desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
मेरे लन्ड के जोड़ीदार मेरे दोनो आंड बॉल्स भी सख्त और कठोर हो चुकी थी
आंटी मेरे लिंग के साथ साथ दोनों बॉल्स को भी चाटना शुरू कर दिया था
आंटी बहुत ही उत्तेजित और दीवानी हो चुकी थी और इस एक्साइटमेंट में आंटी के मोती जैसे सफेद दांत मेरे लन्ड पर लग गए थे आंटी ने मेरे लन्ड को अपने दांत से हल्का काट लिया था
और मेरे मुंह से "आह आह.. ! आं... टी टी,,, आंटी धीरे करो प्लीज..! "
आवाज़ निकली,
आंटी तो अपनी एक्साइटमेंट की मस्ती में थी उन्हें मेरे दर्द की सिसकारियां सुनाई नहीं दे रही थी
वो तो मस्ती से चाटने में लगी थी
और मेरे मुंह से
"आह आह आह अा अा "
साउंड निकल रहा था"
मुझे लगना लगा था कि अगर आंटी इसी तरह मेरे लन्ड को चाटती रही तो में तो जल्दी ही झड़ जाऊंगा, क्योंकि मैने इस बार सैक्स पॉवर वाली गोली नहीं ली हुई थी
इसलिए मुझे आंटी को कैसे ही रोकना था,
मैने आंटी के बालों को पकड़कर अपने लन्ड को चूसने से रोका और आंटी को खड़ा कर दिया
और आंटी के होंठो पर तेजतर्रार चुंबन दे दिया
आंटी के रसीले होंठो को अपने मुंह में डाल दिए और चूसने लगा ,आंटी भी मेरे होंठो को चूसने लग गई
फिर मैने आंटी की नाइटी को उनके हाथ उपर कराकर उपर से निकाल दी और साइड में रख दी,
आंटी अब पूरी तरह से निर्वस्त्र हो गई थी
खरबूजे जैसे बूब्स मेरे सामने अा गए थे
बूब्स की दोनो निप्पल एक दम सख्त होकर मुझे घूर रही थी
आंटी की गोरी और चिकनी चूत भी साफ साफ दिखाई दे रही थी
आंटी मेरे लिंग के साथ साथ दोनों बॉल्स को भी चाटना शुरू कर दिया था
आंटी बहुत ही उत्तेजित और दीवानी हो चुकी थी और इस एक्साइटमेंट में आंटी के मोती जैसे सफेद दांत मेरे लन्ड पर लग गए थे आंटी ने मेरे लन्ड को अपने दांत से हल्का काट लिया था
और मेरे मुंह से "आह आह.. ! आं... टी टी,,, आंटी धीरे करो प्लीज..! "
आवाज़ निकली,
आंटी तो अपनी एक्साइटमेंट की मस्ती में थी उन्हें मेरे दर्द की सिसकारियां सुनाई नहीं दे रही थी
वो तो मस्ती से चाटने में लगी थी
और मेरे मुंह से
"आह आह आह अा अा "
साउंड निकल रहा था"
मुझे लगना लगा था कि अगर आंटी इसी तरह मेरे लन्ड को चाटती रही तो में तो जल्दी ही झड़ जाऊंगा, क्योंकि मैने इस बार सैक्स पॉवर वाली गोली नहीं ली हुई थी
इसलिए मुझे आंटी को कैसे ही रोकना था,
मैने आंटी के बालों को पकड़कर अपने लन्ड को चूसने से रोका और आंटी को खड़ा कर दिया
और आंटी के होंठो पर तेजतर्रार चुंबन दे दिया
आंटी के रसीले होंठो को अपने मुंह में डाल दिए और चूसने लगा ,आंटी भी मेरे होंठो को चूसने लग गई
फिर मैने आंटी की नाइटी को उनके हाथ उपर कराकर उपर से निकाल दी और साइड में रख दी,
आंटी अब पूरी तरह से निर्वस्त्र हो गई थी
खरबूजे जैसे बूब्स मेरे सामने अा गए थे
बूब्स की दोनो निप्पल एक दम सख्त होकर मुझे घूर रही थी
आंटी की गोरी और चिकनी चूत भी साफ साफ दिखाई दे रही थी