Mastaram Stories हवस के गुलाम - Page 8 - SexBaba
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Mastaram Stories हवस के गुलाम

कामया: ये तो बड़ी मुश्किल है…

आरती: क्या मुश्किल है दीदी इसमे?

अंजलि: काका एक बात नहीं बताई आपने उस लड़की की उमर क्या है..

सलीम: यही कामया मेड्म के बारबर ही होगी..

अंजलि: मतलब दोनोकी उमर में फ़र्क कम से कम भी 15 साल से ज़्यादा का होगा है ना

सलीम: जी मेड्म..

आरती: भाभी इस से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि क्या उमर है? और कितना अंतर है? फ़र्क ये है कि उस बुड्ढे ने जान बचाई है लड़की की. अगर उसकी इज़्ज़त लूट गई होती तो वैसे भी कोई लड़का उस से शादी नहीं करता. और हो सकता है वो चारों लड़के उसे ब्लॅकमेल करके उसे एक गंदी लड़की बना देते जैसे मुंबई की रेड लाइट एरिया में होती है..

कामया: इसका मतलब लड़की को बुड्ढे के साथ शादी कर लेनी चाहिए..

आरती: मेरे ख़याल से हाँ बट लड़की को मालूम नहीं तो वो कैसे एक दम से हाँ कर सकती है तो मेरे हिसाब से लड़की की भाभी को धीरे धीरे उस लड़की को उस बुड्ढे से पटवाना चाहिए… हहेहहे

अंजलि: शट अप आरती कुछ भी बोलती हो..

सलीम: मेड्म आप कोई दूसरा रास्ता बताइए ना जिस से दोनो मिल जाएँ..

अंजलि: व्हाट? में ऐसा कभी नहीं करूँगी…?

आरती और कामया दोनो अंजलि की तरफ आश्चर्य से देखने लगती है.

अंजलि: मेरा मतलब उस बुड्ढे को अपनी भावनाओ पर काबू रखना चाहिए..

 
कामया: नहीं भाभी आरती सही कह रही है.. उसकी भाभी को उस बुड्ढे की मदद करनी चाहिए इस से उस लड़की को भी पता चलेगा कि उसकी इज़्ज़त किसने बचाई. और वो ज़रूर उस बुड्ढे से शादी करने को तैयार हो जाएगी…

अंजलि: लेकिन कामया?

सलीम: तो ये तय हुआ कि लड़की की भाभी को बुड्ढे की मदद करनी चाहिए.

कामया: जी

आरती : जी बिल्कुल करनी चाहिए.

सलीम: लेकिन उस लड़की की भाभी ने कोई कोशिश नहीं की उसकी मदद की तो…

आरती टेबल से उठ खड़ी हुई और बोली..
आरती: तो उस बुड्ढे को उसकी भाभी को सज़ा देनी चाहिए और उस लड़की को सब सच बता देना चाहिए..

अंजलि: व्हाट?

कामया: बस होगया न्याय.. अब चलो उपर..

कामया ऐसा बोलकर टेबल से उठ खड़ी हुई और उपर कमरे में जाने लगी और आरती अंजलि को बोलने लगी..
आरती: भाभी खाना खा लिया आपने:

अंजलि: हाँ ../

आरती : तो फिर चलो शाम की पार्टी की तैयारी भी करनी है..

अंजलि भी कामया के पीछे –पीछे चली जाती है..

तभी आरती एक बड़ा सा बॅग निकाल कर सलीम को देती है..

आरती: काका इस में जो सामान है उस से आप पूरे हॉल को सज़ा दीजिए आज शाम को पार्टी है.. और हाँ ये कुछ मास्क है जो आप वहाँ साइड में रख दीजिएगा..

सलीम: जी मेड्म…
 
उपर आरती , कामया, और अंजलि पार्टी की तैयारी कर रही थी.. बाहर से खाना ऑर्डर दे दिया गया था.. और अपने करीबी फ्रेंड्स को आरती और कामया पहले ही इन्वाइट कर चुकी थी… अंजलि से पूछा तो अंजलि ने अपनी कुछ फ्रेंड्स को भी इन्वाइट किया..

आरती: काका आप भी किसी को इन्वाइट करना चाहे तो कर लीजिए..

सलीम: मेड्म मेरा तो कोई दोस्त नहीं है हाँ 2 लोग है एक मूह बोली बेटी है और एक लड़का है जो….

कामया बीच में ही बोल पड़ी इट’स ओके काका इन्वाइट कर्लो उन्हे भी..

इतना बोल कर कामया आरती दोनो तैयार होने चली जाती है… और वही अंजलि भी तैयार होने अपने रूम में चली जाती है..

शाम को करीब 6 से 6.30 के करीब अंजलि, कामया ऑर आरती सभी पार्टी के लिए तैयार होकर नीचे आ गई…

सबने अपना अपना मास्क उठा लिया…

तभी कामया और आरती ने कॉल करके गेस्ट को इन्वाइट किया … ये सभी गेस्ट इन तीनो के कुछ क्लोज़ फ्रेंड्स ही थे.. जिन्हे इस पार्टी के लिए पहले ही बोल दिया गया था.. लेकिन ये पार्टी एक मास्क पार्टी होगी ये किसी ने नहीं कहा.. सब के लिए एक अड्वेंचरफ़ुल सर्प्राइज़ था..

वही सलीम भी थोड़ा बहुत पार्टी के बारे मे जान चुका था तो उसने कामया से पूछा ..
सलीम: कामया बेटी क्या मुझे पार्टी में रुकना होगा… या फिर में जाउ…

कामया: ऐसा क्यूँ पूछ रहे हो काका. आप तो फॅमिली मेंबर्ज़ की तरह हो.. आप रुकिये ना पार्टी मे..

सलीम: लेकिन बेटा ये तो तुम लोगो की पार्टी है इस में मुझ बुड्ढे का क्या काम, ओर फिर यहाँ मेरे जानकार भी तो नहीं है…

कामया: ऑफ हो तो इसमे क्या है.. आप अपने किसी दोस्त को बुला लो…
 
सलीम: मेरे तो कयि दोस्त है कितनो को बुलाऊ…

कामया: नहीं नहीं सबको नहीं जो आपका क्लोज़ फ्रेंड हो ना उसे.. मेरे मतलब आपका बहुत अच्छा , ख़ास दोस्त हो उसे बुला लो…

सलीम: अच्छा ऐसा क्या.. ठीक है मे उसे बुला लेता हूँ…

कामया: किसे..

सलीम: मेरे दोस्त को..

कामया: हहेहहे अच्छा ठीक है…

आरती: अरे काका मुझे आपसे ही बात करनी थी.. काका प्लीज़ थोड़ा सा ड्रिंक और खाने का इन्तेजाम आप देख लेना.. ताकि हम सब एंजाय कर सके..

सलीम: अरे बेटी ये भी कोई कहने की बात है,…. तुम बेफ़िक़र रहो सब हो जाएगा. और फिर मेरा दोस्त भी आ रहा है तो वो खाना संभाल लेगा..

आरती: वाउ ये तो और भी अच्छा होगा.. आप अकेले पर काम का बर्डन नहीं होगा .

कामया: यस दट गुड आइडिया काका..

अंजलि: कामया…..? क्या हुआ ? क्या बात कर रही हो?

कामया: कुछ नहीं भाभी आक्च्युयली पार्टी के सब अरेंजमेंट काका और उनका दोस्त संभाल लेंगे..

अंजलि: दोस्त???? (सलीम की ओर देखते हुए)

सलीम: हाँ वो मेरा दोस्त है ना बाबू…

अंजलि बाबू का सुनकर चोंक जाती है बट कोई रिक्ट नहीं करती..

अंजलि: कोई बात नही सब हो जाएगा.. गेस्ट भी 7 बजे तक आजाएँगे..

आरती: भाभी एक रिक्वेस्ट है..

अंजलि: अब क्या है… भाभी थोड़ी सी ड्रिंक वग़ैरा का इन्तेजाम भी हो जाए तो मज़ा आ जाएगा पार्टी मे…

अंजलि सोचती है कि आरती कोल्ड ड्रिंक की बात कर रही है,,.. तो अंजलि भी बोल देती है

अंजलि: हाँ हाँ क्यूँ नहीं.. एक काम करो तुम खुद बता दो कॉन्सा कोल्ड ड्रिंक लाना है.. सलीम चाचा अरेंज कर देंगे.. ये कॅश रखो और जल्दी मंगवा लो…

आरती थोड़ा सा कन्फ्यूज़ होती है कि मे तो हार्ड ड्रिंक की बोल रही हूँ और भाभी सॉफ्ट ड्रिंक समझ रही है… आरती अंजलि को थोड़ा सा एक्सप्लेन करने की कोशिश करती है..

आरती: भाभी वो में..

अंजलि: बाद मे आरती में ज़रा बेडरूम में जा कर रेस्ट कर लेती हूँ…

आरती की बिना बात सुने अंजलि बेडरूम में चली जाती है.. दरअसल अंजलि सलीम द्वारा बाबू को बुलाए जाने से टेन्षन में थी…

आरती; सलीम चाचा..

सलीम दूसरी ओर कामया से पार्टी के अरेंज्मेंट के बारे मे डिसकस कर रहा था कि पलट कर आरती की ओर देखता है..

सलीम: हाँ बेटी

आरती : चाचा कोई बेस्ट ड्रिंक.. मेरा मतलब दारू या बियर हो तो वो भी पार्टी मे ले आना.. मेरे कुछ फ्रेंड्स लेंगे और जो ना ले उन्हे सॉफ्ट ड्रिंक में मिला कर दे देना… हहहे ओके चाचा..

सलीम: हहेहेः ठीक है बेटी,.. अच्छा किया इसका इन्तेजाम भी होगया.. वरना मुझे और मेरे दोस्त को ये बच्चो वाली पार्टी लगती…
 
आरती : चाचा कोई बेस्ट ड्रिंक.. मेरा मतलब दारू या बियर हो तो वो भी पार्टी मे ले आना.. मेरे कुछ फ्रेंड्स लेंगे और जो ना ले उन्हे सॉफ्ट ड्रिंक में मिला कर दे देना… हहहे ओके चाचा..

सलीम: हहेहेः ठीक है बेटी,.. अच्छा किया इसका इन्तेजाम भी होगया.. वरना मुझे और मेरे दोस्त को ये बच्चो वाली पार्टी लगती…

सलीम की ये बात सुनकर कामया और आरती और सलीम तीनो हँसने लगते है…

वही अंजलि अपने रूम में बैठी-बैठी बाबू के बारे में सोच रही थी… कैसे पिछली बार सलीम चाचा ने बताया था कि बाबू ने कामया की इज़्ज़त बचाई थी… और उसके बाद सलीम चाचा ने कैसे कामया के साथ.. ओह गॉड.. कहीं सलीम चाचा आज की पार्टी मे कुछ बखेड़ा तो नहीं करना चाहते…और ये कामया भी पागल पार्टी मे बुड्ढे को क्यूँ रोका… अंजलि को फिर से वो रात याद आती है जब सलीम कामया के शरीर के साथ खेल रहा था वो दृश्य सामने आते ही अंजलि गीली होने लगती है….

कैसे कैसे कर रहे थे वो...

और ये पागल भी कितने नशे में थी कि उसे पता भी नही चला कि घर का नोकर उसके बूब्स के साथ खेल रहा है..

वो उनका वो... माइ गॉड कितना बड़ा था...कितनी बेशर्मी से कामया के मूह मे.. ची ऐसा कॉन करता है..
और वो खुद भी कामया के प्राइवेट पार्ट को सक कर रहे थे. ओह गॉड..
ऐसा सोचते हुए अंजलि अपना हाथ अपनी पेंटी के उपर ले जाती है.. तो उसे एहसास होता है कि वो कितनी बुरी तरह से गीली हो गई है..

सलीम आरती से कुछ कॅश लेकर बाजार चला जाता है और कुछ ड्रिंक्स की बॉटल लेकर घर की तरफ आने लगता है.. तभी सलीम कुछ देर रुक कर सोचता है… और फिर एक गली की ओर मूड जाता है.. थोड़ी दूर जाकर सलीम एक घर के सामने रुक जाता है और दरवाजा ज़ोर से पीट ता है. अंदर से आवाज़ आती है… कॉन है..? (ये आवाज़ एक मर्दाना आवाज़ थी..)

तब सलीम जवाब देता है..

सलीम: में हूँ.. सलीम.. दरवाजा खोल..
 
तभी दरवाजा खुलता है.. दरवाजे के खुलते ही जो शक्स बाहर निकलता है …. वो कोई और नहीं बल्कि बाबू ही था.. जी हां ये घर बाबू का था..

सलीम: बाबू पोलीस वाले के घर पर पार्टी है…

बाबू: अरे यार सलीम भाई.. क्या फ़ायदा ऐसे अमीरों की पार्टी मे अपना क्या काम..?

सलीम एक हाथ मे दारू की बॉटल लेकर नीचे की ओर देखता है और एक जोरदार झापड़ बाबू के गाल पर टिका देता है…

बाबू एक दम से चोंक जाता है.. बाबू अपने गाल पर हाथ लगा कर खड़ा ही था कि दुबारा सलीम हाथ उठाने लगता है..
बाबू: मार क्यूँ रहे हो?....

सलीम: साले तेरे को कितनी बार बोला है कि गांजा मत लगाया कर.. तेरी बुद्धि काम नहीं करती भोसड़ी के…

बाबू अबनीचे की ओर देखने लगता है…

सलीम: मादर चोद सोच कर देख में तुझे इस पार्टी में लेकर चलूँगा.. तो इस से बेहतर कोई और रास्ता है जिस से तू उस घर में घुस सके…

बाबू सलीम की ओर देखने लगता है और ना में सिर हिलाता है..

फिर सलीम बाबू का हाथ पकड़ कर एक साइड में लेजाता है और उसे पिछली सारी कहानी बता ता है.. और आगे के प्लान की कुछ हिंट्स देता है.. जिसे सुनकर बाबू थोड़ा सा सीरीयस हो जाता है..

बाबू: ठीक है आप चलिए में आता हूँ..

सलीम: एक नज़र घूर कर बाबू को देखता है..

बाबू फिर सोच समझकर … वो ह्म तू चलना यार में आता हूँ (थोड़ा सा ज़ोर से चिल्ला कर बोलता है..)

अब सलीम वापस घर की तरफ चल देता है..

करीब 7 बजे सलीम घर पहुँच जाता है… घर पहुँच कर सलीम ड्रिंक्स का एक टेबल सेट कर देता है जहाँ पर खड़ा होकर वो ड्रिंक सर्व करेगा..

अब धीरे धीरे गेस्ट भी आने लगते है.. आरती की तीन सहेलियाँ , कामया की 2 सहेलियाँ और 3 लड़के (ये सब वही है जो उस्दिन कार में थे) अंजलि की 2 3 सहेलिया अपने हज़्बेंड के साथ, और थोड़ी देर बाद बाबू भी आजाता है….
 
आरती अपनी तीनो सहेलियो के साथ गले मिलकर उनको अंदर बुला ती है.. कामया भी अपने फ्रेंड्स को अंदर बुलाती है..

सलीम जब कामया के फ्रेंड्स को देखता है तो चोंक जाता है.. वही वो लड़के सलीम को देख कर लाल पीले हो जाते है.. तभी पीछे से बाबू की एंट्री हो जाती है.. बाबू को देख कर वो लड़के और घबरा हो जाते है… बाबू चुप चाप सलीम के पास चला जाता है..
सलीम: बाबू यार ये लोंडे कहीं अपना काम ना बिगाड़ दे..

बाबू: क्यूँ टेन्षन लेता है यार में हूँ ना..

बाबू एक ट्रे में कुछ सॉफ्ट ड्रिंक्स लेकर उन सब को सर्व करता है… साथ ही एक लड़के को.. जो कि एमएलए का लड़का था उसे बोलता है.. सर आप के लिए कुछ स्पेशल ड्रिंक्स भी है आकर देख लीजिए…

और बाबू कुछ घूर कर देखता है…

एमएलए का लड़का कुछ समझने की कोशिश करके फिर बाबू के साथ सलीम की ओर जाने लगता है..

बाबू: सर ज़रा आप इसे तो देखिए… बाबू अपना मोबाइल उस लड़के की ओर कर देता है.. उस मोबाइल में एक वीडियो चल रहा था.. जिसमे एमएलए का लड़का और उसके दोस्त कामया के शरीर के साथ खेल रहे थे.. एमएलए का लड़का कामया की चूत चाट रहा था और कामया एक दम बेहोशी की सी हालत में लग रही थी.. उस वीडियो से सॉफ पता लग रहा था कि कामया या तो ड्रिंक कर रखी है या फिर उसे बहुत सारा नशा दिया गया था…

एमएलए का लड़का वो वीडियो देख कर चोंक जाता है…

तभी अंजलि उपर से नीचे की ओर आती है.. वो बाबू और सलीम को मोबाइल में एक वीडियो दिखाते हुए देखती है लेकिन वो ये नहीं देख पाती कि आख़िर वीडियो में क्या है… तभी अंजलि को देख कर सलीम बाबू को वीडियो बंद करने के लिए बोलता है..

बाबू सलीम का इशारा पाकर वीडियो बंद कर के अपना फोन सलीम को दे देता है…

अंजलि को ये सब देख कर बहुत अजीब लगता है.. लेकिन वो इतने लोगो के बीच में बिना कोई हंगामा किए पार्टी करने का सोच कर ज़्यादा इस बात पर ध्यान नहीं देती…

तभी सलीम अंजलि के पास जाकर;

सलीम: सुनो.. ये लड़के यहाँ क्या कर रहे है..

अंजलि घूर कर सलीम की तरफ देखती है…

अंजलि: क्या मतलब यहाँ क्या कर रहे है.. आरती या कामया के दोस्त होंगे..

सलीम: दोस्त…? लोड्‍ा दोस्त.. भोसड़ी के… बेहन्चोद जानती भी है ये लोग कॉन है..

अंजलि: माइंड और लॅंग्वेज.. बदतमीज़ी नहीं मुझसे.. और तुम जानते हो ये कॉन है..

सलीम अपने सिर के हाथ लगा कर.. तू नहीं समझे गी ना कभी भी कि सलीम तेरा बुरा नहीं चाहता बस प्यार करना जानता है,, कल तक मुझे सिर्फ़ कामया से प्यार था अब मुझे तुझसे कामया से यहाँ तक कि आरती से भी प्यार है.. तुम सब को चाहता हूँ में…

अच्छा चल जाने दे तू जान ना चाहती है ना कॉन है ये लड़के तो सुन… ये लड़का एमएलए का लड़का है और वो सब उसके दोस्त है.. जिनके बारे मे मेने तुझे बताया था,.. और ये जो लड़का मेरे साथ है ये बाबू है… अब भी ना समझे तू तो अपनी गान्ड मारा … सलीम गुस्से में वहाँ से ड्रिंक वाले टेबल की ओर चला जाता है..
 

सलीम अपने सिर के हाथ लगा कर.. तू नहीं समझे गी ना कभी भी कि सलीम तेरा बुरा नहीं चाहता बस प्यार करना जानता है,, कल तक मुझे सिर्फ़ कामया से प्यार था अब मुझे तुझसे कामया से यहाँ तक कि आरती से भी प्यार है.. तुम सब को चाहता हूँ में…

अच्छा चल जाने दे तू जान ना चाहती है ना कॉन है ये लड़के तो सुन… ये लड़का एमएलए का लड़का है और वो सब उसके दोस्त है.. जिनके बारे मे मेने तुझे बताया था,.. और ये जो लड़का मेरे साथ है ये बाबू है… अब भी ना समझे तू तो अपनी गान्ड मारा … सलीम गुस्से में वहाँ से ड्रिंक वाले टेबल की ओर चला जाता है..

अंजलि सलीम की बाते सुन कर शॉक्ड हो जाती है.. अंजलि बुरी तरह से डर जाती है साथ ही टेन्षन में आजा ती है..

अभी अंजलि कुछ समझ भी नहीं पाई थी कि सलीम..

सलीम: अंजलि सुनो तुम लोग मनाओ पार्टी में और बाबू इस पार्टी से जा रहे है,,.. जहाँ पर हमारी सच्चाई की कोई कदर नहीं वहाँ रुकने का क्या फ़ायदा..

अब अंजलि ज़्यादा डरने लगती है अगर सलीम और बाबू भी चले गये तो इन लड़को से कॉन बचाएगा हमे.. अंजलि अभी सोच ही रही थी कि सलीम वहाँ से जाने के लिए मूड जाता है और अभी एक कदम ही चला था कि.. किसी ने उसका हाथ पकड़ लिया..

सलीम पीछे मूड कर देखता है तो वो कोई और नहीं बल्कि अंजलि ही थी जो अपने काँपते हुए हाथो से सलीम का हाथ पकड़ रखी थी… सलीम सिर उठा कर अंजलि की चेहरे की ओर देखता है… अंजलि की आँखों मे आँसू थे… सलीम अंजलि की ओर देखता है और उसके गालो को प्यार से सहलाता है.. और चुप चाप वापस वहाँ से अपने ड्रिंक के टेबल पर जाकर बैठ जाता है…

आज पहली बार अंजलि को प्यार का एहसास होता है जब अंजलि के सिर्फ़ के इशारे से सलीम वापस अपनी जगह पर चला जाता है.. अचानक से अंजलि अपने आपको मजबूत समझने लगती है… तभी

कामया और आरती अंजलि के पास आकर: भाभी ये क्या बदतमीज़ी है.. एक बुड्ढ़ा नोकर आपको इस तरह से टच करके बात कर रहा था और आप ने उसे कुछ नहीं कहा बल्कि आप खुद उसका हाथ पकड़ कर खड़ी थी.. देखिए पार्टी में सभी लोग आपको देख रहे है..

अंजलि कामया से साइड में फेस करके बाकी लोगो को देखती है फिर वापस कामया और आरती की और देख कर.. शट अप कामया आंड आरती.. तुमसे तो में ये उम्मीद बिल्कुल भी नहीं कर सकती थी.. वो सलीम चाचा मुझे प्यार से दुआएँ दे रहे थे…
अंजलि ये बात बोलकर अपना डिफेंस करती है…
 
तभी आरती और कामया दोनो हँसने लगती है और बोलती है वी नो भाभी… दरअसल हम आपका रिक्षन देखना चाहती थी.. बट यू आर टू गुड आंड सो स्ट्रॉंग भाभी… वी लव यू इतना बोलकर दोनो अंजलि के गले लग जाती है…

बाबू डीजे पर कुछ सॉंग्स लगा देता है… हालाँकि बाबू रहने वाला तो एक ग़रीब चौल का था लेकिन उसकी समझ म्यूज़िक में बहुत अच्छी थी.. उसने डॅन्स के नये डीजे वाले गाने लगा दिए.. जिनके बजते ही सब डॅन्स करने लगे तभी आरती एक – एक करके सबको मास्क देने लगी.. लास्ट में सभी को मास्क देने के बाद आरती सलीम और बाबू के पास जाती है और उन्हे भी मास्क लगाने को बोलती है.. साथ ही स्ट्रिक्ट्ली ये भी बोल देती है कि जब तक पार्टी चलेगी तब तक कोई भी मास्क नहीं उतारेगा… बाबू और सलीम भी मास्क पहन लेते है…

अभी मुश्किल से 15 मिनिट भी नहीं गुज़रे थे की एमएलए के बेटे का एक फ्रेंड कुछ ड्रग्स निकाल कर बाबू के पास आजाता है,,..

एमएलए के बेटे के फ्रेंड और बाबू के बीच हुई बातचीत….

एमएलए सन’स फ्रेंड..: आए इधर आ…

बाबू: जी सर…

एमएलए सन’स फ्रेंड..: सुन अभी सबको ड्रिंक्स सप्लाइ करेगा ना..

बाबू: जी सर..

एमएलए सन’स फ्रेंड..: तो तुझे उस से पहले मेरा एक कम करना होगा.. ऐसा बोलकर … वो कुछ ड्रग्स के कॅप्सुल की छोटी छोटी 2 पॅकेट बाबू की तरफ कर देता है साथ ही 5000रुपये. भी…

बाबू: सर ये क्या है…? आपकी दवाइया…

एमएलए सन’स फ्रेंड..: नहीं बेवकूफ़ तुझे ये कॅप्सुल उन ड्रिंक्स में मिलाने है जो ड्रिंक तुम यहाँ मोजूद लड़कियों को दोगे.. औरते ज़्यादातर मॅंगो या ऑरेंज की ड्रिंक्स लेती है क्यूँ कि वो लाइट होती है… हार्ड ड्रिंक नहीं लेंगी तो तुझे ऑरेंज के ड्रिंक्स में ये मिलानी है और हार्ड ड्रिंक्स में नहीं समझे.

बाबू: लेकिन सर….

एमएलए सन’स फ्रेंड..: कुछ और करीब 10000रुपये. के करीब बाबू के हाथ में देकर.. ये पैसे भी रख.. और इन औरतों के साथ मज़े करने का भी मोका मिलेगा अगर तू मेरा काम कर देगा तो समझा.. और हां तुझे हम लोगो की सेक्यूरिटी भी मिल जाएगी समझा…

बाबू: ठीक है सर ऐसा ही होगा… बाबू कॅश और ड्रग दोनो लेलेता है.

एमएलए सन’स फ्रेंड..: वहाँ से चला जाता है,,. साथ ही एमएलए के लड़के की ओर थंब्स अप का साइन कर देता है…

एमएलए का लड़का कुछ समझ नहीं पाता फिर भी वो इस बात का अंदाज़ा लगा लेता है कि उसकी गान्ड अब मरने वाली है..
 
एमएलए का लड़का : मन ही मन सोचता है… साले ने ज़रूर कुछ उल्टा सीधा किया होगा,… और वो भी उसी के दुश्मन के साथ मिलकर.. माँ चोद दी भोषड़ी के ने.. एक बार मुझसे भी तो पुछलेता बेहन चोद…

एमएलए का लड़का अपने दोस्त से पूछने जाता है कि आख़िर बात क्या है लेकिन उसका दोस्त भी तीस मारखा…

एमएलए सन’स फ्रेंड..: अरे यार तू टेन्षन मत ले आज सारी औरतों की चुतो पर हमारा राज होगा….

एमएलए का बेटा: अगर बेहन्चोद कुछ भी उल्टा सीधा हुआ ना तो तेरी माँ बेहन को कोठे पर बिठा दूँगा.. समझा..

एमएलए सन’स फ्रेंड..: तू टेन्षन मत ले बस देखता जा आगे आगे क्या होता है…

एमएलए का बेटा: बेहन चोद वो मेरा दुश्मन है..

एमएलए सन’स फ्रेंड..: अबे चिल मारना… 15 मिनिट रुक फिर देख तेरे दुश्मनो की गान्ड में बॅमबू कर देंगे अपन..

उधर बाबू सलीम के पास जाकर सारी बात बता देता है…

सलीम; हड़बड़ाते हुए बेहन्चोद ऐसा भूल कर भी मत करना.. वरना आज जो मज़े करेगा उसके बाद कयि सालो तक जैल की सैर करेगा…

बाबू: तो आपको क्या लगता है ये सारे माल आपकी मेरी पर्सनल रखेल बनकर रहेंगी… जैल जाने से पहले चूत तो मारने को मिलेगी इनकी.

सलीम: बिल्कुल रहेगी… हमारी रखेल ही बनकरे रहेगी.. बल्कि खुद चल कर चुदवायेन्गी.. लेकिन धीरे धीरे होगा सब ऐसे नहीं कि गान्ड मारने से पहले हम अपनी गान्ड मरवाले.. उनको तो एमएलए का सपोर्ट है हमे किसका होगा..

बाबू: अच्छा ठीक है मान ली आपकी बात लेकिन ये सब आप करोगे कैसे और वो कैसे खुद आकर हम से….
 
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