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- Dec 5, 2013
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ऋतु लल्लू को अब अपना पति मान चुकी थी.
ऋतु ने विरोध करना छोड़ दिया. अपने आप को वो लल्लू के हवाले कर दी.
लल्लू ऋतु के होंठो को चूस्ता हुआ अपने एक हाथ से ऋतु के चुचे को सहलाने लगा.
ऋतु मज़े से अपना चुचे मिचवा रही थी लल्लू से.
लल्लू ऋतु के पूरे चेहरे को चाटने लगा जीभ निकाल कर.
ऋतु लल्लू के नीचे लेटी उसकी पीठ पर हाथ से सहला रही थी. कभी बालो में उंगली घुसा कर घुमा रही थी.
लल्लू आज रुकने क बिल्कुल मूड में नही था. वो चहरे को चाटता हुआ ऋतु के कान में अपना जीभ घुसा दिया.
ऋतु के पूरे बदन के रोए खड़े हो गये.
लल्लू ऋतु के कान के लाउ को अपने मूह में ले कर चूसने लगा. काटने लगा.
ऋतु मज़े से आँखे बंद किए. लल्लू के बालो को पकड़ कर उसे पलट दी और खुद उसके ऊपर आ गई.
ऊपर आ कर ऋतु लल्लू के पूरे चेहरे को चुंम्मी से गीला कर दिया फिर उसके होंठो को अपने मूह में ले कर चूसने लगी.
लल्लू ऋतु के नीचे लेटा ऋतु के नितंब को दोनो हाथो में ले कर मसलने लगा ज़ोर ज़ोर से.
ऋतु मज़े से अपनी चुचियो को लल्लू के छाती में रगड़ती हुई लल्लू के होंठो को चूस रही थी.
लल्लू एक हाथ से ऋतु का एक चुचि पकड़ कर उसे गुठने लगा.
ऋतु सस्सीीइसस्सीई करती हुई अपना जीभ निकाल कर लल्लू के मूह में डाल दी.
लल्लू गप से ऋतु के जीभ को लपक कर मूह में ले कर चूसने लगा.
अब लल्लू दोनो हाथो से ऋतु के एक चुचे को मिच रहा था.
बहुत कसे हुए थे ऋतु के चुचे और बहुत बड़े भी थे. लल्लू के एक हाथ में नही आ रहा था.
लल्लू- आअहह काकी मेरी जान. कितने बड़े है तेरे दूध.
ऋतु- मुआअ अब काकी तो मत बोल.
तेरी लुगाई हूँ में. अकेले में ऋतु ही बोला कर.
लल्लू- ऋतु.. मेरी रानी.. क्या माल है तू. कितनी गद्देदार है तेरी ये चुचे और गान्ड.
ये मेरी रातो की नींद उड़ा दी है.
ऋतु काकी- अब ये सब तेरा है लेले जितना मज़ा लेना है इनका.
लल्लू अब दूसरे चुचे को मथ रहा था.
लल्लू फिर ऋतु को ले कर पलट गया.
बिच्छवान नीचे ही लगा हुआ था. दोनो उठा पटक में बेड से बाहर नंगे फर्श पर आ गये थे.
ऋतु की पीठ में ठंढा ठंढा नंगा फर्श और ऊपर लल्लू ऋतु के एक चुचे का चूचुक मूह में ले कर चूस रहा था और दूसरे को हाथ से गूत रहा था.
ऋतु की बुर से नदिया बह रही थी.
लल्लू ऋतु के चुचे को मिच कर काट कर बिल्कुल लाल गुब्बारे की तरह कर दिया था.
लल्लू बारी बारी दोनो चुचे को पी रहा था.
फिर लल्लू चुचे को छोड़ कर नीचे ऋतु के पेट पर आ गया.
अपना जीभ निकाल कर लल्लू ऋतु के पूरे पेट को चाट रहा था.
पूरा पेट चाट कर लल्लू ऋतु के गहरी नाभि में अपना जीभ डाल कर उस में घूमने लगा.
ऋतु कमर उठा उठा कर पटकने लगी.
वो एक बार झड़ गई थी.
लल्लू नाभि से फ्री हो कर उस से नीचे आ गया और एक हाथ से दूध दबाता हुआ और एक हाथ से दोनो मोटी जाँघो को फैला कर लल्लू ऋतु के जाँघो को चाटने काटने लगा.
ऋतु उठ कर बैठ गई और लल्लू के बालो में उंगली घुसा कर उसे खिचने लगी.
ऋतु इस मज़े से तड़प रही थी.
ऋतु को हाथ से धक्का दे कर लेटा दिया और दोनो जाँघो को हाथ से उठा कर मोड़ दिया लल्लू ने.
ऋतु तकिये से मूह को दबाए अपने सिर को दाएं बाए पटक रही थी मज़े से.
ऋतु ने विरोध करना छोड़ दिया. अपने आप को वो लल्लू के हवाले कर दी.
लल्लू ऋतु के होंठो को चूस्ता हुआ अपने एक हाथ से ऋतु के चुचे को सहलाने लगा.
ऋतु मज़े से अपना चुचे मिचवा रही थी लल्लू से.
लल्लू ऋतु के पूरे चेहरे को चाटने लगा जीभ निकाल कर.
ऋतु लल्लू के नीचे लेटी उसकी पीठ पर हाथ से सहला रही थी. कभी बालो में उंगली घुसा कर घुमा रही थी.
लल्लू आज रुकने क बिल्कुल मूड में नही था. वो चहरे को चाटता हुआ ऋतु के कान में अपना जीभ घुसा दिया.
ऋतु के पूरे बदन के रोए खड़े हो गये.
लल्लू ऋतु के कान के लाउ को अपने मूह में ले कर चूसने लगा. काटने लगा.
ऋतु मज़े से आँखे बंद किए. लल्लू के बालो को पकड़ कर उसे पलट दी और खुद उसके ऊपर आ गई.
ऊपर आ कर ऋतु लल्लू के पूरे चेहरे को चुंम्मी से गीला कर दिया फिर उसके होंठो को अपने मूह में ले कर चूसने लगी.
लल्लू ऋतु के नीचे लेटा ऋतु के नितंब को दोनो हाथो में ले कर मसलने लगा ज़ोर ज़ोर से.
ऋतु मज़े से अपनी चुचियो को लल्लू के छाती में रगड़ती हुई लल्लू के होंठो को चूस रही थी.
लल्लू एक हाथ से ऋतु का एक चुचि पकड़ कर उसे गुठने लगा.
ऋतु सस्सीीइसस्सीई करती हुई अपना जीभ निकाल कर लल्लू के मूह में डाल दी.
लल्लू गप से ऋतु के जीभ को लपक कर मूह में ले कर चूसने लगा.
अब लल्लू दोनो हाथो से ऋतु के एक चुचे को मिच रहा था.
बहुत कसे हुए थे ऋतु के चुचे और बहुत बड़े भी थे. लल्लू के एक हाथ में नही आ रहा था.
लल्लू- आअहह काकी मेरी जान. कितने बड़े है तेरे दूध.
ऋतु- मुआअ अब काकी तो मत बोल.
तेरी लुगाई हूँ में. अकेले में ऋतु ही बोला कर.
लल्लू- ऋतु.. मेरी रानी.. क्या माल है तू. कितनी गद्देदार है तेरी ये चुचे और गान्ड.
ये मेरी रातो की नींद उड़ा दी है.
ऋतु काकी- अब ये सब तेरा है लेले जितना मज़ा लेना है इनका.
लल्लू अब दूसरे चुचे को मथ रहा था.
लल्लू फिर ऋतु को ले कर पलट गया.
बिच्छवान नीचे ही लगा हुआ था. दोनो उठा पटक में बेड से बाहर नंगे फर्श पर आ गये थे.
ऋतु की पीठ में ठंढा ठंढा नंगा फर्श और ऊपर लल्लू ऋतु के एक चुचे का चूचुक मूह में ले कर चूस रहा था और दूसरे को हाथ से गूत रहा था.
ऋतु की बुर से नदिया बह रही थी.
लल्लू ऋतु के चुचे को मिच कर काट कर बिल्कुल लाल गुब्बारे की तरह कर दिया था.
लल्लू बारी बारी दोनो चुचे को पी रहा था.
फिर लल्लू चुचे को छोड़ कर नीचे ऋतु के पेट पर आ गया.
अपना जीभ निकाल कर लल्लू ऋतु के पूरे पेट को चाट रहा था.
पूरा पेट चाट कर लल्लू ऋतु के गहरी नाभि में अपना जीभ डाल कर उस में घूमने लगा.
ऋतु कमर उठा उठा कर पटकने लगी.
वो एक बार झड़ गई थी.
लल्लू नाभि से फ्री हो कर उस से नीचे आ गया और एक हाथ से दूध दबाता हुआ और एक हाथ से दोनो मोटी जाँघो को फैला कर लल्लू ऋतु के जाँघो को चाटने काटने लगा.
ऋतु उठ कर बैठ गई और लल्लू के बालो में उंगली घुसा कर उसे खिचने लगी.
ऋतु इस मज़े से तड़प रही थी.
ऋतु को हाथ से धक्का दे कर लेटा दिया और दोनो जाँघो को हाथ से उठा कर मोड़ दिया लल्लू ने.
ऋतु तकिये से मूह को दबाए अपने सिर को दाएं बाए पटक रही थी मज़े से.