Maa Sex Kahani माँ की अधूरी इच्छा - Page 3 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

Maa Sex Kahani माँ की अधूरी इच्छा

रमेश: अपने वॉलेट से १० हज़ार रुपए निकल कर सरला को देते हुए जो मन करे खरीद लेना।
सरला: रहने दो।
रमेश: ले लो।
और जो समझ आये खरीद लेना।
ठिक है।
रमेश सो जाता है।

सरला सोचती है कल पहली बार वो अरुन के साथ अकेले जयेगी।
क्या होगा इन ६ दिनों में।

और मंद मंद मुस्करा देती है और सो जाती है।

अगली सुबह

रमेश ब्रेकफास्ट पर-
अरुन आज जाना है मैं तो आ नहीं पाउँगा तुम लोग निकल जाना।

सरला पर हम अकेले
रमेश: जब ६ दिन के लिए जा रहे हो तो आज जाने में क्या है।अरून चले जाओगे न।

अरुण: ओके पापा ।
रमेश: टिकट्स करा ले ।
अरुण: आज करा लुन्गा।
रमेश: न हो तो कोई बात नहीं जेनरल से चले जाना।।
अरुण: ओके पापा।

और रमेश ऑफिस चला जाता है।।
सरला: अरुन व्हिस्पर कहाँ है।
अरुण: मेरे रूम में।
सरला: क्यों तुझे यूज करना है।
अरुण; नही।
सरला: तो लेके आ मुझे यूज करना है।
अरुण: पैड़ ला कर दे देता हे।
सरला पैड़ लेके बाथरूम चलि जाती है।
और १० मिनट बाद वापिस आती है
अरुण: क्या हुआ मोम।
सरला: कुछ नहीं पेन हो रहा है।
अरुण: तो आप रेस्ट कर लो।
सरला: पैकिंग भी करनी है और जाना भी है।
अरुण: सब हो जाएगा।
आप बस मुझे बताती जाना।
सरला: वाह सब कुछ तो अपनी मर्ज़ी का पहनायेगा
और मुझ से बोल रहा है बताते जाना।
अरुण: ओके कहा क्या रखा है वो तो बता दो।

सरला उसे अपने रूम में ले जाती है।
और अरुन को बताती जाती है और वो रखता जाता है
और अपने कपडे भी सरला के पसंद के रख लेता है।

यानी माँ बेटे के पसंद के और बेटा माँ के पसंद के कपडे पहनते।
पैकिंग के बाद अरुन सरला को सुला देता है और खुद बचे हुए काम करने बाहर चला जाता है।

कुछ देर बाद सरला की आँख खुलती है और अरुन घर में नहीं होता।

सरला कॉल करती है।






अरुण: हेलो माँ बोलो।
सरला: कहाँ हो अभी।
आ: बस कुछ देर मैं आता हुँ।
आप नहा कर फ्रेश हो जाओ २ घंटे में हमें निकलना है।

सरला: ओके जल्दी आओ।
सरला नहाने चलि जाती है ।
नहाने के बाद उसे याद आता है की कपडे तो अरुन बतायेगा की क्या पहनना है और नाईटी डाल कर अरुन का वेट करती है
और अरुन के लिए कपडे निकालती है।

व्हाइट शर्ट ब्लू जीन्स और व्हाइट बनियान और व्हाइट फ़्रांची ।
और अरुन का वेट करने लगती है।
कुछ देर बाद अरुन आ जाता है।
सरला : कहा थे इतनी देर से अरुन ।कब से नाइटी में वेट कर रही हु कुछ और पहन लेती तो नाराज हो जाता मेरा प्यारा हसबेंड।
अरून सरला को बॉहो में लेते हुए। थँक्स जान
आप के कपडे।
अरुण: ग्रीन सूट विथ वाइट चूडीदार पजामी ग्रीन ब्रा पुश-अप वाली और ग्रीन- जी स्ट्रिंग।

सरला: थैंक्स जहापनाह डीसाइड करने के लिए मुझे लगा कहीं लेट हो गया तो कहीं नाइटी में जाना पडे।
तेरे कपडे निकाल दिए है और वही पहनना जो निकाले है मैं चेक कर लुंगी।

अरुण: ओके आप करोगे तो मैं भी करुँगी।
सरला: ओके जाओ तैयार हो जाओ।

और दोनों तयार होने चले जाते है।

घर से बहार निकलते है ।
ओला कैब खड़ी थी।
अरून उसमे सामान रखता है।
सरला तूने कैब बुक की है।
अरुण; हाँ तो ।
सरला: तो अपनी बीवी का कितना ख्याल रखता है।
तेरे पापा तो ऑटो में ले जाते।
और कैब उनको ले के स्टेशन चल देती है।

स्टेशन पहुच कर
सरला: कौन सी ट्रैन है।
अरुण: आने दो बताता हु।कुछ लोगी मोम।
सरला: जैसे की ।
अरुण: किस्स।
सरला: दे ।
अरुण: ट्रैन में दूँगा।
सरला:हाँ जैसे ट्रैन में कोई नहीं होगा।
अरुण: देखते है किस्मत क्या कहती है।
सरला: मेरे राजा को किस्मत की नहीं अपनी माँ के साथ की ज़रूरत है।
और मैं हमेशा तेरे साथ हू।
किस क्या जो भी माँगेगा सब मिलेंगा।

ऐसे बात करते २ ट्रैन आ जाती है ।
अरुन चलो माँ ट्रैन आ गई।
सरला: हाँ चलो नहीं तो सीट नहीं मिलेगे।
अरुण: ट्रैन की तरफ चल देता है पीछे पीछे सरला।

सरला ये तो राजधानी है।
हा तो हमारी टिकट इसी की है और उसको लेके एसी में चढ़ जाता है।
और अपने कूपे में आ जाता है।
जिस में सिर्फ २ सीट होती है।
और गेट बंद हो सकता है।

सरला: ये क्या है।
अरुण: हमारी सीट।
सरला: पर ये तो महंगी होती है।
अरुण: है तो मेरी बीवी क्या जनरल में जाएगी।
सरला की आँखों में ऑस्सू आ जाते है ।

अरुन अब क्या हुआ माँ।
सरला: कुछ नहीं इतना ख्याल रखेगा अपनी माँ का तो ख़ुशी के मारे पागल हो जाऊँगी।
अरुण: उसकी ज़रूरत नहीं है।

कुछ टाइम बाद ट्रैन चल देती है।
सरला रमेश को बता देती है की ट्रैन चल दी है पहुच के बता दूंगी।

अरुण: हो गया
सरला:क्या ।

तभी टीसी आ जाता है टिकट्स चेक के बाद।
अरून कूपे का दरवाजा लॉक कर देता है।

सरला: अच्छा तो साहब का ये प्लान है यहाँ कोई भी नहीं आ सकता और तुम्हे मुझे छेडने का बहाना मिल जाएगा।
अरुण: क्या मुझे छेडने की ज़रूरत है।
सरला: बिलकुल नहीं मैं तेरी हूँ और तू मेरा राजा।
 
अरुण: माँ
सरला: हाँ
अरुण: क्या पहनी हो।
सरला: वही जो तूने कहा था।
अरुण: पक्का।
सरला:हाँ और कुरते को कन्धा से सरकाकर ब्रा के स्ट्राप दिखा देति है।खुश
अरुण; ये तो एक है दुसरा।
सरला: उसके लिए इंतज़ार ।
अरुण:माँ नॉट फेयर।
सरला: माय जानू एवरी थिंग इस फेयर इन लव।
अरुण: ओके मैं ड्रेस चेंज कर लेता हू।
और अपने कपडे उतारने लगता है।
सरला: सब मत उतारना।
अरुण: नहीं तो ।
सरला:नहीं तो मैं डर जाऊँगी।
अरुण: हॅसने लगता है और बैग में से शॉर्ट्स निकलता है।
सरला; इसकी क्या ज़रूरत है सिर्फ बनियान और फ़्रांची में ओके है।
अरुण; सोच लो डर मत जाना।
सरला: है बड़ा आया डराने वाला।
अरुण: ठीक है।
आप भी चेंज कर लो।
सरला; मैं नाइटी नहीं लाई।
अरुण; मैं तो लाया हूँ अपनी बीवी के लिये।
सरला; कहाँ है।

अरुन बैग में से पैकेट निकालता है।
और उसके अंदर शार्ट नाइटी थी जो की सरला के घुटनो तक आती और सेमि ट्रांसपेरेंट थी।
सरला; ये कब लाया।
अरुण: दिन में जब आप सो रही थी।
सरला: अच्छा मतलब किसी भी तरह ब्रा पेंटी मैं देखना है अपनी माँ को।
अरुण; नहीं माँ मुझे पता है जब आप ने बोला है और टाइम माँगा है तो मैं वेट करुँगा पर नाईट के हिसाब से और मुझे अपनी बीवी को इसमें कम्फर्टेबले देखना है इसलिए लाया हू।
सरला: ला दे ।
अरुन पकड़ा देता है और अपनी टॉवल लपेट कर बाहर जाने लगता है।
सरला; कहा जा रहे हो माय डिअर हब्बी।
अरुण: वो आप चेंज कर रही हो न।
सरला: तो क्या हुआ तुम रुक सकते हो।
अरुण: पर आप ने वेट करने को कहा।
सरला: तो मैं कब कह रही हूँ देखने के लिये।
अरुण; फिर
सरला; तुम खिड़की से बाहर देखो मैं चेंज कर लेती हू।
अरून: ठीक है।
सरला:इधर मत देखना विंडो से जो दीखे वही देखना।
अरुण: ओके और सोचता है विंडो से क्या दिखेगा।
पर जब खिड़की में देखता है तो बाहर अंधेरा होने की बजह से अंदर के कूपे का प्रतिबिम्ब में सब दिख रहा था ।अरून समझ गया माँ ने ये क्यों कहा खिड़की से जो दीखे वो देख लेना।

तभी अरुन की आंखे फटी रह जाती है।
इतनी देर में सरला ने अपना कुर्ता उतार दिया था और फिर पजामी।

अब सरला सिर्फ पेंटी और ब्रा में थी और पेंटी का मतलब पेंटी का न होना सिर्फ चुत के मुह को ढकने वाली बाकि सब ओपन।
फिर सरला आराम से घुमति है ।
अरुन उसका पिछवाडा देख के पागल हो जाता है पर कुछ नहीं बोलता।
सरला फिर नाइटी उठाती है और पहन लेती है।

अरुन अब भी बाहर देख रहा है।
सरला: हो गया अब तुम मुह घुमा सकते हो।
अरूज़: उसे फटी २ निगाहों से देखता रहता है।
सरला; क्या हुआ अरुन कुछ डरावनी चीज़ देख ली क्य।
अरुण; नहीं माँ खूबसूरत जन्नत से भी ज़्यादा।
सरला; कहीं तूने मुड के तो नहीं देखा।
अरुण; नहीं मोम
सरला; तो ठीक है।
सरला मन ही मन बेटा जो तू चाहता था सब दिखा दिया मैं तुझे मना नहीं कर सकती पर कुछ दिवार तो है जिसे तोड़ने में कुछ टाइम लगेगा।।

सरला ; बाथरूम जाना है और पैड़ भी चेंज करना है।।
अरून: वही कूपे का गेट खोलता है जिस्मे अटैच्ड बाथरूम था।
सरला: वाओ मतलब कहीं बहार जाने की ज़रूरत नही
अरुण; और आप को क्या लगा इस ट्रांसपेरेंट नाइटी में आप को बाहर जाने दूँगा।
इस रूप में आप को सिर्फ मैं देख सकता हु पापा भी नही।
सरला; उसकी बॉहो में आते हुए ।
हा सिर्फ तू देख सकता और कोई नहीं तेरे पापा भी नही
 
अरून बैग में से एक पैड़ निकालता है।



मै चेंज कर लेती हूं।





अरुन बैग में से पैड़ निकाल कर
मा इसे यूज कैसे करते है ।
सरला उसके हाथ से पैड़ छिनते हुए
जब करना हो तब बता दूंगी ।
बाद में तुझे ही करने है धीरे से बोल कर बाथरूम चली जाती है।
अरून सुन नहीं पाता।
अंदर सरला मोबाइल से अरुन को मैसेज करती है।
"मेरे प्यारे नए हब्बी पैड़ का साइज बड़ा है और तुम्हारी दिलाये हुए जी- स्ट्रिंग बहुत छोटी है जिस की बजह से पैड़ पेंटी से बाहर आ रहा है।
प्लीज मेरी पुरानी पेंटी मेरे बैग मैं है उसे दे दो ।
मै चेंज कर लुंगी तुम्हारा आर्डर था इसको पहनने का इसलिए मैंने मना नहीं किया और पहन ली और आगे भी वही पहनुंगी जो तुम बोलोगे पीरियड्स में पुरानी पेंटी पहनने की परमिशन दे दो।

प्लीज जानू""

कुछ देर में अरुन का मैसेज

"""इसीलिए मैं टम्पोंस यूज करने के लिए बोला था क्यों की वो अंदर फिट हो जाता है अभी दे दे रहा हूँ आगे से टम्पोंस यूज करना सिख लो।।।।ओके जान ""
सरला: ओके जानू अभी दे दो और हाँ वक़्त आने पर तुम्हारा टेम्पोंस सब से पहले यूज करना तुम से ही सिखुग़ी।""

तभी गेट पे नॉक होती है और अरुन सरला को उसकी इंडियन स्टाइल देसी पेंटी दिखा कर मैं पहना दू ।

सरला: तू मेरा पति है जो तू मुझे पहनायेंगा।
अरुण: एक दिन तो मैं ही पहनाउँगा।
सरल; अहा पहना लेना अभी तो ठण्ड लग रही है वैसे भी पता नहीं तुझे मेरे शरीर पर कपडे अच्छे नहीं लगते पहले छोटी २ कछिया दिला दिया अब ये नाइटी।
और अरुन के हाथ से पेंटी छीन लेती है और गेट बंद कर देती है।

फिर चेंज करके सरला बाहर आती है

बाहर अरुन सीट पे कम्बल ओढ़ कर बैठा था ।

सरला: वाह माँ बाहर बेटा कम्बल में।
अरुण: साइड होते हुए आप आ जाओ मैं उप्पर वाली बर्थ पे लेट जाता हू।
सरला; क्यों मैं ज्यादा मोटी हूँ जो हम दोनों इस बर्थ पे नहीं आयेंगे।
अरुण: नहीं ऐसा नहीं है।
सरला; तो साइड हो मुझे भी बैठने दे ।

सरला बैठी ही थी की गेट नॉक होती है।
सरला अब कौन है।

अरुन खाना देने आया होगा।
पर मैं इस शार्ट नाइटी में।
अरून मैं हु ना।
सरला को उप्पर से फुल कम्बल ओढ़ा देता है और खुद टॉवल लपेट लेता है।
बाहर वेंडर दोनों का डिनर लेके खड़ा था
डिनर सर्व कर के चला जाता है।

सरला बर्थ पे से कम्बल हटा देती है और दोनों साथ में डिनर करने लगते है ।
अरून एक बाईट सरला के मुह से पास करता है सरला खा लेती है साथ मैं ऊँगली भी चूस लेती है।

इसी तरह दोनों एक दूसरे को खाना खिलाते है।
डिनर करने के बाद।
सरला :थैंक यु
अरुण: किस बात के लिये
अभी तक की सभी बातों के लिये।
अरुण: ओह मतलब जो हब्बी बोल रही हो वो सब झूठ है।
सरला: नहीं ऐसा नहीं है।
अरुण: ऐसा है तभी तो थैंक्स बोल रही हो।
सरला; ऐसा होता तो खिड़की से सब कुछ नहीं दिखाती अपनी जान को।
अरुण: चुप हो जाता है ।
और सरला को कस कर अपनी बाँहों में ले लेता है।
ओर उसके होंठो की तरफ अपने होठ बढाता है।

सरला: लिप् किस जरुरी है
अरुण: नहीं ऐसा नहीं है।
सरला: हलके से अपने होठ अरुन के हाथों से टच कर देती है।
बस अरुन फिर कभी।
अरुण;जैसी आप की मर्ज़ी वैसे भी शादी के बाद लड़का और लड़की को एक दूसरे को समझने के लिए टाइम देना चाहिए ।
सरला: तुम कितने समझते हो।
मेरी हर बात मान कर कोई न कोई मिशाल पेश कर देते हो।

अरुण: सारी बातें छोड़ो जी- स्ट्रिंग कहा है ।
सरला: बाथरूम में कल जब उतरेंगे तो चेंज कर लुंगी ।
अरुण: अनकंफर्टबल फील हो रहा है तो रेहने दो।
सरला: नहीं बस पैड़ की बजह से बाकि तो बहुत कम्फर्टेबल है।
तभी सरला उप्पर वाली नाइटी उतर देती और अरुन से पूछती है।
मै ऐसे सोउ तुझे कोई प्रॉब्लम तो नही।
अरुण: नहीं आप जैसे चाहो।
सरला; रात में मुझे छेडेगा तो नही।
अरुण:छेड दूंगा तो क्या कर लोगी।
सरला उसका सर पकड़ कर एक और लिप् किस ले लेती है।
और छेडेगा।
अरून : नहीं मेरी मा।

सरला: गुड बॉय और निचे वाली बर्थ पर गुड नाईट बोल कर लेट जाती है और अरुन को अपने
पास बुलाती है और अपने बगल मैं लिटा लेती है।

अरुन के बाजु पे अपना सर रख कर।

सरला: अरुन
अरुण: हाँ।
सरला: एक बात पुछु।
अरुण: क्या।
सरला: पहले प्रॉमिस कर सच बतायेगा।
अरुण: प्रोमिस
सरला: सोच ले।
अरुण: बोलो मोम।
सरला:::क्या तुझे मैं सच मैं इतनी अच्छि लगती हूँ की तू मुझे अपनी बीवी मानकर मेरे लिए सुब कुछ कर रहा है या तेरे पापा मेरी केयर नहीं करते इस लिए मुझ पर एहसान कर रहा है।
अरुण; सच बोलु।
सरला:: है एकदम सच।
अरुण: कड़वा सच है सिम्प्ल।
सरला; जो सच हो
अरुण: सुन पओगि।
सरला; हाँ
अरुण:सोच लो बुरा मत मानना।
सरला: तो बोल न ।
 
अरुन उठता है और कूपे की लाइट ऑफ़ करता है।
और सरला के पास आ कर लेट जाता है।
तो सुनो मोम

आप मुझे बहुत अच्छि लगती हो जो मुझे अपनी बीवी में चाहिए वो सब है आप में।




अरुन : बुरा मत मानना मोम।
सरला: बोल अरुन सुन रही हूं।
तो सुनो कड़वा सच
तुम्हरी गाण्ड क्या मस्त गाण्ड है जिसे देख कर कोई भी पागल हो सकता है और बूब्स ऐसा लगता है की उन में
मुह दे कर घण्टो उनका दूध पिते रहुँ।
आप एकदम सेक्सी माल हो
पर इन सब से ज्यादा मेरी प्यारी सी माँ मुझ से बहुत प्यार करती है इसका सबुत आप मेरी बीवी बनने को राजी हो गई मेरे बोलने पर ।
क्या मुझे इतना कोई प्यार कर सकता है ।
नही ना।
मै आप से कितना प्यार करता हु मुझे भी नहीं मालूम।।
और बोल कर चुप हो जाता है।

सरला कुछ देर खामोश रहती है।
सरला की ख़ामोशी से अरुन तड़प उठता है और रोने लगता है।
सॉरी माँ मुझे आप से ऐसी गन्दी बात नहीं बोलनी चाहिए थी।
आई ऍम सोर्री
सरला; अरुन के गाल पर थप्पड मारती है।

सरला: मुझे तेरी किसी भी बात का बुरा नहीं लगा मेरे बेटे । तूने सिर्फ सच बोला है मुझे ख़ुशी है की तेरे में सच बोलने की हिम्मत है।

मै भी तुझ से बहुत प्यार करती हु अपनी जान से भी ज्यादा तेरे पापा से भी ज्यादा।
और मुझे पूरा यकीं है तू मेरी हर
(("" हर अधूरी इच्छा पूरी करेंगा"" ))
बाल करेगा न।

अरुन: हाँ माँ जो आप बोलोगी वो सब करुन्गा।
सरला अरुन के चेहरे को अपने हाथों में लेती है और अपने लिप्स अरुन के लिप्स से चिपका देती है और दोनों बड़े आराम से एक दूसरे के लिप्स को चुमते रहते है ।
उधर ट्रैन अपनी रफ़्तार से अपनी मंजिल की ओर जा रही है और अंदर एक नया रिश्ता अपनी मंजील की ओर जाने की शुरुआत कर रहे है।
न जाने कितने देर दोने प्रेमी जोड़ा एक दूसरे को चुमता रहता है।

सरला अपने होठ अरुन से अलग करते हुए।

अरुण; क्या हुआ जान।
सरला: कुछ नहीं वाश रूम जाना है।
अरुण: ओके जाओ मुझे भी जाना है दोनों साथ चले।
सरला: कोई ज़रूरत नही। तुम रुको मैं हो कर आती ह।
और उठ कर लाइट ऑन कर देती है और बैग में से पैड़ निकालती है और वाश रूम चलि जाती है।

वाशरूम में सरला शीशा देखति है और अपने आप को देख कर शरमा जाती है
क्या वाकई में मेरी गाण्ड और बूब्स इतने मस्त है की मेरा खुद का बेटा इनपे फ़िदा है।
और शीशे में आगे पीछे देखती है।
और मुस्कुराते हुए पैड़ चेंज कर बापिस बाहर आ जाती है ।

इधर बाहर अरुन सरला का इंतज़ार कर रहा होता है।
और उसके आते ही वाशरूम भागता है ।

सरला; क्या हुआ मेरे सोना की सुसु निकल गई क्या उसकी कच्छी में।

अरुन वाशरूम से बाहर आते हुए।
जी नहीं ऐसा कुछ नहीं है।

सरला: तो मेरा सोना बाबू इतनी अचानक क्यों भागा था।
अरुण: सुसु काफी अचानक आ रही थी।
सरला: तो पहले क्यों नहीं गया ।
अरुण: वो ओ
सरला: वो वो क्या।
अरुण: आप इतना मस्त किस कर रही थी मन ही नहीं किया आप के रस भरे होंठ छोड़ने को।
सरला: शरमाते हुए चल पागल मैं भाग थोड़े ही रही थी
किस इतनी अच्छि लग रही थी तो अब कर ले और अरुन के होठों से अपने होठ दोबारा लगा देती है
ओर दोनों फिर एक दूसरे की बाँहों मैं समां जाते है।
 
थोड़ी देर में सरला अलग होते हुए।

अरुन लाइट बंद कर दो और सो जाओ काफी रात हो गई है।

अरुण: पर मोम।
सरला: उसके हाथों पर ऊँगली रखते हुए।

अरुन मैं अपनी ज़िन्दगी दोबारा जीना चाहती हु अपने तरीके से , अपनी हर अधुरी इच्छा पूरी करना चाहती हूं।

तूम मेरा साथ दोगे ना।
अरुण: हाँ माँ ।
सरला: तो सो जाओ । मैं जल्दबाज़ी में अपने प्यार को पाने का मजा ख़राब नहीं करना चाहती


आज से मैं तुम्हारी हूँ सिर्फ तुम्हारी।

पर अपने हिसाब से तुम्हे अपने आप को सौपना चाहती हूँ मेरा वेट करोग ना।
अरुण: सरला का हाथ अपने हाथ में लेते हुए
जैसे आप चाहोगी वही होगा।
मै इंतज़ार करुँगा ।
सरला: अब चलो सो जाओ फिर शादी की बजह से ६ दिन तक सायद सोने को न मिले।
गुड़ नाईट।
अरुण: गुड नाईट माँ

ओर दोनों एक दूसरे के बाँहों में सोने की कोशिश करते है नीन्द किसी की ऑंखों में नहीं थी।
एक अपनी ज़िन्दगी दोबारा अपने बेटे की बाँहों मैं जीना चाहती थी अपने तरीके से और दुसरा पहली बार पाने की चाहत में सपने देख रहा था
पता नहीं सोचते २ कब दोनों की आँख लग गई।

पता नहीं सरला कब तक सोती रहती है ।
तभी उसके कान में आवाज़ आती है ।
गुड़ मॉर्निंग जान उठ जाओ ।

सरला कुनमुनाते हुए आँख खोलती है तो राज हाथों में चाय की ट्रे लिए खड़ा था ।
अरुण: उठ जाओ जान चाय ठण्डी ही जाएगी।
सरला: अंगडाई लेते हुए फ्रेश हो कर आती हु और अपने उपर से कम्बल हटाती है।
सरला की नाइटी उसके पेट पे थी और
और उसका निचे के हिस्से पे सिर्फ उसकी पेंटी थी बाकि कुछ नही।
अरुण गौर से उसे इस अवस्था में देखता रहता है ।
सरला कुछ नहीं बोलति और कम्बल से ढकने की कोशिश भी नहीं करती।
कुछ समय बाद
सरला: देख लिया या कुछ और बाकि है।
अरुण: वो माँ वो मोम।
सरला: हाँ बोलो कुछ और बाकि है।
अरुण: नहीं माँ आप की थाइस कितनी गोरी और सुडौल है एकदम केले की तरह ।
सरला: इतनी अच्छी लगी मेरे बेटे को।
अरुण: हाँ मा।
सरला: उठते हुए।
अरून को बॉहो मैं भर कर उसके कान में तेरी ही है
जब मन करे देख लिया कर।
अब जाऊ बाथरूम करने या यही कर लूँ बहुत जोरो की लगी है।

अरुण: कर लो कौन देख रहा है।
सरला: तो और कौन सब से ज्यादा डर तो तेरे से है।
अरून छोड़ देता है और सरला वाशरूम चली जाती है।

अरुन पीछे से जल्दी आना जान चाय ठण्डी हो जाएगी।
 
सरला बाथरूम में से-
जानु पैड़ देना मैं लाना भूल गई।
अरून बैग में से पैड़ निकाल कर देता है।
सरला चेंज कर के बाहर आती है।
और दोनों चाय पीते है।
सरला: कब तक पहुच जाएंगे।
अरुण: शाम को ६ बजे तक्।
सरला: मतलब अभी पूरे १२ घंटे तेरे साथ अकेले में।
अरुण: क्यों डर लगता है मेरे साथ ।
सरला: चुप इस टाइम तो सबसे सेफ तेरे साथ हूँ पुरी तरह। सिर्फ एक सेमि ट्रांसपेरेंट नाइटी में तेरी बाँहों में थी फिर भी तूने कुछ नहीं किया कोई और होता तो अपनी मनमानी ज़रूर करता।
अरुण: ओ गलती हो गई कुछ करना चाहिए था मेरे को।
सरला: बाजु पे मुक्का मारते हुए। तुझे कुछ करने की ज़रूरत नहीं है टाइम पे तुझे सब कुछ मिलेंगा।
अरुण: मैं इंतज़ार करूँगा।
सरला: मैं भी
अरुण: मतलब
सरला: चाय पी ठण्डी हो रही है।
अरुण: माँ चाय पी कर कपडे चेंज कर लो।
सरला; आज क्या पहनू मेरी जान
अरुण:,मेरी जीन्स और टी शर्ट ट्राई करो।
सरला: मेरे में नहीं आयेंगे
अरुण: ट्राई तो करो।

मुझे अच्छा लगेगा मोम।
सरला; क्या
अरुण: आप ने ये नहीं कहा की मैं नहीं पहनूँगी।
सरला: अब मैं तेरे को किसी बात के लिए न नहीं बोलूँगी
क्यूं मुझे पता है तू वही मुझे करने के लिए बोलेगा जो मेरे लिए अच्छा होगा और वही पहनने के लिए बोलेगा जो मुझ पर अच्छा लगेगा।

और अरुन उसे अपनी ब्लैक जीन्स येलो टी शर्ट और ब्लैक थोंग और ब्लैक पैड़ वाली ब्रा देता है ।

सरला ख़ुशी २ कपडे ले कर वाश रूम चलि जाती है।
काफी कोशिश के बाद भी अरुन की जीन्स सरला को नहीं आती।
सरला: जान जीन्स टाइट है।
अरुण: बाहर आ जाओ।

सरला बाहर आ जाती है।

अरुन सरला को अपने पास बुलाता है।
जीन्स का बटन लगाने की कोशिश करता है जिस की बजह से उसका हाथ सरला के पेट और पुसी के सामने टच होता है ।
सरला: अगर मज़े ले लिए हो तो बटन लगा दे।
अरुण; सरला को देखते हुए आप को कैसे पता।
सरला: तेरी बीवी से पहले तेरी माँ हु सब जानती हुँ।
अरुण:ओके ओके इसका बटन नहीं लगेगा आप इस में बेल्ट डाल लो और टी शर्ट बाहर रहने दो आप के लिए दिल्ली पहुच कर आप की फिटिंग की जीन्स ले लेंगे।।
कपडे पहनने के बाद ।
सरला: कैसे लग रही हूँ।
अरुण: माल ।
सरला: तो रेप कर दो इस माल का।
अरुण: आगे बढ़ते हुए।
सरला: कोई बचाओ मुझे मेरे पति से जो मेरा रेप करने वाला है जब की मैंने सरे कपडे पहने है और अगर नंगी होती तो पता नहीं क्या करता।

फिर सरला जोर जोर से हॅसने लगती है और अरुन के बाँहों में समां जाती है उस के कान में मेरी जान को रेप करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी मैं खुद अपने हाथों अपना सब कुछ अपनी जान पर लुटाउंगी और उसके गाल पर किस कर के अलग हो जाती है शायद ट्रैन किसी स्टेशन पर रुकी थी।

दोनो ट्रैन रुकने के बाद
स्टेशन पर उतरते है।
सरला ने जीन्स और टी शर्ट पहनी थी
अरुण: कैसे फ़ील हो रहा है मोम
सरला: लग रहा है की दोबारा जवान हो गयी हू।
अरुण: आप जवान ही हो तभी तो मस्त माल हो।
सरला: चुप कर जब देखो छेड़ता रहता है।

और बात करते हुए कुछ खाने का सामान लेते है और बापिस ट्रैन में आ जाते है और ट्रैन अपने मर्ज़िल पर चलने लगती है।

फिर दोनों अपने कूपे में आ जाते है
इसी तरह ट्रैन अपनी मंजिल की और चलती रहती है।
दिल्ली आने से एक घंटे पहले
अरुण: माँ चेंज कर लो और फ्रेश हो जाओ।
सरला: क्यों ऐसे अच्छी नहीं लग रही।
अरुण: बहुत अच्छी पर ऐसे मौसी के घर जाना है तो कोई बात नही।
सरला: नहीं नहीं ऐसे नहीं वो तो कुछ नहीं बोलेगी पर उसके घर वाले और पडोसी क्या बोलेंगे चल कर लेती हूँ।
अरुण: सरला के बोले बिना उसे कपडे निकल कर दे देता है।
सरला; क्या निकल है मेरे हबी ने अपनी जान के लिए
एक ऑरेंज साड़ी ब्लाउज पेटीकोट सिंपल वाली पेंटी और पैडे वाली ब्रा।
सरला: ओके जैसे मेरी जान की मर्ज़ि।
और अरुण के भी कपडे निकाल देती है।
और दोनों चेंज कर लेते है।

बस चेंज करते टाइम इस बार फ़र्क़ ये था की सरला ब्रा और पेंटी वाशरूम में चेंज करती है और बाहर आ कर
साडी ब्लाउज पेटीकोट पहनती है।
इसका मतलब अरुण ने अपनी माँ को आज सिर्फ ब्रा और पेंटी में देख लिया।
पर कुछ हुआ नही।
सरला: मन ही मन।
अगर कोई और मुझे इस हालत में देख लेता तो किस जरुर कर ड़ालता पर अरुन में कितना पेशेंस है मेरी बात का किस तरह मान रख रहा है मुझे उसे और तडपाना नहीं चाहिये।
अरुण: क्या सोच रही हो मोम।
सरला: कुछ नहीं ।कितनि देर है अभी ।
अरुण: बस ट्रैन पहुचने वाली है।
और थोड़ी देर बाद दोनों ट्रैन से उतर जाते है।
स्टेशन से बाहर आ कर टैक्सी लेते है मौसी के घर के लिये।

हाफ ऑवर में घर पहुच जाते है।
घर पर सरला की बहन उसका वेलकम करती है ।
घर पर सभी होते है ।
 
सोनिया की फैमिली ( सरला की सिस्टर)
हस्बैंड।
एक बेटा एक बेटी साक्षी जिस की शादी होने वाली है। उसके बाद ससुर।
सब बात करते है। हालचाल पूछते है ।
डिटेल्स काफी है पर हम सिर्फ अपने हीरो और हीरोइन पर ही फोकस करेंगे की इतने लोगो के बीच उनकी लव स्टोरी कैसे आगे बढ़ती है शादी वाले घर में।

सरला काफी देर से अपनी सिस्टर उसकी बेटी और सासु से साथ बैठी थी पर उसका मन वहाँ नहीं था क्यों की अरुन पिछले २ घंटे से सोनु सोनिया के बेटे के साथ कही गया था।
बार बार सरला घडी की तरफ देख रही थी

सोनिया: क्या हुआ सरला ।
दीदी कुछ नहीं
नीन्द आ रही है क्या ।
सरला: नहीं ऐसी बात नहीं है।

वो सोनिआ को क्या बताये की उसकी जान उसे २ घंटे से दिखाई नहीं दी है ।

सरला मौका देखकर अरुन को मैसेज करती है

" कहा हो तुम २ घंटे हो गये है मुझे तुम्हे देखे
हुए और तुम्हे कोई मतलब नहीं ""

कुछ देर में सरला का मोबाइल में मैसेज आता है।

मा सॉरी वो सोनु को कितनी बार तो बोल दिया पर कुछ बुकिंग करनी है इसलिए टाइम लग रहा है आ रहा हु कुछ देर में।सरला कुछ रिप्लाय नहीं करती।
कुछ देर बाद अरुन आ जाता है।
और सरला के पास आ कर बैठ जाता है।
सरला कुछ नहीं बोलति ।

अरुण: मैसेज टाइप करके सॉरी मोम।
सरला: मैसेज पढ़ कर कोई रिप्लाय नहीं देती
अरुन: फिर सॉरी मोम
सरला; फिर सरला कोई जवाब नहीं देती।
कुछ देर बाद
अरुण:मैसेज पर सॉरी मेरी माल।
सरला;मैसेज पढ़ कर हँस देती है।

अरुण: माफ कर दिया ना।
सरल: मैसेज में मै अपने खसम से ग़ुस्सा कैसे हो सकती हूँ।
तभी सोनिया खाना खाने के लिए बोलती है
और सभी खाना खाते है।
और उसके बाद सारे बैठ कर साक्षी की शादी के अरेंजमेंट की बातें करते है पर अपने लव बर्ड सरला और अरुन का मन नहीं लगता इन बातों में
सोनिया नोटिस करती है ।

सरला नींद आ रही है क्या
सरला: दी वो ट्रैन में नींद पूरी नहीं हुई न इसलिए सर भारी है रहा है।
ठीक है तो बोल न ।
तूम दोनों का अरेंजमेंट रुक्ने का फर्स्ट फ्लोर पे किया है।
सरला: ओके दीदी।
सोनिइस सोनु से मौसी को उपर वाला कमरा दिखा दे। और इन का सामान उप्पर पहुचवा दे।
तभी सोनु बोलता है मौसी आप सो जाओ।
अरून हमारे साथ बैठेगा क्यों अरुण।

अरुन क्या बोले
सरला समझ जाती है।

तभी सरला वो रुक जायेगा मना नहीं करेगा पर वो भी रात को सो नहीं पाया है इसकी फिर तबीअत ख़राब हो जयेगी।

सोनिया रहने दे सोनु दोनों को आज आराम करने दे कल से फिर काम ही काम है।

और सोनू दोनों को कमरा दिखा देता है और निचे चला जाता है।
सरला तुरंत गेट लॉक करके अरुन की बाँहों में समां जाती है।
अरून भी कस कर सरला को अपनी बाँहों में भीच लेता है।
सरला:आराम से जानू।
अरुण: क्या हुआ मेरे जान को लग गई।
सरला: नहीं कुछ नहीं ।
और दोनों ऐसे ही कुछ देर खड़े रहते है।
फिरर अलग हो कर
सरला रूम तो अच्छा है बाथरूम भी अटैच्ड है निचे जाने की ज़रूरत नही।
 
सरला अरुन से
लगता है जल्दी आ कर गलती कर दी।
अरुण: क्यों मोम।
सरला: शादी का घर है हमें अकेले टाइम नहीं मिलेगा ।
अरुण: क्यों हमें कुछ अकेले में करना है।
सरला: घुरते हुए कुछ नहीं करना न अब बोलना मत।
अरुण: क्या माँ मैं क्या बोलता हूं।
सरला: ब्रा पेंटी पहन कर दीखाने को तेरे पापा बोलते है।
अरुण: वो क्यों बोलेंगे।वो बोले और आप ने पहना तो मुझ से बुरा कोई नहीं होगा।
सरला: अरुन को देख कर।
कोई नहीं देखेगा मुझे तेरे सिबा मेरे पापा भी नही।
अब मुझ पर सिर्फ तेरा और सिर्फ तेरा हक़ है।
और अरुन को कस कर भीच लेती है इस बार अरुन सिसक पड़ता है।

सरला अरुन से-
हमे यहाँ कुछ कण्ट्रोल में रहना होगा।
अरुण: क्यों हम कुछ गलत करते है।
सरला: अरे बाबा यहाँ तुम मुझे नाइटी में नहीं रख सकते और न मैं तुम्हे फ़्रांची में।
सरला: मुझे लगता है हमें होटल में रूम ले कर रहना चहिये।
अरुण: तो चलें।
सरला: अब नहीं जा सकते सोनिया दी से क्या बोलेंगे।
खैर छोडो देखते है क्या होता है।
और कपडे ले कर चेंज करने चलि जाती है
इधर अरुन बैग मैं से पैड़ निकाल कर बाथरूम के गेट पर नॉक करता है

क्या हुआ अरुन
मोंम आप का पैड़ बाहर रह गया।
सरला गेट खोल देति है उस टाइम सरला ने सिर्फ ब्रा और पेंटी पहनी हुए थी
अरुण: वाओ माँ क्या सेक्सी फिगर है आप का मन करता है की ।
सरला: की
अरुण: अभी पकड़ कर
सरला: हाँ बोल ना
अरुण: कुछ नही।
सरला: जब बस का नहीं है तो मत बोला कर और अरुन के हाथ से पैड़ छीन कर गेट बंद कर देती है।

अरुन बेचारा बाहर खड़ा सोचता रहता है।

थोड़ी देर में सरला बाहर आती है।

(अरुन से) जाओ फ्रेश हो जाओ
अरून वाशरूम चला जाता है।

बाहर सरला बेड सेट करके अपने कपडे उतार कर सिर्फ ब्रा और पेंटी में चद्दर ओढ़ कर लेट जाती है।

जब अरुण बाहर आता है तो सरला को लेटे हुए देख कर लगता है माँ आप थक गई हो ।

सरला: नहीं ऐसे नहीं है।
अरुण: अरुन भी लेटने के लिए बेड पर आता है।
तो सरला। क्या हुआ मोम
अपने कपडे उतारो।
अरुण:पर माँ
सरला:जलदी
करुन अपने कपडे उतार देता है
और सिर्फ अंडरवियर में।
अरुण: इसे भी उतारु।
सरला: नहीं इसे रहने दे।
और अरुन बेड में आ जाता है सिर्फ अंडरवियर में।

अरुन चादर में आता है तो अपनी जान को सिर्फ ब्रा और पेंटी में देखता है।
सरला: क्या हुआ क्या देख रहा है।
अरुण: कुछ नहीं आप तो बोल रही थी यहाँ वो सब नहीं कर सकते।
सरला: क्या करूँ मन नहीं मानता।
अरुण: क्या करने के लिये।
सरला: तेरे साथ कपडे पहन कर सोने के लिये।
अरुण:माँ आई लव यु।
सरला:मैं भी अरुण।
अरुण: माँ आई वांट तो लव यू।
सरला: मना किस ने किया है
अरुण: आप ही तो बोली थी थोड़ा टाइम चहिये।
सरला: थोड़ा टाइम ही तो माँगा था।
अरुण: मतलब ।
सरला; थोड़ा माँगा था महिने नही।
अरुण: अरुन इस का मतलब मैं आप से प्यार कर सकता हू।
सरला: बुद्धू एक औरत सिर्फ ब्रा पेंटी में तेरे सामने खड़ी है और तू अभी भी पूछ रहा है।आ बोल क्या करना चाहता है।
अरुण: वो मैं
सरला: वो मैं क्या ।
अरुण: दूध पिना चाहता हूँ।
सरल: मैं जानती थी की है तो मेरे बेटा न पहले अपनी माँ से दूध ही माँगेंगा।
सरला उठ कर ब्रा के स्ट्राप खोल देति है और अरुन को अपनी आंखों पे यकीन नहीं होता की वो अपनी माँ अपनी जान अपनी बीवी के बूब्स अपनी ऑंखों से पहली बार नंगे देख रहा था।
अरुन की उम्मीद से बड़े थे और सूंदर सुडोल
अरून उनकी खुबसुरती में खो जाता है।
सरला: सिर्फ देखने है या कुछ करना है
अरुण: हडबडाते हुए ।
वो मैं कहते हुए अपने होंठ सरला के बूब्स की तरफ बढाता है।
सरला अपनी आंखे बंद कर लेती है पहली बार कोई उसे बूब्स चुसने जा रहा था उसके पति के अलावा और अरुन ने बचपन में चूसे थे जब वो छोटा था।
और आज बड़े हो कर चुसने जा रहा है।
जैसे ही अरुन सरला के बूब्स को हाथ लगाता है
सरला के मुह से सिसकारी निकल जाती है
तभी गेट पर नॉक होती है।
सरला और अरुन दोनों हड़बड़ा जाते है ।
और एक दूसरे को देखने लगते है।
सरला: कौन ।
मै हूँ सोनिया।
 
सरला एक मिनट दीदी।
और जल्दी जल्दी अरुन को शॉर्ट्स और बनियान पहनाती है
और खुद नाइटी डाल लेती है बिना ब्रा के।
और अरुन को सोने के लिए बोल देती है और खुद दरवाजा खोलती है।
सोनिया अंदर आते हुए।
सो गयी थी क्या ।
सरला: हाँ अरुन सो गया मैं भी बस सोने ही वाली थी।
सोनिया;तू बड़े दिनों बाद आई है न इसलिए तेरे से बातें करने का मन कर रहा था इसलिए आ गई ।
फिर कल से रिश्तेदार आने लगेंगे और काम भी होगा तो बात करने का टाइम नहीं मिलेंगा।
सरला: बोलो दी।
और बता रमेश कैसे है और नीतू।
सुब अच्छे है यही बातें करते २ देर हो जाता है।अरुन इंतज़ार करते २ सो गया ।
और सोनिआ भी सरला के साथ उसकी बेड पे सो गई
और एक बार फिर
सरला अरुन को प्यार नहीं कर पाई शायद वक़्त नहीं आया था।

सोनिया जल्दी उठ जाती है और सरला को भी जगा देति है।
सरला अरुन को जगाना चाहती है पर सोनिया मना कर देती है।
और सरला को अपने साथ निचे ले जाती है।
निचे आकर सरला का मान अरुन के बिना नहीं लगता
और अरुन का इंतज़ार करती है की वो निचे आएगा।
काफी देर बाद सोनिया बोलती है लगता है अरुन जगा नहीं है।
जा सरला उसे जगा दे वो भी नास्ता कर लेगा।
जैसे ही सरला जाने को होती है सोनु बोलता है मैं उठा देता हूँ।
सरला; रहने दे सोनू मुझे भी काम है मैं ही उठा दूँगी।
सरला भाग कर उपर जाती है कहीं कोई और न उप्पर चला जाए।
रूम में पहुच कर दरवाजा बंद करती है।
और अरुन के पास जाती है उसे जगाने।
वैसे ही अरुन सोने का नाटक करता है।
अरुण: माँ मुझे भूख लगी है दूध पीना है कब से जगा हुआ हू।
सरला: मेरा बेटा रोते नहीं मम्मी आ गई है और उसका सर अपनी गोद में रख कर अपना ब्लाउज साइड से उठा कर अपना एक निप्पल अरुन के मुह में दे देती है
और अरुन उस में से दूध पीने लगता है।
सरला: सिसकारी लेते हुए मेरा बेटा इतना भूखा था तो आवाज़ दे देता अपनी माँ को मैं पहले आ जाती अपने सोना को दूध पिलाने के लिये।
अरुण: दूसरे निप्पल को ढूँढ़ता है ।
सरला: मेरे बेटा को मां का दुसरा निप्पल चाहिए खेलने के लिये और सरला अपना पूरा ब्लाउज आगे से खोल देती है ।
और अरुन दूसरे निप्पल हाथ में ले कर खेलने लगता है। और सरला की हालत ख़राब ही जाती है।

और अरुन कभी इस निप्पल तो कभी दूसरे निप्पल के खेलता रहता है।


सरला; सिसियाते हुए बेटे पेट भर गया ।
अरुण: सर हिला कर मना करते हुए।
सरल: मान जा मेरे राजा बेटे तेरी माँ को कुछ कुछ हो रहा है।
अरुण; निप्पल से मुह अलग करते हुए ।क्या हो रहा है।
सरला; वो मुझे बाथरूम आ रही है।
अरुण: झूठ मत बोलो ।क्या हो रहा है और सरला के दोनों निप्पल हाथ से पकड़ कर मसल देता है।
सरला की हलकी सी चीख़ निकल जाती है।
सरला; आराम से जानू माँ को दर्द देने में मजा आता है क्या।
अरुण; दोनों निप्पल पे किस करते हुए सॉरी मोम
और चूसने लगता है।
सरला के मुह से फिर सिसकारी निकलने लगती है
सरला: प्लीज अरुन जाने दे न बहुत जोर से अचानक सुसु आई है।
अरुण: निप्पल छोड़ कर चलो मुझे भी आई है।
सरला: चल बदमाश मम्मी के साथ सुसु करेंगा।
अरुण: हाँ तो क्या हुआ।
सरला: हुआ कुछ नहीं पर अभी नहीं कुछ दिनों बाद।
अरुण: क्यु
सरला: तुझे नहीं पता मेरे पीरियड्स चल रहे है।
अरुण: तो क्या इस टाइम सुसु नहीं करते क्या।
सरला: अरुन के सिने पे मुक्का मारते हुए ।
अरुण: क्या हुआ।
सरला: कुछ नहीं तुम निचे जाओ सुब तुम्हारा नास्ते पे वेट कर रहे है मैं फ्रेश हो कर आती हू।
अरून निचे चला जाता है।
और सरला बाथरूम में लम्बी २ साँसे लेती है
क्यूं की आज उसने पहली बार पति के लंड के अलावा दूसरे का लंड महसूस किया था वो भी अपने बेटे का जिस की बजह से सरला ने अरुन को सुसु का बहाना बनाया था।
क्यूं की सरला चाहती तो सब कुछ है पर इत्मिनान से , प्यार से आराम से, जब आसपास कोई उनको डिस्टर्ब करने वाला कोई न हो।
अभी निचे से कोई भी आ सकता था और मजा ख़राब जो जाता।।
 
सरला की धड़कन बढ़ने का रीज़न दुसरा भी था क्यों की जो सरला ने महसूस किया था वो ये की अरुन के लंड का आकार उसके पति से भी बड़ा था।
ये उसका बहम था या सच वो तो देखने के बाद ही पता चलेगा।

सरला अपने आप को फ्रेश करने के बाद निचे जाती है
जहां अरुन सरला का ब्रेकफास्ट पे वेट कर रहा है।
सरला अरुन के पास आ कर बैठ जाती है
अरुन सरला के कान में।

सुसु कर ली।
सरल: हा।
अरुण; और करनी है।
सरला; नही।
अरुण: तो नास्ता करो न और हँस देता है।
अरून को क्या पता था की उसकी माँ उस के साइज से डर गई है।

ब्रेकफास्ट करने के बाद साक्षी से अपनी मौसी को लहंगा दिखाती है पर सरला का ध्यान अपनी जान अरुन पे था।और अरुन का ध्यान सरला पे।
साक्षी: मौसी आप दिखाओ क्या पेहनोगे शादी वाली दिन ।
सरला: वो उप्पर है।
साक्षी सोनु से बोल कर सरला का बैग निचे माँगा लेती है। सरला जब अपनी साड़ी दिखाती है तो सोनिया और साक्षी एक साथ बोलते है मौसी इसका फैशन तो गया
आज कल ये वाली ड्रेस चल रही है और सोनिया की ड्रेस दिखाती है।
सरला का मूड ऑफ़ हो जाता है
अरून पहचान लेता है ।
वो बोलता है माँ आप क्यों झूठ बोल रही हो ये साड़ी तो माँ शादी वाले दिन रात में चेंज करेंगी फेरो के टाइम पे।
सरला अरुन को देखती है।
अरुण: चुप रहने का इशारा करता है।
अभी तो मम्मी को शॉपिंग पे जाना है वेडिंग ड्रेस लेने के लिये।
अच्छा साक्षी यहाँ मार्किट कौन आ सबसे अच्छा है जहाँ लेटेस्ट डिज़ाइन के कपडे मिलते है।
साक्षी दुकान और एरिया का नाम बता देती है।
अरुण: मम्मी रेडी हो जाओ फिर जाना भी है।
आप के कपडे ख़रीदने के लिये।

तभी सोनिया: हा सरला जो करना है आज ही कर ले फिर कल से रिश्तेदार आना शुरू हो जाएंगे।
सरला: ओके दी।
मै नहाती हूँ अरुन जरा बैग उप्पर ले आना।
अरुण: ओके मम्मी
सरला उपर चलि जाती है अरुन भी पीछे २ उप्पर आ जाता है।
सरला: अरुन ये क्या है।
हम तो वही साड़ी लाए थे शादी के लिए ।
अरुण: अब वो आप चेंज कर दोगे रात में। हम नई ड्रेस लेने जा रहे है।
पर अरुण
अरुण: माँ जाओ रेडी हो जाओ।
सरला: तुझे पता लग गया था न की मेरा मूड ख़राब हो गया साक्षी की बात सुन कर।
अरुण: मैं आप की शक्ल देख कर बता सकता हु मोम
जाओ रेडी हो जाओ फिर चलते है ।
सरला:कहाँ।
अरुण:जहां कोई आता जाता नही।।
सरला: क्यु
अरुण: आप की लेने के लिये।
सरला: अरुन के सिने पे मुक्का मारती है।
अरुण: मैंने क्या बोला।
मै तो ये बोल रहा था की ड्रेस लेने।
सरला: कस कर अरुन के सिने से लग जाती है
और उस के कान में कहती है मुझे पता है तू किस को लेने की बात कर रहा था।
अरुण: किस की मा।
सरला: मेरी
अरुण: हाँ बोलो ना।
सरला:मेरी
अरुण: बोलो मोम
सरला: ड्रेस की। कह कर बाथरूम में भाग जाती है।
और अंदर से आवाज़ देती है जो अपनी लुगाई को पहनाना हो वो कपडे बैग में से निकल दे।
 
Back
Top