desiaks
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- Aug 28, 2015
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सलीम अचानक से अंजलि के कंधो को धक्का देकर बेड पर गिरा देता है और खुद उपर चढ़ जाता है...
सलीम: अब अगर ज़्यादा हिलेगी तो लंड अंदर भी डाल सकता हूँ..
देख अब मेरे पास सिर्फ़ 1.30 मिनिट है. 1.30 मिनिट में अगर तू पिघल गयी तो में समझूंगा कि तू मुझसे प्यार करती है और तू मेरा साथ देगी... वरना में चुप चाप चला जाउन्गा..
अंजलि: क्या करोगे...
सलीम: कुछ नहीं वही तीसरी शर्त..मेने तुझसे कहा था कि मेरा लंड अपनी चूत से घिस... लेकिन तू नहीं मानी .... तो अब वो काम में खुद करूँगा..
अंजलि: अगर अंदर डाला तो में जान दे दूँगी... समझे आप..
सलीम: पंडित हूँ कुछ तो ईमान होगा मेरा... यकीन कर तेरे बिना कहे तो मेरा लंड भी तेरी चूत को टच नहीं करता...
अंजलि: मेने कब कहा टच करने को..
सलीम: मना भी तो नहीं किया ना...
अंजलि शर्म से साइड में मूह कर लेती है..
सलीम: मेरी तरफ देख इन 1.3० मिनिट तू सिर्फ़ मुझे देखेगी और कुछ नहीं..
अंजलि धीरे से सलीम की ओर गर्दन घुमा ती है.. तभी सलीम अपना लंड अंजलि की चूत पर रख देता है... अंजलि सलीम के लंड की गर्मी अपनी चूत पर पाकर धनुष की तरह हो जाती है..
तभी सलीम एक घिस्सा मारता है.. सलीम का लंड अंजलि की चूत के अंतिम छोर से उपर तक रहते हुए अंजलि की नाभि तक आ जाता है...
और अंजलि के मूह से एक मध्यम सी कराह निकल जाती है...
सलीम: लंड को चूत पर घिसते हुए.... अंजलि... तू मुझसे सच में प्यार करती है..
अंजलि:. ह्म्म्म्म आअहह नाआ हाअ... . ह्म
सलीम: क्या हाँ ना लगा रखी है ठीक से बोल...
अंजलि सलीम की ओर देखती है और सलीम फिर से एक धक्का मारता है.. और अंजलि की चूत गीली होने लगती है..
अंजलि मन ही मन सोचती है...
( चाचा अपनी उम्र तो देखो.. कब्र में पैर पसारने की है और तुम यहाँ मुझ खूबसूरत औरत के साथ ऐश कर रहे हो... बड़े किस्मत वाले हो...)
सलीम अब जल्दी जल्दी धक्के मारने लगता है...
सलीम: अब अगर ज़्यादा हिलेगी तो लंड अंदर भी डाल सकता हूँ..
देख अब मेरे पास सिर्फ़ 1.30 मिनिट है. 1.30 मिनिट में अगर तू पिघल गयी तो में समझूंगा कि तू मुझसे प्यार करती है और तू मेरा साथ देगी... वरना में चुप चाप चला जाउन्गा..
अंजलि: क्या करोगे...
सलीम: कुछ नहीं वही तीसरी शर्त..मेने तुझसे कहा था कि मेरा लंड अपनी चूत से घिस... लेकिन तू नहीं मानी .... तो अब वो काम में खुद करूँगा..
अंजलि: अगर अंदर डाला तो में जान दे दूँगी... समझे आप..
सलीम: पंडित हूँ कुछ तो ईमान होगा मेरा... यकीन कर तेरे बिना कहे तो मेरा लंड भी तेरी चूत को टच नहीं करता...
अंजलि: मेने कब कहा टच करने को..
सलीम: मना भी तो नहीं किया ना...
अंजलि शर्म से साइड में मूह कर लेती है..
सलीम: मेरी तरफ देख इन 1.3० मिनिट तू सिर्फ़ मुझे देखेगी और कुछ नहीं..
अंजलि धीरे से सलीम की ओर गर्दन घुमा ती है.. तभी सलीम अपना लंड अंजलि की चूत पर रख देता है... अंजलि सलीम के लंड की गर्मी अपनी चूत पर पाकर धनुष की तरह हो जाती है..
तभी सलीम एक घिस्सा मारता है.. सलीम का लंड अंजलि की चूत के अंतिम छोर से उपर तक रहते हुए अंजलि की नाभि तक आ जाता है...
और अंजलि के मूह से एक मध्यम सी कराह निकल जाती है...
सलीम: लंड को चूत पर घिसते हुए.... अंजलि... तू मुझसे सच में प्यार करती है..
अंजलि:. ह्म्म्म्म आअहह नाआ हाअ... . ह्म
सलीम: क्या हाँ ना लगा रखी है ठीक से बोल...
अंजलि सलीम की ओर देखती है और सलीम फिर से एक धक्का मारता है.. और अंजलि की चूत गीली होने लगती है..
अंजलि मन ही मन सोचती है...
( चाचा अपनी उम्र तो देखो.. कब्र में पैर पसारने की है और तुम यहाँ मुझ खूबसूरत औरत के साथ ऐश कर रहे हो... बड़े किस्मत वाले हो...)
सलीम अब जल्दी जल्दी धक्के मारने लगता है...