, और कहा- “हाँ तो मुन्ना, तू मुझे आज दर्द देगा या प्यार देगा? उससे पहले मैं तुझे अपने होंठों से प्यार कर लूं...'
नेहा की सलवार ये सब देखकर नीचे गिर गई, और एक उंगली चूत की दरार में जा घुसी। नेहा की हल्की सी आहह... निकल गई। नेहा की चूत पूरी गीली हो चुकी थी। नेहा उंगली अंदर डालना चाहती थी।
अंदर टीना लण्ड की चुसाई बड़े ही मस्ती में कर रही थी।
... अहह... उफफ्फ... मज्ज... आ रहा है... क्या मस्त चीज है तू.. हाँ ऐसे
समीर- “मेरी जान्न टीना आहह... इस्स्स्स ही चूस लण्ड आज्ज..."
टीना ने लण्ड को चाटना शुरू कर दिया। रूम में से सिसकारियां सीss सीss की आवाज निकल रही थी। 5 मिनट की चुसाई के बाद समीर ने टीना की पैंटी निकालकर टीना को पूरा नंगी कर दिया, और चूत को निहारने लगा।
समीर- "हाय मेरी जान... एकदम बंद कली है, आज अपने लण्ड से फूल बना दूं तुझे..."
समीर- कुछ नहीं।
टीना ने समीर के हाथों से मोबाइल छीन लिया- "ओह माई गोड..” उसमें पार्न वीडियो चल रही थी एक लड़का
और एक लड़की दोनों एकदम नंगे चूत में लण्ड अंदर-बाहर हो रहा था। टीना बोली- "ये सब क्या चल रहा है?"
समीर- "अभी बताता हूँ क्या चल रहा है?" और समीर ने टीना का हाथ पकड़कर अपने ऊपर खींच लिया- "मेरी जान अब ये सब रियल में चलने वाला है डार्लिंग.."
समीर ने टीना को अपनी बाँहो में जकड़ लिया। टीना भी तो यही चाह रही थी। समीर ने टीना के होंठों से अपने होंठ मिला दिए। टीना को भी पूरा मजा आ रहा था और टीना भी समीर का पूरा साथ दे रही थी। और ये सब लाइव प्रोग्राम नेहा की दो आँखें बड़े गौर से देख रही थीं।
नेहा सोच रही थी- "भइया कितना अच्छा प्यार करते हैं। काश मुझसे भी ऐसा प्यार करें। किस्सिंग भी क्या मस्त है भइया की..." नेहा बड़ी ललचाई नजरों से देख रही थी।
उधर समीर ने टीना की चूचियां अपने हाथों में भींच ली।
टीना- “हाय भइया, धीरे करो दर्द होता है..."
समीर कहां सुनने वाला था. एक हाथ चूचियों पर और एक हाथ अब तक पैंटी में घुस चुका था। समीर ने अपनी पैंट शर्ट उतार फेंकी सिर्फ अंडरवेर में टीना से लिपट गया।
नेहा के कानों तक टीना की सिसकारी र | थी। नेहा ने अपनी सलवार का नाड़ा खोलकर हाथ से चूत की फांकों को सहलाने लगी। अफफ्फ... नेहा के सामने क्या मस्त सीन चल रहा था।
टीना- “सस्सीई... समीर भइया अच्छा लग रहा है इसस्स्स ... उम्म्म्म ... अहह..”
समीर- मेरी जान, आज की रात बहुत मजा आने वाला है तुझे। बस थोड़ा दर्द बर्दाश्त कर लियो।
टीना- “तुम्हारे लिए हर दर्द सहने को तैयार हूं। कहां है तुम्हारा मुन्ना, जरा बाहर तो निकालो." कहकर टीना ने समीर का अंडरवेर उतार फेंका और लण्ड अपने हाथों में पकड़ लिया, और कहा- “हाँ तो मुन्ना, तू मुझे आज दर्द देगा या प्यार देगा? उससे पहले मैं तुझे अपने होंठों से प्यार कर लूं...'
नेहा की सलवार ये सब देखकर नीचे गिर गई, और एक उंगली चूत की दरार में जा घुसी। नेहा की हल्की सी आहह... निकल गई। नेहा की चूत पूरी गीली हो चुकी थी। नेहा उंगली अंदर डालना चाहती थी।
अंदर टीना लण्ड की चुसाई बड़े ही मस्ती में कर रही थी।
... अहह... उफफ्फ... मज्ज... आ रहा है... क्या मस्त चीज है तू.. हाँ ऐसे
समीर- “मेरी जान्न टीना आहह... इस्स्स्स ही चूस लण्ड आज्ज..."
टीना ने लण्ड को चाटना शुरू कर दिया। रूम में से सिसकारियां सीss सीss की आवाज निकल रही थी। 5 मिनट की चुसाई के बाद समीर ने टीना की पैंटी निकालकर टीना को पूरा नंगी कर दिया, और चूत को निहारने लगा।
समीर- "हाय मेरी जान... एकदम बंद कली है, आज अपने लण्ड से फूल बना दूं तुझे..."